हिंदुस्तान

त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने उपचुनाव में जीत हासिल की

अगरतला (छत्तीसगढ़ दर्पण)।  त्रिपुरा के मुख्यमंत्री व भारतीय जनता पार्टी  के उम्मीदवार माणिक साहा ने टाउन बारदोवली सीट पर हुए उपचुनाव में रविवार को 6,104 वोटों के अंतर से जीत हासिल की। निर्वाचन आयोग ने यह जानकारी दी। साहा को 17,181 मत मिले, जो क्षेत्र में पड़े कुल वोटों का 51.63 प्रतिशत है।

वहीं, उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के आशीष कुमार साहा को 11,077 वोट हासिल हुए, जो कुल वोटों का 33.29 प्रतिशत है। वाम मोर्चे की तरफ से फॉरवर्ड ब्लॉक के उम्मीदवार रघुनाथ सरकार तीसरे स्थान पर रहे। उन्होंने 3,376 (10.15 फीसदी) वोट हासिल किए।

तत्कालीन मुख्यमंत्री बिप्लब देब के अचानक इस्तीफा देने के बाद राज्यसभा सांसद माणिक साहा को पिछले महीने राज्य का मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया था। मुख्यमंत्री बने रहने के लिए उन्हें यह उपचुनाव जीतना था। नियमानुसार विधानसभा के लिए चुने जाने के बाद अब वह सांसद पद से इस्तीफा दे देंगे।

आशीष कुमार साहा के भाजपा विधायक के रूप में इस्तीफा देने और फरवरी में कांग्रेस में शामिल होने के बाद टाउन बारदोवली सीट पर उपचुनाव हुआ था।
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भारतीय संघर्ष कर रहे हैं और प्रधानमंत्री उनका ध्यान भटकाने में व्यस्त : राहुल

नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें ‘ध्यान भटकाने की कला’ में ‘महारत’ हासिल है लेकिन इससे सर्वकालिक उच्च बेरोजगारी दर, 30 साल के उच्च थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) और भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के 17 अरब डॉलर के अवमूल्यन जैसी विपदाओं पर पर्दा नहीं डाला जा सकता।

उन्होंने कहा कि जब भारतीय संघर्ष कर रहे हैं, तब मोदी ध्यान भटकाने की अगली योजना बनाने में व्यस्त हैं।  पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्वीट किया, प्रधानमंत्री को ‘ध्यान भटाने की कला’ में हासिल महारत इन विपदाओं को छिपा नहीं सकता-डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 78 पर; एलआईसी का 17 अरब डॉलर का अवमूल्यन; डब्ल्यूपीआई मुद्रास्फीति 30 वर्ष के उच्चतम स्तर पर; बेरोजगारी दर सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर; डीएचएफएल द्वारा अब तक की सबसे बड़ी बैंक धोखाधड़ी।

राहुल अर्थव्यवस्था को संभालने के मोदी सरकार के तौर-तरीकों की अक्सर आलोचना करते आए हैं। उन्होंने केंद्र से युवाओं को रोजगार देने का आह्वान भी किया है।
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महाराष्ट्र सरकार को बचाने दिग्गजों ने झोंकी ताकत, शक्ति परिक्षण का सामना करेंगे उद्धव…

 मुंबई (छत्तीसगढ़ दर्पण)। शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे की बगावत के चलते संकट में घिरी महाराष्‍ट्र सरकार को बचाने के लिए दिग्‍गजों ने पूरी ताकत झोंक दी है। एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना में विद्रोह से उत्पन्न राजनीतिक संकट की वजह से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे इस्तीफा नहीं देंगे, बल्कि विधानसभा में शक्ति परीक्षण का सामना करेंगे। ‘मातोश्री’ (उद्धव का निजी निवास) पर शुक्रवार शाम उद्धव और राकांपा प्रमुख शरद पवार के बीच हुई बैठक में इस रणनीति पर सहमति बनी है।

दिग्‍गजों ने सरकार बचाने को बनाई यह रणनीति
शिवसेना सांसद संजय राउत की मौजूदगी में मातोश्री (ठाकरे निवास) पर हुई उच्‍च स्‍तरीय बैठक में सरकार बचाने के तौर-तरीकों पर मंथन हुआ। सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री और महाविकास अघाड़ी (एमवीए) के वरिष्ठ नेता इस मौके का इस्तेमाल विद्रोही नेताओं और उनके समर्थकों पर हमला करते हुए विधानमंडल के निचले सदन में अपना बहुमत साबित करने में करेंगे। जब भी ऐसा होगा तो उसका टेलीविजन पर सजीव प्रसारण किया जाएगा, लिहाजा दोनों पक्षों को एक दूसरे पर निशाना साधने का काफी समय मिलेगा।
 
पवार ने उद्धव को मनाया, नहीं मानेंगे आसानी से हार
सरकार अगर सदन में बहुमत हासिल करती है तो एमवीए पहले की अपेक्षा और अधिक मजबूत होकर उभरेगा और उद्धव ठाकरे उसके नायक होंगे। सूत्रों का कहना है कि 2019 में भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए एमवीए के गठन में अहम भूमिका निभाने वाले शरद पवार ने उद्धव ठाकरे को आसानी से हार नहीं मानने के लिए मना लिया है। उद्धव ने भी शुक्रवार को अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए ऐसी ही भावनाओं को व्यक्त किया।

निशाने पर होगी भाजपा
अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है कि सदन में भाजपा ही एमवीए का मुख्य निशाना होगी। मेल-मिलाप के प्रयास विफल हो जाने के बाद विद्रोही विधायकों पर उद्धव ठाकरे और उनके सहयोगियों के जुबानी हमले बढ़ गए हैं। दूसरी तरफ, भाजपा ने फैसला किया है कि वह मुख्य रूप से शिवसेना में असंतोष और एमवीए घटक दलों में अविश्वास को हथियार बनाएगी जिनकी वजह से इस विद्रोह की नौबत आई है।

उपाध्यक्ष का कानूनी पहलू पर मंथन
बैठक में शिवसेना नेताओं के अलावा राकांपा के अजीत पवार, जयंत पाटिल और प्रफुल्ल पटेल भी उपस्थित थे। ‘मातोश्री’ में जब यह बैठक चल रही थी तो विधानसभा उपाध्यक्ष नरहरि झिरवल ने महाधिवक्ता के साथ शिवसेना के उद्धव गुट द्वारा भेजे गए उस पत्र पर विचार-विमर्श किया जिसमें शिंदे गुट के 16 विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग की गई है।
 
पीठ में घोंपा छुरा : उद्धव
इस बैठक के बाद महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि कांग्रेस और एनसीपी हमारा समर्थन कर रहे हैं। शरद पवार और सोनिया गांधी ने भरोसा दिया है लेकिन हमारे ही लोगों ने हमारी पीठ में छुरा घोंपा है। हमने ऐसे लोगों को टिकट दिया जो जीत नहीं सकते थे। हमने उन्हें विजयी बनाया। उन लोगों ने हमसे विश्‍वासघात किया है।यह बैठक ऐसे वक्‍त में हुई जब शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने पार्टी के 38 विधायकों के समर्थन का दावा किया है।

शिंदे ने किया बड़ा दावा
शिंदे का कहना है कि शिवसेना के 40 समेत उन्‍हें कुल 50 विधायकों का समर्थन हासिल है। उनका गुट ही असल शिवसेना है इसिलिए उद्धव गुट की ओर से बागियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग गलत है। उन्हें और उनके समर्थकों को गीदड़भभकियों से नहीं डराया जा सकता है। वहीं राकांपा का कहना है कि वह मुख्यमंत्री के साथ खड़ी है।
 
शिंदे की हाई कोर्ट जाने की भी तैयारी
विधानसभा उपाध्यक्ष ने शिवसेना विधायक दल के नेता के तौर पर शिंदे को मान्यता और विद्रोही गुट द्वारा सुझाए गए मुख्य सचेतक की नियुक्ति को नकार दिया है। इस फैसले के खिलाफ शिंदे बांबे हाई कोर्ट में याचिका दाखिल करने की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि उन्हें शिवसेना के दो-तिहाई से ज्यादा विधायकों का समर्थन हासिल है और इस संबंध में उपाध्यक्ष का फैसला असंवैधानिक है। उन्होंने कहा कि उपाध्यक्ष तब तक कोई फैसला नहीं ले सकते जब तक उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लंबित है।

शिंदे गुट का विधानसभा उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस
शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट के 16 विद्रोही विधायकों को अयोग्य ठहराने संबंधी पत्र के एक दिन बाद शिंदे गुट ने शुक्रवार को विधानसभा उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दे दिया। यह नोटिस शिंदे गुट के निर्दलीय विधायक महेश बलदी और विनोद अग्रवाल ने दाखिल किया।
 
अनुच्छेद 179 का दिया हवाला
दाखिल नोटिस में संविधान के अनुच्छेद 179 और महाराष्ट्र विधानसभा के नियम 11 का हवाला दिया गया है। शिंदे गुट ने दावा किया कि जब तक उपाध्यक्ष के खिलाफ उन्हें हटाए जाने का प्रस्ताव लंबित है, उन्हें अपने समक्ष लंबित किसी भी आवेदन पर विचार करने का अधिकार नहीं है। अगर उपाध्यक्ष ने कोई भी कार्रवाई की तो यह सुप्रीम कोर्ट की अवमानना होगी।

आज शिवसेना राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक
सूत्रों के मुताबिक शिवसेना ने शनिवार को दोपहर 1 बजे मुंबई के सेना भवन में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। मुख्‍यमंत्री उद्धव ठाकरे वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए इस बैठक में शामिल होंगे।

डिप्टी स्पीकर का हटाने की योजना
वहीं सूत्रों की मानें तो शिवसेना के बागी विधायकों की बैठक में एक बड़ा फैसला लिया गया। बागी विधायकों ने डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल को हटाने का प्रस्ताव लेने की योजना बनाई है। बागी गुट के 46 विधायकों के हस्ताक्षर से प्रस्ताव तैयार करने पर काम हो रहा है।

अलर्ट पर महाराष्‍ट्र पुलिस
दूसरी ओर शिवसेना कार्यकर्ता में इस सियासी संकट को लेकर भारी आक्रोश है। शिवसेना कार्यकर्ता मुंबई में मातोश्री (ठाकरे निवास) के बाहर जमा हो गए हैं। शिवसैनिकों में पैदा हुए आक्रोश को देखते हुए महाराष्ट्र पुलिस ने सूबे के सभी पुलिस थानों, खासकर मुंबई के पुलिस थानों को हाई अलर्ट पर रहने का आदेश दिया है। समाचार एजेंसी एएनआइ की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस को सूचना मिली थी कि शिवसैनिक बड़ी संख्या में सड़कों पर उतर सकते हैं।

संजय राउत ने भी दिए फ्लोर टेस्‍ट के संकेत
शिवसेना नेता संजय राउत ने फ्लोर टेस्‍ट में जाने के संकेत दिए हैं। उन्‍होंने कहा- हम हार मानने वाले नहीं हैं। हम सदन के फ्लोर पर जीतेंगे। अगर यह लड़ाई सड़क पर हुई तो हम वहां भी जीतेंगे। उन्‍होंने यह भी कहा कि शिवसेना ने बागियों को वापस आने का मौका भी दिया था लेकिन अब वक्‍त निकल चुका है। संजय राउत के बयान से मालूम पड़ता है कि अब यह सियासी संकट फ्लोर टेस्‍ट की ओर बढ़ता नजर आ रहा है।

भाजपा ने कहा, वर्तमान राजनीतिक संकट से कोई लेना-देना नहीं
भाजपा ने शिवसेना में हुए विद्रोह में अपना कोई हाथ होने से फिर इन्कार किया है। महाराष्ट्र की भाजपा इकाई के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने शुक्रवार को जोर देकर कहा कि राज्य के वर्तमान राजनीतिक संकट में उनकी पार्टी की कोई भूमिका नहीं है। जब उनसे शरद पवार के उस बयान के बारे में पूछा गया जिसमें उन्होंने शिवसेना में विद्रोह के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया था, पाटिल ने कहा, ‘मुझे लगता है कि पवार और शिवसेना के संजय राउत ने बोलने की आजादी के अपने अधिकार का अधिक इस्तेमाल किया है।’ याद
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बाढ़ से प्रभावित हुए 33 लाख लोग, अभी भी डूबे हैं 155 गांव…

गुवाहाटी (छत्तीसगढ़ दर्पण)। असम में भारी वर्षा और बाढ़ से स्थिति विकट बनी हुई है। राज्य के 28 जिलों के 33 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। नागौन जिले के 155 गांव अब भी डूबे हुए हैं। घरों में पानी घुसने से लोग हाईवे के किनारे तंबू लगाकर रहने को मजबूर हैं।

नागौन के राहा विधानसभा क्षेत्र में करीब 1.42 लाख लोग बाढ़ की मार से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। उनके घर डूबे हुए हैं। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक सैकड़ों लोगों को अपना घर बार छोड़कर हाईवे व सड़कों के किनारे तंबू लगाकर रहना पड़ रहा है। पानी की निकासी नहीं होने से जल्द हालात सुधरने के आसार भी नहीं हैं। केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने बीते दिनों इलाके का दौरा कर हालात का जायजा लिया।
 
राहत शिविरों में लग रहे स्कूल
नागौन जिले में बच्चों को राहत शिविरों में ही प्री स्कूल गतिविधियां कराना पड़ रही हैं। एकीकृत बाल विकास सेवाओं के सुपरवाइजर एनडी डोले ने बताया कि स्कूल पूर्व की गतिविधियों में सुबह की प्रार्थना, व्यायाम, चित्रकला सिखाई जा रही है।

1126 शिविरों में रह रहे 2.65 लाख लोग
असम के आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार सभी 28 जिलों के 33 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। 2.65 लाख से ज्यादा लोग राहत शिविरों में रह रहे हैं। बाढ़ व वर्षाजन्य हादसों के कारण अब तक 118 लोगों की जान जा चुकी है।
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अब जहां चालान, वहीं जुर्माने का डिजिटल भुगतान…

 10 हजार POS मशीनों से लैस होगी ट्रैफिक पुलिस

लखनऊ (छत्तीसगढ़ दर्पण)। यूपी की यातायात पुलिस को हाईटेक बनाने की दिशा में ट्रैफिक निदेशालय ने एक कदम और आगे बढ़ाया है। इसके तहत अब वाहनों के चालान की रकम के लिए पोस (प्वाइंट ऑफ सेल) मशीन से मौके पर ही डिजिटल भुगतान की व्यवस्था की गई है। पूरे प्रदेश के सभी जिलों की ट्रैफिक पुलिस को करीब 10,000 पीओएस मशीनों से लैस किया जाएगा।

यह व्यवस्था लागू करने के लिए प्रथम चरण के लिए 2000 मशीनें आ गई हैं। इनमें से 50 लखनऊ ट्रैफिक पुलिस को मिली हैं, जिनका ट्रायल शुरू हो गया है। वर्तमान में चालान का जुर्माना एसपी ट्रैफिक अथवा डीसीपी ट्रैफिक कार्यालय या अन्य निर्धारित स्थानों पर ही जमा करने की सुविधा है।
 
चालान की रकम ऑनलाइन भी जमा की जा सकती है। और अब मौके पर ही डिजिटल पेमेंट की व्यवस्था की गई है। एडीजी ट्रैफिक और सड़क सुरक्षा अशोक कुमार सिंह ने बताया कि वाहन का चालान होने पर चौराहों के ट्रैफिक पुलिस बूथ पर पोस मशीन के जरिए डेबिट कार्ड अथवा क्यूआर कोड स्कैन करके भी चालान का डिजिटल पेमेंट किया जा सकेगा।

पुलिस को प्रशिक्षण देगा एसबीआई स्टाफ
अशोक कुमार ने बताया कि ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को पोस मशीन से डिजिटल पेमेंट कराने के प्रशिक्षण की जिम्मेदारी एसबीआई के स्टाफ को दी गई है। प्रदेश के विभिन्न जिलों में शनिवार को एसबीआई के कर्मचारी पुलिस को इसके टिप्स देंगे। इस मशीन के जरिए पुराने चालान भी जमा कराने की व्यवस्था की जा रही है। साथ ही पोस मशीनों को यूपीआई पेमेंट के लिए एक्टिवेट कराया जाएगा
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सीएम योगी का दो दिवसीय काशी दौरा, कानून व्यवस्था की करेंगे समीक्षा

वाराणसी (छत्तीसगढ़ दर्पण)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दो दिवसीय दौरे पर शनिवार को शाम चार बजे के बाद वाराणसी आएंगे। उनके आगमन की सूचना जिला प्रशासन के पास आ गई है। यहां मुख्यमंत्री सर्किट हाउस में जनप्रतिनिधियों संग संवाद करेंगे। इसके बाद जिले के विकास कार्यों और कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक करेंगे।
 
मुख्यमंत्री रात में एलटी कॉलेज स्थित अक्षय पात्र फाउंडेशन के मेगा किचेन का निरीक्षण करेंगे। इसके बाद सिकरौल स्थित चाइल्ड केयर सेंटर भी देखेंगे। बैठक और निरीक्षण के बाद मुख्यमंत्री कालभैरव और बाबा विश्वनाथ का दर्शन पूजन करेंगे। देर रात में लौटने के बाद मुख्यमंत्री सर्किट हाउस में विश्राम करेंगे। इसके बाद अगले दिन रविवार की सुबह मुख्यमंत्री सर्किट हाउस से सुल्तानपुर निकल जाएंगे।
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मोदी सहित 64 लोगों को एसआईटी की क्लीन चिट को चुनौती देने वाली याचिका खारिज

 नई दिल्ली  (छत्तीसगढ़ दर्पण)। उच्चतम न्यायालय ने 2002 के गुजरात दंगा मामले में राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और कई अन्य को विशेष जांच दल द्वारा बरी किये जाने के फैसले को चुनौती देने वाली याचिका आज खारिज कर दी। कांग्रेस के पूर्व सांसद एहसान जाफरी की पत्नी जकिया जाफरी ने यह याचिका दायर की थी।

न्यायाधीश न्यायमूर्ति ए.एम. खानविलकर, दिनेश माहेश्वरी और सी.टी. रवि कुमार ने इस मामले में विशेष मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट के उस आदेश को बरकरार रखा जिसमें विशेष जांच दल ने मामले की जांच को बंद करने की रिपोर्ट दी थी। शीर्ष अदालत ने याचिका खारिज करते हुए कहा कि यह सुनवाई योग्य नहीं है।
 
2002 में अहमदाबाद की गुलबर्ग सोसाइटी में मारे गए कांग्रेस के पूर्व सांसद एहसान जाफरी की पत्नी जकिया जाफरी ने विशेष जांच दल की उस रिपोर्ट को चुनौती दी थी जिसमें नरेन्द्र मोदी सहित 64 लोगों को मामले से बरी किया गया था।
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फर्टिलाइजर व कीटनाशकों के प्रयोग को कम करने के लिए निजी क्षेत्र भी सरकार के साथ जुडे़ : तोमर

 नई दिल्ली  (छत्तीसगढ़ दर्पण)। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि खेती में फर्टिलाइजर और  कीटनाशकों के प्रयोग को कम करने के लिए निजी क्षेत्र को भी सरकार के साथ जुड़ना चाहिए। श्री तोमर ने यह बात भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) द्वारा आयोजित 11वें एग्रोकेमिकल्स कान्क्लेव को सोलन (हिमाचल प्रदेश) से वर्चुअल संबोधित करते हुए कही।

श्री तोमर ने कहा कि हमारा देश कृषि प्रधान है और देश की अर्थव्यवस्था में कृषि का बहुत बड़ा योगदान है। “कृषि क्षेत्र में किसानों के लिए मुनाफा बहुत जरूरी है। उत्पादन में वृद्धि भी बहुत आवश्यक है। देश में दलहन और तिलहन की दृष्टि से अच्छा काम चल रहा है। यह भी जरूरी है कृषि के क्षेत्र में मुनाफा बढ़े तथा फसलोपरांत किसानों को होने वाला नुकसान न्यूनतम हो जिसके लिए कदम उठाने की जरूरत हैं।
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दिव्यांग बच्चे को बचाने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार की हुई सराहना

नई दिल्ली/रायपुर  (छत्तीसगढ़ दर्पण)। नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित केंद्रीय दिव्यांग सलाहकार बोर्ड की बैठक में छत्तीसगढ़ की समाज कल्याण विभाग की मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया ने शिरकत की। इस मौके पर बोर्ड के सदस्यों द्वारा बोरवेल में गिरे एक दिव्यांग बच्चे के प्रति संवेदनशीलता दिखाते हुए उसे बचाने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से की गयी पहल की सराहना की गयी। बैठक में मंत्री श्रीमती भेंड़िया ने जिला पुनर्वास केन्द्रों को जिला चिकित्सालय के अनुरूप विकसित करने, कोरोना से प्रभावित दिव्यांगजनों के ऋण माफ करने सहित अन्य मुद्दों की ओर बोर्ड का ध्यान आकर्षित कराया।

सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा आयोजित बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय मंत्री डॉ वीरेंद्र कुमार ने की। इस मौके पर विभिन्न राज्यों के मंत्री भी उपस्थित रहे।
 
बोर्ड की बैठक में मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया ने कहा कि जिला पुनर्वास केंद्र दिव्यांगजनों के सर्वांगीण विकास के लिए अत्यंत संवेदनशील एवं आवश्यक संस्थान है। इसे जिला चिकित्सालय के अनुरूप विकसित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा यदि केंद्र सरकार सहयोग देती है तो इसके लिए राज्य शासन निशुल्क भूमि और संसाधन उपलब्ध कराएगी।

बैठक में मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया ने दिव्यांगजनों से दबाव डाल कर ऋण की राशि वसूलने का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि कोविड जैसी आपदा में कई दिव्यांगजनों के रोजगार प्रभावित हुए हैं। नेशनल हैंडीकैप्ड फाइनेंशियल डेवलपमेंट कार्पोरेशन द्वारा राज्य एजेंसियों पर दबाव बनाकर राशि की वसूली की जा रही है। ऐसे प्रकरण में उन्होंने ऋण राशि समाप्त किए जाने की मांग की।

मंत्री श्रीमती भेंड़िया ने जानकारी दी कि दिव्यांगजनों के लिए सार्वजनिक स्थलों को सुगम बनाने के लिए प्रदेश की राजधानी में 100 से अधिक सार्वजनिक भवनों को बाधा रहित बनाया गया है। तथा नया रायपुर को दिव्यांगजनों के लिए पूर्णत बाधारहित विकसित किया गया है।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकारों के साथ विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए राज्य शासन के समन्वय से अधिक से अधिक कार्यशालाओं का आयोजन कराया जाये ताकि प्रदेश के दिव्यांगजनों को इसका अधिक लाभ मिल सके। बैठक में छत्तीसगढ़ से समाज कल्याण विभाग के अधिकारी राजेश तिवारी सहित अन्य शामिल थे
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विपश्‍यना को दिनचर्या का हिस्‍सा बनाएं : प्रो. चंद्रकांत रागीट

हिंदी विश्‍वविद्यालय में ‘बौद्ध साधना में विपश्‍यना’ विषय पर विशिष्ट व्याख्यान

वर्धा (छत्तीसगढ़ दर्पण)। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्‍वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योग सप्ताह के अंतर्गत डॉ. भदंत आनंद कौसल्‍यायन बौद्ध अध्‍ययन केंद्र द्वारा 23 जून को सम्मिश्र पद्धति से ‘बौद्ध साधना में विपश्‍यना’ विषय पर आयोजित विशिष्ट व्याख्यान में अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए प्रतिकुलपति प्रो. चंद्रकांत रागीट ने कहा कि विपश्‍यना एक आसान योग प्रक्रिया है, हमें इसे अपनी दिनचर्या का हिस्‍सा बनाना चाहिए।

विश्‍वविद्यालय के तुलसी भवन स्थित महादेवी वर्मा सभागार में संबोधित करते हुए प्रो. रागीट ने कहा कि योग किताबों पढ़ने से नहीं बल्कि नियमित प्रयोग से सीखा जा सकता है। विपश्‍यना की खोज स्‍वयं तथागत बुद्ध ने की है और उन्‍होंने इसे आसान तरीके से जनसामान्‍य के लिए सुलभ बनाया है।
 
विशिष्ट अतिथि नव नालंदा महाविहार, नालंदा के पाली विभाग के अध्‍यक्ष प्रो. राम नक्षत्र प्रसाद ने बौद्ध साधना में विपश्‍यना की चर्चा करते हुए कहा कि प्रज्ञा ही विपश्‍यना है। इस साधना में आनापान सति की प्रक्रिया निहित है। उन्‍होंने विपश्‍यना योग पद्धति और बौद्ध साधना में उसके महत्‍व पर‍ विस्‍तार से प्रकाश डाला।

स्वागत वक्तव्य संस्‍कृति विद्यापीठ के पूर्व अधिष्‍ठाता प्रो. नृपेंद्र प्रसाद मोदी ने दिया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. भदंत आनंद कौसल्‍यायन बौद्ध अध्‍ययन केंद्र के सहायक प्रोफसर डॉ. कृष्‍ण चंद पाण्‍डेय ने किया तथा आभार केंद्र के सहायक प्रोफेसर डॉ. राकेश फकलीयाल ने ज्ञापित किया। मंगलाचरण भदन्‍त नागरतन ने प्रस्तुत किया। इस अवसर पर लंदन की मूल निवासी तथा चंद्रमौलि फाउंडेशन, वाराणसी की सहसंस्थापक, प्रख्यात संस्कृत साधक डॉ. लूसी गेस्ट (दिव्यप्रभा), डॉ. सुरजीत कुमार सिंह, डॉ. हिमांशू शेखर, डॉ. रूपेश कुमार सिंह, डॉ. वरूण कुमार उपाध्‍याय सहित केंद्र के शोधार्थी एवं विद्यार्थी प्रत्‍यक्षत: तथा आभासी माध्‍यम से जुड़े थे।
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एनडीए ने अनुसुइया उइके को क्यों नहीं बनाया राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार, सीएम बघेल ने किया खुलासा…

रायपुर/नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके भी एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने के लिए कोशिश कर रही थी। लेकिन उनकी पृष्ठभूमि कांग्रेस की थी और कांग्रेस के पहले विधायक थी इसलिए उन्हें मौका नहीं मिला। ज्ञात हो कि एनडीए (राष्‍ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन) ने झारखंड की पूर्व राज्‍यपाल द्रौपदी मुर्मू को राष्‍ट्रीय पद का उम्‍मीदवार बनाया है। तमाम गैर एनडीए दलों के समर्थन के कारण उनका राष्‍ट्रपति बनना तय माना जा रहा है।

अगर वह राष्‍ट्रपति पद के लिए चुनी जाती हैं तो वह पहली आदिवासी और दूसरी महिला राष्‍ट्रपति होंगी। द्रौपदी मुर्मू के नाम की घोषणा से पहले तमाम नामों को लेकर संभावना जताई जा रही थी, जिनमें अनुसुइया उइके, आनंदी बेन पटेल, आरिफ मोहम्‍मद खान, मुख्‍तार अब्‍बास अंसारी का नाम शामिल था।
 
विपक्षी सरकारों में तोड़फोड़
भूपेश बघेल ने कहा कि भाजपा बर्दाश्त नहीं कर पा रही है कि विपक्ष की सरकार चले और इसलिए वो तोड़फोड़ करने में लगे हुए हैं। वह पहले गुजरात और फिर असम गए…पर्दे के पीछे यही लोग हैं, ये लोग लगातार कर्नाटक,राजस्थान और मध्य प्रदेश में लगे हुए हैं।

भाजपा को सिर्फ राहुल गांधी और कांग्रेस से खतरा
भूपेश बघेल ने कहा कि भाजपा को सिर्फ कांग्रेस और राहुल गांधी से खतरा है। उन्होंने केंद्र पर छत्तीसगढ़ सरकार को अस्थिर करने का आरोप भी दोहराया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। भाजपा देश में आरक्षण और नौकरी खत्म कर देना चाहती है। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी की मौजूदगी में बघेल ने कहा कि नेशनल हेराल्ड मामले में कार्रवाई के नाम पर ईडी द्वारा राहुल गांधी को प्रताड़ि‍त किया जा रहा है।
 
ईडी की कार्रवाई और अग्निपथ योजना के विरोध में कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए सीएम बघेल ने कहा कि युवा देश में बनी स्थिति देख रहे हैं। केंद्र की सरकार कांग्रेस से डरी हुई है। कार्यकर्ताओं को अपने कार्यालय जाने से रोका जा रहा है। राहुल गांधी ही किसानों, नौजवानों, दलितों की लड़ाई लड़ते हैं, इसीलिए उनकी आवाज को केंद्र की भाजपा सरकार दबाना चाहती है।
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हम ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में 46वें स्थान पर है और लगातार सुधार कर रहे : मोदी

नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के नए परिसर ‘वाणिज्य भवन’ और NIRYAT पोर्टल का उद्घाटन किया। इस मौके पर केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल भी मौजूद रहे। इस दौरान पीएम मोदी ने अपना संबोधन भी दिया। पीएम मोदी ने कहा कि इन दोनों परियोजनाओं का लक्ष्य सरकारी कामों में तेजी लाने का है।  उन्होंने कहा कि सरकार के प्रोजेक्ट्स बरसों तक लटके नहीं, समय पर पूरे हों, सरकार की योजनाएं अपने लक्ष्यों तक पहुंचे, तभी देश के टैक्सपेयर का सम्मान है। अब तो पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान के रूप में हमारे पास एक आधुनिक प्लेटफॉर्म भी है।

पीएम मोदी ने कहा कि वाणिज्य भवन इस कालखंड में कॉमर्स के क्षेत्र में हमारी उपलब्धियों की भी निशानी है। मुझे याद है, शिलान्यास के समय मैंने इनोवेशन और ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में सुधार की ज़रूरत पर बल दिया था। आज हम ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में 46वें स्थान पर है और लगातार सुधार कर रहे हैं। ये दोनों व्यापार एवं वाणिज्य से जुड़ी हमारी शासन-विधि में साकारत्मक बदलाव और आत्मनिर्भर भारत की हमारी आकांक्षा को बतलाती है।वाणिज्य भवन के शिलान्यास के दिन हमने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में सुधार की जरूरतों पर चर्चा की थी। आज जब इस भवन का लोकार्पण हो रहा है तब तक 32 हजार से अधिक अनावश्यक कंप्लायंसिस को हटाया जा चुका है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले साल देश ने तय किया था कि हर चुनौती के बावजूद 400 बिलियन डॉलर यानि 30 लाख करोड़ रुपए के मर्चेंडाइज एक्सपोर्ट का पड़ाव पार करना है। हमने इसको भी पार करते हुए 418 बिलियन डॉलर यानि 31 लाख करोड़ रुपए के एक्सपोर्ट का नया रिकॉर्ड बनाया है।
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कांग्रेस कार्यसमिति में कुमारी सैलजा और अभिषेक मनु सिंघवी बने सदस्य…

कांग्रेस कार्यसमिति में कुमारी सैलजा और अभिषेक मनु सिंघवी बने सदस्य…

नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। एआईसीसी राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कांग्रेस कार्य समिति में नई नियुक्तियां की हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा और कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी को कांग्रेस कार्य समिति का सदस्य बनाया गया है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को कार्य समिति का विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया है।

पार्टी के संगठन महासचिव के.सी. वेणुगोपाल की ओर से गुरुवार को जारी एक बयान के अनुसार, यूपी कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को कार्य समिति का विशेष आमंत्रित सदस्य और पूर्व केंद्रीय मंत्री टी सुब्बारामी रेड्डी को स्थायी आमंत्रित सदस्य बनाया है।

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने ये नियुक्तियां की हैं। सोनिया गांधी की करीबी माने जाने वाली सैलजा कुछ सप्ताह पहले तक हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष थीं। वहीं, सिंघवी मशहूर वकील होने के साथ ही पिछले कई सालों से कांग्रेस के प्रवक्ता की भूमिका निभा रहे हैं। वह राज्यसभा सदस्य भी हैं।

 
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कोरोना अपडेट : 24 घंटों में 13 हजार नए मामले, 38 मौत

नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। देश में कोरोना मामलों में एक दिन बाद फिर इजाफा देखने को मिला है। बीते 24 घंटों में 13,313 नए कोरोना मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार इस दौरान 10,972 लोग ठीक हुए हैं और 38 लोगों की मौत हुई है। बता दें कि कई दिनों बाद मौत का आंकड़ा 30 के पार गया है। इसके साथ ही देश में कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 5,24,941 हो गई है।

कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच एक्टिव केस में भी इजाफा देखने को मिल रहा है। 24 घंटे के दौरान एक्टिव केसों में 2,303 मामलों की वृद्धि दर्ज की गई है। अब कुल एक्टिव केस 83,990 हो गए हैं। वहीं इसी के साथ दैनिक सकारात्मकता दर भी बढ़कर 2.03 फीसद हो गई है।

केरल में हुई सबसे ज्यादा मौत
बता दें कि बीते 24 घंटों में 38 नए मौत के आंकड़े में केरल के 20, उत्तर प्रदेश के चार, दिल्ली और महाराष्ट्र के तीन-तीन, पंजाब और पश्चिम बंगाल के दो-दो और हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और मिजोरम के एक-एक व्यक्ति शामिल हैं।

गौरतलब है कि देश में अब तक कुल मौतों में महाराष्ट्र से 1,47,892, केरल से 69,917, कर्नाटक से 40,113, तमिलनाडु से 38,026, दिल्ली से 26,242, उत्तर प्रदेश से 23,532 और पश्चिम बंगाल से 21,212 मौतें शामिल हैं।

मनसुख मंडाविया लेंगे बैठक
देश में बढ़ते कोरोना मामलों के चलते केंद्र सरकार हरकत में आ गई है। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया गुरुवार को विशेषज्ञों की कोर टीम के साथ एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे। इससे पहले 13 जून को मंडाविया ने टीकाकरण अभ्यास हरघर दस्तक 2.0 अभियान की प्रगति की समीक्षा के लिए स्वास्थ्य मंत्रियों और राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक बैठक की अध्यक्षता की थी।

बैठक में टीकाकरण अभियान पर भी चर्चा की जाएगी। बता दें कि राष्ट्रव्यापी कोरोना टीकाकरण अभियान के तहत अब तक देश में कोविड वैक्सीन की 196.62 करोड़ खुराक दी जा चुकी है।
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नोएडा से गिरफ्तार हुआ रेलवे इंजन चोरी का मास्टरमाइंड, ऐसे मिली आरपीएफ को सफलता…

समस्तीपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। समस्तीपुर रेल मंडल के पूर्णिया कोर्ट स्टेशन के समीप से स्टीम इंजन स्क्रैप चोरी मामले में आरपीएफ को लंबे समय के बाद बड़ी सफलता मिली है। इस मामले में मुख्य आरोपित सीनियर सेक्शन इंजीनियर राजीव रंजन झा को नोएडा से गिरफ्तार किया गया है। आरपीएफ आईजी एस मयंक ने बताया कि इंजीनियर को नोएडा से गिरफ्तार किया गया। आरोपी को न्यायालय में पेशी के उपरांत जेल भेजा जाएगा।


विदित हो कि इस मामले में हेल्पर सुशील यादव ने पूर्व में खगड़िया रेलवे न्यायालय में आत्मसमर्पण किया था। आरपीएफ द्वारा उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ करने के उपरांत कई सुराग मिले थे। हालांकि इस मामले में संवेदक पंकज कुमार ढनढ़निया अब भी फरार चल रहा है। छापेमारी के बाद भी लंबे समय तक गिरफ्तार नहीं होने पर आरपीएफ ने आगे की कार्रवाई के लिए खगड़िया रेलवे न्यायालय को फरार घोषित किया था। इसके बाद आरपीएफ ने उसके घर पर इश्तेहार चस्पा किया था। गिरफ्तारी या समर्पण नहीं करने पर तीनों के खिलाफ आरपीएफ कुर्की-जब्ती की कार्रवाई की जानी है।

एसएसई समेत सात के खिलाफ दर्ज की गई थी प्राथमिकी
समस्तीपुर रेल मंडल के पूर्णिया कोर्ट स्टेशन के समीप वर्षों से खड़ी स्टीम इंजन के स्क्रैप को सीनियर सेक्शन इंजीनियर ने स्क्रैप माफिया से बेच दिया। इसमें आरपीएफ दारोगा की मिलीभगत भी उजागर हुई थी। पूरे मामले का खुलासा होने के बाद रेल महकमा में हड़कंप मच गया था। लोको डीजल शेड के डिवीजनल मैकेनिकल इंजीनियर (डीएमई) का फर्जी कार्यालय आदेश दिखाकर पूर्णिया कोर्ट स्टेशन के समीप वर्षों से खड़ी छोटी लाइन का पुराना वाष्प इंजन (स्टीम इंजन) स्क्रैप माफिया से बेच दिया गया। पूरे मामले का खुलासा नहीं हो इसके लिए डीजल शेड पोस्ट पर कार्यरत आरपीएफ दारोगा की मिलीभगत से शेड के आवक रजिस्टर पर एक पिकअप वैन के स्क्रैप के अंदर प्रवेश करने संबंधी इंट्री भी करवा दी, लेकिन आन ड्यूटी सिपाही संगीता कुमारी ने इसकी शिकायत कर दी। इसके बाद पूरे मामले का जांच कराने के बाद इंजन बेचने का पर्दाफाश हो गया। पूर्णिया कोर्ट स्टेशन के आरपीएफ दारोगा एमएम रहमान के बयान पर मंडल के बनमनकी पोस्ट पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इसमें रेलवे इंजीनियर राजीव रंजन झा, हेल्पर सुशील यादव समेत सात लोगों को आरोपी बनाया गया था। अनुसंधान के क्रम में आरपीएफ ने इस मामले में स्क्रैप ठेकेदार नीरज ढनढानिया, मुंशी राम पदार्थ शर्मा और ट्रक ड्राइवर शिशुपाल सिंह को गिरफ्तार किया था। वहीं हेल्पर सुशील यादव ने न्यायालय में आत्मसमर्पण किया था।

महिला सिपाही ने स्क्रैप नहीं पहुंचने पर की शिकायत
14 दिसंबर 2021 को समस्तीपुर डीजल शेड के इंजीनियर राजीव रंजन झा, हेल्पर सुशील यादव के साथ पूर्णिया कोर्ट स्टेशन के पास वर्षों से खड़ी पुराने स्टीम इंजन को गैस कटर से कटवा कर समस्तीपुर लोको शेड में भेजना था। पूर्णिया आउट पोस्ट प्रभारी एमएम रहमान ने रोका तो इंजीनियर ने डीजल शेड के डीएमई का पत्र दिखाते हुए आरपीएफ को लिखित रूप से मेमो दिया कि इंजन का स्क्रैप वापस डीजल शेड ले जाना है। अगले दिन सिपाही संगीता ने स्क्रैप लोड ट्रक के प्रवेश की इंट्री देखी, लेकिन स्क्रैप नहीं पहुंचने पर संगीता ने इसकी जानकारी अधिकारियों को दी। जिसके बाद पूरे मामले का पर्दाफाश हुआ था।
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एनडीए से द्रौपदी मुर्मू होंगी राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार, नड्डा ने किया एलान

नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। राष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए ने उम्मीदवार का एलान कर दिया है। मंगलवार को भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में द्रौपदी मुर्मू के नाम पर सहमति बनी। ओडिशा की रहने वाली द्रौपदी मुर्मू इससे पहले झारखंड की पहली महिला आदिवासी राज्यपाल भी रह चुकी हैं। उनकी उम्र 64 साल है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मुर्मू के नाम का एलान करते हुए कहा कि इस बार पार्टी नेताओं के बीच राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए 20 नामों पर चर्चा हुई। इसमें तय हुआ कि इस बार चुनाव के लिए पूर्वी भारत से कोई, महिला और आदिवासी होना चाहिए।

आज शाम को ही भाजपा मुख्यालय में हुई बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शिरकत की। इस बैठक में राष्ट्रपति चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार के नाम पर मंथन किया गया। पार्टी मुख्यालय में हुई इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित संसदीय बोर्ड के अन्य सदस्य शामिल हुए हैं।
 
भाजपा संसदीय बोर्ड की महत्वपूर्ण बैठक से पहले गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने मंगलवार को उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि एम वेंकैया नायडू को राष्ट्रपति चुनाव में भाजपा उम्मीदवार बनाने के बारे में विचार कर रहाी है। नायडू के साथ शाह, सिंह और नड्डा की मुलाकात इसलिए अहम हो जाती है क्योंकि आज ही भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक होने वाली है।

गौरतलब है कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी दलों ने संयुक्त उम्मीदवार के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा के नाम की घोषणा की है। वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है। अगले राष्ट्रपति के निर्वाचन के लिए 18 जुलाई को मतदान किया जाएगा। साथ ही राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया जारी है। 29 जून नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि है।
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सीएम सरमा की पत्नी ने मनीष सिसोदिया के खिलाफ ठोका मानहानि का मुकदमा…

वर्धा (छत्तीसगढ़ दर्पण)। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय में योग सप्ताह के अंतर्गत दर्शन एवं संस्कृति विभाग की ओर से 21 जून को ‘योग की भारतीय परंपराएं’ विषय पर आयोजित विशिष्ट व्याख्यान में लंदन की मूल निवासी तथा चंद्रमौलि फाउंडेशन, वाराणसी की सहसंस्थापक, प्रख्यात संस्कृत साधक डॉ. लूसी गेस्ट (दिव्यप्रभा) ने कहा कि योग मोह से मुक्त करने का रास्ता है। स्वयं को पहचाना ही योग की भारतीय परंपरा है।

योग दिवस की संध्या पर महादेवी वर्मा सभागार में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्‍वविद्यालय के कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल ने की। योग मिशन इंग्लैंड की संस्थापक डॉ. लूसी गेस्ट ने अत्यंत सरल और सहज हिंदी में दिये वक्तव्य में वेद, उपनिषद, रामायण और महाभारत के अनेक संदर्भ देते हुए योग की महत्ता और योग प्रसार में भारत के योगदान की चर्चा की। उन्होंने कहा कि भारत प्रकाश से भरा हुआ, विद्या से युक्त देश है। पतंजलि के योग विचार का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि योग एक वैज्ञानिक प्रक्रिया है। यह हजारों वर्ष पुराना है परंतु आज भी नया व उपयोगी है। योग भारतीय ऋषि मुनियों की देन है। इसके महत्व के कारण आज दुनिया के हर देश में योग शब्द प्रचलित हुआ है।

कार्यक्रम में अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल ने कहा कि योग मनुष्य को कर्मवान बनाने का काम करता है। सभी साधना, उपासना और आस्था परंपराओं में समान रूप से उपस्थित योग को समग्रता में देखने की जरूरत है। हमारे सभी धर्म शांति और स्थिरता तलाशने की बात करते हैं, जिनके केंद्र में योग है।

स्वागत एवं परिचय वक्तव्य में प्रतिकुलपति प्रो. हनुमान प्रसाद शुक्ल ने कहा कि इंग्लैंड में जन्मी डॉ. लूसी गेस्ट विशेष परिस्थितियों में भारत आयी। अंग्रेजी मातृभाषी लूसी का भारतीय नाम दिव्यप्रभा है। उन्होंने भारत आने के बाद प्राथमिक स्तर से उच्च स्तर तक संस्कृत का अध्ययन किया तथा वाराणसी विश्‍वविद्यालय से संस्कृत व्याकरण में विद्यावाचस्पति की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने भारत और इंग्लैंड की कई संस्थाओं को अपना मौलिक योगदान दिया है। संपूर्ण जीवन योग के लिए समर्पित करने वाली लूसी प्रेरणा पुंज की तरह है। कार्यक्रम का संचालन दर्शन एवं संस्कृति विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. सूर्य प्रकाश पाण्डेय ने किया तथा आभार प्रतिकुलपति प्रो. चंद्रकांत रागीट ने ज्ञापित किया। इस अवसर पर अध्यापक, शोधार्थी एवं विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
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मोह से मुक्त होना ही योग है : डॉ. लूसी गेस्ट

वर्धा (छत्तीसगढ़ दर्पण)। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय में योग सप्ताह के अंतर्गत दर्शन एवं संस्कृति विभाग की ओर से 21 जून को ‘योग की भारतीय परंपराएं’ विषय पर आयोजित विशिष्ट व्याख्यान में लंदन की मूल निवासी तथा चंद्रमौलि फाउंडेशन, वाराणसी की सहसंस्थापक, प्रख्यात संस्कृत साधक डॉ. लूसी गेस्ट (दिव्यप्रभा) ने कहा कि योग मोह से मुक्त करने का रास्ता है। स्वयं को पहचाना ही योग की भारतीय परंपरा है।

योग दिवस की संध्या पर महादेवी वर्मा सभागार में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्‍वविद्यालय के कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल ने की। योग मिशन इंग्लैंड की संस्थापक डॉ. लूसी गेस्ट ने अत्यंत सरल और सहज हिंदी में दिये वक्तव्य में वेद, उपनिषद, रामायण और महाभारत के अनेक संदर्भ देते हुए योग की महत्ता और योग प्रसार में भारत के योगदान की चर्चा की। उन्होंने कहा कि भारत प्रकाश से भरा हुआ, विद्या से युक्त देश है। पतंजलि के योग विचार का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि योग एक वैज्ञानिक प्रक्रिया है। यह हजारों वर्ष पुराना है परंतु आज भी नया व उपयोगी है। योग भारतीय ऋषि मुनियों की देन है। इसके महत्व के कारण आज दुनिया के हर देश में योग शब्द प्रचलित हुआ है।

कार्यक्रम में अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल ने कहा कि योग मनुष्य को कर्मवान बनाने का काम करता है। सभी साधना, उपासना और आस्था परंपराओं में समान रूप से उपस्थित योग को समग्रता में देखने की जरूरत है। हमारे सभी धर्म शांति और स्थिरता तलाशने की बात करते हैं, जिनके केंद्र में योग है।

स्वागत एवं परिचय वक्तव्य में प्रतिकुलपति प्रो. हनुमान प्रसाद शुक्ल ने कहा कि इंग्लैंड में जन्मी डॉ. लूसी गेस्ट विशेष परिस्थितियों में भारत आयी। अंग्रेजी मातृभाषी लूसी का भारतीय नाम दिव्यप्रभा है। उन्होंने भारत आने के बाद प्राथमिक स्तर से उच्च स्तर तक संस्कृत का अध्ययन किया तथा वाराणसी विश्‍वविद्यालय से संस्कृत व्याकरण में विद्यावाचस्पति की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने भारत और इंग्लैंड की कई संस्थाओं को अपना मौलिक योगदान दिया है। संपूर्ण जीवन योग के लिए समर्पित करने वाली लूसी प्रेरणा पुंज की तरह है। कार्यक्रम का संचालन दर्शन एवं संस्कृति विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. सूर्य प्रकाश पाण्डेय ने किया तथा आभार प्रतिकुलपति प्रो. चंद्रकांत रागीट ने ज्ञापित किया। इस अवसर पर अध्यापक, शोधार्थी एवं विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
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