छत्तीसगढ़

पौष्टिक पोषक आहार से महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य में आया सुधार

रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)।  महिलाओं एवं बच्चों में कुपोषण और एनीमिया की समस्या को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर शुरू किए गए मुख्यमंत्री सुपोषण योजना से महिलाओं एवं बच्चों के स्वास्थ्य में बड़ा सुधार आ रहा है।

आदिवासी बहुल दंतेवाड़ा जिले में 4 हजार 412 बच्चों ने कुपोषण को मात दे दी है। योजना से अब तक यहां 94 हजार 828 महिलाओं और बच्चों ने लाभ उठाया है।

 

मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान का मुख्य उद्देश्य स्थानीय स्तर पर उपलब्ध पौष्टिक भोजन, प्रोटीन, आयरन युक्त खाद्य सामाग्रियों को दैनिक जीवन में शामिल कर कुपोषण एवं एनीमिया की दर में कमी लाना है।

 

इसके साथ ही जन-सामान्य में कुपोषण एवं एनीमिया के विरूद्ध जन-जागरूकता लाकर इससे निपटने के लिए वातावरण तैयार करना है। योजना के तहत दंतेवाड़ा जिले में सुपोषण केंद्रों के माध्यम से 1 से 3 वर्ष के सामान्य एवं कुपोषित बच्चे, शिशुवती माताओं एवं आंगनबाड़ी केन्द्र के माध्यम से 3 से 6 वर्ष के बच्चे तथा गर्भवती माताओं को पौष्टिक आहार से लाभांवित किया जा रहा है।

 

राज्य सरकार द्वारा बच्चों और माताओं को योजना के तहत प्रतिदिन निःशुल्क पौष्टिक भोजन दिया जा रहा है। खाने में अंडे, गुड़ और मूंगफली से बने पौष्टिक लड्डू दिए जा रहे हैं। बच्चों, महिलाओं को पौष्टिक आहार मिलने से कुपोषण की दर घटी है।

 

 

आंगनबाड़ी दीदियों द्वारा गर्भवती माताओं के खानपान, संतुलित आहार साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने से स्वास्थ्य के प्रति सकारात्मक वातावरण तैयार हुआ है। इन दीदियों द्वारा घर-घर भेंट कर गर्भवती माताओं को पौष्टिक व्यंजनों, बच्चों की उचित देखभाल, उचित पोषण और टीकाकरण आदि के बारे में जानकारी भी दी जा रही है।

 

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केंद्रीय रेल मंत्री से मिली सांसद गोमती साय, रेल लाइन का कार्य जल्द प्रारंभ करने की मांग

 रायगढ़ रेलवे स्टेशन में मूलभूत सुविधाओं में विकास एवं ट्रेनों के ठहराव के लिए भी मांगी अनुमति

रायगढ़ (छत्तीसगढ़ दर्पण)। लोकसभा की लोकप्रिय सांसद  गोमती साय ने शनिवार को दिल्ली में रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव से मुलाक़ात कर रायगढ़ में अनेक ट्रेनों के ठहराव व स्टेशन में मूलभूत सुविधाओं में विकास के विषय में चर्चा की जिसमे लोहारदगा-पत्थलगाँव एवं सारंगढ़ रेल लाइन का कार्य जल्द से जल्द प्रारंभ करने की माँग किए।

रायगढ़ सांसद  साय रेल मंत्री से चर्चा के दौरान कहा कि मेरे लोक सभा का जिला जशपुर रेल लाईन से अछूता है। जिले वासियों को रेल से सफर करने हेतु झारसुगुड़ा, अम्बिकापुर, रायगढ़ तथा रांची जाना पड़ता है। चिनार प्रोजेक्ट के तहत झारसुगुड़ा से अम्बिकापुर तक नवीन रेल मार्ग की आवश्यकता है।

 

साय ने झारसुगुड़ा से दुग्धी उत्तरप्रदेश जाने हेतु झारसुगुड़ा से तपकरा कुनकुरी, बगीचा होते हुये अम्बिकापुर तक नवीन रेल मार्ग हेतु सर्वे कराने की मांग किए। उन्होंने केंद्रीय रेल मंत्री से क्षेत्र के लोगों को मिलने वाले लाभ के बारे में चर्चा करते हुए बताया कि इस रेल मार्ग के स्वीकृति से व्हाया अम्बिकापुर होते हुये कटनी, उत्तरप्रदेश जाने में सुगमता होगी।

 

 

ज्ञात हो कि रायगढ़ सांसद लगातार अपने लोकसभा क्षेत्र के क्षेत्रवासियों की मांग को केंद्र तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने क्षेत्र के विकास के लिए भरसक प्रयास कर मूलभूत सुविधाओं को अपने क्षेत्र में अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने और उसका लाभ दिलाने लगातार संघर्ष करने वाली महिला सांसद हैं।

 

 

 

 

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मुख्यमंत्री कन्या विवाह से खुशियों का नजारा मिला : कलेक्टर

सामूहिक विवाह 120 जोड़े विवाह बंधन में बंधे

सारंगढ़-बिलाईगढ़ (छत्तीसगढ़ दर्पण)जिला प्रशासन के सहयोग से मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना अंतर्गत  शनिवार को सारंगढ़ में सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विधायक सांरगढ़ श्रीमती उत्तरी जांगड़े, कलेक्टर डॉ. फरिहा आलम सिद्दीकी और पुलिस अधीक्षक आशुतोष सिंह उपस्थित थे। इस कार्यक्रम का आयोजन महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा किया गया था। इस समारोह में सारंगढ़ और बरमकेला से कुल 120 जोड़े विवाह बंधन में बंधे।कार्यक्रम में विधायक श्रीमती उत्तरी जांगड़े ने वर-वधुओं को विवाह की शुभकामनाएं और बधाई देते हुए कहा कि यह बहुत खुशी की बात है आप वैवाहिक बंधन में बंध रहे हैं। उन्होंने सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं को उनके मानदेय पर बढ़ोत्तरी के लिए और सारंगढ़-बिलाईगढ़ नया जिला बनने पर सभी जिलेवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कलेक्टर डॉ. फरिहा आलम सिद्दीकी ने वर-वधुओं और परिजनों को बधाई और बहुत-बहुत शुभकामना दी है। उन्होंने कहा कि यह विवाहोत्सव से हमें खुशियों का नजारा मिला है। राज्य शासन द्वारा वर्तमान में 25 हजार रूपए की सहायता राशि दी जा रही है। मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार आगामी अप्रैल माह से मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना यह सहयोग राशि बढ़कर वर-वधुओं को 50 हजार मिलेगी।इस कार्यक्रम के अतिथियों में छत्तीसगढ़ राज्य गौसेवा आयोग के सदस्य पुरूषोत्तम साहू, अरूण मालाकार, श्रीमती मंजू मालाकार, श्रीमती विलास सारथी, श्रीमती तारा अरूण शर्मा, श्रीमती तुलसी वसंत, श्रीमती सोनी बंजारे, श्रीमती सीता पटेल, संजय दुबे, विष्णु चन्द्रा, गोल्डी नायक, पुष्पराज बरिहा सहित वर-वधुओं के परिजनों बड़ी संख्या में उपस्थित थे। नवरात्रि के अवसर पर यह एक ऐसा नजारा था जहां सभी महिला अतिथिगण नवदुर्गा स्वरूप वर-वधुओं को आशीर्वाद दे रही थी।

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पोषण पखवाड़ा: छत्तीसगढ़ मना रहा मिलेट्स त्यौहार

पोषण के पावर हाउस ’मिलेट्स’ के फायदों के बारे में लोगों को किया जा रहा जागरूक

रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)च्चों तथा महिलाओं के पोषण एवं स्वास्थ्य देखभाल संबंधी जागरूकता और आदतों में सुधार लाने के लिए प्रदेश में 20 मार्च से पोषण पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित पोषण पखवाड़ा 3 अप्रैल तक चलेगा। वर्ष 2023 को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा इंटरनेशनल मिलेट वर्ष घोषित किया गया है। इसे ध्यान में रखते हुए इस साल पोषण पखवाड़ा को छत्तीसगढ़ में मिलेट्स त्यौहार के रूप में मनाया जा रहा है। इस दौरान लोगों को पोषण के पावर हाउस मतलब मिलेट्स के फायदों के बारे में जानकारी देकर उन्हें इस पारम्परिक पौष्टिक अन्न को दैनिक आहार में शामिल करने के लिए जागरूक किया जा रहा है। इसके लिए विशेष थीम के अनुसार कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।गौरतलब है कि मिलेट्स (मोटे अनाज) जैसे कोदो, कुटकी, रागी एक पौष्टिक खाद्य विकल्प हैं जो दैनिक पोषण आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद कर सकते हैं। यह शिशुवती महिलाओं के लिए भी बेहद फायदेमंद होते है। इनमें कैल्शियम, आयरन, प्रोटीन, मिनरल्स जैसे पोषक तत्व प्रचुरता से होते हैं। इसे देखते हुए पोषण कल्याण के लिए श्री अन्न अर्थात् मिलेट्स का प्रचार-प्रसार कर उसकी लोकप्रियता बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके अलावा स्वस्थ बालक-बालिका स्पर्धा के अंतर्गत छह वर्ष तक के बच्चों का वजन, लंबाई एवं ऊंचाई मापन कर बच्चों में पोषण स्थिति की जानकारी भी ली जा रही हैं। सक्षम आंगनबाड़ी के प्रति जनसमुदाय को जागरूक करने के प्रयास भी किए जा रहे हैं। पोषण पखवाड़े के प्रत्येक दिन के लिए कलेण्डर अनुसार गतिविधियां निर्धारित की गई है। इसके अनुसार प्रतिदिन अलग-अलग गतिविधियों के माध्यम से व्यक्तिगत और सामुदायिक स्तर पर पोषण सम्बन्धित व्यवहार परिवर्तन का प्रयास किया जा रहा है। इन समस्त गतिविधियों को पोषण ट्रैकर ऐप में प्रतिदिन इन्द्राज भी किया जा रहा है।पोषण जागरूकता के लिए प्रदेशभर में जागरूकता रथ, बाइक रैली निकाली जा रही हैं। प्रमुख पंचायतों एवं हाट-बाजारों में महिलाओं एवं बच्चों के पोषण, स्वास्थ्य एवं देखभाल संबंधी उचित आदतों के विकास एवं सुधार के संबन्ध में वीडियो क्लिप का प्रदर्शन करते हुए लोगों को जागरूक किया जा रहा है। आंगनबाड़ी केंद्रों, स्कूलों, ग्राम पंचायतों में लोगों को सुपोषण के संबंध में जानकारी दी जा रही हैं और मिलेट्स को आहार में शामिल करने के फायदे समझाए जा रहे हैं। मिलेट्स से बने व्यंजनों की प्रतियोगिता, प्रदर्शनी एवं मिलेट्स जागरूकता कैम्प भी आयोजित किए जा रहे हैं। कई स्वसहायता समूह मिलेट्स से बने तिरंगा थाली के प्रदर्शन से मिलेट्स का महत्व बता रहे हैं।पोषण पखवाड़ा के अंतर्गत समुदाय आधारित गतिविधियों जैसे-सुपोषण चौपाल, महिला समूहों की बैठक, पालको का बैठक करना तथा लिंग संवेदनशील, जल प्रबंधन, एनीमिया की रोकथाम व प्रबंधन के प्रति जागरूकता कार्यक्रम को भी शामिल किया गया है। इसमें स्वास्थ्य, पंचायत सहित विभिन्न विभागों का समन्वय भी लिया जा रहा है।

 

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सीएम बघेल ने पवित्र रमजान माह के शुभारंभ पर दी मुबारकबाद

रायपुर  (छत्तीसगढ़ दर्पण)। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पवित्र रमजान माह के शुभारंभ के अवसर पर मुस्लिम समाज सहित आम जनता को मुबारकबाद दी है।

बघेल ने अपने शुभकामना संदेश में कहा है कि रमजान नेकियों, रहमतों और बरकतों का महीना है। यह महीना जहां देश और दुनिया के लिए प्यार एवं भाईचारे का पैगाम लेकर आता है, वहीं यह हमें आत्म- अनुशासन से जीवन जीने की प्रेरणा देता है।

 

उन्होंने कहा है कि समस्त मानव जाति के लिए प्रेम, भाईचारे और इंसानियत का पैगाम लेकर आने वाले इस महीने में हम सब  देश-प्रदेश की खुशहाली की दुआ करें।

 

मुख्यमंत्री ने कहा है कि रमजान का यह महीना प्यार, भाईचारा, रहमत और बरकत लेकर आए।

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छत्तीसगढ़ में आया भूकंप, लोगों में दहशत...

सूरजपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। जिले से एक बड़ी खबर निकल कर सामने आ रही है। बता दें कि कुछ देर पहले सरगुजा संभाग के कुछ इलाकों में भूकंप के झटके मिलने की खबरें सामने आई है।

मिली जानकारी के अनुसार सूरजपुर जिले में भूकंप के झटके महसूस हुए हैं जिसके साथ साथ अंबिकापुर सहित कोरिया में भी भूकंप के झटको का लोगों ने एहसास किया।
अनुमानित है भूकंप के झटकों की तीव्रता सूरजपुर में 3.0 थी तो भटगांव में 5.0 । इसके साथ ही 7 से 8 सेकंड के लिए इन झटकों को महसूस किया गया।

बताया जा रहा है कि लगभग 10:29 पर झटके महसूस हुए।

वही कोरिया में भी भूकंप के झटके लोगों ने महसूस किए हैं। भूकंप की खबर के बाद क्षेत्र में लोगों में कुछ वक्त के लिए दहशत का माहौल बन गया।

हालांकि शुरुआती वक्त में लोगों को कुछ समझ ही नहीं आया, लेकिन जैसे ही लोगों को ये मालूम हुआ, दहशत में लोग अपने घरों से बाहर निकल गए।

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छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान की खरीदी की जाएगी : मुख्यमंत्री

समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी 15 क्विंटल से बढ़ाकर अब 20 क्विंटल की जाएगी,

विधानसभा में छत्तीसगढ़ विनियोग विधेयक 2023 पारित

(छत्तीसगढ़ दर्पण)। रायपुर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विधानसभा में किसानों के

हित में बड़ी घोषणा करते हुए प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान की समर्थन मूल्य पर खरीदी करने की घोषणा की।मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ विधानसभा में विनियोग विधेयक पर चर्चा का जवाब देते हुए यह घोषणा की। विधानसभा में चर्चा के बाद विनियोग विधेयक 2023 पारित कर दिया गया।मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे राज्य की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हमारे किसान भाई हैं। सम्पूर्ण विश्व आज खाद्य संकट की अग्रसर हो रहा है। इसका मुख्य कारण है कृषि का अलाभप्रद होना। हमारी सरकार बनते ही हमने किसानों की ऋण माफी की, राजीव गांधी किसान न्याय योजना से किसानों को सशक्त बना रहे हैं। उन्हें इनपुट सब्सिडी का लाभ भी दे रहे हैं। समर्थन मूल्य पर प्रति एकड़ धान की खरीदी 15 क्विंटल से बढ़ाकर 20 क्विंटल करने जा रहे हैं। मैं भेंट-मुलाकात में जहां भी गया किसानों की एक ही मांग थी, समर्थन मूल्य पर प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान की खरीदी की जाए।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि एक अप्रैल से आवासहीनों, उज्ज्वला गैस योजना और शौचालय के हितग्राहियों का सर्वे कराया जाएगा। आवास योजना में जितने भी पात्र हितग्राही होंगे, उन्हें क्रमबद्ध रूप से आवास दिया जाएगा।मुख्यमंत्री ने विनियोग विधेयक पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि किसी भी राज्य की अर्थव्यवस्था का आकार जीएसडीपी से निर्धारित होता है। छत्तीसगढ़ का जीएसडीपी वर्ष 2018 में 03 लाख 27 हजार 106 करोड़ था, जो 2023 में बढ़कर 05 लाख 09 हजार 43 करोड़ अनुमानित है। मार्च 2020 से निरंतर 02 वर्ष तक कोविड-19 आपदा के कारण आर्थिक गतिविधियां मंद होने के बावजूद राज्य शासन की नीतियों के कारण अर्थव्यवस्था के आकार 56 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। राज्य की जीएसडीपी में वृद्धि वर्ष 2022-23 में 8 प्रतिशत अनुमानित, जो अखिल भारतीय जीडीपी की अनुमानित वृद्धि दर 7 प्रतिशत से अधिक। स्थिर भाव पर वर्ष 2022-23 में कृषि क्षेत्र, औद्योगिक क्षेत्र एवं सेवा क्षेत्र में राज्य की अनुमानित विकास दर राष्ट्रीय स्तर से अधिक है।

कृषि, उद्योग और सेवा क्षेत्र में वृद्धि दर राष्ट्रीय औसत से अधिक

मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि क्षेत्र में राज्य की वृद्धि दर 5.93 प्रतिशत रही, जबकि राष्ट्रीय वृद्धि दर 3.50 प्रतिशत, औद्योगिक क्षेत्र में राज्य की वृद्धि दर 7.83 प्रतिशत, जबकि राष्ट्रीय वृद्धि दर 4.10 प्रतिशत इसी प्रकार सेवा क्षेत्र में राज्य की वृद्धि दर 9.21 प्रतिशत और राष्ट्रीय वृद्धि दर 9.10 प्रतिशत रही। राज्य के स्वयं के करों का राजस्व वर्ष 2018-19 में 21 हजार 427 करोड़ की तुलना में वर्ष 2023-24 में बढ़कर 38 हजार करोड़ अनुमानित (77 प्रतिशत वृद्धि) है।

 
 
 
उन्होंने कहा कि राज्य के स्वयं का करेत्तर राजस्व वर्ष 2018-19 में 07 हजार 703 करोड़ से बढ़कर वर्ष 2023-24 में 18 हजार 200 करोड़ अनुमानित - (दो गुणा से अधिक वृद्धि) है। इस प्रकार राज्य का स्वयं का कुल राजस्व वर्ष 2018-19 में 29 हजार 130 करोड़ से बढ़कर वर्ष 2023-24 में 56 हजार 200 करोड़ अनुमानित - (93 प्रतिशत की वृद्धि) है। केन्द्रीय प्राप्तियां वर्ष 2018-19 में रु. 35 हजार 963 करोड़ से बढ़कर वर्ष 2023-24 में 49 हजार 800 करोड़ अनुमानित (38 प्रतिशत वृद्धि) है। इस प्रकार विगत 04 वर्षों में केन्द्रीय प्राप्तियां 38 प्रतिशत एवं राज्य की राजस्व प्राप्तियां 93 प्रतिशत की दर से वृद्धि हुई है।

चार हजार 471 करोड़ का राजस्व आधिक्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2018-19 में कुल व्यय 73 हजार 565 करोड़ की तुलना में वर्ष 2023-24 हेतु 01 लाख 21 हजार 500 करोड़ अनुमानित (65 तुलना में वर्ष 2023-24 हेतु 01 लाख 21 हजार 500 करोड़ अनुमानित (65 प्रतिशत वृद्धि) है। वर्ष 2018-19 में पूंजीगत व्यय रु. 08 हजार 903 करोड़ की तुलना में वर्ष 2023-24 हेतु 18 हजार 660 करोड़ अनुमानित (2 गुणा से अधिक वृद्धि) है। पिछले 4 वर्षों में से कोविड-19 प्रभावित 02 वर्षों को छोड़कर शेष वर्षों में राजस्व आधिक्य - वर्ष 2023-24 में भी राजस्व आधिक्य 03 हजार 500 करोड़ अनुमानित एवं एजी लेखा अनुसार माह जनवरी 2023 में 04 हजार 471 करोड़ का राजस्व आधिक्य है।


इस वर्ष बाजार से कोई ऋण नहीं लिया
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास के लिए राशि उपलब्धता में ऋण पर कम निर्भरता रही। राज्य सरकार ने इस वर्ष बाजार से कोई ऋण नहीं लिया है। गत वर्ष 2021-22 में भी राज्य द्वारा मात्र 865 करोड़ का शुद्ध ऋण लिया गया था। वर्ष 2022-23 में जनवरी 2023 तक छत्तीसगढ़ का ऋणभार जीएसडीपी का 17.9 प्रतिशत, जो 15वें वित्त आयोग द्वारा निर्धारित सीमा 25 प्रतिशत से बहुत कम है। वर्ष 2023-24 छत्तीसगढ़ द्वारा ऋणों के ब्याज भुगतान पर राजस्व प्राप्तियों का 6.5 प्रतिशत, जो 15वें वित्त आयोग द्वारा निर्धारित सीमा 10 प्रतिशत से बहुत कम है। बेहतर वित्तीय प्रबंधन, कम ऋण व सीमित ब्याज भार के कारण विकास कार्यों हेतु पर्याप्त राशि उपलब्ध।

सकल वित्तीय घाटा निर्धारित सीमा से कम
मुख्यमंत्री ने कहा कि एफआरबीएम एक्ट में जीएसडीपी के 03 प्रतिशत तक वित्तीय घाटे की सीमा निर्धारित है। कोविड-19 आपदा को देखते हुए भारत सरकार द्वारा वर्ष 2020-21 से 2022-23 तक वित्तीय घाटे की सीमा में शिथिलता दी गई थी, किन्तु वर्ष 2023-24 से 2025-26 तक यह सीमा पुनः 03 प्रतिशत निर्धारित की गई है। वर्ष 2023-24 में 15 हजार 200 करोड़ सकल वित्तीय घाटा अनुमानित है जो राज्य के सकल घरेलू उत्पाद (5,09,043 करोड़) का 2.99 प्रतिशत है।

 
 

मुख्यमंत्री ने विनियोग विधेयक पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि आज का दिन बहुत ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू, भगवान झूलेलाल का पावन स्मरण और नमन करते हुए कहा कि आज आजादी के दीवाने भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू का शहीदी दिवस है। भारत को आजाद कराने के लिए इन तीनों अमर शहीदों ने हंसते-हंसते मृत्युदण्ड स्वीकार किया था और भारत माता की जय-जयकार करते हुए फांसी के फन्दे पर झूल गए थे।

उन्होंने कहा कि आज चैत्र नवरात्रि का दूसरा दिन है। प्रथमम् शैल पुत्री, द्वितीयम् ब्रह्मचारिणी, अर्थात आज देवी ब्रह्मचारिणी जी का दिन है। छत्तीसगढ़ की चारों दिशाओं में माता रानी के शक्तिपीठ है। गांव-गांव में देवी पूजा की परम्परा है।मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान झूलेलाल की जयंती है। चैट्रीचण्ड्र दिवस है इस अवसर पर हमारी सरकार ने नगर पालिका तथा नगर निगम क्षेत्र में सामान्य अवकाश की घोषणा की है। यह अवकाश प्रदेश में पहली बार दिया गया है। इसके अलावा कल 24 मार्च से पवित्र रमजान महीने की शुरूआत भी हो रही है। ऐसे समय में हम विनियोग विधेयक-2023 भी पारित करने जा रहे हैं, जो छत्तीसगढ़ की बेहतरी के लिए, नवा छत्तीसगढ़ गढ़ने के प्रयासों के लिए, नींव का पत्थर बनेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वन अधिकार मान्यता पत्र वितरित करने में छत्तीसगढ़ पूरे देश में प्रथम स्थान पर है। तेन्दूपत्ता संग्राहकों के लिए राज्य सरकार ने शहीर महेन्द्र कर्मा तेन्दूपत्ता संग्राहक सामाजिक सुरक्षा योजना प्रारंभ की, जिससे 6 हजार हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया। ग्रामीण क्षेत्रों में निवासरत परिवारों को पक्का आवास उपलब्ध कराने प्रधानमंत्री आवास योजना में 3238 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है।

 

 
 
 
 
 
 

 

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सीएम बघेल ने विधानसभा अध्यक्ष सहित अनेक मंत्रियों, विधायकों के क्षेत्र के लिए की अनेक घोषणाएं

 रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विधानसभा में छत्तीसगढ़ विनियोग विधेयक-2023 पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, अनेक मंत्रीगणों, संसदीय सचिव और विधायकों की मांग पर उनके विधानसभा क्षेत्र के लिए अनेक घोषणाएं की।

मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाएं इस प्रकार हैं-
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत के विधानसभा क्षेत्र के लिए मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि-नया बाराद्वार, जिला सक्ती में नवीन आत्मानंद विद्यालय की स्थापना, जिला सक्ती में नवीन महाविद्यालय की स्थापना (तृतीय अनुपूरक में शामिल है), सारागांव जिला जांजगीर-चापा के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में उन्नयन करने की घोषणा की।

 

इसी तरह स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव के विधानसभा क्षेत्र के लिए मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि-करजी, जिला सरगुजा उप स्वास्थ्य केन्द्र का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में उन्नयन किया जाना, ग्राम तराजू विकासखण्ड लखनपुर में माध्यमिक शाला खोले जाने की घोषणा करता हूँ।

 

कृषि मंत्री रवीन्द्र चौबे के विधानसभा क्षेत्र के लिए मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि-विकासखंड साजा जिला बेमेतरा के ग्राम पंचायत मोहगांव में आत्मानंद विद्यालय की स्थापना, पूर्व माध्यमिक शाला पेंड्री का हाई स्कूल में उन्नयन विकासखंड धमधा जिला दुर्ग, हाईस्कूल भुस्ताला विकासखंड साजा जिला बेमेतरा का हायर सेकेन्डरी में उन्नयन किया जाएगा।

 

गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू के विधानसभा क्षेत्र के लिए मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि- ग्राम अंडा में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खोला जाना, शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला कोलिहापुरी, गनियारी एवं मोहलई, विकासखंड एवं जिला दुर्ग को हाई स्कूल में उन्नयन किया जाएगा।

स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम के विधानसभा क्षेत्र के लिए मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि- ग्राम कोगवार (मंझोली) विकासखंड वाड्रफनगर, जिला बलरामपुर में नवीन प्री मैट्रिक कन्या विशेष पिछड़ी जनजाति पंडो के लिये 50 सीटर छात्रावास, नगर पंचायत छुरीकला जिला कोरबा में नवीन स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यमिक विद्यालय की स्थापना, शासकीय प्राथमिक शाला पहाड़करवा विकासखंड प्रतापपुर जिला सूरजपुर का शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला में उन्नयन, शासकीय प्राथमिक शाला तराजू विकासखंड लखनपुर जिला सरगुजा का शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला में उन्नयन किया जाएगा।

 

विधायक सत्यनारायण शर्मा के विधानसभा क्षेत्र के लिए मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि-ग्राम पंचायत टेमरी एवं बनरसी को सम्मिलित कर नगर पालिका का दर्जा दिया जाएगा।

विधायक पुरूषोत्तम कंवर के विधानसभा क्षेत्र के लिए मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि-शास्त्री उच्चतर माध्यमिक विद्यालय हरदीबजार विकासखंड पाली जिला कोरबा को (9वी से 12वी ) तक नियमित अनुदान प्रदान करने की घोषणा की।

 

संसदीय सचिव कुंवरसिंह निषाद के विधानसभा क्षेत्र के लिए मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि- जिला बालोद के तिलखैरी- देवरी मार्ग में तांदुला नदी पर उच्चस्तरीय पुलमय पहुंचमार्ग निर्माण कार्य कराया जाएगा।

विधायक आशीष छाबड़ा के विधानसभा क्षेत्र के लिए मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि-ग्राम बेरला में 30 बिस्तर के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का उन्नयन कर 50 बिस्तर अस्पताल बनाये जाने की घोषणा की।

विधायक रामपुकार सिंह के विधानसभा क्षेत्र के लिए मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि- 250 सीटर अनुसूचित जनजाति पोस्ट मैट्रिक कन्या छात्रावास पत्थलगांव, जिला जशपुर की स्थापना की जाएगी।

विधायक गुलाब कमरो के विधानसभा क्षेत्र के लिए मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि-नागपुर जिला कोरिया उप स्वास्थ्य केन्द्र को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में उन्नयन किया जाएगा।

 

विधायक पुन्नूलाल मोहले के विधानसभा क्षेत्र के लिए मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि मुंगेली के महलागांव में स्वास्थ्य केन्द्र की स्थापना की जाएगी।

विधायक अजय चंद्राकर के विधानसभा क्षेत्र के लिए मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि-गुरू घासीदास महाविद्यालय कुरूद में पी.जी. स्तर के कम्प्यूटर साइंस, इंफॉरमेशन टेक्नोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी के नये संकाय प्रारंभ किये जाने की घोषणा करता हूँ।

विधायक अजय चंद्राकर एवं श्री बृजमोहन अग्रवाल की मांग पर मुख्यमंत्री ने कहा कि- मेकाहारा जिला रायपुर में मुख्य बजट में 200 पद शामिल किया गया है।

विधायक धर्मजीत सिंह के विधानसभा क्षेत्र के लिए मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि-पण्डरिया रोड से गुरूद्वारा तक तथा ग्राम बैजलपुर से मेघापार्क ग्राम सड़क निर्माण शामिल करने की घोषणा करता हूं।

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सड़क और सड़क जैसी परिस्थितियों में रहने वाले बच्चों का हो रहा चिन्हांकन

 

बच्चों के सर्वेक्षण, रेस्क्यू और पुर्नवास के लिए अभियान जारी

मनेन्द्रगढ़-चिरमिर-भरतपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)एमसीबी कलेक्टर के नेतृत्व तथा जिला कार्यक्रम अधिकारी के मार्गदर्शन में सड़क एवं सड़क जैसी परिस्थितियों में रहने वाले बच्चों के सर्वेक्षण, रेस्क्यू एवं पुनर्वास की कार्यवाही हेतु अभियान जारी है।

सर्वाेच्च न्यायालय के निर्देश व छत्तीसगढ़ शासन के बाल सक्षम नीति के अनुसार बाल श्रम, अपशिष्ठ संग्रहण एवं भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चों के अंतर्गत सड़क एवं सड़क जैसी परिस्थितियों में रहने वाले बच्चों के रेस्क्यू अभियान जिले के चिन्हांकित हॉट स्पोट स्थल रेल्वे स्टेशन, मार्केट, बस स्टैण्ड, हाट बाजार, जुग्गी-झोपड़ी, नगरी क्षेत्र, उद्योग, कारखानो, मार्केट एवं प्रतिष्ठानों में चलाया जा रहा है, जो 31 मार्च तक जारी रहेगा।

 

अभियान के अंतर्गत गत मंगलवार को महिला एवं बाल विकास विभाग, श्रम विभाग, जिला बाल संरक्षण इकाई एवं चाइल्ड लाइन की संयुक्त टीम द्वारा मनेन्द्रगढ़ मार्केट, हजारी चौक, बस स्टैण्ड, रेल्वे स्टेशन, ग्राम पंचायत लालपुर एवं केराडोल चिरमिरी में विशेष अभियान चलाया गया। इसी प्रकार खडगवा अंतर्गत ग्राम पंचायत दुबछोला, ठग्गांव में भी अभियान चलाया गया।
 

उल्लेखनीय है कि एमसीबी कलेक्टर के नेतृत्व में पूर्व में चलाये अभियान के दौरान कठिन परिस्थितियों में जीवन यापन करने वाले बच्चे जो शिक्षा की मुख्य धारा से वंचित थे, जिन्हें विद्यालय से जोड़ा गया। इन चिन्हांकित बच्चों का जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा फॉलोअप कर मिशन वात्सल्य के दिशा निर्देशानुसार बच्चों को बाल कल्याण समिति में उपस्थित कराकर शासन की विभिन्न योजना से जोड़ने की कार्यवाही की जा रही है। चिन्हांकित बच्चों को प्रवर्तकता कार्यक्रम का लाभ एवं कुछ बच्चों को संस्थागत देखरभाल में रखा जायेगा।
 

सड़क एवं सड़क जैसी परिस्थितियों में रहने वाले बालक वे है, जो बिना किस सहारे के सड़कों पर अकेले रहते है, दिन में सड़कों पर रहते है और रात में निकट की झुग्गी-झोपड़ी बस्तियों में रहने वाले अपने परिवार के पास घर वापस आ जाते है, अपने परिवार के साथ सड़कों पर रहने वाले बच्चे। इस प्रकार के श्रेणी के बच्चे अपनी उत्तजीविका, भोजन, पानी, वस्त्र, आश्रय एवं संरक्षण हेतु प्रतिदिन विभिन्न प्रकार के संघर्षाे एवं चुनौतियों का सामना करते है। ऐसे बच्चों का चिन्हांकन की कार्यवाही हेतु विभाग द्वारा लगातार अभियान संचालित किया जा रहा है। कलेक्टर द्वारा निर्देशित किया गया कि इस प्रकार के बच्चों के चिन्हांकन एवं पुर्नवास सतत प्रक्रिया है, अभियान समाप्ति के उपरांत भी सतत् रूप से चिन्हांकन, पुनर्वास की कार्यवाही बच्चों के सर्वाेत्तम हित को ध्यान में रखते हुये किया जावे।

 

संबंधित विभाग, जनप्रतिनिधि, आमजनो से यह अपील की जाती है, कि इस प्रकार के बच्चे मिलने, दिखने या जानकारी होने पर कार्यालय जिला बाल संरक्षण इकाई, महिला एवं बाल विकास विभाग, चाईल्ड लाईन ट्रोल फ्री न. 1098 पर सूचित किया जा सकता है, जिस पर जिला बाल संरक्षण इकाई, महिला एवं बाल विकास विभाग एवं चाईल्ड लाईन त्वारित कार्यवाही करेगी।

 

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मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक से गांव में ही मिल रही जांच और दवा की सुविधा

 कोरिया (छत्तीसगढ़ दर्पण)जिले के सुदूर ग्रामीण अंचलों तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने में मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना अहम भूमिका निभा रही है। इस योजना से ग्रामीणों को गांव के पास हाट-बाजार में ही जांच और दवाइयों को उपलब्धता सरल और सहज रूप से मिल रही है।  कलेक्टर विनय कुमार लंगेह के मार्गदर्शन में जिले में योजना का सफल क्रियान्वयन किया जा रहा है।जिले के ग्रामीण अंचलों में साप्ताहिक हाट बाज़ारों के दिन मोबाइल मेडिकल यूनिट के द्वारा लोगों को निःशुल्क जांच तथा दवाइयां उपलब्ध कराई जा रही हैं।

स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी अनुसार अप्रैल 2022 से अब तक लगभग 70 हजार मरीजों ने निःशुल्क दवाइयों एवं टेस्ट का लाभ उठाया है और ग्रामीण रूटीन जांच जैसी सुविधा के लिए भी हाट बाजार क्लीनिक में आने को ही प्राथमिकता दे रहे हैं।

इसके साथ ही मरीजों को इलाज की आवश्यकता अनुरूप जिला चिकित्सालय एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में रेफर किया जा रहा है। हाट बाजार क्लिनिक में हिमोग्लोबिन, ब्लड शुगर, उच्च रक्तचाप, डेंगु एवं डायरिया, मलेरिया, आरडी टेस्ट, एचआईव्ही, व्हीडीआरएल सॉल्युबिलिटी, और कोविड-19 की जांच एवं 64 प्रकार की दवाइयां भी वितरित की जा रही।

 

हाट बाजार क्लिनिक योजना से जिले के पहुंचविहीन दुर्गम क्षेत्रों तक लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रहीं हैं। इस जनहितकारी योजना की सराहना निरंतर ग्रामीणों द्वारा की जा रही है। इन्ही में से जिले के विकासखण्ड सोनहत के रजौली ग्राम के 70 वर्षीय सत्यनारायण लंबे समय से जोड़ों में दर्द की समस्या थी। वे बताते हैं कि इस उम्र में इलाज के लिए दूर जाना कठिन लगता था लेकिन जब से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा यह योजना शुरू हुई है, अस्पताल वाली गाड़ी नियमित रूप से हाट बाजार में पहुंच रही है और मैं यहां आकर निःशुल्क इलाज करा रहा हूं। उन्होंने बताया कि यहां उन्हें जांच के साथ-साथ दवाइयां भी निःशुल्क दी जा रही है, जिससे उनके स्वास्थ्य में अच्छा सुधार हुआ है।

 

इसी तरह उच्च रक्तचाप से पीड़ित ग्राम के ही राकेश सोनी ने भी बताया कि वे पहले निजी अस्पताल में इलाज करवाते थे लेकिन अब साप्ताहिक हाट बाजार क्लिनिक में निःशुल्क जांच के साथ दवाईयां भी मिल रही है। अब वह हर सप्ताह हाट बाजार क्लिनिक आकर जांच कराते हैं, हाट बाजार क्लिनिक में मिल रही सुविधा से संतुष्ट होकर उन्होंने मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया।

हाट बाज़ारों हेतु एमएमयू के निर्धारित साप्ताहिक दिवस-

 

स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्तमान में जिले के कुल 17 साप्ताहिक हाट बाज़ारों में लोगों तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने हेतु एमएमयू वाहन उपलब्ध है। विकासखण्ड बैकुण्ठपुर के ग्राम कुडेली में सोमवार, ग्राम छिन्दडांड़ में मंगलवार, ग्राम कसरा में बुधवार, ग्राम सोरगा में गुरूवार, ग्राम जमगहना में शुक्रवार, ग्राम गदबदी में शनिवार, ग्राम कटकोना में रविवार, ग्राम चरचा में रविवार एवं ग्राम सलका में मंगलवार और विकासखण्ड सोनहत के ग्राम लटमा में सोमवार, ग्राम रजौली में मंगलवार, ग्राम सोनहत में बुधवार, ग्राम रावतसराई में गुरूवार, ग्राम रामगढ़ में शुक्रवार, ग्राम कुशहा में शनिवार, ग्राम उज्ञांव में रविवार और ग्राम कटगोडी में गुरूवार को हाट बाजार में मोबाइल मेडिकल यूनिट उपलब्ध ळें

 

 

 

 

 

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मुख्यमंत्री से सदगुरु कबीर विश्व शांति मिशन के प्रतिनिधिमंडल ने की भेंट

रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से यहाँ विधानसभा स्थित उनके कार्यालय कक्ष में संसदीय सचिव कुंवरसिंह निषाद के नेतृत्व में सदगुरु कबीर विश्व शांति मिशन (छत्तीसगढ़ संत संगठन) के प्रतिनिधिमंडल ने सौजन्य मुलाकात की।

उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश में कबीर शोध संस्थान की स्थापना की घोषणा करने पर उनका आभार व्यक्त किया।

 
इस अवसर पर संत संगठन के अध्यक्ष रविकर साहेब, सचिव संत श्री घनश्याम साहेब जी, संत बलवान साहेब, संत क्षेमेंद्र साहेब, संत पुराण साहेब, संत हेमेंद्र साहेब, संत गुरुपालन साहेब, संत शोधकर साहेब और संत बोधकर साहेब उपस्थित थे।

 

 
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री बघेल के द्वारा कबीर सत्संग मेला एवं युवोदय कार्यक्रम के अवसर पर छत्तीसगढ़ संत संगठन की मांग पर नया रायपुर में वृहद कबीर शोध संस्थान स्थापना की घोषणा की गई थी।       

 

 

 संत रविकर ने बताया कि कबीर शोध संस्थान में कबीर साहब के जीवन दर्शन पर म्यूजियम तैयार कर मूर्ति के रूप में दिया जाएगा, साथ ही कबीर साहेब की मूल रचना बीजक को शिलालेख किया जाएगा।

 
इस शोध संस्थान में मेडिटेशन हाल, वाचनालय ग्रंथालय, सभा सत्संग हाल के साथ ही कबीर स्तंभ, उद्यान, कबीर सरोवर आदि बनाए जाएंगे।

 

 

 

 

 

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विधानसभा में छत्तीसगढ़ मीडिया कर्मी सुरक्षा विधेयक-2023 पारित

आज का दिन छत्तीसगढ़ के लिए ऐतिहासिक, पत्रकार साथियों के लिए अविस्मरणीय: मुख्यमंत्री

रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विधानसभा परिसर में मीडिया प्रतिनिधियों से चर्चा करते हुए कहा कि आज का दिन छत्तीसगढ़ विधानसभा और छत्तीसगढ़ के लिए ऐतिहासिक दिन है, हमारे पत्रकार साथियों के लिए यह बहुत ही अविस्मरणीय दिन रहा है। क्योंकि आज छत्तीसगढ़ मीडिया कर्मी सुरक्षा विधेयक-2023 न केवल विधानसभा में प्रस्तुत हुआ, बल्कि पारित भी हुआ है। हमारे पत्रकार साथी जो अपनी जान जोखिम में डालकर, अंदरूनी क्षेत्रों में जाकर खबर लाते हैं। बहुत सारे ऐसे लेख भी लिखते हैं, जिनसे उनको, उनके परिवार के लोगों को खतरा बढ़ जाता है। साथ ही धनहानि के साथ जनहानि की संभावना भी बन जाती है। ऐसे में जितने भी हमारे पत्रकार हैं, चाहे वे इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के हांे, चाहे प्रिंट मीडिया के हो , चाहे पोर्टल के हो।सभी साथियों के जो ऑफिस में काम करते हैं और वो भी जो गांव में काम करते हैं, जिनका अधिमान्यता पत्र नहीं है उनका रजिस्ट्रेशन करने का, अगर प्रेस कहता है कि वो हमारे साथ हैं और जो लगातार छह महीने के अंदर उसमें तीन लेख लिखे हों या स्टोरी की हो, ऐसे लोगों को छत्तीसगढ़ मीडिया कर्मी सुरक्षा कानून के दायरे में लाया गया है, ताकि उनकी सुरक्षा हो सके। यदि कोई शासकीय कर्मचारी उनके साथ दुर्व्यवहार करते हैं तो उनकी शिकायत के लिए समिति बनी है। समिति को अधिकार संपन्न बनाया गया है। यह समिति प्रदेश स्तर पर होगी, जिसमें पत्रकार भी होंगे, उसमें अधिकारी गण भी होंगे, छह लोगों की समिति बनेगी, जो सुनवाई करेगी और आवश्यक निर्देश भी दे सकेगी और दण्ड का भी प्रावधान है। यदि उसके निर्णय से संतुष्ट नहीं हैं, तो अपील का भी प्रावधान रखा गया है। लेकिन यदि कोई गलत शिकायत करता है तो उसमें भी दण्ड का प्रावधान रखा गया है। देश में छत्तीसगढ़ मीडिया कर्मी सुरक्षा विधेयक-2023 की चर्चा भी थी, प्रदेश में बहुत दिनों से इसकी प्रतीक्षा भी थी। छत्तीसगढ़ देश का दूसरा राज्य है, जहां छत्तीसगढ़ मीडिया कर्मी सुरक्षा विधेयक पारित किया गया है। उन्होंने कहा कि जन घोषणा पत्र में हमने जो वादा किया था, आज उसमें से एक और वायदा पूरा कर दिया गया है।  

मुख्यमंत्री ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश श्री अफताब आलम जी की अध्यक्षता में एक प्रारूप समिति बनी थी, जिसके सदस्य न्यायमूर्ति सेवानिवृत्त न्यायाधीश अंजना प्रकाश, उच्चतम न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता राजूराम चन्द्रन, वरिष्ठ पत्रकार स्वर्गीय ललित सुरजन, प्रकाश दुबे, मेरे सलाहकार रूचिर गर्ग, महाधिवक्ता, विधि विभाग के प्रमुख सचिव, पुलिस महानिदेशक सभी इसके सदस्य थे।इस समिति ने अनेक बैठकें राज्य में और दिल्ली में करके विभिन्न संगठनों से चर्चा करके इसका प्रारूप बनाया और उसके बाद इसके प्रारूप को विभाग को सौंपा गया, विभाग द्वारा लंबा विचार-विमर्श करके इसको विधेयक का रूप दिया गया। राज्यपाल से अनुमति लेकर इसे विधानसभा में प्रस्तुत किया गया और आज विधानसभा में यह विधेयक पारित हुआ है। ऐसा विधेयक जो मूल विधेयक है और जो पहली बार छत्तीसगढ़ की विधानसभा में प्रस्तुत हुआ, विपक्ष के साथियों को भी इसमें अपनी राय रखनी थी। हालांकि सर्वानुमति से इस विधेयक को पारित किया गया।

 

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जल जीवन मिशन से हर घर जल का सपना हो रहा साकार

दन्तेवाड़ा छत्तीसगढ़ दर्पण)। दन्तेवाड़ा  ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की अति महत्वपूर्ण नल जल योजना लाई गई है योजना के तहत पानी टंकी निर्माण से लेकर पाइप लाइन विस्तार के साथ सभी घरों में नल का कनेक्शन किया जा रहा है।

जिससे इस जनकल्याणकारी योजना का लाभ आम लोगों को मिल रहा है। विभाग द्वारा ग्रामीणों को पीने का स्वच्छ जल उपलब्ध होने से उनके स्वास्थ्य के लिए लाभदायक सिद्ध हो रहा है। जिले के कुआकोंडा विकासखंड अन्तर्गत अरनपुर ग्राम पंचायत के आश्रित ग्राम मेंडपाल में जल जीवन मिशन के तहत पाइप लाइन बिछाने एवं नल कनेक्शन का कार्य पूर्ण कर लिया गया है।

 

जिससे नल जल योजना के तहत ग्राम पंचायतों में लोगों के घरों में नल से जल पहुंचना प्रारंभ हो गया है। इससे गांव के 35 परिवारों को शुद्ध पेयजल मिल रहा है शेष परिवारों तक शीघ्र पानी पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। पानी जीवन का अमूल्य हिस्सा है।

 

इसके बिना जीवन की कल्पना ही नही की जा सकती एक समय ऐसा भी था जब ग्रामीण क्षेत्रों में जल की समस्या बनी हुई थी जहां पर लोगों को पीने के पानी के लिए बहुत सी मुश्किलों का सामना करना पड़ता था, कई ग्रामीण क्षेत्र ऐसे भी हैं जहां कई किलोमीटर दूर पैदल चलकर मीलो सफर तय कर पीने के पानी की व्यवस्था करनी पड़ती थी, लेकिन आज शासन प्रशासन के प्रयास से अब पानी लोगों के घरों तक पहुंचने लगा है।

 

लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा जल जीवन मिशन अन्तर्गत नलजल, समूह नलजल योजनाओं को रेट्रोफिटिंग योजनाएं के माध्यम से गांव तक घरेलू नल कनेक्शन देने का कार्य किया जा रहा है। इस योजना के माध्यम से ऐसे ग्रामीण और सुदूर इलाके, जहां जल की उचित व्यवस्था नहीं है वहां हर घर में पाइप लाइन के माध्यम से पानी पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है।

 


अब ग्रामीण क्षेत्रों में गांव की महिलाओं के चेहरे पर पानी को लेकर चिंता की रेखायें नजर नहीं आएंगी। ग्रामीण क्षेत्रों में भी जल की समस्या को दूर किया जा रहा है। और हर घर जल की संकल्पना साकार किया जा रहा है।

 

 
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पूर्व विधायक नीलिमा सिंह टेकाम का निधन, मुख्यमंत्री ने जताया शोक..

रायपुर  छत्तीसगढ़ दर्पण)। पूर्व भाजपा विधायक नीलिमा सिंह टेकाम का बुधवार को निधन हो गया। वे अस्वस्थ थीं और तबीयत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। मुख्यमंत्री बघेल ने उनके निधन पर शोक जताया है। उन्होंने शोक संतप्त परिजन के प्रति संवेदना प्रकट की है।

डौंडीलोहारा से विधायक रहीं नीलिमा सिंह टेकाम को भाजपा ने 2008 में अपना प्रत्याशी बनाया था। इस चुनाव में उन्हें जीत मिली और विधानसभा पहुंची थी। उन्होंने कांग्रेस की अनिता कुमेटी को हराया था। नीलिमा का जन्म मध्यप्रदेश के सिवनी में एक अगस्त 1970 को हुआ था। उनकी शादी राज परिवार में लाल महेंद्र सिंह टेकाम से हुई थी। उनके दो बेटे हैं। दो साल पहले उनके पति का भी निधन हो गया था। वे भी विधायक रह चुके हैं। 2018 में उन्हें भाजपा ने प्रत्याशी बनाया था, लेकिन अनिला भेंडिया से वे हार गए थे।

 


नीलिमा टेकाम ने बीए तक की शिक्षा प्राप्त की थी। वे जिला भूमि विकास बैंक दुर्ग की उपाध्यक्ष भी रह चुकी हैं। विधायक रहते हुए वे महिलाओं व बालकों के कल्याण संबंधी समिति, शासकीय आश्वासनों संबंधी समिति और गैर सरकारी सदस्यों के विधेयकों के व संकल्पों संबंधी समिति की सदस्य थीं।

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नवरात्रि पर जगमगाया देवी मां का दरबार, 25000 ज्योति कलश प्रज्वलित

 

बिलासपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। बिलासपुर जिले के रतनपुर स्थित महामाया देवी की पूजा देश के 51वीं शक्तिपीठ के रूप में होती है। यहां पूरे नौ दिनों तक नवरात्र पर्व की धूम रहेगी।

 

इस बार देवी मंदिर में 25 हजार ज्योति कलश प्रज्वलित की गई है। वहीं, लखनी देवी मंदिर में जवारा कलश का विशेष महत्व है। यहां इनकी पूजा मां अन्नपूर्णा के रूप में की जाती है। यही वजह है कि 28 साल से मंदिर में ज्वारा कलश स्थापित किए जा रहे हैं।

चैत्र नवरात्रि पर्व पर इस बार रतनपुर स्थित प्रसिद्ध महामाया देवी मंदिर में पूरे नौ दिनों तक यहां शतचंडी यज्ञ के साथ ही जसगीत का आयोजन भी होगा। वहीं, सप्तमी पर्व की रात पदयात्री हजारों की संख्या में देवी दर्शन करने पहुंचेंगे। यहां नौ दिनों तक श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहेगी। यहां 31 हजार ज्योति कलश प्रज्वलित करने का विश्व रिकॉर्ड भी है। पूरे नौ दिनों तक मंदिर में श्रद्धालु सुबह पांच बजे से रात 12 बजे तक दर्शन कर सकेंगे।

 

मंदिर ट्रस्ट के उपाध्यक्ष सतीश शर्मा ने बताया कि मंगलवार को महामाया मंदिर में नवरात्रि पर्व की तैयारी पूरी कर ली गई थी। शाम 4 बजे तक भक्तों ने माता के दर्शन किए। इसके बाद मंदिर का पट बंद कर दिया गया। शाम 4 से लेकर रात 10 बजे तक माता का शुद्धिकरण किया गया। गर्भ गृह का शुद्धिकरण मुख्य पुजारी शशि मिश्रा व उनके परिवार ने किया।

 

बुधवार की सुबह 5 बजे माता का नव श्रृंगार किया गया। उन्हें अभिषेक कराया गया। नए वस्त्र धारण कराए गए। स्वर्ण मुकुट व नथिया पहनाई गई। सुबह 7 बजे से घट स्थापना शुरू हुई। इसके बाद माता 9 दिन व रात पूजा की मुद्रा में रहेंगी। भक्त माता का दर्शन करेंगे। 9वें दिन माता का श्रृंगार होगा।

देवी आराधना के साथ ही नवसंवत्सर की भी शुरुआत हो गई है। शुक्ल और ब्रह्म योग में पहले दिन शैलपुत्री की पूजा की गई। इसके साथ ही घट स्थापना कर मनोकामना ज्योति प्रज्वलित की गई। दुर्गा सप्तशती के अनुसार बुधवार को नवरात्र होने से माता का आगमन नौका पर होगा, जो फसल, धन-धान्य और विकास के लिए लाभदायक रहेगा।

 

रतनपुर के महामाया मंदिर ट्रस्ट की ओर संचालित लखनी देवी (महालक्ष्मी) मंदिर में ज्योति कलश से ज्यादा महत्व जवारा का रहता है। मान्यता है कि यहां जवारा की पूजा मां अन्नपूर्णा के रूप में होती है। 28 साल से यहां कलश स्थापित किया जा रहा है।

गांव में लोगों की यह भी मान्यता है कि जवारा जितना अच्छा रहेगा, उतनी अच्छी फसल होगी। यहां दर्शन करने से मनोकामना पूर्ण होती है। यही वजह है कि मंदिर में 101 ज्योति कलश और 721 ज्वारा कलश स्थापित किया गया है। लखनी देवी मंदिर में मन्नत पूरी होने पर श्रद्धालु जवारा कलश स्थापित करते हैं।

 

रतनपुर स्थित महामाया देवी सहित जिले के 12 प्रमुख देवी मंदिरों में इस बार 30 हजार 310 मनोकामना ज्योति कलश प्रज्जवलित की गई है। चैत्र नवरात्र इस बार पूरे नौ दिनों के होंगे और इस दौरान 16 विशेष योग बन रहे हैं, जिनमें चार सर्वार्थ सिद्धि, चार रवि योग, दो अमृत सिद्धि योग, दो राजयोग और एक-एक द्विपुष्कर व गुरु पुष्य का संयोग बनेगा। आखिरी नवरात्र 30 मार्च के दिन महागौरी पूजन व रामनवमी पर गुरु पुष्य योग का दुर्लभ योग रहेगा।

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छत्तीसगढ़ में कोरोना से महिला की मौत

बिलासपुर  (छत्तीसगढ़ दर्पण)।  कोरोना महामारी पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है। बीच-बीच में ये अपने तेवर दिखा रहा है। बीते शनिवार को शहर के व्यापार विहार क्षेत्र में रहने वाली 43 वर्षीय कोरोना पाजिटिव महिला की मौत हो गई है। उसका इलाज बीते 10 दिनों से शहर के अलग-अलग निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। मृतक महिला का 21 वर्षीय बेटे के भी कोरोना पाजिटिव होने की पुष्टि की गई है।

व्यापार विहार के श्रीराम टावर के पास रहने वाली 43 वर्षीय महिला की हालत बीते 10 दिनों से गंभीर बनी हुई थी। वह सर्दी, खांसी, बुखार से पीड़ित थी। जिसके हालत में सुधार नहीं हो पा रहा था। ऐसे में बीते 16 मार्च को सिम्स के पास स्थित एक निजी अस्पताल में उसे गंभीर हालत में भर्ती किया गया। जांच में उसका आक्सीजन लेवल 40 पाया गया। वहीं लक्षण से उसके कोरोना पाजिटिव होने की आशंका भी बढ़ गई। ऐसे में अस्पताल प्रबंधन ने उसका आरटीपीसीआर कोरोना टेस्ट कराया।

 

17 मार्च को उसकी रिपोर्ट कोरोना पाजिटिव आई। ऐसे में महिला को गंभीर हालत में वेंटीलेटर में रखकर इलाज किया जा रहा था। 18 मार्च की शाम उसकी मौत हो गई। मौत के बाद इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग को दी गई। इसके बाद कोरोना प्रोटोकाल के तहत शव को अंतिम संस्कार के लिए स्वजन को सौंपा गया। मालूम हो कि मृतक महिला का 21 वर्षीय बेटा भी कोरोना संक्रमित हो चुका है। उसका इलाज आइसोलेशन में रखकर किया जा रहा है।

 

स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी दी है कि मृतक महिला व्यापार विहार के श्रीराम टावर्स के पास की रहने वाली है। ऐसे में विभाग की ट्रेसिंग टीम को सक्रिय कर दिया गया है। सोमवार को ट्रेसिंग टीम क्षेत्र में जाकर आसपास के घरों का सर्वे करेगी। साथ ही महिला के संपर्क में आने वालों का कोरोना सैंपल लिया जाएगा।

 

यह बात भी सामने आई है कि अब कोरोना के मामलों को लेकर स्वास्थ्य विभाग जानकारी सार्वजनिक नहीं कर रहा है। कई निजी अस्पतालों से मिली जानकारी के अनुसार ट्रेवल हिस्ट्री वाले कोरोना संक्रमित मिल रहे हंै। उनका विभिन्न् निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। जबकि स्वास्थ्य विभाग को आंकड़ों में जिले में कोरोना की स्थिति लगातार दिनों में शून्य दिखाया जा रहा है। कोरोना से महिला की मौत 18 मार्च को हुई है, लेकिन इस बात को भी सावर्जनिक नहीं किया गया था।

 

सीएमएचओ डा. अनिल श्रीवास्तव ने बताया कि निजी अस्पताल में एक महिला की मौत कोरोना से हुई है। उसकी आरटीपीसीआर से जांच में कोरोना की पुष्टि की गई थी। क्षेत्र में ट्रेसिंग कराई जाएगी।

 

 

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मौसम विभाग ने जारी किया यलो अलर्ट, बारिश के आसार

रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। पिछले चार दिनों से छत्‍तीसगढ़ में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। चार दिन पहले तक जहां लोग गर्मी से परेशान होने लगे थे, वहीं अब बारिश के चलते हल्की ठंड का सामना कर रहे हैं।

शुक्रवार को हल्की बूंदाबांदी के बाद शनिवार की दोपहर में तेज बारिश हुई थी और रविवार की शाम से रात तक करीब दो घंटे तक रुक-रुक बारिश हुई। शनिवार को हुई बारिश के बाद ही तापमान में काफी गिरावट आई। दिन के अधिकतम तापमान में आठ डिग्री और रात के न्यूनतम तापमान में सात डिग्री तक की गिरावट आई है। कई लोग तो शाम को स्वेटर और गर्म कपड़े पहने हुए नजर आए। मौसम विभाग ने अगले दो से तीन दिनों तक तेज हवाओं और गरज चमक के साथ बारिश होने की आशंका जताई है। जबकि 13 जिलों के यलो अलर्ट जारी किया है।

रविवार की शाम करीब सात बजे से तेज हवाओं और गरज चमक के साथ जोरदार बारिश हुई। बारिश इतनी तेज थी कि नेशनल हाईवे से गुजरने वाली वाहनों की रफ्तार भी धीमी हो गई। लोग दुकानों और भवनों के नीचे छिपकर बारिश बंद होने का इंतजार करते रहे। शाम सात बजे से शुरू हुई बारिश करीब आठ बजे बंद हुई।

इसके बाद फिर से नौ बजे से बारिश शुरू हुई और 10 बजे के बाद बंद हुई। शनिवार की दोपहर में एक घंटे की बारिश के बाद तापमान में अच्छी खासी गिरावट हुई। दिन का अधिकतम तापमान 36.2 डिग्री से घटकर 28.2 डिग्री आ गया और रात का तापमान 21.2 डिग्री से गिरकर 14.2 आ पहुंचा। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि सोमवार को प्रदेश के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। दुर्ग जिले में भी शाम और रात तक तेज हवाओं और गर चमक

 

 
 
 

 
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आजाद हिन्द फौज से भारत को मिली 1947 में आजादी: डॉ. ओमजी उपाध्याय

श्रेष्ट भारत के निर्माण में युवाओं का महत्वपूर्ण योगदान: कुलपति

रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। राष्ट्रीय आंदोलन में सुभाषचंद्र बोस और आजाद हिंद फौज की भूमिका पर केन्द्रित राष्ट्रीय संगोष्ठी के समापन अवसर पर भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद के निदेशक डॉ. ओमजी उपाध्याय ने कहा कि देश में इतिहास लेखन की आठ धाराएं साथ-साथ चल रही थी, जिसमें सुभाषचंद्र बोस की धारा भी शामिल थी। उन्होंने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नेतृत्व में संचालित आजाद हिन्द फौज के भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन के सहयोग के कारण ही अंग्रेजों ने 15 अगस्त 1947 को भारत को आजाद करने का निर्णय लेना पड़ा।

डॉ. ओमजी उपाध्याय ने कहा कि ब्रिटिश फौज के भारतीय सैनिकों पर अंग्रेजों को भरोसा नहीं था कि भारतीय सैनिक अंग्रेजों के निर्देश पर कार्य करेंगे। अंग्रेजों को ऐसी सूचना मिल रही थी कि ब्रिटिश भारतीय सैनिक आईएनए के मार्गदर्शन में कार्य कर सकते है। ऐसी स्थिति में अंग्रेजों की साम्राज्यवादी व्यवस्था ध्वस्त हो सकती है, इसलिए समय पूर्व 15 अगस्त 1947 को भारत को आजाद करने का निर्णय लिया। उन्होंने लुईफिशर के वाक्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि नेताजी देश भक्तों के देशभक्त थे और उनके होते हुए देश का विभाजन नहीं हो सकता। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता रविन्द्र भारती विश्वविद्यालय कोलकाता के इतिहास विभाग, विभागाध्यक्ष प्रो. एच. के. पटेल, कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि गुरु घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. प्रवीण कुमार मिश्र ने भी अपने संगोष्ठी में अपने विचार व्यक्त किए।

 


 

कार्यक्रम के अध्यक्षता करते हुए पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. के.एल. वर्मा ने कहा कि देश भक्ति की भावना को  जीवन्त बनाने और नई पीढ़ी को शोध के लिए नवीन दृष्टिकोण देने में यह आयोजन सफल होगा। उन्होंने श्रेष्ट भारत के निर्माण में युवाओं के योगदान को रेखांकित किया। तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी जिसमें कुल 63 शोध पत्रों का वाचन किया गया, जिसमें देश के विभिन्न राज्यों के कुल 10 रिसोर्स पर्सन ने शोध पत्र का वाचन कर आधार वक्ता के रूप में शोधार्थियों के समक्ष अपने विचार व्यक्त किए। तृतीय दिवस के प्रथम सत्र के सत्राध्यक्ष डॉ. शंपा चौबे ने कहा कि सुभाषचंद्र बोस ने गुलामी को भारत का अभिशाप बताया और इसे स्वाधीन कराने के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया।

 

रिसोर्स पर्सन डॉ. सुधी मण्डलोई ने नेशनल प्लानिंग कार्य को तैयार करने में सुभाषचंद्र बोस की भूमिका का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि सुभाषचंद्र बोस नेशनल प्लानिंग में भारत की एकता और समन्वय तथा आधारभूत ढांचा तैयार करने एवं भारत की बढ़ती जनसंख्या व गरीबी भूखमरी, रोग से लड़ने के लिए मसौदा तैयार करना चाहिए। उन्होंने कुटीर उद्योग व बृहत उद्योग के समन्वित विकास पर जोर दिया। इस सत्र में कुल 08 शोधपत्रों का वाचन शोधार्थियों के द्वारा किया गया। तृतीय दिवस 19 मार्च 2023 की शुरुआत सप्तम सत्र के रूप में हुई, जिसके इसके सत्राध्यक्ष डॉ. शंपा चौबे, रिसोर्स पर्सन डॉ. सुधि मंडलोई और रिपोर्टियर डॉ. शैलेन्द्र सिंह, सहायक रिपोर्टियर संदीप मेश्राम एवं कु. ममता थी। रिसोर्स पर्सन डॉ. सुधी मण्डलोई ने नेशनल प्लानिंग कार्य को तैयार करने में सुभाषचंद्र बोस की भूमिका का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि सुभाषचंद्र बोस नेशनल प्लानिंग में भारत की एकता और समन्वय तथा आधारभूत ढांचा तैयार करने एवं भारत की बढ़ती जनसंख्या व गरीबी भूखमरी, रोग से लड़ने के लिए मसौदा तैयार करना चाहिए। उन्होंने कुटीर उद्योग व बृहत उद्योग के समन्वित विकास पर जोर दिया। इस सत्र में कुल 08 शोधपत्रों का वाचन शोधार्थियों के द्वारा किया गया।

 

 

अष्टम व अंतिम सत्र के सत्राध्यक्ष सत्राध्यक्ष प्रो. रामकुमार बेहार ने गांधीजी का कांग्रेस पर नियंत्रण एवं उनके विचारों को छत्तीसगढ़ में भी चुनौती देने की बात कही। रिसोर्स पर्सन डॉ. पूजा शर्मा एवं रिपोर्टियर डॉ. सरिता दुबे रिसोर्स पर्सन डॉ. पूजा शर्मा ने नेताजी सुभाषचंद्र बोस का धार्मिक दर्शन एवं धर्मनिरपेक्षता पर महत्वपूर्ण जानकारी प्रस्तुत की। इस सत्र में कुल 6 शोध पत्रों का वाचन किया गया। शोध पत्र वाचन के कढ़ी में शोधार्थी  अनिल कुमार काटने ने आजाद हिंद फौज एवं महिलाओं की भूमिका में कैप्टन लक्ष्मी सहगल के योगदान को रेखांकित किए।

 

 

पूजा कुमारी ने अपने शोध पत्र वाचन में झांसी रानी रेजीमेण्ट पर आधारित जानकारी प्रस्तुत की। शोधार्थी संदीप कुमार मेश्राम ने सेलुलर जेल में आई.एन.ए. के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्रस्तुत की। अतिथियों का छत्तीसगढ़ का राजकीय गमछा और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया। इस अवसर पर रविन्द्र भारतीय विश्वविद्यालय कोलकाता के प्रो. एच. के. पटेल विभागाध्यक्ष प्रो. प्रियंबदा श्रीवास्तव, वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक डॉ. डी.एन. खूटे ने भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए।

 

 


 

तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी में वरिष्ठ इतिहासकार बी.एल. भदानी, प्रो. एस. एल. निगम, प्रो. के.के. अग्रवाल, प्रो. ए.के. पटनायक, प्रो. रामकुमार बेहार, प्रो. मुकेश कुमार, इतिहास अध्ययनशाला के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. रमेन्द्र नाथ मिश्र, प्रो. आभा रूपेन्द्रपाल सहित वरिष्ठ इतिहासकार, संयुक्त संचालक जनसंपर्क धनंजय राठौर सहित शोधार्थी और बड़ी संख्या में भूतपूर्व और छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

 

 

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