हिंदुस्तान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परम्पराओं को बदलकर रेल विकास को अभूतपूर्व गति दी है : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

प्रधानमंत्री ने 85 हजार करोड़ से अधिक की 6 हजार रेल परियोजनाओं का किया शिलान्यास और लोकार्पण

भोपाल: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि विकसित भारत के लिए नवनिर्माणों का लगातार विस्तार हो रहा है। देश के कोने-कोने में परियोजनाओं का लोकार्पण और नई योजनाओं की शुरुआत हो रही है। वर्ष 2024 के पहले 75 दिनों में ही 11 लाख करोड़ रूपये से अधिक की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हो चुका है। विकास की इस गति को हम धीमा नहीं होने देंगे। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी विकसित भारत के लिए आधुनिक रेलवे कार्यक्रम के अंतर्गत 85000 करोड़ रुपए से अधिक की 6 हजार रेल परियोजनाओं के शिलान्यास और राष्ट्र को समर्पण कार्यक्रम को अहमदाबाद से संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भोपाल रेलवे स्टेशन पर हुए कार्यक्रम से सहभागिता की। कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल, मंत्री विश्वास सारंग, विधायक रामेश्वर शर्मा और महापौर मालती राय भी उपस्थित थीं। अहमदाबाद के कार्यक्रम में गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल और केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव उपस्थित थे।

आत्म निर्भर भारत का नया माध्यम बन रही है रेलवे : प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि भारतीय रेलवे "विरासत भी और विकास भी" के मंत्र को साकार करते हुए क्षेत्रीय संस्कृति और आस्था से जुड़े पर्यटन को बढ़ावा दे रही है। भारतीय रेलवे आत्म- निर्भर भारत का एक नया माध्यम बन रही है। यह वोकल फार लोकल का भी सशक्त माध्यम है। देश के रेलवे स्टेशनों पर वन स्टेशन वन प्रोडक्ट के 1500 से अधिक स्टाल खुल चुके हैं। हमारी सरकार भारतीय रेल को आधुनिक बनाने और देश के कोने-कोने को रेल नेटवर्क से जोड़ने में जुटी है। देश रेलवे के शत-प्रतिशत इलेक्ट्रीफिकेशन की ओर बढ़ रहा है। रेलवे के कायाकल्प के लिए हो रहे कार्य नए निवेश और निवेश से नए रोजगार के निर्माण की गारंटी भी दे रहे हैं।

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने प्रदेश के रेलवे बजट को 15000 करोड़ तक पहुंचाया: मुख्यमंत्री डॉ. यादव

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि भारतीय रेल आधुनिक समय में देश का भाग्य बदलने में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 के बाद रेलवे की कई पुरानी परंपराओं को बदलकर रेलवे के विकास को गति दी है। केंद्रीय बजट और रेलवे बजट को एक कर भारत सरकार के संसाधनों के रेलवे के विकास में उपयोग का मार्ग प्रशस्त किया है। उनकी पहल से देशवासियों ने स्वच्छ रेलवे स्टेशन और विश्वस्तरीय रेलवे सुविधाओं का अनुभव किया है। मध्यप्रदेश को मिलने वाला रेलवे बजट 2014 से पहले तक लगभग 275 करोड़ हुआ करता था, जो अब 15000 करोड़ रूपये हो गया है। यह डबल इंजन की सरकार का प्रभाव है।

Leave Your Comment

Click to reload image