क्राइम पेट्रोल

सुरक्षाबलों-आतंकियों के बीच जारी है गोलीबारी...

 श्रीनगर (छत्तीसगढ़ दर्पण)।  दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले के रेडवानी इलाके में शुक्रवार को आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हो रही है। इलाके में दो से तीन आतंकियों के छिपे होने की सूचना है। आतंकवादियों की गोलीबारी का जवाब देने से पहले सुरक्षाबलों ने उन्हें आत्मसमर्पण करने के लिए भी कहा परंतु उन्होंने हथियार डालने से मना करते हुए सुरक्षाबलाें पर फायरिंग जारी रखी। फिलहाल दोनों ओर से गोलीबारी का सिलसिला जारी है।


पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार एसओजी के जवानों ने सेना व सीआरपीएफ के जवानों के साथ एक सूचना के आधार पर रेडवानी इलाके में सर्च आपरेशन चलाया। वहां छिपे आतंकियों ने जब सुरक्षाबलों को अपने नजदीक आते देखा तो उन्हाेंने उन पर फायरिंग शुरू कर दी। जवानों ने जवाबी कार्रवाई से पहले आतंकियों को हथियार डालने के लिए कहा परंतु जब उन्होंने हथियार डालने से मना कर दिया तो सुरक्षाबलों ने भी जवाब में फायरिंग शुरू कर दी। फिलहाल दोनों ओर से गोलीबारी हो रही है। इलाके में दो से तीन आतंकियों के छिपे होने की सूचना है।

 

 

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सोसायटी में अभद्र व्यवहार और कम्यूटर को तोड़फोड़ करने वाले व्यक्ति के खिलाफ अपराध दर्ज

 कलेक्टर के निर्देश पर कृषि विभाग के अधिकारी ने सोसायटी का निरीक्षण किया

कवर्धा (छत्तीसगढ़ दर्पण)। सहसपुर लोहारा विकासखण्ड के ग्राम रणवीरपुर में संचालित सेवा सहकारी समिति में वहां के कर्मचारियों के समक्ष अभद्र व्यवहार करने तथा समिति के कम्यूटर व अन्य समाग्री को तोड़फोड़ करने वाले संतोष धुर्वे के विरूद्ध समिति प्रबंधक द्वारा अपराध पंजीपद्ध करा दिया गया है। बताया जाता है कि संषोष धुर्वे ग्राम के निवासी है वह इस समिति के संचालक मंडल के भूतपूर्व सदस्य रह चुके है। इनके द्वारा इस वर्ष खरीफ फसल के लिए खाद्-बीज एवं उर्वरक का उठाव भी किया गया है।

कलेक्टर जनमेजय महोबे के निर्देश पर कृषि उपसंचालक व अन्य अधिकारियों ने संयुक्त रूप में रणवीरपुर में संचालित सेवा सहकारी समिति का निरीक्षण कर वहां मंगलवार को घटित घटना की पूरी जानकारी ली। समिति के निरीक्षण के दौरान कमलेश मेरावी, सहायक समिति प्रबंधक, रमेश रजक, कम्प्यूटर ऑपरेटर एवं उपस्थित कृषकों द्वारा बताया गया कि किसानां के द्वारा किसी प्रकार से हंगामा नहीं किया गया है। केवल जमुनिया निवासी भूतपूर्व सदस्य, संचालक मण्डल सेवा सहकारी समिति, रणवीरपुर संतोष धुर्वे द्वारा सोसायटी में रखे कम्प्यूटर को तोड़ा गया है एवं दुर्व्यवहार किया गया। किन्तु धुर्वे द्वारा पूर्व में ही खाद, बीज एवं उर्वरक का उठाव कर लिया गया है तथा स्वयं के लिए खाद उठाव के लिए नहीं आया था। जब इनके द्वारा समिति में कम्प्यूटर तोड़ा गया तो वहॉ पर उपस्थित कृषकों में किसी भी प्रकार का रोष नहीं था। इनके द्वारा मनमानी करते हुए अभद्र र्व्यवहार किया गया। जिसके कारण समिति प्रबंधक द्वारा एफ.आई.आर. दर्ज कराया गया है।  
 
रणवीरपुर सेवा सहकारी समिति द्वारा अब तक 899 मी.टन खाद वितरण किया जा चुका है
समिति के प्रंबधक ने बताया कि समिति में किसानों के लिए अब तक 437 मी.टन यूरिया, 231 मी.टन एस.एस.पी., 125 मी.टन डी.ए.पी., 110 मी.टन पोटास तथा 25 मी.टन एन.पी.के. इस प्रकार कुल 928 मी.टन उर्वरक की आपूर्ति की गई है। जिसमें 411 मी.टन यूरिया, 125 मी.टन डी.ए.पी., 227 मी.टन एस.एस.पी., 110 मी.टन पोटास, 25 मी.टन एन.पी.के. कुल 899 मी.टन वितरण किया जा चुका है। वर्तमान में 25.20 मी.टन यूरिया, 4.35 मी.टन एस.एस.पी. कुल 29.55 मी.टन उर्वरक उपलब्ध है। डबल लॉक केन्द्रो में 2947 मी.टन उर्वरक उपलब्ध है। समिति प्रबंधक के द्वारा 130 मी.टन उर्वरक का भण्डारण के लिए अतिरिक्त आर.ओ., डी.डी. जारी किया गया है।
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उधारी देने से मना करने पर ढाबा संचालक की पिटाई, मामल दर्ज...

 रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। उधारी में सामान नहीं देने पर ढाबा संचालक के साथ मारपीट करने का मामला सामने आया है। पुलिस के मुताबिक रंजन कुमार साव सरोरा मे अपने भाई राजीव कुमार के साथ ढाबा चलाता है। उन्होंने पुलिस को बताया कि तीन अज्ञात लड़के अपने अन्य साथियो के साथ आए और गुटखा, सिगरेट एवं अन्य सामान उधारी मे मांग रहे थे, जिसे मना करने पर गाली-गालौज करने लगे।

इतना ही नहीं जान से मारने की धमकी देते हुए बैट, स्टम्प एवं राड से मारपीट किए। मारपीट से सिर और कंधे में चोट आई है। इस दौरान राजीव कुमार साहू, आनंद बीच बचाव करने आए तो रॉड से दोनों पर हमला भी कर दिया। वारदात के बाद सभी आरोपी भाग निकले। प्रार्थी की शिकायत पर उरला पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

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अपहरण करने में नाकाम हुए तो बच्चे को मारा चाक़ू...

 रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। राजधानी रायपुर के टिकरापारा इलाके में बदमाशों ने सात साल के मासूम बच्‍चे के अपहरण की कोशिश की, लेकिन वारदात को अंजाम देने में नाकाम होने पर उन्होंने बच्चे पर चाकू से जानलेवा हमला कर दिया। घटना के बाद अज्ञात हमलावर मौके से फरार हो गए। हमले में घायल बच्चे को गंभीर हालत में निजी अस्पताल में भर्ती किया गया है। यह पूरी वारदात टिकरापारा थाना का है, जहां मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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Karnataka Murder Case : मोहम्मद फाजिल हत्याकांड में सभी 7 आरोपी गिरफ्तार

 

बेंगलुरु (छत्तीसगढ़ दर्पण)। कर्नाटक पुलिस ने मोहम्मद फाजिल हत्याकांड में सभी सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या के पांच दिनों के बाद पुलिस ने आठ टीमों की मदद से आरोपियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की। आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद कर्नाटक की मंगलुरु शहर पुलिस ने मोहम्मद फाजिल की हत्या के मामले को सुलझाने का दावा किया है। फाजिल की गत 28 जुलाई को सुरथकल में गला रेतकर हत्या कर दी गई थी।

कार रेंट पर लेने के लिए पैसों का लालच
पुलिस ने मंगलवार को छह लोगों को गिरफ्तार किया था, जिससे कुल गिरफ्तार आरोपियों की संख्या सात तक पहुंच गई। मंगलुरु शहर के पुलिस आयुक्त एन शशि कुमार ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों में मोहन सिंह (26), श्रीनिवास कटिपल्ला (23), गिरिधर (23), दीक्षित (21), अभिषेक (21) और सुहास शेट्टी (29) शामिल हैं। पुलिस के मुताबिक 34 साल के अजित कास्त्रा को हत्या के आरोपियों ने रोजाना 5,000 रुपये देने का लालच दिया और तीन दिनों के लिए कार ले गए।

फाजिल ही टागरेट क्यों ?
मंगलुरु शहर के पुलिस आयुक्त शशि कुमार ने बताया कि पुलिस ने आरोपियों को 14 दिनों के लिए हिरासत में लेने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया है। पुलिस इस बात की पड़ताल कर रही है कि हत्यारों के निशाने पर 23 वर्षीय फाजिल ही क्यों था ? पुलिस के मुताबिक, हमें यह जानने की जरूरत है कि फाजिल ही उनका लक्ष्य क्यों था। इसके कई कारक हो सकते हैं। पुलिस आरोपियों को हिरासत में लेने के बाद ही इससे जुड़ी सूचना शेयर कर सकती है।

मर्डर दो दिन की प्लानिंग के बाद
फाजिल हत्याकांड पर इंडियन एक्सप्रेस डॉटकॉम की रिपोर्ट में कहा गया, आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि मुख्य आरोपी हिस्ट्रीशीटर सुहास शेट्टी और अभिषेक ने 26 जुलाई की रात और 27 जुलाई की दोपहर तक हत्या की साजिश रची थी। सभी आरोपी 27 जुलाई को मिले और फाजिल को मारने का फैसला किया। अगले दिन हिस्ट्रीशीटर सुहास शेट्टी को कोर्ट में सुनवाई के लिए पेश होना पड़ा। सभी आरोपी मोहम्मद फाजिल की गतिविधियों पर नजर रख रहे थे। अंत में 28 जुलाई की रात में ही 23 साल के फाजिल की गला रेतकर हत्या कर दी गई।

सीसीटीवी फुटेज में दिखी आरोपियों की एक्टिविटी
मंगलुरु पुलिस आयुक्त शशि कुमार के मुताबिक सुहास, मोहन और अभिषेक ने फाजिल की हत्या की। गिरिधर कार चला रहा था। उन्होंने कहा कि जिस समय फाजिल की गला रेतकर हत्या की जा रही थी, उस समय दीक्षित वाहन के अंदर बैठा था और अभिषेक आस-पास नजर रख रहा था। पुलिस ने अपने दावों के समर्थन में सीसीटीवी फुटेज भी जुटाए हैं। बता दें कि पुलिस ने कार रेंट पर देने वाले कास्त्रा को दो दिन पहले गिरफ्तार किया गया था।

BJYM नेता के मर्डर के बाद दूसरी नृशंस हत्या
गौरतलब है कि 23 वर्षीय मोहम्मद फाजिल की गत 28 जुलाई को कर्नाटक के मैंगलोर के सुरथकल में गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। खबरों के मुताबिक बी जय के कपड़ों की दुकान (Bee Jay's clothing store) पर पहुंचे चार नकाबपोश लोगों के एक गिरोह ने हत्याकांड को अंजाम दिया। हत्या ऐसे समय में हुई है जब बेल्लारे गांव में भाजपा के युवा नेता 32 वर्षीय प्रवीण नेट्टारू की हत्या को लेकर दक्षिण कन्नड़ में तनाव बना हुआ है।
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धान की पैदावार बढ़ाने के चक्कर में ले ली दुर्लभ पक्षियों की जान, आरोपी किसान गिरफ्तार


राजनांदगांव (छत्तीसगढ़ दर्पण)। छत्तीसगढ़ सरकार जहां दुर्लभ पक्षियों के संरक्षण में लगी है वहीं दूसरी ओर किसानों की लापरवाही से इन पक्षियों की मौत हो रही है। छत्तीसगढ़ के नवगठित मानपुर मोहला जिले के अंबागढ़ चौकी ब्लॉक के एक गांव रंगकठेरा में उस वक्त लोग हैरान रह गए। जब एक खेत में 50 से अधिक पक्षी मृत पाए गए। बाद में पता चला कि किसान की लापरवाही ने 50 से अधिक पक्षियों की जान ले ली। इस घटना के बाद जिले की वन विभाग की टीम किसान के खेत से मिट्टी व पानी के सैम्पल कलेक्ट कर रायपुर भेज दिया है।
 
वन विभाग ने सैम्पल जांच के लिए भेजा रायपुर
इस मामले में प्रशिक्षु आईएफएस चंद्रशेखर सिंह परदेशी ने बताया कि "किसान बनउराम ने खेत में धान के साथ प्रतिबंधित दवाई मिलाकर छिड़काव कर दिया था, उन धान के बीजों और पानी का सेवन करने से कई पंक्षियों की मौत हो गई है। खेत में हमने पाया कि वहां 52 पक्षी मृत पड़े थे. वन विभाग द्वारा पूरे मामले की जांच की जा रही है।

दुर्लभ पक्षियों की हुई मौत
अम्बागढ़ चौकी विकासखंड के ग्राम पंचायत रंगकठेरा के गांव जरहाटोला में 50 से अधिक दुर्लभ पक्षीयों की मौत के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची जहां उन्होंने पाया कि बड़ी संख्या में दुर्लभ पक्षी तोता, गौरैया, कौआ की मौत हो गई है। दरअसल एक साथ सैकड़ों पक्षियों की अचानक मौत की सूचना से वन विभाग में हड़कंप मच गया था।

किसान पर हुई कार्यवाई
किसान के खेत मे दुर्लभ पक्षियों की मौत के बाद, मौके पर फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के दुर्ग बीपी सिंह सीसीएफ व डीएफओ राजनांदगांव की टीम मामले की सघन जांच में पाया कि खेत में पड़की व तोता भी पाए गए। दोनों पक्षी वन विभाग शेड्यूल 4 के अंतर्गत आतें हैं। किसान के द्वारा प्रतिबंधित दवाई का इस्तेमाल करने से पक्षियों की मौत हुई। इसलिए किसान को हिरासत में लेकर न्यायालय में पेश किया गया।

जहरीला दाना बना पक्षियों के मौत का कारण
वन विभाग की टीम ने प्रारम्भिक जांच में पाया कि अम्बागढ़ चौकी क्षेत्र के ग्राम जरहाटोला में किसान के खेत में प्रतिबंधित फॉरेट का अत्यधिक छिड़काव कर दिया था। जिसका खामियाजा भुखे पक्षियों को भुगतना पड़ा। खेत में दाना चुगने के लिए तोता, कौआ, गौरैया जैसे दुर्लभ पक्षियों का जमावड़ा रहता है। लेकिन इस बार खेत में जहरीली पदार्थ का छिड़काव करने के चलते जहरीला दाना चुगने से खेत में ही बड़ी संख्या में पक्षियों की दर्दनाक मौत हो गई

धान की बढ़वार के लिए डाला था फॉरेट
इस मामले में गांव के किसान बनउराम ने बताया कि कुछ दिन पहले उसने खेत में धान की डाला था लेकिन पक्षियों के चुगने के कारण धान की नर्सरी अच्छे से नही निकले, जिसके बाद दुबारा पक्षियों से बचाव के लिए कृषि केंद्र चिल्हाटी से फॉरेट लाकर धान में मिलाकर छिड़काव किया था। जांच में पाया गया कि किसान के खेत में मात्रा से अधिक दवा का इस्तेमाल किया। पक्षियों ने खेत में पड़े दाने चुग लिया जिससे उनकी मौत हो गई।
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मुठभेड़ में मारा गया 'मोस्ट वांटेड' नक्सली हड़मा, 100 से अधिक जवानों की शहादत का था जिम्मेदार

 सुकमा (छत्तीसगढ़ दर्पण)। माओवादी प्रभावित इलाकों में सुरक्षाबल लगातार ऑपरेशन चलाकर लाल आतंक पर नकेल कसने में लगे हुए हैं। सोमवार को नक्सलियों के शहीदी सप्ताह के दौरान सुरक्षाबलों ने सुकमा जिले में 8 लाख रुपए के इनामी हार्डकोर नक्सली हड़मा को एनकाउंटर में मार गिराया है। माओवादियों की डिवीजनल कमेटी के मेंबर रहे हड़मा ने बस्तर संभाग में हुई कई नक्सली वारदातों में हिस्सा लिया था, जिससे वह लगभग 100 से अधिक जवानों की शहादत का जिम्मेदार था।

ऐसे हुआ हड़मा का अंत
जानकारी के अनुसार , सुकमा पुलिस को मुखबिर ने जानकारी दी थी थी कि भंडारपदर के जंगल में लगभग 40 से 50 की तादाद में हथियारबंद माओवादी जमा हैं। 31 जुलाई की रात्रि इसी सूचना के आधार पर DRG के जवानों का दल सर्च ऑपरेशन के लिए निकला। अगले दिन सुबह जवान माओवादियों के कैम्प तक पहुंचे,तो उन्होंने जवानों पर गोलाबारी शुरू कर दी। इसी मुठभेड़ में हड़मा मारा गया है।

इन घटनाओं में था शामिल
बताया जा रहा है कि हड़मा ने साल 2003 माओवादी संगठन में भर्ती ली थी ,जिसके बाद से नक्सल संगठन में कई अहम पदों पर रहते हुए वह लगातार कई वारदातों में शामिल रहा। साल 2007 में एर्राबोर में हुई नक्सल मुठभेड़ , 2007 में तारलागुड़ा मुठभेड़,साल 2009 में चिंतागुफा की नक्सल मुठभेड़ और साल 2009 में ही इंजरम और 2021 में जगरगुंडा में हुए नक्सल हमले में हड़मा शामिल था।

माओवादियों के खिलाफ जारी है ऑपरेशन मानसून
यह भी जानना जरुरी है कि बीते कुछ सालों से पुलिस आपरेशन मानसून चला रही है। इसके लिए बस्तर पुलिस अहित अन्य सुरक्षाबलों के जवानों को विशेष ट्रेनिंग भी दिलाई गई है। बारिश में माओवादियों के खिलाफ नई रणनीति से पुलिस को लगातार सफलता मिल रही है। वहीं माओवादियों के गढ़ में घुसकर सुरक्षा बल के जवान सर्च आपरेशन कर रहे हैं।

नक्सली मना रहे हैं शहीदी सप्ताह
दरअसल हर साल की भांति इस बार भी 28 जुलाई से 3 अगस्त तक शहीदी सप्ताह मना रहे हैं। इस दौरान माओवादी ने बस्तर के इलाकों में बड़ी तादाद में पर्चे , बैनर आदि लगाकर नक्सली अभियान में मारे गए अपने साथियों को शहीद मानते हुए, उनके सम्मान में रैलियां, सभाएं और अन्य कार्यक्रम आयोजित करते हैं। दरअसल भाकपा माले के संस्थापक चारू मजूमदार और कन्हैया चटर्जी को याद करते हुए मोआवादी देशभर में शहीदी सप्ताह मनाते हैं।
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यूनिवर्सिटी के पास मिला महिला का शव, मची सनसनी...

 बिलासपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। कोनी क्षेत्र में बिरकोना के पास अज्ञात महिला का शव मिलने से सनसनी मच गई। शव दो से चार दिन पुराना होने की आशंका व्यक्त की जा रही है। पुलिस कपड़ों के आधार पर शव के पहचान में जुटी है। इसके लिए आसपास के थानों को भी सूचना दी गई है। अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय कोनी के पास कुछ लोगों ने महिला का शव देखा। इसके बाद कोनी के देसाई मंदिर के पास रहने वाले प्रकाश मानिकपुरी ने इसकी सूचना पुलिस को दी।

इस पर पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंची और आसपास के लोगों से पूछताछ की। इस बीच पुलिस ने फोरेंसिक विशेषज्ञ को भी मौके पर बुला लिया। फोरेंसिक विशेषज्ञ ने शव दो से चार दिन पुराना बताया है। मौसम के कारण चमड़ियां गलने लगी थी। पुलिस ने इसकी जानकारी आसपास के थानों को दी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत का कारण स्पष्ट होगा।

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सुकमा के जंगलों में जारी है डीआरजी-नक्सलियों के बीच गोलीबारी...

 सुकमा (छत्तीसगढ़ दर्पण)। नक्‍सल प्रभावित सुकमा जिले के भेज्जी इलाके में सुरक्षा बलों के साथ नक्‍सलियों के साथ मुठभेड़ की खबर आ रही है। जानकारी के अनुसार मुठभेड़ में तीन से चार नक्सलियों को गोली लगने की खबर है। डीआरजी जवानों के साथ मुठभेड़ अभी भी चल रही है। हालांकि खबर लिखे जाने तक इस घटना की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस की तरफ से अपडेट का इन्तजार है।

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प्रतिबंधित नशीली कफ सिरप के साथ 1 गिरफ्तार

 रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। टिकरापारा थाना पुलिस ने दोपहिया वाहन में सवार एक व्यक्ति को अपने पास बैग में प्रतिबंधित नशीली सिरप बेचते पकड़ा है। पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम मोह. अलीम निवासी आजाद चौक रायपुर का होना बताया। टीम के सदस्यों द्वारा उसके पास रखें बैग की तलाशी लेने पर बैग में CODIN नामक प्रतिबंधित नशीली सिरप रखा होना पाया।

प्रतिबंधित नशीली सिरप रखने व बिक्री करने के संबंध में टीम के सदस्यों द्वारा आरोपी मोह. अलीम से वैध दस्तावेज या अन्य कागजात प्रस्तुत करने कहने पर उसके द्वारा किसी भी प्रकार का कोई वैध दस्तावेज या कागजात प्रस्तुत न कर टीम को लगातार गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा था। जिस पर आरोपी मोह. अलीम को गिरफ्तार कर कब्जे से कुल 30 शीशी CODIN प्रतिबंधित नशीली कफ सिरप कीमती लगभग 5,250/- रूपये एवं बिक्री रकम 6,000/- तथा घटना में प्रयुक्त दोपहिया वाहन जुमला कीमती लगभग 32,000/- रूपये को जप्त कर आरोपी के विरूद्ध थाना टिकरापारा में अपराध क्रमांक 444/22 धारा 21(ख) नारकोटिक्स एक्ट का अपराध पंजीबद्ध कर अग्रिम कार्रवाई की।

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दो अंतर्राज्यीय गांजा तस्कर गिरफ्तार, तस्करों से 15 किलो गांजा जप्त...

 रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। राजधानी पुलिस ने दो अंतर्राज्यीय गांजा तस्कर को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी विदिशा, म.प्र. के रहने वाले है। पुलिस को सूचना मिली थी जिसपर से आरोपियों को घेराबंदी कर पकड़ा गया। आरोपी से गंजे को लेकर विदिशा, म.प्र. बेचने के लिए ले जा रहे थे। आरोपियों के पास से 15 किलो गांजा जप्त किया गया है। 

राजधानी पुलिस ने दो युवको को गंजे के साथ गिरफ्तार किया है। पूछताछ में बताया की उड़ीसा निवासी एक व्यक्ति ने उन्हे राजधानी के रेलवे स्टेशन पार्किंग के पास गांजा दिया था और वो गांजा को लेकर विदिशा, मध्य प्रदेश जाने की फिराक में थे। मामले की सुचना पुलिस को मिली और गुढ़ियारी थाना पुलिस ने आरोपियों को घेरा बंदी कर पकड़ा गया। आरोपियों से और पूछताछ की जा रही है।

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क्रेशर चौकीदार पर रॉड से हमला, गिरफ्तार

 खरसिया (छत्तीसगढ़ दर्पण)। थाना खरसिया में रात्रि करीबन साढ़े 12 बजे क्रशर उद्योग के पास काम करने वाला पुरूषोतम के पिता भगवत लाल ने क्रेशर के मालिक हिमांशु को फोन करके बताया की उसका बेटा पुरुषोत्तम बहुत गंभीर स्थिति में है। उसके शरीर से बहुत खुन बह रहा है तब तत्काल हिमांशु ग्राम बकेली अपने पिता अशोक अग्रवाल को साथ लेकर क्रशर उद्योग गया।

वहां नाला के पास पुरूषोत्तम भारद्वाज जमीन में बेशुद्ध पडा था, उसके सिर एवं शरीर में कई जगह गंभीर चोट लगा था। खून बह रहा था, जो हल्का हल्का बात चीत कर रहा था, जिससे पुछने पर बताया कि वह क्रशर में चौकीदारी कर रहा था तभी रात्री 11:00 - 11:30 बजे करीब ग्राम बकेली गांव के अनिल यादव, भूषण सिदार, पुष्पेन्द्र लोग क्रेशर में लूट पाट के उद्देश्य से आये और सभी मिलकर चौकीदार पुरूषोत्तम का मोबाईल को लूट लिये और चौकीदार के द्वारा विरोध करने पर हत्या करने के उद्देश्य से सभी लोग लोहे के राड से उसके सिर एवं शरीर के अन्य हिस्सों पर प्राण घातक हमला किये। उसी समय उसमें से एक आदमी वहां खड़े ट्रेक्टर के बेट्ररी को भी निकाल लिया। चौकीदार को तीनो व्यक्ति मारपीट करके वहां पास में नाला के पास फेक दिये और मोबाईल और बेट्ररी को लूट कर भाग गये।

रात्रि में ही चौकीदार को खरसिया सिविल अस्पताल में ईलाज के लिए भर्ती कराया गया, जहां उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है। 

वही क्रेशर उद्योग के मालिक हिमांशु अग्रवाल की रिपोर्ट पर खरसिया थाना में आरोपी अनिल यादव, भूषण सिदार, पुष्पेन्द्र के खिलाफ धारा 307, 394, 34IPC  के  तहत मामला दर्ज कर घटना के 24 घंटे के भीतर आरोपियों की गिरफ्तारी कर न्यायालय पेश किया जा रहा है। 

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कांग्रेसी विधायकों की गाड़ी से मिला 48 लाख कैश, गिरफ्तार...

 हावड़ा (छत्तीसगढ़ दर्पण)। पश्चिम बंगाल के हावड़ा में शनिवार को झारखंड के कांग्रेस पार्टी के तीन विधायकों की गाड़ी से भारी मात्रा में कैश मिलने की खबर से हड़कंप मच गया। जानकारी के अनुसार, पुलिस ने करीब 48 लाख रुपये बरामद किए हैं। पुलिस ने खुफिया सूचना मिलने के बाद चेकिंग के लिए गाड़ी रोकी थी। कैश की गिनती के लिए काउंटिंग मशीन भी मंगाई गई।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जामताड़ा के विधायक इरफान अंसारी, खिजरी के विधायक राजेश कच्छप और कोलेबिरा के विधायक नमन बिक्सल कोंगारी ने पूछताछ में बताया है कि ये पैसे साड़ी खरीदने के लिए थे। विधायकों ने पूछताछ में बताया है कि यह साड़ियां नौ अगस्त को आदिवासी दिवस के दिन आयोजित होने वाले कार्यक्रम में बांटी जानी थीं। तीनों विधायक साड़ियां खरीदने के लिए ही कोलकाता आए थे। शनिवार को तीनों विधायक कोलकाता से मंदारमणि जा रहे थे। रविवार को वापस कोलकाता आकर बड़बाजार से साड़ी खरीदने की योजना थी।
 
हालांकि पुलिस यह समझ नहीं पा रही है कि विधायकों ने साड़ी शनिवार को ही क्यों नहीं खरीदी। वह शनिवार को ही साड़ी खरीदकर मंदारमणि होते हुए वापस झारखंड जा सकते थे। जिस गाड़ी से पैसे बरामद हुए उस पर विधायक का बोर्ड लगा था। गाड़ी का नंबर JH09AQ0016 है। पैसे गाड़ी की पिछली सीट पर रखे गए थे। विधायकों को पांचला थाना ले जाया गया है, जहां एक कमरे में विधायकों से पूछताछ की गई है।

विधायकों की मेडिकल जांच के लिए डॉक्टरों की एक टीम भी पांचला थाना पहुंची। एक कमरे में पैसों की गिनती की गई। पुलिस को तीनों विधायक पैसों का स्रोत नहीं बता पाए। पुलिस कई कोणों से मामले की जांच कर रही है। पुलिस पिछले करीब छह घंटों से तीनों विधायकों से पूछताछ कर रही है। वहीं मामले को लेकर कांग्रेस और भाजपा में वाकयुद्ध शुरू हो गया है।
 
हावड़ा (ग्रामीण) के पुलिस अधीक्षक ने बताया कि हमारे पास विशिष्ट इनपुट था कि एक कार में बड़ी मात्रा में धन ले जाया जा रहा था। हमने वाहनों की जांच शुरू कर दी और इस कार को रोका, जिसमें तीन विधायक यात्रा कर रहे थे। वाहन में भारी मात्रा में नकदी मिली।

भाजपा का 'ऑपरेशन लोटस' उजागर हुआ : जयराम रमेश
बंगाल के हावड़ा में कांग्रेस के तीन विधायकों के पास नकदी बरामद होने के मामले को लेकर कांग्रेस पार्टी ने भाजपा पर निशाना साधा है। कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने एक ट्वीट के माध्यम से भाजपा को आड़े हाथों लिया। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि झारखंड में भाजपा का 'ऑपरेशन लोटस' आज की रात हावड़ा में बेनकाब हो गया। दिल्ली में 'हम दो' का गेम प्लान झारखंड में वही करने का है जो उन्होंने महाराष्ट्र में एकनाथ-देवेंद्र (E-D) की जोड़ी से करवाया।

एसपी स्वाति भंगालिया ने बताया कि हमने झारखंड कांग्रेस के तीन विधायकों को भारी मात्रा में नकदी के साथ पकड़ा है। विधायकों की पहचान जामताड़ा के विधायक इरफान अंसारी, खिजरी के विधायक राजेश कच्छप और कोलेबिरा के विधायक नमन बिक्सल कोंगारी के रूप में हुई है। इनकी गाड़ी को पांचला थाना क्षेत्र के रानीहाटी में राष्ट्रीय राजमार्ग-16 पर चेकिंग के दौरान रोका गया था। तलाशी लेने पर नकदी बरामद हुई। पुलिस इन सभी से पूछताछ कर आगे की कार्रवाई कर रही है।
 
झारखंड सरकार गिराने की कोशिश : कांग्रेस
झारखंड कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने घटनाक्रम के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि भाजपा लंबे अरसे से हेमंत सोरेन सरकार को गिराने का प्रयास कर रही है।

भाजपा ने घेरा, कहा-लूट में लगे हैं कांग्रेसी विधायक
झारखंड भाजपा अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ही नहीं, कांग्रेसी विधायक भी लूट में लगे हैं। विधायकों को बताना चाहिए कि उन्हें इतनी रकम कहां से मिली। वे जनता की मेहनत की कमाई का गलत उपयोग कर रहे हैं।

मामले में भाजपा ने कांग्रेस पर निशाना साधा। पार्टी के राज्य महासचिव आदित्य साहू ने कहा कि जब से कांग्रेस सत्ता में आई है, भ्रष्टाचार बढ़ रहा है। इससे पहले भी झारखंड में अधिकारियों के घरों में बड़ी मात्रा में नकदी पकड़ी गई थी। वे जनता की गाढ़ी कमाई का इस्तेमाल दूसरे कामों में करते हैं। पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया और यह सामने आ गया है।
 
तीनों विधायकों के बयान विरोधाभासी
पुलिस सूत्रों ने बताया कि तीनों विधायकों से पैसों को लेकर अलग-अलग पूछताछ की गई। शुरुआती पूछताछ में तीनों के बयान विरोधाभासी हैं। तीनों से पूछा गया कि ये पैसे किसके हैं, कहां से लेकर आ रहे थे और कहां जा रहे थे। इस बीच, बंगाल पुलिस ने झारखंड पुलिस को तीन विधायकों को हिरासत में लेकर पूछताछ करने की जानकारी दे दी है।
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लश्कर के दो हाइब्रिड आतंकी गिरफ्तार, हथियार व गोला-बारूद बरामद

जम्मू (छत्तीसगढ़ दर्पण)। सोपोर में के हादीपोरा रफियाबाद में सुरक्षा बलों ने नाके पर लश्कर के दो हाइब्रिड आतंकियों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से दो पिस्टल, 2 मैगजीन और 11 कारतूस बरामद किए गए हैं। दोनों दहशतगर्दों की पहचान तारिक अहमद वानी और इश्फाक अहमद वानी रंगरेथ (श्रीनगर) के रूप में हुई है।

प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि ये दोनों लश्कर-ए ताइबा के हाइब्रिड आतंकी हैं और सुरक्षा बलों व नागरिकों पर हमले करने के लिए लगातार मौके की तलाश में थे। इन दोनों के खिलाफ  थाना डांगीवाचा में केस दर्ज किया गया है।

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राजधानी में चाकूबाजी : दो गिरफ्तार, एक फरार...

 रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। राजधानी के भनपुरी इलाके में चाकूबाजी की घटना सामने आई है। शुक्रवार रात को पुरानी रंजिश के चलते आरोपियों ने चाकू से युवक पर तबड़तोड़ हमला किया, जिससे युवक गंभीर रुप से घायल हो गया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा। वहीं पुलिस ने इस मामले के 2 आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। एक आरोपी फरार है।

उरला सीएसपी विश्वदीपक त्रिपाठी ने बताया कि भनपुरी इलाके में चाकूबाजी की घटना सामने आई है। आरोपी आनंद साहू, दिनेश निर्मलकर एवं उनके 1 अन्य साथी ने मिलकर अनीश तिवारी पर चाकू से हमला किया है। पुलिस ने 2 आरोपियों को हिरासत में लिया है। फरार एक आरोपी की तलाश जारी है। घायल युवक को मेकाहारा में भर्ती किया गया है। जहां उसकी हालत खतरे से बाहर है। आरोपियों के विरुद्ध अपराध दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।

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अपने ही बेटे से चोरी करवाता था पिता, उन्हीं पैसे से पिलाता था शराब...

 

भिलाई में सामने आया अनोखे चोरी का मामला

भिलाई (छत्तीसगढ़ दर्पण)। जब कोई बच्चा गलत रास्ते पर चल पड़ता है तो उसके माता पिता उसको सुधारने के लिए कई कई प्रकार के जुगत है, कई माता पिता तो अपने बच्चे को गलत राह से निकालने के लिए बकायदा पुलिस की भी मदद लेते है। लेकिन भिलाई में एक अनोखा मामला आज सामने आया है जिसमें एक पिता खुद ही अपने दो नाबालिग पुत्रों को अपराध के रास्ते में ढकेलते हुए उससे चोरी करवाता था। वह उसके व उसके नाबालिग दोस्त की मदद से चोरी की घटना को अंजाम देता था। इसके बाद चोरी की रकम से उन्हें महंगे शौक व शराब पार्टी कराता था। फिर और पैसे देने का लालच देकर उन्हें दूसरी चोरी करने के लिए स्वयं भेजता था। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब मुखबीर की सूचना पर चोरी के मामले में सुपेला पुलिस ने आरोपी को पकड़कर उससे कडाई से पूछताछ की। पुलिस ने उसके पास से तीन लाख रुपए से अधिक कीमत के सोने चांदी के जेवरात, मोबाइल व अन्य सामान भी जब्त किया है।

सुपेला थाना प्रभारी दुर्गेश शर्मा ने बताया कि 28 जुलाई को भीम नगर बद्री कबाड़ी के सामने स्थित घर में लाखों की चोरी हुई थी। पुलिस की एक टीम आरोपियों को पकडऩे गश्त पर निकली थी। इसके लिए मुखबिर को भी अलर्ट किया गया था। इसी दौरान पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि दो नाबालिग लड़के एक रिक्शा चलाने वाले के साथ मिलकर शराब पार्टी कर रहे हैं। दोनों में से एक रिक्शा चालक का बेटा है। उसका रहन सहन बड़े लोगों जैसा है। वो महंगी शराब पीता है। उसके घर में महंगे फर्नीचर व टीवी आदि हैं। वह अपने पास महंगा मोबाइल फोन रखता है। जब पुलिस ने उनके बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि आरोपी पिता अपने दोनों नाबालिग लड़कों के साथ मिलकर चोरी की वारदात को अंजाम देता है। इतना ही नहीं 28 जुलाई की रात भीम नगर में हुई चोरी में भी उन्हीं का हाथ है।

सुपेला पुलिस ने दोनों नाबालिगों से पूछताछ की। सख्ती से पूछताछ करने पर उन्होंने चोरी करना स्वीकार किया। उन्होंने बताया कि उनका पिता उनसे चोरी करवाता है। 28 जुलाई की रात उन्होंने बड़ी चोरी की। उसमें जो सोने, चांदी के जेवरात मिले उन्होंने कुछ अपने पास रखा और एक बड़ा हिस्सा अपने पिता नंद किशोर को दे दिया था।

सुपेला पुलिस ने मुख्य आरोपी नंद किशोर को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो वह गोलमोल जवाब देने लगा। जब पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ किया तो उसने बताया कि वह अपने नाबालिग बच्चे व उसके नाबालिग साथी के साथ मिलकर चोरी की वारदात को अंजाम देता था। पुलिस ने तीनों आरोपियों को न्यायिक रिमांड में भेज दिया है। पुलिस ने आरोपी के पास से चोरी किए गए 50 ग्राम सोना व लगभग 500 ग्राम चांदी के जेवरात सहित चोरी की रकम से खरीदे गये 2 नग पलंग, मोबाइल फोन सहित कुल 3 लाख 10 हजार रुपए का सामान जब्त किया है।

 

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कूटरचित दास्तावेजों के आधार पर बेची करोड़ों की जमीन, एफआईआर दर्ज...

 रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। राजधानी में लगभग 52 हजार स्क्वेयर फीट जमीन के फर्जीवाड़े के मामले में डीजीपी से शिकायत और जांच के बाद तेलीबांधा थाने में तीन आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। मामले में में बतौर आरोपी राजेश पुजारी, कु. लक्ष्मी पुजारी और श्रीमती विजय लक्ष्मी शर्मा समेत अन्य शामिल है। आरोप है कि प्रार्थियां सीमा अग्रवाल की जमीन के कुटरचित दस्तावेजों के आधार पर आरोपियों ने जमीन पर कब्जा कर किसी और को जमीन बेच दी।

पीड़ित परिवार का आरोप है कि ये जमीन करीब 2003 में उन्होंने खरीदी थी। जिसका नामंत्रण और बी-1 भी उनके नाम से है। बावजूद इसके फर्जी दस्तावेजों के आधार पर उनकी जमीन बेच दी गई। इसके लिए उन्होंने सीमांकन करानी चाहा, लेकिन साठ-गाठ कर उक्त प्लॉट का सीमांकन कभी होने नहीं दिया गया।
जिसके बाद पीड़ित परिवार को पुलिस से मदद लेनी पड़ी और जांच की एक लंबी प्रक्रिया के बाद इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने इस मामले में 120-B, 420-, 447, 466, 467, 468, 471 और 474 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार आवेदिका श्रीमती सीमा अग्रवाल पति अशोक अग्रवाल उम्र 52 वर्ष निवासी एच/6 अनुपम नगर थाना खम्हारडीह रायपुर के द्वारा पुलिस महानिदेशक रायपुर को 19 जनवरी को आवेदन प्रेषित किया था जिसे जांच के लिए पूर्व में थाना न्यु राजेन्द्र नगर रायपुर भेजा गया था। घटना स्थल पुरैना थाना तेलीबांधा क्षेत्र का पाये जाने से जांच के लिए थाना तेलीबांधा को मूल शिकायत पत्र प्राप्त हुआ है, जिसकी जांच क्रम में आवेदिका श्रीमती सीमा अग्रवाल उसके पति अशोक अग्रवाल रिटायर्ड राजस्व निरीक्षक रामभूषण ब्यौहार, शुभम शर्मा, मोहित पुजारी, राजेश पुजारी से पुछताछ कर कथन लेखकर दोनो पक्षो से संबंधित दस्तावेज प्राप्त किया गया। शिकायत पत्र की जांच पर पाया गया कि स्व0 मुकेश पुजारी को श्रीमती नारायणी बाई के वसियत नामा के आधार पर ग्राम पुरैना हल्का नंबर 113 में स्थित भूमि खसरा नंबर 362/5, खसरा नंबर 0.486 हे0 भूमि मिली थी, जिसका राजस्व रिकार्ड के बी/1 नक्शा सन् 1998-99 में भूमि स्वामी के रूप में नाम दर्ज था। जिसे स्व0 मुकेश पुजारी द्वारा अपने जीवन काल में 17 मार्च 2003 को आवेदिका श्रीमती सीमा अग्रवाल के नाम से उप पंजीयक कार्यालय रायपुर में विक्रय विलेख निष्पादित कर प्रतिफल प्राप्त किया है। इस विक्रय विलेख निष्पादन के आधार पर राजस्व रिकार्ड में जमीन का नामांतरण आवेदिका श्रीमती सीमा अग्रवाल के नाम से दर्ज किया गया है। वर्तमान में भी उक्त क्रय किये भूमि सीमा अग्रवाल के नाम से बी/1 नक्शा में दर्ज है।

आवेदिका के पास बिक्री करने वाला स्व0 मुकेश पुजारी के अन्य हिस्सेदार राजेश पुजारी, कु0 लक्ष्मी पुजारी, श्रीमती विजयलक्ष्मी शर्मा के द्वारा पटवारी अभिलेखो में राजस्व विभाग के कर्मचारियों से मिलकर षडयंत्र पूर्वक नक्शा में कांट छांट करके अपने अपने जमीन को अन्य लोगो से विक्रय किये गये है। कुछ भूमि शेष है। आवेदिका श्रीमती सीमा अग्रवाल द्वारा क्रय की गई भूमि को कूटरचित दस्तावेज तैयार कर हड़प लिया गया है। आरोपी राजेश पुजारी एवं कु0 लक्ष्मी पुजारी ने मे0 अमरगंगा बिल्डर्स एण्ड प्रापर्टीस प्राईवेट लिमि0 के नाम से कंपनीज आफ रजिस्टार के कार्यालय से पंजीयन कराया है। कु0 लक्ष्मी पुजारी व अन्य के द्वारा खसरा नंबर 362/2, 362/4 रकबा 3.139 हे0 भूमि का विकास अनुज्ञा हेतु आवेदन पत्र नगर तथा ग्राम निवेश कार्यालय रायपुर में प्रस्तुत किया था जिसमें संलग्न नक्शा रिटायर्ड राजस्व निरीक्षक रामभूषण ब्यौहार के द्वारा पारिवारिक संबंध के कारण बटवारा के लिये बनाये गये नक्शा दिनांक 23.10.2005 का प्रस्तुत करके विकास अनुज्ञा प्राप्त किया था। जबकि रामभूषण ब्यौहार राजस्व निरीक्षक पद से दिनांक 31.12.2001 को रिटायर्ड हो चुका था जिन्होने अपने कथन में बताया है कि राजेश पुजारी व उसके परिवार के लोग पूर्व परिचीत होने के कारण समझौता के तौर पर नक्शा बनाकर हस्ताक्षर करके उसे दिया था। विकास अनुज्ञा हेतु उस समय के पदस्थ पटवारी से नक्शा प्राप्त कर विकास अनुज्ञा चाहने आवेदन पत्र प्रेषित करना था। इस नक्शा को प्रस्तुत किये जाने की जानकारी नही होना बताया। यह विकास अनुज्ञा मिलने के बाद समयावधि में निर्माण कार्य नही किये जाने से निरस्त हो गया था। दिनांक 13.01.2009 में पुन: अनावेदिका कु0 लक्ष्मी पुजारी ने ग्राम विकास अनुज्ञा हेतु नगर तथा ग्राम निवेश कार्यालय रायपुर में आवेदन पत्र प्रस्तुत किये थे जिसके अनुसार विकास अनुज्ञा प्राप्त किया था। इस नक्शा में दिनांक 01.02.1991 का पटवारी नक्शा तथा आर्टीकेचर से नक्शा संलग्न किया था, पटवारी नक्शा वर्तमान पटवारी का तैयार कराना था। आर्टीकेचर से आरोपीगण अपने हिसाब से नक्शा बनाकर आवेदिका के खरीदे जमीन के कुछ भाग को कब्जा बताते हुये कुटरचित नक्शा तैयार कर विकास अनुज्ञा प्राप्त किये थे। इसी प्रकार दिनांक 19.07.2014 को संबंधित पटवारी द्वारा नक्शा बनाया गया है जिस पर दिनांक 29.07.2014 को राजस्व निरीक्षक द्वारा हस्ताक्षर किया है एवं दिनांक 18.09.2014 को अपर कलेक्टर रायपुर का नक्शा में संशोधन आदेश में हस्ताक्षर व सील है। नक्शा में कंडिका 01 आरेंज कलर में छ.ग. गृह निर्माण मंडल को आबंटित भूमि पर अशोक पुजारी का कब्जा होना बताया गया है। कंडिका 02 पीले रंग से आवेदिकागणों द्वारा अन्य को बिक्री की गई भूमि. कंडिका 03 कु0 दुर्गा पुजारी के कब्जे की भूमि. कंडिका 04 कु0 लक्ष्मी पुजारी के कब्जे की भूमि जिसे हरा रंग से दर्शाया गया है। कंडिका 05 में खसरा नंबर 362 की भूमि जो छ.ग. गृह नि0मं0 के कब्जे में है। कंडिका 06 में आवेदिकागणों के कब्जे की भूमि जो अतिरिक्त है जिसे भविष्य में छोडा जाना बताया गया है जिसे लाल रंग से चिन्हीत किया गया है। यह नक्शा के अवलोकन से दर्शित हो रहा है कि आवेदिका श्रीमती सीमा अग्रवाल के द्वारा खरीदे हुये भूमि के कुछ भाग को आवेदिका लक्ष्मी पुजारी के कब्जा बताया गया है। इसी प्रकार खसरा नंबर 362/3 के रास्ता के भूमि को लक्ष्मी पुजारी द्वारा कब्जा बताया गया है। इसी प्रकार खसरा नंबर 362/2,4 तथा खसरा नंबर 362/3 के मध्य भूमि को अतिरिक्त होना बताया गया है, जो संभव नही है। यह नक्शा कुटरचित प्रतीत हो रहा है। जिसे आरोपी राजेश पुजारी व अन्य दोषपूर्ण लाभ प्राप्त करने वाले आरोपियों द्वारा राजस्व विभाग के अधिकारियों से त्रुटी पूर्ण व कुटरचित नक्शा तैयार कराया जाना पाया गया है। इस नक्शा में छ.ग. गृह निर्माण मंडल के भूमि को अशोक पुजारी का कब्जा बताते हुये अपर कलेक्टर महोदय रायपुर से संशोधन आदेश पारित कराया गया है। जबकि अवैध अतिक्रमण हटाकर राजस्व रिकार्ड के मुताबीक नक्शा में संशोधन किया जाना था। मात्र कब्जा के आधार पर अन्य व्यक्ति को नुकसान पहुंचाने की आशय से मूल पटवारी नक्शा को संशोधित करना विधि अनुकुल प्रतीत नही हो रहा है। आवेदिका द्वारा आरोप लगाया गया है कि इस संशोधन आदेश पारित करने के पूर्व आसपास के भूमि स्वामियों को आहुत कर सूचना नही दिया गया था। अनावेदकगण द्वारा ही उपस्थित होकर पटवारी नक्शा को संशोधन कराया गया है। इस नक्शा में सन् 1990 में बटांकन भूमि 362/1 एवं 362/3 की स्थिति स्पष्ट नही किया गया है। आवेदिका श्रीमती सीमा अग्रवाल द्वारा खरीदे हुये भूमि खसरा नंबर 362/5 जो खरीदी क पूर्व व वर्तमान में राजस्व रिकार्ड के बी/1 नक्शा में भूमि स्वामी के रूप में नाम दर्ज है। नक्शा बटांकन का दायित्व संबंधित राजस्व विभाग के अधिकारियों का है, यह भूमि स्वामी का नही है। आवेदिका सीमा अग्रवाल द्वारा अपनी खरीदी भूमि का सीमांकन हेतु आवेदन पत्र अतिरिक्त तहसीलदार रायपुर के समक्ष दिनांक 27.03.2010 को प्रस्तुत की थी जिसे खरीज कर दिये थे जिसके बाद सन् 2020 में पुन: सीमांकन हेतु आवेदन पत्र प्रस्तुत किये जिसमें आरोपी राजेश पुजारी, लक्ष्मी पुजारी व अन्य के द्वारा आपत्ति लगाया गया जिस पर पटवारी नक्शा में बटांकन नही होना लेख करते हुये सीमांकन किये जाने से इंकार कर दिये। आरोपी राजेश पुजारी एवं कु0 लक्ष्मी पुजारी को खसरा नंबर 362/2 एवं खसरा नंबर 362/4 में भूमि वसियत नामा पर मिली हुई है। खसरा नंबर 362/3 में भूमि श्रीमती विजयलक्ष्मी शर्मा को मिली हुई है। खसरा नंबर 362/1 की भूमि में आवेदिका को बिक्री करने वाले स्व0 मुकेश पुजारी व उनके अन्य परिवार के सदस्यों को वसियत नामा में भूमि प्राप्त हुआ था। श्रीमती विजयलक्ष्मी शर्मा ने अपने मुख्तयार आम आनंद शर्मा एवं शुभम शर्मा के माध्यम से सत्यनारायण सिंघानिया, शिव कुमार सिंघानिया, पुरूषोत्तम सिंघानिया के पास प्रार्थिया सीमा अग्रवाल के खरीदे जमीन को दिखाकर खसरा नंबर 362/3 का भाग रकबा 0.21445 हे0 को विक्रय दिनांक 23.08.2019 को किया है। अपर कलेक्टर रायपुर से नक्शा का संशोधन कराकर विजयलक्ष्मी शर्मा एवं कु0 लक्ष्मी पुजारी ने जमीन का विनमय निष्पादित करके आवेदिका द्वारा खरीदे भूमि खसरा नंबर 362/5 के भाग को रास्ता बताकर सत्यनारायण सिंघानिया व अन्य को विक्रय किया है। जिस पर आवेदिका के पति द्वारा उसके सीमांकन कार्यवाही के समय आपत्ति किये जाने पर राजेश पुजारी के रिपोर्ट पर दिनांक 27.11.2019 को थाना तेलीबांधा रायपुर में अप.क्रं. 561/2019 धारा 447,427 भादसं का अपराध पंजीबद्व कराया है, जिसका विचारण न्यायालय में विचाराधीन है।

उसी प्रकार श्रीमती कृष्णा शर्मा के द्वारा अपनी भूमि खसरा नंबर 362/1 का भाग रकबा 0.261 हे0 को श्रीमती रीचा अग्रवाल के पास दिनांक 28.05.2002 की प्रतिलिपि राजेश पुजारी द्वारा पेश किया गया है। जिसमें खसरा नंबर 362/5 के स्थिति को अलग जगह बताया गया है। जबकि चौहदी विवरण में नक्शा का मेल नही खा रहा है। जूमला जांच पर अनावेदक राजेश पुजारी, लक्ष्मी पुजारी एवं श्रीमती विजयलक्ष्मी शर्मा के विरूद्व अपराधिक षडयंत्र कर छल करके राजस्व विभाग के नक्शा में कुटरचित तैयार करने तथा न्यायालय में कुटरचित दस्तावेज को असल के रूप में प्रस्तुत किये जाने से अपराध धारा 420,447,466,467, 468,471,474,120बी भादसं का अपराध प्रथम दृष्टया में घटित पाये जाने से अपराध सदर पंजीबद्व कर विवेचना में लिया गया है। आवेदन पत्र के विषय में लेख अनावेदिका स्नेहलता पुजारी एवं अनावेदक मोहित पुजारी व अनुभव पुजारी के विरूद्व अभीतक अपराध में संलग्न होने का साक्ष्य नही पाया गया है। नकल आवेदन पत्र जैल है।

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चोरी को अंजाम देने वाले बांग्लादेशी गिरोह के तीन आरोपी गिरफ्तार

 रायगढ़ (छत्तीसगढ़ दर्पण)। विगत डेढ़ माह से जिले के रिहायशी इलाकों के साथ कॉलोनियों में सुनियोजित तरीके से अज्ञात चोर सूने मकानों में चोरी को अंजाम दे रहे थे । एक के बाद एक चोरियों की बड़ी घटनाओं को एसपी अभिषेक मीना गंभीरता से लेते हुए सभी मामलों की स्वयं समीक्षा कर एडिशनल एसपी लखन पटले के नेतृत्व में सीएसपी दीपक मिश्रा, साइबर सेल और जिले के विभिन्न थाना के प्रभारी व स्टाफ की संयुक्त टीम बनाया गया जिन्हें अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपा गया। एडिशनल एसपी एवं सीएसपी रायगढ़ के सुपरविजन में पुलिस टीम मामले की पतासाजी में जुटकर सभी चोरियों के करीब 150-200 सीसीटीवी फुटेज खंगाले जिनमें कई संदिग्ध के फोटो भी मिले जिन्हें मुखबिर तथा पूर्व के चोरी, लूट में शामिल आरोपियों को दिखाकर पहचान कराया गया। लोकल लोग भी फुटेज देखकर संदिग्ध को नहीं पहचान पाए। पुलिस को अंदेशा हुआ कि जरूर ही कोई बाहरी गिरोह चोरी में शामिल है।

इसी बीच साइबर सेल की टीम को सिलसिलेवार चोरियों में एक कॉमन लिंक मिला, जांच में लगी अन्य टीम की जानकारी भी उसी लिंक पर मेल हुआ जिसके बाद टेक्निकल एनालिसिस के आधार पर संदिग्धों की लोकेशन पुलिस टीम को मिली, जिसके आधार पर जूटमिल प्रभारी निरीक्षक हर्षवर्धन सिंह बैस और सरिया थाना प्रभारी उपनिरीक्षक कमल किशोर पटेल के नेतृत्व में दो अलग-अलग टीमें पश्चिम बंगाल की ओर रवाना किया गया। लगभग 1 सप्ताह के अथक प्रयास पर रायगढ़ पुलिस की टीम आरोपियों के ठिकाने थाना कुमारगंज डिस्ट्रिक्ट दक्षिण दिनाजपुर पश्चिम बंगाल में रेड किया गया जहां एक महिला (छबिकुन नहर बिबी मण्डल) मिली। जिससे कड़ी पूछताछ में जानकारी मिली कि आरोपीगण उड़ीसा तथा छत्तीसगढ़ के कई जिलों में जाकर रुकते हैं अक्सर यह काम धंधे के बहाने ऐसे स्थानों में रुकते हैं जहां आम लोगों का आना जाना कम हो, ये लोग कबाड़ बीनने फेरी करने, सफाई का काम, एसी सुधारने जैसे काम कर लोगों को अपना परिचय दिया करते थे और मौका देखकर चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहे थे । इनके गिरोह का सरगना मोहम्मद खालिद है जो अपने साथियों के साथ हर जिले में नए वेशभूषा के साथ रुकता और अपराध को अंजाम देता था । इनकी टीम भारत-बांग्लादेश के अंतिम सीमा में बसे गांव को अपना ठिकाना बनाकर रखे हुए थे यहां वह चोरी के माल को बांग्लादेश तथा पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों में खपा रहे थे । आरोपीगण चोरी की संपत्ति से कई बहुमूल्य जमीनों की खरीदी मकानों की खरीदी की जानकारी पुलिस को मिली है और यह अक्सर चोरी की गाड़ी का प्रयोग कर रहे थे । जूटमिल के पार्क सिटी में चोरी में भी आरोपियों द्वारा जिस मोटरसाइकिल का उपयोग किया गया है पुलिस की जांच में उसके पामगढ़ जिला जांजगीर चांपा क्षेत्र में चोरी की जानकारी मिली है आरोपियों में तीन फरार हैं जिनकी पहचान पुलिस को मिल चुकी है । अन्य जिलों की पुलिस से जिले की पुलिस संपर्क में है जिनकी शीघ्र धरपकड़ किया जावेगा ।

इन अपराधों का खुलासा-
चौकी जूटमिल क्षेत्र के पार्क सिटी उडीसा रोड में दिनांक 16-17/07/2022 को चोरी।
कोतरारोड़ क्षेत्र के कृष्ण विहार में दिनांक 03-04/07/2022 को चोरी ।
चक्रधरनगर के केलोबिहार में दिनांक 24/06/2022 को चोरी ।
चक्रधरनगर के मालीडिपा में दिनांक 11-12/07/2022 को चोरी ।

जप्त सम्पत्ति-
सोना- 91.25 ग्राम (कीमत 5 लाख), चांदी- 1.127 ग्राम कीमत ₹70,000 और नकद रूपये- 7,35,880 रूपये । कुल जुमला – 13,05,880 रूपये।

आरोपियों का खुलासा-
छत्तीसगढ़ आने पर सांगीतराई-तुर्कमुड़ा में घर किराये पर लिये था जहां पर हम सभी रहते थे । रायगढ़ के बड़ी-बड़ी कालोनियों की रेकी कर चिन्हांकित करके रात में उसमें चोरी किया करते थे । सबसे पहले चक्रधरनगर में केलो विहार में 23-24/06/22 की दरमियानी रात को एक राय होकर मोहम्मद खालिद, मिलन शेख, छोटू खान मिलकर चोरी किये जिसमें चांदी का पाजेब, चांदी का छल्ला, बिछिया, पायल, चांदी का सिक्का एवं सोने के आभुषण तथा नकदी रकम मिला था । इसके बाद दिनांक 03-04/07/22 की दरमियानी रात को कृष्णाविहार कालोनी में एक सूने मकान में सेंट्रल लॉक को तोड़कर घर में घुसकर सोने, चांदी के आभुषण तथा पूजा की थाल, एवं चांदी के सिक्के चोरी किये कि इसके बाद दिनांक 11-12/07/22 की दरमियानी रात्रि को अफसर मण्डल, मोहम्मद खालिद, मिलन शेख, के साथ मिलकर बोईरदादर मालीडीपा के एक सूने मकान का ताला तोड़कर जेवरातों की चोरी और दिनांक 16-17/07/22 की दरमियानी रात को फिर हम लोग पार्क सिटी कालोनी में भी मोहम्मद खालिद, मिलन शेख एवं छोटू खान शामिल थे । पार्क सिटी में चोरी के बाद सभी अफसर मंडल के घर गये, जहां चोरी के माल का आपस में बटवारा किये। अफसर मंडल अपनी बहु छबिकुन नहर बिबी मण्डल के पास अपना कुछ हिस्सा रखा था । पुलिस टीम आरोपिया छबिकुन नहर बिबी मण्डल तथा आरोपी मिलन शेख और मिलोन मंडल के पास से मशरूका की बरामदगीकिया गया है । छबिकुन नहर बिबी मण्डल माल बेचने में भी सहयोग करती थी । मोहम्मद खालिद के गैंग का मास्टर मांइड है।

गिरफ्तार आरोपी-
मिलोन मंडल पिता मुजामिल मंडल उम्र 36 साल (2) मिलन शेख पिता अब्दुल हलीम शेख उम्र 22 साल (3) छबिकुन नहर बिबी मण्डल पति स्व. हलीम मंडल उम्र 38 साल तीनों का स्थायी पता मध्यरामकृष्णपुुर थाना कुमारगंज जिला दक्षिण दिनाजपुर (पश्चिम बंगाल

एडिशनल एसपी लखन पटले, सीएसपी एसपी दीपक मिश्रा के सुपरविजन में बनाई गई टीम में चौकी प्रभारी जूटमिल निरीक्षक हर्षवर्धन सिंह बैस, भूपदेवपुर थाना प्रभारी निरीक्षक अमित शुक्ला, थाना प्रभारी सरिया उपनिरीक्षक कमल किशोर पटेल, साइबर सेल प्रभारी राजेश पटेल, दुर्गेश सिंह, प्रशांत पंडा, धनंजय कश्यप, बृज लाल गुर्जर, मेनका चौहान तथा विभिन्न थाना/चौकी के उप निरीक्षक रामस्वरूप नेताम, सहायक उपनिरीक्षक प्रकाश नारायण पांडे, प्रधान आरक्षक सतीश पाठक, प्रधान आरक्षक आरक्षक दिलदार कुरैशी, विक्कू सिंह, विक्रम सिंह, विनय तिवारी, ओशनिक विश्वाल, धनुर्जय बेहरा, बनारसी सिदार, सत्या यादव, मुकेश साहू, महेश पंडा, प्रकाश गिरी, अभिषेक द्विवेदी, गोविंद पटेल, मनोज पटनायक, जितेन्द्र दुबे शामिल थे ।
 
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