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कावंड़ यात्रा: दुकानदारों को नहीं लिखना होगा नाम

 यूपी में कांवड़ यात्रा रूट पर दुकानों, ढाबों और ठेलों पर नेम प्लेट लगाने पर सुप्रीम कोर्ट की रोक बरकरार रहेगी। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में उत्तराखंड और एमपी सरकार को जवाब दाखिल करने के लिए 2 सप्ताह का समय दिया है। उसके बाद याचिकाकर्ता को जवाब देने के लिए एक हफ्ते का समय दिया गया है। मामले की अगली सुनवाई तीन सप्ताह बाद अगले सोमवार को सुनवाई की जाएगी. तब तक सुप्रीम कोर्ट का अंतरिम आदेश जारी रहेगा।

उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और मध्य प्रदेश की सरकारों ने कांवड़ यात्रा मार्ग पर स्थित सभी भोजनालयों और खाद्य विक्रेताओं को निर्देश दिया था कि वे अपने प्रतिष्ठानों के मालिकों और कर्मचारियों के नाम स्पष्ट रूप से लिखें। यह निर्देश यात्रियों और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जारी किया गया था।

कुछ लोगाें ने सरकार के इस आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिकाएं दायर कीं, जिनमें कहा गया कि यह निर्देश असंवैधानिक है और यह व्यक्तिगत व्यापारिक स्वतंत्रता का उल्लंघन करता है। याचिकाकर्ताओं ने तर्क दिया कि इस प्रकार के निर्देश से उनकी निजता और सुरक्षा पर खतरा उत्पन्न हो सकता है।

सुप्रीम कोर्ट ने तत्काल प्रभाव से इन निर्देशों पर रोक लगाते हुए कहा कि खाद्य विक्रेताओं को उनके मालिकों और कर्मचारियों के नाम लिखने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए। न्यायमूर्ति एएस बोपन्ना और न्यायमूर्ति पमिदिघंतम श्रीनिवास राव की पीठ ने कहा, यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि किसी भी व्यक्ति की निजता और व्यक्तिगत स्वतंत्रता का उल्लंघन न हो।

सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और मध्य प्रदेश सरकारों को नोटिस जारी कर मामले में जवाब दाखिल करने को कहा है। अब यह देखना होगा कि ये राज्य सरकारें अपने निर्देश का औचित्य कैसे प्रस्तुत करती हैं और सुप्रीम कोर्ट के समक्ष अपने तर्कों को कैसे रखती हैं।

मामले की अगली सुनवाई 26 जुलाई को होगी, जिसमें कोर्ट याचिकाओं पर विस्तृत सुनवाई करेगा और यह तय करेगा कि इन निर्देशों को जारी रखने की अनुमति दी जाए या नहीं।

इस महत्वपूर्ण फैसले के बाद कांवड़ यात्रा मार्ग पर स्थित भोजनालयों और खाद्य विक्रेताओं को राहत मिली है, और अब वे बिना किसी दबाव के अपने व्यवसाय को संचालित कर सकेंगे।

 

 

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दिल्ली में भारी बारिश, जल भराव से जनजीवन अस्त-व्यस्त

 दिल्ली में मानसूनी बारिश से सड़कों पर जल भराव हो गया है। लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यातायात प्रभावित हुआ है और एक जगह से दूसरी जगह पहुंचने में खासी मशक्कत करनी पड़ रही है।

शुक्रवार सुबह से हो रही भारी बारिश की वजह से दिल्ली के कई इलाकों में भारी जल भराव हो गया। इससे आम लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया। जल भराव की वजह से कामकाजी लोगों को सबसे ज्यादा समस्याओं का सामना करना पड़ा। सड़कों पर भरे पानी की वजह से यातायात प्रभावित हुआ है। आम लोगों का गंतव्य तक पहुंचना मुश्किल हो रहा है।

दक्षिणी दिल्ली के साकेत मेट्रो स्टेशन के बाहर हुए भारी जल-भराव से जनजीवन एक दम रुक गया। लोगों को मेट्रो पकड़ने के लिए सड़क पर भरे कमर तक पानी में घुसकर मेट्रो स्टेशन के अंदर जाना पड़ रहा है।

दिल्ली का पॉश इलाका हो या फिर आम सड़कें भारी बारिश से पूरी दिल्ली जलमग्न है। महरौली से बदरपुर रोड और सफदरगंज इन्क्लेव में सड़कें ऊपर तक भरी हुई हैं। जिससे वाहनों का आवागमन एकदम ठप्प हो गया है। इसके अलावा स्कूल जाने वाले छोटे बच्चे भी जान जोखिम में डाल सड़क पार कर रहे हैं।

साकेत से तीस हजारी कोर्ट जा रही एक महिला ने आईएएनएस से अपना दर्द साझा किया। उन्होंने कहा, सड़कों पर भरे पानी की वजह से बहुत परेशानी होती है। गंतव्य तक पहुंचने में हमेशा डर लगा रहता है कि कहीं पानी के अंदर कोई गड्ढा न हो, जिससे अनहोनी हो जाए।

साकेत मेट्रो के पास ही दुकान लगाने वाले एक व्यक्ति कहते हैं कि मुख्यमंत्री केजरीवाल कहते हैं कि उन्होंने सारे नाले साफ कर दिए, अब इस कमर तक भरे पानी में आप देख लीजिए कि कितने नाले साफ हुए हैं?

बता दें, जल भराव और नालों की सफाई को लेकर हाईकोर्ट ने दिल्ली सरकार को भी तलब किया था। दिल्ली हाई कोर्ट ने एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए मुख्य सचिव नरेश कुमार से पूछा था कि दिल्ली मे नालों की सफाई कब तक होगी? कोर्ट ने दिल्ली की आबादी को देखते हुए मास्टर प्लान बनाने की भी सलाह दी थी।

कार्यकारी चीफ जस्टिस मनमोहन की अध्यक्षता वाली बेंच ने नरेश कुमार से ये भी पूछा था कि शहर की जाम नालियों की सफाई करने में कितना समय लगेगा? कोर्ट इस मामले में अगली सुनवाई 3 हफ्ते बाद करेगा। जनहित याचिका आम लोगों और कुछ वकीलों ने की थी।

 

 

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मानहानि मामले में सुल्तानपुर कोर्ट में पेश हुए राहुल गांधी, आरोपों से किया इनकार

 रायबरेली से सांसद राहुल गांधी शुक्रवार को मानहानि मामले में सुल्तानपुर की एमपी/एमएलए कोर्ट में पेश हुए। कोर्ट के समक्ष राहुल गांधी ने अपना बयान दर्ज कराया। उन्होंने कहा कि राजनीतिक रंजिश के चलते उन्हें फंसाया गया है।

राहुल शुक्रवार सुबह सुल्तानपुर पहुंचे और यहां की सांसद-विधायक अदालत में पेश हुए, जहां उनका बयान दर्ज किया गया। विशेष न्यायाधीश शुभम वर्मा ने मामले में अपना बयान दर्ज कराने के लिए राहुल को 26 जुलाई को अदालत में पेश होने का निर्देश दिया था। अदालत ने अगली सुनवाई की तारीख 12 अगस्त को तय की है। कांग्रेस नेता राहुल की पेशी के मद्देनजर दीवानी न्यायालय में सुरक्षा घेरा सख्त कर द‍िया गया था।

राहुल गांधी के अधिवक्ता काशी प्रसाद शुक्ला ने बताया कि वो संसद की कार्यवाही छोड़कर न्यायालय में पेश हुए हैं। उन्होंने कोर्ट में अपना बयान दर्ज करा दिया है। राहुल गांधी ने कहा कि मेरे ऊपर जो आरोप लगाए गए हैं, उनसे मैं इनकार करता हूं। मेरी और मेरी पार्टी की छवि को खराब करने के लिए झूठा मुकदमा मेरे खिलाफ दर्ज किया गया है। अदालत ने अगली सुनवाई के लिए 12 अगस्त की तारीख तय की है।

याचिकाकर्ता के वकील संतोष पाण्डेय ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कोर्ट के सामने खुद को निर्दोष बताया। उन्होंने कहा कि राजनीतिक रंजिश के चलते मेरे खिलाफ केस दर्ज किया गया है। कोर्ट ने इस मामले में राहुल गांधी के खिलाफ साक्ष्य पेश करने के लिए कहा है। तय तारीख को कोर्ट के समक्ष गवाही प्रस्तुत की जाएगी।

संतोष पाण्डेय ने बताया कि राहुल गांधी को मामले की सुनवाई के अंतिम चरण में कोर्ट के सामने पेश होना पड़ेगा। भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय नेता विजय मिश्र ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर बेंगलुरु में 2018 में भाजपा के तत्कालीन अध्यक्ष और वर्तमान गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाते हुए चार अगस्त 2018 को मानहानि का मामला दर्ज कराया था।

अधिवक्ता के अनुसार, परिवाद में आरोप है कि 15 जुलाई 2018 को पार्टी कार्यकर्ता अनिरुद्ध शुक्ल व दिनेश कुमार ने अपने मोबाइल पर एक वीडियो क्लिप दिखाया था। इसमें राहुल गांधी अमित शाह को हत्यारा कह रहे थे। उनका यह बयान जस्टिस लोया की मृत्यु से संबंधित था, जिसमें सर्वोच्च न्यायालय द्वारा शाह को क्लीन चिट दे दी गई थी।

परिवादी व दो गवाहों के बयान व साक्ष्यों के आधार पर राहुल गांधी को विशेष मजिस्ट्रेट योगेश यादव ने आईपीसी की धारा 500 के तहत सुनवाई के लिए तलब किया तो उन्होंने 20 फरवरी को न्यायालय में पेश होकर जमानत करा ली थी। उन्हें पेशी तिथि पर व्यक्तिगत रूप से पेश होने से छूट दी गई है। हालांकि, आरोपों पर जवाब देने के लिए मौजूद रहना पड़ेगा।

वहीं भाजपा नेता और इस मामले में मुकदमा वादी विजय मिश्रा ने राहुल गांधी की राजनीतिक रंजिश वाले बयान को नकार दिया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी कह रहे हैं कि राजनीतिक रंजिश के चलते उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है जो कि बिल्कुल गलत है। उन्होंने तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को हत्यारा कहा था जिसके बाद उनके खिलाफ मानहानि मामले में मुकदमा दर्ज कराया गया था।

 
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सुप्रीम कोर्ट ने यूपी और उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा मार्ग पर नेमप्लेट लगाने के आदेश पर लगाई रोक

  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सरकार ने कांवड़ यात्रा मार्ग पर सभी दुकानों पर नेमप्लेट लगाने का आदेश जारी किया था। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को रोक लगा दी। कांवड़ यात्रा मार्ग पर स्थित सभी भोजनालयों और ढाबों पर मालिकों और कर्मचारियों के नाम लिखने का आदेश दिया गया था।

श्रावण मास आज से ही शुरू हो रहा है। भक्त और श्रद्धालु कांवड़ लेकर भोले शंकर को जल चढ़ाने के लिए कई किलोमीटर की यात्रा करते हैं। उसी यात्रा के दौरान कई दुकानों और ढाबों से वो खाने का सामान व अन्य चीजें खरीदते हैं।

यूपी सरकार ने सबसे पहले आदेश जारी कर इन दुकानों पर मालिकों का नाम लिखने का आदेश जारी किया था ताकि श्रद्धालु अपनी पसंद की दुकान से सामान खरीद सकें। उसके बाद ऐसा ही आदेश उत्तराखंड सरकार ने भी जारी किया।

इस आदेश को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर नोटिस जारी करते हुए जस्टिस ऋषिकेश रॉय और एसवीएन भट्टी की पीठ ने कहा कि श्रद्धालुओं को मानक स्वच्छता बनाए रखते हुए उनकी पसंद का भोजन परोसा जा सकता है।

राज्य सरकार के निर्देशों के अनुसार, राज्य भर में सभी खाद्य दुकानों, भोजनालयों और फूड जॉइंट्स को मालिकों/प्रोपराइटरों और कर्मचारियों के नाम प्रदर्शित करने वाली "नेमप्लेट" लगानी होगी। श्रावण मास में कांवड़ यात्रा करने वाले हिंदू श्रद्धालुओं की "आस्था की पवित्रता" बनाए रखने के लिए आदेश जारी करने की बात कही गई थी।

आदेश के अनुसार, यात्रा मार्ग पर हलाल प्रमाणन वाले उत्पाद बेचने वालों पर भी दंडात्मक कार्रवाई की जानी थी। अब सुप्रीम कोर्ट ने इस आदेश पर रोक लगा दी है।

 

 

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मानसून सत्र से पहले बोले प्रधानमंत्री मोदी

 संसद के मानसून सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आज सावन का पहला सोमवार है। इस पावन दिन पर एक महत्वपूर्ण सत्र शुरू हो रहा है। मैं सावन के पहले सोमवार पर देशवासियों को शुभकामनाएं देता हूं। आज संसद का मानसून सत्र शुरू हो रहा है। आज पूरे देश की नजर इस पर है। देश बहुत बरीकी से देख रहा है कि संसद का ये सत्र सकारात्मक हो, सृजनात्मक हो और देशवासियों के सपनों को सिद्ध करने के लिए एक मजबूत नीव रखने वाला हो।


प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत के लोकतंत्र की जो गौरव यात्रा है, उसमें ये एक महत्वपूर्ण पड़ाव के रूप में मैं देख रहा हूं। व्यक्तिगत रूप से मुझे और हमारे सभी साथियों के लिए भी ये अत्यंत गर्व का विषय है कि करीब 60 साल के बाद कोई सरकार तीसरी बार वापस आए और तीसरी पारी का पहला बजट रखें।

अमृतकाल का महत्वपूर्ण बजट
उन्होंने कहा कि कल हम जो बजट पेश करेंगे, वह अमृतकाल का महत्वपूर्ण बजट है। हमें पांच साल का जो अवसर मिला है, ये बजट हमारे उन पांच साल की दिशा तय करेगा। ये बजट 2047 के विकसित भारत के सपने मजबूत देने वाला होगा। हर देशवासी के लिए बड़े गर्व की बात है कि भारत बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों में सबसे तेज गति से आगे बढ़ने वाला देश है। गत 3 वर्षों में लगातार 8 प्रतिशत ग्रोथ के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं। आज भारत को लेकर सकारात्मकता बढ़ रही है, निवेश चरम पर है, ये अपने आप में भारत की विकास यात्रा का अहम पड़ाव है।

सभी सांसदों से किया खास अनुरोध
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं देश के सभी सांसदों से अनुरोध करना चाहता हूं कि गत जनवरी से लेकर अब तक हमें जितना संघर्ष करना था। किसी ने राह दिखाने का प्रयास किया। किसी ने गुमराह करने का प्रयास किया, लेकिन अब वो दौर खत्म हो चुका है, जनता ने अपना फैसला सुना दिया है। मैं सभी दलों से कहना चाहता हूं कि पार्टी लाइन से ऊपर उठकर देश के लिए खुद को समर्पित करें और संसद के इस गरिमामय मंच का अगले 4.5 साल तक उपयोग करें। जनवरी 2029 के चुनावी साल में आप कोई भी खेल खेल लें, लेकिन तब तक हमें किसानों, युवाओं और देश के सशक्तिकरण के लिए अपनी भागीदारी निभानी चाहिए।

हमें यहां देश के लिए भेजा है, दल के लिए नहीं...
प्रधानमंत्री ने कहा कि देशवासियों ने हमें यहां देश के लिए भेजा है, दल के लिए नहीं भेजा है। ये सदन दल के लिए नहीं, देश के लिए है। मुझे विश्वास है कि हमारे सभी सांसद पूरी तैयारी के साथ चर्चा को समृद्ध करें, कितने ही विरुद्ध विचार होंगे। देश को नकारात्मकता की जरूरत नहीं है बल्कि देश को प्रगति की विचारधारा से आगे बढ़ाना है। हम लोकतंत्र के इस मंदिर से भारत की सामान्य मानविकी की आकांक्षाओं को पूरा करने का प्रयास करेंगे।

 

 

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मधुमक्खियों ने रोकी चेन्नई-रायपुर फ्लाइट, बस में फंसे रहे यात्री...

 चेन्नई एयरपोर्ट पर सोमवार सुबह 8:20 बजे एक हैरान कर देने वाली घटना घटी, जब रायपुर जा रही इंडिगो की फ्लाइट 6E6797 मधुमक्खियों ने हमला कर दिया। मधुमक्खियाँ विमान के पिछले हिस्से में घुस गईं, जिससे उसके प्रस्थान में देरी हुई।


हमले के समय रायपुर जाने वाले यात्री टर्मिनल से विमान तक पहुंचने के लिए बस में चढ़ चुके थे। हवाई अड्डे के स्टाफ सदस्य आनंदपाल ने तुरंत विभाग के दोनों गेट बंद कर दिए, जिससे यह सुनिश्चित हुआ कि यात्री अपनी सुरक्षा के लिए बस के अंदर ही रहें। नतीजतन, फ्लाइट अपने निर्धारित समय सुबह 8:20 बजे उड़ान नहीं भर सकी।


यात्रियों में छत्तीसगढ़ भाजपा आईटी सेल के उपसंयोजक मितुल कोठारी समेत रायपुर के दो दर्जन से अधिक लोग शामिल थे। पूरी उड़ान मधुमक्खियों से घिरी हुई थी, जिसके कारण चेन्नई हवाई अड्डे के ग्राउंड स्टाफ को यात्रियों को विमान में चढ़ने की अनुमति देने से पहले मधुमक्खियों के हटने तक इंतजार करना पड़ा।



अप्रत्याशित मधुमक्खी का हमला और उसके बाद की देरी यात्री सुरक्षा सुनिश्चित करने और उड़ान कार्यक्रम बनाए रखने में आने वाली असामान्य चुनौतियों को उजागर करती है।

 

 

 
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सैनिक स्कूल रीवा स्थापना दिवस पर पुरा सम्मेलन सम्पन्न

अविभाजित मध्यप्रदेश के समय रीवा स्थित प्रदेश के एक मात्र सैनिक स्कूल के स्थापना दिवस पर आयोजित पुरा छात्र सम्मेलन कल रिंग रोड नंबर 3 स्थित लोटस रिजार्ट में सम्पन्न हुआ। पुरा छात्र सम्मेलन में भाग लेने छत्तीसगढ़ राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में निवासरत पुरा छात्र सपरिवार शामिल हुए। सम्मेलन में भाग लेने लंदन के रेडियोलाजिस्ट डॉ. नवीन खन्ना और न्यू जर्सी अमेरिका के सूचना प्रौद्योगिकी विशेषज्ञ श्री महेन्द्र सिंह पटेल की उपस्थित विशेष उल्लेखनीय रही।
सम्मेलन के पहले दिन 19 जुलाई को रात्रि भोज और संगीत संध्या का आयोजन किया गया। जिसमें देर रात तक सभी स्कूल दिनों की याद ताजा करते हुए संगीत की धुन में झूमते रहे। दूसरे दिन परंपरागत फुटबाल मैच, रस्सी खींच प्रतियोगिता सहित बच्चों, महिलाओं के पारिवारिक मैगों ईटिंग प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गई।
सैनिक स्कूल रीवा की उपलब्धियों की जानकारी देते हुए वर्ष 1980 बैच के पुरा छात्र एवं नेफ्रोलाजिस्ट श्री संजीव अनंत काले ने बताया कि सैनिक स्कूल रीवा की स्थापना 20 जुलाई 1962 को की गई थी। वर्ष 1962 में स्थापना से लेकर इन 62 वर्षों में लगभग 4500 से अधिक छात्र शिक्षा ग्रहण कर चुके हैं। इसमें लगभग 900 छात्र भारतीय सेना के अधिकारी हैं।
जिसमें 20 से अधिक छात्र ले. जनरल, मेजर जनरल या समकक्ष पदों पर सेना में हैं। वर्तमान थल सेना अध्यक्ष ले. जनरल उपेन्द्र द्विवेदी और नौ सेना अध्यक्ष एडमिरल दिनेश त्रिपाठी सैनिक स्कूल रीवा के वर्ष 1982 पास आउट है। ले. जनरल के. टी पटनायक अरूणाचल प्रदेश के राज्यपाल हैं। सैनिक स्कूल के स्वर्णिम इतिहास को याद करते हुए उन्होंने बताया कि वर्ष 1971 के भारत-पाक युद्ध, श्रीलंका शांति सेना, कारगिल युद्ध में सैनिक स्कूल के छात्रों ने अप्रितम शौर्य का प्रदर्शन किया और अनेक वीरता चक्र प्राप्त किए। अब तक स्कूल के छात्रों को 03 वीर चक्र, 03 शौर्य चक्र, 04 सेवा मेडल सहित अन्य सैन्य सम्मान प्राप्त कर चुके हैं। इसके अलावा सैनिक स्कूल रीवा के छात्र राजनीति, प्रशासन, अंतरिक्ष विज्ञान आदि क्षेत्रों में देश-विदेश में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
सैनिक स्कूल स्थापना दिवस पर आयोजित पुरा छात्र सम्मेलन में संचालक सैनिक कल्याण ब्रिगेडियर विवेक शर्मा, उप पुलिस अधीक्षक श्री आशीष शुक्ला, श्री राम किशन मिश्रा, मीडिया क्षेत्र के श्री मुकेश सिंह, संचालक ब्राइटन स्कूल श्री अभिनेय सिंह आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
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पहाड़ी से गिरा मलबा, तीन यात्रियों की मौत; पांच घायल

 गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर रविवार सुबह बड़ा हादसा हो गया। चिरबासा के पास पहाड़ी से अचानक भारी मात्रा में मलबा और बोल्डर गिर गए। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि यात्रा पर जा रहे तीन तीर्थयात्री की मौत हो गई, जबकि पांच घायल हो गए। घायलों में भी दो यात्री महाराष्ट्र के व अन्य स्थानीय बताए जा रहे हैं। घायलों को उपचार के लिए गाैरीकुंड अस्पताल में भेजा गया है।


जानकारी के अनुसार, घटना सुबह साढ़े सात बजे की बताई जा रही है। हादसे की सूचना मिलते ही  पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। राहत एवं बचाव कार्य जारी है। हादसे में मृतकों की पहचान किशोर अरुण पराटे(31), नागपुर महाराष्ट्र, सुनील महादेव काले(24 ) जालना महाराष्ट्र, अनुराग बिष्ट, तिलवाड़ा रुद्रप्रयाग के रूप में हुई है।

बता दें कि केदारनाथ में 16 किमी लंबे गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर पल-पल भूस्खलन का खतरा रहता है। चीरबासा भूस्खलन जोन है, जहां प्रत्येक बरसात में पहाड़ी से पत्थर गिरने से दुर्घटनाएं होती रहती हैं। यहां बीते वर्ष भी पहाड़ी से भूस्खलन होने के कारण एक व्यक्ति की जान चली गई थी।

सीएम धामी ने जताया दुख
केदारनाथ यात्रा मार्ग पर हुए हादसे को लेकर सीएम धामी ने दुख जताया। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा' पहाड़ी से मलबा व भारी पत्थर गिरने से कुछ यात्रियों के हताहत होने का समाचार अत्यंत दुःखद है। घटनास्थल पर राहत एवं बचाव कार्य जारी है, इस संबंध में निरंतर अधिकारियों के संपर्क में हूं। हादसे में घायल हुए लोगों को त्वरित रूप से बेहतर उपचार उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए हैं। ईश्वर दिवंगतों की आत्मा को श्री चरणों में स्थान एवं शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।

 
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24 घंटों में यहां बिगड़ेगा मौसम, भारी बारिश का अलर्ट

 इन दिनों देश के अलग-अलग इलाकों में मानसून का असर देखा जा रहा है। कहीं जोरदार बारिश हो रही है तो कहीं अभी भी सामान्‍य बारिश की दर्ज की गई है। भारतीय मौसम विभाग IMD ने अलग-अलग राज्‍यों के लिए बारिश के रेड और ऑरेन्‍ज अलर्ट जारी किए हैं। यह भी चेताया है कि यहां भारी से भारी बारिश हो सकती है। इस बीच नई खबर आई है कि एक चक्रवात सक्रिय हो रहा है, जिसके चलते दक्षिणी तटीय राज्‍यों को सजग किया गया है। यहां जानिये कि अगले 24 घंटों में देश भर में मौसम का क्‍या मिजाज रहेगा।

 

इन राज्‍यों के लिए रेड अलर्ट

भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने महाराष्ट्र, गुजरात और गोवा के कुछ हिस्सों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जिसमें भारी से लेकर बहुत भारी बारिश की भविष्यवाणी की गई है। पूर्वानुमान के अनुसार, गुजरात और दक्षिणी भारत में रविवार तक भारी बारिश जारी रहने की उम्मीद है।

 

इन राज्‍यों के लिए ऑरेन्‍ज अलर्ट

भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तटीय आंध्र प्रदेश, कच्छ और सौराष्ट्र के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा अगले तीन दिनों तक मध्य प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़ और पूर्वी राजस्थान में भी मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है।

 

दिल्‍ली-एनसीआर के लिए अनुमान

इसके विपरीत, दिल्ली में अगले तीन दिनों में हल्की, छिटपुट बारिश होने की उम्मीद है। दिल्ली-एनसीआर में शनिवार को अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है, जबकि 21 और 22 जुलाई को हल्की बारिश का अनुमान है।

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50 लाख की फिरौती मांगने वाले तीन गैंगस्टर गिरफ्तार

 पंजाब के पटियाला में पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। पटियाला पुलिस ने व्यापारी से फिरौती मांगने वाले गोल्डी बराड़ गैंग के तीन गैंगस्टरों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि गोल्डी बराड़ गैंग के बदमाशों ने राजपुरा शहर के एक नामी व्यापारी से 50 लाख की फिरौती की डिमांड की थी। इस बारे में व्यापारी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और उन्होंने तीन गैंगस्टर्स को गिरफ्तार किया। पुलिस ने शातिर बदमाशों के पास से 32 बोर की अवैध पिस्तौल और 5 जिंदा कारतूस बरामद किया। पटियाला के एसएसपी वरुण शर्मा ने बताया कि व्यापारी को एक धमकी भरा फोन आया था।

उनसे पचास लाख रुपए की फिरौती मांगी गई। फोन करने वाले शख्स ने उन्हें धमकी दी कि अगर उनकी मांग को पूरा नहीं किया गया तो परिवार को नुकसान पहुंचाया जा सकता है। इस धमकी भरे फोन कॉल के बाद परिवार दहशत में था। उन्होंने कहा, व्यापारी को फोन गोल्डी बराड़ के नजदीकी गैंगस्टर गोल्डी ढिल्लों की ओर से किया गया था। व्यापारी ने इसकी शिकायत पुलिस में की, जिसके बाद हमने अलग-अलग पांच टीमें बनाई।

कॉल को ट्रैस किया और उसके बाद तीन गैंगस्टरों को गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि जिन तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है उनके नाम जतिंद्र, नवजात लाडी और राहुल है। ये तीनों आरोपी अमेरिका में मौजूद गैंगस्टर गोल्डी ढिल्लों के इशारे पर काम कर रहे थे। एक आरोपी नवजात लाडी के खिलाफ हत्या समेत कई संगीन मुकदमे दर्ज थे। उन्होंने कहा कि तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद व्यापारी के परिवार ने राहत की सांस ली है। एसएसपी वरुण शर्मा ने कहा कि अगर किसी को धमकी भरा कॉल आता है तो धमकी देने वाले शख्स के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत कार्रवाई की जाएगी।

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उत्तराखंड में भी दुकान के सामने मालिक का नाम लिखना होगा

 उत्तर प्रदेश की तरह अब उत्तराखंड में भी कांवड़ यात्रा के रूट पर दुकानदारों को होटल और ढाबे वालों को रेट लिस्ट के साथ ही अपना नाम भी लिखना होगा। हरिद्वार पुलिस प्रशासन ने रेस्तरां मालिकों को कांवड़ यात्रा मार्ग पर नाम प्रदर्शित करने का आदेश जारी किया है।

हरिद्वार एसएसपी परमेंद्र डोबाल ने बताया कि कांवड़ मार्ग पर जो होटल, ढाबे, रेस्तरां हैं या जो रेड़ी-पटरी वाले हैं उन्हें उनके मालिक का नाम अनिवार्य रूप से लिखना होगा। ऐसा न करने पर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।



बता दें कि बीते दिनों हरिद्वार में कुछ संगठनों ने पुलिस के सामने मांग उठाई थी कि कांवड़ मार्ग पर शिवभक्तों को कोई परेशानी न हो इसके लिए दुकानदार दुकानों पर अपना नाम जरूर लिखें। जिसके बाद अब पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए यह फैसला लिया है।

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चंडीगढ़ एक्सप्रेस के 14 डिब्बे पटरी से उतरे, 3 यात्रियों की मौत, 14 जख्मी

 गोंडा जिले के गोंडा- मनकापुर रेलखंड के बीच चंडीगढ़ एक्सप्रेस के 14 डिब्बे पटरी से उतर गए। हादसे में तीन लोगों की मौत की खबर है जबकि 14 लोग जख्मी हो गए हैं। 15904 -चंडीगढ़ एक्सप्रेस चंडीगढ़ से गोरखपुर जा रही थी।  हादसा मोतीगंज थाना क्षेत्र के पिकौरा गांव के पास हुआ। पौने तीन बजे दो डिब्बे बेपटरी हुए, उसके बाद 12 और डिब्बे पलट गए।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लिया है। उन्होंने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंच कर राहत कार्य में तेजी लाने व घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं।

 



सीएम योगी ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को हर संभव सहायता पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। सीएम के निर्देश पर आसपास के जिलों के सभी अस्पतालों, सीएचसी और पीएचसी को अलर्ट मोड पर रखा गया है। एसडीआरएफ की टीम को मौके पर पहुंच कर राहत कार्यों में तेजी लाने के भी निर्देश दिए गए हैं।



हादसे के कारण इन ट्रेनों के मार्ग में परिवर्तन किया गया है
- 15707 कटिहार-अमृतसर एक्सप्रेस का मार्ग परिवर्तन कर मनकापुर-अयोध्या-बाराबंकी के रास्ते चलाई जा रही है।


-15653 गुवाहाटी-श्रीमाता वैष्णो देवी कटरा एक्सप्रेस का मार्ग परिवर्तन कर मनकापुर-अयोध्या-बाराबंकी के रास्ते चलाई जा रही है।

हादसे के बाद ऐसे यात्री जो किसी भी तरह से घायल होने से बच गए थे। वो अपने गंतव्य की ओर रवाना हो गए।  हादसे के बाद राहत व बचाव कार्य जारी है। आसपास के अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। घटना के बाद अफसर स्थल पर पहुंच गए हैं और लोगों को निकाल रहे हैं।

 

 

 
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बस के अंदर नहीं थी जगह तो छत पर बैठे लोग, आए गए करंट की चपेट में

 बारातियों से भरी बस की करंट की चपेट में आने से 4 बारातियों की मौत हो गई वहीं 5 अन्य घायल बताए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि गांव में प्रवेश करते ही बस बिजली के तार की चपेट में आ गया। इसमें 11 हजार वोल्ट का करंट आ रहा था। जानकारी के मुताबिक कुचाई के बारूहातु गांव से तमाड़ के चोगागुटू बारात आई थी. गांव में प्रवेश करने से पहले ही बस बिजली के तार के संपर्क में आ गई. जिससे बस की छत पर बैठे 3 लोगों की मौके पर ही  मौत हो गई। जबकि बस में करंट दौडऩे से 5 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए. वहीं,इलाज के दौरान एक अन्य की भी मौत हो गई. करंट लगने के बाद बस की छत पर सवार लोगों में चीख-पुकार मच गई और जान बचाने के लिए अन्य सवार कूदने लगे. जिससे वो घायल हो गए. 5 घायलों को गंभीर हालत में राजधानी रांची के रिम्स में भर्ती कराया गया. जहां इलाज के दौरान एक ने दम तोड़ दिया. लोगों ने बताया कि जिस बस में बारात आई थी, उसमें 50 से ज्यादा लोग सवार थे. बस में अंदर जगह नहीं थी तो छत पर कई लोग बैठ गए थे।

 

 

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IAS पूजा खेडकर की मां मनोरमा को पुलिस ने गिरफ्तार किया

 वाशिम जिले की विवादित सहायक जिलाधीश और आईएएस-प्रोबेशनरी ऑफिसर (पीओ) पूजा दिलीप खेडकर की मुसीबतें और बढ़ गई हैं। पुणे पुलिस ने किसान को पिस्तौल का डर दिखाकर जमीन बेचने के लिए मजबूर करने के मामले में पूजा खेडकर की मां मनोरमा खेडकर को पुणे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

मुलशी क्षेत्र में यह घटना करीब दो महीने पहले हुई थी, लेकिन इसका वीडियो अब सामने आया है। वीडियो में पूजा की मां मनोरमा डी. खेडकर को पिस्तौल दिखाकर एक किसान को धमकाते देखा जा सकता है।

पुरुष बाउंसरों और महिला सुरक्षाकर्मियों की एक पेशेवर टीम के साथ मनोरमा खेडकर ने किसानों के साथ तीखी बहस की और इस दौरान उन पर पिस्तौल भी तान दी।

बाद में इलाके के पीड़ित किसानों ने दावा किया कि वे इस घटना की शिकायत पुलिस में दर्ज कराने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन राजनीतिक दबाव के कारण उनकी शिकायत पर ध्यान नहीं दिया गया। अब उन्होंने घटना की गहन जांच की मांग की है।

उनकी संपत्ति के रिकॉर्ड के अनुसार, खेडकर परिवार के पास पुणे में 25 एकड़ से अधिक जमीन है। उन्होंने पड़ोसी किसानों को अपनी जमीन बेचने के लिए मजबूर करके वहां अपनी जमीन बढ़ाने की कोशिश की, लेकिन ज्यादातर ने इस कोशिश का विरोध किया।

बीते कुछ दिनों में उठे बड़े विवाद के बाद आईएएस (पीओ) पूजा खेडकर को पुणे कलेक्टरेट से वाशिम कलेक्टरेट में सहायक जिलाधीश के रूप में ट्रांसफर कर दिया गया है, जहां उन्होंने 11 जुलाई को कार्यभार संभाला।

आरटीआई कार्यकर्ता विजय कुंभार की ओर से चलाए गए अभियान के बाद खेडकर परिवार में दिलीप के. खेडकर, मनोरमा डी. खेडकर और उनकी बेटी पूजा डी. खेडकर की संपत्ति को लेकर चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। केंद्र और राज्य ने पहले ही पूजा डी. खेडकर के खिलाफ आईएएस (पीओ) के रूप में उनके विभिन्न कथित कार्यों, उनके ओबीसी नॉन-क्रीमी लेयर प्रमाणपत्र, मेडिकल रिकॉर्ड, ट्रैफिक पुलिस डेटा आदि से संबंधित दस्तावेजों की स्वतंत्र जांच शुरू कर दी है।

 

 

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कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की आत्मा और रीढ़: चौहान

  केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कृषि को भारतीय अर्थव्यवस्था की आत्मा और किसान को रीढ़ करार देते हुए कहा कि देश में सीमांत किसानों और छोटी जोत के किसानों के लिए मॉडल फॉर्म बनाने की ज़रूरत है। श्री चौहान ने मंगलवार को यहां 96वें भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) स्थापना एवं प्रौद्योगिकी दिवस 2024 का उद्घाटन करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य रखा है। किसान एवं खेती प्रधानमंत्री की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

कृषि विविधिकरण से किसानों की खेती में आय बढ़ाना संभव है और सरकार इसी संकल्प के साथ काम कर रही हैं। इस अवसर पर केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह और केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी एवं राम नाथ ठाकुर, केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी तथा अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन और केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी तथा पंचायती राज मंत्रालय राज्य मंत्री प्रो. एस.पी. सिंह बघेल और सचिव (कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग) एवं महानिदेशक (आईसीएआर) हिमांशु पाठक भी उपस्थित रहे।

इस अवसर पर फसलों की 25 किस्में जारी की गयी और कुछ उत्पाद किसानों को समर्पित किये गये। कार्यक्रम में वैज्ञानिकों को भी सम्मानित किया गया। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के कई प्रकाशन का विमोचन भी किया गया। श्री चौहान ने कहा कि भारत को 2047 तक विकसित बनाने में कृषि और कृषि संबंधित क्षेत्र ही महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे।

 

 

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आषाढ़ी एकादशी पर महाराष्ट्र के सीएम शिंदे ने परिवार संग की पूजा-अर्चना

 देशभर में आज आषाढ़ी एकादशी मनाई जा रही है। आषाढ़ी एकादशी के अवसर पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपने परिवार संग पंढरपुर के विट्ठल रखुमाई मंदिर में भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना की।

इस साल नासिक जिले के सताना तालुका के किसान बालू शंकर अहिरे और आशाबाई शंकर अहिरे को आधिकारिक पूजा में बैठने का सम्मान मिला है। जिसमें राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी शिरकत की। पूजा के बाद मुख्यमंत्री शिंदे ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उनके साथ पूजा करना हमारे लिए सौभाग्य की बात है।

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विठुराया की पूजा करने के बाद कहा कि वह राज्य के लोगों को खुश और संतुष्ट रखें। साथ ही राज्य के लोगों के कष्टों को दूर करने और उन्हें समृद्ध बनाए रखने के लिए पांडुरंगा से प्रार्थना करते हैं। साथ ही कामना है कि महाराष्ट्र में अच्छी बारिश हो और लोगों को गर्मी से राहत मिले।

सीएम शिंदे ने प्रदेश की जनता को धन्यवाद करते हुए कहा, पिछले तीन वर्षों में जिस उत्साह के साथ उन्हें जनता के लिए ईमानदारी से काम करने का अवसर मिला है, उसी उत्साह के साथ और अधिक काम करने की ताकत मिले।

बता दें कि इस पूजा के दौरान मुख्यमंत्री शिंदे के पिता संभाजी शिंदे, पत्नी लता शिंदे, बेटे श्रीकांत शिंदे, बहू वृषाली शिंदे, पोते रुद्रांश और मंत्री गिरीश महाजन, तानाजी सावंत, चंद्रकांत पाटिल और दीपक केसरकर समेत अन्य लोग मौजूद रहे।

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आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान एक अधिकारी समेत चार भारतीय सैनिक शहीद

 रक्षा अधिकारी ने जानकारी दी है कि जम्मू-कश्मीर के डोडा इलाके में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान एक अधिकारी समेत चार भारतीय सैनिक शहीद हो गए हैं। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक इस घटना में एक पुलिसकर्मी की भी जान गई। राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस सोमवार से ही इस इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रही थी।

सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकियों ने फायरिंग शुरू की और भागने लगे। सुरक्षाबलों ने उनका पीछा किया, लेकिन घने जंगल का फायदा उठाकर आतंकी उन्हें चकमा देते रहे। सोमवार रात करीब 9 बजे एक बार फिर गोलीबारी हुई, जिसमें पांच जवान गंभीर रूप से घायल हो गए और इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन कश्मीर टाइगर्स ने ली है।

इलाके में सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है, जिसमें सेना हेलिकॉप्टर की मदद भी ले रही है। आतंकियों को घेरने की पूरी कोशिश की जा रही है। गौरतलब है कि जम्मू डिवीजन के डोडा इलाके में पिछले 34 दिनों में यह पांचवां एनकाउंटर है। इससे पहले 9 जुलाई, 26 जून और 12 जून को भी यहां मुठभेड़ हो चुकी है। हर हमले के बाद सुरक्षा बलों की ओर से आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाया गया।

 

 

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इंदौर में गृहमंत्री शाह ने किया पौधरोपण, 'एक पेड़ माँ के नाम' अभियान ने बनाया विश्व रिकॉर्ड

 केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने 14 जुलाई को मध्य प्रदेश के इंदौर में 'एक पेड़ माँ के नाम' अभियान के तहत एक दिन में 11 लाख पौधे लगाने के कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव सहित अनेक व्यक्ति उपस्थित थे। इस कार्यक्रम ने विश्व रिकॉर्ड स्थापित किया।


अमित शाह ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि 'एक पेड़ माँ के नाम' अभियान अब एक जनआंदोलन बन चुका है। उन्होंने कहा, "जब मोदी ने इस अभियान की शुरुआत की थी, तब किसी ने नहीं सोचा था कि यह एक नारा न रहकर एक आंदोलन बन जाएगा। आज, देशवासी इस अभियान से जुड़कर अपनी माँ और धरती माता को प्रणाम कर रहे हैं।"

इंदौर की नई पहचान: ग्रीन सिटी
शाह ने कहा कि इंदौर को अब स्वच्छता, स्वाद, सुशासन, सहयोग और सहभागिता के साथ-साथ 'एक पेड़ माँ के नाम' वृक्षारोपण अभियान के लिए भी जाना जाएगा। उन्होंने कहा, "इंदौर एक स्मार्ट सिटी, मेट्रो सिटी, क्लीन सिटी, मॉडर्न एजुकेशन का हब तो था ही, अब इंदौर ग्रीन सिटी के नाम से भी पहचाना जाएगा।"

CAPFs की प्रशंसा और वृक्षारोपण लक्ष्य

गृह मंत्री ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPFs) की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने 5 करोड़ वृक्ष लगाने का लक्ष्य समय से पहले ही पूरा कर लिया है। अब तक सभी CAPFs ने 5 करोड़ 21 लाख पौधे लगाए हैं और इस वर्ष के अंत तक 1 करोड़ पौधे और लगाने का लक्ष्य है।

पर्यावरण संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण पहल
अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने 'एक पेड़ माँ के नाम' अभियान के माध्यम से जलवायु परिवर्तन की समस्या का समाधान प्रस्तुत किया है। उन्होंने कहा, "मध्य प्रदेश के कुल क्षेत्रफल का 31 प्रतिशत फॉरेस्ट कवर है, जो पूरे भारत को ऑक्सीजन देने का काम करता है।"

अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पर्यावरण संरक्षण
शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने G-20 में वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर और ग्लोबल बायोफ्यूल अलायंस जैसी कई पहल कीं, जिससे संयुक्त राष्ट्र ने उन्हें चैंपियन ऑफ अर्थ के पुरस्कार से सम्मानित किया है।

देश की सुरक्षा, समृद्धि और आधुनिकता
शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश और अधिक सुरक्षित, समृद्ध, आधुनिक बनेगा और पूरे विश्व में हर क्षेत्र में प्रथम स्थान प्राप्त करेगा। उन्होंने मध्य प्रदेश की सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री मोहन यादव ने राज्य में कई विकास कार्यक्रमों की शुरुआत की है, जिससे विकास और किसान के बीच संतुलन आएगा।

इस ऐतिहासिक कार्यक्रम ने न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, बल्कि इंदौर और पूरे देश को एक नई पहचान भी दी है।

 

 

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