शिक्षा

बेहतर शिक्षा के लिए बच्चों को करें प्रोत्साहित : तारन प्रकाश सिन्हा

कलेक्टर ने ली स्कूल शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक

 जांजगीर-चांपा (छत्तीसगढ़ दर्पण)। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने गुरुवार को आकांक्षा परिसर के सभाकक्ष में शिक्षा विभाग के सभी प्राचार्य, विकासखंड शिक्षा अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी, जिला मिशन समन्वयक की उपस्थिति में शिक्षा विभाग के कार्यों की समीक्षा बैठक ली। बैठक में कलेक्टर ने जिले के बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए नवाचारी और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए जिले में बेहतर शैक्षणिक वातावरण तैयार करने कहा। बैठक में कलेक्टर ने कहा कि जिले के बच्चे पढ़ाई-लिखाई में बहुत होशियार हैं, यहां के बच्चों में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। उन्होंने बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए जिले में बेहतर शैक्षणिक माहौल बनाने कहा। जिससे बच्चे आईआईटी-जेईई, नीट जैसी बड़ी प्रतियोगी परीक्षाओं में ज्यादा से ज्यादा चयनित हो सके। बैठक में कलेक्टर ने कहा कि एक शिक्षक पूरे समाज और विशेष रूप से बच्चों के लिए आदर्श होते है। इसलिए शिक्षकों को कर्तव्यनिष्ठा से अपने दायित्वों का निर्वहन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्राचार्य किसी भी स्कूल का मुखिया होता है, इसलिए उन्हे बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यकतानुसार नवाचारी तकनीकों का उपयोग करते हुए स्कूलों में बेहतर शैक्षणिक वातावरण तैयार करना चाहिए। उन्होंने उपस्थित सभी प्राचार्यो को बच्चों से बेहतर समन्वय स्थापित करने के लिए प्रत्येक दिन एक पीरियड लेने कहा। कलेक्टर ने जिले के सभी स्कूलों में सर्व शिक्षा अभियान के फंड से रंगाई-पुताई कराने, शौचालयों की नियमित साफ-सफाई कराने तथा शिक्षकों को निर्धारित समयावधि में नियमित उपस्थित रहने के निर्देश देते हुए निर्धारित समय पर स्कूलों में अनुपस्थित पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी।

स्कूल शिक्षा विभाग के समीक्षा बैठक में कलेक्टर सिन्हा ने बताया कि जिले में शिक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ करने एक हजार शिक्षकों की प्रधानपाठक के पद पर पदोन्नत कर पारदर्शी कार्यप्रणाली से पदस्थापना की जा रही है। उन्होंने बताया कि यह प्रक्रिया पूर्णतः पारदर्शी कार्यप्रणाली से की जा रही है। बैठक में कलेक्टर ने स्कूलों में शिक्षकों की नियमित उपस्थिति, स्कूलों की सतत मॉनिटरिंग और छात्रों की शतप्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। उन्होंने बच्चों के व्यक्तित्व में विकास के लिए प्रत्येक सप्ताह के शनिवार को खेल-कूद, निबंध, भाषण, लेखन प्रतियोगिता जैसी गतिविधियां कराये जाने कहा। कलेक्टर ने बच्चों के विकास के लिए स्कूलों में होने वाले तिमाही और छमाही के प्रश्न पत्रों को ब्लाक व जिला स्तर पर तैयार करके परीक्षा आयोजित कराने तथा उत्तर पुस्तिकाओं का आस-पास के स्कूलों में पारदर्शितापूवर्क जांच कराये जाने कहा। कलेक्टर ने बैठक में उपस्थित प्राचार्य और शिक्षा अधिकारियों से भी जमीनी स्तर पर बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए किए जा रहे कार्याें और उनकी समस्याओं की जानकारी ली तथा आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी एच आर सोम, जिला मिशन समन्वय राजकुमार तिवारी, प्रोग्रामर राजन कुमार, हेमलता शर्मा, स्कूलों के प्राचार्य तथा अन्य संबंधित अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।

कोई भी पात्र व्यक्ति जाति प्रमाण पत्र से न हो वंचित : कलेक्टर
कलेक्टर सिन्हा ने बैठक में शिक्षा विभाग के अधिकारियों को स्कूली बच्चों के जाति प्रमाण पत्र के कार्याे को तेजी से करने और कोई भी पात्र व्यक्ति जाति प्रमाण पत्र से वंचित ना हो तथा अपात्र व्यक्ति इसका लाभ न उठा पाए इस बात का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए।

बेहतर शिक्षा के लिए बच्चों को करें प्रोत्साहित :
शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने उपस्थित प्राचार्याें तथा संबंधित अधिकारियों को स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों से अपने बच्चो की तरह समान व्यवहार करते हए कमजोर विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने और उन पर विशेष ध्यान देने कहा। जिससे सभी बच्चों का बेहतर विकास किया जा सके।

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