शिक्षा

विद्यार्थियों ने गीत, संगीत, कविता के माध्यम से नशामुक्ति निषेध का दिया संदेश

 खैरागढ़ (छत्तीसगढ़ दर्पण)। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर मद्यपान निषेध सप्ताह के रूप में मनाते हुए इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ के विद्यार्थियों ने 6 अक्टूबर को शानदार प्रस्तुतियाँ दी। विद्यार्थियों ने गीत, संगीत, कविता इत्यादी के माध्यम से नशामुक्ति का संदेश दिया।

कार्यक्रम में मुख्य अभ्यागत के रूप में उपस्थित कुलसचिव प्रो. डाॅ. आई.डी. तिवारी ने नशामुक्ति के प्रति विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को जागरूक करते हुए कहा कि नशा करना ही है, तो संगीत का क्यों नहीं उन्होंने कहा कि संगीत भी बड़ा नशा है, जिसे इसकी आदत लग गई, वह सब कुछ भूल जाता है। कुलसचिव डाॅ. आई.डी. तिवारी ने कहा कि नशा यदि रचनात्मक कार्यों के प्रति हो, तो ऐसे नशा करने वाले को अपमानित नहीं होना पड़ता, बल्कि उसके साथ रचनात्मक लोगों का कारवां बढ़ता जाता है। यह परिवार, देश और समाज के लिए आवश्यक भी है। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने गीत, कविता, भाषण आदि गतिविधियों के माध्यम से नशामुक्ति का सशक्त संदेश दिया। विश्वविद्यालय के योग केन्द्र में आयोजित इस कार्यक्रम में प्रथा रामटेके, सुप्रिया मंडल, नेहा, अवनीश गुप्ता, अंकित मिश्रा, विनोद कुमार उपाध्याय ने गायन पेश किया। तबले पर विवेक कुमार, गिटार पर श्रद्धा बिरनबार, अंकित मिश्रा और हारमोनियम पर विनोद कुमार उपाध्याय ने संगत किया। तीन गाने पेश किए गए, जिन पर स्वर रचना विवेक कुमार, अंजना ईस्सर और विनोद उपाध्याय की थी। शब्द रचना निलेश साहू की थी। इस अवसर पर डीन प्रो.डाॅ. नमन दत्त, IQAC के निदेशक वेंकट आर. गुड़े, असिस्टेंट प्रो. डाॅ. लिकेश्वर वर्मा, डाॅ. दिवाकर कश्यप, डाॅ. हरिओम हरि, डाॅ. अजय पांडेय, डाॅ. शिवनारायण मौरे, डाॅ. श्रुति कश्यप, डाॅ. आयना बोस, डाॅ. ईशान दुबे, डाॅ. दीपमाला हंस, शुभम ठाकुर, मैनाक देशमुख, डाॅ. पुनीत पटेल, मुकेश सार्वा, उमेश कुमार समेत संगीत संकाय के शोधार्थी तथा विद्यार्थी उपस्थित थे।


 

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