सीएम का आदेश, थाने में यौन उत्पीड़न केस की होगी न्यायिक जांच
भुवनेश्वर में एक पुलिस थाने में सैन्य अधिकारी को कथित तौर पर प्रताड़ित किए जाने और उसकी मंगेतर के यौन उत्पीड़न के मामले में हंगामा मचा हुआ है। अब राज्य के सीएम मोहन चरण माझी ने इस पूरी घटना को लेकर न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। सीएम माझी ने कहा है कि राज्य सरकार इस घटना में दोषी पाए जाने वाले सभी व्यक्तियों या अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।
60 दिन में आएगी रिपोर्ट
ओडिशा के मुख्यमंत्री के कार्यालय की ओर से जारी किए गए आदेश के मुताबिक, इस पूरी घटना की न्यायिक जांच की अध्यक्षता न्यायमूर्ति चितरंजन दास करेंगे और 60 दिन के भीतर रिपोर्ट सौंपी जाएगी। इसके साथ ही सरकार ने ओडिशा हाई कोर्ट से भी ओडिशा पुलिस की अपराध शाखा द्वारा की जा रही जांच की निगरानी करने का अनुरोध किया है।
24 सितंबर को भुवनेश्वर बंद का आह्वान
ओडिशा के सीएम मोहन चरण माझी ने राज्य में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति पर जोर दिया है और कहा है कि उनकी सरकार भारतीय सेना का सम्मान करती है। सरकार महिलाओं की गरिमा, सुरक्षा और अधिकारों को लेकर चिंतित है। बता दें कि इस मामले में पूर्व सीएम नवीन पटनायक ने मामले की अदालत की निगरानी में विशेष जांच दल (एसआईटी) से जांच कराने और न्यायिक जांच कराने की मांग की थी। वहीं, दूसरी ओर विपक्षी दल ने 24 सितंबर को भुवनेश्वर बंद का आह्वान किया है।
क्या है पूरी घटना?
आपको बता दें कि ये घटना 15 सितंबर की है। पश्चिम बंगाल में तैनात सैन्य अधिकारी और उनकी मंगेतर रोड रेज की शिकायत दर्ज कराने भुवनेश्वर के भरतपुर पुलिस थाने पहुंचे थे। हालांकि, पुलिस थाने में दोनों का पुलिसकर्मियों से विवाद हो गया। बाद में सैन्य अधिकारी और उनकी मंगेतर की ओर से उनसे थाने में दुर्व्यवहार का आरोप लगाया गया था।