क्राइम पेट्रोल

बेटों ने की सौतेले पिता की हत्या, गिरफ्तार

अंबिकापुर:  शहर से लगे ग्राम कांतिप्रकाशपुर में दो भाइयों ने सौतेले पिता की धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दी। मृतक कल्लू बखला द्वारा खाने के लिए मछली नहीं देने और डांट कर भगा देने से नाराज पुत्रों ने घटना कारित की। पुलिस ने आरोपित विकाश उर्फ़ नन्नू बखला (20) तथा उसके नाबालिग छोटे भाई को गिरफ्तार कर लिया है।

जानकारी के अनुसार कोतवाली पुलिस को सूचना मिली थी कि ग्राम कांतिप्रकाशपुर में कल्लू बखला का शव खून से लथपथ घर में ही पड़ा हुआ है। सूचना पर सहायक उपनिरीक्षक अभिषेक पांडेय के नेतृत्व में पुलिस टीम तत्काल मौके पर पहुंची।जांच में पता चला कि मृतक कल्लू बखला की पत्नी की पहले मौत हो चुकी है।उसने दूसरी महिला को बतौर पत्नी साथ रखा है। उसके तीन बच्चे थे। उसकी दूसरी पत्नी इन दिनों बाहर गई हुई है।

उसके दो सौतेले बेटे एक अन्य मकान में रहते थे।दोनों कबाड़ बीनने का काम करते थे। रविवार को कल्लू बखला ने मछली बनाया था। बेटी के साथ उसने रात को मछली खाई थी।बेटों को उसने मछ्ली खाने नहीं दिया था। रात को जब दोनों बेटों को इस बात की जानकारी मिली तो दोनों सौतेले पिता के घर पहुंचे।

उन्होंने भी मछली खाने के लिए मांगा।पिता ने दोनों को डांट कर भगा दिया। दोनों को कथित रूप से उसने यह भी बोल दिया कि अब तुम लोग अपनी व्यवस्था खुद देखो। इससे दोनों वापस लौट आए। सौतेले पिता का यह व्यवहार उन्हें पसंद नहीं आया। देर रात दोनों फिर वहां पहुंचे। विवाद होने पर दोनों ने पिता पर धारदार हथियार से वार कर दिया। गंभीर चोट आने के कारण कल्लू बखला की मौके पर ही मौत हो गई। गांव पहुंची पुलिस टीम ने घेराबंदी कर दोनों सौतेले पुत्रों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपित विकास उर्फ़ नन्नू बखला ने नाबालिग छोटे भाई के साथ मिलकर विवाद होने पर फावड़ा एवं टांगी से वार कर हत्या करना स्वीकार किया। विधि से संघर्षरत बालक को बाल संप्रेक्षण गृह एवं आरोपित को न्यायिक रिमांड पर केंद्रीय जेल भेजा गया है।

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प्रेमी ने प्रेमिका संग मिट्टी तेल डालकर खुद को लगाई आग, जुर्म दर्ज

रायपुर: राजधानी के खमतराई थाना क्षेत्र में एक युवक ने अपनी प्रेमिका और अपने ऊपर मिट्टी तेल डालकर आग लगा ली।

 

पुलिस के मुताबिक मूलत: उत्तरप्रदेश निवासी जीवन दुबे ने सिक्योरिटी एजेंसी में अकाउंटेट का काम करने वाली 22 साल की युवती और अपने ऊपर मिट्टी तेल डालकर आग लगाया है। आग से युवती 50 प्रतिशत से ज्यादा झुलस गई है। उसकी हालत गंभीर बताई गई है। जबकि जीवन 35 प्रतिशत झुलसा है। दोनों का उपचार चल रहा है।

जीवन ने अपने और युवती के ऊपर दोपहर में ट्रांसपोर्ट नगर पार्किंग-1 के पास अपने आफिस के बाहर आग लगाने की घटना को अंजाम दिया है। खमतराई थाना पुलिस द्वारा युवक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया गया है।

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आईएसआईएस के 5 आतंकी गिरफ्तार, रच रहे थे ब्लास्ट की साजिश

 बेंगलुरु: कर्नाटक में आईएसआईएस के टेरर मॉड्यूल का पर्दाफाश हुआ है। प्रदेश की सेंट्रल क्राइम ब्रांच ने 5 संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है।

इनकी पहचान सैयद सुहेल, उमर, जनिद, मुदासिर और जाहिद के रूप में की गई है। थोड़ी देर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा।

पुलिस को आशंका है कि इन संदिग्ध आतंकियों ने बेंगलुरु में धमाका करने की योजना बनाई थी। पांचों 2017 के एक हत्या मामले में आरोपी थे। इसी मामले में इन्हें परप्पाना अग्रहारा सेंट्रल जेल में रखा गया था, जहां वे आतंकवादियों के संपर्क में आए। सीसीबी ने विस्फोटक सामग्री भी जब्त की है।

अधिकारियों का मानना है कि इन्हें सीमा पार से हथियार सप्लाय हुए हैं। ये हथियार राजस्थान या गुजरात सीमा से इन तक पहुंचे हैं।

कश्मीर में घुसपैठ की साजिश नाकाम

इस बीच, कश्मीर में घुसपैठ की साजिश नाकाम की गई है। भारतीय सेना की चिनार कोर के अधिकारियों के मुताबिक, सेना, बीएसएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा शुरू किए गए संयुक्त अभियान में कुपवाड़ा के मच्छल सेक्टर में एलओसी के पास बुधवार सुबह घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया गया। 2 आतंकवादियों को मार गिराया गया और 4 एके राइफलें, 6 हैंड ग्रेनेड और अन्य हथियार बरामद किए गए हैं।

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दो फरार आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार

दंतेवाड़ा: जिले में साल 2018 को खेत गए एक युवक को 6 लोगों ने मिलकर कुल्हाड़ी से वारकर काट डाला था। इस वारदात के 5 साल बाद पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जबकि, 3 लोग अब भी फरार हैं। एक अन्य आरोपी की गिरफ्तारी उसी समय हो गई थी। बताया जा रहा है कि, युवक पर सुअर पकड़ने का आरोप लगाकर पहले पीटा, फिर कुल्हाड़ी से वारकर उसकी हत्या कर दी थी। मामला जिले के किरंदुल थाना क्षेत्र का है।

जानकारी के मुताबिक, 18 दिसंबर 2018 को पीरनार स्कूल पारा का रहने वाला युवक विज्जा कुंजामी रात में अपने खेत की तरफ गया हुआ था। घर लौटते वक्त उसे रास्ते में उसी गांव के भीमा कुंजामी, गुड्डी कर्मा, सन्नू मड़कामी, हुर्रा कर्मा समेत अन्य लोग मिले। जिन्होंने विज्जा पर सुअर खोजने और उसे मारने का आरोप लगाया था। इसके बाद पहले उसे डंडे से पीट-पीटकर अधमरा किया, फिर कुल्हाड़ी से वारकर उसकी जान ले ली थी। अभी आरोपी शराब के नशे में थे।

वारदात के बाद सभी आरोपी फरार हो गए थे। जब युवक घर नहीं पहुंचा तो परिजन उसे ढूंढने के लिए निकले थे। उन्होंने खेत पर खून से सनी लाश मिली थी। इसके बाद इस मामले की जानकारी पुलिस को दी गई थी। पुलिस ने मामले की जांच की और हत्यारों की खोजबीन शुरू की थी। जिसके बाद शक के आधार पर एक युवक भीमा कुंजामी को पुलिस ने उसी समय पकड़ लिया था। उसे जब पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म कबूल लिया था। अन्य 5 आरोपी फरार थे। इसी बीच 10 जुलाई को पुलिस को खबर मिली कि हुर्रा कर्मा और सन्नू मड़कामी ये दोनों गांव आए हुए हैं। पुलिस ने एक टीम बनाई और दोनों आरोपियों को पकड़ने के लिए गांव में दबिश दी। घेराबंदी कर इन दोनों को उनके घर से ही पकड़ लिया गया। फिर उन्हें कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने बताया कि हत्या के मामले में शामिल अन्य तीन आरोपी फरार हैं।। जिनकी तलाश की जा रही है।

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लिव-इन पार्टनर की नृशंस हत्या, शव के 100 टुकड़े कर मिक्सर में पिसा, कुकर में उबाला

मुंबई (छत्तीसगढ़ दर्पण) कुछ माह में श्रद्धा मर्डर केस ने पूरे देश को हिला कर रख जैसा था, जिसमें लिव-इन पार्टनर ने अपनी दोस्त श्रद्धा की हत्या के बाद कटर से 36 टुकड़े कर दिए थे और फ्रिज में रख दिया था। कुछ ऐसा ही मामला अब मुंबई में सामने आया है, जिसमें लिव-इन पार्टनर की जघन्यता से हत्या कर दी गई है।

मुंबई में 56 साल के मनोज साहनी नाम के व्यक्ति ने अपनी लिव-इन पार्टनर 36 वर्षीय सरस्वती वैद्य की नृशंस हत्या कर 100 से ज्यादा टुकड़े कर दिए। मनोज ने सरस्वती की हत्या के बाद शव को मिक्सर में पीस कर भी उबाला, ताकि शव की बदबू न फैले। पुलिस ने आरोपी मनोज साहनी को गिरफ्तार कर लिया है।

श्रद्धा वालकर से भी ज्यादा नृशंस हत्या
दिल्ली में हुए श्रद्धा वालकर की भी ऐसी ही नृशंस हत्या की गई थी, जिसमें लिव-इन में रह रहे व्यक्ति ने अपनी प्रेमिका की हत्या कर दी। ताजा मामला मुंबई में मीरा रोड पर मौजूद नया नगर पुलिस थाना इलाके की गीता-आकाशदीप सोसायटी का है। यहां सोसायटी की 7वीं मंजिल पर 56 साल का मनोज साहनी अपनी लिव इन पार्टनर 36 साल की सरस्वती वैद्य बीते कुछ समय से रह रहा था। कुछ समय से दोनों में आपसी मनमुटाव बढ़ते जा रहा था। सोसायटी में रहने वाले लोगों ने बताया कि मनोज साहनी के अपार्टमेंट से कुछ दिनों से काफी बदबू आ रही थी। पड़ोसियों ने बदबू से परेशान होकर पुलिस का जानकारी दी थी।

100 टुकड़ों में मिलता सरस्वती का शव
पुलिस जब मनोज के फ्लैट में पहुंची तो गेट खुलते ही तेज बदबू से सभी परेशान हो गए। जांच करने पर घर में सरस्वती का शव 100 टुकड़ों में मिला। पुलिस भी वहां का मंजर देखकर हैरान रह गई। पुलिस ने तत्काल मनोज साहनी को गिरफ्तार कर लिया गया। सख्ती से पूछताछ पर उसने लिव इन पार्टनर सरस्वती की हत्या का गुनाह भी कबूल कर लिया।

पेट काटने की मशीन से काटा शव, कुकर में उबाला
मनोज ने पुलिस को बताया कि सरस्वती के साथ झगड़ा होने के बाद उसने हत्या कर दी थी और बाजार से पेड़ काटने वाली मशीन लाकर शव को कई टुकड़ों में काटा। शव से बदबू न आए इसलिए मिक्सर में पीसकर कुकर में उबाल दिया था। पुलिस के मुताबिक महिला के सिर्फ पैर का हिस्सा बरामद हुआ था। बाकी हिस्सा टुकड़े-टुकड़े कर दिया था।

3-4 दिन पहले हुई हत्या
पुलिस के मुताबिक ऐसा लगता है कि मनोज ने सरस्वती की हत्या 3-4 दिन पहले की हो। फिलहाल शव के टुकड़ों को इकठ्ठा कर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है। फ्लैट को सील कर दिया गया है। मुंबई पुलिस के मुताबिक मनोज साहनी मुंबई के बोरीवली इलाके में दुकान चलाता है। वहीं सरस्वती वैद्य के परिवार के बारे में जानकारी हासिल की जा रही है।

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आईएएस की तैयारी कर रहे छात्र की हत्या, प्रेम संबंध का शक

बिलासपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। शहर में अंबिकापुर के छात्र की हत्या करके कार सवार बदमाशों ने लाश को रायपुर नेशनल हाईवे पर छोड़ दिया और भाग गए।


मंगलवार सुबह 11 बजे दिल्ली आईएएस कोचिंग एकेडमी से लौटते हुए यश साहू ने आखिरी बार अपने पिता से बात की तो वह डरा सहमा लग रहा था। फिर उसने पिता से सोने जाने की बात कही। पूरा मामला सिरगिट्‌टी थाना क्षेत्र का है।

बिलासपुर में मंगला के चंद्र विहार कॉलोनी में किराये के रूम में यश साहू रहता था। उसके पिता किराना का व्यवसाय अंबिकापुर में करते हैं।

सोशल मीडिया पर मृतक की तस्वीर वायरल करके पुलिस ने छात्र की पहचान की है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कार की पहचान करके हत्यारों की तलाश की जा रही है। प्रारंभिक जांच में अफेयर के चलते हत्या की आशंका जताई जा रही है।

अब जानिए पूरा मामला...
आरोपियों ने मृतक यश साहू के मोबाइल से उसके दोस्त हार्दिक बंसल को मंगलवार शाम करीब 5 बजे फोन पर कहा, अपने दोस्त यश साहू को ले जाओ। जिसके बाद हार्दिक बंसल कुछ लोगों के साथ यश साहू को लेने आरोपियों द्वारा बताई गई जगह पर गया, लेकिन वहां कोई नहीं मिला। आरोपियों ने काफी देर तक मृतक के दोस्तों को गुमराह करते रहे। फिर रेलवे स्टेशन के पास यश साहू का मोबाइल फेक कर चल गए।

जबकि मंगलवार की दोपहर 2 से 2.30 बजे के बीच सिरगिट्टी पुलिस को सूचना मिल गई थी कि, परसदा स्थित गुंबर पेट्रोल पंप के पास युवक का शव सड़क पर पड़ा है। यानि युवक का शव फेंकने के बाद भी शाम 5 बजे उसके दोस्तों को गुमराह किया जा रहा था।

रायपुर हाईवे से गुजरने वाले स्थानीय लोगों ने बताया, एक कार आकर वहां रुकी थी। पहले किसी ने उस पर ध्यान नहीं दिया। कुछ देर बाद उसमें सवार लोग शव को फेंककर भाग गए। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव की पहचान करने की कोशिश में जुट गई थी।

अफेयर के चलते हत्या की आशंका
बताया जा रहा है कि छात्र अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने गया था। जहां लड़की के रिश्तेदारों ने उसे देख लिया होगा। छात्र जींस पहना हुआ था। पर उसके अंडरगारमेंट नहीं थे। ऐसे में पुलिस को शक है कि लव अफेयर के चलते उसकी हत्या की गई होगी।

सोशल मीडिया के माध्यम से दोस्तों ने की पहचान
जब युवक की पहचान नहीं हुई, तब पुलिस ने आसपास के सरहदी थानों के साथ ही सोशल मीडिया में तस्वीर वायरल की। इस बीच रात में युवक तस्वीर देखकर उसके दोस्तों ने शव की पहचान अंबिकापुर जिले के यश साहू (18) पिता राजेश साहू के रूप में की। वह कॉलेज स्टूडेंट था। और पीएससी की कोचिंग भी करता था।

भीड़भाड़ इलाके में लाश फेंकने पर बड़ा सवाल
शव किसी सुनसान स्थान पर ठिकाना लगाया जा सकता था पर बड़ी बात यह है कि आरोपियों ने उस स्थान को क्यों चुना जहां चौबीसों घंटे भीड़ रहती है। घटनास्थल के करीब ही हाईटेक बस स्टैंड, सिरगिट्टी मार्ग, पेट्रोल पंप और बड़े होटल और शादी घर है। मार्ग से गुजरने वाले मजदूरों ने पुलिस को बताया कि जिस समय गाड़ी रुकी दोपहर का लू चल रहा था और वहां कोई मौजूद नहीं था।

नाक से खून, सिर के पीछे चोट,अपहरण व हत्या की आशंका
युवक के नाक से खून बहा हुआ था। इसी तरह सिर के पीछे की ओर चोट व शरीर पर चोट के निशान हैं। मामला अपहरण के बाद हत्या का भी हो सकती है। यही वजह है कि पुलिस सभी एंगल से जांच कर रही है। घटना के समय एसपी संतोष कुमार सिंह पुलिस अफसरों व जिले के थानेदारों की मीटिंग ले रहे थे।
 

 

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घर में सो रहे दंपत्ति पर जानलेवा हमला, पति की मौत

कांकेर (छत्तीसगढ़ दर्पण) छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के दुधावा थाना क्षेत्र के बिहावापारा में घर में सो रहे दंपत्ति पर अज्ञात हमलावरों ने कुल्हाड़ी से हमला किया है।


हमले में घायल दंपती को जिला अस्पताल लाया गया है जहां उपचार के दौरान पति ने दम तोड दिया है। महिला के सिर व चेहरे में गंभीर चोट लगी घायल महिला को प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रायपुर रेफर किया गया है।

वहीं 16 वर्षीय नाबालिग हमले के बाद लापता है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच पुलिस जांच में जुटी है। फिलहाल लापता नाबालिग की कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। हमला का कारण भी अज्ञात है।

 

 

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रायपुर में युवक का अपहरण, कवर्धा से हुआ बरामद

रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण) छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में शुक्रवार रात करीब 9 बजे सरेआम कारोबारी का अपहरण हो गया। ये कांड वैसे ही हुआ जैसे फिल्मी सीन में होता है।

बदमाशों का गैंग आया और कारोबारी को घेरकर गाड़ी में साथ बैठाकर ले गया। कोई कुछ नहीं कर सका। ये वारदात डंगनिया मोड़ सुंदर नगर इलाके में हुई।

सूचना मिलने के बाद पुलिस ने पूरे शहर में नाकेबंदी कर दी, और बदमाशों की तलाश में जुट गई। रात करीब 1 बजे के आस-पास कारोबारी युवक कवर्धा में मिला। आरोपी अब भी फरार हैं। उनकी तलाश की जा रही है।

रायपुर एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने बताया, शनिवार को इस केस की जानकारी जारी की जाएगी। फिलहाल पूछताछ का जा रही है।

ये वारदात सुंदर नगर हुई। जहां सिद्धार्थ नाम के युवा कारोबारी की इंटीरियर प्रोडक्ट्स की दुकान है। देर शाम वो अपने आउटलेट में बैठा था। उसके साथ दुकान का कर्मचारी भी था। तभी अचानक दुकान के बाहर एक SUV आकर रुकी।

गाड़ी से तीन-चार युवक उतरे और दुकान में दाखिल हो गए। बदमाशों ने सिद्धार्थ के साथ बदसलूकी की और पीटते हुए अपने साथ लेकर चले गए। दुकान का कर्मचारी कुछ न कर सका, गाड़ी पूरी रफ्तार में निकल गई। इसके बाद उसने सिद्धार्थ के घरवालों को फोन किया और मामला पुलिस के पास पहुंचा।

इस घटना की जांच डीडी नगर थाने की पुलिस कर रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए क्राइम यूनिट की टीम को भी काम पर लगाया गया।

रायपुर, लाखेनगर, पुरानी बस्ती, टिकरापारा जैसे इलाको में आधी रात नाकेबंदी कर पुलिस आने-जाने वाली गाड़ियों की तलाश करने लगी।

दुकान के आस-पास कुछ सीसीटीवी फुटेज घंटों तक चेक करने के बाद पुलिस को कुछ संदिग्धों की जानकारी मिली है। कारोबारी के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।

भाजपा नेताओं का जमावड़ा
कारोबारी सिद्धार्थ के राजनीतिक दलों के लोगों से भी संबंध रहे हैं। अपहरण की खबर इलाके में जंगल की आग की तरह फैली। पार्षद मृत्युंजय दुबे, डीडी नगर मंडल स्तर के भाजपा कार्यकर्ता दुकान के बाहर जमा हो गए। देर रात पार्षद ज्ञानेश शर्मा भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस अफसरों से नेताओं ने बात की। तो अधिकारी जल्द बदमाशों का पता लगाने का दावा करते रहे।

पैसों का बताया जा रहा विवाद
अब तक की जांच में रुपए के लेन-देन में गड़बड़ी की बातें भी सामने आई है। कारोबारी का किसके साथ उठना-बैठना था। उसके दोस्तों पुराने विवाद सभी के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। माना जा रहा है कि उसके ही किसी करीबी ने रुपए की वसूली के विवाद में दुकान से ही उसे उठवा लिया होगा। आज इस मामले में पुलिस खुलासे कर सकती है।

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चमत्कार दिखाने के बहाने ढोंगियों ने पार की अंगूठी...

रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण) राजधानी में ढोंगियों का गिरोह सक्रिय हो गया है। इस गिरोह के सदस्य साधू-सन्यासी और कई अन्य रूप धारण कर लोगों को झांसे में लेकर अपना शिकार बना रहे हैं। ऐसा ही एक मामला रायपुर के बूढ़ापारा स्थित ज्वलेरी दुकान में हुआ। चमत्कार दिखाने के बहाने दो ढोंगियों ने सोने की अंगूठी पार कर दी। ज्वेलरी दुकान में जादू दिखाने आए दो साधू सोने की अंगुठी लेकर फरार हो गए। यह घटना सीटी कोतवाली क्षेत्र का है।

जानकारी के अनुसार बुढ़ापारा स्थित राजश्री ज्वेलर्स में दो साधु पहुंचे। उन्होंने जादू दिखाकर, दैविय शक्तियां देने का दावा किया। इसके बाद उन्होंने सोने की अंगूठी ली और फरार हो गए। वारदात का सीसीटीवी फुटेज सामने आया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

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16 साल की साक्षी की उसके प्रेमी साहिल ने चाकू से गोदकर हत्या कर दी।

(छत्तीसगढ़ दर्पण)। दिल्ली के शाहबाद डेयरी इलाके में 28 मई की रात 16 साल की लड़की साक्षी की उसके प्रेमी साहिल ने चाकू से गोदकर हत्या कर दी। साहिल ने 20 बार चाकू से हमला किया और पत्थर से कुचला। हादसे के बाद 29 मई की दोपहर दिल्ली पुलिस ने आरोपी साहिल (20) को उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से गिरफ्तार किया है। लड़की को चाकू मारने के बाद साहिल ने उसे कई बार लात मारी और फिर सीमेंट का ब्लॉक उठाकर उसे कई बार कुचला। रिपोर्ट के मुताबिक उसने 20 बार चाकू से और लगभग 5 से 10 बार पत्थर से कुचला था। जब साहिल साक्षी पर हमला कर रहा था तो आसपास कई लोग मौजूद थे। गली में लोग आ जा रहे थे लेकिन किसी ने साक्षी को बचाने की कोशिश नहीं की। इस घटना ने राजधानी दिल्ली को एक बार फिर से दहला कर रख दिया है।

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महिला सरपंच,पति पर एफआईआर दर्ज, ये है मामला...

बालोद (छत्तीसगढ़ दर्पण)जिले के  ग्राम परसाही में निर्माणाधीन मकान में सार्वजनिक नल से पानी डालने के दौरान महिला सरपंच व उनके पति सहित चार लोगों के बीच विवाद व मारपीट की नौबत आ गई। किसान केदार प्रसाद चंद्राकर ने बताया कि 24 मई को शाम 6.45 बजे अपने निर्माणाधीन मकान में पानी डाल रहा था, इसी दौरान ग्राम पंचायत की सरपंच ज्योति देवांगन और उसके पति लोमश देवांगन पहुंचे। जिसके बाद पानी पाइप को खींचकर निकालकर गाली गलौज करते हुए हाथ मुक्का से मारपीट किया। जिससे गाल, आंख के पास व गर्दन में चोट लगी है।

बीच बचाव करने पहुंची पत्नी डुमेश्वरी की साड़ी फट गई। वहीं लोमश देवांगन ने बताया कि केदार चन्द्राकर अपने निर्माणाधीन मकान में सार्वजनिक नल से पाइप लगाकर पानी डाल रहा था। इस वजह से घरों में पर्याप्त मात्रा में पानी पहुंच नहीं पा रहा था। सार्वजनिक नल से मकान में पानी नहीं डालने एवं पानी का दुरुपयोग नहीं करने के संबंध में मुनादी भी कराए थे। 24 मई को सरपंच के साथ गुजर रहे थे। इस दौरान केवल चंद्राकर अपने मकान में सार्वजनिक नल से पानी डाल रहा था।

जिसे मना करने पर केदार व उनकी पत्नी ने हाथ मुक्का से मारपीट किया। सरपंच को धक्का दे दिया। रनचिरई थाने में दोनों पक्ष की रिपोर्ट पर महिला सरपंच व उनके पति सहित चार लोगों के खिलाफ धारा 294, 323, 34 के तहत अपराध दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच शुरू कर दी है।

 

 

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स्निफर डॉग ने 11 साल के मासूम के कातिल को पकड़ा...

रायगढ़ (छत्तीसगढ़ दर्पण)। पुलिस ने स्निफर डॉग रूबी के सामने कुछ संदिग्धों को खड़ा कर हत्या के मामले की जांच को आगे बढ़ाया। दो लोगों के पास से गुजरने के बाद स्निफर डॉग रूबी ने मृतक प्रीतम चौहान की चचेरी बहन ऊषा पर झपटा मारा। तुरंत ही ऊषा को हिरासत में लिया और सख्ती से पूछताछ की, तो उसने जुर्म कबूल कर लिया।

रायगढ़ जिले में नाबालिग की हत्या के मामले का खुलासा स्निफर डॉग ने झपट्टा मारकर कर दिया। उसने 11 साल के मासूम की कातिल चचेरी बहन को एक झटके में पकड़ लिया।

मृतक प्रीतम और उसका परिवार ऊषा को चोरनी-चोरनी कह कर चिढ़ाते थे। इससे गुस्साई चचेरी बहन ऊषा ने मौका देखकर प्रीतम के सिर पर लोहे की रॉड से वार कर दिया। अपने 11 साल के चचेरे भाई की हत्या करके उसने लाश को स्कूल के अंदर फेंक दिया था। पुलिस ने आरोपी लडक़ी को गिरफ्तार कर लिया है। हैरान कर देने वाली बात यह रही कि इस वारदात में लडक़ी को पकडऩे में पुलिस के स्निफर डॉग रूबी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। रूबी ने मौके पर मिले सबूतों को सूंघकर सबसे पहले चचेरी बहन ऊषा चौहान पर झपट्टा मारा था। इसके बाद पुलिस ने उषा को गिरफ्त में लेकर सख्ती से पूछताछ की। तब हत्या का सारा राज खुलकर सामने आ गया। जिला मुख्यालय से महज 10 किलोमीटर दूर चिरईपानी गांव में रहने वाले 11 साल के मासूम छात्र प्रीतम की लाश गुरुवार सुबह सरकारी स्कूल के नए कमरे के अंदर पड़ी मिली थी। प्रीतम अपने दोस्तों के साथ बुधवार की शाम चार बजे खेलते-खेलते अचानक गायब हो गया था। बुधवार देर रात तक वापस नहीं आने पर गुरुवार की सुबह फिर से परिजनों ने उसकी तलाश की। कुछ ही दूरी पर स्थित सरकारी स्कूल के खुले हुए कमरे में प्रीतम की लाश पड़ी मिली थी। 

चोरनी का आरोप लगने से ऊषा हो गई थी परेशान

आरोपी ऊषा पर मृतक प्रीतम और उसकी मां के अलावा प्रीतम की दोनों बहनें चोरी करने का ताना देती थीं। लगातार इस तरह के ताने से वह कई बार झगड़ती भी थी। 24 मई की शाम जब प्रीतम घर के पास खेल रहा था, उसी दौरान ऊषा ने योजना बनाकर अपने चचेरे भाई को स्कूल के पास ले गई। वहां रॉड से वार करते हुए उसकी हत्या कर दी और वहीं उसकी लाश को फेंककर बड़े आराम से घर आकर सो गई थी।

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एसईसीएल कर्मचारी की हत्या की पत्नी ने दी थी सुपारी, महिला समेत 2 गिरफ्तार

कोरबा (छत्तीसगढ़ दर्पण)छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में हुई एसईसीएल कर्मचारी की हत्या के मामले में हैरान कर देने वाला खुलासा हुआ है। हत्या किसी और ने नहीं, बल्कि उसकी पत्नी ने ही शादी की सालगिरह के दिन करवाई थी। महिला ने एक बदमाश को इसके लिए 50 हजार रुपए में सुपारी दी थी।


इसके बाद बदमाश मौके पर पहुंचा और कुल्हाड़ी से कई बार हमला करके युवक की जान ले ली। पुलिस ने इस मामले में महिला समेत 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। मामला दीपका थाना क्षेत्र का है।

गेवरा स्थित एसईसीएल की विभागीय कॉलोनी उर्जानगर में जगजीवन राम रात्रे(32) की बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात 2 बजे के आस-पास हत्या कर दी गई थी। गुरुवार के दिन जगजीवन की शादी की सालगिरह थी।

उसकी पत्नी धनेश्वरी(30) ने अपने भाई को इस बात की जानकारी देते हुए बोली था कि, कोई रात में आया और तेरे जीजा का मार दिया है। मैं डर के मारे अपने दोनों बच्चों को लेकर कमरे के अंदर घुस गई थी।

उधर, मामले की सूचना पुलिस को भी दी गई थी। जिसके बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। फिर शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया था। पुलिस ने उसकी पत्नी से भी पूछताछ की थी। मगर वह बार बार कहती रही कि सर मैं क्या करती, मैं डर गई थी।

पुलिस को महिला के बयान पर संदेह हो रहा था। इसलिए पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की। तब उसने बताया कि मेरा पति रोज शराब पीकर घर आता था। बहुत पीटता था। बेइज्जती करता था। इसलिए मैं परेशान हो गई थी।

इसी वजह से मैंने कृष्णा नगर निवासी तुषार(21) उर्फ गोपी को पति को मारने की सुपारी दी थी। मैंने उसे 6 हजार एडवांस दे दिए थे। बाद में कुल 44 हजार और देने थे।

पुलिस ने महिला की निशानदेही पर आरोपी तुषार को भी अरेस्ट कर लिया था। आरोपी युवक ने बताया कि मैंने दरवाजा खटखटाकर पहले जगजीवन से पानी मांगा था। फिर उससे कहा, तुम्हारी पत्नी के संबंध में कुछ बात करनी है।

ये कहकर घर के अंदर आ गया। फिर जैसे ही वो पानी लेकर आया। तब मैंने उसकी हत्या कर दी। घटना के वक्त जगजीवन की पत्नी वहीं खड़े होकर सब कुछ देख रही थी। पुलिस ने दोनों के कबूलनामे के बाद गिरफ्तार कर लिया है।

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एनएसयूआई प्रदेश सचिव को मारी कैंची, पुलिस ने आरोपियों का निकाला जुलुस...

रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। रायपुर में एनएसयूआई के प्रदेश सचिव के साथ मारपीट करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने उनका जुलुस निकाला। पकड़े गए आरोपियों में ओम दुबे पुलिस की गुंडा-बदमाश की लिस्ट में शामिल हैं, और 15 दिन पहले ही जेल से छूटा था। मामला डीडी नगर थाना क्षेत्र का है।


पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार 23 मई को ओम चौक के पास एनएसयूआई के प्रदेश सचिव मेहताभ हुसैन और उसके साथ रात्रि 8 बजे के आस पास खड़े थे। तभी वहां पुराना बदमाश ओम दुबे और उसका एक साथी रवि पहुंचे। पुराने बात को लेकर विवाद शुरू हुआ और ओम दुबे ने पास की दुकान वाले से कैची नुमा चीज लेकर मेहताब पर वार कर दिया, जो उसकी जघें में लगा। घटना के बाद ओम दुबे और उसके साथी वहां से फरार हो गए। मेहताब ने पुलिस थाना डीडी नगर में घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई। रिपोर्ट के तुरंत बाद पुलिस ने आरोपी की खोज शुरू की। देर रात तक डीडी नगर पुलिस ने ओम दुबे और उसके साथी रवि को पकड़ लिया।


ओम दुबे आदतन अपराधी है, उसके थाने में मारपीट के दस से अधिक मामले है। अगस्त 2022 में 307 के मामले में डीडी नगर पुलिस ने ही उसे जेल भेजा था। और वह 9 महीने बाद 15 दिन पहले जेल से छूटा है। आरोपी ओम दुबे डीडी नगर थाने के गुंडा बदमाश लिस्ट में है।
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बोरे में बंद मिला व्यापारी का शव, हत्यारा गिरफ्तार

रायगढ़ (छत्तीसगढ़ दर्पण) वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक  के निर्देशन पर जिले के सभी लंबित गंभीर प्रकरण जिनमें गिरफ्तारियां नहीं हुई है, उनकी समीक्षा कर लगातार आरोपियों की पतासाजी हेतु अभियान चलाया जा रहा है । इसी क्रम में थाना पूंजीपथरा के 6 माह पुराने ब्लाइंड मर्डर के मामले में पूंजीपथरा पुलिस ने एक आरोपी मुकेश मिश्रा को उत्तर प्रदेश के भदोही से धर पकड़ कर गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।

5 नवंबर 2022 को थाना पूंजीपथरा अंतर्गत चिराईपानी मेन रोड किनारे दोना पत्तल व्यवसायी सुजीत कुमार मिश्रा (उम्र 49 वर्ष) का शव बोरे में बंद मिला था । मामले में पूंजीपथरा पुलिस अज्ञात आरोपी के विरुद्ध हत्या का अपराध दर्ज कर जांच विवेचना में जुटी हुई थी, जांच विवेचना में व्यवसायी के साथ रुपए के लेन-देन को लेकर लाखा के धीरज चौबे के साथ पूर्व में झगड़ा विवाद और धीरज चौबे के रंजिश होने की जानकारी मिली । घटना के बाद से ही धीरज चौबे और उसका साथी मुकेश मिश्रा फरार थे ।

मामले के दोनों आरोपी घटना कारित करने के बाद से ही लगातार पुलिस की इन्वेस्टिगेशन और इस मामले से जुड़ी खबरों पर नजर बनाए हुए थे, साथ ही साथ पुलिस से बचने के लिए लगातार अपने लोकेशन बदल रहे थे । पहले भी कई बार पूंजीपथरा पुलिस द्वारा आरोपियों के निवास पर जाकर दबिश देकर गिरफ्तारी का प्रयास किया गया था, भदोही में जाकर जब पूंजीपथरा पुलिस की टीम द्वारा मुखबिरी तैयार की गई तब कहीं जाकर आरोपी पुलिस के हाथ लगा जिसे कल हत्या के अपराध में गिरफ्तार कर आज न्यायिक रिमांड पर भेजा जा रहा है।

मृतक सुजीत कुमार मिश्रा पिता बासुनंदन मिश्रा उम्र 49 वर्ष के पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में मृतक की मृत्यु गला दबाकर हत्या करने तथा मृत्यु “हत्यात्मक प्रवृत्ति”का होना पाये जाने पर दिनांक 06.11.2022 को अज्ञात आरोपी हत्या (धारा 302 आईपीसी) का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार के दिशा निर्देशन एवं एडिशनल एसपी संजय महादेवा के मार्गदर्शन पर थाना प्रभारी पूंजीपथरा निरीक्षक जितेंद्र एसैया द्वारा सभी पहलुओं पर जांच विवेचना की जा रही थी।

जांच दौरान मृतक सुजीत कुमार मिश्रा के वारिसानों ने बताया कि सुजीत कुमार दोना पत्तल का काम करते थे । काम के सिलसिले में उनका गेरवानी, लाखा, पूंजीपथरा की ओर आना-जाना था । इसी दौरान बीएस प्लांट तराईमाल में काम करने वाले मुकेश मिश्रा से सुजीत की जान पहचान हुई। मुकेश मिश्रा के माध्यम से सुजीत की मुकेश के दोस्त धीरज चौबे से परिचय हुआ । धीरज कुमार चौबे का लाखा में ढाबा था , धीरज कुमार के कहने पर 15,000 प्रति माह के हिसाब से सुजीत मिश्रा ढाबा में 3 महीने काम किया था, 3 महीने बाद धीरज कुमार अपना ढाबा बंद कर दिया । सुजीत मिश्रा को धीरज चौबे से उसके काम के रूपये लेने थे।

घर से निकले सुजीत का मोबाइल बंद हो जाने पर उसके परिवारजन परेशान हो गए और खोजते हुए चिराईपानी पहुंचे , जहां रोड किनारे बोरे में बंद उसका शव मिला था । पुलिस की जांच विवेचना में दोनों संदेही मुकेश मिश्रा और धीरज चौबे घटना के बाद से ही अपना मोबाइल बंद कर फरार हो गए थे जिसकी पता तलाश में पुलिस लगी हुई थी । पता तलाश दौरान मुकेश मिश्रा के उसके गांव ग्राम भीखीपुर थाना कोइरौना जिला भदोही उत्तर प्रदेश में देखे जाने की सूचना पर तत्काल एसएसपी सदानंद कुमार के निर्देशन पर थाना प्रभारी पूंजीपथरा के नेतृत्व में पुलिस टीम उत्तर प्रदेश रवाना हुई और आरोपी को उसके गांव में घेरा बंदी कर धर दबोचा गया जिसे हिरासत में लेकर रायगढ़ लाये। संदेही मुकेश मिश्रा से पूछताछ करने पर उसने अपना अपराध कबूल किया है।

आरोपी मुकेश कुमार मिश्रा ने अपने इकबालिया बयान में बताया है कि धीरज चौबे और सुजीत कुमार के बीच पैसे का लेनदेन का विवाद था । धीरज चौबे के कहने पर सुजीत कुमार मिश्रा का मोटरसाइकिल को अपने पास रख लिया और धीरज के कहने पर ही 04 नवंबर की सुबह सुजीत कुमार को फोन कर बुलाया । सुजीत मिश्रा तराईमाल मिलने आया जिसे मोटरसाइकिल लाखा में दूंगा कहकर धीरज चौबे के क्वाटर में ले गया । क्वाटर में धीरज चौबे ने सुजीत को ₹1,00,000 कब दोगे बोला । इस पर दोनों में विवाद हुआ धीरज चौबे टांगी के बेट से सुजीत को कई बार मारपीट किया और इसने भी (मुकेश मिश्रा) सुजीत को हाथ मुक्का से मारपीट किया और दोनों मिलकर एक गमछा को सुजीत के गला में फंसा कर गला घोट कर उसकी हत्या कर दिए और हत्या के बाद मुकेश बीएस प्लांट तराईमाल चला गया, रात करीब 10:00 बजे धीरज चौबे अपने मोटरसाइकिल से बीएस प्लांट आकर मुकेश मिश्रा को वापस लाखा ले गया । दोनों मिलकर सुजीत कुमार के शव को एक बोरी में भरकर चिराईपानी रोड किनारे फेंक कर फरार हो गए थे । आरोपी मुकेश मिश्रा के मेमोरेंडम पर घटना में प्रयुक्त लोहे का टांगी, एक गमछा जिससे गला घोटा गया था जब्त किया गया है । पूंजीपथरा पुलिस द्वारा आरोपी मुकेश मिश्रा उर्फ हरिशचंद्र मिश्रा पिता उमाशंकर मिश्रा उम्र 45 वर्ष निवासी भीखीपुर थाना कोईरौना जिला भदोही (उत्तर प्रदेश) को हत्या के अपराध में कल शाम गिरफ्तार कर आज न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है । आरोपी धीरज कुमार चौबे फरार है, जिसकी पतासाजी के लिए टीम लगी हुई है।

 

 

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मां ने की बेटे की हत्या, गिरफ्तार, ये है वजह

धमतरी (छत्तीसगढ़ दर्पण)। धमतरी के रूद्री थाना इलाके के बाजार पारा गंगरेल में हुए 40 वर्षीय युवक के हत्या मामले में पुलिस ने आरोपी को सप्ताह भर बाद गिरफ्तार कर लिया है।

बता दे कि बाजारपारा गंगरेल में बीते 15 मई को युवक गणेश पटेल की घर के बिस्तर पर लहूलुहान हालत में लाश मिला था।

जिसके बाद रूद्री पुलिस सहित फारेंसिक टीम मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरु कर अज्ञात आरोपी की तलाश की जा रही थी।

बता दे की की मौके से पुलिस ने चाकू और हंसियां सहित सुसाईड नोट भी बरामद किया था। जिसके बाद पुलिस संदेहीयों से पुछताछ कर रही थी।

वहीं इस मामले में पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि मृतक के पत्नी और माँ के बीच आये दिन विवाद होता था।वहीं बेटा का मानसिक स्थिति ठीक नहीं था जिसका इलाज भी चल रहा था।

जिसका खर्च भी मृतक के माँ को उठाना पड़ रहा था।वहीं सप्ताह भर पूर्व युवक गणेश पटेल ने अपनी माँ से कहा था कि उसके पास घर नहीं पैसा नहीं है।

वह पत्नी के साथ वापस पुराना घर में आकर रहना चाहता है।इधर मृतक की माँफुलेश्वरी पटेल अपनी बहू को रखना नहीं चाहती थी।उसी दौरान मृतक की पत्नी कांकेर बरदेभाठा अपने मायके शादी चली गयी।

उसी दौरान बेटे की मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने से आये दिन होने वाले विवाद एवं उनके इलाज और दवाई पर होने वाले खर्च और बहुत के झगड़े से तंग आकर बीते 15 मई को सुबह 3 बजे किचन में रखे हसियाँ से पेट में हमला कर उसकी हत्या कर दी।

जिसके बाद आरोपी माँ ने हत्या में उपयोग किये गये सामान को छिपाने का प्रयास किया जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है। इधर पुलिस आरोपी फुलेश्वरी पटेल उम्र 65 वर्ष के खिलाफ धारा 302 भादवि.कायम कर आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजी रही है।

 

 

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गोंदवारा में मिला अज्ञात व्यक्ति का शव, जांच में जुटी पुलिस

रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। राजधानी के रिंगरोड-2 स्थित गोंदवारा बस्ती में एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिलने से सनसनी मच गई। शव की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई। मामला खमतराई थाना का है।


प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार सुबह गोंदवारा बिजली ऑफिस के पास 1 अज्ञात पुरुष का शव मिला। शव की जांच में पाया की उक्त अज्ञात पुरुष के सर व चेहरे में चोट के निशान है, और खून बहा है। शव व घटना स्थल के निरीक्षण पर यह मामला हत्या का प्रतीत हो रहा है। शव का परिक्षण करने पर हाथ में गणेश नाम गुदा हुआ है। तो पुलिस अंदाजा लगा रही है की मृतक का नाम गणेश होगा। फिहाल थाना खमतराई में अपराध पंजीबद्ध कर मृतक की पहचान व आरोपियों की पतासाजी की जा रही है।
 

 

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बेरोजगार, नशेड़ी युवक ने की मां-बाप और दादी की हत्या...

महासमुंद (छत्तीसगढ़ दर्पण)। जिले में ग्राम पुटका में बेरोजगार और नशेड़ी युवक ने ही अपने माता-पिता और दादी की हत्या दी। एसपी धर्मेंद्र सिंह ने प्रेसवार्ता लेकर मामले का राजफाश किया।

पुलिस ने घटना में प्रयुक्त हाकी स्टीक, सैनिटाइजर, लाइटर को जब्त कर हत्या व साक्ष्य छिपाने की धारा के तहत गिरफ्तार कर लिया है।

एसपी ने बताया कि आरोपित उदित भोई ने अपनी विलासिता पूर्ण जीवन शैली, नशाखोरी के लिए निर्ममता से अपने माता-पिता व दादी की हत्या कर दी। इतना ही नहीं शव को दो दिन रखने के बाद सैनिटाइजर का इस्तेमाल करते हुए लकड़ी से शवों को जलाया।

जब शव जल गया तब बची अस्थियों को गड्ढा खोदकर घर आंगन में ही गाड़ दिया। इसके बाद साक्ष्य छुपाने और लोगों गुमराह करने के लिए गुमशुदगी की फर्जी रिपोर्ट लिखाई।

पिता के मोबाइल से सकुशल होने का स्वजनों को मैसेज किया। पिता के आनलाइन फोन पेमेंट एप से चार दिन में ही एसी, पलंग, आलमारी, मोबाइल की खरीदी की।

उसके इस बर्ताव से वह पुलिस के घेरे में आ गया और ट्रिपल मर्डर मामले का पर्दाफाश हो गया। प्रभात भोई पैकिन स्कूल में प्रभारी प्राचार्य थे।

12 मई को सुबह 10 बजे उदित ने सिंघोड़ा थाना आकर सूचना दी कि उनके पिता प्रभात भोई (53) आठ मई को सुबह उपचार कराने के लिए रायपुर जाने की बात कहकर माता झरना भोई (47) एवं दादी सुलोचना भोई (75) के साथ घर से निकले हैं, जो आज तक घर वापस नहीं आए हैं। सूचना पर थाना सिंघोड़ा ने ढूंढना प्रारंभ किया।

थाना सिंघोड़ा की टीम गुम इंसानों की पता तलाश कर रही थी कि प्रभात कुमार का छोटा बेटा अमित कुमार भोई पं. जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कालेज रायपुर में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है अपने घर ग्राम पुटका आया तो उनके चाचा पंचानन ने उसे बताया कि तुम्हारे पिता, मां और दादी सुलोचना आठ मई से घर पर नहीं है।

जिसकी सूचना थाना सिंघोड़ा में देकर तुम्हारा बड़ा भाई उदित गुम इंसान रिपोर्ट दर्ज कराया है।

अमित कुमार भोई अगले दिन सुबह चाचा पंचानन के साथ अपने घर ग्राम पुटका गया तो घर पर बड़ा भाई उदित भोई नहीं था, घर के बाड़ी तरफ गया तो बाड़ी में कुछ जलाने का निशान देखा।

जला हुआ राख को हटाया तो उसमें मानव हड्डी के टुकड़े पड़े मिले। अमित कुमार पूरे घर को चेक किया तो हाल के दीवार पर खून के ठींटे तथा बाड़ी में स्थित बाथरूम में खून जैसा धब्बा, बाड़ी में जलाने का निशान, बगल में एक छोटे से गड्ढे में राख का ढेर था।

यह सब देखकर अमित कुमार को कुछ अनहोनी होने का संदेश हुआ और अविलंब थाना सिंघोड़ा आकर इसकी सूचना दी।

पुलिस टीम अलग-अलग दिशा में कार्य कर उनकी परिवारिक दिनचर्या के बारे में जानकारी प्राप्त किया तो पता चला कि पुत्र उदित के साथ ही उसके पिता, माता और दादी रहते थे।

पुलिस ने बताया कि आरोपित उदित भोई नशे का आदी है। अनुकंपा नियुक्ति और पैसे की बात को लेकर आए दिन माता-पिता एवं दादी से वाद-विवाद करते रहता था।

उदित भोई को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो वह पुलिस को गुमराह करने लगा और गोलमोल जवाब देने लगा। पुलिस ने तथ्यों के आधार पर कड़ाई से पूछताछ की तो वह अंततः टूट गया व अपना अपराध स्वीकार कर लिया।

आरोपित ने बताया कि घटना सात-आठ मई के पूर्व में हुए रुपयों को लेकर पिता प्रभात भोई के बीच झगड़ा विवाद होने के कारण माता-पिता से नाराज होकर अपने कमरे में सो गया था।

रात्रि दो से तीन बजे के मध्य जब उठकर देखा तो इनके माता-पिता एवं दादी कमरे में सो रहे थे।

जिसका फायदा उठाकर जान से मारने की नीयत से अपने पास रखे हाकी स्टीक से पिता, माता और दादी सुलोचना के सिर पर प्राणघातक हमला कर हत्या कर दी।

 

 

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