ED की रडार में कई IAS-IPS, कभी भी हो सकती है बड़ी कार्रवाई...
रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। छत्तीसगढ़ के माइनिंग केस में ईडी ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए 3 आरोपियों को 14 दिन की रिमांड में लिया है। इनमे चिप्स के अधिकारी आईएएस समीर विश्नोई और दो कारोबारी लक्ष्मीकांत तिवारी और सुनील अग्रवाल शामिल हैं। आगे की पूछताछ ईडी इन लोगों से कर रही है। इसके बाद कुछ और खुलासे हो सकते है। सूत्रों के अनुसार कई आईएएस-आईपीएस अधिकारी जांच एजेंसी के रडार पर हैं। इसके चलते महकमे में हड़कंप है, और कई अधिकारी छुट्टी पर हैं।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने 14 अक्तूबर को वसूली रैकेट का खुलासा किया था। ईडी ने बताया था कि जांच में राज्य में परिवहन किए गए प्रत्येक टन कोयले से अवैध वसूली की जा रही है। इस घोटाले में मुख्य सरगना सूर्यकांत तिवारी को बताया गया। इसके बाद से कारोबारी सूर्यकांत तिवारी फरार है। वहीं ईडी ने आईएएस समीर विश्नोई के मकान से चार किलो सोना, हीरा और कैश बरामद किया था।
ईडी द्वारा इस मामले में अभी तक कई जगहों पर छापेमारी की गई है। कई आईएएस अधिकारी जांच एजेंसी के रडार पर हैं। आईएएस समीर बिश्नोई गिरफ्तार हो चुके हैं। उनकी पत्नी से सवाल जवाब किए जा रहे हैं। जयप्रकाश मौर्या से भी पूछताछ हो रही है। उनकी पत्नी एवं रायगढ़ की कलेक्टर रानू साहू के घर पर ईडी पहुंची है। इनके अलावा करीब डेढ़ दर्जन कारोबारी और कई नेता भी जांच एजेंसी की सूची में हैं। छापेमारी के दौरान करोड़ों रुपये की नकदी, जूलरी और दस्तावेज बरामद हुए हैं। जांच एजेंसी के अनुसार, बैंक से संबंधित एवं दूसरे दस्तावेजों की जांच पड़ताल हो रही है।