अब फिल्में नहीं बनाएंगे सनी देओल
बॉलीवुड एक्टर सनी देओल इन दिनों 'गदर 2' की सफलता को लेकर छाए हुए हैं। इस बीच सनी देओल ने बड़ा बयान दिया है कि वह अब पूरा फोकस सिर्फ एक्टिंग पर करेंगे।
उन्होंने फिल्में प्रोड्यूस करने से मना कर दिया। एक्टर का कहना है कि जब भी वह कोई फिल्म बनाते हैं तो दिवालिया हो जाते हैं। उन्होंने अपने फैसले की वजह भी बताई। मालूम हो, सनी देओल ने बेटे करण देओल की 'पल पल दिल के पास' फिल्म को डायरेक्ट किया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस फिल्म के लिए उन्होंने काफी पैसा बहाया था। बैंक से कर्ज तक लिया था।
अब सनी देओल ने 'बीबीसी एशियन नेटवर्क' के साथ बातचीत में कहा कि अब चीजें काफी बदल गई हैं। बहुत कुछ मुश्किल भरा हो चुका है। कुछ साल पहले चीजें कंट्रोल में हुआ करती थीं। अब सबकुछ हैंडल करना बहुत मुश्किल भरा हो जाता है।
फिल्मों के बिजनेस पर बोले सनी देओल
फिल्मों के कारोबार पर अपनी बात करते हुए सनी देओल ने कहा, 'अब आपको अपना पीआर करना होगा, इधर-उधर भागना होगा, और वे आपको आपके थिएटरों में जगह नहीं देते हैं। वे नहीं चाहते कि अब सिर्फ एक ही इंसान की फिल्में हो। पिछले दशक में मुझे अपनी फिल्मों को लेकर काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। आप एक खास तरह का सिनेमा करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन आपको सपोर्ट नहीं मिलता है।'
सनी देओल ने अपने कामकाज पर क्या कहा
Gadar 2 के 'तारा सिंह' सनी देओल ने कहा कि वह एक एक्टर बनकर ही खुश हैं। उनका मानना है कि ये वही है जिसके लिए मैं यहां आया था। मैं प्रोड्यूसर भी बना, डायरेक्टर भी बना। मैंने कई भूमिकाएं निभाईं। लेकिन एक आदमी एक ही जॉब कर सकता है। तो उन्हें लगता है कि वह एक्टर की भूमिका में ही ज्यादा ठीक हैं।
सनी देओल बतौर प्रोड्यूसर
सनी देओल के पिता धर्मेंद्र ने प्रोडक्शन हाउस विजेता फिल्म्स की शुरुआत की थी। इसके तहत पहली फिल्म ही सनी देओल की डेब्यू फिल्म बनी थी जिसका नाम था 'बेताब'। फिर आगे चलकर इस प्रोडक्शन हाउस तले 'घायल' और बॉबी देओल की 'बरसात' बनाई गईं। साल 1999 में सनी देओल ने इस प्रोडक्शन हाउस का कार्यभाल संभाला था।
सनी देओल पर 56 करोड़ का कर्ज
हाल में ही सनी देओल अपने लोन को लेकर काफी चर्चा में रहते थे। दरअसल बैंक ने उनके खिलाफ नोटिस जारी किया था और उनके घर के नीलाबी तक की नौबत आन पड़ी थी। दरअसल एक्टर ने 56 करोड़ का लोन के बदले अपना जुहू वाला घर गिरवी रखा था। लेकिन 24 घंटे के अंदर ही बैंक ने ये नोटिस वापस ले लिया गया और दोनों पार्टी के बीच मामला सुलझ गया।