दुनिया-जगत

यूनिवर्सिटीज में बढ़ते फलस्तीन समर्थक प्रदर्शनों से घबराई सरकार

न्यूयॉर्क/नई दिल्ली: अमेरिका के कई विश्वविद्यालय इन दिनों विरोध प्रदर्शनों का केंद्र बने हुए हैं। दरअसल अमेरिकी यूनिवर्सिटीज में फलस्तीन के समर्थन में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। यह विरोध प्रदर्शन इतने बढ़ गए हैं कि अमेरिकी सरकार भी घबरा गई है। यही वजह है कि सरकार ने कई यूनिवर्सिटीज को बंद करने और ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने का आदेश दिया है। विरोध प्रदर्शनों के चलते सैंकड़ों छात्रों को हिरासत में लिया गया है और 100 से ज्यादा लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

अमेरिका की 21 यूनिवर्सिटीज में जारी विरोध प्रदर्शन
कैलिफोर्निया से लेकर न्यूयॉर्क तक अमेरिका की 21 यूनिवर्सिटीज में बीते कुछ दिनों से फलस्तीन समर्थक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। बड़ी संख्या में छात्र कॉलेज परिसर में ही तंबू लगाकर रह रहे हैं। न्यूयॉर्क पुलिस ने तो सोमवार को यूनिवर्सिटी ऑफ न्यूयॉर्क और येले यूनिवर्सिटी प्रशासन को समन जारी कर फलस्तीन समर्थक प्रदर्शनों को सुलझाने को कहा है। बढ़ते विरोध प्रदर्शनों के चलते 21 यूनिवर्सिटीज में कक्षाएं ऑनलाइन संचालित की जा रही हैं। वहीं कुछ कॉलेज बंद ही कर दिए गए हैं।

अमेरिकी पुलिस ने सैंकड़ों प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है। जिन यूनिवर्सिटीज से छात्रों को हिरासत में लिया गया है, उनमें यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास और यूनिवर्सिटी ऑफ सदर्न कैलिफोर्निया आदि शामिल हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास से ही 34 लोगों को हिरासत में लिया गया है। वहीं यूनिवर्सिटी ऑफ सदर्न कैलिफोर्निया से 93 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने इस हफ्ते की शुरुआत में 100 से ज्यादा लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

अमेरिकी स्पीकर के दौरे से बढ़ा विरोध
अमेरिका की संसद के स्पीकर माइक जॉनसन ने हाल ही में कोलंबिया यूनिवर्सिटी के कैंपस का दौरा किया, जहां उन्हें फलस्तीन समर्थकों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। जॉनसन ने इसकी तीखी आलोचना की और इसे भीड़तंत्र की मानसिकता बताया। साथ ही उन्होंने इसे यहूदी विरोध का वायरस भी बताया। प्रदर्शनकारी छात्र कॉलेज कैंपस में इस्राइल विरोधी नारे लगा रहे हैं। 

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संसद भवन के भीतर मस्जिद से जूते गायब, नंगे पैर लौटे कई सांसद...

इस्लामाबाद/नई दिल्ली: पाकिस्तान के संसद भवन (नेशनल असेंबली) के अंदर मस्जिद से जूते चोरी होने की एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। दरअसल, मस्जिद के बाहर से 20 जोड़ी जूते रहस्यमय तरीके से गायब हो गए। इसे देखकर सुरक्षाकर्मी भी हैरान रह गए। बताया गया कि मस्जिद से जूते गायब होने के बाद संसद के स्पीकर सरदार अयाज सादिक ने इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए सुरक्षा विभाग से रिपोर्ट मांगी है।


यह घटना शुक्रवार की नमाज के बाद की है। नमाज के दौरान नेशनल असेंबली के सदस्य, पत्रकार, संसदीय कर्मचारी समेत कई अन्य श्रद्धालु मस्जिद में मौजूद थे। जब तक वे नमाज पढ़कर बाहर निकलते उनमें से कई लोगों के जूते गायब हो चुके थे। सूत्रों के अनुसार जब मस्जिद में लोग नमाज अदा कर रहे थे, उसी दौरान चोर ने मौका पाकर 20 से अधिक जोड़ी जूते गायब कर दिए।

नमाज पढ़कर जब सांसद और पत्रकार बाहर निकले तब उन्होंने जो नजारा देखा, उसे देखकर वे चौंक गए। उनमे से अधिकांश के जूते गायब थे। जूते गायब होने पर कई लोगों ने हंगामा भी किया। इस दौरान उन्हें यह समझ नहीं आ रहा था कि अब क्या किया जाए। ऐसे में उन्हें नंगे पैर ही वापस लौटना पड़ा। हालांकि, कुछ लोग नंगे पैर जाने के लिए तैयार नहीं थे, वे अन्य विकल्प की तलाश कर रहे थे।

नेशनल असेंबली के स्पीकर ने सुरक्षा चूक पर जताई चिंता
इस घटना पर नेशनल असेंबली के स्पीकर सरदार अयाज सादिक ने सुरक्षा चूक पर गंभीर चिंता जताई है। सूत्रों के अनुसार, जब चोरी हुई, उस समय सुरक्षाकर्मी मौके पर मौजूद नहीं थे। इस घटना को लेकर अब कार्रवाई करने की मांग की जा रही है। फिलहाल सीसीटीवी फुटेज के जरिए चोर को ढूंढने की कोशिश की जा रही है। 

 

 

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उत्तर कोरिया ने सुपर-लार्ज वॉरहेड का परीक्षण किया

प्योंगयांग: उत्तर कोरिया ने एक रणनीतिक क्रूज मिसाइल के लिए सुपर-लार्ज वॉरहेड का शक्ति परीक्षण किया है। यह जानकारी दक्षिण कोरिया की योनहाप समाचार एजेंसी ने उत्तर कोरिया के केसीएनए के हवाले से दी।

रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर कोरिया ने इसी सप्ताह पीले सागर में एक नई विमानभेदी मिसाइल का परीक्षण भी किया।रिपोर्ट में कहा गया है कि इस परीक्षण के माध्यम से एक निश्चित लक्ष्य प्राप्त किया गया। इसमें कहा गया कि वारहेड को ह्वासल-1 रा-3 रणनीतिक क्रूज मिसाइल के लिए डिजाइन किया गया है और नई विमान भेदी मिसाइल प्योलजी-1-2 है।

दोनों परीक्षण कथित रूप से उत्तर कोरियाई मिसाइल प्रशासन की नियमित गतिविधियों का हिस्सा थे।

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ईरान के हमले के बाद जी7 ने इजरायल के प्रति पूर्ण समर्थन जताया

वाशिंगटन: जी7 देशों के नेताओं ने रविवार को वर्चुअल मुलाकात की और इजरायल और उसके लोगों के प्रति पूर्ण एकजुटता और समर्थन जताया और इसकी सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की। व्हाइट हाउस द्वारा जारी एक बयान में उन्होंने कहा, हम जी7 के नेता इजरायल के खिलाफ ईरान के सीधे और अभूतपूर्व हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। ईरान ने इजरायल की ओर सैकड़ों ड्रोन और मिसाइलें दागीं। मगर इजरायल ने अपने सहयोगियों की मदद से ईरान को हरा दिया।

जी7 देशों में संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, इटली, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी और जापान के साथ-साथ यूरोपीय संघ भी शामिल हैं। उन्होंने बयान में कहा, हम इजरायल और उसके लोगों के प्रति अपनी पूरी एकजुटता और समर्थन व्यक्त करते हैं और इसकी सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं। उन्होंने कहा कि इजरायल पर हमला शुरू करके ईरान ने क्षेत्र को अस्थिर करने की दिशा में कदम बढ़ाया है और एक बेकाबू क्षेत्रीय तनाव को भड़काने का जोखिम उठाया है।

इससे बचा जाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि वे गाजा में संकट को खत्‍म करने के लिए हमारे सहयोग को मजबूत करेंगे, जिसमें तत्काल और स्थायी युद्धविराम व हमास द्वारा बंधकों की रिहाई की दिशा में काम करना और जरूरतमंद फिलिस्तीनियों को बढ़ी हुई मानवीय सहायता प्रदान करना शामिल है। राष्ट्रपति बाइडेन ने इजरायल की सुरक्षा के लिए अमेरिका की दृढ़ प्रतिबद्धता की पुष्टि करने के लिए पहले इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से अलग से बात की।

बाइडेन ने एक बयान में कहा, मैंने उनसे कहा कि इजरायल ने अभूतपूर्व हमलों से भी बचाव करने और उन्हें हराने की उल्लेखनीय क्षमता का प्रदर्शन किया है - अपने दुश्मनों को एक स्पष्ट संदेश भेजा है कि वे प्रभावी रूप से इजरायल की सुरक्षा को खतरे में नहीं डाल सकते।

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सिडनी मॉल में हुई चाकूबाजी-गोलीबारी में पांच की मौत, हमलावर भी मारा गया

 सिडनी: ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर में स्थित वेस्टफील्ड बॉन्डी जंक्शन मॉल में चाकूबाजी और गोलीबारी के कारण हड़कंप मच गया। मौके पर पुलिस का अभियान जारी है। घटना में पांच लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल है। हालांकि वेस्टफील्ड बॉन्डी जंक्शन मॉल परिसर से जुड़ी घटना पर न्यू साउथ वेल्स पुलिस ने एक पोस्ट साझा किया। जिसमें कहा गया कि बॉन्डी जंक्शन पर एक व्यक्ति द्वारा चाकू से हमला किया गया।

शनिवार शाम 4 बजे से ठीक पहले कई लोगों को चाकू मारने की रिपोर्ट के बाद आपातकालीन सेवाओं को बुलाया गया और लोगों से घटनास्थल से दूर रहने का आग्रह किया जाता है। घटना के संबंध में पूछताछ जारी है। पुलिस ने कहा कि सिडनी में चाकू से हमला करने वाले व्यक्ति को हमला गिराया गया है।

वहां मौजूद लोगों ने बताया कि मॉल के भीतर से गोलीबारी की आवाज आ रही थी। लोगों पर चाकू से हमला किया गया। इस घटना में पांच लोगों की मौत हो गई। घटना को बाद भीड़ को इधर-उधर भागते हुए देखा गया था। घटना की जानकारी मिलते ही कई पुलिस गाड़ी और एम्बुलेंस घटनास्थल पर पहुंच गई। सोशल मीडिया पर घटना से जुड़ी कई वीडियो वायरल हो रही है। 

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यूरोपीय संघ ने यूक्रेन को लेकर स्विट्जरलैंड की पहल का किया स्वागत

ब्रुसेल्स: यूरोपीय संघ ने यूक्रेन शांति शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने के लिए स्विट्जरलैंड की पहल का स्वागत किया है और इसमें भाग लेने की योजना बना रहा है। यूरोपीय आयोग की विदेश मामलों की प्रवक्ता नबीला मासराली ने गुरुवार को यह जानकारी दी।

सुश्री मासराली ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, हम यूक्रेन में शांति बहाली के लिए उच्च स्तरीय सम्मेलन कराने के लिए स्विट्जरलैंड की ओर से तारीख की घोषणा किये जाने का स्वागत करते हैं... जहां तक ​​यूरोपीय संघ की भागीदारी की बात है, मैं अभी तक पुष्टि नहीं कर सकता कि इस आयोजन में यूरोपीय संघ का प्रतिनिधित्व कौन करेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि यूरोपीय संघ भाग लेने में खुश होगा।

 

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ब्राजील के न्यायाधीश ने मस्क के खिलाफ जांच शुरू की

ब्रासीलिया: ब्राजील के शीर्ष न्यायालय ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ के मालिक एलन मस्क के खिलाफ कुछ खातों को ब्लॉक करने के अदालत के आदेश को चुनौती देने तथा न्याय में बाधा डालने और कई पूर्व खातों पर असंवैधानिक प्रतिबंध हटाने की घोषणा के बाद जांच शुरू कर दी है।

एक अदालती दस्तावेज़ के हवाले से कई मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि ब्राज़ीलियाई शीर्ष न्यायालय के न्यायाधीश अलेक्जेंड्रे डी मोरेस ने रविवार को अपनी सोशल मीडिया कंपनी एक्स से जुड़े न्याय में बाधा डालने के लिए श्री मस्क के खिलाफ जांच शुरू की।

श्री मस्क ने पिछले साल आठ जनवरी के दंगों के अपराधियों से संबंधित कुछ खातों को ब्लॉक करने के न्यायाधीश मोरेस के फैसले को चुनौती दी। इन दंगों में ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के दूर-दक्षिणपंथी हजारों समर्थकों ने देश की कांग्रेस, शीर्ष न्यायालय और राष्ट्रपति भवन पर धावा बोल दिया था।

इससे पहले रविवार को श्री मस्क ने पोस्ट किया था कि एक्स प्रतिबंध हटा देगा, क्योंकि वे असंवैधानिक थे। उन्होंने न्यायाधीश मोरेस से इस्तीफा देने या महाभियोग चलाने का भी आह्वान किया। न्यायाधीश मोरेस ने अपने आदेश में लिखा कि श्री मस्क ने शीर्ष अदालत के खिलाफ दुष्प्रचार अभियान चलाया है।

बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार यदि एक्स आदेश का पालन करने में विफल रहता है, तो उस पर प्रति दिन 100,000 रियास (19,774 अमेरिकी डॉलर) का जुर्माना लगाया जाएगा।

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कंबोडिया के हुन सेन सीनेट अध्यक्ष के रूप निर्वाचित

नोम पेन्ह: कंबोडिया के पूर्व प्रधानमंत्री समदेच टेको हुन सेन को बुधवार को पांचवें जनादेश में सीनेट अध्यक्ष के रूप में सर्वसम्मति से चुना गया। कंबोडिया के द स्टेट-रन नेशनल टेलीविजन ने बताया कि श्री हुन सेन को 62 सांसदों की मौजूदगी में सर्वसम्मति से अपर हाउस के अध्यक्ष के रूप में चुना गया है।

सांसदों ने सत्तारुढ़ कंबोडियन पीपुल्स पार्टी (सीपीपी) के सांसद प्राक सोखोन, पूर्व उप प्रधानमंत्री एवं पूर्व विदेश मंत्री और पूर्व वरिष्ठ मंत्री आउच बोरिथ को क्रमशः पहला अध्यक्ष और दूसरा अध्यक्ष बनने के लिए वोट दिया।

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दियोमाये फेय चुने गए सेनेगल के राष्ट्रपति

डैकर: सेनेगल विपक्षी गठबंधन डायोमाये प्रेसिडेंट के उम्मीदवार बस्सिरौ डायोमाये फे ने राष्ट्रपति चुनाव जीत लिया है। सेनेगल के राष्ट्रीय मतगणना आयोग के अध्यक्ष अमाडी डियॉफ़ ने बुधवार को यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा,  श्री फेय ने कुल 2,434,751 वोट हासिल किए, जो कुल वोटों का 54.28 प्रतिशत है। मतदान प्रतिशत 61.30 प्रतिशत रहा।

सत्तारूढ़ गठबंधन का प्रतिनिधित्व करने वाले उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी अमादौ बा 35.79 प्रतिशत वोटों के साथ पीछे रहे। श्री फेय (44) का जन्म डैकर से 115 किमी पूर्व में स्थित नदिआगनियाओ में हुआ था। उन्होंने डैकर में शेख अंता डिओप विश्वविद्यालय से कानून में मास्टर डिग्री प्राप्त की है। उन्होंने 2004 में नेशनल स्कूल ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन की प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण की और स्नातक स्तर की पढ़ाई के बाद कर निरीक्षक बन गए।

उन्होंने सेनेगल फॉर वर्क, एथिक्स एंड फ्रेटरनिटी (पीएएसटीईएफ) पार्टी के अफ्रीकी पैट्रियट्स के महासचिव के रूप में कार्य किया, जिसे जुलाई 2023 में राष्ट्रपति के आदेश द्वारा भंग कर दिया गया था। श्री फेय को अप्रैल 2023 में कैद किया गया था और निवर्तमान राष्ट्रपति मैकी सॉल द्वारा माफी कानून लागू करने के बाद 14 मार्च को रिहा कर दिया गया था।

 
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इजरायल ने पूर्वी लेबनान में किया हवाई हमला, दो की मौत, तीन घायल

बेरूत: लेबनान के पूर्वोत्तर शहर ज़बौद और पूर्वी बालबेक-हरमेल गवर्नरेट के औआदी फ़रा के पास हिजबुल्लाह के ठिकानों पर इजरायल की ओर से किए गए हवाई हमलों में मंगलवार को हिजबुल्लाह के लड़ाके मारे गए और तीन नागरिक घायल हो गए।

नाम उजागर नहीं करने वाले सूत्रों ने कहा कि इज़रायल ने पहली बार इन दो स्थानों को निशाना बनाया है, जो लेबनानी क्षेत्र के अंदर हैं और इज़रायल के साथ लगने वाली लेबनान की सीमा से लगभग 140 किमी दूर हैं। उन्होंने कहा कि इजरायली युद्धक विमानों ने बालबेक-हर्मेल गवर्नरेट के तीन कस्बों और गांवों और दक्षिणी लेबनान के सीमावर्ती क्षेत्र के सात कस्बों और गांवों पर कई हवाई हमले किए।

इस बीच, हिजबुल्लाह ने कहा कि उसके लड़ाकों ने गाइडेड मिसाइलों से इजरायल के मेरोन हवाई अड्डे को निशाना बनाया, जिससे लोग हताहत हुए। उल्लेखनीय है कि लेबनानी सशस्त्र समूह हिजबुल्लाह ने पिछले दिन इज़रायल में हमास की ओर से किए गए हमलों का समर्थन करने के बाद से लेबनान-इज़रायल सीमा पर तनाव बढ़ गया है।

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मॉस्को में आतंकी हमला, 70 लोगों की मौत

क्रोकस सिटी हॉल (कॉन्सर्ट हॉल) हमलावरों ने की गोलीबारी

मॉस्को। रूस के मॉस्को क्षेत्र के क्रास्नोगोसर्क स्थित क्रोकस सिटी हॉल (कॉन्सर्ट हॉल) में शुक्रवार यानी 22 मार्च की शाम अज्ञात हमलावरों ने गोलीबारी शुरू कर दी। इस आतंकी हमले में कई लोग मारे गए हैं और कई लोग घायल हुए हैं। जानकारी के मुताबिक इस गोलीबारी में 70 लोगों की मौत हुई है, जबकि 115 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। बता दें कि हमले को 5 आतंकियों ने अंजाम दिया है। हमले के बाद से पुलिस व अन्य एजेंसियां घटनास्थल के पास मौजूद हैं। साथ ही हेलीकॉप्टर के जरिए भी नजर बनाए हुए हैं। साथ ही रूसी सेना की विशेष बल की टीम भी क्रोकस सिटी हॉल पहुंच चुकी है और गोलीबारी लगातार जारी है। बता दें कि इस हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट यानी आईएसआईएस ने ली है।

स्थानीय मीडिया की मानें तो गोलीबारी शुरू होने के कुछ ही देर बाद क्रोकस सिटी हॉल में एक धमाका भी हुआ। कॉन्सर्ट हॉल में आग लगने की घटना के वीडियो और तस्वीरे सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। बता दें कि इस हमले के बाद रूस की सुरक्षा एजेंसी एफएसबी ने कहा कि मॉस्को क्रोकस सिटी हॉल में गोलीबारी के बीच कानून प्रवर्तन एजेंसिया जरूरी कदम उठा रही हैं। साथ ही वहां फंसे लोगों को रेस्क्यू करने का काम भी जारी है। 

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अमेरिका ने अरुणाचल प्रदेश को माना भारत का ही हिस्सा,चीन का दावा खारिज

वाशिंगटन: अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा के रूप में मान्यता देते हुए अमेरिका ने चीन द्वारा वास्तविक नियंत्रण रेखा की सीमा को बढ़ाने की दिशा में उठाए गए हर कदमों की आलोचना की है। यह टिप्पणी तब आई, जब बीजिंग ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राज्य की हालिया यात्रा के बाद भारत द्वारा अवैध रूप से स्थापित तथाकथित अरुणाचल प्रदेश को स्वीकार नहीं करता है।

विदेश विभाग के प्रधान उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा, अमेरिका अरुणाचल प्रदेश को भारतीय क्षेत्र के रूप में मान्यता देता है और हम एलएसी पर नागरिक घुसपैठ या अतिक्रमण के किसी भी एकतरफा प्रयास का दृढ़ता से विरोध करते हैं। बीते दिनों भारतीय नेताओं की यात्राओं पर आपत्ति जताने के बाद चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि वह पीएम मोदी की यात्रा की कड़ी निंदा करते हैं।

भारत ने वेनबिन की टिप्पणियों को खारिज करते हुए कहा कि भारत ने कई मौकों पर "अरुणाचल पर स्थिति" से चीन को अवगत कराया है।नई दिल्ली ने अरुणाचल प्रदेश के क्षेत्र पर बेतुके दावों को आगे बढ़ाने के लिए बीजिंग पर हमला बोला और दोहराया कि पूर्वोत्तर राज्य हमेशा भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा बना रहेगा।

 
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चीन-ताइवान में फिर तनातनी, पीएलए के 32 लड़ाकू विमानों ने की घुसपैठ की कोशिश

 चीन और ताइवान के बीच लगातार तनातनी चल रही है। बुधवार और गुरुवार सुबह को चीन की सेना ने ताइवान की सीमा में घुसपैठ की कोशिश की। हालांकि ताइवान की सेना ने भी इसका जवाब दिया। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को बयान जारी कर बताया कि 32 चीनी लड़ाकू विमान 20 से 21 मार्च को सुबह करीब छह बजे ताइवान की सीमा के करीब देखे गए। साथ ही चीन की नौसेना के पांच युद्धक जहाज भी ताइवान की सीमा के नजदीक देखे गए।


चीन और ताइवान के बीच एक अनौपचारिक सीमा

रक्षा मंत्रालय का दावा है कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के इन 32 विमानों में से 20 युद्धक विमानों ने ताइवान जलडमरूमध्य को लांघा और दक्षिण-पश्चिमी, दक्षिणपूर्वी और पूर्वी वायु रक्षा पहचान क्षेत्र (एडीआईजेड) में घुस गए। बता दें चीन और ताइवान के बीच यह जल संधि एक अनौपचारिक सीमा है। 

ताइवान के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय (MND) ने बताया कि कल ताइवान में 15 चीनी सैन्य विमान और 10 नौसैनिक जहाज घुस आए। इतना ही नहीं चीन के 15 विमानों में से छह ताइवान के वायु रक्षा पहचान क्षेत्र (एडीआईजेड) के दक्षिण-पश्चिम हिस्से में घुस गए। हालांकि उस समय किसी भी विमान ने ताइवान स्ट्रेट मीडियन लाइन को पार नहीं किया था। 

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राष्ट्रपति चुनाव में जीतते ही पुतिन ने दी तीसरे विश्वयुद्ध की चेतावनी

व्लादिमीर पुतिन ने रूस में हुए राष्ट्रपति चुनाव में बड़ी जीत हासिल की है, जिसके बाद पुतिन का पांचवी बार रूस का राष्ट्रपति बनना तय हो गया है। सोमवार को नतीजों की घोषणा होने के बाद पुतिन ने अपने पहले संबोधन में पश्चिमी देशों को धमकी देते हुए तीसरे विश्वयुद्ध की चेतावनी दे दी। उन्होंने कहा कि रूस और अमेरिका के नेतृत्व वाले नाटो गठबंधन में अगर संघर्ष हुआ तो इसका मतलब ये है कि यह दुनिया तीसरे विश्वयुद्ध से महज एक कदम दूर होगी और शायद ही कोई ऐसी परिस्थिति देखना चाहता है।

पुतिन का दावा- अभी भी नाटो के सैनिक यूक्रेन में मौजूद

साल 1962 के क्यूबा मिसाइल संकट के बाद से रूस और पश्चिमी देशों के संबंध सबसे खराब दौर से गुजर रहे हैं। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रां ने बीते महीने ही भविष्य में यूक्रेन में अपने सैनिकों को उतारने की संभावनाओं से इनकार नहीं किया। इस बारे में जब पुतिन से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि 'आज के आधुनिक दौर में कुछ भी संभव है, लेकिन अगर ऐसा होता है तो तीसरा विश्वयुद्ध ज्यादा दूर नहीं है।' पुतिन ने ये भी कहा कि 'वैसे नाटो के सैनिक अभी भी यूक्रेन में मौजूद हैं। रूस को पता चला है कि युद्ध के मैदान में इंग्लिश और फ्रेंच भाषा बोलने वाले जवान भी मौजूद हैं। ये अच्छी बात नहीं है, खासकर उनके लिए क्योंकि वे बड़ी संख्या में यहां मर रहे हैं।'

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अमेरिकी सांसदों ने भारत का दिया उदाहरण, टिक-टॉक पर प्रतिबंध लगाने के पक्ष में दिया वोट

अमेरिकी सांसदों ने बुधवार को अमेरिका में चाइनीज एप टिक-टॉक पर प्रतिबंध लगाने के पक्ष में वोट किया। अधिकतर सांसदों ने टिक-टॉक पर प्रतिबंध लगाने के लिए भारत का उदाहरण दिया और कहा कि भारत ने अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया था। बुधवार को अमेरिकी कांग्रेस के निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स में 'प्रोटेक्टिंग अमेरिकन्स फ्रॉम फॉरेन एडवाइजरी कंट्रोल्ड एप्लीकेशन एक्ट' नामक विधेयक पर मतदान हुआ। यह विधेयक अमेरिका में विदेशी एप जैसे टिकटॉक आदि पर प्रतिबंध लगाता है।

'भारत ने राष्ट्रीय सुरक्षा को दी प्राथमिकता'
भारत सरकार ने भी साल 2020 में टिकटॉक पर प्रतिबंध लगा दिया था। अब अमेरिकी सांसदों ने भी भारत का उदाहरण देते हुए विधेयक के पक्ष में मतदान दिया। अमेरिकी सांसदों ने कहा कि टिकटॉक में पारदर्शिता की कमी है इसके कार्यकारी अधिकारी यूजर्स की प्राइवेसी को सुरक्षित रखने के इच्छुक भी नहीं हैं। यही वजह है कि यूरोपीय यूनियन और कनाडा में भी इस एप के इस्तेमाल को प्रतिबंध कर दिया गया है। अमेरिकी सांसद ग्रेग मर्फी ने कहा कि टिकटॉक, चीन द्वारा सर्विलांस और अमेरिकी नागरिकों की सोच को प्रभावित करने के उद्देश्य के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। मर्फी ने कहा कि यह एप यूजर का संवेदनशील डाटा इकट्ठा करता है और फिर उस डाटा को चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी और उसकी खुफिया शाखा के साथ साझा करता है। इससे देश की सुरक्षा को खतरा है।


निचले सदन से पास हुआ विधेयक
अमेरिकी कांग्रेस के निचले सदन में इस बिल के पक्ष में 352 वोट पड़े, वहीं 65 वोट इस विधेयक के विरोध में पड़े। अब यह विधेयक अमेरिका के उच्च सदन सीनेट में जाएगा, जहां चर्चा के बाद इस पर वोटिंग होगी और सीनेट से भी पारित होने के बाद राष्ट्रपति के हस्ताक्षर होने के बाद यह विधेयक कानून बन जाएगा। इस विधेयक को भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने अन्य सांसद माइक गैलेघ के साथ पेश किया है। विधेयक में मांग की गई है कि टिकटॉक चीन की कम्युनिस्ट पार्टी से अपने संबंध तोड़े और अमेरिका में ही डाटा सेव करे, जिससे करोड़ों अमेरिकी नागरिकों, खासकर बच्चों के डाटा की सुरक्षा हो सके।

 

 

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तुर्की के राष्ट्रपति ने की यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात

इस्तांबुल: तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने रूस-यूक्रेन संकट पर चर्चा के लिए अपने यूक्रेनी समकक्ष व्लादिमिर ज़ेलेंस्की से मुलाकात की।  रिपोर्ट के अनुसार, तुर्की के राष्ट्रपति के कार्यालय ने शुक्रवार को अपनी वेबसाइट पर कहा कि दोनों नेताओं ने ब्लैक सी ग्रेन इनिशिएटिव को फिर से शुरू करने के बारे में चर्चा की।

कार्यालय के अनुसार, चर्चा के दौरान क्षेत्र में स्थायी शांति के प्रयासों को तेज करने की बात कही गई। गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र और तुर्की ने जुलाई 2022 में यूक्रेनी काला सागर बंदरगाहों से अनाज और उर्वरक निर्यात के लिए एक समुद्री गलियारा स्थापित करने को रूस और यूक्रेन के बीच मध्यस्थता की थी।

 
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ऑस्ट्रेलिया में हैदराबाद की महिला की हत्या, कूड़ेदान में मिला शव

ऑस्ट्रेलिया: ऑस्ट्रेलिया में हैदराबाद की एक महिला की हत्या का मामला सामने आया है। महिला अपने परिवार के साथ ऑस्ट्रेलिया में रह रही थी।

रिपोर्ट के अनुसार, मृतका का नाम चैतन्य एम. उर्फ ​​श्‍वेता है। उसका शव शनिवार को विक्टोरिया के जिलॉन्ग के पश्चिम में स्थित बकले में एक सुनसान सड़क के किनारे एक कूड़ेदान में मिला था।

श्‍वेता पति और तीन साल के बेटे के साथ मेलबर्न में रह रही थी। स्थानीय पुलिस को शक है कि महिला अपराधी को जानती होगी और आरोपी विदेश भाग गया होगा।

स्थानीय पुलिस को शक है कि महिला की घर पर ही हत्या की गई। इसके बाद उसके शव को करीब 82 किलोमीटर दूर ले जाकर एक कूड़ेदान में फेंक दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

कथित तौर पर श्‍वेता के पति अशोक राज वरिकुप्पला, बेटे के साथ हाल ही में भारत वापस आए।

 
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मानवीय सहायता के लिए गाजा में अस्थायी बंदरगाह बनाएगा अमेरिका

वाशिंगटन: गाजा में नागरिकों को मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए अमेरिका ने वहां एक अस्थाई बंदरगाह बनाने का निर्णय किया है। इसकी घोषणा राष्ट्रपति जो बाइडेन अपने स्टेट ऑफ द यूनियन संबोधन में करेंगे। यह जानकारी एक अधिकारी ने गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान दी।

अधिकारी ने बताया, आज रात अपने भाषण में, राष्ट्रपति बाइडेन अमेरिकी सेना को गाजा तट पर भूमध्य सागर में एक अस्थाई बंदरगाह बनाने का निर्देश देंगे। इसके जरिए गाजा के नागरिकों को भोजन, पानी, दवा और अस्थायी आवास की सुविधा प्रदान की जाएगी। रिपोर्ट के मुताबिक बंदरगाह कुछ ही हफ्तों में चालू हो जाएगा।

अधिकारियों ने योजना के बारे में बताते हुए कहा कि अमेरिकी सेना अपने सहयोगियों की भागीदारी से इस कार्य को अंजाम देगी।

 
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