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इस महीने दुनिया की आबादी 8 अरब हो जाएगी, चीन से आगे निकलेगा भारत


वाशिंगटन (छत्तीसगढ़ दर्पण)। दुनिया में बढ़ती महंगाई के बीच आबादी (Population) भी लगातार बढ़ती जा रही है। संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक आने वाले 15 नवंबर को दुनिया की आबादी 8 अरब को पार कर जाएगी। यह 1950 में 2.5 अरब की जनसंख्या का तीन गुना है। संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या प्रभाग ने कहा है कि आने वाले दशको में भी जनसंख्या वृद्धि जारी रहेगी। वहीं, जीवन प्रत्याशा ( Life Expectancy) 2050 तक बढ़कर औसतन 77.2 वर्ष की हो जाएगी। संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष की रेचल स्नो ने बताया कि, 1960 के दशक में आबादी बढ़ने की रफ्तार चरम पर थी जो 2020 में एक फीसदी तक नाटकीय रूप से नीचे आ गई।

दुनिया की आबादी 8 अरब हो जाएगी
वहीं, जीवन प्रत्याशा में वृद्धि के साथ-साथ बच्चे पैदा करने की उम्र के लोगों की संख्या को देखते हुए, संयुक्त राष्ट्र ने यह अनुमान लगाया है कि जनसंख्या 2030 में 8 बिलियन, 2050 में 9.7 बिलियन और 2080 में लगभग यह 10.4 बिलियन तक बढ़ती रहेगी। हालांकि, इस विषय पर अन्य समूहों ने अलग-अलग आंकड़ों की गणना की है।

जनसंख्या उतार-चढ़ाव
अमेरिका स्थित इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन (IHME) ने 2020 के एक अध्ययन में अनुमान लगाया कि वैश्विक जनसंख्या 2064 तक अधिकतम हो जाएगी और 2100 तक घटकर 8.8 बिलियन हो जाएगी। आईएचएमई अध्ययन के प्रमुख लेखक स्टीन एमिल वोलसेट ने बताया, हम संयुक्त राष्ट्र से नीचे हैं और मुझे लगता है कि हमारे पास इसका एक अच्छा कारण भी है। वाशिंगटन विश्वविद्यालय के प्रोफेसर का कहना है कि उनके, 'काफी अलग प्रजनन मॉडल' के तहत, मानव आबादी केवल नौ से 10 अरब के बीच ही पहुंच पाएगी।

प्रजनन दर में लगातार गिरावट
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक प्रजनन दर में लगातार गिरावट हो रही है, जिसके कारण यह आंकड़ा संभावित रूप से 2050 तक लगभग 0.5 फीसदी तक गिर जाएगी। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार 2021 में औसतन प्रजनन दर एक महिला के जीवनकाल में 2.3 बच्चों की थी जो 1950 में लगभग पांच से कम थी। अगर इसके भविष्य की बात करें तो अनुमान है कि 2050 तक ये 2.1 हो जाएगी। दुनिया की आबादी बढ़ाने में जीवन प्रत्याशा का भी एक महत्वपूर्ण रोल है। इसमें लगातार वृद्धि जारी है। 2019 में जीवन प्रत्याशा 72.8 वर्ष थी जो 1990 की तुलना में 9 वर्ष ज्यादा है। संयुक्त राष्ट्र की भविष्यवाणी है कि 2050 तक जीवन प्रत्याशी 77.2 वर्ष होगी।

आबादी के मामले में चीन से आगे निकलेगा भारत
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक 2023 की शुरुआत में भारत आबादी में पहले नंबर पर पहुंच जाएगा और चीन दूसरे नंबर पर होगा। चीन की आबादी 1.4 अरब है जो 2050 तक कम होकर 1.3 अरब पहुंच जाएगी। आंकड़ा यह भी कहता है कि सदी के अंत तक चीन की आबादी 80 करोड़ पहुंच सकती है। वहीं, संयुक्त राज्य अमेरिका 2050 तक तीसरा सबसे अधिक आबादी वाला देश बना रहेगा।

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