शिक्षा

कोशिश करने वालों की हार नहीं होती, यह साबित करते हुए इस बालिका ने कलेक्टर से पाई यह इनाम

 जांजगीर-चाम्पा (छत्तीसगढ़ दर्पण)। कोशिश करने वालों की हार नहीं होती...इस प्रेरणादायी कविता को बिना देखे जब पांचवीं की एक बालिका ने सुनाई तो कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने उनकी स्मृति और साहस की सराहना करते हुए न सिर्फ तालिया बजाई, उनकी कोशिशों और सफलता को स्वीकार करते हुए बालिका को पुरस्कार देकर कक्षा के अन्य विद्यार्थियों को भी अपनी सफलता के लिए जीवन में ऐसे ही कोशिश जारी रखते हुए आगे बढऩे की प्रेरणा दी।

जिले के संवेदनशील कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा को जिले में पांच माह होने वाले हैं. वे जिले के इस कोने से लेकर उस कोने तक गाँव के अंतिम छोर में विकास कार्यों का जायजा ही नहीं ले रहे हैं. ग्रामीणों को सरकार की योजनाओं को बताते हुए आगे बढऩे की बात कह रहे हैं. आंगनबाड़ी केंद्र में जा-जाकर बच्चों को स्वस्थ और सुपोषित बनाने उन्हें आंगनबाड़ी में नियमित रूप से खाना देने, अंडा, केला देने के निर्देश देते हुए जोच भी कर रहे हैं। अस्पताल से लेकर स्कूल और सरकारी दफ्तरों से लेकर गौठान के साथ योजनाओं का लाभ उठाकर अपनी खेतों में धान के बदले अन्य फसल लेने वाले हितग्राहियों की खेतों में भी वे कीचड़ व मिट्टी की परवाह किये बिना पैदल पहुंच रहे हैं। 

 

इसी निरीक्षण की कड़ी में वे जब पामगढ़ के बारगांव के प्राथमिक शाला पहुंचे, तो पांचवीं क्लास में शिक्षक विद्यार्थियों को हार नहीं होती कविता पढ़ा रहे थे। यहां पहुंचते ही कलेक्टर ने एक छात्रा को जब बिना देखे यह कविता सुनाने कहा तो छात्रा प्रक्षा ने पूरी कविता सुना दी। छात्रा की इस कोशिश और हार नहीं मानते हुए कविता वाचन की कलेक्टर सिन्हा ने खूब प्रशंसा करते हुए तालियां बजवाई और उपहार दिए। कलेक्टर ने क्लास में 19 का पहाड़ा सुनाने कहा तो एक छात्र ने बिना किताब देखे पहाड़ा भी सुनाया। कलेक्टर ने पहाड़ा सुनाने वाले छात्र को पेन और सभी विद्यार्थियों को चॉकलेट देते हुए यहाँ क्लास ले रहे शिक्षक भोजराम गुप्ता के अध्यापन के तौर तरीकों से प्रभावित होकर शिक्षक को अपनी कलम भेंट कर दी। कलेक्टर ने विद्यार्थियों को अच्छे से पढऩे और आगे बढऩे की प्रेरणा देते हुए शिक्षकों को भी अपना कर्तव्य सही ढंग से निभाने की बात कही।

 

 

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