शिक्षा

स्कूल निरिक्षण करने पहुंचे कलेक्टर ने ली बच्चों की क्लास...

 मनेंद्रगढ़ (छत्तीसगढ़ दर्पण)। शालाओं में अध्ययन-अध्यापन, शिक्षा की गुणवत्ता, शिक्षकों की उपस्थिति का जायजा लेने 18 नवम्बर शुक्रवार को आकस्मिक दौरे पर निकले मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर के कलेक्टर पी.एस. ध्रुव ने मनेन्द्रगढ़ तहसील के ग्राम सिरोली की प्राथमिक शाला की कक्षा चौथी क्लास के बच्चों से किराना सामानों की खरीदी और राशि भुगतान के संबंध में सवाल पूछकर उनके गणितीय ज्ञान को परखा। सिरोली गांव के माध्यमिक शाला में आत्म रक्षा के लिए कराटे का प्रशिक्षण प्राप्त कर रही बालिकाओं से मिले और उनका हौसला बढ़ाया। हायर सेकेण्डरी स्कूल कोथारी में कक्षा 11वीं के बच्चों की क्लास लेकर उन्हें विज्ञान के चमत्कार का पाठ भी पढ़ाया।


कलेक्टर ध्रुव प्राथमिक शाला सिरोली में कक्षा चौथी के बच्चों के गणितीय ज्ञान का आंकलन के लिए तेल, चावल, धनिया, मसाला और टमाटर की अलग-अलग मात्रा और मूल्य बताते हुए क्रय  उपरांत राशि के लेन-देन के बारे में उत्तर देने को कहा, जिसे बच्चों ने कुछ समय में अपनी कॉपी में हल कर उन्हें दिखाया। इसके पश्चात कक्षा पांचवीं के बच्चों का भाषा ज्ञान परखने के लिए ‘मेहनत का फल मीठा होता है‘ का निहतार्थ पूछा। माध्यमिक शाला सिरोली के निरीक्षण के दौरान प्रशिक्षक द्वारा स्कूली बच्चियों को आत्म रक्षा के लिए दी जा कराटे ट्रेनिंग का मुआयना किया। कलेक्टर ने सभी बच्चियों की हौसला अफजाई की और कहा कि इससे उनमें साहस और आत्मविश्वास पैदा होगा। यहां यह उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन द्वारा स्कूली बालिकाओं को आत्म रक्षा के लिए जिले के चुनिंदा स्कूलों में दुर्गावती पायलट प्रोजेक्ट के माध्यम से कराटे की ट्रेनिंग दी जा रही है।  



कलेक्टर ध्रुव ने इसके पश्चात उप स्वास्थ्य केन्द्र हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर सिरोली का मुआयना कर वहां मरीजों को मिल रहे उपचार एवं दवाओं की उपलब्धता की भी जानकारी ली। कलेक्टर ने सेंटर में आने वाले सभी मरीजों का डाटा संधारित करने के साथ ही हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर में साफ-सफाई का विशेष रूप में ध्यान रखे जाने के निर्देश दिए। हायर सेकेण्डरी स्कूल कोथारी में उन्होंने बच्चों को विज्ञान के चमत्कार का पाठ पढ़ाते हुए प्राचीन काल से आज तक की स्थिति में विभिन्न क्षेत्रों विज्ञान के माध्यम से तरक्की और इसके  लाभ के बारे में रोचक ढंग से जानकारी दी। कलेक्टर ने इस मौके पर शिक्षकों की उपस्थिति पंजी चेक की और प्रयोगशाला का भी मुआयना किया। हायर सेकेण्डरी स्कूल परिसर के साफ-सुथरा कराने के निर्देश भी दिए।

कलेक्टर ने प्राथमिक शाला कोथारी के निरीक्षण के दौरान मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता परखी और बच्चों से मीनू के आधार पर मध्यान्ह भोजन मिलने के बारे में पूछताछ की। कलेक्टर ने रसोईयां को मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता और साफ-सफाई का विशेष रूप से ध्यान रखने के निर्देश दिए। ग्रामीणों द्वारा  कोथारी स्कूल में शिक्षक की मांग के मद्देनजर कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी अजय मिश्रा को दर्ज संख्या के आधार पर स्कूल में शिक्षक की पदस्थापना के निर्देश दिए। माध्यमिक शाला कोथारी का भी कलेक्टर ने मुआयना किया और लकवा पीड़ित प्रधान पाठक के स्वास्थ्य की जानकारी ली।

 

 

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मंत्री अकबर ने किया नवनिर्मित नवीन प्राथमिक शाला भवन का लोकार्पण

 कवर्धा (छत्तीसगढ़ दर्पण)। केबिनेट मंत्री व कवर्धा विधायक मोहम्मद अकबर शुक्रवार को अपने एक दिवसीय कबीरधाम प्रवास के दौरान विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हुए। मंत्री अकबर प्रवास के दौरान ग्राम सारंगपुर में नवनिर्मित नवीन प्राथमिक शाला भवन का विधिवत पूजा-अर्चना कर लोकार्पण किया। मंत्री अकबर ने विद्यार्थियों और शिक्षकों को नए भवन की बधाई एवं शुभाकामनाएं दी। इस दौरान उन्होंने बच्चों से बात की और उनके साथ फोटो भी खिंचवाई। मंत्री अकबर ने हाईस्कूल सारंगपुरकला के छात्राओं को साइकिल वितरण किया। साइकिल पाकर छात्राओं के चहरे खिल उठे। इस अवसर पर नीलू चंद्रवंशी, सरपंच श्रीमती राधा चंद्रवंशी, नारद चंद्रवंशी, पीताम्बर वर्मा, होरीलाल साहू, मणिकांत त्रिपाठी, नीलकंठ साहू, चोवा साहू, गोरेलाल चंद्रवंशी सहित जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।



मंत्री अकबर ने कहा कि शासन शिक्षा के क्षेत्र में लगातार कार्य कर रही है। बच्चों को अच्छी शिक्षा उपलब्ध नवीन स्कूल भवनों का निर्माण और जीर्णोद्वार किया जा रहा है। बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए सभी सुविधा मुहैया कराई जा रही है। शिक्षा के अधिक के तहत निःशुल्क शिक्षा प्रदान की जा रही है। अंग्रेजी में शिक्षा उपलब्ध कराने स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल प्रारंभ किए गए हैं। जहां बच्चों को निःशुल्क शिक्षा दी जा रही है। लैब, लाइब्रेरी सहित सभी जरूरतों को पूरा कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रतिभावान छात्रों को आगे बढ़ाने के लिए योजना के अंतर्गत छात्रवृत्ति प्रदान किया जा रहा है। जिससे अब वनांचल क्षेत्र में रहने वाले बच्चे राष्ट्रीय स्तर के परीक्षा ने चयनित होकर इंजिनीयारिंग और डॉक्टर की पढ़ाई कर रहे हैं वही प्रतियोगी परीक्षाओं में भी चयनित होकर सेवा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य, पोषण और शिक्षा के लिए शासन लगातार कार्य कर रही है। इसके लिए विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लाभ पहुंचाया जा रहा है। वही कुपोषण मुक्ति के लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं। जिसका सकारात्मक परिणाम भी सामने आए है।

 

 

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केंद्रीय राज्य मंत्री ने किया एकलव्य विद्यालय भवन का शिलान्यास

 अम्बिकापुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। केंद्रीय जनजातीय कार्य राज्यमंत्री तथा सरगुजा सांसद श्रीमती रेणुका सिंह ने शनिवार को उदयपुर जनपद के ग्राम पंचायत रिखी में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय भवन निर्माण का शिलान्यास विधिवत पूजा अर्चना कर किया। इस विद्यालय भवन का निर्माण करीब 38 करोड़ रुपए की लागत से किया जाएगा। भारत सरकार की ओर से जनजाति गौरव दिवस समारोह सप्ताह मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में आज एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय भवन का शिलान्यास किया गया जो जवाहर नवोदय विद्यालय के तर्ज पर संचालित होगा। इस अवसर पर भगवान बिरसा मुंडा और एकलव्य की प्रतिमा पर दीपमाला प्रज्ज्वलित कर पुष्पमाला अर्पित किया गया। इसके साथ ही कार्यक्रम में स्कूली छात्र-छात्राओं की ओर से विभीन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई।

ज्ञातव्य है कि एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय का संचालन आदिवासी वर्ग के छात्र तथा छात्राओं के अध्ययन व्यवस्था के लिए किया जाता है। भारत सरकार जनजातीय कार्य विभाग की ओर से 50 प्रतिशत से अधिक आदिवासी जनसंख्या वाले विकासखंडों में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय की स्वीकृति दी जाती है। विद्यालय में कक्षा 6वीं से 12वीं तक पढ़ाई होती है। प्रतियोगिता परीक्षा के माध्यम से कक्षा 6वीं में प्रवेश दिया जाता है व कक्षा 12वीं तक विद्यार्थी अध्ययन करते हैं। बजट की व्यवस्था पूर्णत: भारत सरकार से की जाती है। विद्यार्थियों के लिए रहने, खाने और पढऩे की नि:शुल्क व्यवस्था होती है। प्रत्येक छात्र को प्रतिमाह 1500 रुपए के मान से शिष्यवृत्ति दी जाती है, जिससे मेस का संचालन होता है।

 

इस अवसर पर पूर्व सांसद कमलभान सिंह, जिला सीईओ विश्वदीप, एसडीएम शिवानी जायसवाल, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास जेआर नागवंशी, जल शक्ति मंत्रालय भारत सरकार के मुख्य अभियंता वाप्कोस आदर्श कालिया, सहायक आयुक्त जनजाति कार्य मंत्रालय गौरव शर्मा, जनपद उपाध्यक्ष नीरज मिश्रा, अखिलेश सोनी, अनिल सिंह मेजर, सरपंच सुशीला पैकरा सहित अन्य जनप्रतिनिधि व बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।

 

 

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बच्चों में कौशल विकसित करने पर उत्कृष्ट विद्यालयों को मिलेगा प्रमाण पत्र और पुरस्कार

 रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। प्रदेश के सभी शासकीय प्राथमिक एवं मिडिल स्कूलों में पढ़ने वालों बच्चों में उनकी प्रतिभा के अनुरूप कौशल विकसित करने के लिए सुघ्घर पढ़वईया योजना शुरू की गई है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने बाल दिवस के अवसर पर इस योजना की घोषणा की है। इस योजना के तहत बच्चों में उत्कृष्ट अकादमिक कौशल विकसित करने के लिए स्कूलों को पुरस्कार भी मिलेगा। प्लेटिनम पाने वाले स्कूलों को एक लाख रूपए, गोल्ड पाने वाले स्कूलों को 50 हजार रूपए और सिल्वर पाने वाले स्कूलों को 25 हजार रूपए का पुरस्कार दिया जाएगा।

इस योजना का उद्देश्य स्वप्रेरणा से अच्छे कार्य एवं बेहतर प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों को प्रोत्साहित करना है। उन्हें देखकर और भी शिक्षक अच्छे से कार्य करने के लिए प्रेरित हो सकेंगे। अधिक से अधिक शिक्षक सकारात्मक कार्य करने के लिए टीम बनाकर बेहतर माहौल बनाने में सफल होंगे। विभागीय अधिकारियों द्वारा अपने-अपने क्षेत्र में अधिक से अधिक स्कूलों को बेहतर स्कूलों के रूप में विकसित करने की जवाबदेही लेने से सरकारी स्कूलों की छवि में अप्रत्याशित सुधार दिखाई देगा और प्रदेश के सरकारी स्कूल असरकारी प्रभाव दिखाने में सफल हो सकेंगे।

 

यह योजना राज्य के सभी शासकीय प्राथमिक एवं मिडिल स्कूलों के लिए है। स्कूल के शिक्षक आपस में राय करके कभी भी योजना में शामिल हो सकते हैं। योजना में शामिल होने के लिए स्कूल को वेब-पोर्टल पर आवेदन करना होगा। स्कूलों की प्रतिस्पर्धा एक दूसरे से नहीं बल्कि स्वयं से ही है। स्कूलों के सभी शिक्षकों को साथ मिलकर स्कूल के सभी विद्यार्थियों में अकादमिक कौशल विकसित करना है। प्रमाण पत्र के लिए पात्रता तभी होगी जब पूरा स्कूल प्रमाण पत्र का पात्र होगा। किसी एक शिक्षक, एक विद्यार्थी या एक कक्षा के लिए प्रमाण पत्र नहीं होगा। जो स्कूल योजना में शामिल होंगे उन्हें लक्ष्य प्राप्ति के लिए अनुरोध करने पर ऑन डिमॉड प्रशिक्षण तथा अन्य संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे। जिन स्कूलों को प्रमाण पत्र मिलेगा, उस स्कूल में पढ़ाने वाले सभी शिक्षकों को भी प्रमाण पत्र मिलेगा। प्रमाणीकरण की घोषणा थर्ड-पार्टी आंकलन के तत्काल बाद वेब-पोर्टल पर की जाएगी। प्रमाण पत्र स्वतंत्रता दिवस तथा गणतंत्र दिवस के अवसर पर समारोहपूर्वक प्रदान किया जाएगा।

 

स्कूल के सभी विद्यार्थियों का आंकलन योजना के लिए स्वीकार किए गए समस्त अकादमिक कौशलों के लिए किया जाएगा और कम से कम 95 प्रतिशत विद्यार्थियों में कक्षा अनुरूप अकादमिक कौशल होने पर ही उस कक्षा के लिए और उस अकादमिक कौशल के लिए स्कूल को 01 अंक मिलेगा। 95 प्रतिशत से कम विद्यार्थियों में कक्षा अनुरूप न्यूनतम अकादमिक कौशल मिलने पर उस कक्षा और अकादमिक कौशल के लिए शून्य अंक दिया जाएगा।

 

जिन संकुलों के 90 प्रतिशत से अधिक स्कूल ‘सुघ्घर पढ़वईया’ प्लेटिनम, गोल्ड या सिल्वर किसी भी स्तर का प्रमाण पत्र प्राप्त कर लेंगे उन्हें सुघ्घर पढ़वईया संकुल का प्रमाण पत्र दिया जाएगा। इसी प्रकार जिस विकासखण्ड के 90 प्रतिशत से अधिक स्कूल सुघ्घर पढ़वईया प्लेटिनम, गोल्ड या सिल्वर किसी भी स्तर का प्रमाण पत्र प्राप्त कर लेंगे उन्हें सुघ्घर पढ़वईया विकासखण्ड का प्रमाण पत्र दिया जाएगा। 90 प्रतिशत या उससे अधिक अंक पर प्लेटिनम, 85 प्रतिशत या उससे अधिक परंतु 90 प्रतिशत से कम अंक मिलने पर गोल्ड और 80 प्रतिशत या उससे अधिक परंतु 85 प्रतिशत से कम अंक मिलने पर सिल्वर प्रमाण पत्र दिया जाएगा।

 

यदि कोई स्कूल इस योजना में सिल्वर या गोल्ड प्रमाण पत्र प्राप्त कर लेता है तो वह स्कूल आगे और प्रयास करके सुघ्घर पढ़वईया गोल्ड या सुघ्घर पढ़वईया प्लेटिनम प्रमाण पत्र भी प्राप्त कर सकता है। इस योजना में निरंतर प्रगति का प्रयास किया जा सकता है। योजना में सभी स्कूल प्रयास करके सुघ्घर पढ़वईया प्लेटिनम प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकते हैं।

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व्यक्तित्व विकास की प्रतियोगिता में विजेताओं को मिले पुरस्कार

 रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा पढ़ाई तुहर दुआर 3.0 के अंतर्गत बच्चों के व्यक्तित्व विकास की राज्यस्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन आज राजधानी के साइंस कॉलेज परिसर स्थित पंडित दीनदयाल ऑडिटोरियम में किया गया। प्रतियोगिता में शामिल पांच संभागों के विजेताओं को पुरस्कार दिया गया। व्यक्तित्व विकास की इस प्रतियोगिता में निबंध, तात्कालिक भाषण, चित्रकला, विज्ञान प्रोजेक्ट मॉडल, भाषा एवं गणित या स्पीड गणित, स्पीड रीडिंग एवं सामान्य ज्ञान की प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसके पूर्व यह प्रतियोगिता स्कूल से संभाग स्तर तक 5 चरणों में आयोजित की गई। प्रतियोगिता प्राथमिक, मिडिल, हाई एवं हायर सेकण्डरी स्तर पर आयोजित की गई। राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में लगभग 200 विद्यार्थियों ने प्रतिनिधित्व किया।

समग्र शिक्षा के प्रबंध संचालक श्री नरेंद्र कुमार दुग्गा ने राज्य स्तरीय व्यक्तित्व विकास प्रतियोगिता के समापन अवसर पर कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में चुनौतियां बढ़ी हैं, इन चुनौतियों को अवसर मानते हुए बालक, पालक और शिक्षक मिलकर सतत् शिक्षा की दिशा में आगे बढ़ेंगे। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 47 हजार से अधिक शासकीय स्कूलों में अध्ययनरत 43 लाख बच्चों में से चयनित होकर प्रतियोगिता में शामिल हुए हैं। छत्तीसगढ़ सरकार ने शिक्षा की गुणवत्ता को गति प्रदान करने के लिए बाल दिवस के अवसर पर ‘सुघ्घर पढ़वईया’ कार्यक्रम प्रारंभ किया है। उन्होंने इसमें अधिक से अधिक स्कूलों को शामिल होने की अपील की।

 

विज्ञान प्रोजेक्ट मॉडल प्रतियोगिता में पूर्व माध्यमिक स्तर पर प्रथम बिलासपुर जिले के प्रथमा केवट, द्वितीय जगदलपुर जिले के मयंक बालसहरिया, हाई एवं हायर सेकेण्डरी स्तर पर प्रथम दुर्ग जिले के अक्षत वैष्णव और द्वितीय स्थान पर दुर्ग जिले के ही नेमीचंद को पुरस्कृत किया गया। निबंध प्रतियोगिता में प्राथमिक स्तर पर प्रथम बिलासपुर जिले की कुमारी यामिनी पाण्डेय, द्वितीय धमतरी जिले की कुमार भाविका सोनकर, मिडिल स्कूल स्तर पर प्रथम दुर्ग जिले की कुमारी प्रिया लारेन्द्र, द्वितीय जगदलपुर जिले के राकेश मरकाम, हाई एवं हायर सेकेण्डरी स्तर पर प्रथम जगदलपुर जिले की कुमारी दीक्षा मांझाी, द्वितीय दुर्ग जिले की कुुमारी शिवानी चौबे को पुरस्कृत किया गया। तात्कालिक भाषण प्रतियोगिता में पूर्व माध्यमिक स्तर पर प्रथम बेमेतरा जिले की कुमारी ज्योति साहू, हाई एवं हायर सेकेण्डरी स्तर पर प्रथम जगदलपुर जिले की कुमारी आकांक्षा और द्वितीय स्थान दुर्ग जिले की कुमारी रागिनी सपहा ने प्राप्त किया। चित्रकला प्रतियोगिता में प्राथमिक स्तर पर प्रथम जगदलपुर जिले के अनन्य, द्वितीय बिलासपुर जिले की कुमारी कंचन विश्वकर्मा, मिडिल स्कूल स्तर पर प्रथम दुर्ग जिले की कुमारी अंकिता ओझा, द्वितीय बिलासपुर जिले की कुमारी नुपुर माली, हाई एवं हायर सेकेण्डरी स्तर पर प्रथम कांकेर जिले की कुमारी पूजा जैन और द्वितीय रायपुर जिले के कमलेश्वर साहू को पुरस्कृत किया गया।

 

इसी प्रकार स्पीड रीडिंग प्रतियोगिता में प्राथमिक स्तर पर प्रथम रायपुर जिले के मोहम्मद नुमान, द्वितीय दुर्ग जिले की कुमारी प्रिया साहू, मिडिल स्कूल स्तर पर प्रथम बलरामपुर जिले की कुमारी माधुरी पटेल और द्वितीय बिलासपुर जिले की कुमार सुष्मिता गोंड को पुरस्कृत किया गया। मौखिक गणित, स्पीड गणित प्रतियोगता में प्राथमिक स्तर पर प्रथम सूरजपुर जिले के गौतम यादव, द्वितीय दुर्ग जिले के सत्यम साहू, मिडिल स्कूल स्तर पर प्रथम अम्बिकापुर जिले की कुमारी माही गुप्ता और द्वितीय स्थान बिलासपुर जिले के मुल्कराज साहू ने प्राप्त किया। सामान्य ज्ञान क्विज प्रतियोगिता में हाई एवं हायर सेकेण्डरी स्तर पर प्रथम दुर्ग जिले के पवन कुमार और द्वितीय बिलासपुर जिले के देवेन्द्र कुमार को पुरस्कार प्रदान किया गया।

 

 

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गणित की प्रतियोगिता में तीन ट्राई ब्रेकर के बाद हुआ फैसला

 रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। खेलों में हमें अक्सर ट्राई ब्रेकर के मौके पर देखने को मिलते है, लेकिन पढ़ाई-लिखाई की प्रतियोगिता में यह मौका विरले ही देखने को मिलता है। कुछ ऐसा ही वाक्या आज राज्य स्तरीय व्यक्तित्व विकास प्रतियोगिता के तहत स्पीड रीडिंग एवं मेंटल मैथ्स प्रतिस्पर्धा’ में देखने को मिला। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा आज रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय सभागार में चल रही स्पीड रीडिंग एवं मेंटल मैथ्स प्रतिस्पर्धा’ में सूरजपुर जिले के पढ़ने वाले विद्यार्थी गौतम यादव ने कड़ी स्पर्धा के दौरान तीन ट्राई ब्रेकर के बाद गणित की प्रतियोगिता जीत ली। यह उनके मजबूत मानसिक स्तर को दर्शाता है।

कार्यक्रम का सबसे प्रमुख आकर्षण स्पीड गणित प्राथमिक श्रेणी का टाईब्रेकर रहा, जहां सूरजपुर के गौतम यादव ने बाजी मारी। ग्रुप लेवल के मेंटल गणित प्रतिस्पर्धा में सूरजपुर के गौतम यादव एवं दुर्ग जिले के सत्यम साहू सामान अंक पर रहे। ऐसी स्थिति में टाईब्रेकर का आयोजन किया गया, जहां सत्यम साहू ने उन्हें कड़ी चुनौती दी एवं पुनः दोनों प्रतिभागी समान स्थान पर रहें। इस दौरान सभागार में उपस्थित सभी अन्य प्रतिभागियों में एक विजयी प्रतिभागी को देखने की उत्सुकता बढ़ गई। जिसके पश्चात पुनः एक और टाईब्रेकर का आयोजन हुआ, जिसका परिणाम भी समान रहा।

 

तब आयोजकों द्वारा अतिरिक्त मिशन संचालक श्री के.सी. काबरा को एक रैपिड फायर प्रश्न पूछने के लिए अनुरोध किया गया। उन्होंने प्रश्न किया कि “एक से सत्तर के बीच में कुल कितने विषम संख्या होते हैं ?” दोनों बच्चे ने बहुत ही शांत स्वभाव से प्रश्न को समझे एवं बिना हिच-किचाहट के सटीक उत्तर तलाशने के लिए पर्याप्त समय लिया। इसी बीच सूरजपुर के गौतम यादव एकाएक बोल पड़े- ‘35‘ ! पूरे सभागार में उल्लास की लहर दौड़ गई, क्योंकि जवाब सही था और मेंटल गणित-प्राथमिक स्तर का विजेता मिल गया था।

 

बाद में जब गौतम यादव से कार्यक्रम संचालक ने पूछा की इस प्रश्न का हल उन्होंने कैसे किया? तो उन्होंने बड़ी सरलता से जवाब दिया कि, “मैंने सोचा कि यदि 10 में 5 विषम संख्या होते हैं, तो सत्तर में कितने होंगे? और मुझे सही जवाब पता चल गया। ”यह अवसर विशेष इसलिए रहा क्योंकि प्राथमिक श्रेणी के मेंटल गणित जैसी विधा में तीन टाई-ब्रेकरराउंड के बाद विजेता का चयन हो पाया।

 

प्रतियोगिता में प्रदेश के पांचों सम्भागों के विजेताओं ने हिस्सा लिया, जिसमें राज्य स्तरीय विजेता एवं उप विजेता का चुनाव अलग-अलग प्रतिस्पर्धाओं के आधार पर किया गया। प्रदेश के विद्यालयों में चल रहे मूलभूत भाषा एवं गणित (एफ.एल.एन.) के प्रगति का आंकलन करते हुए स्पीड रीडिंग, स्पीड गणित एवं सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

 

 

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बाल दिवस कार्यक्रम का किया गया आयोजन

 दंतेवाड़ा (छत्तीसगढ़ दर्पण)। सुरक्षा सप्ताह के अवसर पर स्वामी आत्मानंद विद्यालय बारसूर में बाल दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिला बाल संरक्षण इकाई महिला व बाल विकास विभाग के समन्वय से जिला चाइल्ड टीम दंतेवाड़ा, सेंटर फॉर कैटेलाइजिंग चेंज सी-3 व पुलिस विभाग की ओर से स्वामी आत्मानंद विद्यालय व उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बारसूर में बाल दिवस कार्यक्रम का आयोजन बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। 

इस अवसर पर चाइल्ड लाइन परियोजना समन्वयक शिल्पी शिलानाथ की ओर से बाल-विवाह के नुकसान एवं चाइल्ड लाइन सेवा 1098 आपातकालीन टोल फ्री नंबर के बारे में जानकारी दिया गया, वह पुलिस विभाग से आये बाल संरक्षण व सुरक्षा नोडल डी. एस. पी. अंजू कुमारी ने शिक्षा के महत्व, बाल अपराध, पोक्सो एक्ट, किशोर बालिकाओं के विरुद्ध होने वाले लैंगिक अपराध, बाल अधिकारों व बाल संरक्षण से जुड़े विषयों पर किशोर बालक-बालिकाओं को जानकारी दिया, ए.एस.आई श्रीमती आशा सिंग ने साइबर क्राइम, ऑनलाइन सेफ्टी, 100 टोल फ्री नंबर सेवा के बारे में जानकारी दिया। साथ ही जिला समन्वयक सेंटर फॉर कैटेलाइजिंग चेंज सी-3 विनोद साहू, नवा बिहान के परियोजना संरक्षण अधिकारी मनीषा ठाकुर, सखी वन स्टॉप की परियोजना समन्वयक संगीता देवांगन व थानुलाल निषाद की ओर से किशोर बालक-बालिकाओं को बालिका शिक्षा के महत्व, किशोरावस्था में ध्यान देने वाले विशेष बातें, बाल-विवाह के नुकसान, जीवन कौशल, पोषण आहार की जानकारी दी गई। 

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10 दिवसीय जिला स्तरीय शाला प्रबंधन समिति प्रशिक्षण का समापन

 

 

 

 दंतेवाड़ा (छत्तीसगढ़ दर्पण)। राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा के निर्देशानुसार शाला प्रबंधन समिति के माध्यम से पालक व शिक्षकों में आपसी सहभागिता से बच्चों के सर्वांगीण उद्देश्य के दृष्टिकोण से जिला ग्रंथालय दंतेवाड़ा में जिला स्तरीय शाला प्रबंधन समिति के सदस्यों का प्रशिक्षण 7 से 17 नवम्बर तक दिया गया। इस प्रशिक्षण में विकासखंड के प्रत्येक संकुल से 2 शिक्षकों का 2 दिवस का प्रशिक्षण आयोजित किया गया। प्रशिक्षण के समापन के अवसर पर पहुंचे जिला शिक्षा अधिकारी प्रमोद ठाकुर ने सभी शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रशिक्षण में जो भी आपने सीखा है उसे शालाओं में उपयोग करते हुए बच्चों का सर्वांगीण विकास करना आपका दायित्व है। इस प्रशिक्षण के माध्यम से जो विधाएं जो कला आपको सिखाई गई है निश्चित तौर पर विद्यालय स्तर पर बच्चों को इसका लाभ मिलेगा और पालकों का रुझान भी बढ़ेगा।

जिला मिशन समन्वयक एस.एल. सोरी ने बताया कि वर्तमान में राज्य से प्रशिक्षण प्राप्त किये गये 2 शिक्षकों के माध्यम से अभी संकुल स्तर के शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया है जो संकुल स्तर, शाला स्तर पर प्रशिक्षण देंगे। राज्य शासन शाला प्रबंधन समिति के माध्यम से पालक व शिक्षकों की ओर से बच्चों के सर्वांगीण विकास पर विशेष ध्यान दे रही है। इस योजना एवं कार्यक्रम का लाभ बच्चों को बेहतर मिले इस पर हमें कार्य करने की आवश्यकता है। इस अवसर पर जिला परियोजना अधिकारी साक्षरता राजेन्द्र पाण्डेय, सहायक परियोजना समन्वयक कमल कर्मकार, एफ.एल.एन. प्रियंका बिलथरे व संजय पटेल उपस्थित रहे।

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रायखेड़ा स्कूल में अदाणी फाउंडेशन ने मनाया बाल दिवस

 रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। रायपुर जिले के तिल्दा विकासखंड में  शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाते हुए 14 नवम्बर को विद्यालय परिसर, रायखेड़ा में बाल दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विशाल स्तर पर आयोजित हुए इस कार्यक्रम में  ग्राम रायखेड़ा के प्राथमिक शाला, पूर्व माध्यमिक शाला, माध्यमिक एवं उच्चत्तर माध्यमिक शाला के बच्चों ने शिरकत की, साथ ही ग्राम मुरा, तराशिव, गौरखेड़ा, चिचोली, गैतरा, भाटापारा के समस्त 16 विद्यालयों के शिक्षक एवं बच्चों ने भी हिस्सा लिया। इस अवसर पर कुल 800 बच्चे, शिक्षक तथा अभिवावक उपस्थित रहे।


कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जनपद अध्यक्ष श्रीमती सुमन देवव्रत नायक उपस्थित रहीं, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता ठाकुर राम ने की, वहीं विशेष अतिथि के रूप में पूर्व ग्राम सभा अध्यक्ष मोहन लाल नायक उपस्थित रहे।

इस मौके पर श्रीमती नायक ने बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा कि, "14 नवंबर को चाचा नेहरू का जन्म दिवस है, चाचा नेहरू बच्चों से बहुत प्रेम करते थे, इस कारण उनके जन्म दिवस को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस भव्य आयोजन के लिए उन्होंने अदाणी फाउंडेशन को धन्यवाद् दिया, और इसे एक सार्थक कार्यक्रम बताते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन, बच्चों में उत्साह व जोश भरते हैं, जो उनके संर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक है।"

इसी क्रम में ठाकुर राम ने बच्चों को सीख देते हुए कहा कि, "वक्त अपना है, चाहो तो सोना बना लो या सो कर बिता दो, जीवन में सफलता के पांच ही चरण है शिक्षा, खेल, साहित्य, व्यवसाय और कला। इन पांच क्षेत्रों में आगे बढ़कर सफल हुआ जा सकता है, और अदाणी फाउंडेशन हमें ये पांचो अवसर प्रदान करती है, इसके लिए आभार व्यक्त करता हूँ।"

इस दौरान अदाणी फाउंडेशन द्वारा प्रत्येक ग्राम के प्रत्येक विद्यालय को विभिन्न प्रकार की खेल सामग्री जैसे - क्रिकेट किट, कैरम बोर्ड, चाइनीस चेकर, सांप सीढ़ी, फ़्लाइंग रिंग, वॉली बॉल, टेनिस बॉल इत्यादि प्रदान किया गया। इसके अलावा विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएं जैसे कक्षा सजावट, रंगोली, चित्रकला, निबंध लेखन, गायन, जलेबी दौड़, मेंढक दौड़, गुब्बारा फुलाओ, फैंसी ड्रेस, गुब्बारा फोड़ो, सुरीली कुर्सी दौड़ आदि प्रतियोगिता का आयोजन अलग-अलग प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक, उच्चत्तर माध्यमिक स्तर पर किया गया। समस्त प्रतियोगिताओं के परिणामस्वरूप कुल 170 बच्चों को पुरस्कृत किया गया। इन सभी प्रतियोगिताओं के साथ, कक्षा में सर्वाधिक उपस्थिति वाले बच्चों, अनुशाषित बच्चों एवं साफ स्वच्छ गणवेश वाले विद्यार्थियों को भी पुरस्कार भेंट किये गए।

रायपुर एनर्जन लिमिटेड से इंद्रनील राय चौधरी, योगेश कुमार, देवेश सिंह, पृथ्वीराज लाहिरी एवं अदाणी फाउंडेशन से दीपक कुमार सिंह, श्रीमती प्रीती प्रजापति, खिलेश्वर, दाऊलाल, दीपाली व  विद्यालय परिवार के समस्त शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।

 

 

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नेलसनार के छात्र-छात्राओं ने किया शैक्षणिक व औद्योगिक का भ्रमण

 बीजापुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नेलसनार विकासखंड भैरमगढ़, जिला बीजापुर के कक्षा 9वीं से 12वीं टेलीकम्यूनिकेशन के छात्र-छात्राओं को प्रतिवर्ष कि भांति राज्य माध्यमिक शिक्षा अभियान के अन्र्तगत व्यवसायिक शिक्षा, समग्र शिक्षा के तहत शैक्षणिक औद्योगिक भ्रमण के लिए आईटीआई भैरमगढ़ प्राचार्य डॉ. एलएस ठाकुर व व्यवसायिक प्रशिक्षण देवेन्द्र दहीवेले के नेतृत्व में ले जाया गया। जहां छात्र-छात्राओं को टेलीकम्यूनिकेशन और कम्प्यूटर से संबंंधित हुई महत्वपूर्ण जानकारियां आईटीआई प्राचार्य एस बंजारे व समस्त स्टॉफ  की ओर से प्रदान किया गया। यह शैक्षणिक भ्रमण सेन्टम प्राइवेट लिमिटेड के कार्बोडिनेटर मोहम्मद इदरिस अंसारी के मार्गदर्शन में प्रतिवर्ष व्यवसायिक विषय संचालित विद्यालयों में किया जाता है।

 

 

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एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय में मनाया गया जनजाति गौरव दिवस

 गरियाबंद (छत्तीसगढ़ दर्पण)। जिला मुख्यालय स्थित एकलव्य आदर्श कमार आवासीय विद्यालय केशोडार गरियाबंद में आज आदिम जाति तथा अनुसूचित जनजाति विकास विभाग की ओर से जनजाति गौरव दिवस मनाया गया, जिसमें विद्यालय के विद्यार्थियों की ओर से संस्कृति कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई। 

कार्यक्रम में सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग बी.के. सुखदेवे, पालक समिति के अध्यक्ष दिनेश कुमार नेताम, अधीक्षक व संस्था प्रमुख देशराम धनुर्धारी, कमार विकास अभिकरण के अध्यक्ष सुकचंद नेताम, भुंजिया समाज के अध्यक्ष खाला सिंह शोरी, पालक समिति के उपाध्यक्ष दिनेश कुमार, कार्यपालन अधिकारी अंतव्यवसायी रशिम गुप्ता, जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक बैंक ऑफ बड़ौदा राजीव रंजन, एफएलसी बैंक ऑफ  बड़ौदा प्रेमलाल साहू उपस्थित थे।

 
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बाल दिवस पर जिले के विभिन्न विद्यालयों में हुआ क्रीडा प्रतियोगिता व जन जागरूकता कार्यक्रम

 गरियाबंद (छत्तीसगढ़ दर्पण)। बाल दिवस के विशेष अवसर पर 14 नवम्बर व 15 नवम्बर को बाल संरक्षण विषय पर जिले गरियाबंद विकासखंड अंतर्गत शासकीय हाई स्कूल दर्रीपारा, शासकीय हाई स्कूल जोबा, विकासखंड छुरा अन्तर्गत शासकीय हाई स्कूल सिवनी, शासकीय हाई स्कूल सेम्हरा, विकासखंड फिंगेश्वर अन्तर्गत शासकीय हाई स्कूल बरोण्डा, शासकीय हाई स्कूल सिंधौरी में जन जागरूकता कार्यक्रम प्रचार-प्रसार के साथ-साथ कीडा, रंगोली प्रतियोगिता, कुर्सी दौड़, नीबू/बांटी दौड़ जलेबी दौड़ आदि का आयोजन किया गया। जिसमें प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले बालक/बालिकाओं को पुरस्कृत किया गया। किशोर न्याय (बालकों की देख-रेख व संरक्षण) अधिनियम 2015 एवं आर्दश नियम 2016 के विषयों पर बच्चों को जागरूक करते हुए बच्चों के अधिकार, गुड-टच, बेड-टच, बाल विवाह, बालश्रम, नशा मुक्ति, कन्या भ्रुण हत्या, मानव तस्करी, बच्चों के अवैध प्रवास, एवं चाईल्ड हेल्पलाईन नम्बर 1098 दीवाल लेखन कर विस्तृत जानकारी दी गई।

महिला व बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी अशोक कुमार पांडेय के मार्गदर्शन अनुसार जिला बाल संरक्षण अधिकारी अनिल द्विवेदी के नेतृत्व में विभिन्न विद्यालयों में बाल संरक्षण विषय पर जन-जागरूकता व क्रीड़ा प्रतियोगिता कराने के लिए जिला बाल संरक्षण इकाई के परामर्शदाता प्रेमशंकर यादव, आउटरीच वर्कर अजीत शुक्ला व चाईल्ड लाईन गरियाबंद से उगेश्वरी पटेल, कु. भारती यादव नंदकुमार नायक की ओर से बाल संरक्षण विषय पर जानकारी दिया गया।

 
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जिले के आंगनबाडिय़ों में कुछ इस तरह मनाया जा रहा बाल दिवस

 बीजापुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। जिला कलेक्टर कटारा के निर्देशानुसार महिला वं बाल विकास विभाग अधिकारी लुपेंद्र महिनाग की ओर से बाल दिवस का आयोजन किया गया, इस दौरान जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और यूनिसेफ वल्र्ड विजन के सहयोग से आंगनबाड़ी केंद्रों में बाल दिवस मनाया जा रहा है, जिसमें आंगनवाड़ी में उपस्थित बच्चों की ओर से आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के सहयोग से साफ-सफाई को ध्यान में रखते हुए फैंसी ड्रेस कॉम्पिटिशन, चित्रकला प्रतियोगिता और एक दिन के लिए आंगनवाड़ी से लाभान्वित होने वाले बच्चो को आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के पद में पदस्थ किआ गया। 

इस कार्यशाला को बीजापुर से कुछ दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत ईटपाल के पारा मांझीगुड़ा में स्थित आंगनबाड़ी में किया गया, जिस आंगनवाड़ी की कार्यकर्ता प्रान कुमारी बाकडे है। आंगनवाड़ी में आने वाले बच्चो में से 3 बच्चे को आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, साहिका दीदी व मितानिन दीदी के पद में पदस्थ किया गया जिसके बाद बच्चो में रोज़ाना की जाने वाली सभी प्रकार की गतिविधिया प्रान कुमारी बाकडे के मार्गदर्शन में बच्चो की ओर से गिनती, हिंदी वर्णमाला पढऩा एवं साथ बैठ कर टेलीविजन में चलचित्र देखना इत्यादि कार्य किया गया, अंत में बच्चों की ओर से खाना खाने से पहले हाथ धोकर प्रार्थना कर भोजन कर तीनो बालिकाओं ने आंगनबाड़ी में पद स्थापना का समापन किया।

 
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बाल दिवस पर पांडातराई शाल में विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन

 कवर्धा (छत्तीसगढ़ दर्पण)। कलेक्टर जनमेजय महोबे के निर्देशानुसार एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं महिला बाल विकास अधिकारी के मार्गदर्शन में जिला बाल संरक्षण इकाई महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा बच्चों के विकास एवं उनके अधिकारों के संरक्षण के उद्देश्य से जिले में 14 से 20 नवम्बर तक बाल अधिकार संरक्षण सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। जिसके तहत बाल दिवस के अवसर पर शिक्षा विभाग से समन्वय कर शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला पांडातराई में विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरूवात माँ सरस्वती के प्रतिमा में पुष्प-माला अर्पित कर, गुलाल एवं दिप प्रज्जलवित कर राजकीय गीत एवं स्वागत गीत के साथ कार्यक्रम शुभारम्भ किया गया। कार्यक्रम में बच्चों को ही अतिथि बनाया गया।  


कार्यक्रम में सर्वप्रथम सभी बच्चों को गुलाल टिका लगाकर सम्मान किया गया। बच्चों ने विभिन्न गतिविधि में भाग लिया, जिसमे बच्चों में पेंटिग, रंगोली, निबंध, भाषण, कविता पाठ, देशभक्ति गाना, डांस, खेल खोखो, ख़ुर्शी दौड़ आदि प्रतियोगिता रखा गया साथ ही बच्चों में सांस्कृतिक कार्यक्रम में रंगारंग प्रस्तुति दिए। इस अवसर पर जिला बाल संरक्षण अधिकारी सत्यनारायण राठौर ने बच्चों को बाल दिवस की बधाई एवं शुभकानाएं दी। उन्होंने बाल दिवस क्यो मनाया जाता जाता है कि विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि आज ही के दिन महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू जी का जन्म 14 नवंबर 1889 को हुआ था। उन्होंने बताया कि बच्चों से बहुत स्नेह और आत्मीय जुड़ाव था, इसलिये उन्हें बच्चे चाचा नेहरू कहते थे, उनके जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। वे कहते थे बच्चे ही कल के भविष्य हैं, कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न हो। कार्यक्रम में श्रीमती परमेश्वरी धुर्वे सामाजिक कार्यकर्ता महिला एवं बाल विकास विभाग ने किशोर न्याय (बालकों के देखरेख एवं संरक्षण) अधिनियम एवं पाक्सो एक्ट गुड टच बेड टच, मिशन वात्सल्य एवं बाल अधिकार संरक्षण की विस्तृत जानकारी दी। नंदकुमार बघेल प्रधान पाठक एवं राजेन्द्र प्रसाद शर्मा शिक्षक ने बच्चों को उनके बेहतर भविष्य निर्माण के लिए प्रेरक जानकारी देते हुए शुभकानाएं दिए। परस अंचल व्याख्याता शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पांडातराई ने बच्चों को गुब्बारे वाले कि कहानी बताई और गीत गाकर बच्चों को शिक्षा के प्रति जागरूक किए। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न खेल एवं गतिविधियों के विजेता बच्चों के साथ-साथ सभी बच्चों को शील्ड, मैडल एवं विभिन्न उपहार देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान सभी बच्चों ने खूब खुशियां मनाई और पूरे कार्यक्रम के दौरान बच्चे जबरदस्त उत्साहित रहे अंत मे सभी बच्चों ने आभार व्यक्त कर कार्यक्रम का समापन किए। इस दौरान सत्यनारायण राठौर जिला बाल संरक्षण अधिकारी, श्रीमती परमेश्वरी धुर्वे सामाजिक कार्यकर्ता महिला एवं बाल विकास विभाग, नंदन प्रसाद बघेल प्रधान पाठक, राजेन्द्र प्रसाद शर्मा शिक्षक, कु. आरती ठाकुर शिक्षक एवं स्टॉफ व सभी बच्चे शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला पांडातराई के उपस्थित रहे।

 

 

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स्वामी आत्मानंद विद्यालय में बाल मेला का आयोजन

 कवर्धा (छत्तीसगढ़ दर्पण)। नगर के स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय कचहरी पारा, कवर्धा में पं. जवाहरलाल नेहरु की जन्म तिथि को अविस्मरणीय बनाते हुए एवं उनके बाल सुलभ प्रेम को अभिव्यक्त करते हुए बाल दिवस के अवसर पर बच्चों के मनोरंजन के लिए बाल मेला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के शिक्षक एवं विद्यार्थियों द्वारा पंडित जवाहरलाल नेहरू के तैल्य चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। इस आयोजन में विद्यालय के विद्यार्थियों के द्वारा विभिन्न प्रकार के “व्यंजनों की बगिया” रूपी छोटी दुकानें लगाई गई। साथ ही विद्यार्थियों के मनोरंजन के लिए “गेम जोन” परिक्षेत्र की भी व्यवस्था की गई। बाल दिवस के अवसर पर प्राथमिक व माध्यमिक स्तर के विद्यार्थियों के द्वारा ‘’पंडित नेहरू एवं बाल दिवस” विषय पर भाषण व सुमधुर कविता का वाचन भी किया। तत्पश्चात अनेक प्रकार के गीत एवं नृत्य के माध्यम से बच्चों ने बाल मेला का आनंद उठाया। विद्यालय के वरिष्ठ व्याख्याता प्रमोद शुक्ला ने अपने संबोधन में बच्चों को बधाई देते हुए कहा कि, आप ही देश के भविष्य हो, पूरी लगन, मेहनत व ईमानदारी के साथ पढ़ाई करते हुए अपने विद्यालय,  परिवार व देश का नाम रोशन करें और अंत में विद्यालय के सभी शिक्षक शिक्षिकाओं ने विद्यार्थियों को आशीर्वचन प्रदान किए।

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उच्च प्राथमिक शाला में बाल नेत्र सुरक्षा सप्ताह अंतर्गत बच्चों की हुई नेत्र जांच

14 से 20 नवंबर मनाया जा रहा नेत्र सुरक्षा सप्ताह

 कोण्डागांव (छत्तीसगढ़ दर्पण)। सोमवार को जिला मुख्यालय के शासकीय उच्च प्राथमिक शाला में बाल नेत्र सुरक्षा सप्ताह का शुभारंभ किया गया। राष्ट्रीय अंधत्व व अल्प दृष्टि नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत पूरे जिले में मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आरके सिंह के निर्देशानुसार इस कार्यक्रम का शुभारंभ नोडल अधिकारी अंधत्व डॉ. हरेंद्र बघेल के मार्गदर्शन में नेत्र विशेषज्ञ सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक जिला अस्पताल कोडागांव डॉ. सीआर ठाकुर की उपस्थिति में किया गया। इस अवसर पर नेत्र विशेषज्ञ सिविल सर्जन की ओर से शालाा के छात्र-छात्राओं को नेत्र सुरक्षा से संबंधित आवश्यक जानकारियां देते हुए नेत्र की बेहतर देखभाल के लिए दिशा निर्देश दिये।

इस दौरान सहायक नोडल अधिकारी अंधत्व अनिल वैद्य की ओर से बाल नेत्र सुरक्षा सप्ताह मनाए जाने के उद्देश्य व दृष्टि दोष छात्रों की नि:शुल्क चश्मा प्रदान किए जाने संबंध में जानकारी देते हुए बच्चों के नेत्रो की जांच की। जिस पर अधिकारियों की ओर से बच्चों को नि:शुल्क चश्में भी प्रदान किये गये। ज्ञात हो कि राष्ट्रीय अंधत्व व अल्प दृष्टि नियंत्रण कार्यक्रम के तहत् 14 से 20 नवंबर तक शालाओं में 6 से 15 वर्ष के छात्रों का नेत्र परीक्षण कर दृष्टि दोष पाये जाने पर उन्हे नि:शुल्क चश्मा वितरण किया जाएगा। इसके साथ ही नेत्र सुरक्षा स्वास्थ्य, शिक्षा पर परिचर्चा व वाद विवाद प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाएगा।

 
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छत्तीसगढ़ के 26 स्कूलों को मिलेगा राज्य स्तरीय स्वच्छता पुरस्कार

 रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती बाल दिवस के अवसर पर यूनिसेफ और छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा संयुक्त रूप से राज्य स्तरीय स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार समारोह का आयोजन किया जायेगा। इस अवसर पर स्वच्छ विद्यालय की दिशा में उत्कृष्टता के लिए छत्तीसगढ़ के 11 जिलों के 26 स्कूलों को सम्मानित किया जायेगा। इसमें ओवरऑल परफॉर्मेंस पर 20 स्कूलों को और उप-श्रेणियों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए छह स्कूलों को सम्मानित किया जाएगा।


स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम रायपुर के साइंस कॉलेज परिसर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय आडिटोरियम में 14 नवंबर को दोपहर 3 बजे राज्य स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार के लिए चयनित सभी 26 स्कूलों को सम्मानित करेंगे। कार्यक्रम में संसदीय सचिव द्वारकाधीश यादव और विकास उपाध्याय, महापौर रायपुर नगर पालिका निगम एजाज ढेबर, विधायक सत्यनारायण शर्मा, विधायक कुलदीप जुनेजा, प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा विभाग डॉ. आलोक शुक्ला, सचिव डॉ. एस. भारतीदासन और प्रबंध संचालक समग्र शिक्षा नरेंद्र कुमार दुग्गा भी उपस्थित रहेंगे।

उल्लेखनीय है कि बिलासपुर जिले के टैगोर इंटरनेशनल स्कूल सकरी तखतपुर को भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा 19 नवंबर को नई दिल्ली में आयोजित किए जाने वाले राष्ट्रीय स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार के लिए चुना गया है। इसमें देश भर के 39 स्कूलों को राष्ट्रीय पुरस्कार 2022 के लिए चुना गया है। छत्तीसगढ़ के 55,217 स्कूलों सहित देश भर के लगभग आठ लाख स्कूलों ने स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार, 2021-22 में भाग लिया है। छत्तीसगढ़ राज्य ने स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार 2021-22 में अधिकतम स्कूल भागीदारी के लिए 97.7 प्रतिशत आवेदन जमा करने के रिकॉर्ड के साथ देश में तीसरा स्थान हासिल किया है।

यह पुरस्कार दो श्रेणियों में दिया जाता है, जिसमें सभी उप-श्रेणियों (कुल स्कोर) में समग्र प्रदर्शन और प्रत्येक उप-श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन अर्थात पानी, शौचालय, धुलाई, संचालन रखरखाव, क्षमता निर्माण और व्यवहार परिवर्तन और कोविड-19 की तैयारी के लिए दिया जाता है।

रायपुर में आयोजित कार्यक्रम में ओवरऑल परफॉर्मेंस पर 20 स्कूलों को सम्मानित किया जाएगा। इनमें हायर सेकंडरी स्कूल आदित्य बिड़ला पब्लिक स्कूल रावन जिला बलौदाबाजार, सेंट जेवियर्स पी.एस.राजपुर जिला बलरामपुर, शासकीय उच्च विद्यालय पाली  और टैगोर इंटरनेशनल स्कूल सकरी जिला बिलासपुर, शासकीय शिव सिंह वर्मा बालिका हायर सेकंडरी स्कूल धमतरी, शासकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय पोटिया और स्वामी आत्मानंद शासकीय इंग्लिश मीडियम स्कूल, कुम्हारी जिला दुर्ग शामिल हैं। इसके साथ ही जशपुर जिले की शासकीय उच्च प्राथमिक शाला दुलदुला, स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम नवीन आदर्श हायर सेकंडरी स्कूल जशपुर,  शासकीय उच्च प्राथमिक बासनताला जशपुर, सेंट मैरी इएमएस, कुनकुरी, डीएवी पब्लिक स्कूल, कंडोरा, कवर्धा जिले की शासकीय उच्च प्राथमिक परसवारा और शासकीय उच्च प्राथमिक भगतपुर, कोरिया जिले की किड्स कैंपस पब्लिक स्कूल, हीरागिरी हल्दीबाड़ी, महासमुंद जिले की शासकीय उच्च प्राथमिक कासेकेरा और जवाहर नवोदय विद्यालय सरायपाली, रायगढ़ जिले की शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल  रायकेरा, रायपुर जिले की बीपी पुजारी उत्कृष्ट इंग्लिश मीडियम स्कूल राजातालाब और द ग्रेट इंडिया स्कूल आरंग शामिल हैं।

उप-श्रेणियों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए छह स्कूलों को सम्मानित किया जाएगा। इनमें धमतरी जिले में कुरूद के ग्राम दर्रा का शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल, दुर्ग जिले का केपीएस इंग्लिश मीडियम स्कूल और बीएसपी हायर सेकेंडरी स्कूल, कोरिया जिले का जवाहर नवोदय विद्यालय केनापारा, महासमुंद जिले का केंद्रीय विद्यालय और राजधानी रायपुर माना कैम्प स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय शामिल है।

 

 

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सर अवर पेरेंट्स आर वेरी हैप्पी बिकॉज ऑफ यू....

सिवनी में बच्चों की फर्राटेदार अंग्रेजी सुनकर मुख्यमंत्री बघेल हुए गदगद

 रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। ‘सर अवर पेरेंट्स आर वेरी हैप्पी बिकॉज आफ यू,  दी प्लान ऑफ स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल इज हाइली अप्रिशिएटिड‘ दरअसल यह वार्तालाप मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और  स्वामी आत्मानंद स्कूल में पढ़ रहे कक्षा ग्यारहवीं के छात्र साहिल साहू और छात्रा माही पांडे के बीच का है। बच्चों की फर्राटेदार अंग्रेजी सुनकर मुख्यमंत्री बघेल भी गदगद हो गए।


 जिला जांजगीर चांपा के ग्राम पंचायत सिवनी में आयोजित भेंट मुलाकात कार्यक्रम में आत्मानंद स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों ने मुख्यमंत्री से अंग्रेजी में बात की। बच्चों ने बताया कि स्वामी आत्मानंद स्कूल के माध्यम से मिल रहे निशुल्क अंग्रेजी शिक्षा से उनके परिवार वाले बेहद खुश है। इस पर मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि स्वामी आत्मानंद स्कूल में निशुल्क पढ़ाई से पैसों की बचत हो रही है और बच्चो को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा मिल रही है, तो परिवार वाले खुश होंगे ही। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल योजना का ही उद्देश्य गरीब और मध्यमवर्गीय परिवार के बच्चों को निशुल्क अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा दिलाना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले निजी स्कूलों में भारी-भरकम फीस चुकानी पड़ती थी। राज्य शासन द्वारा संचालित आत्मानंद स्कूल से गरीब लोगों को फीस चुकाने की चिंता से मुक्ति मिल गई है। साथ ही बच्चों को मुफ्त में अंग्रेजी में शिक्षा भी मिल रही है।

मुख्यमंत्री ने बच्चों से पूछा कि पहले निजी स्कूलों में कितना फीस चुकाते थे। इस पर साहिल साहू ने बताया कि निजी स्कूल में पढ़ाई के दौरान प्रति 3 महीने में 15 हजार रुपए फीस चुकाने पड़ते थे। माही पांडे ने कहा कि उन्हें 20 हजार रुपए सालाना स्कूल फीस के रूप में देना पड़ता था। इससे घरवालों को आर्थिक बोझ का सामना करना पड़ता था। अब स्वामी आत्मानंद स्कूल में पढ़ने से फीस चुकाना नहीं पड़ता है। जिससे पैसे की बचत हो रही है। मुख्यमंत्री ने बच्चों से स्वामी आत्मानंद स्कूल में उपलब्ध सुविधाओं के बारे में भी पूछा। जिस पर बच्चों ने स्कूल में उपलब्ध लैब, लाइब्रेरी, टीचर, शौचालय, प्लेग्राउंड और पढ़ाई व्यवस्था को अंग्रेजी में ही जवाब दिया। इस पर मुख्यमंत्री ने बच्चों की प्रशंसा करते हुए उनकी सराहना की।

 

 

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