मेरे तो डीएनए में ही चुनौतियों को चुनौती देना है : नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को रूस के दो दिवसीय दौरे पर राजधानी मॉस्को पहुंचे। रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने गर्मजोशी से गले मिलकर प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया। दोनों नेताओं के बीच आज शिखर वार्ता होनी है। इससे पहले सोमवार को रूस पहुंचने पर प्रधानमंत्री मोदी का भव्य स्वागत किया गया। पुतिन के आवास पर दोनों शीर्ष नेताओं की मुलाकात हुई। इस दौरान उन्होंने मॉस्को में आयोजित भारतीय समुदाय के कार्यक्रम को भी संबोधित किया।
मॉस्को में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा 'मैं अपने साथ हिंदुस्तान की मिट्टी की महक लेकर आया हूं। मैं अपने साथ 140 करोड़ हिंदुस्तानियों का प्यार लेकर आया हूं। ये बहुत सुखद है कि तीसरी बार सरकार में आने के बाद भारतीय समुदाय से मेरा पहला संवाद यहां मॉस्को में आपके साथ हो रहा है। (हमारा नेता कैसा हो, मोदीजी जैसा हो के नारे लगे) आज वैसे 9 जुलाई है। आज मुझे शपथ लिए पूरा एक महीना हुआ है। आज से ठीक एक महीने पहले नौ जून को मैंने तीसरी बार भारत के पीएम पद की शपथ ली थी और उसी दिन मैंने एक प्रण लिया था। मैंने प्रण किया था कि अपने तीसरे कार्यकाल में मैं तीन गुना ताकत से काम करूंगा।'
प्रधानमंत्री ने कहा 'सेमीकंडक्टर, ग्रीन हाइड्रोजन और विश्वस्तरीय आधारभूत ढांचा आदि दुनिया के विकास का अध्याय लिखेगी। आज विश्व अर्थव्यवस्था में 15 प्रतिशत भारत का योगदान है और आने वाले समय में इसका विस्तार होगा। वैश्विक गरीबी से लेकर जलवायु परिवर्तन तक हर चुनौती को भारत टक्कर देगा और मेरे तो डीएनए में है चुनौती को चुनौती देना।'
'जो सोच नेता के मन में चलती है और वही सोच जन के मन में चलती है तो अपार ऊर्जा उत्पन्न हो जाती है और मैं यही देख रहा है। वैश्विक समृद्धि को ऊर्जा देने के लिए भारत और रूस कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। यहां मौजूद आप सभी लोग भारत और रूस के संबंधों को और नई ऊंचाई दे रहे हैं। आपने अपनी मेहनत से अपनी ईमानदारी से रूस के समाज में अपना योगदान दिया है। साथियों मैं दशकों से भारत और रूस के बीच जो अनोखा रिश्ता है, उसका कायल रहा हूं। रूस शब्द सुनते ही हर भारतीय के मन में आता है, भारत के सुख-दुख का साथी। भारत का भरोसेमंद दोस्त।
'पूरी दुनिया कह रही है कि तीसरी सदी भारत की सदी है'
पीएम मोदी ने कहा कि 'भारत और रूस गंगा-वोल्गा के जरिए रिश्तों को री-डिस्कवर कर रहे हैं। दुनिया के सभी एक्सपर्ट कह रहे हैं कि तीसरी सदी भारत की सदी है। आज विश्व बंधु के रूप में भारत दुनिया को नया भरोसा दे रहा है। भारत की काबिलियत से पूरी दुनिया समृद्धि और शांति की उम्मीद लगा रही है। आज भारत को मजबूत स्तंभ के रूप में देखा जाता है। आज भारत जब कुछ कहता है तो पूरी दुनिया सुनती है। जब भी दुनिया पर संकट पर आता है तो दुनिया भारत की तरफ देखती है।'