क्राइम पेट्रोल

फर्जी कागजात के आधार पर लिया लाखों का लोन, 2 गिरफ्तार, 8 फरार...

 बिलासपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। फर्जी कागजात के आधार पर लाखों का लोन लेने वाले 2 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीं मुख्य सरगना सहित 8 आरोपी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है। आरोपियों ने छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक की लिंक रोड शाखा से फर्जी दस्तावेजों से 87 लाख रुपए का लोन लिया था।

लिंक रोड स्थित ग्रामीण बैंक की शाखा प्रबंधक अंकिता दुबे ने तारबाहर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि सन् 2020-21 में 7 लोगों ने पर्सनल लोन के लिए सरकारी नौकरी, निवास स्थान और अन्य कागजात के साथ आवेदन जमा किया। इनके लिए 1 करोड़ 60 हजार रुपये का लोन स्वीकृत किया गया। लोन मिलने के बाद इन्होंने 27 लाख रुपये किश्त के जमा कराए। पर उसके बाद किश्त जमा करना बंद कर दिया गया। जब दस्तावेजों के आधार पर लोन लेने वालों की उनके निवास और सरकारी दफ्तरों में पता किया गया तो वह फर्जी निकला। इस बीच पुलिस ने दो आरोपियों पेंड्रा, तेंदू पारा निवासी अजय रजक (33 वर्ष) और  भाटापारा के समीप धनेली के रिकेश श्रीवास्तव (38 वर्ष) को गिरफ्तार कर लिया। इन्हें लोन दिलाने में आरिफ खान सक्रिय था। उसके सहित 7 आरोपी फरार हैं। फर्जी लोन दिलाने में दो बैंक कर्मचारियों की भी संदिग्ध भूमिका थी, जिनमें से एक किरण राव की कोरोना से मृत्यु हो चुकी है तथा दूसरा कर्मचारी प्रफुल्ल कुमार अग्रिम जमानत पर है।

 
 
 
 
 
 
 

ज्ञात हो कि पिछले महीने ग्रामीण बैंक के चकरभाठा शाखा प्रबंधक ने इसी तरह 89 लाख रुपये का फर्जी लोन लेने के मामले में 7 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। चकरभाठा पुलिस ने इस मामले के पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो फरार हैं। उनके बैंक खाते से 15 लाख रुपये बैंक को वापस लौटाए भी गए हैं।

 

 

 

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