इस्लामाबाद (छत्तीसगढ़ दर्पण)। पाकिस्तान डिफर्ड पेमेंट (बाद में भुगतान) पर रूस से तेल आयात कर सकता है। जानकारी के मुताबिक दोनों देश इस संभावना पर चर्चा करने के लिए बातचीत कर रहे हैं। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने रविवार को प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच समरकंद में शंघाई सहयोग संगठन की हाल ही में हुई बैठक के बाद इसका खुलासा किया है।
डिफर्ड पेमेंट द्वारा तेल आयात पर हो रहा विचार
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "हमने रूसी पक्ष के साथ हालिया बातचीत के दौरान डिफर्ड पेमेंट (बाद में भुगतान) भुगतान पर तेल आयात करने की संभावना पर चर्चा की है।" उन्होंने कहा कि रूस ने भी उनके प्रस्ताव पर विचार करने में रुचि दिखाई है। रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के पीएम शाहबाज शरीफ ने रूसी राष्ट्रपति के साथ तीन बैठकें कीं जिसमें से दो अनऑफिसियल थीं। इस बातचीत के दौरान रूस ने भी पाकिस्तान की मांगो पर विचार करने का आश्वासन दिया है।
इमरान खान सरकार पर लगाते रहे हैं गंभीर आरोप
गौरतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने बार-बार खुद को हटाए जाने के पीछे अमेरिका पर आरोप लगाया है। इमरान खान का आरोप है कि उन्हें 'स्वतंत्र विदेश नीति' का पालन करने के लिए दंडित किया गया। इमरान खान आरोप लगाए रहे कि पश्चिमी ताकतों को विशेष रूप से रूस के साथ संबंधों को गहरा करने का उनका प्रयास रास नहीं आया। हालांकि अमेरिका ने हमेशा पाकिस्तान के आंतरिक मामलों में दखल देने से इनकार किया है। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार, शहबाज और पुतिन के बीच बैठक के बाद रूसी पक्ष द्वारा ऐसा कोई संकेत नहीं दिया कि वे पाकिस्तान की नई सरकार के साथ काम करने को इच्छुक नहीं हैं क्योंकि उन पर अमेरिका की कठपुतली होना का लेबल लगा हुआ है।
पाकिस्तान को अमेरिका का भी डर
आधिकारी ने कहा कि अगर यह प्रस्ताव मुकम्मल हो जाता है कि तो यह ऐतिहासिक होगा क्योंकि पाकिस्तान खाड़ी देशों से तेल का आयात करता रहा है। पाकिस्तान ने पहले भी सऊदी अरब और यूएई से डिफर्ड पेमेंट के आधार पर तेल खरीदा था। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पाकिस्तान को अमेरिका का भी डर है। चूंकि अमेरिका और पश्चिमी देश रूस पर यूक्रेन के खिलाफ युद्ध थोपने के प्रयासों के कारण कई प्रतिबंध लगा चुके हैं।
उच्चतम स्तर पर पाकिस्तान का तेल आयात
हालांकि हालांकि, अमेरिकी विदेश कार्यालय के एक सूत्र ने खुलासा किया कि अमेरिका ने कभी भी पाकिस्तान को रूस से तेल खरीदने के लिए मना नहीं किया है लेकिन हमें सलाह दी है कि पाकिस्तान रूस से तेल खरीद नहीं करे तो बेहतर है। पाकिस्तान का मासिक ईंधन तेल आयात जून में चार साल के उच्चतम स्तर पर पहुंचने के लिए तैयार है। अनुमानों के अनुसार, मई में 630,000 टन तक पहुंचने के बाद, देश का ईंधन तेल आयात इस महीने लगभग 700,000 टन तक पहुंच सकता है। आयात पिछली बार मई 2018 में 680,000 टन और जून 2017 में 741,000 टन पर पहुंच गया था।