छत्तीसगढ़

मोबाइल में मैसेज की बजी घंटी, पूरी हुई मोदी की गारंटी...

महतारी वंदन योजना की राशि पाकर महिलाओं में जागा आत्मसम्मान

रायपुर: अपना बैंक का खाता खुलवाने के बाद हर दिन कुछ रुपये बचत करने और खाते में जमा करने की सोचने वाली लता आज खुश है...दरअसल उनकी खुशी यूँ ही नहीं है...खुशियों के पीछे की वजह है..और यह वहीं वजह है...जिनके लिए वह बेसब्री से इंतजार में थी कि कब उनके मोबाइल में मैसेज की घण्टी बजे तो वह आश्वस्त हो जाए कि अब बचत की जुगत लगाते समय नहीं कटेगा अपितु मोदी की गारंटी के तहत हर माह खाते में महतारी वंदन योजना की राशि आने की गारंटी होगी। कुछ ऐसा ही विश्वास द्वासा बाई, कैलाश बाई और सुकृता, यामिनी कश्यप का भी है कि मोदी की गारंटी के तहत हर महीने एक हजार रुपये उनके खाते में आएंगे,इस रकम से उनकी जरूरी आवश्यकताओं की पूर्ति होंगी।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा छत्तीसगढ़ में महतारी वंदन योजना की शुरुआत करते हुए सभी पात्र महिलाओं के खाते में ऑनलाइन राशि भेजे जाने से महिलाओं में न सिर्फ उत्साह का माहौल है,अपितु आर्थिक रूप से मजबूत होने और सम्मान तथा आत्मविश्वास की नई आशा भी जगी है। कटघोरा ब्लॉक के ग्राम कसाइपाली की सुकृता बाई और यामिनी कश्यप ने बताया कि उन्होंने अपना आवेदन जमा किया था,तब से खाते में राशि आने का इंतजार था। आज प्रधानमंत्री ने सभी के खाते में पैसे भेजे हैं। यह एक हजार की राशि हमारी बहुत काम आएगी। उन्होंने बताया कि घर मे छोटी-छोटी जरूरतों के लिए भी कुछ रुपयों की आवश्यकता पड़ती रहती है,इस बीच ऐन वक्त पर कोई नहीं रहने पर किसी और से पैसे मांगने तक कि नौबत आ जाती है,अब जबकि महतारी वंदन योजना से हर माह पैसे मिलेंगे तो निश्चित ही यह रकम खाते में जमा होते रहेंगे और हमें जब जरूरत होगी,पैसे निकाल लेंगे। इस तरह यह पैसा हमारी बचत के साथ सुरक्षित भी है और हमारी महत्वपूर्ण आवश्यकताओं को पूरा करने में मददगार भी।

ग्राम देवरी की द्वासा बाई ने बताया कि यह एक हजार रुपए उनके बहुत काम आएंगे। वृद्ध हो चुकी द्वासा बाई का कहना है कि पति रोजी मजदूरी करते हैं, किसी तरह से घर चलता है, वह बार-बार पैसे नहीं मांग सकती है,अब खाते में पैसा आने से घर के लिए कुछ जरूरी सामान खरीद पाएगी। ग्राम घना डबरी की 65 वर्षीय वृद्ध श्याम बाई का कहना था कि उन्हें पेंशन भी नहीं मिलता था,अपनी बेटी लता के पास ही रहती है। एक हजार रुपए हर माह मिलने से उन्हें विश्वास तो रहेगा कि वह जरूरत पड़ने पर खुद के लिए कुछ सामान खरीद सकती है या किसी की मदद भी कर सकती है। बांकीमोंगरा की गोमती साहू, घना कछार की कुंती महंत का कहना था कि महिलाओं के विषय में सरकार ने सोचा और उनके खाते में राशि दी, यह हम सबके लिए सौभाग्य की बात है। हम सभी इस पैसे का सदुपयोग करेंगे। महिलाओं ने महतारी वंदन योजना लागू किए जाने और खाते में रुपये भेजे जाने पर इसे मोदी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय द्वारा दी गई गारंटी पूरा होने पर उनका आभार भी जताया है। गौरतलब है कि प्रदेश की 70 लाख से अधिक महिलाओं और कोरबा जिले में 2 लाख 95 हजार 405 महिलाओं को महतारी वंदन योजना से लाभान्वित किया गया है।

 

 

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मुख्यमंत्री बोले- युवाओं का भविष्य संवारना सरकार की जिम्मेदारी

परीक्षार्थियों के लिए रायपुर शहर मे एक और लाईब्ररी बनेगी

रायपुर: रायपुर शहर के बैजनाथ पारा में नव निर्मित तक्षशिला लाईब्रेरी और डिजिटल रीडिंग जोन का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि देश-प्रदेश के युवाओं का भविष्य संवारना सरकार की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही विकास का मूलमंत्र है। पढ़-लिखकर ही युवा डॉक्टर, इंजीनियर, वैज्ञानिक और अधिकारी बन सकते है। पढ-लिख कर ही देश की सेवा कर सकते है और देश के विकास में भागीदार हो सकते हैं। मुख्यमंत्री ने इस दौरान प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रति युवाओं के उत्साह और तैयारियों की लगन को देखते हुए रायपुर शहर में नालंदा परिसर की तर्ज पर एक और सुसज्जित लाईब्रेरी स्थापित करने की भी घोषणा की।  

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत को विकसित भारत के रूप में संवारने का संकल्प लिया है और हमें छत्तीसगढ़ को विकसित छत्तीसगढ़ बनाकर इस अभियान में भागीदारी करनी है। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को शुभकामनाएं और बधाई दी। मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों को मन लगाकर पढ़ने, मेहनत करने की समझाईश भी दी। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री अरूण साव, शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, वित मंत्री ओ.पी. चौधरी, लोकसभा सांसद सुनील सोनी, रायपुर ग्रामीण विधानसभा के विधायक मोतीलाल साहू, धरसींवा विधानसभा के विधायक अनुज शर्मा, रायपुर नगर निगम के महापौर एजाज ढ़ेबर, नगर निगम की नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे सहित कलेक्टर डॉ गौरव सिंह और नगर निगम आयुक्त अबिनाश मिश्रा भी मौजूद रहे।

पीएससी परीक्षा की जांच सीबीआई से कराने पर प्रतियोगियों ने जताया आभार -

राज्य सरकार द्वारा पीएससी परीक्षा की गड़बड़ियों की जांच केन्द्रीय जांच एजंेसी सीबीआई को सौंपने के सरकार के फैसले पर प्रतियोगी परीक्षाओं के विद्यार्थियों ने मुख्यमंत्री श्री साय के प्रति आभार व्यक्त किया। तक्षशिला लाईब्ररी के शुभारंभ अवसर पर पहंुचे श्री साय ने जब प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों से मुलाकात की तो परीक्षार्थी खुशबू चौहान और तान्या चंद्राकर ने सभी प्रतिभागियों की ओर से मुख्यमंत्री को पीएससी परीक्षा की सीबीआई जांच के लिए धन्यवाद दिया। जिसका उपस्थित अन्य प्रतिभागियों ने जोरदार तालियां बजाकर समर्थन किया। सुश्री तान्या चन्द्राकर ने सीबीआई जांच से पीएससी परीक्षा में हुई धांधलियों का पर्दाफाश होने की बात कही और योग्य प्रतिभागियों के चयन की संभावना जताई। खुशबू चौहान ने कहा कि इससे आने वाले एग्जाम में गड़बड़ियां करने से अधिकारियों में भय होगा और वे निष्पक्ष परीक्षाएं कर केवल योग्य प्रतियोगियों का ही चयन कर पाएंगे।  दोनो प्रतिभागियों से श्री साय ने लाईब्रेरी में उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी भी ली।

मुख्यमंत्री ने चखा मिलेट्स से बने व्यंजनों का स्वाद-

तक्षशिला लाईब्रेरी परिसर में विद्यार्थियों के लिए नाश्ते, चाय-पानी की भी पर्याप्त व्यवस्था सशुल्क रखी गई है। आज उद्घाटन अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने रूफटॉप पर मातृकुटीर स्व-सहायता समूह की दीदियों द्वारा संचालित कैंटीन में मिलेट्स के बने स्वादिष्ट और स्वास्थ्य वर्धक नाश्ते का भी स्वाद चखा। मुख्यमंत्री ने रागी के सैंडविच, फरा, लड्डू, जौ के लड्डू, रागी का पीडिया, कोदो की खीर के साथ गुड की चाय भी पी। कलेक्टर ने मुख्यमंत्री को बताया कि यह लाईब्रेरी 24 घण्टे खुली रहेगी, ऐसे में यहां पढ़ने आने वाले विद्यार्थियों के लिए चाय-नाश्ते पानी की भी व्यवस्था जिला प्रशासन ने कराई है। मातृकुटीर स्व-सहायता समूह द्वारा विद्यार्थियों को हेल्दी और स्वादिष्ट नाश्ता तथा चाय सशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा।

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महतारी वंदन योजना : 70 लाख से अधिक महिलाओं के खाते में पहली किश्त का अंतरण 10 मार्च को

रायपुर: अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में 10 मार्च को प्रदेश की राजधानी रायपुर के साथ सभी जिला मुख्यालय, ब्लॉक मुख्यालय, नगरीय निकाय क्षेत्रों में महतारी वंदन सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी राज्य मुख्यालय, जिला मुख्यालय, ब्लॉक मुख्यालय एवं नगरीय निकायों में आयोजित कार्यक्रमों से सीधे वर्चुअल जुड़कर लोगों को संबोधित करेंगे और हितग्राहियों से बात करेंगे। इस अवसर पर महतारी वंदन योजना के तहत प्रदेश की 70 लाख से अधिक महिलाओं के खाते में डी.बी.टी. के माध्यम से पहली किश्त का अंतरण किया जाएगा। इससे प्रत्येक माह महिलाओं के खाते में 1000 रूपये आएंगे।

राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में दोपहर 1 बजे आयोजित मुख्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय शामिल होंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय महिला स्व-सहायता समूहों और विभागीय गतिविधियों पर आधारित स्टॉल का अवलोकन करेंगे। सम्मेलन में मुख्यमंत्री श्री साय छत्तीसगढ़ को बाल विवाह मुक्त करने के अभियान का शुभारंभ भी करेंगे। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े सहित अन्य जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहेंगे।

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रदेश की जनता को दी गई गारंटी को पूरा करते हुए राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में 01 मार्च 2024 से नवीन महतारी वंदन योजना लागू की गई है। योजना के तहत 21 वर्ष से अधिक आयु की पात्र विवाहित महिलाओं को एक-एक हजार रूपए की मासिक वित्तीय सहायता दी जाएगी। इस प्रकार महिलाओं को 12 हजार रूपए वार्षिक प्राप्त होगा। योजना के तहत 10 मार्च को पहली बार सहायता राशि दी जाएगी। इससे लगभग 70 लाख से अधिक महिलाएं लाभान्वित होंगी।

महतारी वंदन योजना के क्रियान्वयन के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग को नोडल विभाग बनाया गया है। सम्मेलन में विभागीय गतिविधियों पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन के साथ महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा उत्पादित सामग्री के विक्रय हेतु स्टॉल भी लगाए जाएंगे। साथ ही विभागीय योजनाओं की जानकारी भी दी जायेगी। जिला स्तर पर आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ को बाल विवाह मुक्त करने का संकल्प भी लिया जाएगा।

 

 

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नक्सल संगठन में रहते हुए भी 15 वर्षों तक ऊर्जा बचाए रखी, आपको प्रणाम : विष्णु देव साय

नक्सल विचारधारा से तंग आकर पुलिस कमांडो बनी राजकुमारी

रायपुर: अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर दंतेवाड़ा के जावंगा में बस्तर फाइटर्स एवं दंतेश्वरी फाइटर्स से चर्चा संवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से अपने जीवन का अनुभव साझा करते हुए राजकुमारी ने बताया कि उन्होंने नक्सल विचारधारा से तंग आकर पुलिस कमांडो बनने की ठानी। सुमित्रा ने बताया कि मैं एक समय में स्वयं ही नक्सली थीं, मुझे अपने गलत होने का जल्द ही अंदाज़ा हो गया इसलिए मैंने आत्मसमर्पण कर दिया।

राजकुमारी ने बताया कि उनकी सगाई 17 वर्ष की उम्र में ही करा दी गई थी, वह शादी नहीं करना चाहती थी, इसलिए नक्सलियों के दल में शामिल हो गई। राजकुमारी ने कहा कि जल्द ही मैं आतंकवादी विचारधारा दूर होने लगी, क्योंकि उनके साथ रहते-रहते बार-बार असुरक्षा और भोजन की कमी का सामना करना पड़ता था। मैंने अपने तीन दोस्तों के साथ नक्सलियों के दल से भागने की योजना बनायी, क्योंकि मैंने ये देखा था कि नक्सली के साथ शादी करने से मना करने पर कैसे लड़की को मार दिया गया। मैंने भागकर पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। समर्पण नीति का फायदा लेकर मैं आज पुलिस कमांडों हूं। बाद में मेरे तीनों साथी भी भाग गए।



नक्सलवाद की राह छोड़कर पुलिस में नौकरी पाने वाली सुमित्रा ने बताया कि एक समय मैं स्वयं ही नक्सली थीं। मुझ पर पांच लाख रूपए का ईनाम घोषित था। मैं 2004 से लेकर 2018 तक नक्सली गतिविधियों में सक्रिय रहीं। इसी दौरान मुझे नक्सल विचारधारा के खोखलेपन का एहसास हुआ। सरकार की अच्छी नीति और पुलिस के प्रयास से समझ में आया कि सरकार की आत्मसमर्पण नीति बहुत कल्याणकारी है, तो अंततः मैंने आत्मसमर्पण कर दिया और समर्पण नीति के अनुरूप मुझे पुलिस में नौकरी मिल गई।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राजकुमारी और सुमित्रा की बात सुनकर कहा कि मैं आप दोनों को सेल्यूट करता हूं। आपने कठिन परिस्थितियों में भी अपने हौसले नहीं छोड़े।

मुख्यमंत्री ने राजकुमारी से कहा कि आप केवल इसलिए नक्सलवादी बन गई क्योंकि आप छोटी उम्र में शादी नहीं करना चाहती थीं। यह दुर्भाग्य की बात है कि समाज में आज भी बाल विवाह की कुप्रथा जारी है। अब ऐसा नहीं होगा। हमारी सरकार ने छत्तीसगढ़ से बाल विवाह की कुप्रथा का पूरी तरह उन्मूलन करने के लिए अभियान शुरू करने का निर्णय लिया है।

मुख्यमंत्री साय ने सुमित्रा से कहा कि आपने 15 साल नक्सली बनकर जंगल की खाक छानी और अब आप पुलिस में हैं, बल्कि आप दंतेश्वरी फाइटर हैं। मैं अक्सर सुनता हूं कि नक्सली संगठन में महिलाओं को सामान्य वैवाहिक जीवन जीने नहीं देते, उन्हें गर्भधारण करने से जबरदस्ती रोका जाता है। इतना शोषण सहने के बावजूद आपके अंदर की दुर्गा, या ये कह लें कि माँ दंतेश्वरी, सदैव आपके नारीत्व की ऊर्जा को न सिर्फ बनाये रखीं बल्कि बढ़ाती रहीं, कि आप के अंदर योद्धा बनने की ऊर्जा 15 साल बाद भी बची रही, आप दंतेश्वरी फाइटर्स बनीं। मैं आपकी ऊर्जा को प्रणाम करता हूं। यही ऊर्जा महिलाओं को अद्वितीय बनाती है। मुख्यमंत्री ने दोनों की हिम्मत और समर्पण को सैल्यूट किया।

 

 

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कारली हेलीपैड में सीएम साय का स्वागत

रायपुर: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के दंतेवाड़ा जिले के एक दिवसीय प्रवास पर कारली हेलीपैड आगमन के दौरान क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों और वरिष्ठ अधिकारियों ने आत्मीय स्वागत किया।


मुख्यमंत्री साय ने इस दौरान एंटी लैंड माईन व्हीकल का अवलोकन किया,साथ ही दन्तेश्वरी फाईटर्स के महिला जवानों के साथ फोटो खिंचवाई।



इस दौरान मुख्यमंत्री ने दन्तेश्वरी फायटर के तृतीय लिंग जवान रानी मंडल से हाथ मिलाया। कमान इस मौके पर विधायक चैतराम अटामी, विधायक चित्रकोट विनायक गोयल तथा अन्य जनप्रतिनिधियों सहित कमिश्नर बस्तर श्याम धावड़े, आईजी बस्तर रेंज सुंदरराज पी., आयुक्त जनसम्पर्क मयंक श्रीवास्तव, कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी, पुलिस अधीक्षक गौरव राय तथा जिला प्रशासन के अधिकारीगण मौजूद थे।

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मुख्यमंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की दी बधाई

रायपुर: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने 8 मार्च अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर सभी माताओं, बहनों और बेटियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। अपने शुभकामना संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा है कि महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने, उनका सशक्तिकरण करने और लैंगिक समानता के उद्देश्य को लेकर पूरी दुनिया में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है।


श्री साय ने कहा है कि विकसित भारत के साथ विकसित छत्तीसगढ़ के संकल्प के साथ राज्य सरकार आगे बढ़ रही है, इसके लिए गरीब, युवा, अन्नदाता के साथ महिलाओं के समावेशी विकास का रोड मैप तैयार किया गया है। महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश में महतारी वंदन योजना शुरू की गई है। योजना के तहत पहली किश्त जल्द ही महिलाओं के खातों में अंतरित की जाएगी। साथ ही प्रदेश के विकास में महिलाओं की आर्थिक भागीदारी बढ़ाने के लिए महिला समूहों को रेडी-टू-ईट निर्माण का जिम्मा फिर सौंपने का निर्णय लिया गया है। इससे बड़ी संख्या में महिलाओं को लाभ होगा।

 

श्री साय ने कहा है कि महिलाओं के स्वास्थ्य, स्वावलंबन और सुरक्षा के लिए राज्य सरकार संकल्पित है। इसके लिए इस वर्ष 2024-25 में महिला एवं बाल विकास के बजट को लगभग दोगुना से अधिक कर दिया गया है। राज्य सरकार द्वारा ग्यारह हजार से अधिक पंचायतों में महिला सदन खोलने, नवीन महिला थाना स्थापना के लिए 300 नवीन पदों का प्रावधान और महिलाओं के पोषण पर विशेष ध्यान रखने जैसे कई प्रावधान बजट में किए गए हैं। श्री साय ने कहा है कि महिलाओं के लिए विकास के समान अवसर उपलब्ध कराने की दिशा में राज्य सरकार निरंतर काम करती रहेगी। समाज और प्रत्येक व्यक्ति भी महिलाओं के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाएं और उन्हें आगे बढ़ने का सुरक्षित और पूरा अवसर प्रदान करें। 

 

 

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मुख्यमंत्री ने महाशिवरात्रि पर प्रदेशवासियों को दी शुभकामनाएं

रायपुर: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। इस अवसर पर उन्होंने भगवान शिव से प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की है। महाशिवरात्रि की पूर्व संध्या पर जारी अपने शुभकामना संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा है कि पूरे देश के साथ-साथ छत्तीसगढ़ में भी महाशिवरात्रि का त्यौहार श्रद्धा और भक्तिभाव से मनाया जाता है। शिवभक्तों के लिए महाशिवरात्रि का दिन विशेष महत्व रखता है। पुराणों के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। माना जाता है यह दिन आध्यात्मिक शक्ति और ऊर्जा प्राप्ति के लिए महत्वपूर्ण है।

 

 

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राज्यपाल ने दी अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं

 रायपुर: राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर समस्त महिलाओं सहित प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।


अपने शुभकामना संदेश में राज्यपाल ने कहा है कि पूरे देश सहित छत्तीसगढ़ में भी विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं ने अपनी योग्यता और क्षमता के बल पर सफलता के अनेक कीर्तिमान स्थापित किए हैं। हम सभी को एक ऐसी दुनिया बनाने के लिए प्रतिबद्ध होने की आवश्यकता है जहां सभी महिलाएं सशक्त हों। प्रत्येक क्षेत्र में महिलाओं के प्रति नजरिए में सकारात्मक दृष्टिकोण और स्वस्थ सोच बनाए रखने की आवश्यकता है। तभी सच्चे अर्थों में प्रदेश सहित राष्ट्र की प्रगति होगी।

 

 

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महाशिवरात्रि पर चंद्रशेखर स्वरूप में होगा बाबा बुढ़ेश्वर नाथ का विवाह

रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के सबसे प्राचीन और विशाल शिवालय बुढ़ेश्वर महादेव मंदिर में बाबा बुढ़ेश्वरनाथ  चंद्रशेखर स्वरूप धारण कर विवाह रचाएंगे। इसे हेतु पूरे मंदिर को भव्य वैवाहिक स्थल के रूप में मंडप का स्वरूप दिया जा रहा है। इसके लिए तैयारियां जोर-जोर से प्रारंभ हो गई है।

रायपुर पुष्टिकर समाज के मुख्य ट्रस्टी चंद्र प्रकाश व्यास ने बताया कि बुढ़ेश्वर महादेव मंदिर लगभग 400 वर्ष प्राचीन है और यहां पर स्वयंभू शिवलिंग है जिसके दर्शन मात्र से ही भक्तों की मनोकामना पूर्ण हो जाती है। इसका संचालन प्राचीन काल से रायपुर पुष्टिकर समाज द्वारा किया जा रहा है । उन्होंने बताया कि महाशिवरात्रि पर्व के लिए तैयारी मंदिर परिसर में जोरों से चल रही है पूरे शिवालय को एक वैवाहिक मंडप का स्वरूप दिया जा रहा है जिसमें भगवान भोलेनाथ की बारात का दृश्य मंदिर के बाहर स्थल में देखने को मिलेगा वहीं मंदिर के गर्भ गृह को वैवाहिक वेदी का स्वरूप दिया जा रहा है जहां पर भगवान शिव पार्वती फेरे  लेते हुए नजर आएंगे और सभी देवता गण उन पर पुष्प वर्षा करते हुए दिखेंगे।

प्रबंधक ट्रस्टी श्रीमती विजयलक्ष्मी बोहरा ने बताया कि महाशिवरात्रि के आयोजन के लिए समाज के युवाओं की पूरी टीम पिछले 10 दिनों से सक्रिय है । 8 मार्च महाशिवरात्रि के दिन प्रातः 4:45 बजे भस्म आरती पंचामृत अभिषेक किया जाएगा तत्पश्चात प्रातः 7:00 बजे से आम भक्तगण जलाभिषेक कर सकेंगे उसके बाद दोपहर 12:00 बजे भगवान भोलेनाथ को राजभोग अर्पित किया जाएगा उसके बाद शाम 4:00 बजे से भगवान भोलेनाथ के चंद्रशेखर स्वरूप के दर्शन प्रारंभ होंगे जो देर रात्रि तक चलेंगे उसके पश्चात रात्रि 12:00 बजे से महानिशा पूजा का आयोजन भी किया गया है।

क्या है भगवान भोलेनाथ का चंद्रशेखर स्वरूप

भगवान शिव के विवाह का प्रसंग है। पार्वती की माता मैना के भीतर अहंकार था। भगवान शिव इस अहंकार को नष्ट करना चाहते हैं इसलिए उन्होंने भगवान विष्णु और ब्रह्माजी से कहा- आप दोनों मेरी आज्ञा से अलग-अलग गिरिराज के द्वार पर पहुंचिए। शिवजी की आज्ञा मानकर भगवान विष्णु सबसे पहले हिमवान के द्वार पर पधारे। मैना (पार्वतीजी की माता) ने शुभ आरती सजाई और उनके साथ की स्त्रियां उत्तम मंगलगीत गाने लगीं। सुंदर हाथों में सोने की थाल शोभित है, इस प्रकार मैना हर्ष के साथ शिवजी का परछन करने चलीं। जब मैना ने विष्णु के अलौकिक रूप को देखा तो प्रसन्न होकर नारद जी से पूछा है- क्या ये ही मेरी शिवा के शिव हैं? 

तब नारद जी बोले, ‘‘नहीं, ये तो भगवान श्री हरि हैं। पार्वती के पति तो और भी अलौकिक हैं। उनकी शोभा का वर्णन नहीं हो सकता।’’

इस प्रकार एक-एक देवता आ रहे हैं, मैना उनका परिचय पूछती हैं और नारद जी उनको शिव का सेवक बताते हैं। फिर उसी समय भगवान शिव अपने शिवगणों के साथ पधारे हैं। सभी विचित्र वेश-भूषा धारण किए हुए हैं। कुछ के मुख ही नहीं हैं और कुछ के मुख ही मुख हैं। उनके बीच में भगवान शिव अपने नाग के साथ पधारे हैं। शिवजी से द्वार पर शगुन मांगा गया है। बाबा ने पूछा कि शगुन क्या होता है? 

किसी ने कहा कि आप अपनी कोई प्रिय वस्तु दान में दीजिए। बाबा ने अपने गले से सर्प उतारा और उस स्त्री के हाथ में रख दिया जो शगुन मांग रही थी। वहीं मूर्छित हो गई। इसके बाद जब महादेवजी को भयानक भेस में देखा तब तो स्त्रियों के मन में भारी भय उत्पन्न हो गया। डर के मारे भागकर वे घर में घुस गईं और शिवजी जहां जनवासा था, वहां चले गए। कुछ डर के मारे कन्या पक्ष (मैना जी) वाले मूर्छित हो गए। जब मैना जी को होश आया तो रोते हुए कहा- चाहे कुछ भी हो जाए मैं इस भेस में अपनी बेटी का विवाह शिव से नहीं कर सकती हूं। 

उन्होंने पार्वती से कहा- मैं तुम्हें लेकर पहाड़ से गिर पड़ूंगी, आग में जल जाऊंगी या समुद्र में कूद पड़ूगी। चाहे घर उजड़ जाए और संसार भर में अपकीर्ति फैल जाए, पर जीते जी मैं इससे तुम्हारा विवाह नहीं करूंगी। 

नारद जी को भी बहुत सुनाया। मैंने नारद का क्या बिगाड़ा था जिन्होंने पार्वती को ऐसा उपदेश दिया कि उसने बावले वर के लिए तप किया। सचमुच उनको न किसी का मोह है, न माया, न उनके धन है, न घर है। यह सब सुनकर पार्वती अपनी मां से बोली- हे माता! कलंक मत लो, रोना छोड़ो, यह अवसर विषाद करने का नहीं है। मेरे भाग्य में जो दुख-सुख लिखा है, उसे मैं जहां जाऊंगी, वहीं पाऊंगी। 

ऐसा कह कर पार्वती शिव के पास गई और उन्होंने निवेदन किया हे भोले नाथ! मुझे सभी रूप और सभी वेश में स्वीकार हो। लेकिन प्रत्येक माता-पिता की इच्छा होती है कि उनका दामाद सुंदर हो। 

तभी वहां विष्णु जी आ जाते हैं और कहते हैं पार्वती जी! आप चिंता मत कीजिए। आज जो शिव का रूप बनेगा उसे देखकर सभी दंग रह जाएंगे। आप यह जिम्मेदारी मुझ पर छोड़िए। भगवान विष्णु ने भगवान शिव का सुंदर शृंगार किया और सुंदर वस्त्र पहनाए। करोड़ों कामदेव को लज्जित करने वाला रूप बनाया शिव का। शिव के इस रूप को भगवान विष्णु ने चंद्रशेखर नाम दिया।

 

 

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संगीत विश्व विद्यालय के स्टूडेंस् ने सांस्कृतिक विधा पर प्रस्तुति देकर सबका मन मोह लिया

सरस मेला में लोक संगीत, सुगम संगीत , कत्थक, सुफी गायन और योग नृत्य का हुआ अद्भूत संगम

कवर्धा: कवर्धा के पीजी कॉलेज मैदान में आयोजित सरस मेले के नौवें दिन इंदिरा कला एवं संगीत विश्व विद्यालय खैरागढ़ के छात्र-छात्राओं ने छत्तीसगढ़ की कला-संस्कृति और रीति-रिवाजों पर आधारित अलग-अलग विधाओं पर शानदार प्रस्तुति देकर सबका मन मोह लिया। सधे हुए बड़े कलाकारों की तरह संगीत विश्व विद्यालय के स्टूडेस् ने बिना झिछक के गीत-संगीत धून के साथ छत्तीसगढ़ की अलग-अलग विधाओं से दर्शकों को खूब मनोरंजन किया। दर्शकों ने तालियों की गढ़गढ़ाहटों से सरस मेले में आए सभी कलाकारों का उत्साह बढ़ाया। 

सरस मेला के नौवें दिन के साँस्कृतिक मंच पर छत्तीसगढ़ की लोक पारम्परिक, लोक संगीत,सुगम संगीत, कत्थक, सुफी गायन और योग नृत्य का अद्भूत संगम देखने को मिला। वही विश्व विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने छत्तीसढ़ की नाचा संस्कृति पर आधारित सीता राम ले भैया..... जाए के बेरा होगे हे सीता राम ले ले... की  संगीत-गीतों के साथ सरस मेले का नौवे दिन की सांस्कृतिक आयोजन का विधिवत समापन किया।


सरस मेला का यह आयोजन छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के अथक प्रयासों और छत्तीसगढ़ शासन के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्रलाय के तत्वावधान में आयोजित हो रहा है। सरस मेला का मुख्य उद्देश्य छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिले तथा देश के अलग-अलग राज्यों में काम करने वाले स्वसहायता समूहों को एक स्थान पर उनके द्वारा उत्पाद की गई सभी समाग्रियों को विक्रय के लिए एक आदर्श और सम्मान के साथ एक मंच प्रदान करना है। छत्तीसग़़ढ़ शासन द्वारा आयोजित इस सरस मेले में लगभग दौ सौ स्टॉल लगाए गए है। यह आयोजन दस दिन का था। 6 मार्च को इस सरस मेला का विविधव समापन होगा। सरस मेले में आठवें दिन तक अब तक 47 लाख रूपए से अधिक का व्यवसाय इस मेले में होनी की जानकारी दी गई है,समूहों का यह व्यवसाय अर्धशतक लाख का आकड़ा पार होने की पूरी उम्मीद जताई गई है।

कलेक्टर जनमेजय महोबे, पुलिस अधीक्षक डॉ अभिषेक पल्लव, जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल द्वारा सरस मेले में आने वाले सभी अतिथियों और कलाकारों को स्वागत और अभिनंदन किया जा रहा है। सरस मेले के नौवें दिन इंदिरा कला एवं संगीत विश्वविद्यालय की कुलपति तथा पद्श्री ममता चन्द्राकर विशेष रूप से शामिल हुई। उन्होंने सरस मेले का अवलोकन किया और नौ दिन के सभी सांस्कृतिक आयोजन को दर्शक दीर्घा में समापन तक बैठकर लोक-कलाकारों, स्कूली विद्यार्थियों और इंदिरा कला एवं संगीत विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं को मनोबल बढ़ाया। 

जिला प्रशासन की ओर से नौ दिन के आयोजन के मुख्य अतिथि के रूप में चिकित्सा जगत से जुड़े डॉ शशि कपूर परिहार, डॉ अतूल जैन, डॉ दिलिप सिंह, डॉ अजय बागड़े सहित दानेश्वर परिहार, रवि वर्मा, श्रीकांत उपाध्याय, कैलाश शर्मा, सुरेश चन्द्रवंशी, नंदलाल चंन्द्राकर, डोमन चन्द्रवंशी, राजकुमार वर्मा, कमलकांत नाबिक, नवदीप सिंह चांवला विशेष रूप से उपस्थित थे। मुख्य अतिथियों ने दीप प्रज्जवलित कर सांस्कृतिक कार्यक्रम का विविधिव शुभारंभ किया। सरल मेले के नौवे दिन स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय के छात्र-छात्रओं ने शानदार प्रस्तुति दी। साथ ही चैतन्य साहू, शरीफ खान, मानस साहू एवं वर्षा साहू ने केरोके में गजल और हिन्दी फिल्म गानों की प्रस्तुति दी। कवर्धा के राम खिलावन लांझेकर ने सुफी गायन कर सबकों को तलिया बजाने पर मजबूर कर दिया। मुख्य अतिथियों के साथ जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल ने सभी कलाकारों को स्मृति चिंन्ह भेंट कर सम्मानित किया।

 
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सीएम साय की अध्यक्षता में शुरू हुई कैबिनेट की बैठक

 रायपुर: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में बुधवार शाम महानदी भवन, मंत्रालय, नवा रायपुर, अटल नगर में मंत्रिपरिषद की बैठक शुरू हो गई है।

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मोदी की गारंटी को पूरा करते हुए साकार करेंगे विकसित छत्तीसगढ़ का सपना : मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री ने चेट्रीचंड्र महोत्सव पर शासकीय अवकाश की घोषणा की

रायपुर:  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि मोदी की गारंटी को पूरा करते हुए विकसित छत्तीसगढ़ का सपना साकार करेंगे। मुख्यमंत्री आज शाम यहां राजधानी रायपुर के श्री अटल बिहारी बाजपेयी ऑडिटोरियम मेडिकल कॉलेज में चेट्रीचंड्र महोत्सव समिति, रायपुर और संपूर्ण सिंधी समाज, छत्तीसगढ़ द्वारा आयोजित अभिनंदन समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने चेट्रीचंड्र महोत्सव पर शासकीय अवकाश की घोषणा की ।

अभिनंदन समारोह में प्रदेश भर से आए सिंधी समाज के सदस्यों को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि भारत-पाकिस्तान के विभाजन का सबसे ज्यादा दंश सिंधी समाज ने ही झेला है। देश को आगे बढाने में सिंधी समाज का बहुमूल्य योगदान है। चाहे व्यापार का क्षेत्र हो या राष्ट्र भक्ति की बात हो। सिंधी समाज हमेशा अग्रणी रहा है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी की सोच है कि भारत को फिर से विश्व गुरु बनाना है। भारत फिर से सोने की चिड़िया बने। एक विकसित भारत का निर्माण हो। दस वर्षों के मोदी जी के प्रयास से हमारा देश आर्थिक सेक्टर में 11वें स्थान से पांचवे स्थान आ गया है। आने वाले 5 साल में देश को आर्थिक क्षेत्र में तीसरे स्थान पर लाना है। इसके लिए सभी का सहयोग जरूरी है। विकसित भारत के लिए विकसित छत्तीसगढ़ बनाना जरूरी है। विकसित छत्तीसगढ़ के लिए आप सभी के व्यापार को भी विकसित व्यापार बनाना जरूरी है। सभी के सहयोग से विकसित छत्तीसगढ़ बनेगा, इसमें सिंधी समाज की बड़ी भूमिका होगी।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमारी सरकार बने अभी ढाई महीने हुए हैं। मोदी की गारंटी को पूरा करने की दिशा में सरकार कदम बढ़ा चुकी है। 18 लाख प्रधानमंत्री आवास का निर्णय पहली कैबिनेट में लिया गया। बहुत जल्द गरीबों का पक्का मकान बनना शुरू हो जाएगा। 2 साल का बकाया बोनस 12 लाख से ज्यादा किसानों को 3716 करोड़ रुपये 25 दिसंबर को हम दे चुके हैं। 21 क्विंटल प्रति एकड़ के हिसाब से धान की खरीदी की गई है। इस साल बंपर धान की खरीदी हुई है। एक लाख 47 हज़ार मेट्रिक टन धान की खरीदी हुई है ।  24 लाख 72 हजार किसानों ने धान बेचा है। महतारी वंदन योजना के तहत 70 लाख 14 हजार बहनों का फॉर्म वैध पाया गया है। जल्द ही एक हज़ार रुपये की पहली किश्त उनके खाते में हस्तांतरित कर दी जाएगी। इसी प्रकार छत्तीसगढ़ के विकास के लिए जो भी आवश्यक कदम होंगे वो हम उठाएंगे।

इस अवसर पर विधायक पुरन्दर मिश्रा, पूर्व विधायक श्रीचंद सुंदरानी, राजू जगदीश, अमर परवानी,  अमित चिमनानी सहित प्रदेश भर से आए सिंधी समाज के सदस्य उपस्थित रहे।

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हमारी कृषि आधारित अर्थव्यवस्था में पशुधन आज भी महत्व : टंकराम वर्मा

 घुलघुल में जिला स्तरीय पशुधन प्रदर्शनी और मेला आयोजित

रायपुर: राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा ने कहा है कि छत्तीसगढ़ की कृषि आधारित अर्थव्यवस्था में आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में पशुधन का महत्व है। पशुधन का उपयोग कृषि कार्यों के साथ-साथ अन्य आर्थिक गतिविधियों में भी है। इस महत्ता के कारण हमारी संस्कृति में पशुधन को पूजनीय माना गया है। श्री वर्मा रायपुर जिले के ग्राम घुलघुल में जिला स्तरीय पशुप्रदर्शनी और पशु मेला में पशु मालिकों को सम्बोधित कर रहे थे। 

पशु चिकित्सा विभाग के द्वारा आयोजित इस मेले में उन्नत नस्ल के पशु प्रदर्शित किए गए थे। साथ ही यहां स्वस्थ्य पशु प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस आयोजन में 230 कृषक और पशुपालकों ने हिस्सा लिया। मेले में बीमार पशुओं का उपचार कर दवाईयां वितरित की गई। प्रतियोगिता में दुधारू गाय वर्ग में संजय शर्मा नेवरा, आकाश अग्रवाल नेवरा, तथा शत्रुहन यादव रजिया के गाय को क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त हुआ।  इसी प्रकार फेरहा यदु,  हितेन्द्र मिर्झा एवं  गंगा यदु के भैंस को क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान (दुधारू भैंस वर्ग)तथा बकरा-बकरी वर्ग में राकेश साहू कुम्हारी, परस निषाद खपरीकला एवं  देवेश वर्मा के बकरा-बकरी को क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान, बैल जोड़ी वर्ग में  ईश्वर साहू,  रूपेन्द्र यादव, रामजी साहू के बैल को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान एवं उन्नत वत्स पालन में यशकुमार यदु मोहगांव,  हेमंत यदु खपरीकला,  अशोक यदु आलेसुर को क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान तथा कुक्कुट वर्ग में बिसरू निषाद, महाराज टण्डन एवं बिसरू निषाद को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। 

इस अवसर पर जिला पंचायत सभापति राजू शर्मा, तिल्दा जनपद अध्यक्ष सुमन देवव्रत नायक, जनपद सदस्य स्वाति वर्मा, सभापति जनपद पंचायत तिल्दा शिवशंकर वर्मा, ग्राम कोहका के सरपंच सहदेव कुर्रे,  भगवती साहू, विजय ठाकुर, तेजराम वर्मा, पशुधन विकास विभाग के संयुक्त संचालक डॉ. शंकरलाल उइके तथा विभाग के जिला स्तर के अधिकारी एवं कर्मचारी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।

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फॉरेस्ट ऑफ लाईफ महोत्सव में शामिल हुये विद्यार्थी

धमतरी: कलेक्टर सुश्री नम्रता गांधी के निर्देशानुसार आज जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट), नगरी में अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन के सहयोग से फॉरेस्ट ऑफ लाइफ महोत्सव का आयोजन किया गया।

इस महोत्सव में पैनल में बच्चो को चित्रों के माध्यम से एक कहानी, जंगलों की उत्पत्ति कैसे हुई, पेड़ पौधे कैसे बने, जंगलों से हमें क्या क्या प्राप्त होता है, जंगल के आसपास रहने वाली प्रजाति किस प्रकार  जंगलों पर निर्भर है, जंगलों के बिना हमारा भविष्य कैसा होगा, और भविष्य में हम जंगलों को कैसा बचा सकते हैं जैसे कई प्रकार के विषय शामिल थे। वही वर्क शॉप में मिट्टी से खिलौने बनाने एवं बर्ड वाचिंग में पक्षियों को उनकी आवाज, उनके रंग, आकार से पहचानना सिखाया गया। वहीं मूवी हॉल में उदंती सीतानदी अभारण्य, कांगेर वैली जैसे  जंगलों की खूबियों को भी बताया गया। फॉरेस्ट डायरी में रिसोर्स पर्सन के रूप में देवदत्त तारम, रेंजर आरसीकन्हार एवं पुरुषोत्तम जी अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन से उपस्थित थे। जिन्होंने बच्चों से बात करके हमारे आसपास के जंगलों को समझने एवं उनके रख रखाव कैसे किया जाए इसकी जानकारी दी। फॉरेस्ट ऑफ लाइफ में वालेंटियर द्वारा रिसेप्शन पर सभी विद्यालय के छात्रों एवं शिक्षको का पंजीयन किया गया, उसके पश्चात बच्चो को 25-25 के समूह में बाटकर वालेंटियर द्वारा आईडी दी गई फिर स्टूडेंट वालेंटियर अपने अपने समूह के बच्चो को अलग अलग जगह ले गए। जिसमें पैनल एग्जिबिशन, वर्क शॉप, फॉरेस्ट डायरी, फॉरेस्ट मूवी शामिल थी। अंत में बच्चों एवं शिक्षको से इस आयोजन पर उनकी क्या प्रतिक्रिया हैं लिखवाई गई। जिसे बोर्ड में लगाकर रखा गया हैं।

गौरतलब है कि फ़ॉरेस्ट ऑफ़ लाइफ़ महोत्सव, अजीम प्रेमजी विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित किया जाने वाला एक जलवायु उत्सव है।  यह महोत्सव प्रकृति की खुशी का जश्न मनाता है तथा कला प्रतिष्ठानों का एक समूह, युवा प्रशिक्षुओं द्वारा ली गई जंगलों की तस्वीरें, संगीत, फ़िल्में, कलाकृतियां आदि चीज़ों को शामिल करता है। कार्यक्रम में विद्यार्थियों को वन्य प्राणी, वनांचल के रहन-सहन, हरे-भरे जंगल, झाड़ियों का मनोरम दृश्यों को विस्तारपूर्वक समझाया गया। इस कार्यक्रम में कुल 14 विद्यालय से 504 छात्र एवं 32 शिक्षक उपस्थित थे। दो पालियों में आयोजित इस कार्यक्रम में पहली पाली के प्रथम बैच में 07 विद्यालय 235 छात्र एवं 10 शिक्षक तथा दूसरी पाली के द्वितीय बैच में 07 विद्यालय, 269 छात्र, एवं 22 शिक्षक सम्मिलित हुये।

 

 

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मुख्यमंत्री साय ने किया ट्राइब्स ऑफ बस्तर कॉफी टेबल बुक का विमोचन

जगदलपुर: चित्रकोट महोत्सव में कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान द्वारा तैयार की गई “ट्राइब्स ऑफ बस्तर “ कॉफी टेबल बुक का विमोचन माननीय मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, वन मंत्री केदार कश्यप, विधायक जगदलपुर किरण सिंह देव, विधायक चित्रकोट विनायक गोयल और अन्य अतिथियों के उपस्थिति में हुआ।

इस किताब में कांगेर घाटी  के आस पास निवासरत धुरवा जनजातीय समुदाय के  रीति रिवाज, त्यौहार , स्थानीय मेला मंडई, जंगल और आदिवासी संस्कृति का संबंध , वन उपज पर निर्भरता , समुदाय में सह अस्तित्व की भावना इत्यादि का फोटोग्राफी के माध्यम से वर्णन किया गया है। राष्ट्रीय उद्यान के निदेशक धम्मशील गणवीर ने बताया की इस किताब के माध्यम बस्तर के आदिवासी संस्कृती  और उनका जंगलों से कैसा अनोखा संबद्ध है, उनकी प्राचीन ज्ञान प्रणाली, पारंपरिक चिकित्सा, अद्वितीय कला,  जंगलों के प्रती आस्था की संस्कृति, स्थानीय संगीत और नृत्य आदि की सांस्कृतिक अभिव्यक्ति की झलक दर्शाई गई है। बस्तर के पर्यटन के प्रचार प्रसार के लिए यह किताब सहायक साबित होगी जिससे देश और विदेश के लोगों को बस्तर के आदिवासी संस्कृति और उनके जंगलों से गहरे संबंधों के बारे में जानने को अवसर मिलेगा।

इस कार्यक्रम में आर सी दुग्गा, मुख्य वन संरक्षक जगदलपुर वृत्त , राजेश पाण्डेय मुख्य वन संरक्षक वाइल्डलाइफ , कलेक्टर विजय दयाराम, पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा, डीएफओ बस्तर उत्तम गुप्ता, कमल तिवारी उप वनमण्डल अधिकारी, योगेश कुमार रात्रे उप वनमण्डल अधिकारी और समस्त अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।

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चेकिंग के दौरान कार से बरामद हुई 35 किलो चांदी

रायपुर: लोकसभा चुनाव को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह के निर्देशानुसार 4 मार्च को एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट, थाना मंदिर हसौद एवं थाना आरंग पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा थाना मंदिर हसौद क्षेत्रांतर्गत स्थित टोल नाका पास वाहनों की आकस्मिक चेकिंग की गई।

चेकिंग के दौरान अर्टिगा वाहन क्रमांक सी जी/07/बी यू/8984 को चेक करने पर बैग में चांदी के जेवरात रखा होना पाया गया। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा वाहन में सवार व्यक्ति से पूछताछ करने पर व्यक्ति ने अपना नाम राजेश सोनी निवासी सदर बाजार दुर्ग का होना बताया। चांदी के जेवरातों के संबंध में पूछताछ करने एवं वैध दस्तावेज की मांग करने पर उसके द्वारा चांदी के जेवरातों के संबंध में किसी प्रकार का कोई दस्तावेज प्रस्तुत न कर टीम के सदस्यों को लगातार गुमराह किया जा रहा था।

जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा राजेश सोनी के कब्जे से कुल 35 किलो 743 ग्राम चांदी के जेवरात कीमती लगभग 27,52,000/- (सत्ताईस लाख बावन हजार रूपये) को धारा 102 जा.फौ. के तहत थाना मंदिर हसौद में जप्त कर अग्रिम कार्यवाही की जा रही है l

व्यक्ति का नाम
राजेश सोनी पिता चिरंजी सोनी उम्र 49 साल निवासी सदर बाजार दुर्ग।

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सीएम साय करेंगे चित्रकोट महोत्सव का उद्घाटन, नव दंपत्तियों को देंगे आशीर्वाद

बस्तर संभाग के लिए 208.32 करोड़ के 643 विकास कार्यों का करेंगे लोकार्पण-भूमिपूजन

रायपुर: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय 5 मार्च को चित्रकोट महोत्सव-2024 का उद्घाटन करेंगे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री साय मुख्यमंत्री कन्या विवाह कार्यक्रम के तहत 340 नव दंपत्तियों को आशीर्वाद भी प्रदान करेंगे। साथ ही इस मौके पर वे बस्तर संभाग के लिए 208.32 करोड़ रूपए से अधिक लागत के 643 विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन करेंगे।

मुख्यमंत्री 104 करोड़ 20 लाख रूपए की लागत से 177 विकास कार्यों का लोकार्पण और 104 करोड़ 11 लाख रूपए की लागत से 466 विकास कार्यों का भूमिपूजन-शिलान्यास करेंगे।

मुख्यमंत्री द्वारा लोकार्पण किए जाने वाले कार्यों में बस्तर जिले के 12 करोड़ 40 लाख 69 हजार की लागत से 31 विकास कार्य, सुकमा जिले के 10 करोड़ 27 लाख की लागत के 08 विकास कार्य, नारायणपुर जिले के 35 लाख 24 हजार की लागत के तीन विकास कार्य, बीजापुर जिले के 25 करोड़ 83 लाख 18 हजार की लागत के 104 विकास कार्य, कोण्डागांव जिले के एक करोड़ 08 लाख 46 हजार की लागत के 15 विकास कार्य, कांकेर जिले के 47 करोड़ 10 लाख 70 हजार की लागत के 14 विकास कार्य और दंतेवाड़ा जिले के 07 करोड़ 15 लाख 28 हजार की लागत के 02 विकास कार्य का लोकार्पण करेंगे।

इसी तरह भूमिपूजन-शिलान्यास के कार्यों में बस्तर जिले में 10 करोड़ 45 लाख रूपए की लागत के 108 विकास कार्य, सुकमा जिले में 08 करोड़ 50 लाख रूपए की लागत के 06 विकास कार्य, नारायणपुर जिले में 08 करोड़ 73 लाख रूपए की लागत के 14 विकास कार्य, बीजापुर जिले में 10 करोड़ 43 लाख रूपए की लागत के 70 विकास कार्य, कोण्डागांव जिले में 04 करोड़ 28 लाख रूपए की लागत के 07 विकास कार्य, कांकेर जिले में 23 करोड़ 47 लाख रूपए की लागत के 29 विकास कार्य और दंतेवाड़ा जिले में 38 करोड़ 22 लाख रूपए की लागत के 232 विकास कार्य शामिल हैं।

इस कार्यक्रम में वन एवं सहकारिता मंत्री केदार कश्यप, उच्च शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, सांसद दीपक बैज, विधायक जगदलपुर किरण देव, विधायक बस्तर लखेश्वर बघेल, चित्रकोट विधायक विनायक गोयल, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती वेदवती कश्यप, जिला पंचायत उपाध्यक्ष मनीराम कश्यप, महापौर श्रीमती सफीरा साहू, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती पदमा कश्यप, जनपद पंचायत लोहण्डीगुडा अध्यक्ष महेश कश्यप, सरपंच चित्रकोट श्रीमती बुटकी कश्यप विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। उद्घाटन समारोह में कवि सम्मेलन, स्कूली छात्र-छात्राओं की प्रस्तुति, लोक नर्तकदलों की प्रस्तुति और ब्लिस डांस ट्रुप की सांस्कृतिक प्रस्तुति होगी।

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आशीर्वाद लेने बोरियाकला स्थित शंकराचार्य आश्रम पहुंचे मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य जगद्गुरु स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी तथा शारदा पीठ के शंकराचार्य जगद्गुरु स्वामी सदानंद सरस्वती जी के किए दर्शन

रायपुर, 4 मार्च, 2024/ मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज सुबह राजधानी रायपुर के बोरियाकला स्थित शंकराचार्य आश्रम पहुंचकर ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य जगदगुरु स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी तथा शारदा पीठ के शंकराचार्य जगद्गुरु स्वामी सदानंद सरस्वती जी के दर्शन कर उनका आशीर्वाद लिया। स्वामी जी  राजिम कुंभ के संत समागम में भाग लेने छत्तीसगढ़ पहुंचे हुए हैं। इसके अलावा वे प्रदेश में होने वाले अन्य धार्मिक कार्यक्रमों में भी शामिल होंगे।

    मुख्यमंत्री श्री साय ने स्वामी जी को राजिम कुंभ आयोजन के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि इस बार राजिम कुंभ कल्प का आयोजन बहुत भव्य तरीके से किया जा रहा है। देश भर से यहां संत समागम हुआ है। छत्तीसगढ़ के लोग बड़े भाग्यशाली हैं कि उन्हें आपका आशीर्वाद इस मौके पर मिला है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने स्वामी जी से कहा कि राजिम कुंभ के माध्यम से संत समागम का उद्देश्य पूरा हो रहा है जिससे सनातन परंपरा के प्रति लोगों की जागरूकता बढ़ेगी।

 शंकराचार्य जी ने इस मौके पर मुख्यमंत्री को आशीर्वाद दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि सनातन परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए जिस तरह से राजिम कुंभ में तैयारी की गई है और संत समागम हुआ है उससे निश्चित रूप से छत्तीसगढ़ में आध्यात्मिक वातावरण और उन्नत होगा। भगवान श्री राजीव लोचन जी और कुलेश्वर महादेव जी की पुण्य भूमि संगम नगरी राजिम में यह सुंदर आयोजन हो रहा है इससे निश्चित रूप से श्रद्धालुओं के लिए उत्साहपूर्ण वातावरण बना है।

इस मौके पर खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री टंकराम वर्मा भी मौजूद रहे।

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