छत्तीसगढ़

राजेश मूणत आत्म अवलोकन करें, रमन को कमीशन खोरी बन्द करने की मिन्नते क्यों करनी पड़ी थी?

रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि पूर्वमंत्री राजेश मूणत कितनी भी गलत बयानी कर ले रायपुर का एक्सप्रेस-वे, स्काईवॉक भाजपा की भ्रष्टाचार की स्मारक के रूप में छत्तीसगढ़ की जनता के सामने खड़ी है। एक्सप्रेस-वे ऐसी सड़क जो उद्घाटन के पहले ही जर्जर हो गई, गड्ढे हो गये, दरारे पड़ गयी, एक्सप्रेस-वे पर बनाये गये पुल दरक गये थे। तत्कालीन भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार का इससे बड़ा सबूत और क्या हो सकता है? एक्सप्रेस-वे को कांग्रेस की सरकार बनने के बाद लगभग पूरा नया बनाना पड़ा। भाजपा सरकार में करोड़ों रू. खर्च कर बनाई गयी सड़कें चार से पांच साल में ही कंडम हो गयी। सड़कों में बड़े-बड़े गड्ढे हो गये है। अमूमन एक सड़क की औसत आयु 12 से 15 साल होती है लेकिन भाजपा के 15 साल में बनाई गई सड़कें डामर कम भाजपा के भ्रष्टाचार की कालिख ज्यादा थी।

कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा के सारे के सारे नेता जो इस भ्रष्टाचार के लिये जिम्मेदार है चाहे डॉ. रमन सिंह हो, चाहे राजेश मूणत हो, या सांसद के रूप में सरोज पांडेय हो सबने अपने भ्रष्टाचार की कालिख को बेशर्मीपूर्वक उजागर करने का काम किया है। डोंगरगढ़ की सड़क, 2016 में बनी, बिलासपुर की सड़क 2018 में बनी, पंडरिया की सड़क 2017 में बनी, बालोद की सड़क 2018 जनवरी में बनाई गयी थी। राजेश मूणत सोच रहे है कि रमन सरकार में बनी इन कंडम सड़कों की आड़ में कांग्रेस सरकार को बदनाम कर लेंगे तो वे सब मुगालते में है। यह सड़कें रमन राज के कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार की स्मारक के रूप में है। जनता की गाढ़ी कमाई को किस प्रकार लूटा गया इसकी बानगी 4 साल में खराब होने वाली यह सड़कें है। स्काईवॉक, एक्सप्रेस-वे रमन-मूणत के भ्रष्टाचार की निशानी है। राजेश मूणत की काली करतूत से प्रदेश की जनता वाकिफ है।

 

 

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