छत्तीसगढ़

डेंगू एवं मच्छर नियंत्रण के लिए बीएसपी दवा वितरण के साथ ही कर रही है फागिंग

 भिलाई (छत्तीसगढ़ दर्पण) भिलाई इस्पात संयंत्र के नगर सेवाएं विभाग के तहत जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा भिलाई टाउनशिप में डेंगु तथा मच्छर नियंत्रण हेतु निरन्तर प्रयास किया जा रहा है। जिसमें डेंगू रोकथाम से लेकर लोगों में जागरूकता जगाने तक के विभिन्न कार्यों को बखूबी अंजाम दिया जा रहा है। सर्वेक्षण के साथ ही दवा वितरण तथा फॉगिंग जैसे कार्य सम्पन्न किये जा रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि भिलाई टाउनशिप की हरियाली एवं आवासों के साथ लगी खाली भूमि लोगों को बेहतर आवास तो उपलब्ध कराता है, वहीं बारिश के मौसम में इन खुले स्थानों में पड़े पत्तों और गड्डों में जल जमाव होने के कारण साफ  पानी में पैदा होने वाले मच्छर की एडिस प्रजाति जो डेंगू का कारक है। इनके कारण डेंगु फैलने की संभावना भी बनी रहती है। विगत वर्षों में भिलाई टाउनशिप में डेंगू के अनेकों प्रकरण मिलने के कारण ऐतिहातन एवं रोकथाम हेतु जनमानस में जागरूकता लाने जिला मलेरिया विभाग, दुर्ग से भुगतान के आधार पर प्राप्त 48 ब्रीडिंग चेकर्स के माध्यम से माह जून के आरंभ से ही वृहद सर्वेक्षण अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत ब्रीडिंग चेकर्स द्वारा टाउनशिप के प्रत्येक आवास सहित सभी दुकानों एवं भवनों में जाकर जल-पात्रों एवं जल जमाव के स्थानों का निरीक्षण कर मच्छरों के लार्वा विनिष्टीकरण के साथ ही निरोधक उपायों हेतु लोगों को जानकारीयुक्त पॉम्पलेट एवं नि:शुल्क लार्वानाशी (टेमीफोस) का वितरण किया जा रहा है।

साथ ही मच्छरों के संख्या पर नियंत्रण हेतु नियमित रूप से ऐसे स्थान जहां पानी एकत्र होता है, को नाली बनाकर खाली करने के साथ ही रुके पानी पर आयलिंग किया जा रहा है। वेहिकल माउंटेड हाई प्रेशर पम्प द्वारा 4000 लीटर कीटनाशक घोल का छिडकाव भी किया गया है, ताकि मच्छर को लार्वा स्टेज में ही समाप्त कर मच्छर की संख्या पर नियंत्रण रखा जा सके।

उल्लेखनीय है कि मच्छरों की संख्या पर नियंत्रण जन सहयोग से ही कारगर होता है, घरों के अंदर पैदा हो रहे मच्छर पर बाहर का कोई व्यक्ति कितना भी प्रयत्न कर ले प्रयास तब तक अधूरा है जबतक रहवासियों का सहयोग ना मिले। इसके साथ ही सम्पूर्ण भिलाई में अगस्त माह से आरंभ होकर सितम्बर माह के प्रथम सप्ताह में थर्मल फॉगिंग का एक चक्र पूर्ण किया गया है एवं तय कार्यक्रम अनुसार बैकलेन एवं घरों में कीटनाशकों का छिड़काव नियमित रूप से किया जा रहा है।

सर्वेक्षण अभियान द्वारा अब तक किये गए कार्यों को एक नजर में इस प्रकार समझा जा सकता है। सर्वेक्षण आरंभ होने से अनेक चरणों में पुनरावृत्ति के साथ अब तक 93, 735 घरों में दस्तक दिया जा चुका है। इस दौरान 86, 669 कुलरों की जाँच की गयी, वहीं सभी चरणों को मिलाकर 6,633 घरों में लार्वा पाया गया, जिसका विनिष्टीकरण किया गया है।

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