हिंदुस्तान

तीन महीनों में तुअर और उड़द की खुदरा कीमत में गिरावट

पिछले तीन महीनों में मंडी कीमतों में गिरावट के साथ तुअर और उड़द की खुदरा कीमतों में गिरावट आई है या वे स्थिर बनी हुई हैं। उपभोक्ता मामले विभाग दालों की मंडी और खुदरा कीमतों के रुझानों पर विचार-विमर्श करने के लिए भारतीय खुदरा विक्रेता संघ (आरएआई) और संगठित खुदरा श्रृंखलाओं के साथ नियमित बैठकें कर के यह सुनिश्चित करता है कि खुदरा विक्रेता खुदरा मार्जिन को उचित स्तर पर बनाए रखें।

खुदरा बाजार में सीधे हस्तक्षेप करने के लिए सरकार ने बफर स्टॉक से दालों के एक हिस्से को भारत दाल ब्रांड के तहत उपभोक्ताओं को सस्ती कीमतों पर खुदरा बिक्री के लिए उपलब्ध करवाया है। इसी तरह, भारत ब्रांड के तहत खुदरा उपभोक्ताओं को रियायती कीमतों पर आटा और चावल वितरित किया जाता है। थोक बाजारों में उच्च मूल्य वाले उपभोक्ता केंद्रों और खुदरा दुकानों के माध्यम से कीमतों को कम करने के लिए बफर स्टॉक से प्याज को एक संतुलित और लक्षित तरीके बाजार में उतारा जाता है। प्रमुख उपभोग केंद्रों में स्थिर खुदरा दुकानों और मोबाइल वैन के माध्यम से खुदरा उपभोक्ताओं के बीच प्याज 35 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से वितरित किया जाता है। इन उपायों से दालों, चावल, आटा और प्याज जैसी आवश्यक खाद्य वस्तुएं उपभोक्ताओं को सस्ती कीमतों पर उपलब्ध कराने और कीमतों को स्थिर करने में मदद मिली है।घरेलू उपलब्धता बढ़ाने के लिए दालों का सुचारू और निर्बाध आयात सुनिश्चित करने हेतु, तुअर और उड़द के आयात को 31.03.2025 तक 'मुक्त श्रेणी' में रखा गया है और मसूर के आयात पर 31.03.2025 तक कोई शुल्क नहीं लगाया गया है। इसके अतिरिक्त, सरकार ने घरेलू बाजार में दालों की आपूर्ति बढ़ाने के लिए 31.03.2025 तक देसी चना के शुल्क मुक्त आयात की भी अनुमति दी है। तुअर, उड़द और मसूर की स्थिर आयात नीति व्यवस्था देश में तुअर और उड़द की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करने में प्रभावी रही है, क्योंकि आयात का प्रवाह निरंतर बना हुआ है, जिससे दालों की उपलब्धता बनी हुई है और कीमतों में असामान्य वृद्धि पर अंकुश लगा है।

 

उपभोक्ता मामलों के विभाग ने किसानों के जागरूकता अभियान, आउटरीच कार्यक्रम, बीज वितरण आदि के लिए एनसीसीएफ और नैफेड को सहायता प्रदान की। सरकार ने नैफेड और एनसीसीएफ के माध्यम से मूल्य समर्थन योजना (पीएसएस) और पीएम-आशा योजना के मूल्य स्थिरीकरण कोष (पीएसएफ) घटकों के तहत तुअर और उड़द की सुनिश्चित खरीद के लिए किसानों का पूर्व-पंजीकरण लागू किया है। 22.11.2024 तक एनसीसीएफ और नैफेड द्वारा कुल 10.66 लाख किसानों को पंजीकृत किया गया है।

खरीफ फसलों की स्थिति अच्छी है और मूंग, उड़द जैसी कम अवधि वाले फसलों की कटाई पूरी हो चुकी है, जबकि तुअर की फसल की कटाई अभी शुरू ही हुई है। फसल के लिए मौसम भी अनुकूल रहा है, जिससे उपभोक्ताओं तक आपूर्ति श्रृंखला में अच्छा प्रवाह बना हुआ है, और दालों की कीमतों में नरमी आने की उम्मीद है।

 

केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति राज्य मंत्री और सार्वजनिक वितरण मंत्री श्री बी.एल. वर्मा ने आज लोक सभा में एक लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।

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बुनियादी बातों की ओर लौटें, भविष्य की ओर बढ़ें : मोदी

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को रियो डी जनेरियो में जी20 शिखर सम्मेलन में शामिल हुए दुनिया के सबसे प्रभावशाली नेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि भारत की सफलता का मुख्य कारण उनकी सरकार का 'बुनियादी बातों की ओर वापस लौटना' तथा 'भविष्य की ओर बढ़ना' का दृष्टिकोण है।

दो दिवसीय 19वें जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान बेसाइड म्यूजियम ऑफ मॉडर्न आर्ट में 'सामाजिक समावेशन और भूख तथा गरीबी के खिलाफ लड़ाई' विषय पर जी-20 सत्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि पिछले साल नई दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन में लिए गए "जन-केंद्रित निर्णयों" को ब्राजील की अध्यक्षता के दौरान आगे बढ़ाया गया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने सत्र को संबोधित करते हुए कहा, यह बहुत संतोष की बात है कि हमने सतत विकास लक्ष्यों को प्राथमिकता दी। हमने समावेशी विकास, महिला नेतृत्व वाले विकास और युवा शक्ति पर ध्यान केंद्रित किया और वैश्विक दक्षिण की आशाओं और आकांक्षाओं को पंख दिए। यह साफ है कि एक पृथ्वी एक परिवार एक भविष्य, इस शिखर सम्मेलन में भी उतना ही प्रासंगिक है जितना कि पिछले साल था।

पीएम मोदी ने भारत के अनुभवों और सफलता को शेयर करते हुए कहा कि भारत ने पिछले 10 वर्षों में 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है। 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को फ्री में अनाज दिया जा रहा है। दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना से 55 करोड़ लोग लाभान्वित हो रहे हैं। अब 70 साल से ज़्यादा उम्र के 6 करोड़ वरिष्ठ नागरिक भी मुफ़्त स्वास्थ्य बीमा का लाभ उठा सकेंगे।

महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास और सामाजिक समावेशन पर अपना ध्यान केंद्रित रखते हुए, 30 करोड़ से ज्यादा महिला सूक्ष्म उद्यमियों को बैंकों से जोड़ा गया है और उन्हें ऋण तक पहुंच प्रदान की गई है।

विश्व की सबसे बड़ी फसल बीमा योजना के अंतर्गत 4 करोड़ से अधिक किसानों को 20 बिलियन अमेरिकी डॉलर का का लाभ मिला है। किसान योजना के तहत 11 करोड़ किसानों को 40 बिलियन डॉलर से अधिक की सहायता दी गई है। किसानों को 300 बिलियन अमेरिकी डॉलर का संस्थागत (इंस्टीट्यूशनल) ऋण दिया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि भारत न केवल खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित कर रहा है बल्कि पोषण पर भी ध्यान केंद्रित कर रहा है। पीएम मोदी ने कहा, सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 अभियान एक एकीकृत पोषण सहायता कार्यक्रम है, जो विशेष रूप से गर्भवती महिलाओं, नवजात शिशुओं, छह वर्ष तक के बच्चों और किशोरियों के पोषण पर ध्यान केंद्रित करता है। मिड डे मील योजना के माध्यम से स्कूल जाने वाले बच्चों की पोषण संबंधी जरूरतों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

 

पीएम नरेंद्र मोदी ने विश्व नेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि भारत वैश्विक खाद्य सुरक्षा में भी योगदान दे रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा, हमने हाल ही में मलावी, जाम्बिया और जिम्बाब्वे को मानवीय सहायता प्रदान की है। हमारी सफलता का मुख्य कारण हमारा दृष्टिकोण; 'बुनियादी बातों की ओर वापस लौटना' और 'भविष्य की ओर बढ़ना' है। हमने श्री अन्न या बाजरा को बढ़ावा देकर टिकाऊ कृषि, पर्यावरण संरक्षण, पोषण और खाद्य सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित किया है

भारत ने 2000 से अधिक जलवायु अनुकूल फसल किस्में विकसित की हैं और 'डिजिटल कृषि मिशन' भी शुरू किया है, वहीं डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना के माध्यम से सामाजिक और वित्तीय समावेशन को भी बढ़ावा दिया है। उन्होंने कहा, आकांक्षी जिलों और ब्लॉकों की परियोजना के साथ हमने समावेशी विकास के लिए एक नया मॉडल तैयार किया है जो सबसे कमजोर कड़ी को मजबूत करता है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हम भूख और गरीबी के खिलाफ वैश्विक गठबंधन के लिए ब्राजील की पहल का समर्थन करते हैं। यह नई दिल्ली शिखर सम्मेलन में अपनाए गए खाद्य सुरक्षा के लिए डेक्कन उच्च स्तरीय सिद्धांतों के लागू करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

वैश्विक मंच पर एक बार फिर विकासशील देशों का पक्ष रखते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वैश्विक संघर्षों के की वजह से खाद्य, ईंधन और उर्वरक संकट से वैश्विक दक्षिण के देश सबसे अधिक प्रतिकूल रूप से प्रभावित हैं।

 

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केंद्रीय मंत्री ने 200 गीगावाट अक्षय ऊर्जा की उपलब्धि के सम्मान में सुदर्शन पटनायक की रेत कला को साझा किया

 केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रहलाद जोशी ने ओडिशा के पुरी समुद्र तट पर सुप्रसिद्ध रेत कलाकार सुदर्शन पटनायक की कलाकृति साझा की।

केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने एक्स पर अपनी पोस्ट में लिखा "नवीकरणीय ऊर्जा में 200 गीगावाट क्षमता को पार करने की भारत की उल्लेखनीय उपलब्धि का सम्मान!

भारत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 'पंचामृत' लक्ष्य के अनुरूप अक्टूबर में अक्षय ऊर्जा में 200 गीगावाट की उपलब्धि हासिल कर ली है। यह उल्लेखनीय वृद्धि 2030 तक गैर-जीवाश्म स्रोतों से 500 गीगावाट हासिल करने के देश के महत्वाकांक्षी अक्षय ऊर्जा लक्ष्य के अनुरूप है।

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पार्किंग के दौरान अनियंत्रित हो गई कार, पांच बच्चे घायल

 उत्तर प्रदेश के झांसी में बाल दिवस के मौके पर प्ले ग्राउंड में खेल रह बच्चों पर कार चढ़ गई. आरोप है कि पार्किंग के दौरान टीचर की कार अनियंत्रित हो गई और बच्चे उसकी चपेट में आ गए। इसकी चपेट में आने से पांच बच्चे घायल हो गए। घायल बच्चों को इलाज के लिए मऊरानीपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। घायलों में तीन बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही है। जानकारी के अनुसार, यह घटना मऊरानीपुर थानान्तर्गत जगनपुरा प्राथमिक विद्यालय की है। ग्रामीणों का कहना है कि यहां बाल दिवस पर स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे प्ले ग्राउंड में खेल रहे थे। उसी दौरान स्कूल के टीचर अपनी कार को पार्किंग करने के लिए बैक करने लगे, तभी कार अनियंत्रित होकर बच्चों पर चढ़ गई।

इससे वहां चीख-पुकार मच गई. हादसे में पांच बच्चे घायल हो गए। आनन-फानन में बच्चों को इलाज के लिए मऊरानीपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया गया। हालत गंभीर होने पर तीन बच्चों को इलाज के लिए झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया है। हादसे के बाद मौके पर हड़कंप मच गया। खबर मिलते ही आनन-फानन में परिजन मौके पर पहुंच गए और बच्चों को लेकर मऊरानीपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया। 

 

 

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प्रसव के बाद महिला को घर छोड़ने जा रही एंबुलेंस में ब्लास्ट

 महाराष्ट्र के जलगांव में खौफनाक घटना सामने आई है। यहां प्रसव के बाद महिला और उसके परिजनों को घर छोड़ने जा रही एंबुलेंस में जोरदार ब्लास्ट हो गया। इस दौरान ड्राइवर की सूझबूझ और फुर्ती से एंबुलेंस में सवार सभी लोग बाल-बाल बच गए. धमाके के बाद एंबुलेंस में आग लग गई और कुछ ही समय में आग के शोले उठने लगे। सूचना के बाद पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया। जानकारी के अनुसार, ये हादसा जलगांव शहर के हाइवे रोड पर बीती रात हुआ, एंबुलेंस में रखे ऑक्सीजन सिलेंडर में अचानक ब्लास्ट हो गया था, जिसकी वजह से एंबुलेंस में आग फैल गई। धमाका इतना तेज हुआ कि दूर-दूर तक आग की लपटें नजर आने लगीं। सड़क पर आने-जाने वालों में हड़कंप मच गया। दूर-दूर तक आग के शोले नजर आए। लोगों में दहशत फैल गई। स्थानीय लोगों को पता चला तो घटनास्थल के पास पहुंचे और मदद की कोशिश की। एंबुलेंस के ड्राइवर ने मरीज और उसके परिजनों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।

इस हादसे के पीछे मुख्य वजह ऑक्सीजन सिलेंडर में विस्फोट माना जा रहा है। अभी यह साफ नहीं है कि सिलेंडर में विस्फोट क्यों हुआ, लेकिन प्राथमिक जांच में सिलेंडर में तकनीकी खराबी का अनुमान लगाया जा रहा है. धमाके के तुरंत बाद पुलिस और दमकल विभाग को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया. एंबुलेंस में ब्लास्ट के कारणों की जांच की जा रही है, इसके लिए विशेषज्ञों की टीम को बुलाया गया है। यह टीम सिलेंडर की क्वालिटी और सुरक्षा मानकों की जांच करेगी । घटना के बाद लोग कहते नजर आए कि यदि ड्राइवर ने सतर्कता न बरती होती और समय पर फुर्ती न दिखाता तो यह हादसा गंभीर रूप ले सकता था। प्रशासन को एंबुलेंस में सुरक्षा मानकों की समीक्षा करनी चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।

 

 

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रियो डि जनेरियो में 19वें जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे मोदी

 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 16 से 21 नवंबर तक नाइजीरिया, ब्राजील और गुयाना की यात्रा पर जाएंगे जहां वह 18 एवं 19 नवंबर को रियो डि जनेरियो में 19वें जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने आज यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार 16 नवंबर को तीन देशों ब्राजील, नाइजीरिया और गुयाना की यात्रा पर निकलेंगे। ब्राजील की यात्रा यह 18-19 नवंबर को होने वाले 19वें जी20 शिखर सम्मेलन के लिए है।”

श्री मिस्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ब्राजील के संघीय गणराज्य के राष्ट्रपति लुइस इनासियो लूला दा सिल्वा द्वारा आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 18-19 नवंबर को रियो डी जनेरियो की यात्रा करेंगे। भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका के साथ जी20 ट्रोइका का हिस्सा है और चल रहे जी20 शिखर सम्मेलन की चर्चाओं में सक्रिय रूप से योगदान दे रहा है।

विदेश सचिव के मुताबिक शिखर सम्मेलन के दौरान, प्रधानमंत्री वैश्विक महत्व के विभिन्न मुद्दों पर भारत के रुख को सामने रखेंगे जो जी20 नई दिल्ली नेताओं की घोषणा और वॉयस ऑफ द ग्लोबल साउथ शिखर सम्मेलन के परिणामों पर आधारित होगा। जिनकी मेजबानी पिछले दो वर्षों में भारत ने की थी। जी20 शिखर सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री के कई नेताओं से मुलाकात करने की उम्मीद है।

श्री मोदी की नाइजीरिया यात्रा पर विदेश मंत्रालय में सचिव (आर्थिक संबंध) दम्मू रवि ने कहा, 'प्रधानमंत्री 16-17 नवंबर तक नाइजीरिया की राजकीय यात्रा करेंगे। यह यात्रा नाइजीरिया के राष्ट्रपति बोला अहमद टीनुबू के निमंत्रण पर हो रही है। यह प्रधानमंत्री की पश्चिम अफ़्रीकी क्षेत्र की पहली यात्रा होगी।

उन्होंने कहा कि यह 17 वर्षों में भारत के किसी प्रधानमंत्री की नाइजीरिया की पहली यात्रा होगी। यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री भारत और नाइजीरिया के बीच रणनीतिक साझीदारी की समीक्षा करेंगे और द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने के अन्य तरीकों पर चर्चा करेंगे।

उन्होंने कहा कि श्री मोदी नाइजीरिया में भारतीय समुदाय की एक सभा को भी संबोधित करेंगे। भारत और नाइजीरिया बढ़ते आर्थिक, ऊर्जा और रक्षा सहयोग के साथ 2007 से रणनीतिक भागीदार रहे हैं। 200 से अधिक भारतीय कंपनियों ने नाइजीरिया में महत्वपूर्ण क्षेत्रों में 27 अरब डॉलर से अधिक का निवेश किया है। भारत और नाइजीरिया एक मजबूत विकास सहयोग साझीदारी भी साझा करते हैं।

यात्रा के अंतिम चरण में गुयाना यात्रा के बारे में विदेश मंत्रालय में सचिव (पूर्व) जयदीप मजूमदार कहते हैं, प्रधानमंत्री गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली के निमंत्रण पर 19 से 21 नवंबर तक गुयाना की यात्रा पर जाएंगे। यह आधी से अधिक सदी के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की गुयाना की यात्रा है।

उन्होंने कहा कि इससे पूर्व 1968 में भारतीय प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी गुयाना की यात्रा पर गयी थीं। वर्ष 2023 में, राष्ट्रपति इरफान अली ने भारत का दौरा किया था। वह मध्य प्रदेश के इंदौर में आयोजित 17वें प्रवासी भारतीय दिवस में मुख्य अतिथि थे। तब उन्हें प्रवासी भारतीय सम्मान से भी सम्मानित किया गया था।

यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री राष्ट्रपति अली के साथ चर्चा करेंगे, गुयाना के अन्य वरिष्ठ नेताओं से मिलेंगे, गुयाना की संसद को संबोधित करेंगे और भारतीय प्रवासियों की एक सभा को संबोधित करेंगे। जॉर्जटाउन में, प्रधानमंत्री दूसरे कैरीकाॅम-भारत शिखर सम्मेलन में भी भाग लेंगे और क्षेत्र के साथ भारत की दीर्घकालिक मित्रता को और बढ़ाने के लिए कैरीकाॅम सदस्य देशों के नेताओं के साथ बैठकें करेंगे।

 

 

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केन्द्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी 08 नवम्बर को रायपुर में आयोजित इंडियन रोड कांग्रेस के 83वें वार्षिक अधिवेशन में शामिल होंगे

भारत सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी 08 नवम्बर को शाम 05 बजे राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित इंडियन रोड कांग्रेस के 83वें वार्षिक अधिवेशन में शामिल होंगे। 


केन्द्रीय मंत्री श्री गडकरी अपरान्ह 3.45 बजे गोंदिया से विमान द्वारा रवाना होकर शाम 4.15 बजे स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट रायपुर पहुंचेंगे और शाम 5 बजे साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित इंडियन रोड कांग्रेस के 83वें वार्षिक अधिवेशन में शामिल होंगे। श्री गडकरी स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट रायपुर से रात्रि 7.15 बजे नागपुर के लिए रवाना होंगे।
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भारतीय रेलवे में 24 घंटे के भीतर ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड की जनसंख्या से अधिक यात्रियों ने यात्रा किया

 भारतीय रेल द्वारा इस वर्ष दीवाली एवं छट पुजा के अवसर पर यात्रियों की सुविधा के लिए काफी संख्या में स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है, जिसके द्वारा:- 


सोमवार यानी 4 नवंबर 2024 को रेलवे ने एक दिन में सर्वाधिक यात्रियों को हैंडल किया ।

रेलवे में तीन करोड़ यात्री सवार हुए, जो ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड की संयुक्त जनसंख्या से अधिक है ।

      o 4 नवंबर 2024 को 120.72 लाख (19.43 लाख आरक्षित और 101.29 लाख बिना आरक्षित) यात्री सफर किये ।
      o 180 लाख उपनगरीय यात्री रेलवे द्वारा ट्रैक किए गए ।
      o यह वर्तमान वर्ष के लिए एक दिन का सबसे बड़ा यात्री आंकड़ा है ।

पूजा/दीवाली/छठ की अतिरिक्त भीड़ को सुविधा प्रदान करने के लिए, 1 अक्टूबर 2024 से 30 नवंबर 2024 के बीच कुल 7,666 विशेष ट्रेन सेवाओं की घोषणा की गई है । पिछले वर्ष इसी अवधि में 4,429 ट्रिप चलाई गई थीं । यह पिछले वर्ष से 73% अधिक है ।

1 अक्टूबर से 5 नवंबर के बीच अब तक 4,521 विशेष ट्रेनें चलाई गई हैं । इस अवधि के दौरान विशेष ट्रेनों में 65 लाख यात्रियों को सेवाएं उपलब्ध कराई गई है ।

चलाई गई विशेष ट्रेनों की संख्या: 
      o 3 नवंबर को: 207 ट्रेनें 
      o 4 नवंबर को: 203 ट्रेनें 
      o 5 नवंबर को: 171 ट्रेनें 
      o आज 6 नवंबर को 164 विशेष ट्रेनें चलाने की योजना है । 
      o कल 7 नवंबर को 164 ट्रेनें चलाने की योजना है ।

छठ वापसी की भीड़ सुबह सूर्य अर्घ्य के बाद 8 नवंबर से शुरू होगी । इसलिए 8 नवंबर की ट्रेनों को नोटिफाइड किया जा चुका है । इसके अलावा, स्थानीय मांग और भीड़ के आधार पर समस्तीपुर मंडल और दानापुर मंडल में अनिर्धारित ट्रेनें भी योजना में हैं ।

तारीख और ट्रेनों की संख्या:

भारतीय रेलवे द्वारा दिनांक 8 नवंबर को – 164 ट्रेनें, 9 नवंबर को – 160 ट्रेनें, 10 नवंबर को – 161 ट्रेनें तथा 11 नवंबर को – 155 ट्रेनों का परिचालन किया जाएगा । 

इसी कड़ी में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे से संबंधित ट्रेनों का विवरण इस प्रकार है :-
  
     1. गाड़ी संख्या 08795/08796 दुर्ग-अमृतसर-दुर्ग, फेस्टिवल स्पेशल, दुर्ग से 07 एवं 10 नवंबर 2024 को तथा अमृतसर से 09 एवं 12 नवंबर 2024 को दो फेरे के लिए चलेगी । 

     2. गाड़ी संख्या 08295/08296 बिलासपुर-हडपसर-बिलासपुर त्योहार स्पेशल बिलासपुर से हडपसर के लिए 08 नवंबर 2024 को एवं हडपसर से बिलासपुर के लिए दिनांक 09 नवंबर 2024 को एक फेरे के लिए चलेगी । 

     3. गाड़ी संख्या 07023/ 07024 सनतनगर-रायपुर-सनतनगर स्पेशल सनतनगर से रायपुर के लिए दिनांक 07 एवं 14 नवंबर, 2024 को तथा रायपुर से सनतनगर के लिए दिनांक 08 एवं 15 नवंबर 2024  को दो फेरे के लिए चलेगी ।
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राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु 22 अक्टूबर को करेंगी कांकेर की मासुलपानी पंचायत को राष्ट्रीय जल पुरस्कार से सम्मानित

 जल संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए कांकेर जिले की मासूलपानी ग्राम पंचायत को राष्ट्रीय जल पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु 22 अक्टूबर को 11 बजे प्लेनरी हॉल, विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में 5वें राष्ट्रीय जल पुरस्कार के अंतर्गत कांकेर के नरहरपुर विकासखण्ड की ग्राम पंचायत मासुलपानी को श्रेष्ठ पंचायत श्रेणी में द्वितीय स्थान के लिए सम्मानित करेंगी।                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  

गौरतलब है कि केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी.आर पाटिल ने 14 अक्टूबर को श्रम शक्ति भवन नई दिल्ली में 5वें राष्ट्रीय जल पुरस्कारों के विजेताओं की घोषणा की, जिसमें कांकेर जिले की मासुलपानी पंचायत सहित 38 विजेताओं के नाम शामिल है। यह पुरस्कार 9 श्रेणियों में दिए जाएंगे। 
 
कांकेर जिले की ग्राम पंचायत मासुलपानी जिला मुख्यालय से 5 किमी की दूरी पर स्थित है। मासुलपानी में 5 राजस्व गांव शामिल हैं और ग्राम पंचायत का कुल क्षेत्रफल 1429 हेक्टेयर है। मासुलपानी पंचायत में 90 प्रतिशत आबादी अनुसूचित जनजाति की है। जल संरक्षण के क्षेत्र में मासुलपानी पंचायत ने उल्लेखनीय कार्य किया है। इस ग्राम पंचायत में 161 जल शेड संरचनाएं बनाई गई हैं, जिनमें 99 फार्म तालाब शामिल हैं। इसके अलावा, वर्ष 2023 के दौरान पंचायत द्वारा 39 नंबर ब्रशवुड, एक सामुदायिक तालाब डी-सिल्टिंग, 02 कुएं, 02 भूमिगत बांध, 03 गेबियन और अन्य संरचनाओं का निर्माण किया गया है। इसके चलते लोगों ने सिंचाई के लिए सतही जल का उपयोग करना शुरू कर दिया है। जल संरक्षण और इसके समुचित उपयोग की दिशा में इस नवाचार के लिए जिले की मासुलपानी ग्राम पंचायत को राष्ट्रीय स्तर पर श्रेष्ठ पंचायतों की श्रेणी में दूसरा स्थान मिला है।
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ओलंपियन मनु भाकर ने परिवार सहित छत्तीसगढ़ के बारनवापारा अभ्यारण्य का किया भ्रमण

पेरिस ओलंपिक में शूटिंग में 02 मेडल जीत कर इतिहास रचने वाली निशानेबाज एवं ओलंपिक विजेता मनु भाकर 27 वीं अखिल भारतीय वन खेल कूद प्रतियोगिता 2024 के समापन समारोह में शामिल होने राजधानी रायपुर पहुंची हैं। सुश्री मनु भाकर ने आज बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के प्रसिद्ध बारनवापारा अभ्यारण्य में सपरिवार भ्रमण किया।

उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान आज बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के प्रसिद्ध बारनवापारा अभ्यारण्य में मनु भाकर ने अपने परिवार के साथ भ्रमण किया। उन्होंने बारनवापारा अभ्यारण्य के घने जंगलों एवं वन्यप्राणियों को स्वच्छंद विचरण करते देखकर प्रसन्नता जाहिर की और वन विभाग द्वारा वन्य जीवों और उनके संरक्षण और संवर्धन के लिए किए जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि दिल्ली से आते हुए, यह अब तक का सबसे अच्छा अनुभव रहा है, प्रकृति हमारे लिए कितनी महत्वपूर्ण है। वनों के संरक्षण के महत्व को जाना है। इस अभ्यारण्य में स्वच्छ और संतुलित पारिस्थितिकी तंत्र को बहुत अच्छी तरह से बनाए रखा गया है। यह मेरे लिए अविस्मरणीय है, मैं यहां दोबारा आना चाहूंगी।

इस अवसर पर प्रमुख रूप से श्री राजू अगसिमनी, मुख्य वन संरक्षक रायपुर वृत्त श्री मयंक अग्रवाल, वनमण्डलाधिकारी बलौदाबाजार, बारनवापारा अभ्यारण्य अधीक्षक श्री आनंद कुदरया सहित बारनवापारा अभ्यारण्य के समस्त स्टाफ उपस्थित थे।
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बेजुबान जानवरों के लिए मसीहा थे रतन टाटा : श्रमण डॉ पुष्पेन्द्र

 टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन और देश के दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा केवल अपने व्यवसायिक योगदान के लिए ही नहीं, बल्कि अपने अपार प्रेम और दया के लिए भी जाने जाते थे। खासकर उनके जीवन में डॉग्स के प्रति उनकी स्नेह भावना ने उन्हें एक अलग पहचान दी। रतन टाटा ने न केवल अपने सोशल मीडिया पोस्ट्स के जरिए आवारा डॉग्स के प्रति सेंसिटिविटी की अपील की, बल्कि उन्होंने उनकी सेहत और देखभाल के लिए ठोस कदम भी उठाए।


श्रमण डॉ पुष्पेन्द्र ने बताया कि रतन टाटा की यह दया उनके अंतिम दिनों तक जारी रही, उनका आखिरी प्रोजेक्ट जो डॉग्स और अन्य छोटे जानवरों के प्रति उनके प्यार का प्रतीक था, मुंबई में खुला स्मॉल एनिमल हॉस्पिटल (Small Animal Hospital, Mumbai) है। यह अस्पताल 1 जुलाई 2024 को खुला और अपने 98,000 वर्ग फुट के बड़े एरिया में वर्ल्ड क्लास सुविधाओं के साथ पेट्स का इलाज कर रहा है। अस्पताल में 24X7 इमरजेंसी सेवाएं, क्रिटिकली बीमार और घायल जानवरों के लिए जीवनरक्षक उपकरण और एडवांस डायग्नोस्टिक सुविधाएं जैसे सीटी स्कैन, एमआरआई, एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड उपलब्ध हैं।

165 करोड़ का प्रोजेक्ट
इस 165 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट को रतन टाटा ने विशेष रूप से आवारा डॉग्स और अन्य छोटे जानवरों के लिए समर्पित किया था। अस्पताल में डर्मेटोलॉजी, डेंटल, ऑप्थैल्मोलॉजी और अन्य विशेष उपचार सेवाओं के अलावा, इन-हाउस पैथोलॉजी लैब और अलग-अलग इंतजार करने के क्षेत्र डॉग्स और बिल्लियों के लिए हैं, जिससे पशु मालिकों और उनके पालतुओं को बेहतर सुविधाएं मिल सकें।

डॉग लवर थे रतन टाटा
रतन टाटा ने कई बार अपने सोशल मीडिया पर डॉग्स के प्रति अपने स्नेह की झलक दी. उन्होंने एक बार मुंबई के सायन अस्पताल में मिले एक खोए हुए डॉग्स के लिए भी मदद की अपील की थी. वहीं, उन्होंने मॉनसून में आवारा डॉग्स की सुरक्षा के लिए भी जनता से अनुरोध किया था कि वे अपनी कार के नीचे छुपे डॉग्स का ध्यान रखें ताकि कोई दुर्घटना न हो. रतन टाटा का यह अस्पताल उनके द्वारा बेगुबानों के लिए किए गए उनके योगदान का सबसे बड़ा प्रतीक है और उनका प्यार और देखभाल हमेशा इस स्मॉल एनिमल हॉस्पिटल के रूप में जीवित रहेगी।

 

 

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मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू पहुंचे भारत, पीएम मोदी से करेंगे मुलाकात

 मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू रविवार को भारत पहुंचे। उनका विमान दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरा। राष्ट्रपति मुइज्जू के साथ उनकी पत्नी और प्रथम महिला साजिदा मोहम्मद भी भारत दौरे पर आईं हैं। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू 6-10 अक्तूबर तक भारत की आधिकारिक यात्रा पर रहेंगे।

इस दौरान वह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे।  यह उनकी भारत की पहली द्विपक्षीय यात्रा होगी। इससे पहले जून 2024 में भी मुइज्जू प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए भारत आए थे। मुइज्जू बंगलूरु और मुंबई भी जाएंगे। इन शहरों में उनके व्यापारिक कार्यक्रम होंगे।

पहली भारत यात्रा को मालदीव के लिए सफलता बताया था
पीएम मोदी के शपथग्रहण समारोह में भारत के पड़ोसी और हिंद महासागर क्षेत्र के देशों के प्रमुख शामिल हुए थे। मुइज्जू ने तब कहा था कि उन्हें प्रधानमंत्री मोदी का निमंत्रण पाकर और उनके शपथग्रहण में शामिल होकर खुशी हुई। मुइज्जू ने वापस लौटने के बाद अपनी पहली भारत यात्रा को मालदीव के लिए सफलता बताया था। उन्होंने कहा था कि दोनों देशों के बीच मजबूत संबंधों से मालदीव के लोगों के लिए समृद्धि बढ़ेगी।

मुइज्जू के राष्ट्रपति बनने के बाद बढ़ी तल्खी
मुइज्जू के राष्ट्रपति बनने के बाद से मालदीव के साथ भारत के रिश्ते में तनाव आ गया। अपनी शपथ के कुछ ही घंटों के भीतर उन्होंने भारत द्वारा मालदीव को उपहार में दिए गए तीन विमानन प्लेटफॉर्म पर तैनात भारतीय सैन्यकर्मियों से वापस जाने को कहा था। दोनों पक्षों के बीच बातचीत के बाद भारतीय सैन्यकर्मियों की जगह असैन्य कर्मियों ने ले ली थी। इसके बाद मालदीव के तीन मंत्रियों की ओर से सोशल मीडिया पर भारत तथा प्रधानमंत्री मोदी को लेकर विवादित टिप्पणी किए जाने के बाद तल्खी और बढ़ गई थी। मालदीव के विदेश मंत्रालय ने उनकी टिप्पणियों से दूरी बनाते हुए कहा था कि वे मालदीव सरकार के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।

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सीएम हाउस छोड़ नए आवास में पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल

 आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को अपना सरकारी आवास खाली कर दिया। वह सिविल लाइंस स्थित 6, फ्लैगस्टाफ रोड के सीएम आवास से लुटियंस दिल्ली के फिरोजशाह रोड पर बने बंगले में शिफ्ट हो गए है।

शुक्रवार को केजरीवाल और उनके परिवार द्वारा नए घर में प्रवेश करने से पहले यहां फिरोजशाह रोड के इस आवास में बाकायदा पूजा कराई गई। फिरोजशाह रोड का यह सरकारी आवास आम आदमी पार्टी के मुख्यालय के समीप है। यह सरकारी आवास, पंजाब से आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य अशोक मित्तल को आवंटित है।दिल्ली विधानसभा के निकट सिविल लाइंस का सरकारी बंगला केजरीवाल को मुख्यमंत्री रहते हुए आवंटित हुआ था। शुक्रवार 4 अक्टूबर को अरविंद केजरीवाल ने सीएम आवास खाली दिया।

आम आदमी पार्टी के नेताओं ने जानकारी देते हुए बताया कि केजरीवाल ने शुक्रवार को ही अपने सारे सामान और परिवार के साथ मुख्यमंत्री आवास खाली दिया है और वह नए आवास में शिफ्ट हो गए हैं।

दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का यह नया ठिकाना नई दिल्ली में उनके विधानसभा क्षेत्र के भी समीप है। फिलहाल दिल्ली विधानसभा चुनाव समाप्त होने तक वह नई दिल्ली स्थित सांसदों को मिलने वाले इस सरकारी आवास में ही रहेंगे।

बीते दिनों अरविंद केजरीवाल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। दिल्ली शराब नीति में अरविंद केजरीवाल आरोपी बनाए गए थे। उन्हें जेल भी जाना पड़ा था। जेल से बाहर आने के बाद अरविंद केजरीवाल ने इस्तीफे का ऐलान किया था। उनका कहना था कि दाग के साथ काम करना तो दूर की बात है, इस दाग के साथ वह जी भी नहीं सकते। केजरीवाल का कहना है कि उन्होंने यह निर्णय लिया है कि वे जनता की अदालत में जाएंगे। जनता से पूछेंगे और जनता ही बताएंगी की वह बेईमान हैं या ईमानदार हैं।

इस्तीफा देने के बाद अरविंद केजरीवाल ने सरकारी आवास छोड़ने की बात की थी। इसके बाद से अरविंद केजरीवाल के लिए नया घर ढूंढने की कवायद हो रही थी। पूर्व मुख्यमंत्री के लिए आवास ढूंढने की प्रक्रिया में आम आदमी पार्टी के कई नेताओं, पार्षदों , विधायकों और सांसदों ने अपना घर देने की पेशकश की थी। पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए ढूंढे जा रहे आवास की यह तलाश उन्हीं की पार्टी के सांसद अशोक मित्तल पर आकर खत्म हुई है।

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560 किलो ड्रग्स बरामदगी मामले में पंजाब से एक और आरोपी गिरफ्तार

 दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 560 किलो ड्रग्स बरामदगी के मामले में पंजाब के अमृतसर से एक और आरोपी जितेंद्र प्रीत गिल को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी उस समय हुई जब यह सामने आया कि आरोपी खेप की सप्लाई के दौरान भारत में पहले से मौजूद था। पुलिस के अनुसार, गिरोह का सरगना उसे यूके से भारत भेजा था। जितेंद्र प्रीत गिल को दिल्ली लाने के बाद कोर्ट में पेश किया जाएगा और पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया जाएगा।

इससे पहले, दिल्ली पुलिस ने इसी मामले में एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स तस्करी गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चार अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जिनमें तुषार गोयल, भरत कुमार जैन, औरंगजेब सिद्दीकी, और हिमांशु कुमार शामिल थे। तुषार गोयल एक प्रसिद्ध प्रकाशन हाउस के मालिक का बेटा बताया जा रहा है। पुलिस ने उसके महिपालपुर स्थित गोदाम से 562 किलोग्राम कोकीन और 40 किलोग्राम थाईलैंड का हाइड्रोपोनिक मारिजुआना बरामद किया था।



पुलिस की कड़ी कार्रवाई और अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश
स्पेशल सेल के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त प्रमोद कुशवाह ने जानकारी दी कि इस गिरोह की जांच तीन महीने से चल रही थी। 1 अक्टूबर को पुलिस को तुषार गोयल के महिपालपुर स्थित गोदाम में ड्रग्स की बड़ी खेप आने की विशेष सूचना मिली थी। छापेमारी के बाद पुलिस ने 562 किलोग्राम कोकीन और 40 किलोग्राम हाइड्रोपोनिक मारिजुआना जब्त की, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 2000 से 5000 करोड़ रुपये आंकी गई है।



इस गिरोह का मुख्य सरगना मध्य-पूर्व में स्थित है और वहीं से यह पूरे नेटवर्क का संचालन कर रहा था। तुषार गोयल भारत में मादक पदार्थों का मुख्य रिसीवर और वितरक था, जबकि उसके सहयोगी हिमांशु और औरंगजेब सिद्दीकी ने इस काम में उसकी मदद की। भरत कुमार जैन तुषार से 15 किलोग्राम कोकीन लेने मुंबई से दिल्ली आया था।



इस केस की जांच जारी है और पुलिस को उम्मीद है कि और भी बड़े खुलासे होंगे।

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हाथरस हादसा : 3200 पेज की चार्जशीट में 11 आरोपी, 676 गवाह, सुनवाई 4 को

 हाथरस के सिकंदराराऊ में सत्संग में मची भगदड़ में हुई 121 लोगों की मौत के मामले में पुलिस ने 1 अक्टूबर को चार्ज शीट कोर्ट में दाखिल कर दी है। 3200 पेज की इस चार्जशीट में 11 लोगों को आरोपी बनाया गया है। इसका संज्ञान लेने और सुनवाई के लिए 4 अक्तूबर की तारीख नियत की गई है। 10 आरोपियों की न्यायालय में पेशी भी हुई।

घटना के बाद पुलिस ने पुलिस मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर, मेघ सिंह, मुकेश कुमार, मंजू देवी,मंजू यादव, राम लड़ेते, उपेंद्र सिंह,संजू कुमार, राम प्रकाश शाक्य, दुर्वेश कुमार और दलवीर सिंह को गिरफ्तार किया था। इनमें महिला मंजू देवी और मंजू यादव की हाईकोर्ट से अंतरिम जमानत स्वीकृत हो चुकी है। इनमें जमानत का सत्यापन नहीं होने और आदेश कोर्ट में नहीं पहुंचने के कारण अभी वह रिहा नहीं हो पाई है। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट संजीव कुमार त्रिपाठी के न्यायालय में 10 आरोपियों की शाम करीब 4:00 बजे पेशी हुई।

इस तरह हुआ था हादसा
गत 2 जुलाई को सिकंदराराऊ के गांव फुलरई मुगलगढ़ी में नारायण साकार हरि भोले बाबा उर्फ सूरजपाल के सत्संग में मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई थी। उनका काफिला निकालने के लिए सेवादरों ने भीड़ को रोक दिया था, इस दौरान उनकी चरण रज लेने की होड़ में लोग गिरते गए। इस मामले में पुलिस ने 11 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।

इनके खिलाफ दर्ज हुआ था मामला
इस हादसे में मुख्य सेवादार देवप्रकाश मधुकर सहित अन्य सेवादारों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या, प्राणघातक हमला करने, गंभीर चोट पहुचाने, लोगों को बंधक बनाने, निषेध्याज्ञा का उल्लंघन करने और साक्ष्य छिपाने की धाराओं में मामला दर्ज किया गया था। इन पर यह भी आरोप था कि सत्संग में 80 हजार लोगों के जुटने की शर्त का उल्लंघन कर ढाई लाख लोगों की भीड़ जुटाई। यातायात प्रबंधन में भी मदद नहीं की।

बाबा का नाम न एफआईआर में और न चार्जशीट में
इस हादसे के संबंध में दर्ज कराई गई एफआईआर में नारायण साकार हरि भोले बाबा उर्फ सूरजपाल का नाम नहीं था। चार्जशीट भी फिलहाल गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ ही दी गई है। जानकारी के अनुसार इसमें बाबा का नाम नहीं है।

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देश के करोड़ों श्रोता ही 'मन की बात' कार्यक्रम के असली सूत्रधार : मोदी

 रविवार को 'मन की बात' कार्यक्रम की 114वीं कड़ी के प्रसारण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश के करोड़ों श्रोता ही इस कार्यक्रम के असली सूत्रधार हैं। लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद श्री मोदी के कार्यक्रम ‘मन की बात’ का यह चौथा प्रसारण था। अपने संबोधन में श्री मोदी ने कहा कि आज का एपिसोड भावुक करने वाला है। ‘मन की बात’ कार्यक्रम को 10 साल पूरे हो रहे हैं। 2014 में 3 अक्टूबर को मन की बात कार्यक्रम की शुरूआत हुई थी। उस दिन विजयादशमी का दिन था। यह बेहद सुखद संयोग है कि इस बार 3 अक्टूबर को नवरात्रि का पहला दिन है। श्री मोदी ने कहा कि जब तक चटपटी और नकारात्मक बात न हो तब तक तवज्जो नहीं मिलती है। मगर ‘मन की बात’ कार्यक्रम ने साबित किया है कि देश के लोगों में सकारात्मक जानकारी की कितनी भूख है। ‘मन की बात’ के 10 साल की यात्रा ने ऐसी माला तैयार की है, जिसमें हर एपिसोड के साथ नई गाथाएं और नए कीर्तिमान और नए व्यक्तित्व जुड़ जाते हैं। सामूहिकता के साथ होने वाले हर कार्यक्रम को मन की बात में सम्मान मिलता है। पीएम मोदी ने टीवी चैनलों और प्रिंट मीडिया को धन्यवाद किया और कहा कि इन संस्थानों ने कार्यक्रम को घर-घर पहुँचा दिया है।


झांसी की महिलाओं का पीएम ने किया जिक्र

जल संरक्षण के मुद्दे पर श्री मोदी ने कहा कि बारिश के पानी का अभी संरक्षण जल संकट के वक्त काम आएगा। कई लोग इस दिशा में बहुत बेहतरीन काम कर रहे हैं। ऐसा ही एक प्रयास उत्तरप्रदेश के झांसी में देखने को मिला है। झांसी में कुछ महिलाओं ने घुरारी नदी को नया जीवन दिया है। महिलाएं स्व-सहायता समूह से जुड़ी हैं। इन महिलाओं ने जल सहेली बनकर इस अभियान का नेतृत्व किया है। महिलाओं ने मृतप्राय नदी को जिस तरह से बचाया है, उसकी किसी ने कल्पना नहीं की होगी। इन महिलाओं ने बोरियों में बालू भरकर चेक डैम बनाया और नदी को पानी से लबालब भर दिया।

डिंडोरी व छतरपुर की महिलाओं की भी सराहना

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने मध्यप्रदेश के दो प्रयासों का भी जिक्र किया। डिंडोरी के रयपुरा गांव में एक बड़े तालाब के निर्माण से भू-जल स्तर काफी बढ़ गया है। इसका फायदा गांव की महिलाओं को मिला। शारदा अजीविका स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं ने मछली पालन शुरू किया। इससे उनकी आय भी बढ़ी। इसी प्रकार छतरपुर में भी महिलाओं ने खौंप गांव में बड़ा तालाब जब सूखने लगा तो इसे जीवित करने का प्रयास शुरू किया। हरी बागिया स्व-सहायता समूह की इन महिलाओं ने बड़ी मात्रा में गाद निकाली। इस गाद का इस्तेमाल महिलाओं ने बंजर जमीन पर किया और बाग तैयार किया।

उत्तराखंड के झाला गांव का भी किया उल्लेख

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने उत्तराखंड के गांव झाला का भी जिक्र किया। इस गांव के युवा रोजाना गांव में दो घंटे सफाई करते हैं। इससे गांव स्वच्छ हो रहा है और लोग जागरूक भी हो रहे हैं। श्री मोदी ने पुडुचेरी की रम्या की भी तारीफ की। वे युवाओं की मदद से समुद्र तट पर सफाई अभियान चला रही हैं। दो अक्टूबर को स्वच्छता अभियान के 10 साल पूरे होंगे।

अमेरिका ने लौटाई 300 कलाकृतियां

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि अमेरिकी यात्रा के दौरान वहां की सरकार ने करीब 300 प्राचीन कलाकृतियों को वापस लौटाया है। बाइडन ने अपने आवास पर कुछ कलाकृतियों को दिखाया भी। इनमें से कई कलाकृतियां चार हजार साल पुरानी हैं। इनमें भगवान श्री कृष्ण और भगवान बुद्ध की प्रतिमा भी शामिल हैं। कांसे से बनी भगवान गणेश और भगवान विष्णु की प्रतिमाएं भी हैं। इन्हें तस्करी करके विदेश ले जाया गया था।

संथाली भाषा को संरक्षित करने का प्रयास

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि संथाल जनजाति की संथाली भाषा को डिजिटल इनोवेशन के माध्यम से संरक्षित करने का प्रयास किया जा रहा है। भारत के अलावा बांग्लादेश, नेपाल और भूटान में यह भाषा बोली जाती है। ओडिशा के मयूरभंज में रहने वाले राम जी टूडू एक अभियान चला रहे हैं। उनके प्लेटफॉर्म पर संथाली भाषा से जुड़ा साहित्य पढ़ा और लिखा जा सकता है।

शुभाश्री ने लगाया जड़ी-बूटियों का बगीचा

एक पेड़ मां के नाम कार्यक्रम का भी प्रधानमंत्री श्री मोदी ने जिक्र किया। अपने संबोधन में शुभाश्री का उल्लेख कर कहा कि उन्होंने दुर्लभ और बहुत उपयोगी जड़ी-बूटियों का एक बगीचा तैयार किया है। शुभाश्री तमिलनाडु के मदुरै की रहने वाली हैं। पेशे से शुभाश्री शिक्षिका हैं। 80 के दशक में साँप ने उनके पिता को काट लिया था। तब जड़ी-बूटियों ने उनकी सेहत सुधारने में काफी मदद की थी। इस घटना के बाद उन्होंने जड़ी-बूटियों की खोज की और अपने गांव में बाग तैयार किया।

मेक इन इंडिया से हर वर्ग को मिला फायदा

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि मेक इन इंडिया कार्यक्रम के भी 10 साल पूरे हुए हैं। इस अभियान की सफलता में बड़े उद्योगों से लेकर छोटे दुकानदार तक शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इस अभियान से गरीब, मध्यम वर्ग और एमएसएमई को बहुत फायदा मिल रहा है। आज भारत मैन्युफैक्चरिंग का पावर हाउस बना है। हर क्षेत्र में देश का निर्यात लगातार बढ़ रहा है। क्वालिटी और वोकल फॉर लोकल पर अब अधिक फोकस करने की जरूरत है। त्योहार पर हर चीज मेड इन इंडिया ही खरीदने की अपील भी श्री मोदी ने की।
 
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सामरिक संबंधों को बढ़ावा देने केन्या जाएंगे रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने

  भारत और दक्षिण अफ्रीकी देश केन्या के बीच सामरिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने केन्या की दो दिवसीय यात्रा करेंगे। उनकी यह आधिकारिक यात्रा 26 से 27 सितंबर तक रहेगी। इस दौरान रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने केन्या के प्रधान रक्षा सचिव के साथ चर्चा करेंगे।

गौरतलब है कि केन्या के साथ हाल ही में रक्षा सहयोग को लेकर भी एक महत्वपूर्ण संयुक्त बैठक हुई थी। इस बैठक में दोनों देशों ने सैन्य सहयोग को लेकर महत्वपूर्ण बातचीत की। भारत और केन्या के बीच यह 'संयुक्त रक्षा सहयोग समिति' (जेडीसीसी) की तीसरी बैठक थी। इसी महीने हुई यह बैठक नई दिल्ली में आयोजित की गई थी।

अब केन्या में होने वाली इस मुलाकात और यात्रा को लेकर रक्षा मंत्रालय का कहना है कि इस यात्रा का मुख्य आकर्षण केन्या में सैन्य कर्मियों के स्वास्थ्य सेवा संबंधी बुनियादी ढांचे को मजबूती देना है।

रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने की मौजूदगी में केन्या में एक नए सीटी स्कैन कॉम्प्लेक्स का आधारशिला समारोह होगा। यह पहल केन्या की रक्षा तैयारियों और चिकित्सा सेवाओं को बेहतर बनाने में भारत की सहायता की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

भारत लगातार रक्षा सहयोग वार्ताओं के जरिए भी मित्र राष्ट्रों के साथ रक्षा संबंधों को नई मजबूती देने का लगातार प्रयास कर रहा है। इसी क्रम में पिछले दिनों भारत व दक्षिण अफ्रीका की नौसेनाओं के बीच महत्वपूर्ण वार्ता हुई थी। भारत-दक्षिण अफ्रीका की 12वीं नौसेना स्टाफ वार्ता भी नई दिल्ली में आयोजित की गई।

इस वार्ता से दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच सहयोग और मजबूत हुआ है। बीते दिनों भारत-फिलीपींस संयुक्त रक्षा सहयोग समिति (जेडीसीसी) की भी बैठक हुई थी। यह महत्वपूर्ण बैठक मनीला में आयोजित की गई। बैठक की सह-अध्यक्षता रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने और उनके समकक्ष फिलीपींस के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अवर सचिव इरिनियो क्रूज़ एस्पिनो ने की थी।

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सीएम का आदेश, थाने में यौन उत्पीड़न केस की होगी न्यायिक जांच

भुवनेश्वर में एक पुलिस थाने में सैन्य अधिकारी को कथित तौर पर प्रताड़ित किए जाने और उसकी मंगेतर के यौन उत्पीड़न के मामले में हंगामा मचा हुआ है। अब राज्य के सीएम मोहन चरण माझी ने इस पूरी घटना को लेकर न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। सीएम माझी ने कहा है कि राज्य सरकार इस घटना में दोषी पाए जाने वाले सभी व्यक्तियों या अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।

60 दिन में आएगी रिपोर्ट

ओडिशा के मुख्यमंत्री के कार्यालय की ओर से जारी किए गए आदेश के मुताबिक, इस पूरी घटना की न्यायिक जांच की अध्यक्षता न्यायमूर्ति चितरंजन दास करेंगे और 60 दिन के भीतर रिपोर्ट सौंपी जाएगी। इसके साथ ही सरकार ने ओडिशा हाई कोर्ट से भी ओडिशा पुलिस की अपराध शाखा द्वारा की जा रही जांच की निगरानी करने का अनुरोध किया है। 

 

24 सितंबर को भुवनेश्वर बंद का आह्वान

ओडिशा के सीएम मोहन चरण माझी ने राज्य में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति पर जोर दिया है और कहा है कि उनकी सरकार भारतीय सेना का सम्मान करती है। सरकार महिलाओं की गरिमा, सुरक्षा और अधिकारों को लेकर चिंतित है। बता दें कि इस मामले में पूर्व सीएम नवीन पटनायक ने मामले की अदालत की निगरानी में विशेष जांच दल (एसआईटी) से जांच कराने और न्यायिक जांच कराने की मांग की थी। वहीं, दूसरी ओर विपक्षी दल ने 24 सितंबर को भुवनेश्वर बंद का आह्वान किया है।

 

 

क्या है पूरी घटना?

आपको बता दें कि ये घटना 15 सितंबर की है। पश्चिम बंगाल में तैनात सैन्य अधिकारी और उनकी मंगेतर रोड रेज की शिकायत दर्ज कराने भुवनेश्वर के भरतपुर पुलिस थाने पहुंचे थे। हालांकि, पुलिस थाने में दोनों का पुलिसकर्मियों से विवाद हो गया। बाद में सैन्य अधिकारी और उनकी मंगेतर की ओर से उनसे थाने में दुर्व्यवहार का आरोप लगाया गया था।

 

 

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