इस्लामाबाद (छत्तीसगढ़ दर्पण)। कई दशकों से आतंकवादियों को पालने-पोसने वाले पाकिस्तान को आज आतंकियों को दूध पिलाने का अंजाम भुगतने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है और पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में आतंकवादियों ने एक वरिष्ठ मंत्री का अपहरण कर लिया है। वहीं, रिपोर्ट है कि, आतंकियों ने कई पर्यटकों को भी अगवा कर लिया है और आतंकियों से मंत्री की रिहाई करवाने में शहबाज शरीफ सरकार के पसीने छूट रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, इस आतंकी घटना को अंजाम पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के आतंकियों ने दिया है।
वरिष्ठ मंत्री को किया गया अगवा
जेल में बंद अपने साथियों की रिहाई की मांग कर रहे आतंकवादियों ने पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा (केपी) को गिलगित-बाल्टिस्तान (जीबी) से जोड़ने वाली प्रमुख मार्ग पर नाकेबंदी कर एक वरिष्ठ मंत्री और कई पर्यटकों का अपहरण कर लिया है। आतंकवादियों ने एक वीडियो भी जारी किया है, जिसमें वरिष्ठ मंत्री के साथ साथ पर्यटकों को कैद में दिखाया गया है। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पहले दौर की सफल वार्ता के बाद आतंकवादियों ने कैद किए गये सभी लोगों का वीडियो भेजा, ताकि सभी लोगों के जिंदा होने की पुष्टि की जा सके। रिपोर्ट के मुताबिक, जिन पर्यटकों को अगवा किया गया है, उनमें कई विदेशी पर्यटक भी शामिल हैं।
मंत्री अबैदुल्ला बेग अगवा
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जो वीडियो जारी किया गया है, उसमें मंत्री अबैदुल्ला बेग को देखा जा सकता है, जिसमें उन्हें कहते हुए सुना जा सकता है, कि वो इस्लामाबाद से गिलगित की तरफ जा रहे थे और उस वक्त उनका अपहरण किया गया है। अपहरण की इस घटना को नंगा पर्वत क्षेत्र में अंजाम दिया गया है और ये वो क्षेत्र है, जहां पहले भी आतंकी कई विदेशी पर्यटकों की हत्या कर चुके हैं। इन आतंकियों पर कई खौफनाक हत्याओं को अंजाम देने का आरोप है, लिहाजा पाकिस्तान सरकार काफी तनाव में है और आतंकियों से बातचीत की जा रही है, हालांकि आतंकियों ने जो मांगे सरकार के सामने रखी हैं, उन्हें मानना शहबाज सरकार के लिए आसान नहीं होगा।
आतंकियों की क्या हैं मांगे?
आतंकियों ने पाकिस्तान सरकार से अपने साथियों की रिहाई की मांग की है, लेकिन पर्यटकों को मौत के घाट उतारने वाले उन आतंकियों की मांगे मानना सरकार के लिए आसान नहीं है। इसके अलावा आतंकियों ने जो दूसरी मांग सरकार के सामने रखी है, उसमें महिलाओं के खेलने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई है और इस्लामी कानून लागू करने की मांग की गई है। ऐसा नहीं करने पर सभी लोगों की हत्या करने की धमकी भी दी गई है। फिलहाल अभी तक साफ नहीं हो पाया है, कि क्या पाकिस्तान सरकार आतंकियों की मांगें मानेगी या नहीं?
कैसे किया गया लोगों का अपहरण?
डॉन अखबार ने स्थानीय नागरिकों और सूत्रों के हवाले से बताया है कि, गिलगित बल्तिस्तान के मोस्ट वांटेड आतंकवादी कमांडर हबीबुर रहमान, जिस पर नंगा पर्वत में 10 विदेशियों की हत्या का आरोप है, उसने अपने साथियों के साथ शुक्रवार को शाम करीब 4 बजे डायमेर के चिलास के ठाक गांव में सड़क जाम कर दिया, जिससे दोनों तरफ के यात्री फंस गए। यह घटना तब सामने आई जब शुक्रवार को इस क्षेत्र के सीनेटरों ने प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) द्वारा आतंकवादी गतिविधियों को लेकर खतरे का अलार्म जारी किया गया था और एक सीनेटर ने हाल ही में जारी खतरे की चेतावनी के बारे में आगाह किया था। वहीं, पाकिस्तान की आंतरिक मंत्रालय ने प्रतिबंधित संगठन द्वारा आतंकवादी हमलों के बढ़ते जोखिम के बारे में बताया है।