शिक्षा

अग्रसेन महाविद्यालय के स्थापना दिवस पर ग्रीष्मकालीन स्पर्धाओं के विजेता और रासेयो के श्रेष्ठ केडेटों का हुआ सम्मान

रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। अग्रसेन महाविद्यालय पुरानी बस्ती में बीसवां स्थापना दिवस मनाया गया।  इस मौके पर महाविद्यालय के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में महाविद्यालय की विकास यात्रा पर केंद्रित डॉकुमेन्ट्री सफरनामा का प्रदर्शन किया गया।  इसमें पत्रकारिता विभाग के प्राध्यापक प्रो. राहुल तिवारी, प्रो कनिष्क दुबे और प्रो सुरभि अग्रवाल द्वारा किये गए सामग्री संकलन तथा संपादन कार्य की सभी अतिथियों ने भरपूर सराहना की। साथ ही राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों को बी और सी सर्टिफिकेट के साथ ही एक्टिव कैडेट सम्मान भी दिया गया।  वही विभिन्न विधाओं पर केंद्रित ग्रीष्मकालीन कक्षाओं में सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थी को पुरस्कार तथा अन्य सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र दिये गए।  इसके अलावा ग्रीष्मकालीन प्रतियोगिताओं के सभी विजेताओं को पुरस्कार और प्रमाण पत्र प्रदान किये गए।  इस अवसर पर पत्रकारिता के छात्र अर्चित अग्रवाल ने बांसुरी वादन प्रस्तुत किया, जिसे सभी ने बेहद पसंद किया।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित वरिष्ठ समाजसेवी अजय तिवारी ने कहा कि एक छोटी सी शुरुआत करते हुए अग्रसेन महाविद्यालय ने बीस वर्षों में लगातार प्रगति की है।  कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जैतू साव मठ के सचिव महेंद्र अग्रवाल ने कहा कि इस महाविद्यालय ने संस्कार और शिक्षा को साथ लेकर समाज के लिए एक मिसाल पेश की है। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ी अग्रवाल समाज की केंद्रीय समिति के अध्यक्ष एवं अग्रसेन शिक्षण समिति के कोषाध्यक्ष अजय दानी, समिति के उपाध्यक्ष चंद्र कुमार अग्रवाल, समाजसेवी डॉ रविंद्र अग्रवाल,  उषाबाई अग्रवाल, रमेश अग्रवाल, श्याम अग्रवाल तथा महाविद्यालय के डायरेक्टर डा वी.के. अग्रवाल उपस्थित रहे।

महाविद्यालय के डायरेक्टर डा वी.के. अग्रवाल ने कहा कि यहाँ आने वाले दिनों में कुछ रोजगार-उन्मुखी पाठ्यक्रम शुरू करने के प्रयास किये जाएंगे।  उन्होंने महाविद्यालय में आगामी दिनों में उपलब्ध होने वाली नवीनतम सुविधाओं की भी चर्चा की।  उन्होंने कहा कि अग्रसेन महाविद्यालय ने विगत दो दशकों से वंचित समुदाय के युवाओं को न्यूनतम शुल्क पर शिक्षा-दान देने का जो संकल्प लिया है, वह आज भी जारी है।

प्राचार्य डा. युलेंद्र कुमार राजपूत ने कहा कि अग्रसेन महाविद्यालय ने वर्ष 2002 में केवल कुछ छात्रों और शिक्षकों से शुरुआत करते हुए आज एक बड़े शिक्षण संस्थान के रूप में पहचान बनाई है।  उन्होंने कहा कि अग्रसेन महाविद्यालय ने अपनी स्थापना से लेकर आज अक निरंतर प्रगति की है और यहाँ के विद्यार्थी पढाई के साथ-साथ अन्य रचनात्मक गतिविधियों में भी सक्रिय रहते हैं।  महाविद्यालय के एडमिनिस्ट्रेटर प्रो. अमित अग्रवाल ने कहा कि इस महाविद्यालय की प्रगति का मूल-मन्त्र यही है कि हर वर्ष कोई न कोई नवाचार अवश्य किया जाये।  उन्होंने महाविद्यालय की अन्य उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला. कार्यक्रम में महाविद्यालय के विभिन्न संकायों के समस्त प्राध्यापक भी शामिल हुए।

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