शिक्षा

वनांचल क्षेत्रों में शिक्षा से गढ़ रहे हैं बच्चों का भविष्य: मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह

विद्यालय के खुलने से आसपास के बच्चों को मिलेगी अच्छी शिक्षा

 

मोहला (छत्तीसगढ़ दर्पण) स्कूल शिक्षा एवं आदिम जाति कल्याण विभाग तथा सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने शुक्रवार को  अंबागढ़ चौकी विकासखंड के ग्राम करमतरा में 68 लाख 64 हजार रूपए की लागत से नवनिर्मित नवीन हाई स्कूल भवन तथा मोहला विकासखंड के ग्राम आलकन्हार में 1 करोड़ 11 लाख रूपए की लागत से नवनिर्मित नवीन शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भवन का लोकार्पण किया

इस अवसर पर उन्होंने ग्राम करमतरा में हायर सेकेण्डरी स्कूल उन्नयन और कन्या छात्रावास की घोषणा की। स्कूल शिक्षा डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने नये स्कूल भवन बनने पर सभी को बधाई दी।

उन्होंने कहा कि किसी क्षेत्र में स्कूल खोलना सौभाग्य की बात होती है, लेकिन स्कूल भवन बनना परम सौभाग्य की बात होती है। आप सभी वनांचल क्षेत्रों में यहां के बच्चों का भविष्य गढ़ रहे हैं वह सराहनीय कार्य है। यहां के बच्चे ने प्रयास, एकलव्य, नवोदय, नीट जैसे परीक्षाओं में सफलता पाई है। उन्होंने कहा कि इस विद्यालय के खुलने से आसपास के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिलेगी। कोरोना काल में सबसे ज्यादा नुकसान पढ़ाई में हुआ। उन्होंने कहा कि हमारे शिक्षकों के प्रयास से ऑनलाइन पढ़ाई और पढ़ई तुँहर द्वार से शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार होता रहा। मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने शिक्षा के क्षेत्र में बहुत अच्छा कार्य किया है। प्रदेश में मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के तहत स्कूल, आश्रम, छात्रावास भवन की मरम्मत के लिए प्राक्कलन मांगा गया है। इसे बच्चों को स्कूल में सुविधा होगी।

स्कूल शिक्षा डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा कि स्कूल एवं शिक्षा के क्षेत्र में बहुत अच्छा काम किया है। प्रदेश में स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल संचालित किया गया है। प्रदेश में लगभग 280 में स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल संचालित है। जिससे हर वर्ग के बच्चों को समान शिक्षा मिल रही है। प्रत्येक विकासखण्ड में स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोला गया है।

जो अंग्रेजी एवं हिन्दी माध्यम से पढ़ाई हो रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 101 नए आत्मानंद खुलेंगे। शिक्षा आज के समय में सबसे बड़ा हथियार है। जो समाज एवं परिवार में जाएगा तभी परिवार आगे बढ़ेगा। उन्होंने अभिभावक से बच्चों को स्कूल जरूर भेजने का आग्रह किया।

उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ पहला ऐसा राज्य जहां 4 हजार रूपए प्रति मानक बोरा के मान से तेन्दूपत्ता खरीदा जा रहा हैं। राज्य सरकार ने लघु वनोपज बढ़ावा देते हुए महुआ को 17 रूपए से बढ़ाकर 30 रूपए प्रति किलो ग्राम खरीदने का निर्णय लिया। जिससे वनवासियों को आर्थिक लाभ हुआ। इस मौके पर मंत्री टेकाम ने नवोदय, प्रयास, एकलव्य एवं नीट की परीक्षा में उत्तीर्ण विद्यार्थियों को सम्मान पत्र दिया। साथ ही उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्राचार्य, प्रधानपाठक एवं शिक्षकों को सम्मानित किया।

संसदीय सचिव एवं मोहला-मानपुर विधायक  इंद्रशाह मंडावी ने कहा कि कुछ समय पहले नये जिला की सौगात मिली है और आज हाई स्कूल की सौगात मिली है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में हमारे क्षेत्र का विकास हो रहा है। आज राज्य उन्नति के शिखर में पहुंचा है वह काबिले तारीफ है। इस मौके पर अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग  तेज कुंवर नेताम, सदस्य जीव जंतु कल्याण बोर्ड  संजय जैन, जिला पंचायत सदस्य  बिरेन्द्र मसिया, अध्यक्ष जनपद पंचायत  कुमारी जुरेशिया, एसडीएम  हेमेन्द्र भुआर्य, जिला शिक्षा अधिकारी राजनांदगांव राजेश सिंह, सहायक जिला परियोजना समन्वयक  सतीश ब्यौहारे, सरपंच  सुमन लाल गांवरे सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी, शिक्षक, स्कूल बच्चे एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी  केके बंजारे ने स्वागत भाषण दिया। हायर सकेण्डरी स्कूल आलकन्हार के प्राचार्य और हाई स्कूल कमरतरा के प्राचार्य ने स्कूल का प्रतिवेदन पढ़ा।

 

 

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