हिंदुस्तान

केजरीवाल को नोटिस देने उनके घर पहुंची क्राइम ब्रांच...

नई दिल्ली: दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम शनिवार सुबह मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के निवास पर पहुंची। इससे पहले भी शुक्रवार की रात टीम पहुंची थी। भाजपा पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाने के मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास पर नोटिस देने पहुंची।


दिल्ली पुलिस कल मुख्यमंत्री को ही नोटिस देने वाली थी, लेकिन मुख्यमंत्री सामने नहीं आए और अधिकारी नोटिस लेने की जिद करने लगे। इसलिए दिल्ली पुलिस की टीम वापस आ गई थी। दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की टीम आज फिर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को नोटिस देने पहुंचे हैं। दिल्ली पुलिस अधिकारियों का कहना है कि नोटिस मुख्यमंत्री को ही दिया जाएगा। मुख्यमंत्री कार्यालय सूत्र के मुताबिक, सीएम ऑफिस नोटिस लेने के लिए तैयार है। लेकिन क्राइम ब्रांच के अधिकारी सीएम ऑफिस को रिसीविंग नहीं दे रहे हैं। क्राइम ब्रांच की टीम केजरीवाल को ही नोटिस देने की बात कह रही है।

आतिशी के घर भी पहुंची थी क्राइम ब्रांच की टीम
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम शुक्रवार शाम दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी के सरकारी आवास पर भी नोटिस देने पहुंची थी। आतिशी के चंडीगढ़ में होने के कारण पुलिस उन्हें भी नोटिस नहीं दे पाई। शनिवार को फिर पुलिस नोटिस देने पहुंच सकती है। नोटिस में पुलिस ने दोनों से भाजपा पर लगाए गए आरोपों के साक्ष्य सहित अन्य जानकारी मांगी है। साथ ही जांच में शामिल होने के लिए कहा है। केजरीवाल व आतिशी ने आरोप लगाया था कि उनके सात विधायकों को खरीदने के लिए भाजपा ने 25-25 करोड़ रुपये का लालच दिया था।

यह था मामला
27 जनवरी को केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि उनके विधायकों को खरीदने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा था कि बीजेपी ने उनके विधायकों को 25-25 करोड़ रुपये का ऑफर दिया है और साथ ही पार्टी का टिकट देने का भी लालच दिया है।

 

 

और भी

प्रदूषण मुक्त राजस्थान की संकल्पना साकार करने के लिए करेंगे हर सम्भव प्रयास: वन मंत्री

जयपुर: वन,पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री संजय शर्मा ने कहा कि राजस्थान को देश के सर्वोच्च शुद्ध वातावरण एवं प्रदूषण मुक्त राज्य के रूप में स्थापित करने के लिए हर संभव प्रयास किये जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि  प्रदूषण नियंत्रण मंडल का राज्य में प्रदूषण नियंत्रण के साथ उद्योगों की सुलभ स्थापना एवं संचालन में महत्वपूर्ण योगदान है। इसीलिए मंडल अन्य विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर कार्य करे जिससे राज्य प्रगति पथ पर तेज गति से अग्रसर हो सके।

 

संजय शर्मा को राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल परिसर में मंडल की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस दौरान मंडल परिसर में उन्होंने सर्वप्रथम वृक्षारोपण किया वहीं मंडल अध्यक्ष श्री शिखर अग्रवाल एवं अन्य मंडल अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। तत्पश्चात उन्होंने मंडल अधिकारियों की कार्य विधियों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन व प्रदूषण नियंत्रण मंडल में विभागीय अधिकारियों एवं मंडल अधिकारी को आपस में समन्वय स्थापित कर कार्ययोजना को अंजाम देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मंडल के अधिकारियों के लिए हितधारकों का हित सदैव सर्वोपरि होना चाहिए। ऐसे में लंबित पड़े कार्यों को शीघ्र निपटाए एवं निश्चित समयावधि में ही कार्यों को किया जाना सुनिश्चित करें ताकि आमजन का राज्य सरकार पर सम्पूर्ण विश्वास बना रहे। 

 

- चिन्हित अत्यधिक प्रदूषित क्षेत्रों को  प्रदूषण मुक्त करने की शीघ्र हो कार्यवाही—

उन्होंने कार्यों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि चिन्हित अत्यधिक प्रदूषित क्षेत्रों में मौका मुआयना कर प्रदूषण मुक्त करने की संभावनाओं पर काम करें एवं तदनुसार सुविधाओं को विकसित करें ताकि राज्य प्रदूषण मुक्त राज्यों की श्रेणी में प्राथमिकता से शामिल हो सकेगा।

बैठक के दौरान मंडल अध्यक्ष श्री शिखर अग्रवाल ने मंडल द्वारा किये गए कार्यों की प्रगति समीक्षा प्रस्तुत कर मंडल की कार्यप्रणाली से अवगत करवाया। इस अवसर पर उन्होंने गत समय में मंडल में हुए नवाचार एवं ईज ऑफ़ डूइंग बिजनेस की राह में किये गए कार्यों की प्रगति से भी अवगत करवाया। इस दौरान श्री संजय शर्मा ने कार्यों की प्रगति की प्रशंसा करते हुए कहा कि अधिकारी क्षेत्र में जाकर वस्तुस्थिति का आंकलन कर ही जुर्माना या सम्मति निरस्त करने जैसी कार्यवाहियों को अंजाम दें एवं मंडल में होने वाली शिकायतों की सत्यता की भी जाँच करें। इस दौरान श्री शर्मा ने वीसी के माध्यम से मौजूद क्षेत्रीय अधिकारियों से उनके क्षेत्राधिकार में किये जा रहे कार्यों एवं नवाचारों की विस्तार से जानकारी प्राप्त की साथ उनकी कार्यविधियों में आ रही समस्याओं पर चर्चा कर शीघ्र ही समाधान करने का भी आश्वासन दिया।

इस दौरान मंत्री संजय शर्मा द्वारा मंडल की वार्षिक रिपोर्ट 2022-2023, मंडल का न्यूज़लेटर, इ- वेस्ट इन्वेंटराइजेशन रिपोर्ट, मंडल के समस्त आदेशों की पुस्तक, राज्य में लाल , नारंगी, हरी, एवं श्वेत क्ष्रेणी के उद्योगों के वर्गीकरण की पुस्तक का विमोचन भी किया।

और भी

मालदीव से भारत अपने सैनिकों को वापस बुलाने को तैयार

नई दिल्ली: मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के भारत से अपने सैनिकों को 15 मार्च तक वापस बुला लेने की मांग की थी. इस दिशा में भारत ने कार्रवाई करते हुए 10 मार्च तक तीन प्लेटफार्मों में से एक से अपने सैनिक वापस बुला लेगा. शेष दो प्लेटफार्म पर यह प्रक्रिया 10 मई तक पूरी हो जाएगी. हालांकि, भारत दो नौसैनिक हेलिकॉप्टर और एक डोर्नियर विमान को मालदीप में बरकरार रखेगा

माले ऑफ सेकेंड इंडिया द्वारा पोस्ट किए गए एक रीडआउट के अनुसार- मालदीव की उच्च स्तरीय कोर ग्रुप की बैठक शुक्रवार को यहां हुई. भारत की ओर से बताया गया कि दोनों पक्ष भारतीय विमानन प्लेटफार्मों के निरंतर संचालन को सक्षम करने के लिए “पारस्परिक रूप से व्यावहारिक समाधान” के एक सेट पर सहमत हुए.

इसका अर्थ यह है कि भारत राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की मांग को मानते हुए अपने सैन्य कर्मियों को वापस लेने पर सहमत हो गया है, लेकिन इस बात पर कोई स्पष्टता नहीं है कि इन सैनिकों की जगह कौन लेगा. भारतीय सरकार ने इसकी पुष्टि नहीं की है कि क्या ये भारतीय नागरिक होंगे, जिनमें शायद पूर्व सैनिक भी शामिल होंगे. ये प्लेटफ़ॉर्म मालदीववासियों को मानवीय और मेडवैक सेवाएं प्रदान करते हैं.

मुइज्जू ने पहले चेतावनी दी थी कि मालदीव की धरती पर किसी भी रूप में भारतीय सेना की मौजूदगी उनके देश में लोकतंत्र के लिए हानिकारक होगी. उन्होंने भारत से कहा था कि भारतीय सेना की वापसी मालदीव के लोगों की लोकतांत्रिक इच्छा थी. हालाँकि, भारत चाहता था कि माले उन हेलिकॉप्टरों और विमानों को अपने पास रखे, जिन्होंने हिंद महासागर द्वीपसमूह में चिकित्सा निकासी के माध्यम से 500 से अधिक लोगों की जान बचाई है.

 

 

और भी

व्यासजी तहखाने में जारी रहेगी पूजा, हाईकोर्ट ने दिए सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश

प्रयागराज: वाराणसी जिला जज द्वारा ज्ञानवापी तहखाने में हिंदू पक्ष को मिले पूजा के अधिकार के खिलाफ अंजुमने इंतजामियां कमेटी ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। इंतजामिया कमेटी ने अपील दाखिल करते हुए जिला जज के 31 जनवरी के आदेश पर रोक लगाने की मांग की है। फिलहाल मुस्लिम पक्ष को कोई राहत नहीं मिली है। कोर्ट ने महाधिवक्ता को निर्देश दिया है कि जिलाधिकारी वाराणसी व्यास तहखाने की सुरक्षा करें, कोई चूक न हो। मामले की अगली सुनवाई छह फरवरी को होगी।

मामले की सुनवाई जस्टिस रोहित रंजन अग्रवाल की कोर्ट में हुई। कोर्ट में दोनों पक्षों के वकील मौजूद रहे। सुनवाई शुरू होने पर इंतजामिया कमेटी ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि जिला जज वाराणसी ने सेवानिवृत्ति के दिन हड़बड़ी में पूजा करने का आदेश जारी किया है। इस पर रोक लगाई जानी चाहिए।

तहखाने में होती रहेगी पूजा
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि अगली तारीख छह फरवरी को सुनवाई होने तक ज्ञानवापी स्थित व्यासजी के तहखाने में पूजा होती रहेगी। सरकार को यह निर्देश दिया है कि यहां पर कोई अतिरिक्त निर्माण कार्य न कराया जाए। कोर्ट ने व्यासजी के तहखाना के अंदर पूजा पर अंतरिम रोक लगाने की मांग संबंधी मसाजिद कमेटी की याचिका पर अनुमति देने से इनकार कर दिया इलाहाबाद हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को क्षेत्र में कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने का भी निर्देश दिया है।

और भी

कोर्ट ने हेमंत सोरेन को 5 दिन की ईडी की हिरासत में भेजा

रांची: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन को रांची में पीएमएलए अदालत ने पांच दिन की ईडी हिरासत में भेज दिया है। इससे पहले कोर्ट ने उन्हें गुरुवार को एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। सोरेन को 31 जनवरी को भूखंड के अवैध कब्जे और भूमि माफिया के साथ कथित संबंध से जुड़े धन शोधन मामले में गिरफ्तार किया गया था।

इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने धन शोधन मामले में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की याचिका पर हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया। हेमंत सोरेन ने प्रवर्तन निदेशालय की ओर से की गई उनकी गिरफ्तारी को चुनौती दी थी। जस्टिस संजीव खन्ना, न्यायमूर्ति एमएम सुंदरेश और न्यायमूर्ति बेला एम. त्रिवेदी की पीठ ने शुक्रवार को सोरेन की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ताओं कपिल सिब्बल और अभिषेक सिंघवी से हाईकोर्ट जाने को कहा।

सात घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया था
इससे पहले ईडी ने बुधवार को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सात घंटे की पूछताछ के बाद झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया था। इससे पहले सोरेन को ईडी की हिरासत में राज्यपाल से मिलकर सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा था।

ईडी का दावा- रांची में सोरेन के पास 8.5 एकड़ भूखंड
इस बीच ईडी ने विशेष अदालत को बताया कि सोरेन के पास रांची में एक दूसरे से सटे 12 भूखंड हैं जिनका माप कुल 8.5 एकड़ है। इन पर सोरेन का अवैध कब्जा है और वह उनका उपयोग करते हैं और उन्होंने यह जानकारी छिपा कर भी रखी थी। एजेंसी ने कहा कि ये भूखंड मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत अपराध की आय है।

राज्य सरकार के कर्मचारी और राजस्व विभाग में सब इंस्पेक्टर भानू प्रताप प्रसाद के खिलाफ राज्य के विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी में संपत्तियों के दस्तावेज मिले थे। इससे पता चला कि प्रसाद अन्य लोगों के साथ मिलकर संपत्तियों को अवैध रूप से हासिल करने की साजिश में शामिल था, इसमें हेमंत सोरेन द्वारा हासिल की गई संपत्तियां भी शामिल हैं। प्रसाद के मोबाइल फोन में भी इसके विवरण मिले थे।

चंपई सोरेन ने ली शपथ
इस बीच झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के विधायक दल के नेता चंपई सोरेन ने शुक्रवार को झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसके अलावा कांग्रेस पार्टी के आलमगीर आलम और राजद के सत्यानंद भोक्ता ने भी मंत्री के रूप में शपथ ली।

और भी

राज्य सरकार का भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस : मुख्यमंत्री

 जयपुर: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि हमारी सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी-कर्मचारी अपने दायित्वों की पालना सुनिश्चित करें ताकि आमजन का सरकार के प्रति विश्वास बना रहे। उन्होंने अधिकारियों को नियमित रूप से जनसुनवाई सुनिश्चित करने, परिवादों के त्वरित निस्तारण, उनकी मॉनिटरिंग करने तथा फीडबैक लेने के निर्देश दिए। साथ ही, बिजली तथा पेयजल आपूर्ति की स्थिति, चिकित्सा सुविधाएं, जल जीवन मिशन की प्रगति, विकसित भारत संकल्प यात्रा, कानून-व्यवस्था तथा अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों की उच्च स्तरीय समीक्षा की।

 

श्री शर्मा मुख्यमंत्री कार्यालय पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से समस्त संभागीय आयुक्त, जिला कलक्टर, पुलिस महानिरीक्षक एवं जिला पुलिस अधीक्षक की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार जनकल्याण को अपना ध्येय मानते हुए प्रदेश के विकास के लिए प्रयासरत है। हमारे इन प्रयासों को धरातल पर उतारने में आपकी अहम भूमिका है।

नियमित जनसुनवाई कर आमजन की समस्याओं का करें समाधान

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जिला स्तरीय अधिकारी नियमित रूप से जनसुनवाई करें ताकि परिवादियों को अपनी परेशानी लेकर जयपुर नहीं आना पड़े। उन्होंने कहा कि संपर्क पोर्टल पर आने वाली शिकायतों का पूर्ण संतुष्टि के साथ त्वरित निस्तारण करें तथा जिला स्तर पर हो रही दैनिक जनसुनवाई की रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय भेजना सुनिश्चित करें। सभी जिलों में जनसुनवाई का समय सुनिश्चित कर परिवादियों के लिए समुचित व्यवस्थाएं दुरूस्त की जाएं।

राजकीय हित के मामलों पर करें फोकस

श्री शर्मा ने कहा कि राजस्व से संबंधित लंबित मामलों को भी जल्द सुलझाने के प्रयास करें। साथ ही, ऐसे लंबित मामलों की सूची बनाकर उनकी नियमित मॉनिटरिंग सुनिश्चित करें। उन्होंने अधिकारियों को राजकीय भूमि की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कलेक्ट्रेट, उपखंड कार्यालयों, तहसील कार्यालयों और नगरपालिकाओं में ई-फाइल प्रणाली को क्रियान्वित करें ताकि अधिकतम फाइलों का निपटारा हो।

सुचारू रूप से बिजली की उपलब्धता हो सुनिश्चित

मुख्यमंत्री ने रबी फसल हेतु बिजली सप्लाई स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि किसानों को रबी सीजन में सुचारू रूप से बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित करें। श्री शर्मा ने अधिकारियों को बिजली की उपलब्धता तथा बिजली छीजत कम करने के संबंध में निर्देश दिए। साथ ही, सभी जिलों में आगामी गर्मी के मौसम को देखते हुए पेयजल व्यवस्था की तैयारियां पूर्ण रखने के संबंध में निर्देश दिए।

समय-समय पर चिकित्सालयों व विद्यालयों का हो औचक निरीक्षण

श्री शर्मा ने कहा कि विद्यालयों और चिकित्सालयों में स्वच्छता संबंधी जरूरी सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि कार्यालयों, अस्पतालों तथा शिक्षण संस्थानों में सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए और समय-समय पर औचक निरीक्षण किया जाए जिससे जरूरतमंदों को राहत मिले। श्री शर्मा ने कहा कि निरक्षरता को घटाने का प्रयास करें तथा शिक्षा की गुणवत्ता की समीक्षा करें। उन्होंने कहा कि नियमित रूप से श्री अन्नपूर्णा रसोईयों का भी औचक निरीक्षण किया जाए।

जल जीवन मिशन के कार्यों में लाएं तेजी

मुख्यमंत्री ने कहा कि जल जीवन मिशन में लक्ष्य को प्राप्त करने की मॉनिटरिंग करते हुए कार्य में तेजी लाएं। जल जीवन मिशन के तहत होने वाले कार्यों का फील्ड में जाकर निरीक्षण करें ताकि वास्तविक कार्य और वस्तुस्थिति के बारे में स्थिति स्पष्ट हो। उन्होंने कहा कि इस योजना में व्यय होने वाली राशि की मॉनिटरिंग की जाए ताकि धन का सदुपयोग हो एवं अधिकतम लोगों तक नल से जल का लक्ष्य प्राप्त किया जा सके। साथ ही, पानी की चोरी तथा अवैध कनेक्शन के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करें।

विकसित भारत संकल्प यात्रा

श्री शर्मा ने कहा कि सभी जिला अधिकारी अपने-अपने जिलों में विकसित भारत संकल्प यात्रा शिविरों का सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि अंतिम पंक्ति में बैठे व्यक्ति को योजनाओं से लाभान्वित करने के लिए यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा यह यात्रा शुरू की गई है। इसमें राजस्थान विभिन्न क्षेत्रों में अव्वल है। हमें आगे भी यात्रा की सफलता को सुनिश्चित करना है।

कानून का इकबाल करें कायम

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था को सुचारू रखने और आमजन को न्याय दिलवाने की जिम्मेदारी आपके कंधों पर है। पुलिस अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि लोगों में पुलिस के प्रति विश्वास पैदा हो और अपराधियों में कानून का इकबाल कायम हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आमजन को त्वरित न्याय मिले और सुगमता से उसकी एफआईआर दर्ज हो। पुलिस थानों में पीड़ित लोगों के लिए सकारात्मक वातावरण प्रदान करें और पीड़ितों के साथ संवेनदशीलता के साथ व्यवहार किया जाए। श्री शर्मा ने कहा कि सोशल मीडिया की वजह से उत्पन्न होने वाली अप्रिय स्थिति को रोकने पर भी ध्यान केन्द्रित करें। महिलाओं और बच्चों के प्रति होने वाले अपराधों पर लगाम लगाने के लिए विशेष मुस्तैदी बरती जाए। उन्होंने कहा कि पुलिस की कार्यशैली को आधुनिक, पब्लिक फ्रेंडली एवं प्रो-एक्टिव बनाना होगा। जिला पुलिस अधीक्षक थानों का निरीक्षण करें तथा नियमित रूप से सीएलजी की बैठक सुनिश्चित करें।

जेलों में लगें अत्याधुनिक जैमर

श्री शर्मा ने कहा कि जेलों में बंद अपराधियों द्वारा गैंग ऑपरेशन पर रोक लगाई जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेशभर की जेलों का भी औचक निरीक्षण किया जाए तथा जेलों में मोबाइल के उपयोग पर प्रभावी रोक लगाई जाए। इस हेतु अत्याधुनिक जैमर लगाए जाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों से आने वाले अपराधियों व अवैध हथियारों की रोकथाम के लिए विशेष अभियान चलाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि दोषी अनुशासनहीन पुलिसकर्मियों के विरूद्ध मिली शिकायतों की जांच में उनको बचाने का प्रयास नहीं किया जाए। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा किए गए नवाचार और अच्छे कार्यों का प्रभावी प्रचार-प्रसार करें। इसके लिए मीडिया का प्रभावी प्रबंधन कर लोगों में पुलिस छवि में सुधार करें और अपराधियों में कानून का इकबाल कायम करें। अभय कमाण्ड सेन्टर व सीसीटीवी का प्रभावी प्रयोग कर नियमित मॉनिटरिंग सुनिश्चित करें।

और भी

वित्तमंत्री ने 3 नए कॉरिडोर के साथ रेलवे के लिए बजट में किया ये ऐलान ...

नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अंतरिम बजट पेश कर दिया। दूसरे क्षेत्रों की तरह बजट में रेलवे क्षेत्र के लिए भी एलान हुए हैं। वित्त वर्ष 2024-25 के बजट में सरकार का फोकस वंदे भारत ट्रेनों पर रहा।


रेलवे क्षेत्र को इस बजट से क्या?
अंतरिम बजट में वित्त मंत्री ने कहा कि तीन प्रमुख आर्थिक रेल गलियारा कार्यक्रम क्रियान्वित किए जाएंगे। इनमें पहला ऊर्जा, खनिज एवं सीमेंट गलियारा, दूसरा पत्तन संपर्कता गलियारा और तीसरा अधिक यातायात वाला गलियारा है। बहुविध मॉडलों वाली संपर्कता (कनेक्टिविटी) को संभव बनाने के लिए प्रधानमंत्री गति शक्ति के अंतर्गत इन परियोजनाओं की पहचान की गई है। इनसे रसद व्यवस्था संबंधी कार्यकुशलता बढ़ेगी और लागत में कमी आएगी। इसके चलते अधिक यातायात वाले गलियारों में भीड़ कम होने से यात्री ट्रेनों के परिचालन में सुधार लाने में भी मदद मिलेगी और यात्री सुरक्षा एवं यात्रा की रफ्तार बढ़ेगी। समर्पित मालभाड़ा गलियारों के साथ-साथ इन तीन आर्थिक गलियारा कार्यक्रमों से हमारी जीडीपी की विकास दर बढ़ेगी तथा रसद व्यवस्था संबंधी लागत में भी कमी आएगी।

एक अहम एलान में वित्त मंत्री ने कहा कि 40 हजार सामान्य बोगियों को वंदे भारत के पैमानों के अनुरूप विकसित किया जाएगा, ताकि यात्रियों की सुरक्षा और सहूलियत को बढ़ाया जा सके।

पिछले बजट में रेलवे को क्या मिला था?
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पिछली बार रेलवे क्षेत्र के लिए भी कई अहम एलान किए थे। वित्त मंत्री ने बजट में रेलवे के लिए 2.40 लाख करोड़ रुपए के पूंजीगत परिव्यय की घोषणा की थी। यह वित्त वर्ष 2013-14 में किए गए परिव्यय का लगभग नौ गुना था।

बजट में रेलवे सेक्टर में निजी भागेदारी बढ़ाने की बात कही गई थी ताकि रेलवे के तहत सड़कों, शहरी बुनियादी ढांचे और बिजली जैसे ढांचागत विकास में मदद मिल सके। बजट भाषण में कहा गया था कि सरकार आने वाले समय में वंदे भारत और हाइड्रोजन ट्रेन जैसी कई ट्रेनों के संचालन में खर्च करेगी। यात्री सुविधाओं के लिए भी खर्च किए जाने का प्रावधान किया गया था।

ये थे रेलवे सेक्टर के लिए अहम घोषणाएं
    2.4 लाख करोड़ का खर्च रेलवे सेक्टर में
    रेलवे में निजी क्षेत्र की भागेदारी
    17,297 करोड़ रुपए से रेलवे की पटरियों का नवीकरण
    45,000 करोड़ रुपए का रेलवे सुरक्षा निधि में हस्तांतरण

2023-24 में मुसाफिरों से 70 हजार करोड़ की कमाई का अनुमान
पिछले बजट में रेलवे ने अपने आय और व्यय का ब्यौरा भी उपलब्ध कराया था। इसने 2023-24 बजट में यात्रियों से 70 हजार करोड़ रुपए की कमाई का अनुमान लगाया था जोकि पिछले बजट सत्र में 64 हजार करोड़ था। वहीं मॉल ढुलाई से वित्त वर्ष 2023-24 में 1.79 लाख करोड़ रुपए की कमाई होने का अनुमान था जो 2022-23 बजट में 1.65 लाख करोड़ था।
 

 

और भी

जेल में बीतेगी हेमंत की रात, कल होगी अगली सुनवाई...

रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को कथित जमीन घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले में बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने गिरफ्तार कर लिया। गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) अदालत में पेश किया। ईडी ने झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की 10 दिन की रिमांड की मांग की। हालांकि अदालत ने दलीलों को सुनने के बाद आदेश सुरक्षित रख लिया। मामले में अगली सुनवाई शुक्रवार को होगी। बता दें कि हेमंत सोरेन को आज की रात जेल में ही बितानी पड़ेगी। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष सोरेन को बुधवार रात यहां उनके आधिकारिक आवास पर धनशोधन मामले में सात घंटे की पूछताछ के बाद ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था।

 

 

और भी

सीएम सोरेने का पता बताने वाले को मिलेगा 11 हजार का इनाम : बाबूलाल मरांडी

भाजपा ने मुख्यमंत्री को भगोड़ा करार दिया

रांची: ईडी की टीम, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेने से जमीन  घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ करना चाहती है, लेकिन बीते 24 घंटे से हेमंत सोरेन कहां पर हैं, इसकी जानकारी नहीं मिल रही है। ऐसे में विपक्षी भाजपा ने हेमंत सोरेने और सत्ताधारी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा पर निशाना साधा है। भाजपा ने हेमंत सोरेने को भगोड़ा करार दिया है और आरोप लगाया है कि सीएम हेमंत सोरेन ने राज्य की इज्जत को मिट्टी में मिला दिया है।

झारखंड भाजपा के प्रमुख बाबूलाल मरांडी ने सीएम सोरेन को तलाशने पर 11 हजार रुपये इनाम देने का एलान किया है। मरांडी ने कहा कि 'झारखंड के लोगों से मार्मिक अपील- हमारे राज्य के मुख्यमंत्री केंद्रीय एजेंसियों के डर से पिछले करीब चालीस घंटे से लोकलाज त्याग कर लापता हैं और चेहरा छिपाकर भागे-भागे फिर रहे हैं। यह न सिर्फ मुख्यमंत्री की निजी सुरक्षा के लिए खतरा है बल्कि इससे झारखंड की साढ़े तीन करोड़ जनता की सुरक्षा, इज्जत, मान-सम्मान भी खतरे में है। जो कोई भी बिना विलंब हमारे होनहार मुख्यमंत्री को सकुशल खोजकर लाएगा, उसे मेरी तरफ से ग्यारह हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा। जो कोई भी बिना विलंब हमारे होनहार मुख्यमंत्री को सकुशल खोजकर लाएगा, उसे मेरी तरफ से ग्यारह हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा।'

निशिकांत दुबे ने कसा तंज
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा कर लिखा 'आज झारखंड के लोगों को मान-सम्मान हमारे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी ने लापता होकर मिट्टी में मिला दिया है।' एक अन्य पोस्ट में निशिकांत दुबे ने लिखा 'मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी के इशारों पर गलत काम करने वालों को एक बड़ी नसीहत, जो मुख्यमंत्री खुद को भगोड़ा साबित कर रहा है, जांच एजेंसियों का सामना करने से भाग रहा है, दिन भर देश-विदेश में बेइज्जती झेल रहा है, वह आदमी अधिकारियों की या राज्य के लोगों की क्या रक्षा करेंगे?'

झारखंड भाजपा के प्रवक्ता प्रतुलल शाहदेव ने कहा 'मुख्यमंत्री का अता-पता नहीं है, हमारे सीएम भगोड़ा हो गए, फरार हो गए। यह झारकंड के लिए शर्मसार करने वाली बात है। मुख्यमंत्री को ईडी का सामना करना चाहिए। वह क्या नजीर पेश कर रहे हैं।'

राज्यपाल बोले- कोई भी कानून से ऊपर नहीं
झारखंड के राज्यपाल सीबी राधाकृष्णन ने सीएम हेमंत सोरेन के कथित तौर पर लापता होने पर मीडिया से बात करते हुए कहा 'आपकी तरह, हम भी सीएम की प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहे हैं। कोई भी कानून से ऊपर नहीं है। हमें संविधान के तहत काम करना होता है। हम चाहते हैं कि कानून व्यवस्था कायम रहे।' हेमंत सोरेन शनिवार को दिल्ली पहुंचे थे। इसके बाद ईडी की टीम सोमवार सुबह को दिल्ली स्थित हेमंत सोरेन के आवास पहुंची थी, लेकिन सीएम वहां नहीं मिले। हेमंत सोरेन के रांची स्थित आधिकारिक आवास में भी नहीं होने की सूचना है। यही वजह है कि भाजपा सीएम पर भगोड़ा होने का आरोप लगा रही है। 

 

 

और भी

भाजपा नेता की हत्या मामले में पीएफआई से जुड़े 15 दोषियों को सजा-ए-मौत

तिरुवनंतपुरम: केरल की एक अदालत ने अलप्पुझा में दो साल पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक नेता की हत्या के मामले में प्रतिबंधित इस्लामिक कट्टरपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से जुड़े 15 दोषियों को मौत की सजा सुनाई है। भाजपा अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) मोर्चा के नेता के मर्डर केस में कोर्ट ने इन्हें एक हफ्ते पहले ही दोषी करार दिया था। मामले में मावेलिक्कारा की अतिरिक्त जिला सत्र अदालत ने अब सजा का एलान किया है।

सजा का एलान अतिरिक्त जिला जज वीजी. श्रीदेवी की तरफ से किया गया। अभियोजन पक्ष ने मामले में दोषियों के लिए अधिकतम सजा की मांग की थी और कहा था कि सभी दोषी प्रशिक्षित हत्यारे हैं। जिस क्रूरता से इन लोगों ने पीड़ित को उसकी मां-पत्नी और बच्चों के सामने मारा, वह दुर्लभतम अपराध की श्रेणी में आता है।

क्या था मामला
आरोप था कि 19 दिसंबर 2021 में भाजपा के ओबीसी मोर्चा के प्रदेश सचिव रंजीत श्रीनिवासन पर पीएफआई और ‘सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया’ (एसडीपीआई) से जुड़े कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया था। इस दौरान उनके घर में उन्हें परिवार के सामने ही बुरी तरह पीटा गया और उनकी हत्या कर दी गई थी। इस घटना से कुछ पहले ही 18 दिसंबर की रात को एक गिरोह ने एसडीपीआई नेता केएस. शान की हत्या कर दी थी। घटना के समय वह अलप्पुझा में अपने घर लौट रहे थे। माना जा रहा था कि कट्टरपंथी भीड़ इससे गुस्सा गई और बदले में रंजीत की हत्या कर दी।

और भी

कर्नाटक की मस्जिदों में भगवान राम की तस्‍वीर रख प्रार्थना की गई

हुबली: उत्तरी कर्नाटक क्षेत्र के कई गांवों में मुसलमानों ने सोमवार को अयोध्या के राम मंदिर के 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह के अवसर पर मस्जिदों के परिसर में भगवान राम की पूजा की। हुबली तालुक के हल्याला गांव में मुस्लिम समुदाय के सदस्यों ने दो मस्जिदों और सैय्यद अली दरगाह के परिसर में भगवान राम की तस्वीरें लगाकर प्रार्थना की।

इस अवसर पर उन्होंने ग्रामीणों को भोजन कराया और भगवा वस्त्र भी पहने। गडग जिले के नारगुंड तालुक के हुनासिकट्टी गांव में मुसलमानों ने 'होम' अनुष्ठान किया। अनुष्ठान गांव की मस्जिद के परिसर में किया गया और कार्यक्रम में हिंदुओं ने भी भाग लिया। 'भारत माता' के चित्र पर पुष्पांजलि भी अर्पित की गई।उत्तरी कर्नाटक धार्मिक सद्भाव और भाईचारे के लिए जाना जाता है। अन्य स्थानों के विपरीत उत्तरी कर्नाटक के गांवों में मुस्लिम और हिंदू पड़ोस में रहते हैं और एक समान संस्कृति साझा करते हैं।

 

 

और भी

मुंबई लोकल ट्रेन की चपेट में आने से तीन रेलकर्मियों की मौत

पालघर: महाराष्ट्र में एक चौंकाने वाली घटना में मंगलवार को सुबह के व्यस्त समय के दौरान वसई स्टेशन के पास उपनगरीय लोकल ट्रेन की चपेट में आने से पश्चिम रेलवे (डब्ल्यूआर) के तीन कर्मचारियों की मौत हो गई। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

डब्ल्यूआर के मुख्य प्रवक्ता सुमित ठाकुर के अनुसार, तीन मृत व्यक्तियों की पहचान की गई है। वासु मित्रा, भयंदर में एसएसई/एसआईजी, सोमनाथ उत्तम, ईएसएम-आई, और एक सहायक सचिन वानखेड़े की मौत हो गई है।

दुखद दुर्घटना का विवरण अभी तक उपलब्ध नहीं है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है, जबकि पश्चिम रेलवे ने तीन सहकर्मियों की मौत पर शोक व्यक्त किया है।

 

 

और भी

भारत के शौर्य व पराक्रम के प्रतीक हैं नेताजी सुभाष चंद्र बोस : सीएम योगी

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने युवाओं में ऊर्जा भरी। भारत की आजादी के आंदोलन के दौरान उन्होंने युवाओं को विदेशी हुकूमत के खिलाफ एकजुट कर लड़ने की नई प्रेरणा दी थी। न केवल भारत, बल्कि बाहर भी हमें देश की आजादी की लड़ाई को कैसे आगे ले जाना है, नेताजी ने उस समय इसकी गजब रणनीति तैयार की थी।

उन्होंने कहा, आज उसी का परिणाम है कि जब हम भारत के बाहर जाते हैं तो बहुत सारी जगहों पर हमें नेताजी से जुड़े स्थल भी देखने को मिलते हैं। नेताजी भारत के शौर्य व पराक्रम के प्रतीक रहे हैं। नेताजी ने युवाओं का आह्वान करते हुए देश की आजादी की लड़ाई को प्रखरता के साथ बढ़ाने का कार्य किया।

मुख्यमंत्री योगी ने यह बातें मंगलवार को नेताजी सुभाष चंद बोस की जयंती पर कहीं। उन्होंने परिवर्तन चौक स्थित नेताजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए।

सीएम ने कहा कि नेताजी ने आजाद हिंद फौज का गठन किया, नौजवानों का आह्वान किया- तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा। देश की आजादी के इस मंत्र की बदौलत लाखों युवा सर्वस्व न्योछावर करने को तैयार हो गए।

युवा व हर भारतवासी आजाद हिंद फौज के नेतृत्व में लड़ी जाने वाली लड़ाई का हिस्सा बना। नेताजी ने न केवल भारत, बल्कि म्यांमार, सिंगापुर समेत दुनिया के अनेक देशों में इस लड़ाई को प्रखरता के साथ बढ़ाने का कार्य भी किया। यही कारण है कि हर भारतवासी नेताजी के प्रति श्रद्धा व सम्मान का भाव रखता है।

सीएम ने कहा कि सौभाग्य है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की पावन जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में आयोजित करने और साप्ताहिक आयोजन को इससे जोड़ने का कार्यक्रम बनाया है। नेताजी भारत के शौर्य व पराक्रम के प्रतीक रहे हैं।

आज जब 127वीं पावन जयंती पर उन्हें स्मरण कर रहे हैं तो आंतरिक व बाहरी सुरक्षा की रणनीति क्या होनी चाहिए, इन स्थितियों में अब हमारे सामने सक्षम भारत है। पूरी दुनिया नए भारत को देख रही है।

मुख्यमंत्री ने प्रदेश के युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि मातृभूमि के लिए जो भी कर पाएंगे, वह कम होगा। आज की सबसे बड़ी आश्वयकता है कि हर व्यक्ति कर्तव्यों का ईमानदारी पूर्वक निर्वहन करे। यही नेताजी के प्रति सच्ची श्रद्धा व सम्मान होगा।

 
और भी

कर्नाटक शहर में 'प्राण प्रतिष्ठा' का जश्न मना रहे युवाओं पर पथराव, सुरक्षा बढ़ाई गई

बेंगलुरु: कर्नाटक पुलिस ने शहर में दो समूहों के बीच पथराव की घटना के बाद मंगलवार को बेलगावी शहर के कुछ हिस्सों में सुरक्षा बढ़ा दी।


घटना बाजार थाने की सीमा के भीतर हुई। पुलिस के मुताबिक, युवाओं के एक समूह ने सोमवार को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के बाद 'जय श्री राम' के नारे लगाते हुए रैली निकाली। अचानक समूह पर पत्थरों से हमला कर दिया गया।

रैली निकाल रहे समूह ने भी हमले का जवाब दिया। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया और स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस की कार्रवाई के बाद पथराव करने वाले समूह तितर-बितर हो गए।

बाजार पुलिस पथराव में शामिल लोगों की पहचान करने के लिए सीसीटीवी फुटेज जुटा रही है। एहतियात के तौर पर, पुलिस ने संवेदनशील बिंदुओं पर कर्नाटक राज्य रिजर्व पुलिस (केएसआरपी) की दो प्लाटूनों की तैनाती की हैं।
 
और भी

सदियों की प्रतीक्षा, त्याग, बलिदान के पश्चात हमारे राम आ गए : नरेंद्र मोदी

अयोध्या: अयोध्या के राम जन्मभूमि मंदिर में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ रामलला, राममंदिर में विराज चुके हैं। रामलला की मूर्ति की आरती की गई। इस दौरान गर्भगृह में पीएम मोदी, मोहन भागवत मौजूद रहे।मुख्य यजमान पीएम मोदी के अलावा अतिथियों ने भी आरती की। रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की जाने के बाद पीएम मोदी ने मंदिर परिसर के मंच से लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा, हमारे प्रभु राम आ गए हैं। सदियों की अभूतपूर्व प्रतीक्षा, त्याग, बलिदान के पश्चात हमारे राम आ गए हैं। यह शुभ अवसर है, कहने के लिए बहुत कुछ है, किंतु कंठ अवरुद्ध हो रहा है। यह क्षण अलौकिक है, यह पल पवित्र पल है, यह माहौल, यह ऊर्जा, यह वातावरण, यह घड़ी अद्भुत है। हम पर प्रभु राम की कृपा है।

उन्होंने कहा, हमारे श्री राम अब टेंट में नहीं रहेंगे। अब वे इस दिव्य मंदिर में रहेंगे। आज से हजार साल बाद भी लोग इस तारीख की चर्चा करेंगे। हम पर श्री राम की कितनी कृपा है जो हम यह पल जी रहे हैं, इसे घटित होते देख रहे हैं। 22 जनवरी, ये कलैंडर पर लिखी तारीख नहीं बल्कि नए कालक्रम का उत्सव है। उमंग और उत्साह बढ़ता जा रहा है। निर्माण कार्य देख हर दिन नया विश्वास पैदा हो रहा है। आज सदियों के धैर्य की धरोहर मिली है। आज हमें श्रीराम का मंदिर मिला है। गुलामी की जंजीरों को तोड़कर राष्ट्र खड़ा हुआ है। आज से हजार साल के बाद भी लोग आज की इस तारीख को याद रखा जाएगा।

यह समय, दिन, दिशाएं सभी दिव्य हैं। राम भक्त हनुमान, माता जानकी, लक्ष्मण, भरत शत्रुघ्न सभी को नमन करता हूं। मै प्रभु श्री राम से क्षमा याचना भी करता हूं कि हमारी तपस्या में कोई कमी रही होगी जो हमारी तपस्या पूरी होने में इतना समय लगा, किंतु आज वो कमी दूर हुई। पूरे भारत वासियों ने लंबे समय तक यह वियोग सहा। ये नए काल चक्र की उर्जा है देश में नए उत्सव का प्रारंभ हुआ हैं। पूरा देश आज दिवाली मना रहा है। गांव गांव में भजन संकीर्तन हो रहे हैं। शाम को राम दीप प्रज्ज्वलित करेंगे। न्यायपालिका के निर्णय से राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ है। अपने 11 दिनों के व्रत अनुष्ठान के दौरान मैंने उन स्थानों का चरण स्पर्श करने का प्रयास किया जहां प्रभु श्री राम के चरण पड़े थे मुझे सागर से सरयू तक यात्रा करने का अवसर मिला। हर जगह राम नाम छाया है। भारत के कण कण में राम विराजे हैं। इससे अच्छा देश को समाहित करने वाला सूत्र और कुछ नहीं हो सकता है।

मुझे देश के अलग अलग हिस्सों में अलग अलग भाषाओं में रामायण सुनने का अवसर मिला है। राम पर्वत से लेकर परंपराओं में सर्वत्र समाए हैं। हर युग में लोगों ने राम को जिया है, अपने तरीकों से राम को अभिव्यक्त किया है। यह राम रस जीवन की तरह निरंतर बहता रहा है। लोग राम रस का आचमन करते रहे हैं। आज देश उन सभी व्यक्तियों को याद कर रहा है जिनके त्याग और बलिदान के परिणामस्वरूप आज का यह अवसर हमे मिला है।

यह क्षण उत्सव के साथ ही भारतीय समाज के परिपक्वता के बोध का भी है। यह क्षण विनय का है। हमारे देश ने इतिहास की इस गांठ को जिस गंभीरता और परिपक्वता से खोला है। यह बताता है कि हमारा भविष्य सौहार्द और समन्वय से युक्त होगा। राम आग नही हैं ऊर्जा है: राम विवाद नहीं राम समाधान हैं। राम वर्तमान नहीं राम अनंतकाल हैं।  राम की प्राण प्रतिष्ठा से पूरा विश्व जुड़ा है। इसमें सर्व व्यापकता है। राम लला की प्रतिष्ठा वसुधैव कुटुंबकम् के भाव की भी प्राण प्रतिष्ठा है । यह मंदिर भारत के दर्शन का मंदिर, राम के चेतना का मंदिर है।

और भी

अपने भवन में विराजमान हुए रामलला, पीएम मोदी ने उतारी आरती...

अयोध्या: 500 वर्षों से अधिक का इंतजार खत्म हो गया है। रामलला राम मंदिर के गर्भगृह में विराजमान हो गए हैं। पीएम नरेंद्र मोदी, मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आद‍ित्‍यनाथ की मौजूदगी में रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस दौरान देश-दुन‍िया में बैठे लोगों की नजरें अयोध्‍या पर ट‍िकी रहीं। इस पल का सभी सनातनियों के साथ-साथ पूरे देश को लंबे समय से इंतजार था। राम मंदिर में अब प्रभु विराजमान हो गए हैं।


इसी बीच पीएम मोदी भाव-विभोर हो गए। इस खास मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि अयोध्या धाम में श्री राम लला की प्राण-प्रतिष्ठा का अलौकिक क्षण हर किसी को भाव-विभोर करने वाला है। इस दिव्य कार्यक्रम का हिस्सा बनना मेरा परम सौभाग्य है। जय सियाराम!

 

 

और भी

LIVE: रामलला के लिए चांदी का छत्र लेकर पहुंचे PM मोदी, प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान शुरू

राममंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को बस अब कुछ चंद घंटे ही बाकी हैं। वह शुभ घड़ी अब दूर नहीं, जब रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा हो जाएगी और भक्तों को उनके दर्शन हो पाएंगे। इस शुभ घड़ी का सदियों से राम भक्त इंतजार कर रहे थे। देशभर से कई वीवीआईपी अयोध्या में आ रहे हैं। 22 जनवरी के भव्य कार्यक्रम के बाद प्रभु श्री राम के द्वार सभी भक्तों के लिए खुल जाएंगे। 23 जनवरी से आप भी भगवान के दर्शन का लाभ उठा पाएंगे।

और भी

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले रामलीला शुरू, सीता बनी हेमा मालिनी

अयोध्या: अब राम नगरी अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को कुछ दिन ही बचे हैं। 22 जनवरी को होने वाली प्राण प्रतिष्ठा से पहले मंगलवार से ही राम नगरी अयोध्या में इससे जुड़े कई और कार्यक्रम की शुरुआत हो चुकी है। जैसे ही राम मंदिर उद्घाटन समारोह की तैयारियां जोरों पर हैं, वैसे ही अयोध्या में परफॉर्मेंस भी जोरों पर चल रही हैं। अयोध्या में हेमा मालिनी ने परफार्म किया है। जहां हेमा मालिनी माता सीता बनी नजर आईं। वहीं विश्व नायक ने भगवान राम का किरदार निभाया। हेमा मालिनी और विश्व नायक एक साथ राम और सीता के रूप में दिखें। हेमा मालिनी और विश्व नायक के साथ जगदगुरु रामभद्राचार्य भी नजर आए।

और भी