शिक्षा

जिला पंचायत सीईओ ने स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूलों के प्रभारियों की कामकाज की समीक्षा

 बलौदाबाजार (छत्तीसगढ़ दर्पण)। जिले में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने की दिशा में लगातार प्रयास किया जा रहा है। जिले के कलेक्टर रजत बंसल की कोशिश है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश ने स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय के रूप में गरीब बच्चों को अच्छी शिक्षा देने का जो सपना देखा है। वह बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में भी उत्कृष्टता के साथ साकार हो। इन्हीं कोशिशों को साकार करने आज जिला पंचायत के सभागार में सीईओ जिला पंचायत गोपाल वर्मा की ओर से स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूलों के प्रभारियों के साथ बैठक कर कामकाज की विस्तृत समीक्षा की गयी है। 

इस दौरान उन्होंने प्रभारियों को संबोधित करते हुए कहा जिले में संचालित अंग्रेजी माध्यम का यह विद्यालय प्रदेश का सबसे बढिय़ा शैक्षणिक माहौल और सुविधाओं वाला स्कूल हो, जहां बच्चों को बहुप्रशीक्षित शिक्षकों की ओर से शिक्षण की गुणवत्ता में सुधार हो और प्रोजेक्टर के माध्यम से स्मार्ट क्लास के रूप में कक्षाएं संचालित हो, सिलेबस पूर्ण करने के लिए शिक्षक अतिरिक्त कक्षाएं लेकर विद्यार्थियों को सार बताएं उन्होंने कहा कि स्कूल में विद्यार्थियों को पूरी तरह से शैक्षणिक माहौल उपलब्ध होने चाहिए। इसके साथ ही छात्र-छात्राओं के लिए खेलकूद के लिए मैदान, प्रयोगशाला, लाइब्रेरी और स्टॉफ के बैठने की व्यवस्था समुचित होनी चाहिए। स्कूल के प्रवेश से लेकर भीतर कक्षाओं,लैब और लाइब्रेरी में जो सुविधाएं है वह शत प्रतिशत बच्चों को मिलनी चाहिए। इस दौरान शिक्षकों ने होने वाले समस्याओं के बारे में अवगत कराया। जिस पर सीईओ ने शीघ्र ही समाधान करने का आश्वासन दिए है। उक्त बैठक में अतिरिक्त जिला पंचायत सीईओ हरिशंकर चौहान, जिला शिक्षा अधिकारी सी एस ध्रुव सहित सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारी व सभी स्कूल प्रभारी उपस्थित थे।

 
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बुनियादी शिक्षा अभियान : आकांब्लॉक उसूर में शिक्षकों को रीड एलोंग बाय गूगल एप की दी गई विस्तृत जानकारी

 बीजापुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। कलेक्टर राजेंद्र कुमार कटारा के निर्देशन तथा जिला शिक्षा अधिकारी बलिराम बघेल के मार्गदर्शन में जिले में संचालित समर्थन बुनियादी शिक्षा अभियान के तहत कन्या आश्रम आवापल्ली (उसूर) में शिक्षकों को रीड एलोंग बाय गूगल एप के बारे में बताया गया।

उक्त बैठक में गांधी फेलो अरुण कुमार ने रीड एलोंग बाय गूगल एप के बारे में बताया कि कैसे डाउनलोड करना है तथा इसका उपयोग कैसे करना है, ऐप को डाउनलोड करने के पश्चात बीजापुर का पार्टनर कोड को जोडऩा तथा इस एप से बच्चे रोचक खेल और कहानियों के माध्यम से दिया नाम की गूगल असिस्टेंट जो कि बच्चों को पढऩे में मदद करती है और इसके फायदे: 1000 से भी अधिक कहानियां तथा रोचक खेल हैं, जिससे बच्चें हाव भाव के साथ पढऩा सीख सकता हैं। साथ ही आठ अलग-अलग भाषाओं में बच्चे पढऩा सीख सकते हैं। जब अच्छे से पढऩे पर बच्चों को सितारें और दिया शाबाशी भी देती है। रीडिंग ग्रुप बनाना भी बताया गया।

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प्राचार्य अपने स्कूल में लक्षित छात्रों का शत प्रतिशत नामांकन कराना सुनिश्चित करें : कलेक्टर

 अम्बिकापुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। कलेक्टर की अध्यक्षता में गुरुवार को राजमोहिनी भवन के सभाकक्ष में नवीन मतदाताओं के नामांकन संबंधी प्रशिक्षण आयोजित किया गया। कार्यक्रम उन्होंने महाविद्यालय व स्कूलों के प्राचार्यों को लक्षित शत प्रतिशत छात्रों का नाम मतदाता सूची में जुड़वाना सुनिश्चित करने कहा। प्रशिक्षण के माध्यम से नवीन मतदाताओं का नामांकन शत प्रतिशत करने के लिए प्रोजेक्टर के माध्यम से जानकारी दी गई। नामांकन की प्रक्रिया ऑनलाइन के साथ ऑफलाइन मोड में क्रियान्वित की जा रही है।

कलेक्टर ने उपस्थित अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि युवा मतदाताओं का नामांकन करना हमारी प्राथमिकता में है। स्कूल तथा कालेज में पढऩे वाले 18 वर्ष पूर्ण कर चुके सभी छात्रों का नाम मतदाता सूची में जोडऩा है। सभी प्राचार्य अपने स्कूल शालाओं में लक्षित छात्रों का शत-प्रतिशत नामांकन कराना सुनिश्चित करेंगे। सभी चिन्हांकित छात्रों को ऑनलाइन या ऑफलाइन मोड में फॉर्म नम्बर 6 भरना सुनिश्चित करेंगे। नामांकन प्रक्रिया में बेहतर कार्य करने वाले अधिकारियों को पुरस्कृत किया जाएगा। कार्यक्रम में संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अशोक सिंह, जिला पंचायत के सीईओ विश्वदीप, अपर कलेक्टर अमृतलाल ध्रुव, संयुक्त कलेक्टर टीसी अग्रवाल, एसडीएम प्रदीप साहू सहित समस्त महाविद्यालयों व स्कूल के प्राचार्य उपस्थित थे।

 

 

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हायर सेकेंडरी श्यामनगर में बालिकाओं को वितरित की गई साइकिल

 अंबिकापुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय श्यामनगर में कक्षा नवमी में अध्ययनरत 36 बालिकाओं को अतिथियों द्वारा साइकिल वितरण किया गया। सरस्वती साइकिल छत्तीसगढ़  शासन की महत्वकांक्षी योजना है। इस योजना का लाभ आठवीं उत्तीर्ण और नवमी में अध्ययनरत बालिकाओं को दिया जाता है। इस महत्वकांक्षी योजना से दूरदराज से आने वाली बालिकाओं को आवागमन की सुविधाएं मिल जाती है।


सरस्वती साइकिल वितरण कार्यक्रम में अतिथि के रूप में शाला विकास एवं प्रबंध समिति के अध्यक्ष  लालसाय राजवाड़े, विधायक प्रतिनिध रामसुंदर राजवाड़े, सांसद प्रतिनिधि  आगर साय, श्यामनगर सरपंच ताराचंद सोन्हा, उपसरपंच शंभू राजवाड़े और सम्माननीय ग्रामीण श्रीराम, बृजलाल के कर कमलों से बालिकाओं को रोली चंदन लगाकर साइकिल प्रदाय किया गया। इस अवसर पर साइकिल प्राप्त कर बालिकाओं के चेहरे पर खुशी की लहर झलक रही थी। संस्था के प्राचार्य प्रदीप कुमार जायसवाल ने कहा कि शासन की महत्वपूर्ण योजना के अंतर्गत आज आप लोगों को साइिकल प्रदाय की जा रही है। आप लोग प्रतिदिन नियमित शाला समय पर उपस्थित होना है, और मन लगाकर पढ़ाई करना है। अतिथियों ने साइकिल प्राप्त करने वाले बालिकाओं को अपनी शुभकामनाएं प्रेषित किया। साइकिल वितरण कार्यक्रम में राज्यपाल पुरस्कृत व्याख्याता अजय कुमार चतुर्वेदी, लीलाधर नायक, अजय पटवा, विजय भारती, विवेक एक्का, कु0 प्रियंका साहू श्रीमती सुचित्रा सिंह परिहार और श्रीमती दीप्ति एक्का सहित विद्यालय के समस्त स्टॉप उपस्थित रहे।

 

 

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जिपं सीईओ ने लिया आकांक्षा आवासीय विद्यालय का जायजा, कहा- विद्यार्थियों को नहीं होनी चाहिए किसी चीज की कमी

 जांजगीर-चांपा (छत्तीसगढ़ दर्पण)। कड़ी मेहनत परिश्रम से सफलता जरूर मिलती है, सही दिशा के साथ आगे बढ़ो और जिले का नाम रोशन करो यह बात गुरुवार को आकांक्षा आवासीय विद्यालय का निरीक्षण करते हुए जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. ज्योति पटेल ने मेडिकल, इंजीनियरिंग, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों से कही। इस दौरान उन्होंने छात्रावास अधीक्षक से कहा कि विद्यार्थिंयों को किसी भी चीज की कोई कमी नहीं आनी चाहिए। लाइब्रेरी में पर्याप्त पुस्तकें रहे और सभी पुस्तकों को व्यवस्थित रखा जाए ताकि आसानी से विद्यार्थयों को मिल सकें।

जिला कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा के निर्देश पर जिपं सीईओ ने जिला प्रशासन द्वारा संचालित आकांक्षा आवासीय विद्यालय का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि जांजगीर-चांपा जिले में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, जिले से मेडिकल एवं इंजीनियरिंग की परीक्षाओं में नियमित रूप से चयन हो रहा है। साथ ही विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं।

उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि आप कड़ी मेहनत करते रहे तो सफलता आपके कदम चूमेंगी। उन्होंने लाइब्रेरी में अध्ययन कर रहे विद्यार्थियों से उनकी प्रतिदिन की दिनचर्या के बारे चर्चा करते हुए पुस्तकालय में उपलब्ध किताबों की जानकारी ली। उन्होंने आकांक्षा आवासीय विद्यालय के भोजन कक्ष का निरीक्षण किया और स्वच्छता बनाये रखने, नियमित रूप से बच्चों को पौष्टिक भोजन देने के साथ वाटर कूलर की साफ-सफाई रखने के निर्देश छात्रावास अधीक्षक को दिए।

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कलेक्टर ने ली नवोदय विद्यालय प्रबंधकारिणी समिति की बैठक

 सूरजपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। कलेक्टर आरा ने जवाहर नवोदय विद्यालय बसदेई के विद्यालय प्रबंधकारिणी समिति की बैठक ली। बैठक में उन्होंने शैक्षणिक, आवासीय व्यवस्था, नवोदय चयन परीक्षा, स्वास्थ्य सुविधाओं के संबंध में चर्चा की। उन्होंने विद्यालय की विभिन्न उपलब्धियों, शिक्षकों की संख्या की जानकारी ली तथा छात्रों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्रदाय करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंनें शिक्षकों व पालकों को आपस में समन्वय बनाकर बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए उचित वातावरण तैयार करने कहा।

 

नवोदय विद्यालय सह-शैक्षिक व पूर्णत: आवासीय विद्यालय है, जिसमें जिले के शहरी, ग्रामीण व दूरस्थ अंचलों के छात्र-छात्राएं अध्ययनरत् है, आवासीय विद्यालय होने के कारण पालक जब अपने पाल्य या पाल्या से मिलने आते हैं, तो संध्याकाल में लौटने के लिए वाहन, आवास न होने पर अत्यंत कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। इन सब बातों को लेकर विद्यालय प्रबंधकारिणी समिति ने कलेक्टर से विद्यालय परिसर में विश्रामगृह, इंटरनेट कनेक्टिविटी तथा बच्चों के लिए डायनिंग हॉल निर्माण कराने की मांग रखी है।

 
 
 
 
 

कलेक्टर ने विद्यालय प्रबंधकारिणी समिति से विद्यालय के मांगो व समस्याओं से अवगत हुए, जिसमें मैदान के रख-रखाव व इंटरनेट के सुचारु रुप से संचालन के लिए मोबाईल टावर की व्यवस्था करने संबंधित विभाग को निर्देशित किया। विश्रामगृह निर्माण के लिए कलेक्टर ने संबंधित विभाग को प्रतिवेदन तैयार कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। इस दौरान सीएमएचओ डॉ. आर एस सिंह, डीईओ विनोद राय, पीडब्ल्यूडी ईई महादेव लहरे, आर के ओझा, प्राचार्य विनोद सोनी, वरिष्ठ शिक्षक जेड. एच. सिद्दीकी, प्राचार्य डॉ. आर.पी. यदु, परियोजना अधिकारी रविन्द्र सिंह, पालक प्रतिनिधि अंशु पटेल, आलोक साहू शिक्षक व अभिभावक उपस्थित थे।

 
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कलेक्टर ने कुनकुरी के लाईब्रेरी का निरीक्षण किया

 जशपुरनगर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। कलेक्टर मित्तल ने मंगलवार को कुनकुरी विकासखंड के शासकीय उच्चतर माध्यमिक बालक शाला परिसर में स्थापित खनिज न्यास निधि से निर्मित पुस्तकालय, स्कूल, आगंनबाड़ी भवन का निरीक्षण करके सुविधाओं की जानकारी ली।

कलेक्टर ने स्कूल के बगल में खाली भवन को साफ-सफाई करके आंगनबाड़ी केन्द्र को शिफ्ट करने के निर्देश दिए हैं और पुस्तकालय में ओर किताब रखकर उसका बेहतर उपयोग करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि स्कूल और कॉलेज के विद्यार्थी लाईब्रेरी का उपयोग कर सके उसी अनुसार किताब, पत्र-पत्रिकाएं रखने के निर्देश दिए हैं।

 
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ऑनलाइन लेन-देन में अपराधों से बचने सावधानी जरुरी

 डिजिटल मार्केटिंग से उत्पादों को मिल रहा है वैश्विक बाजार

रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। अग्रसेन महाविद्यालय रायपुर तथा विवेकानंद महाविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में “रीसेंट ट्रेंड इन डिजिटल मार्केटिंग एंड इ-कामर्स विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला का आज समापन हुआ। अग्रसेन महाविद्यालय के सभागार में हुए इस कार्यक्रम के वरिष्ठ शिक्षाविद और समाजसेवी अजय तिवारी मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित थे। वहीँ, महाराजाधिराज अग्रसेन शिक्षण समिति के कोषाध्यक्ष तथा छत्तीसगढ़ी अग्रवाल समाज की केन्द्रीय इकाई के अध्यक्ष अजय दानी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।    

इस कार्यशाला में विषय विशेषग्य के रूप में ई.यू केयर फार्मासूटिकल्स प्रायवेट लिमिटेड के एरिया सेल्स मैनेजर रिमोंन बिस्वास और साइबर क्राइम से बचाव के विशेषग्य गौरव तिवारी को आमंत्रित किया गया था। अपने संबोधन में श्री बिस्वास ने कहा कि डिजिटल मार्केटिंग के लिए इन दिनों यू-ट्यूब, फेसबुक ट्विटर, इन्स्टाग्राम सहित अन्य सोशल मीडिया प्लेटफोर्म का उपयोग सफलतापूर्वक किया जा रहा है।  इससे स्थानीय स्तर पर बनने वाले उत्पाद का दायरा और प्रचार क्षेत्र भी व्यापक रूप से बढाया जा सकता हैं। उन्होंने कहा कि डिजिटल मार्केटिंग अभी नया ट्रेंड है और भारत जैसे विशाल देश में इसके लिए अपार संभावनाएं हैं। 

 

साइबर मामलों के विशेषज्ञ गौरव तिवारी ने कहा कि डिजिटल मार्केटिंग और ऑनलाइन लेन-देन के बढ़ते प्रचलन के साथ ही ऑनलाइन ठगी के मामले भी सामने आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि नई तकनीक से हमें सुविधा तो मिल रही है, लेकिन इसके गलत इस्तेमाल से अपराध भी बढ़ रहे हैं. उन्होंने बताया कि आजकल नकली नाम और आई-डी से ई-मेल तथा फोन कॉल करके या फिर मैसेज के लिंक भेजकर ठगी को अंजाम दिया जा रहा है. इसी तरह क्रेडिट कार्ड और मोबाइल एप के जरिये बैंक खाते में लेंन-देन को हैक करके भी ठगी की जा रही है. इस तरह के अपराधों से बचने के लिए ह्मे खुद ही सजग रहने की ज़रूरत है।  

 

इससे पहले अपने स्वागत भाषण में डॉ युलेन्द्र कुमार राजपूत ने कहा कि डिजिटल मार्केटिंग से आजकल प्रायः सभी व्यापारी और उद्यमी अपने कारोबार का विस्तार कर रहे हैं. इससे, घर बैठे भी व्यापार करना संभव हो गया है. उन्होंने  साइबर अपराधों के बारे में कहा कि तकनीक को सही तरीके से समझकर ऐसे अपराधों का शिकार होने से बचा जा सकता है। 

महाविद्यालय के एडमिनिस्ट्रेटर प्रो. अमित अग्रवाल ने इस कार्यशाला को उपयोगी बताते हुए कहा  वाणिज्य और प्रबंध के छात्रों तथा शोधार्थियों के लिए यह बहुत ही सामयिक विषय है और इस पर आगे भी अध्ययन की आवश्यकता बनी रहेगी। इस कार्यशाला में भाग लेने वाले सभी प्राध्यापको, शोधार्थियों और विद्यार्थियों को मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि के हाथों प्रमाण पत्र वितरित किये गए। कार्यक्रम में विवेकानंद महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ मनोज मिश्रा, आई.क्यू.ए.सी. समन्वयक डॉ अशोक कुमार झा सहित वाणिज्य और प्रबंध संकाय के समस्त प्राध्यापक विशेष रूप से उपस्थित थे ।

 

 

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विद्यार्थियों को मिला जीवन कौशल पर प्रशिक्षण

 सकारात्मक योग्यता ही मानसिक विकारों को करती है दूर-प्रीति चांडक

धमतरी (छत्तीसगढ़ दर्पण)। विद्यार्थियों में जीवन कौशल की शिक्षा देकर उनमें निर्णय लेने की क्षमता का विकास किया जाए के उद्देश्य को लेकर भोपाल राव पवार शासकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज धमतरी के छात्र छात्राओं के लिए जीवन कौशल (लाइफ स्किल) पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस सम्बन्ध में नोडल अधिकारी डॉ जे एस खालसा बताया: “विद्यार्थियों में मानसिक तनाव को कम करने और स्वस्थ जीवन शैली अपनाने के लिए मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम विद्यालय में जीवन कौशल अपनाकर मानसिक तनाव को कम करने से संबंधित कार्यशाला का आयोजन किया गया।

इस मौके पर मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर रचना पद्मावर ने बताया जीवन में मानसिक दबाव को कम करने के लिए जीवन कौशल के विषय पर विद्यार्थियों की समझ को बढ़ाना है विद्यार्थी जीवन तनाव से भरा रहता है भविष्य की संभावनाओं को लेकर मन में उथल-पुथल होती रहती है जीवन कौशल के गुणों को अपनाकर हम अपने मस्तिष्क में आ रही नकारात्मक ऊर्जा को खत्म कर सकते हैं। क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट प्रीति चांडक द्वारा बताया कार्यशाला के माध्यम से यह जानकारी देने का प्रयास किया गया कि किसी व्यक्ति के स्वस्थ रहने में मानसिक स्वास्थ्य की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण होती है और समय रहते मानसिक विकार के लक्षणों की पहचान कैसे की जाए। जीवन कौशल वह सकारात्मक योग्यता है जो हमें रोजमर्रा की जरूरतों और कठिनाइयों से गुजरने में समर्थ बनाती है। ट्रेनिंग द्वारा जीवन में आने वाली समस्याओं को हल करने के लिए अलग-अलग प्रकार के लाइफ स्किल जैसे समस्या निदान और निर्णय क्षमता को विकसित करना, तनाव का मुकाबला और भावनाओं पर किस तरह नियंत्रण करें और उनके मुकाबले अपने मन के अस्तित्व को कैसे मजबूत करें के बारे में गतिविधियों के माध्यम से समझाया गया।

 

इस अवसर पर प्रतिभागी छात्र संजय साहू ने बताया छात्र जीवन निश्चित रूप से एक तनाव भरा जीवन रहता है लेकिन हमारे पास जीवन कौशल की जो क्षमताएं हैं उसको हम नहीं पहचानते थे लेकिन गतिविधियों के माध्यम से हम अपनी क्षमताओं को पहचान पाए और जीवन कौशल के उन गुणों को भी समझ पाए जिससे हम आगामी समय में अपने जीवन में आने वाली चुनौतियों को हल कर सकते हैं।

 

कार्यशाला का आयोजन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एसके मंडल, सिविल सर्जन सह जिला अस्पताल अधीक्षक डॉ. एके टोंडर के निर्देशानुसार किया गया। कार्यशाला को सफल बनाने में भोपाल राव पवार शासकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज धमतरी के प्राचार्य और शिक्षकों का महत्वपूर्ण सहयोग रहा।

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200 से ज्यादा किशोरी बालिकाओं के स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं की जानकादी

 दंतेवाड़ा  (छत्तीसगढ़ दर्पण)। महिला बाल विकास विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग के समन्वय से जिला बाल संरक्षण अधिकारी के निर्देशन में सेंटर फॉर कैटालाइजिंग चेंज सी-3 द्वारा, कन्या आवासीय पोटा केबिन गुमड़ा के 200 से ज्यादा किशोरी बालिकाओं के स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं के निदान के लिए काउंसलिंग सत्र का आयोजन किया । राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम ¼ RKSK ½  के तहत जिला अस्पताल में  संचालित किशोर मैत्री स्वास्थ्य क्लिनिक के परामर्शदाता शांति भोगामी और कुसुम के द्वारा किशोरी बालिकाओं में रिप्रोडक्टिव हेल्थ, माहवारी से जुड़ी समस्या, मानसिक एकाग्रता और माहवारी स्वास्थ्य प्रबंधन से जुड़े समस्याओं के लिए किशोरी बालिकाओं का समूह और  वन टू वन काउंसलिंग किया गया, इस दौरान बहुत से बालिकाओं ने माहवारी चिकित्सीय परामर्श से वंचित होने की बात को स्वीकारा और काउंसलिंग प्रोग्राम की सराहना भी की ।
 

महिला बाल विकास विभाग नवा बिहान प्रोग्राम  के संरक्षण अधिकारी मनीषा ठाकुर ने  किशोरी बालिकाओं को घरेलू हिंसा से बच्चों के मनोस्थिति और  स्वास्थ्य पर  पड़ने वाले प्रभावों के बारे में चर्चा की  । सी-3 जिला समन्वयक विनोद साहू ने बताया कि  इसके पूर्व शासकीय हाई स्कूल दंतेवाड़ा में भी 200 से ज्यादा किशोर बालिकाओं का काउंसलिंग किया है। किशोर मैत्री स्वास्थ्य क्लिनिक से आए  काउंसलर ने  विद्यालय के बालिकाओं को बताया कि मासिक धर्म यानी माहवारी बालिकाओं के जीवन का अभिन्न अंग है । इस बारे में खुल कर बात करना जरूरी है । ताकि यह विषय दुनिया के लिए अस्पृश्य न रह कर सामान्य ज्ञान की श्रेणी में आ सके । अभी भी लाखों लोग माहवारी को समाज में अस्पृश्य विषय मान कर इस पर बात करने में असहज महसूस करते है । इसके लिए सबसे पहले लैंगिक भेद मिटाना जरूरी है साथ ही किशोर बालिकाओं के नियमित शिक्षा के साथ-साथ मासिक धर्म संबंधी स्वच्छता को भी शिक्षा में शामिल करना आवश्यक है क्योंकि किशोर बालिकाओं को इस दौरान जिन समस्याओं का सामना करना पड़ता है । काउंसलिंग कार्यक्रम में जिला बाल संरक्षण कार्यालय के कर्मचारी  ममता ठाकुर, कविता गुप्ता, जिला समन्वयक बापी न उवाट प्रोग्राम भुवनेश्वरी ठाकुर, चाइल्ड लाइन से अंजली, पोटा केबिन के अधीक्षिका और  शिक्षक उपस्थित रहे।

 
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कोशिश करने वालों की हार नहीं होती, यह साबित करते हुए इस बालिका ने कलेक्टर से पाई यह इनाम

 जांजगीर-चाम्पा (छत्तीसगढ़ दर्पण)। कोशिश करने वालों की हार नहीं होती...इस प्रेरणादायी कविता को बिना देखे जब पांचवीं की एक बालिका ने सुनाई तो कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने उनकी स्मृति और साहस की सराहना करते हुए न सिर्फ तालिया बजाई, उनकी कोशिशों और सफलता को स्वीकार करते हुए बालिका को पुरस्कार देकर कक्षा के अन्य विद्यार्थियों को भी अपनी सफलता के लिए जीवन में ऐसे ही कोशिश जारी रखते हुए आगे बढऩे की प्रेरणा दी।

जिले के संवेदनशील कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा को जिले में पांच माह होने वाले हैं. वे जिले के इस कोने से लेकर उस कोने तक गाँव के अंतिम छोर में विकास कार्यों का जायजा ही नहीं ले रहे हैं. ग्रामीणों को सरकार की योजनाओं को बताते हुए आगे बढऩे की बात कह रहे हैं. आंगनबाड़ी केंद्र में जा-जाकर बच्चों को स्वस्थ और सुपोषित बनाने उन्हें आंगनबाड़ी में नियमित रूप से खाना देने, अंडा, केला देने के निर्देश देते हुए जोच भी कर रहे हैं। अस्पताल से लेकर स्कूल और सरकारी दफ्तरों से लेकर गौठान के साथ योजनाओं का लाभ उठाकर अपनी खेतों में धान के बदले अन्य फसल लेने वाले हितग्राहियों की खेतों में भी वे कीचड़ व मिट्टी की परवाह किये बिना पैदल पहुंच रहे हैं। 

 

इसी निरीक्षण की कड़ी में वे जब पामगढ़ के बारगांव के प्राथमिक शाला पहुंचे, तो पांचवीं क्लास में शिक्षक विद्यार्थियों को हार नहीं होती कविता पढ़ा रहे थे। यहां पहुंचते ही कलेक्टर ने एक छात्रा को जब बिना देखे यह कविता सुनाने कहा तो छात्रा प्रक्षा ने पूरी कविता सुना दी। छात्रा की इस कोशिश और हार नहीं मानते हुए कविता वाचन की कलेक्टर सिन्हा ने खूब प्रशंसा करते हुए तालियां बजवाई और उपहार दिए। कलेक्टर ने क्लास में 19 का पहाड़ा सुनाने कहा तो एक छात्र ने बिना किताब देखे पहाड़ा भी सुनाया। कलेक्टर ने पहाड़ा सुनाने वाले छात्र को पेन और सभी विद्यार्थियों को चॉकलेट देते हुए यहाँ क्लास ले रहे शिक्षक भोजराम गुप्ता के अध्यापन के तौर तरीकों से प्रभावित होकर शिक्षक को अपनी कलम भेंट कर दी। कलेक्टर ने विद्यार्थियों को अच्छे से पढऩे और आगे बढऩे की प्रेरणा देते हुए शिक्षकों को भी अपना कर्तव्य सही ढंग से निभाने की बात कही।

 

 

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शिक्षक और छात्र-छात्राओं ने मनाया संविधान दिवस

 सूरजपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। जिले के अंतर्गत संचालित उच्च माध्यमिक विद्यालय बसदेई में रविवार को कानून दिवस पर रा.से.यो. के तहत संविधान की प्रस्तावना का उद्घाटन सभी शिक्षकों व विद्यार्थियों ने शपथ लेकर किया। बच्चों ने बाबा साहेब के जीवन से परिचय कराया और संविधान कैसे बना। बच्चों ने गीत व भाषण के माध्यम से कार्यक्रम की प्रस्तुति दी।

इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अजय सिंह ने उद्बोधन में मौलिक अधिकार एवं संविधान निर्माण की विस्तृत जानकारी दी। हमारे संगठन के प्राचार्य विनोद कुमार सोनी ने मौलिक कर्तव्य एवं प्रस्तावना नीति निदेशक का पालन किया। कार्यक्रम के अंत में 10 प्रश्नों की प्रतियोगिता कराई गई, जिससे सही उत्तर देने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित हायर सेकेंडरी स्कूल बसदेई के समस्त शिक्षक एवं शिक्षिकाएं शामिल रही।

 

 

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इंस्पायर अवार्ड प्रोजेक्ट प्रतियोगिता, कलेक्टर बोले- पुरस्कार मिले ना मिले अविष्कार होना चाहिए

 राजनांदगांव (छत्तीसगढ़ दर्पण)। कलेक्टर डोमन सिंह जिला स्तरीय इंस्पायर अवार्ड प्रोजेक्ट प्रतियोगिता के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। कलेक्टर ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पुरस्कार मिले ना मिले अविष्कार होना चाहिए अर्थात किसी भी प्रतियोगिता में हार-जीत उतना मायने नहीं रखता है, जितना नवीन अविष्कारों के प्रति सजग रहते हुए लगातार वैज्ञानिक सोच के माध्यम से कम लागत में नए अविष्कार किये जाये। उन्होंने एक बड़े समूह को लाभान्वित करने हेतु वैज्ञानिक सोच का विकास करने हेतु प्रेरित किया।

भारत सरकार, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के प्रतिनिधि राहुल प्रकाश ने अपने उद्बोधन में विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को एक लक्ष्य तय कर उस दिशा में योजनाबद्ध ढंग से ठोस प्रयास करने हेतु प्रेरित किया। उन्होंने सतत योजनाबद्ध और कठिन परिश्रम से तय लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु क्रियाशील रहने की आवश्यकता पर जोर दिया। जिला शिक्षा अधिकारी राजेश सिंह ने विद्यार्थियों द्वारा नवीन सोच के आधार पर बनाए गए विभिन्न मॉडल की प्रशंसा की एवं उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। कार्यक्रम के नोडल अधिकारी आदित्य खरे, सचिव जिला जन साक्षरता समिति रश्मि सिंह, प्राचार्य डॉ. बल्देव प्रसाद मिश्र हायर सेकेंडरी विद्यालय कैलाश शर्मा, प्राचार्य हायर सेकेंडरी शाला टेड़ेसरा दीपक ठाकुर, विकासखंड शिक्षा अधिकारी वाई डी साहू, बीआरसी राजनांदगांव भगत सिंह ठाकुर सहित संबंधित शालाओं के प्रभारी शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन नोडल अधिकारी सहायक संचालक आदित्य खरे द्वारा किया गया।

जिला स्तरीय प्रतियोगिता में कुल 14 विकासखंडों के प्रतिभागी शामिल हुए थे। बालोद जिले से कुल 136 मॉडल शामिल हुए थे। जिसमें से 13 मॉडल को राज्य स्तरीय प्रतियोगिता हेतु चयन किया गया है। इसी प्रकार अविभाजित राजनांदगांव जिले से 207 मॉडल शामिल हुए थे। उसमें से 20 मॉडल को राज्य स्तरीय प्रतियोगिता हेतु चयन किया गया है।

प्रतियोगिता के मुख्य आकर्षक मॉडल

ग्लूकोस मॉनिटरिंग सिस्टम, हिट ऑब्जर्विंग कूलिंग अमरेला, महुआ फूल बीनने की मशीन, बाढ़ संकेतक, स्मार्ट टॉयलेट, फसल को जंगली जानवर से बचाना, मिलिट्री कूलिंग जैकेट 

प्रतियोगिता में 3 सदस्य 16 दल बनाए गए थे। उनके द्वारा मॉडल को चयन किया गया, तत्पश्चात 3 सदस्य ज्यूरी दल के द्वारा जिला बालोद के लिए 13 मॉडल एवं जिला राजनांदगांव हेतु 20 मॉडल, मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी जिले के मॉडल को फाइनल चयनित किया गया।

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माइन्डस्पार्क एप्प नि:शुल्क सॉफ्टवेयर से छात्र जांच सकेंगे शिक्षा का स्तर

 राजनांदगांव (छत्तीसगढ़ दर्पण)। नीति आयोग की सहयोगी संस्था पिरामल फाउंडेशन और शिक्षा विभाग के तत्वावधान में जिला पंचायत कार्यालय सभाकक्ष में एक दिवसीय बीईआई माइंडस्पार्क एप्प पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार सिंह ने कहा कि पिरामल फाउंडेशन द्वारा शासकीय शालाओं में छात्रों के सीखने की क्षमता को बढ़ाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। बीईआई माइंडस्पार्क के माध्यम से इसमें मदद मिल रही है। उन्होंने सभी संकुल समन्वयक इस कार्यक्रम में अपना पूरा योगदान देने तथा इसे सफल बनाने व माइन्डस्पार्क एप्प को बच्चों तक पहुँचाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि यह एप पालक के मोबाइल में सक्रिय करने में सहयोग करें।  

प्रोग्राम लीडर हेमन्त कुमार वर्मा ने बताया कि जिले में बीईआई कार्यक्रम के अन्तर्गत 5 ब्लाक राजनांदगांव, डोंगरगढ़, डोंगरगांव, छुरिया एवं छुईखदान-गन्डई-साल्हेवारा के 160 स्कूल का चयन किया गया है। जिसमें कक्षा 6वीं से 9वीं तक के बच्चों लक्षित 4693 बच्चों के साथ काम कर रहे हैं। यह छात्र-छात्रा इस एप्प के माध्यम से व्यक्तिगत वास्तविक सीख से अपना शिक्षा का स्तर जाँच सकेंगे। साथ ही उनका स्टूडेंट लर्निंग आउटकम बढ़ेगा। छात्र-छात्रा को माइंडस्पार्क एप्प को पहली बार लागिन करके सक्रिय करना है। फिर यह एप्प 40-45 प्रश्न से असेसमेंट कर आपके स्तर के अनुसार अध्याय निर्मित करता है और पढऩे व सीखने में मदद करता है।

प्रोग्राम मैनेजर महाकाल सिंह ने बताया कि माइंडस्पार्क ए्प्प एक व्यक्तिगत अनुकूली शिक्षण सॉफ्टवेयर है, जो प्रत्येक छात्र को उसके वास्तविक सीखने के स्तर और व्यक्तिगत गति पर सीखने की अनुमति देता है। छात्रों को माइंडस्पार्क ए्प्प के लिए अपने दैनिक उपयोग के लक्ष्यों को सक्रिय रूप से उपयोग करने और प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।

सहायक कार्यक्रम समन्वयक मनोज मरकाम ने कहा कि संकुल समन्वयक व शिक्षकों की भूमिका एक कक्षा में अलग अलग स्तर के विधार्थी होते हैं और कोविड-19 संक्रमण के समय से स्टूडेट लर्निंग आऊटकम में भी कमी आई है। जिसके कारण एक कक्षा के सभी विद्यार्थियों को एक प्लेटफार्म पर पढ़ाने में शिक्षकों को कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। माइंडस्पार्क एक व्यक्तिगत अनुकूली शिक्षण सॉफ्टवेयर है। जिसकी मदद से शिक्षक कक्षा में पढऩे वाले विद्यार्थियों के स्तर से अवगत हो पाएंगे और विद्यार्थियों को उनके स्तर के अनुसार मदद कर पाएंगे।

शिक्षक साथी कक्षा 6वीं से 9वीं के विद्यार्थियों के साथ माइंडस्पार्क वेब ब्राउजर एवं एप्लिकेशन के नियमित उपयोग पर चर्चा करना। चयनित स्कूलों से एक-एक नोडल टीचर भी चयन किये जाँयेगे। गाँधी फैलो निधि निराला पिरामल फाउंडेशन जिला शिक्षा विभाग के साथ मिलकर शासकीय शालाओं में कक्षा 6वीं से 9वीं के विद्यार्थियों को डाटा संग्रहित किया गया। बच्चों को आईडी और पासवर्ड शासकीय शालाओं में उपलब्ध कराया गया।

आईडी और पासवर्ड मिलने के बाद छात्रों को लॉग-इन कराना, लॉग-इन होने के बाद तीन विषय हिन्दी, गणित अंग्रेजी बेसिक टेस्ट देना, जिन विद्यार्थियों ने एक माह में 2 या उससे अधिक बार कम से कम 30 मिनट या उससे अधिक एप्लीकेशन का उपयोग करना है। शिक्षकों द्वारा बच्चों को रेगुलर फॉलोअप लेना तथा समय समय पर प्रेरित करके विद्यार्थियों की प्रगति को चेक करते रहना। गांधी फैलो उत्पल आनन्द माइंडस्पार्क एप्प की विशेषतायें बताते हुए बताया माइंडस्पार्क एक व्यक्तिगत अनुकूली शिक्षण सॉफ्टवेयर है। यह नि:शुल्क में विद्यार्थियों को मिलेगा। हिन्दी और अंग्रेजी भाषा में उपलब्ध है। बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता पर आधारित है।

2 जी नेटवर्क तो था 100 एमबी मोबाइल डाटा कंज्यूम होगा। माइंडस्पार्क एक ऐसा मंच है, जहां पर विधार्थी अपने प्रश्नों को हल करते हैं तथा गतिविधियों एवं खेलों के माध्यम से सीखते हैं।

इस कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार सिंह, एपीसी मनोज मरकाम, विकासखंड स्त्रोत केन्द्र राजनांदगांव भगत सिंह ठाकुर, विकासखंड स्त्रोत केन्द्र डोंगरगांव, अरविंद रत्नाकर, विकासखंड स्त्रोत केन्द्र डोंगरगढ़ महेंद्र श्रीवास्तव, विकासखंड स्त्रोत केन्द्र छुरिया पीडी साहु,  सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी डोंगरगढ़ बिके गर्चा, सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी डोंगरगांव रश्मि ठाकुर, 78 संकुल समन्वयक, पिरामल फाउंडेशन से प्रोग्राम मैनेजर, महाकाल सिंह, प्रोग्राम लीडर हेमन्त कुमार वर्मा, गांधी फेलो उत्पल आनंद, गांधी फेलो टीकम नागर, गांधी फेलो निधि निराला और करूणा फेलो शिवानी शर्मा उपस्थित थे।

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बच्चों का हो सर्वांगीण विकास, मिले गुणवत्तापूर्ण शिक्षा : पीएस ध्रुव

 मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। कलेक्टर पीएस ध्रुव ने शनिवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिले के हाई एवं हायर सेकेण्डरी विद्यालय के प्राचार्यों की बैठक ली और शिक्षा विभाग के द्वारा संचालित शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं का पूर्ण क्रियान्वयन, विद्यालय में छात्र-छात्राओं की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और जाति प्रमाण पत्र बनवाकर वितरण करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने बैठक में कक्षा 10वीं एवं 12वीें बोर्ड परीक्षा की तैयारी सुनिश्चित कराने, विद्यालयों में शिक्षकों का समय पर उपस्थिति देते हुए लापरवाह शिक्षकों पर अनुशासनात्मक कार्यवाही करने कहा।


बैठक की शुरूआत में कलेक्टर द्वारा शिक्षा के तीन चरण स्मृति, बोध एवं चिंतन पर विशेष रूप से प्राचार्यों का ध्यान केन्द्रित किया गया। विद्यालय की कमियों को दूर करके तथा छात्रों में बौद्धिक विकास एवं कौशल विकास पर विशेष ध्यान देने की बात कही गई। बच्चे लगभग 6 घंटे स्कूल में रहते हैं, उस अवधि में बच्चों के सर्वागींण विकास पर जोर दें। विद्यालयों में नियमित रूप से पालक समिति की बैठक पर आयोजित कर शाला की समस्त गतिविधियों की जानकारी पालक समिति को देने की बात कही गई। स्कूल में बच्चों को सामान्य रूप से शिक्षा देना तथा बच्चों में स्वस्थ प्रतियोगिता एवं उच्च कोटि के गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने की बात कही गई। कक्षा 10वीं एवं 12वीं के छात्रों हेतु अधिक से अधिक अंक प्राप्त करने हेतु विशेष तैयारी की आवश्यकता है तथा प्राचार्य शिक्षकों के पढ़ाते समय कक्षा का अवलोकन अवश्य करें।

कलेक्टर ने बैठक में जिले में समस्त स्वामी आत्मानंद स्कूलों के प्राचार्याेेें को छात्रों के हर क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शिक्षक अपने अंदर निहित गुणों को निकालकर बच्चों को प्रदान करें तथा छात्रों में शिक्षकों से प्राप्त गुणों को आत्मसात करने तथा गुणों को उकेरने का प्रयास हो। यदि शिक्षक समय पर स्कूल नही पंहुचते है तथा अध्यापन में रूचि नही लेते हैं ऐसे शिक्षकों पर कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। ज्ञान के सागर को विद्यार्थियों पर उड़ेलने एवं सही आकृति देने की बात कही गई। जब बच्चों से कुछ पूछा जाये तो बच्चों में जवाब देने की क्षमता का विकास करें।

कलेक्टर द्वारा प्राचार्यों से हिन्दी एवं कला से संबधित विषयों पर विकल्प देते हुए उत्तर जानने की कोशिश की गई। कलेक्टर द्वारा विभिन्न महापुरूषों के संबंध में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई तथा आज संविधान दिवस के अवसर पर संविधान के संबंध में बहुत रोचक जानकारी प्रदान की गई। प्राचार्यों को यह निर्देशित किया गया कि उनके विद्यालय में ऐसे छात्र जिनका जाति प्रमाण पत्र नही बना है, उसे 31 दिसंबर तक अनिवार्यतः बना लिया जावे तथा इस कार्य में जिले के सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं तहसीलदारों को भी बैठक में निर्देशित किया गया।

आज संविधान दिवस के अवसर पर सभाकक्ष में उपस्थित सभी अधिकारियों एवं प्राचार्यों ने संविधान की प्रस्तावना का पठन किया। बैठक में अनुविभागीय अधिकारी (रा.) खडगवां श्रीमती नयनतारा सिह तोमर, अनुविभागीय अधिकारी (रा.) भरतपुर मूलचंद चोपड़ा, अनुविभागीय अधिकारी (रा.) चिरमिरी बी.एस.मरकाम, डिप्टी कलेक्टर प्रवीण भगत, जिला शिक्षा अधिकारी अजय मिश्रा, सर्व तहसीलदार एवं सर्व विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी तथा जिले के सभी प्राचार्य उपस्थित थे।
 
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कलेक्टर ने केन्द्रीय विद्यालय प्रबंधन समिति की बैठक, दिए महत्वपूर्ण सुझाव...

 जशपुरनगर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। कलेक्टर व अध्यक्ष विद्यालय प्रबंधन समिति डॉ. रवि मित्तल की अध्यक्षता में शनिवार को केंद्रीय विद्यालय जशपुर में विद्यालय प्रबंधन समिति की बैठक आयोजित हुई। विद्यालय की प्रभारी प्राचार्य श्रीमती नम्रता प्रसाद ने अध्यक्ष डॉ. मित्तल एवं समिति के सभी सदस्यों का स्वागत किया। कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के बच्चों द्वारा स्वागत एवं देशभक्ति गीत की प्रस्तुति के साथ की गई। प्रभारी प्राचार्य ने बैठक मे सभी मुद्दों को विस्तार पूर्वक कलेक्टर  के समक्ष प्रस्तुत किया। कलेक्टर डॉ मित्तल ने सभी मुद्दों को संज्ञान में लेते हुए महत्वपूर्ण सुझाव दिए एवं हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया। इस दौरान कलेक्टर  द्वारा  केन्द्रीय  विद्यालय के पूरे परिसर का निरीक्षण किया गया तथा आवश्यक सुझाव दिए। प्रभारी प्राचार्य द्वारा कलेक्टर द्वारा दिए सुझाव को अमल में लाने का प्रयास करने का आश्वासन दिया गया। बैठक की समाप्ति पर संदीप कुमार श्रीवास्तव द्वारा धन्यवाद ज्ञापन दिया गया।

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स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल में नियुक्ति, अभ्यर्थी साक्षात्कार के लिए आमंत्रित

 दुर्ग (छत्तीसगढ़ दर्पण)। स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय दुर्ग में सहायक शिक्षक विज्ञान प्रयोगशाला (संविदा) विषय भौतिकरसायन एवं जीव विज्ञान के पद पर नियुक्ति हेतु मेरिट के आधार पर चयनित अभ्यर्थियों को साक्षात्कार में आमंत्रित किया गया है।

 

साक्षात्कार 29 नवंबर को शासकीय आदर्श कन्या उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय दुर्ग में सुबह 10.30 बजे से प्रारंभ होगा। पात्र अभ्यर्थी साक्षात्कार स्थल पर सूबह 9.30 बजे सभी वांछित मूल दस्तावेजों के साथ उपस्थित होवें। विस्तृत जानकारी जिले की वेबसाईट पर अवलोकन कर सकते हैं।

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वार्षिक उत्सव में दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल के बच्चों ने किया अपनी कला का प्रदर्शन

 मनेन्द्रगढ़ (छत्तीसगढ़ दर्पण)। हमारा भारत देश अनेकता में एकता का एक बेजोड़ उदाहरण है।  प्राकृतिक सुंदरता अपार सम्पदा एवं विलक्षण प्रतिभा के धनी बुद्धजीवियों  से सुसज्जित विभिन्न राज्य हमारे भारत वर्ष को अतुल्य बनाते है।


उक्ताशय के विचार नगरपालिका अध्यक्ष प्रभा पटेल ने दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल में वार्षिक उत्सव के शुभारंभ के अवसर पर व्यक्त किये। वार्षिक उत्सव का आयोजन इनक्रेडिबल इंडिया यानी अतुल्य भारत की थीम पर किया गया था। कार्यक्रम की शुरुआत आर्ट एक्जीबिशन से की गई जिसका उद्घाटन नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती प्रभा पटेल ने किया। उन्होंने छात्रों द्वारा बनाई गई कलाकृतियों को सराहा तथा आर्ट टीचर राजेश के आर (जिन्होंने पेंसिल कार्विंग में अमेरिकन बुक ऑफ़ इंटरनेशनल रिकॉर्ड में तीन बार स्थान प्राप्त किया है ) की जमकर प्रशंसा  की।

 
 
 



मुख्य अतिथि एमसीबी जिले के कलेक्टर पी एस ध्रुव , कार्यक्रम के अध्यक्ष घनश्याम सिंह (जी एम चिरमिरी एरिया), जिला शिक्षा अधिकारी अजय मिश्रा और यू टी कंज़रकर (जी एम हसदेव एरिया) ने बच्चो की कलात्मकता की सराहना की। कलेक्टर ने शिक्षा से क्षेत्र में भारत देश के योगदान पर चर्चा की। घनश्याम सिंह ने पेरेंटिंग के कुछ महत्वपूर्ण टिप्स देते हुए अभिभावकों को सलाह दी  की दिन में कम से कम २ घंटे बच्चो को मोबाइल, लैपटॉप से दूर रखते हुए उन्हें ग्राउंड पर खेलने भेजें। यू टी कंज़रकर ने विद्यालय के दिनों दिन हो रही प्रगति को सराहा तथा सभी अभिभावकों को बधाई दी की उनके बच्चे इस स्कूल का हिस्सा है जहा छात्रों के शैक्षिक , शारारिक, मानसिक एवं बौद्धिक विकास के सभी संभव अवसर उप्लब्ध  कराये जाते है।

 



विद्यालय के चेयरमैन रमेश सिंह ने विद्यालय के विजन पर चर्चा  की और अगले साल से कक्षा ११ की शुरआत किये जाने की घोषणा की। डायरेक्टर श्रीमती पूनम सिंह ने  विद्यालय के लक्ष्य की चर्चा  करते हुए छात्रों के सर्वांगीण विकास के अपने वादे को दोहराया। कार्यक्रम में विगत शैक्षणिक सत्र के अकादमिक, उपस्थिति एवं ओलिंपियाड अचीवरस को सम्मानित किया गया। बच्चो ने विभिन राज्यों के लोक नृत्यो की मनभावन प्रस्तुति देकर सभी का मन मोह लिया। बच्चो की संगीतमय प्रस्तुति जिसमे उन्होंने घर में रखे हुए टीन के डब्बो, बाल्टी,प्लास्टिक के डब्बो, लोहे की पाइप , बोतल एवं रेत का उपयोग करते हुए अपने म्यूजिकल बैंड की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम की समाप्ति प्राचार्या श्रीमती अर्चना मिश्रा के धन्यवाद ज्ञापन एवं राट्रगीत से किया गया।  कैंपस में अभिभावकों की उपस्थिति एवं  बच्चो के उत्साह ने अद्भुत समां बांध दिया था।

 

 

 

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