हिंदुस्तान

अयोध्या में सूर्य की किरणों से रामलला का हुआ सूर्याभिषेक

अयोध्या: अयोध्या में राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह पहली रामनवमी है। इसीलिए यह रामनवमी खास और ऐतिहासिक है। आज रामलला के मस्तक पर सूर्य की किरणों से सूर्याभिषेक हुआ। इस मौके पर विशेष पूजा अर्चना की गई। रामनवमी के असवर पर भगवान रामलला का सूर्याभिषेक किया गया। सूर्य की किरणों से रामलला का सूर्याभिषेक किया गया।

राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने कहा, रामलला को छप्पन भोग लगाया गया। आज रामनवमी का मेला है। भक्त प्रार्थना कर रहे हैं और आज सब कुछ विशेष है। उन्होंने बताया कि सूर्य तिलक के साथ ही रामलला का जन्म हो गया। मंदिर में आरती की गई। सूर्य तिलक के बाद कुछ देर के लिए रामलला का पट बंद कर दिया गया।

इससे पहले जगद्गुरु राघवाचार्य ने 51 कलशों से भगवान रामलला का अभिषेक किया।

और भी

अमित शाह ने छिंदवाड़ा में राम मंदिर में किए दर्शन

छिंदवाड़ा: मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के प्रवास पर पहुंचे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रामनवमी के मौके पर बुधवार को यहां के ऐतिहासिक राम मंदिर में दर्शन किए। इस प्रवास के दौरान जहां उनका रोड शो हुआ, वहीं उन्होंने पार्टी के नेताओं को जीत का मंत्र भी दिया।

केंद्रीय मंत्री अमित शाह बुधवार को रामनवमी के अवसर पर छिंदवाड़ा में ऊंट खाना स्थित राम मंदिर पहुंचे और दर्शन किए। यह ऐतिहासिक और लगभग 400 साल पुराना मंदिर है और इसका शंकराचार्य से करीबी नाता रहा है। केंद्रीय गृहमंत्री मंगलवार की शाम छिंदवाड़ा पहुंचे थे। उनका यहां ऐतिहासिक रोड शो हुआ।

इस रोड शो को लेकर शाह भी संतुष्ट नजर आए और उन्होंने अपने एक्स पर भी लिखा, "छिंदवाड़ा रोड शो का जोश और उत्साह भाजपा की प्रचंड जीत का संदेश दे रहा है। इस अपार स्नेह और समर्थन के लिए छिंदवाड़ा की जनता का हृदय से आभार।"

भाजपा सूत्रों का कहना है कि रोड शो के बाद अमित शाह ने भाजपा के प्रमुख नेता मुख्यमंत्री मोहन यादव, प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा, प्रदेश के चुनाव प्रभारी महेंद्र सिंह, क्लस्टर प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय के साथ बंद कमरे में काफी देर चर्चा की। चर्चा में उन्होंने छिंदवाड़ा की वर्तमान स्थिति की समीक्षा करने के साथ कुछ हिदायत दी और नई रणनीति पर काम करने की भी बात कही।

और भी

अधिकाधिक मतदान के लिये करें हर जरूरी उपाय : राजन

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कलेक्टर्स, स्वीप के जिला नोडल एवं नगर निगम आयुक्तों को मतदान प्रतिशत बढ़ाने के निर्देश दिये

भोपाल: मतदाता जागरुकता गतिविधियों में और तेजी लायें। हर जरूरी उपाय कर मतदाताओं को मतदान केन्द्र तक लाने के लिये जागरुक करें तथा अधिकाधिक मतदान सुनिश्चित करायें। प्रयास यह हो कि लोकसभा निर्वाचन में मतदान का प्रतिशत विधानसभा निर्वाचन से अधिक ही हो। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने मंगलवार को सभी कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारियों, स्वीप के जिला नोडल अधिकारियों तथा प्रदेश के सभी नगर निगमों के आयुक्तों को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये यह निर्देश दिये। श्री राजन ने कहा कि मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिये ऐसी आकर्षक गतिविधियां आयोजित करें, जिससे मतदाता वोट करने के लिये स्वत: प्रेरित हों।

 

 

और भी

यूपीएससी-2023 का रिजल्ट जारी

नई दिल्ली: संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने सिविल सेवा परीक्षा 2023 का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया है। अभ्यर्थी अपना परिणाम यूपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in पर चेक कर सकते हैं। परीक्षा में आदित्य श्रीवास्तव ने टॉप किया है। अनिमेष प्रधान दूसरे, दोनुरु अनन्या रेड्डी तीसरे, पीके सिद्धार्थ रामकुमार चौथे और रुहानी 5वें पायदान पर रहे।

आईएएस, आईएफएस और आईपीएस समेत 1143 वैकेंसी के लिए 1016 अभ्यर्थियों की नियुक्ति की सिफारिश की गई है। इनमें से 347 जनरल कैटेगरी के हैं। 115 ईब्ल्यूएस, 303 ओबीसी, 165 एससी, 86 एसटी कैटेगरी के हैं। 355 अभ्यर्थियों का रिजल्ट प्रोविजनल रखा गया है।

परीक्षार्थियों के मार्क्स रिजल्ट की घोषणा के करीब 15 दिन बाद जारी किए जाएंगे। 9 अप्रैल तक यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के इंटरव्यू चले थे। इंटरव्यू राउंड की शुरुआत 2 जनवरी से हुई थी। मुख्य परीक्षा में सफल होने वाले लगभग 2846 उम्मीदवारों को इंटरव्यू के लिए बुलाया गया था। यूपीएससी ने सिविल सेवा परीक्षा 2023 के तहत आईएएस, आईपीएस समेत सर्विसेज में 1143 पदों पर भर्ती निकाली थी। इसमें आईएएस के 180, आईपीएस के 200, आईएफएस के 37 के पद थे।

और भी

सिंधिया ने नामांकन से पहले हनुमान मंदिर में की पूजा

भोपाल: तीसरे चरण के मतदान को लेकर नामांकन पत्र जमा करने की शुरूआत 12 अप्रैल से हो चुकी है। केंद्रीय मंत्री और गुना-शिवपुरी सीट से भाजपा प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री व राजगढ़ सीट से कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह मंगलवार को यानी आज अपना नामांकन दाखिल करेंगे। केंद्रीय मंत्री सिंधिया शिवपुरी कलेक्ट्रेट में अपना नामांकन फार्म भरेंगे। इस मौके पर मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, लालसिंह आर्य आदि साथ होंगे। इसके साथ ही बड़ी संख्या में समर्थकों के भी मौजूद रहने की संभावना है। मंगलवार सुबह सिंधिया ने टेकरी स्थित हनुमान मंदिर में पहुंचकर पूजा-अर्चना की और बजरंगबली के दरबार में मत्था टेका। मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद सिंधिया ने मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा कि जनसेवा का संकल्प आज हम सब ले रहे हैं। क्षेत्र के विकास के लिए, प्रदेश के विकास के लिए और देश के विकास के लिए। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आज भारत विकास पथ पर अग्रसर हो चुका है। केंद्रीय मंत्री सिंधिया गुना से विशाल काफिले के साथ 12.45 बजे शिवपुरी के लिए रवाना होंगे, जहां नामांकन पत्र दाखिले के बाद पोलो ग्राउंड पर 2.15 बजे जनसभा होगी। सिंधिया सोमवार की रात्रि गुना पहुंचे थे, जहां उन्होंने पहले गुरुद्वारा साहब पहुंचकर मत्था टेका। इसके बाद जैन मंदिर पहुंचे। इस दौरान जैन समाज के लोगों से मुलाकात कर रात्रि विश्राम गुना में ही किया। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा आज मंगलवार को साधारण तरीके से पहुंचकर नामांकन पत्र जमा करेंगे। वह सिर्फ चार लोगों प्रस्तावक, जिला कांग्रेस अध्यक्ष, लोकसभा प्रभारी व वकील के साथ निर्वाचन अधिकारी के समक्ष पहुंचकर अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। उन्होंने कांग्रेसजनों से राजगढ़ में भीड़ नहीं लगाने का भी आव्हान किया है। नामांकन पत्र जमा करने के बाद वह भैंसवा माता मंदिर पहुंचेगे। वहां पर पूजन-अर्चना कर दर्शन करेंगे। राजगढ़ सीट से भाजपा प्रत्याशी रोडमल नागर ने सोमवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था।

और भी

फ्लाइंग स्क्वाड ने ली राहुल के हेलीकॉप्टर की तलाशी

 चेन्नई: तमिलनाडु के नीलगिरी में चुनाव आयोग के अधिकारियों ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के हेलीकॉप्टर की तलाशी ली। पुलिस ने बताया कि हेलीकॉप्टर के यहां उतरने के बाद फ्लाइंग स्क्वाड के अधिकारियों ने तलाशी ली। राहुल अपने संसदीय क्षेत्र केरल के वायनाड जा रहे थे, जहां वे सार्वजनिक रैली सहित कई चुनावी अभियानों में हिस्सा लेने वाले हैं।


तमिलनाडु के सीमावर्ती क्षेत्र नीलगिरी जिले में राहुल गांधी ने कला एवं विज्ञान कॉलेज के छात्रों से मुलाकात की। इसके बाद वे सड़क मार्ग से केरल के सुल्तान बाथेरी पहुंचे। यहां राहुल ने खुली छत वाली कार में बैठकर लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। सैकड़ों लोग उनके रोड शो में शामिल हुए। बता दें कि वायनाड निर्वाचन क्षेत्र में उनका सामना सीपीआई नेता एनी राजा और भाजपा उम्मीदवार सुरेंद्रन से होने वाला है।



वायनाड में किया रोड शो
रोड शो के दौरान राहुल ने वहां मौजूद लोगों को संबोधित भी किया। उन्होंने कहा, "हमारी लड़ाई मुख्य रूप से आरएसएस की विचारधारा से है। भाजपा और प्रधानमंत्री का कहना है कि वे एक राष्ट्र, एक चुनाव, एक नेता, एक भाषा चाहते हैं। भाषा कोई थोपी हुई चीज नहीं है। भाषा एक ऐसी चीज है जो लोगों के अंदर से आती है। केरल के लोगों से यह कहना कि आपकी भाषा हिंदी से कमतर है, अपमानजनक है। भारत में सिर्फ एक ही नेता होना चाहिए, ऐसा कहना देश के सभी युवा लोगों का अपमान करने जैसा है।"

वायनाड दौरे के दौरान कांग्रेस सांसद के मनंतवाड़ी बिशॉप से भी मुलाकात करने की संभावना है। शाम को कांग्रेस नेता कोझिकोड जिले में रैली को संबोधित करेंगे। बता दें कि लोकसभा चुनाव की तारीख की घोषणा के बाद राहुल गांधी अपने निर्वाचन क्षेत्र में दूसरी बार आए हैं।

और भी

केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से भी राहत नहीं, 29 को होगी सुनवाई

नई दिल्ली: दिल्ली शराब नीति घोटाला मामले में जेल में बंद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट ने त्वरित राहत देने से इनकार कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में ईडी को नोटिस जारी कर 24 अप्रैल तक जवाब देने का निर्देश दिया है। अदालत अब केजरीवाल मामले पर 29 अप्रैल को सुनवाई करेगी।

सुप्रीम कोर्ट में अरविंद केजरीवाल की ओर से पेश हुए वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने दावा किया कि केजरीवाल को लोकसभा चुनाव में प्रचार से रोकने के लिए गिरफ्तार किया गया है। केजरीवाल के वकील ने मामले को सुनवाई के लिए 19 अप्रैल को ही सूचीबद्ध करने की मांग की थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने जल्द सुनवाई से इनकार कर दिया और मामले को सुनवाई के लिए 29 अप्रैल को सूचीबद्ध किया है।

जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता की पीठ केजरीवाल की याचिका पर सुनवाई करेगी। गौरतलब है कि केजरीवाल ने शराब नीति घोटाले में अपनी गिरफ्तारी को चुनौती देते हुए दिल्ली हाईकोर्ट का रुख किया था, लेकिन हाईकोर्ट से उन्हें राहत नहीं मिली थी, जिसके बाद केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया।

और भी

सीजेआई को 21 सेवानिवृत्त न्यायाधीशों ने लिखा पत्र...

नई दिल्ली: शीर्ष अदालत और उच्च न्यायालयों के 21 सेवानिवृत्त न्यायाधीशों ने भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ को पत्र लिखा है। पत्र में न्यायपालिका को कमजोर करने के प्रयासों पर चिंता जताई गई है। चिट्ठी लिखने वालों में हाईकोर्ट के 17 पूर्व जज और सुप्रीम कोर्ट के चार पूर्व न्यायाधीश शामिल हैं। इसमें कुछ गुटों की ओर से सोचे-समझे दबाव, गलत सूचना और सार्वजनिक अपमान के जरिए न्यायपालिका को कमजोर करने के बढ़ते प्रयासों का जिक्र किया गया है।


पत्र में कहा गया कि ऐसा करने वाले संकीर्ण राजनीतिक हितों और व्यक्तिगत लाभ के लिए न्यायपालिका को कमजोर और न्यायिक प्रणाली पर जनता के विश्वास को कम करने का प्रयास कर रहे हैं। हालांकि, सेवानिवृत्त न्यायाधीशों ने उन घटनाओं के बारे में नहीं बताया, जिसके कारण उन्होंने सीजेआई को पत्र लिखा है। हालांकि, यह पत्र ऐसे वक्त लिखा गया है, जब भ्रष्टाचार के मामले में विपक्षी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी दलों के बीच जुबानी जंग जारी है।

न्यायाधीशों की ईमानदारी पर सवाल उठाने का आरोप
सेवानिवृत्त न्यायमूर्तियों दीपक वर्मा, कृष्ण मुरारी, दिनेश माहेश्वरी और एमआर शाह समेत पूर्व जजों ने आलोचकों पर अदालतों और न्यायाधीशों की ईमानदारी पर सवाल उठाने का आरोप लगाया है। उन्होंने न्यायिक प्रक्रिया को प्रभावित करने के स्पष्ट प्रयासों के साथ गलत तरीके अपनाने का भी आरोप लगाया है।

कानूनी प्रणाली की पवित्रता और स्वायत्तता सुरक्षित रखने की अपील

उन्होंने 'न्यायपालिका को अनावश्यक दबाव से बचाने की आवश्यकता' शीर्षक वाले इस पत्र में लिखा, 'इस तरह की कार्रवाइयां न केवल हमारी न्यायपालिका की पवित्रता का अपमान करती हैं, बल्कि न्याय और निष्पक्षता के सिद्धांतों के लिए सीधी चुनौती भी पेश करती हैं, जिन्हें कानून के संरक्षक के रूप में न्यायाधीशों ने बनाए रखने की शपथ ली है।' उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के नेतृत्व वाली न्यायपालिका से ऐसे दबावों के खिलाफ मजबूत होने और यह सुनिश्चित करने की अपील की है कि कानूनी प्रणाली की पवित्रता और स्वायत्तता सुरक्षित रहे।


और भी

अंतिम 72 घंटे की एसओपी की अनुपालना सुनिश्चित हो : मुख्य निर्वाचन अधिकारी

जयपुर: मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने शनिवार को प्रथम चरण में मतदान वाले लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों से संबंधित जिला निर्वाचन अधिकारियों, पुलिस अधीक्षकों को अपने-अपने क्षेत्र में मतदान से 72 घंटे पूर्व की एसओपी की अनुपालना सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रथम चरण के 12 लोकसभा क्षेत्रों में मतदान दिवस के संबंध में अब तक की गई तैयारी की समीक्षा भी की।

श्री गुप्ता ने निर्देश दिए कि अंतिम 72 घंटे के दौरान निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित नियमों की अनुपालना सुनिश्चित करवाने के लिए एफएसटी और एसएसटी का सहयोग लें। उन्होंने वल्नरेबल और क्रिटिकल मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े उपाय करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि निर्वाचन आयोग ने आवश्यकतानुसार वेबकास्टिंग के लिए कुल मतदान केन्द्रों की संख्या के 50 प्रतिशत से अधिक के बराबर कैमरे लगाने की अनुमति प्रदान कर दी है। बेवकास्टिंग के लिये कैमरे आवश्यकतानुसार मतदान केंद्र के भीतर और बाहर भी लगाये जा सकेंगे। उन्होंने अंतिम 72 घंटे के दौरान अंतरराज्यीय बॉर्डर को सील करने के भी निर्देश दिए।

श्री गुप्ता ने कहा कि इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम पर मिलने वाली सूचनाओं पर तुरंत कार्यवाही की जाए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि मीडिया सेल, ईवीएम, वोटिंग एवं कानून व्यवस्था से संबंधित मामलों की रिपोर्ट तुरंत स्टेट मीडिया सेल को भिजवाई जाए। साथ ही, ईएमएमसी द्वारा संदिग्ध मामलों के संदर्भ में एक्शन टेकन रिपोर्ट भी भिजवाई जाए। मतदान दिवस पर अनुमानित मतदान प्रतिशत का एनकोर पर अपडेशन का कार्य समय पर किया जाए।

श्री गुप्ता ने कहा कि संबंधित क्षेत्रों के समस्त मैरिज गार्डन, कम्युनिटी हॉल ,सामुदायिक भवन, कम्युनिटी किचन तथा राजनीतिक दलों के कार्यालयों के आसपास के क्षेत्र की जांच की जाए और सामूहिक आयोजनों की भी सक्रिय रूप से फोटोग्राफी करवाई जाए। सामूहिक आयोजनों में आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन ना हो यह सुनिश्चित करने के लिए रिटर्निंग अधिकारी अपनी टीमों को अतिरिक्त सक्रिय करें। किसी भी स्थान पर नकद, शराब अथवा भोजन सहित किसी भी प्रकार वितरण नहीं हो।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि मतदान केंद्रों पर भी निर्धारित नियमों की पालना सुनिश्चित करवाई जाए। उन्होंने मतदान कार्मिकों की आवश्यकता के अनुसार सामग्री उपलब्ध करवाने के लिए भी रिटर्निंग अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस और प्रशासन अधिकारियों को अतिरिक्त समन्वय और संवाद के निर्देश देते हुए कहा कि समुचित नाके लगाकर मॉनिटरिंग हो। किसी भी स्थिति में मतदाताओं को प्रलोभन ना दिया जा सके, ऐसी कोई भी गतिविधि पर पाए जाने पर तुरंत एक्शन लें। एफएसटी फील्ड में सक्रिय रहे। गाड़ियों की सघन रूप से जांच की जाए, एक भी वाहन बिना जांच के ना रहे।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने पुलिस अधीक्षकों को वीसी के माध्यम दिए निर्देश कि चुनाव कार्य के सुरक्षा प्रबंधन में मतदान कर्मियों, केन्द्रों एवं सामग्री की सुरक्षा भी शामिल है। ऐसे में स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं विश्वसनीय तरीके से चुनाव के लिए अनुकूल, शांतिपूर्ण माहौल सुनिश्चित करना सभी की जिम्मेदारी है। इसके लिए स्थानीय स्तर पर राज्य पुलिस बल के साथ-साथ केन्द्रीय पुलिस बलों की आवश्यकतानुसार तैनाती की जानी चाहिए। उन्होंने जमीनी स्थिति के आकलन के आधार पर संवेदनशील इलाकों में कमजोर वर्गों, अल्पसंख्यकों आदि में विश्वास जगाने के लिए फ्लैग मार्च आदि के आयोजन के निर्देश दिए।

 

 

और भी

केरल और तमिलनाडु के चुनावी रण में उतरेंगे पीएम मोदी

लोकसभा चुनाव होने में अब कुछ ही दिन बाकी रह गए हैं। सात चरण में होने वाले आम चुनाव के लिए 19 अप्रैल से मतदान शुरू होगा। इसके मद्देनजर राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है। नेताओं के पार्टी बदलने से लेकर राजनीतिक बयानबाजी तक का दौर जारी है। ऐसे में रोजाना कई सियासी उलटफेर होते नजर आ रहे हैं।

और भी

एसीएस की समझाइश के बाद रेजीडेंट चिकित्सकों की हड़ताल समाप्त

जयपुर: चिकित्सा शिक्षा विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह की समझाइश के बाद लगभग एक सप्ताह से चल रही रेजीडेंट चिकित्सकों की हड़ताल रविवार शाम समाप्त हो गई। श्रीमती सिंह ने व्यापक जनहित एवं निलंबित रेजीडेंट चिकित्सकों के भविष्य को दृष्टिगत रखते हुए सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज प्रशासन एवं जयपुर एसोसिएशन ऑफ रेजीडेंट डॉक्टर्स तथा अन्य चिकित्सक संघों के प्रतिनिधियों के साथ समझाइश की। इसके बाद रेजीडेंट चिकित्सक हड़ताल वापस लेने पर सहमत हो गए। हालांकि हड़ताल जारी रहने की संभावना को देखते हुए राज्य सरकार ने पूर्ण वैकल्पिक व्यवस्था कर ली थी।

उल्लेखनीय है कि कांवटिया अस्पताल परिसर में एक महिला का प्रसव होने के मामले में एसएमएस मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने तीन रेजीडेंट एवं एक सीनियर रेजीडेंट चिकित्सक को निलंबित कर दिया था। इससे पहले एसएमएस अस्पताल में मरीज को गलत गु्रप का ब्लड चढ़ाने के मामले में भी दो रेजीडेंट को निलंबित किया था। इसके विरोध में करीब एक सप्ताह पहले रोजीडेंट डॉक्टर्स हड़ताल पर चले गए थे। रेजीडेंट चिकित्सकों के हड़ताल पर चले जाने से मरीजों को असुविधा हो रही थी।

चिकित्सा शिक्षा विभाग ने आमजन के हित एवं रेजीडेंट डॉक्टर्स के भविष्य को ध्यान में रखते हुए रविवार को सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज प्रशासन एवं रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधियों के साथ चिकित्सा शिक्षा निदेशालय में वार्ता की। वार्ता के दौरान अतिरिक्त मुख्य सचिव ने जार्ड एवं अन्य चिकित्सक संघों के प्रतिनिधियों के साथ समझाइश करते हुए कहा कि हड़ताल के कारण अस्पतालों में मरीजों को तकलीफ का सामना करना पड़ रहा है। चिकित्सा एक नोबल प्रोफेशन है और चिकित्सक का प्रथम दायित्व नागरिकों की जीवन रक्षा है। ऐसे में उन्हें तत्काल प्रभाव से काम पर वापस लौटना चाहिए।

श्रीमती सिंह ने कहा कि आमजन बड़ी उम्मीद और आशा के साथ अस्पताल आते हैं। वे चिकित्सक में ईश्वर का रूप देखते हैं। ऐसे में चिकित्सक का भी दायित्व बनता है कि वह बिना किसी लापरवाही के पूरी निष्ठा के साथ रोगी को बेहतर से बेहतर उपचार दे। विगत दिनों जिस तरह की लापरवाही सामने आई, चिकित्सा के प्रोफेशन में ऐसी लापरवाही स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने कहा कि जीवन रक्षा को सर्वोच्च ध्येय मानते हुए भविष्य में ऐसी पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए।

उन्होंने चिकित्सक संघों के प्रतिनिधियों द्वारा रेजीडेंट चिकित्सकों के भविष्य को ध्यान में रखने की मांग पर चिकित्सा शिक्षा विभाग एवं सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज प्रशासन को नियमानुसार कार्रवाई जारी रखते हुए रेजीडेंट डॉक्टर्स का निलंबन वापस लेने तथा कारण बताओ नोटिस जारी करने की कार्यवाही करने के निर्देश दिए। साथ ही, हड़ताल अवधि को डे ऑफ/राजकीय अवकाशों में समायोजित करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने आश्वस्त किया कि रेजीडेंट चिकित्सकों के भविष्य को देखते हुए उनकी वाजिब मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाएगा। अतिरिक्त मुख्य सचिव की समझाइश के बाद रेजीडेंट डॉक्टर्स ने मरीजों को हुई असुविधा के लिए खेद व्यक्त किया और हड़ताल समाप्त करने की घोषणा की।

और भी

भव्य राम मंदिर बन जाना एक कल्पना के बाहर की बात : श्रीश्री रविशंकर

नई दिल्ली: मुंबई में शुक्रवार को 'विकसित भारत एंबेसडर कार्यक्रम' में आध्यात्मिक गुरु और आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्रीश्री रविशंकर, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और सिंगर सोनू निगम मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए। कार्यक्रम में श्रीश्री रविशंकर ने कहा कि भारत व्यक्ति के विकास से शुरू होता है और व्यक्ति का विकास दो तरह से होता है, एक हृदय और दूसरा मस्तिष्क से। हम पुराने दोस्तों पर गर्व करते हैं, नए टेक्नोलॉजी पर गर्व करते हैं, पुरानी विरासत और संस्कृति पर हमें गर्व होना चाहिए। हमें नई टेक्नोलॉजी और प्रगति पर गर्व होना चाहिए और यह दोनों अभी भारत में ही संभव हो पाया है। ये हम सबका सौभाग्य है।

श्रीश्री ने आगे कहा कि सिर्फ दिमाग का विकास होने से काम नहीं चलेगा या हम पुरानी गाथा गाते रहेंगे, उससे काम नहीं चलेगा। हम अपनी धरोहर को भूल गए थे। लेकिन, अब उसको लेकर जाग उठे हैं। हमें अपनी संस्कृति पर, देश पर गर्व होना चाहिए।

उन्होंने आगे कहा कि इस देश में हजारों साल पहले से अक्षुण्ण परंपरा चली आ रही है। इन्हीं 10 सालों में हमें अपने धर्म के प्रति, संस्कृति के प्रति, कला के प्रति गर्व होने लगा। लोग भारत से बाहर विदेश जाते थे, तो अपना नाम बदल देते थे। आज वो माहौल नहीं है। मैं एक महीने में 12 देश और 20 नगरों का दौरा करके सीधा मुंबई आया हूं। वो भी इसी कार्यक्रम के लिए।

पूरी दुनिया में देश का नाम आज जितना अच्छा हुआ है। पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश का माहौल बदला है। हमें एक ऐसा व्यक्ति चाहिए जो लोगों के मन की बात, धरोहर और देश को समझे और ये तीनों काम होने से आज हमको कितना हर्ष हो रहा है। रामराज्य का यही सपना था कि इस देश के गरीबों के आंसू पोंछे जाए और उन्हें रोटी, कपड़ा मिल जाए। उस दिशा में हम लोग जा रहे हैं, इसके लिए हम सबको मिलकर काम करना पड़ेगा।

श्रीश्री रविशंकर ने कहा कि हमें ऐसा नेतृत्व मिला है, जो दिल से सबको समझते हैं। आज तक आपने देखा उन्होंने रविवार को देश से 'मन की बात' की, जिसमें वह देश की अलग-अलग चीजों को लेकर बात करते हैं। अयोध्या के राम मंदिर का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि मंदिर बनने में कितना समय लग जाता है। लेकिन इतने कम समय में भव्य राम मंदिर बन जाना एक कल्पना के बाहर की बात है।

और भी

भारत को शक्तिहीन बना देगा इंडी गठबंधन : नरेंद्र मोदी

बाड़मेर की जनसभा में पीएम मोदी ने विपक्ष पर साधा निशाना

बाड़मेर: लोकसभा चुनाव नजदीक आते ही प्रधानमंत्री पीएम मोदी ने विरोधी दलों पर जुबानी हमले तेज कर दिए हैं। पीएम मोदी ने कहा, 'कांग्रेस के घोषणापत्र में विभाजन की गुनहगार मुस्लिम लीग की छाप है। अब एक और पार्टी, जो INDI गठबंधन का हिस्सा है, उसने अपने घोषणापत्र में देश के खिलाफ खतरनाक घोषणा कि वे भारत के परमाणु हथियारों को नष्ट कर देंगे। जब हमारे दो पड़ोसी परमाणु हथियारों से लैस हैं, तो क्या हमारे परमाणु हथियारों को नष्ट कर दिया जाना चाहिए? यह कैसा गठबंधन है जो भारत को शक्तिहीन बनाना चाहता है?'

पीएम ने कहा कि जिस राजस्थान के लोगों ने देश को अपने लहू से सींचा, उस राजस्थान को कांग्रेस ने पानी के लिए प्यासा रखा। जितने दिन राजस्थान में कांग्रेस सरकार रही, उसने जल जीवन मिशन में भी जमकर भ्रष्टाचार किया। कांग्रेस ने राजस्थान तक पानी लाने के लिए ERCP परियोजना भी पूरी नहीं होने दी थी।

पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस की सोच ही विकास विरोधी है। ये लोग देश के सीमावर्ती गांवों को देश का आखिरी गांव कहते हैं। ये लोग सीमावर्ती जिलों को, गांवों को जान-बूझकर विकास से वंचित रखते थे। हम सीमावर्ती इलाकों को, सीमावर्ती गांवों को आखिरी गांव नहीं, देश का प्रथम गांव मानते हैं। हमारे लिए देश की सीमाएं यहां पूरी नहीं होती, हमारे लिए यहां से देश शुरू होता है। आज अगर देश में 4 करोड़ गरीबों को पीएम आवास मिले हैं, तो मेरे बाड़मेर में भी पौने 2 लाख गरीबों को पक्के आवास का लाभ मिला है।

भाजपा सरकार देश की आखिरी सीमा तक सड़कें और हाइवे बना रही है। हमने बाड़मेर में मेडिकल कॉलेज भी खोला है। आज सीमावर्ती बाड़मेर में 72,000 करोड़ रुपये लागत की रिफाइनरी शुरू होने जा रही है। आने वाले समय में इस इलाके में रोजगार के अवसर पैदा होंगे, युवाओं के लिए नए रास्ते बनेंगे।

एयरपोर्ट में अटकाए रोड़े
पीएम ने अपने भाषण में आगे कहा कि राजस्थान के एयरपोर्ट में भी पिछली सरकार ने जमकर रोड़े अटकाए थे। अगर कांग्रेस ने बेवजह ब्रेक न लगाया होता, तो यहां का एयरपोर्ट 2 साल पहले ही चालू हो जाता। कांग्रेस ने जिन लोगों को दशकों तक नहीं पूछा, मोदी उनको पूजता है। हमारे आदिवासी समाज के बच्चे आगे बढ़ें, इसके लिए हम एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय खोल रहे हैं। आदिवासी समाज को स्किलल सेल एनीमिया से मुक्ति दिलाने के लिए हम अभियान चला रहे हैं।

INDI अलायंस पर भी निशाना
पीएम ने कहा कि SC/ ST और OBC भाई-बहनों के साथ दशकों तक भेदभाव करने वाली कांग्रेस आजकल एक पुराना रिकॉर्ड बजा रही है। जब भी चुनाव आता है, संविधान के नाम पर झूठ बोलना INDI अलायंस के सभी दलों का फैशन बन गया है।

 

 

और भी

वायुसेना को मिलेंगे 97 तेजस, रक्षा मंत्रालय ने HAL को दिया 65 हजार करोड़ का टेंडर

नई दिल्ली: रक्षा मामलों में आत्मनिर्भरता की दिशा में सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। रक्षा मंत्रालय ने भारत की सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) को 65 हजार करोड़ का टेंडर जारी किया है। इसके तहत एचएएल से 97 एलसीए मार्क 1ए (तेजस) फाइटर जेट्स खरीदे जाएंगे। यह भारत सरकार द्वारा स्वदेशी मिलिट्री हार्डवेयर के लिए दिया गया सबसे बड़ा ऑर्डर हो सकता है।

रक्षा मंत्रालय ने एचएएल को टेंडर पर जवाब देने के लिए तीन महीने का समय दिया है। अगर यह डील हो जाती है तो इससे वायुसेना के मिग-21, मिग-23 और मिग-27 जैसे फाइटर जेट्स की जगह भारत में बने एलसीए मार्क 1ए फाइटर जेट्स लेंगे, जो जल्द ही वायुसेना से रिटायर हो जाएंगे। स्वदेशी हथियारों को बढ़ावा देने की दिशा में यह बेहद अहम कदम है। इससे रक्षा क्षेत्र की छोटी और मध्यम वर्ग की कंपनियों के बिजनेस को भी फायदा मिलेगा। प्रधानमंत्री मोदी लगातार एचएएल को बढावा दे रहे हैं और यही वजह है कि सभी प्रकार के स्वदेशी फाइटर जेट्स, हेलीकॉप्टर और इंजन के निर्माण की डील एचएएल को मिल रही हैं।

वायुसेना 83 एलसीए मार्क 1ए का भी दे चुकी है ऑर्डर
वायुसेना एचएल को 83 एलसीए मार्क1ए फाइटर जेट्स का ऑर्डर पहले ही दे चुकी है, जिसके तहत पहला फाइटर जेट कुछ ही हफ्तों में वायुसेना को मिल जाएगा। एलसीए मार्क 1ए, तेजस एयरक्राफ्ट का आधुनिक संस्करण है। 97 एलसीए मार्क 1ए फाइटर जेट्स के सौदे के बारे में भारतीय वायुसेना के चीफ एयरचीफ मार्शल वीआर चौधरी ने स्पेन में पहली बार जानकारी दी थी। हाल ही में वायुसेना चीफ ने स्वदेशी फाइटर जेट्स के प्रोग्राम को लेकर समीक्षा बैठक भी की थी, जिसमें एचएएल के अधिकारी भी शामिल हुए थे।

और भी

भारत डब्ल्यूएफपी के कार्यकारी बोर्ड में फिर से चयनित

नई दिल्ली: भारत को संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) के कार्यकारी बोर्ड में एक बार फिर आज चुन लिया गया। भारत को डब्ल्यूएफपी के कार्यकारी बोर्ड में पहली बार 2018 में और दूसरी बार 2022 में चुना गया था। तीसरा कार्यकाल 2025-2027 का होगा।

विदेश मंत्रालय प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने यहां बताया कि भारत को संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) के कार्यकारी बोर्ड में तीसरी अवधि 2025-2027 के लिए फिर से चुना गया। डब्ल्यूएफपी कार्यकारी बोर्ड में भारत के बने रहने से डब्ल्यूएफपी में इसकी भागीदारी और मजबूत और गहरी होगी।

 
और भी

कांग्रेस की पूर्व विधायक पारुल साहू और अमित सक्‍सेना ने थामा भाजपा का दामन

भोपाल: कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद सुरखी की पूर्व विधायक पारुल साहू केसरी शुक्रवार को भोपाल में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गईं। वह शुक्रवार सुबह भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में पहुंचीं, जहां मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। उन्होंने बुधवार को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद गुरुवार को भोपाल पहुंचकर पूर्व मंत्री और भाजपा के न्यू ज्वाइनिंग कमेटी के संयोजक डा. नरोत्तम मिश्रा से मुलाकात की थी। इससे पहले वे मंगलवार को सागर में भी कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह राजपूत व भाजपा जिला अध्यक्ष गौरव सिरोठिया से मिली थीं। छिंदवाड़ा के कांग्रेस नेता और दीपक सक्‍सेना के चचेरे भाई जिला पंचायत उपाध्‍यक्ष अमित सक्‍सेना ने भी भाजपा का दामन थाम लिया।गौरतलब है कि वर्ष 2013 में पारुल भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़कर विधायक बनी थीं, लेकिन 2018 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने उनका टिकट काट दिया था। इसके बाद 2020 में प्रदेश में हुई सियासी उठापटक के बाद जब गोविंद सिंह राजपूत कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए और सुरखी सीट पर हुए उपचुनाव में पार्टी ने उन्हें अपना प्रत्याशी बनाया तो पारुल ने नाराज होकर भाजपा छोड़ दी थी और कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतरीं। हालांकि तब उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था। पारुल ने बुधवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी को एक लाइन का इस्तीफा लिखकर पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्याग पत्र दे दिया था। उनके इस्तीफा देने के साथ ही भाजपा में शामिल होने की अटकलें चल रही हैं।

 

 

और भी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया में बढ़ाया 140 करोड़ भारतवासियों का सम्मान : साय

 मध्यप्रदेश के मंडला में मुख्यमंत्री साय ने ली तीन जनसभाएं

 

मंडला: मध्यप्रदेश के मंडला स्थित सलवाह, बम्हनी एवं गोपालपुर में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आमसभाओं को संबोधित करते हुए भाजपा प्रत्याशी फग्गन सिंह कुलस्ते के संदर्भ में कहा कि उन्होंने जब केंद्र में राज्यमंत्री के रूप में काम किया तब कुलस्ते जी मंत्री थे ।तब कुलस्ते जी ने संसद में कहा था कि यह सरकार गांव के लिए समर्पित सरकार रहेगी। आप लोगों ने देखा है सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास को मूलमंत्र मानते हुए हमारे माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी काम कर रहे हैं ।

श्री साय ने कहा कि पहले 5 साल में मोदी जी ने गरीबों के लिए काम किया l गरीबों को पक्का मकान देने का काम, गरीबों के घर में बिजली पहुंचाने का काम, गरीबों का खाता खोलने का काम किया । पहले हर गरीब का खुद का बैंक खाता भी नहीं होता था और इससे सरकारी पैसा सीधे उन तक पहुंचता भी नहीं था । कांग्रेस के जमाने में तो बहुत पैसा लीकेज हो जाता था । कांग्रेस  के प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने स्वयं स्वीकार करते हुए कहा था कि हम 1 रु दिल्ली से भेजते हैं , तो जनता तक पहुंचते-पहुंचते 15 पैसा हो जाता है, 85 पैसे का लीकेज हो जाता हैl इसीलिए हमारे माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा सबका जन-धन खाता खुलवाया गया, ताकि शत-प्रतिशत पैसा जनता तक पहुंचे ।

उन्होंने कहा कि हमारी माताओं को धुएं से मुक्ति दिलाने के लिए प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना से गैस सिलेंडर देने का काम किया, आज इसका नाम सभी जानते हैंl पहला 5 साल गरीबों  का खूब काम हुआ और जब दूसरा लोकसभा चुनाव आया, तब जनता ने  उनको खूब आशीर्वाद दिया । पहला 5 साल उन्होंने जनता का विश्वास बटोरा और  दूसरे कार्यकाल में  आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने बड़े - बड़े निर्णय लिए।

श्री साय ने कहा कि जनसंघ के समय हम लोग राम मंदिर के लिए नारा लगाते थे, जम्मू -कश्मीर से धारा 370 हटाने कि बात करते थे, मुस्लिम महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए ट्रिपल तलाक हटाने की बात करते थे, तो ये सब काम पूरा करने बड़े निर्णय दूसरे कार्यकाल में आदरणीय मोदीजी ने लिया । 500 वर्षों के संघर्ष एवं लाखों हिंदुओं की कुर्बानी के बाद हमारे देश के सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर बनाने का निर्णय दिया, पर इसे लागू कराने का काम हमारे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री जी ने किया l आज भगवान राम भव्य मंदिर में विराज रहे हैंl हमारे विरोधी लोग बोलते थे कि जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हट ही नहीं सकता, खून की  नदियां बह जायेंगी, पर आपने देखा कि हमारे प्रधानमंत्री जी के सूझ-बूझ के कारण धारा 370 शांतिपूर्वक हट गया । इस तरह से बड़े-बड़े काम हुए और आज उनका चुनाव है ।

श्री साय ने प्रधानमंत्री मोदी के बारे में कहा कि वे 24 में से 18  घंटा  जनता के लिए  काम करते हैंl आज दुनिया में भारत का डंका मोदी जी के कारण बज रहा है । 140 करोड़ भारतवासियों का सम्मान पूरे विश्व में बढ़ रहा हैl आप लोग देखते होंगे कि विदेशों में जब बैठक होता है तब रूस और  अमेरिका के राष्ट्रपति के राष्ट्रपति भी ढूंढते रहते हैं कि मोदी जी कहाँ हैं, उनसे हाथ मिलाने के लिए आतुर रहते हैंl कई देश के प्रधानमंत्री हमारे देश के प्रधानमंत्री जी का चरण छूते हैंl ये भारत का मान और सम्मान बढ़ाने का काम मोदी जी ने किया है ।

उन्होंने कहा कि आप सब लोग देखते हैं कि पहले पाकिस्तान लगातार भारत को गीदड़भभकी देता था, पाकिस्तानी यहाँ के सैनिकों का सर कलम करके फुटबाल जैसे खेलते थे, तब भारत में शांतियात्रा करके काम समाप्त हो जाता था, लेकिन जबसे मोदी जी प्रधानमंत्री बने हैं, तबसे पाकिस्तान की गीदड़भभकी बंद हो गई है l आज सर्जिकल स्ट्राइक से पाकिस्तान को अपनी औकात पता चल गई है और उसने गीदड़भभकी देना बंद कर दिया है । यह हम 140 करोड़ देशवासियों का सौभाग्य है कि हमें प्रधानमंत्री के रूप में आदरणीय नरेंद्र मोदी जी मिले हैंl इसलिए यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को हमें तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाना है और आपके क्षेत्र से भाजपा के लोकप्रिय प्रत्याशी फग्गन सिंह कुलस्ते जी को अपना बहुमूल्य मत आने वाले 19 अप्रैल को कमल छाप में बटन दबाकर देना होगा।

उन्होंने कहा कि फग्गन सिंह कुलस्ते जी हमारे बड़े भाई के समान हैंl अविभाजित मध्यप्रदेश में 1990 से हम भी विधायक थे,और फग्गन सिंह कुलस्ते जी भी विधायक थे और 1990 से 1998 तक हम दो बार प्रदेश में विधायक रहेl हमने मिलकर एक साथ काम किया, फिर आपने लगातार इनको 6 बार सांसद बनाया। लोकसभा और राज्यसभा सांसद के रूप में ये लगातार आप लोगों की सेवा में लगे हैंl अटल बिहारी वाजपेयी जी के सरकार में भी आप मंत्री रहे, उस समय मैं सांसद के रूप में कार्य करता था l  तबसे उनका प्यार एक बड़े भाई के रूप में मुझे मिलता रहा है l आपसे एक लंबा परिचय रहा है l मृदुभाषी, मिलनसार, लगातार अपने क्षेत्र के विकास के लिए चिंता करने वाले और अनुसूचित जनजाति मोर्चा  के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप मे आदिवासियों के बीच जाने का काम आदरणीय फग्गन सिंह कुलस्ते जी ने किया है। ऐसे व्यक्तित्व के धनी आप लोगों के प्रत्याशी के लिए हम आप लोगों से आशीर्वाद मांगने आए हैं ।

मोदी ने बढ़ाया आदिवासियों का सम्मान

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि  मध्यप्रदेश में आदिवासियों का जितना विकास और सम्मान   भाजपा में  हुआ है, उतना सम्मान  कांग्रेस में कभी नहीं हुआ। कांग्रेस ने आदिवासियों को केवल वोटबैंक के रूप में इस्तेमाल किया। आज हमारे देश के सर्वोच्च राष्ट्रपति पद पर श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी आसीन हैं । अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार ने देश के 12 करोड़ से भी अधिक आदिवासियों के उत्थान के लिए अलग से आदिम जाति कल्याण मंत्रालय का गठन  किया, तब कुलसते जी ने उस विभाग के राज्यमंत्री के रूप में काम किया। एक आदिवासी बेटे को छत्तीसगढ़ के मुख्य मंत्री बनाने का काम भारतीय जनता पार्टी ने ही कियाl ये भारतीय जनता पार्टी ही कर सकती है । मध्यप्रदेश सरकार जबलपुर मे 100 करोड़ से अधिक की राशि से रानी दुर्गवाती जी का बड़ा स्मारक बनवा रही है । हमारे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों एवं महापुरुषों को सामने लाने का काम भाजपा सरकार ही कर रही है, जिन्हें कांग्रेस ने अब तक छुपा कर रखा थाl विशेष पिछड़ी जनजाति के उत्थान के लिए पीएम जन-मन  योजना के माध्यम से सुविधाएं देने का काम माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी की सरकार कर रही हैl मैं आप सभी से एक छोटे भाई के रूप में बड़े भाई फग्गन सिंह कुलस्ते जी के लिए आशीर्वाद माँगता हूँ।

 

 

और भी

दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचे केजरीवाल

नई दिल्ली: दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सीएम अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट का रुख किया। सीएम केजरीवाल दिल्ली हाईकोर्ट के उस आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं, जिसमें अदालत ने उनकी गिरफ्तारी को सही ठहराया था।

दिल्ली हाईकोर्ट ने मंगलवार को सीएम अरविंद केजरीवाल को झटका देते हुए उस याचिका को खारिज कर दिया था जिसमें उन्होंने ईडी द्वारा उनकी गिरफ्तारी और हिरासत में भेजने के ट्रायल कोर्ट के आदेश को चुनौती दी थी।

न्यायमूर्ति स्वर्ण कांता शर्मा ने ईडी की इस दलील पर गौर किया था कि सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार करने के लिए पर्याप्त सबूत थे।

कोर्ट ने कहा था, हमारे सामने रखी गई फाइलें और सबूत से पता चलता है कि ईडी ने कानून का पालन किया है। ट्रायल कोर्ट का आदेश दो लाइन का आदेश नहीं है। ईडी के पास हवाला डीलरों के साथ-साथ गोवा चुनाव में आप उम्मीदवारों के बयान भी हैं।

पिछले हफ्ते ईडी ने सीएम केजरीवाल की याचिका पर अपना जवाबी हलफनामा दाखिल किया था। सीएम केजरीवाल को ईडी ने 21 मार्च को हिरासत में लिया था।

 
और भी