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दुर्गा पंडाल में लगी आग, 3 बच्चों समेत 5 की मौत, 67 झुलसे

 लखनऊ (छत्तीसगढ़ दर्पण)। उत्तर प्रदेश के भदोही में रविवार रात बड़ा हादसा हुआ। एक दुर्गा पूजा पंडाल में भीषण आग लग जाने के कारण 3 बच्चों सहित 5 की मौत हो गई। आगजनी में 67 लोग झुलस गए। औराई कोतवाली से कुछ दूर नरथुआं स्थित एकता दुर्गा पूजा पंडाल में रविवार रात करीब 8 बजे आरती के समय भीषण आग लग गई। हादसे में 67 लोग झुलस गए। अब तक तीन बच्चे समेत पांच लोगों की मौत हो चुकी है। भदोही डीएम गौरांग राठी ने इसकी पुष्टि की है। झुलसने वालों में महिलाएं और बच्चे ज्यादा हैं। वाराणसी के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती करीब 20 लोगों की हालत अभी भी चिंताजनक बनी हुई है।  मृतकों में अंकुश सोनी (10), जया देवी (45), आरती चौबे (48), हर्ष वर्धन (8) और नवीन (10) शामिल है। एसआईटी टीम की जांच में प्रथम दृष्टया आग लगने का कारण हाइलोजन लाइट के गर्म होकर आग पकड़ने से पाया गया है।



रविवार शाम हादसे की सूचना मिलते ही डीएम-एसपी व अन्य अधिकारी और दमकल टीम मौके पर पहुंच गई। डीएम गौरांग राठी और एसपी डॉ. अनिल कुमार मौके पर बचाव कार्य की निगरानी करते और जरूरी निर्देश देते रहे। बाद में एडीजी जोन रामकुमार और विंध्याचल कमिश्नर योगेश्वर राम मिश्र भी पहुंचे। डीएम के मुताबिक, आशंका है कि शार्ट सर्किट से आग लगी है। दमकल टीम ने एक घंटे में आग को बुझाया।

पंडाल में चल रहा था डिजिटल शो
औराई-भदोही मार्ग पर नरथुआं स्थित एकता क्लब का पंडाल काफी आकर्षक होने से यहां नवरात्र में भीड़ जुटती है। रविवार रात करीब 8 बजे 150 से अधिक लोग पंडाल में मौजूद थे। लोग आरती में शामिल होकर जयकारा लगा रहे थे। पंडाल में डिजिटल शो भी चल रहा था। इसी दौरान अचानक आग लग गई। जिसे देख वहां भगदड़ मच गई। देखते ही देखते पूरा पंडाल धू-धूकर जलने लगा। मौके पर चीखपुकार मच गई। जिसे जिधर से रास्ता मिला भागने लगा।



मुख्यमंत्री ने ली हादसे की जानकारी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिलाधिकारी से हादसे के बारे में जानकारी ली और झुलसे लोगों के बेहतर इलाज का प्रबंध करने के लिए कहा। मुख्यमंत्री ने हादसे के तुरंत बाद राहत कार्य युद्धस्तर पर चलाने के निर्देश दिए। एडीजी जोन रामकुमार ने कहा कि हादसे की जांच के लिए पुलिस-प्रशासन और फोरेंसिक एक्सपर्ट की संयुक्त टीम गठित की जा रही है। घटना के कारण और लापरवाही के आरोपों की जांच की जाएगी। दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।  घटना की जांच के लिए एडीजी राम कुमार ने चार सदस्य एसआईटी गठित कर दी है। इसमें अपर जिलाधिकारी(वि/रा), अपर पुलिस अधीक्षक, एक्सईएन हाईडिल और फायर सेफ्टी ऑफिसर शामिल हैं।

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