शिक्षा

छात्रावासों के संचालन में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं की जाएगी बर्दाश्त : कलेक्टर

 जशपुरनगर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। कलेक्टर की अध्यक्षता में आज मंत्रणा सभाकक्ष में जिले के सभी आश्रम-छात्रावासों की व्यवस्था दुरुस्त करने व आवश्यक निर्माण कार्य की जानकारी लेने के लिए मंडल संयोजक व अधीक्षकों की बैठक हुई। कलेक्टर ने सभी अधीक्षकों को आश्रम-छात्रावासों के संचालन में किसी प्रकार की लापरवाही न बरतने के निर्देश दिए। साथ ही आवश्यक सभी व्यवस्था सुनिश्चित करने की बात कही। इस अवसर पर सहायक आयुक्त आदिम जाति विकास विभाग लविना पांडेय सभी मंडल संयोजक व अधीक्षक सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।

कलेक्टर अग्रवाल ने विकासखंडवार सभी अधीक्षकों से उनके छात्रावास भवनों की स्थिति, रसोईघर, शौचालय, कमरों में लीकेज- सीपेज, संस्था में पेयजल की उपलब्धता सहित अन्य सभी जरूरी व्यवस्थाओं की जानकारी लेते हुए आवश्यक मरम्मत योग्य भवनों का चिन्हांकन कर सूची प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। साथ ही मरम्मत योग्य भवनों के फोटोग्राफ  की एल्बम तैयार कर उपलब्ध कराने की बात कही। जिससे सुधार योग्य भवनों का मरम्मत प्रस्ताव तैयार करने के लिए आगे की कार्यवाही की जा सके। इसके लिए उन्होंने सभी मंडल संयोजक को व्यक्तिगत रूप से अपने ब्लॉक में इस कार्य को  पूर्ण कराने के लिए कहा। कलेक्टर अग्रवाल ने उपस्थित सभी अधीक्षको से कहा कि बच्चे अपने गांव और मां-बाप से दूर हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करने आते हैं। उन सबकी जिम्मेदारी आपके ऊपर है। आप सभी उनके साथ पालक की तरह व्यवहार करते हुए उनके भविष्य निर्माण में सहयोगी बनें। इसके लिए हॉस्टल संचालन में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि कोई भी अधीक्षक बिना अनुमति या सूचना के हॉस्टल से अनुपस्थित नहीं रहेंगे। साथ ही अनुपस्थित रहने वाले व कार्य में लापरवाही बरतने वालों पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।

कलेक्टर ने सभी अधीक्षकों से उनके हॉस्टल को एक मॉडल हॉस्टल के रूप में विकसित करने के लिए विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए। इसके लिए सभी हॉस्टल में बच्चों की शत प्रतिशत उपस्थिति, नियमित साफ  सफाई, निर्धारित मेनू अनुसार पौष्टिक भोजन प्रदान करने, पेयजल उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कहा। साथ ही हॉस्टल के बच्चों का नियमित रुप से स्वास्थ्य परीक्षण कराने की भी बात कही। उन्होंने हॉस्टल में उपलब्ध स्थानों में किचन गार्डन विकसित करने की बात कही। बैठक में कलेक्टर ने सभी हॉस्टलों में स्वीकृत व रिक्त सीटों की जानकारी लेते हुए रिक्त सीटो में हॉस्टल के आस पास के जरूरतमंद बच्चों को प्रवेश दिलाने के लिए कहा। इसके लिए गांवों के सरपंच, सचिव, शिक्षकों व बीईओ से समन्वय कर कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।

उन्होंने संस्थाओं में अध्ययन रत बच्चों के पूर्ण हो चुके पाठ्यक्रम की समीक्षा करते हुए बच्चों की पढ़ाई का समय समय पर परीक्षण करने के लिए कहा। साथ ही उन्हें पूर्ण सहयोग प्रदान करने के की बात कही। इस दौरान कलेक्टर ने सभी अधीक्षकों से मंडल संयोजक व हॉस्टल के नोडल अधिकारियों की ओर से छात्रावासों का किए जाने वाले निरीक्षण की जानकारी लेते हुए संस्थान का नियमित निरीक्षण करने व निरीक्षण पंजी संधारित रखने के निर्देश दिए।

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