क्राइम पेट्रोल

ऑनलाइन ठगी करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह को पुलिस ने किया गिरफ्तार

रायगढ़ (छत्तीसगढ़ दर्पण)। सायबर ठगी करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। गिरोह के 3 सदस्यों को झारखंड़ के सारठ थानाक्षेत्र से हिरासत में लेकर रायगढ़ लाया गया है।

ऑनलाइन फ्रॉड के मामलों में आरोपियों के तरीका-ए-वारदातों पर फोक्स कर आरोपियों के नेटवर्क क्षेत्र को चिन्हिांकित कर एसएसपी रायगढ़ को अवगत कराते हुए उनके मार्गदर्शन पर आरोपियों की धरपकड़ के लिये कार्ययोजना बनाई गई। ऑनलाइन ठगी, चिटफंड मामलों में आरोपियों की पतासाजी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम को रवाना किया गया।

साइबर सेल रायगढ़ की टीम ने थाना कोतवाली एवं कोतरारोड में पंजीबद्ध किये गये ऑनलाइन फ्रॉड मामलों के आरोपियों का झारखंड के जामताड़ा और देवघर जिले के सारठ थाना क्षेत्र में लोकेट् किये, टेक्निकल एनालिसिस पर इन दोनों क्षेत्रों में आरोपियों के सक्रिय होकर साइबर नेटवर्क चलाना स्पष्ट हुआ।

रायगढ़ पुलिस की टीम द्वारा जामताड़ा के झिलूवाटोला में पहली रेड कार्रवाई किया गया, जहां से कोतवाली ऑनलाइन ठगी मामले के 4 आरोपी- राजेश मंडल, दुर्योधन मंडल, सुरेश मंडल और निसार अंसारी को पकड़ा गया। जामताड़ा से नजदीकी सारठ क्षेत्र में सक्रिय साइबर ठगों का दूसरा गैंग रायगढ़ पुलिस की दबिश की सूचना पर चौकन्ने होकर सारठ से फरार हो गये। फरार आरोपियों की धरपकड़ के लिये साइबर सेल और कोतरारोड़ की टीम को निर्देशित किया गया जो आरोपियों के सारठ से पीछा करते हुए पटना (बिहार) पहुंची।

इस बार भी पुलिस की घेराबंदी से पहले आरोपी पटना से अपना लोकेशन चेंज कर अपने गृहग्राम सारठ की ओर रवाना हुये। इस बार पुलिस टीम ने थाना कोतरारोड़ के ऑनलाइन ठगी मामले के वांछित आरोपियों की सारठ थाना क्षेत्र में घेराबंदी कर 3 आरोपी- वाहिद अंसारी उर्फ साबा, नाजिर अंसारी उर्फ बुटान और मोहम्मद अजीमुद्दीन उर्फ अजीम तीनों निवासी ग्राम नवादा थाना सारठ जिला देवघर (झारखंड) को हिरासत में लिया गया। आरोपियों ने कोतरारोड़ में दर्ज ऑनलाइन ठगी में अपनी संलिप्तता स्वीकार किये हैं।

 

 

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