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POK के दौरे पर पहुंचे अमेरिकी राजदूत ने की ऐसी हरकत, भारत ने दिया दो टूक जवाब


कश्मीर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। पाक अधिकृत कश्मीर (POK) का जिस तरह से अमेरिका के पाकिस्तान दूतावास स्थिति अमेरिकी राजदूत ने दौरा किया उसके खिलाफ भारत ने कड़ा रुख दिखाया है। पाकिस्तान में अमेरिका के राजदूत डोनाल्ड ब्लोम ने पीओके का दौरा किया था, इस दौरान उन्होंने कई बार इस इलाके का जिक्र आजाद कश्मीर के तौर पर किया, जिसका भारत ने विरोध किया है। भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि अमेरिकी राजदूत का पीओके दौरे और यहां की गई बैठक को लेकर मोदी सरकार जो विरोध है उसे अमेरिका के सामने दर्ज करा दिया गया है।

पीओके के दौरे पर ब्लोम ने कई बार भारत अधिकृत हिस्से को आजाद जम्मू और कश्मीर कहकर संबोधित किया। उन्होंने खुद इस दौरे की जानकारी ट्वीट करके दी। जिसमे उन्होंने लिखा कायदे आजम मेमोरियल डाक बंगला पाकिस्तान की प्रसिद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहास विरासत को दर्शता है। खुद जिन्ना यहां पर 1944 में आए थे। यहां आकर मैं गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं, यह मेरा पहला आजाद जम्मू कश्मीर का दौरा है।

बता दें कि पीओके में अमेरिका के किसी उच्च स्तरीय राजदूत का यह दूसरा दौरा है। इसे पहले अमेरिका के कांग्रेसमैन इल्हान ओमार ने यहां का दौरा किया था। उनके इस दौरे पर भारत की ओर से कहा गया था कि उन्होंने जम्मू कश्मीर के एक हिस्सा का दौरा किया, जिसे पाकिस्तान ने गैरकानूनी तरह से कब्जा रखा है। अगर इस तरह के नेता अपनी संकीर्ण मानसिकता को दर्शाना चाहते हैं तो यह उनका व्यक्तिगत मसला हो सकता है, लेकिन इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए हमारी सीमा की संप्रभुता का उल्लंघन करना इसे हमारा बना देता है।

बता दें कि 1994 में भारत ने एक प्रस्ताव पास किया था और कहा था कि पीओके भारत का हिस्सा है और पाकिस्तान को इसे खाली करना चाहिए, अपना अवैध कब्जा खत्म करना चाहिए। जुलाई में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी पीओके को लेकर बड़ा बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि यह भारत का हिस्सा था और आगे भी रहेगा। एक रैली को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने शारदापीठ का मसला उठाया था।

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