हिंदुस्तान

संयुक्त किसान मोर्चा की रैली 20 को, केंद्र सरकार का करेंगे घेराव

दिल्ली  (छत्तीसगढ़ दर्पण) संयुक्त किसान मोर्चा सोमवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में महापंचायत कर रहा है, जिसमें कई राज्यों से लाखों किसान रैली में शामिल होने के लिए पहुंच रहे हैं।

गौरतलब है कि 3 साल बाद एक बार फिर से किसान आंदोलन का आह्वान दिल्ली में किया जा रहा है। संयुक्त किसान मोर्चा के नेता आज महापंचायत के जरिए किसान, आदिवासी किसान, महिला किसान, खेत मजदूर और प्रवासी मजदूर, ग्रामीण श्रमिक, बेरोजगारी, और बढ़ती निर्वाह व्यय और घटती क्रय शक्ति जैसे मसलों पर चर्चा करेंगे।

संयुक्त किसान मोर्चा की मांग है कि संयुक्त स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश के अनुसार सभी फसलों पर सी2+50 प्रतिशत के फार्मूला के आधार न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की गारंटी के लिए कानून बनाया जाए। इसके अलावा संयुक्त किसान मोर्चा ने मांग की है कि केंद्र सरकार ने एमएसपी के निर्धारण के लिए जो समिति गठित की है, उसे रद्द कर संयुक्त किसान मोर्चा के प्रतिनिधियों को शामिल किया जाए।

 

संयुक्त किसान मोर्चा ने किसानों की बढ़ती आत्महत्या पर भी चिंता जताई है। मोर्चा ने मांग की है कि कृषि में बढ़ती लागत और फसल के लिए लाभकारी मूल्य न मिलने के कारण 80 फीसदी से अधिक किसान कर्ज में डूब चुके हैं और आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो जाते हैं। ऐसे में सभी किसानों को कर्ज मुक्ति और उर्वरकों की लागत को कम किया जाना चाहिए।

 

 

संयुक्त किसान मोर्चा ने मांग की है कि संयुक्त संसदीय समिति को विचारार्थ भेजे गए बिजली संशोधन विधेयक, 2022 को वापस लिया जाए। केंद्र

 

सरकार ने संयुक्त किसान मोर्चा को आश्वासन दिया था कि उनके साथ विचार विमर्श के बाद ही विधेयक को संसद में पेश किया जाएगा, लेकिन फिर भी केंद्र सरकार ने इसे बिना किसी चर्चा के संसद में पेश कर दिया। संयुक्त किसान मोर्चा कृषि के लिए मुफ्त बिजली और ग्रामीण परिवारों के लिए 300 यूनिट बिजली की मांग को फिर दोहराता है।

 

किसान महापंचायत में लखीमपुर खीरी जिले में 4 किसानों और एक पत्रकार की हत्या के तथाकथित आरोपी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को कैबिनेट से बाहर करने और गिरफ्तार करने की मांग की है।

 

 

 

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