क्राइम पेट्रोल

धान की पैदावार बढ़ाने के चक्कर में ले ली दुर्लभ पक्षियों की जान, आरोपी किसान गिरफ्तार


राजनांदगांव (छत्तीसगढ़ दर्पण)। छत्तीसगढ़ सरकार जहां दुर्लभ पक्षियों के संरक्षण में लगी है वहीं दूसरी ओर किसानों की लापरवाही से इन पक्षियों की मौत हो रही है। छत्तीसगढ़ के नवगठित मानपुर मोहला जिले के अंबागढ़ चौकी ब्लॉक के एक गांव रंगकठेरा में उस वक्त लोग हैरान रह गए। जब एक खेत में 50 से अधिक पक्षी मृत पाए गए। बाद में पता चला कि किसान की लापरवाही ने 50 से अधिक पक्षियों की जान ले ली। इस घटना के बाद जिले की वन विभाग की टीम किसान के खेत से मिट्टी व पानी के सैम्पल कलेक्ट कर रायपुर भेज दिया है।
 
वन विभाग ने सैम्पल जांच के लिए भेजा रायपुर
इस मामले में प्रशिक्षु आईएफएस चंद्रशेखर सिंह परदेशी ने बताया कि "किसान बनउराम ने खेत में धान के साथ प्रतिबंधित दवाई मिलाकर छिड़काव कर दिया था, उन धान के बीजों और पानी का सेवन करने से कई पंक्षियों की मौत हो गई है। खेत में हमने पाया कि वहां 52 पक्षी मृत पड़े थे. वन विभाग द्वारा पूरे मामले की जांच की जा रही है।

दुर्लभ पक्षियों की हुई मौत
अम्बागढ़ चौकी विकासखंड के ग्राम पंचायत रंगकठेरा के गांव जरहाटोला में 50 से अधिक दुर्लभ पक्षीयों की मौत के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची जहां उन्होंने पाया कि बड़ी संख्या में दुर्लभ पक्षी तोता, गौरैया, कौआ की मौत हो गई है। दरअसल एक साथ सैकड़ों पक्षियों की अचानक मौत की सूचना से वन विभाग में हड़कंप मच गया था।

किसान पर हुई कार्यवाई
किसान के खेत मे दुर्लभ पक्षियों की मौत के बाद, मौके पर फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के दुर्ग बीपी सिंह सीसीएफ व डीएफओ राजनांदगांव की टीम मामले की सघन जांच में पाया कि खेत में पड़की व तोता भी पाए गए। दोनों पक्षी वन विभाग शेड्यूल 4 के अंतर्गत आतें हैं। किसान के द्वारा प्रतिबंधित दवाई का इस्तेमाल करने से पक्षियों की मौत हुई। इसलिए किसान को हिरासत में लेकर न्यायालय में पेश किया गया।

जहरीला दाना बना पक्षियों के मौत का कारण
वन विभाग की टीम ने प्रारम्भिक जांच में पाया कि अम्बागढ़ चौकी क्षेत्र के ग्राम जरहाटोला में किसान के खेत में प्रतिबंधित फॉरेट का अत्यधिक छिड़काव कर दिया था। जिसका खामियाजा भुखे पक्षियों को भुगतना पड़ा। खेत में दाना चुगने के लिए तोता, कौआ, गौरैया जैसे दुर्लभ पक्षियों का जमावड़ा रहता है। लेकिन इस बार खेत में जहरीली पदार्थ का छिड़काव करने के चलते जहरीला दाना चुगने से खेत में ही बड़ी संख्या में पक्षियों की दर्दनाक मौत हो गई

धान की बढ़वार के लिए डाला था फॉरेट
इस मामले में गांव के किसान बनउराम ने बताया कि कुछ दिन पहले उसने खेत में धान की डाला था लेकिन पक्षियों के चुगने के कारण धान की नर्सरी अच्छे से नही निकले, जिसके बाद दुबारा पक्षियों से बचाव के लिए कृषि केंद्र चिल्हाटी से फॉरेट लाकर धान में मिलाकर छिड़काव किया था। जांच में पाया गया कि किसान के खेत में मात्रा से अधिक दवा का इस्तेमाल किया। पक्षियों ने खेत में पड़े दाने चुग लिया जिससे उनकी मौत हो गई।

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