शिक्षा

शक्ति टीम ने दी माही नर्सिंग इंस्टीट्यूट के छात्राओं को महिला अभिव्यक्ति एप की जानकारी

 धमतरी (छत्तीसगढ़ दर्पण)। पुलिस अधीक्षक प्रशांत ठाकुर के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मेघा टेंभुरकर साहू के मार्गदर्शन में सारिका वैद्य उप पुलिस अधीक्षक महिला विरुद्ध अपराध के नेतृत्व में 24 अगस्त को सुरक्षा एप के बारे में प्रचार-प्रसार व उसके इस्तेमाल को लेकर धमतरी पुलिस की शक्ति टीम ने माही नर्सिंग इंस्टीट्यूट धमतरी पहुंची, जहां वे नर्सिंग छात्राओं को शिक्षक-शिक्षिकाओं की मौजूदगी में इसके बारे में विस्तृत जानकारी से अवगत कराया।

उन्होंने बताया कि इस एप के इस्तेमाल के लिए सबसे पहले महिला-बालिकाओं को अपने मोबाइल फोन में प्ले स्टोर से अभिव्यक्ति महिला सुरक्षाा एप डाउनलोड करना है। इसमें उन्हें साइन इन करना है, अपना मोबाइल नंबर डालना है, ओटीपी आएगा उसे एप में डालना है, केवायसी अपडेट करना है, जिसके बाद महिलाएं कभी भी इस एप के माध्यम से अपनी शिकायत अपलोड कर तुरंत पुलिस की सहायता प्राप्त कर सकती है।

सायबर व एटीएम फ्राड के बारे में किया गया जागरूक :

पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर शक्ति टीम की ओर से लगातार ने महिला सुरक्षा के लिए बने अभिव्यक्ति एप के बारे में स्कूल कॉलेजों में जानकारी देते हुए एप के इस्तेमाल के बारे में अवगत कराया जा रहा है।  अभिव्यक्ति एप में महिला सुरक्षा संबंधी दी गई है कई महत्वपूर्ण जानकारियां। छत्तीसगढ़ पुलिस की अभिव्यक्ति एप में महिला सुरक्षा से जुड़े कई अहम जानकारियां मौजूद है जिसे जरूर अध्ययन करें। शक्ति टीम की ओर से छात्राओं को सदैव जागरूक रहने और घटना घटित होने पर तत्काल पुलिस को सूचित करने अपील की गई। साथ ही शक्ति टीम की ओर से सेल्फ डिफेंस के बारे में प्रैक्टिकली कर असामाजिक तत्वों से बचने के लिए स्वयं की सुरक्षा करने के अलग-अलग तरीके बताए गए। भीड-भाड़ वाले स्थानों पर महिलाओं को अभिव्यक्ति एप के बारे में अवगत कराया गया। 

धमतरी पुलिस की शक्ति टीम ने धमतरी नगर के भीड़.भाड़ वाले स्थानों पर महिलाओं को छत्तीसगढ़ पुलिस की अभिव्यक्ति एप के बारे में अवगत कराया। टीम के महिला पुलिसकर्मी ने महिलाओं को कहा कि कहीं आने-जाने के दौरान किसी प्रकार की समस्या अथवा परेशानी होने पर एप का इस्तेमाल कर पुलिस को अवगत कराए यथासंभव पुलिस जल्द आप तक पहुंचेगी और पुलिस सहायता उपलब्ध होगी। इस दौरान माही नर्सिंग इंस्टीट्यूट धमतरी के प्राचार्या  सहित महिला आरक्षक तनुजा कंवर,लक्ष्मी नांगवंशी,कौशल्या गावड़े सहित नर्सिंग के छात्राएं अधिक संख्या में उपस्थित रहे।

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पीएससी मुख्य परीक्षा के परिणाम जारी, देखें पात्र अभ्यर्थियों की सूची...

 रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग ने मुख्य परीक्षा के परिणाम घोषित कर दिए हैं। जारी परिणाम के अनुसार 509 अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए पात्र घोषित किया गया है।

बता दें कि राज्य सेवा परीक्षा 2021 के लिए 26 नवंबर को प्रारम्भिक परीक्षा ली गई थी। 26, 27, 28, व 29 मई को मुख्य परीक्षा ली गई। 20 विभागों के 171 पदों के लिए परीक्षा आयोजित की गई थी। इंटरव्यू सितंबर माह के तीसरे हफ्ते से शुरू होने की संभावना है।


 

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स्वामी आत्मानंद स्कूल के बच्चों के लिए उपलब्ध कराई गई बस सुविधा

 जशपुरनगर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के जशपुर जिले के विधानसभा क्षेत्र में भ्रमण के अंतर्गत आयोजित भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में किए गए घोषणाओं एवं निर्देशों का पालन हेतु जिला प्रशासन द्वारा त्वरित कार्यवाही की जा रही है।
मुख्यमंत्री बघेल के समक्ष फरसाबहार के पमशाला एवं मनोरा के आस्ता में हुए जन चौपाल में स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यमिक विद्यालय के छात्र छात्राओं द्वारा विद्यालय आवागमन के लिए परिवहन सुविधा उपलब्ध कराने हेतु निवेदन किया था। जिस पर मुख्यमंत्री बघेल ने बच्चों की मांग को संवेदनशीलता से लेते हुए जिला प्रशासन को परिवहन हेतु बस व्यवस्था करने के लिए निर्देशित किया था। मुख्यमंत्री के निर्देशों के परिपालन में  कलेक्टर रितेश कुमार अग्रवाल के मार्गदर्शन में जिला शिक्षा अधिकारी जे के प्रसाद  द्वारा मनोरा एवं फरसाबहार के स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में अध्ययनरत दूर दराज के क्षेत्रों से आने वाले बच्चों की विद्यालय आवागमन की सुविधा के लिए बस की व्यवस्था की गई है। जिसके अंतर्गत मनोरा में 25 एवं फरसाबहार में 35 विद्यार्थी लाभान्वित हो रहे है।साथ ही बच्चों को 50 प्रतिशत किराए में छूट भी प्रशासन द्वारा दी जा रही है।

 

 

बस की सुविधा मिल जाने से बच्चों के साथ साथ उनके पालकों को भी राहत मिली है। अब उन्हें अपने बच्चों को स्कूल लाने-ले जाने की समस्या नहीं रह गई है। इससे उनके पैसे एवं समय की बचत हो भी रही है। सभी बच्चों ने बस सुविधा दिलाने के लिए मुख्यमंत्री बघेल एवं  जिला प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद दिया है।

 

 

 
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शासकीय-निजी विद्यालयों के विद्यार्थियों ने देखी फिल्म गांधी

 दुर्ग (छत्तीसगढ़ दर्पण)। जिले में हमर तिरंगा कार्यक्रम के तहत 21 अगस्त को 5 छविगृहों में प्रसिद्ध फिल्म गांधी का प्रदर्शन किया गया। जिसमें विभिन्न शासकीय एवं निजी विद्यालयों के 1379 विद्यार्थियों ने फिल्म देखी इस प्रदर्शन को लेकर विद्यार्थियों में अत्यंत उत्साह देखा गया।

बच्चों के उत्साहवर्धन के लिए पीवीआर सूर्या मॉल में भिलाई नगर के विधायक देवेंद्र यादव उपस्थित हुए। उन्होंने बच्चों के साथ फिल्म देखी तथा फिल्म समाप्ति पर उन्होंने बच्चों में ऊर्जा का संचार किया। उन्होंने कहा कि सभी बच्चे गांधीजी से प्रेरणा लेकर उनके आदर्शों को अपने जीवन में उतार अपना जीवन सफल बनाएं तथा खूब परिश्रम कर अच्छी शिक्षा दीक्षा प्राप्त कर जीवन लक्ष्य को प्राप्त करें। उक्त अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी अभय जायसवाल, जिला मिशन समन्वयक समग्र शिक्षा सुरेंद्र पांडे, समन्वयक शहरी स्त्रोत केंद्र दुर्ग भिलाई के रघुनाथ, सी.ए.सी. खमरिया, अहमद सलीम खान एवं सेजस बालाजी नगर के शिक्षक उपस्थित थे।

पीवीआर में सेजस आज बालाजी नगर खुर्सीपार भिलाई के 155 बच्चों ने फिल्म को रुचि पूर्वक देखा तथा गांधी फिल्म के संबंध में अपने विचारों को विधायक देवेंद्र के समक्ष रखा। देवेंद्र यादव ने बच्चों को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।

जिला शिक्षा अधिकारी अभय जायसवाल नई जानकारी देते हुए बताया कि कल 22 अगस्त को मिराज सिनेमा में सेजस सेक्टर 6 के, वेंकटेश्वर टॉकीज में कन्या उच्चतर माध्यमिक सुपेला के, पीवीआर सूर्या माल में हायर सेकेंडरी कुरूद के, स्वरूप टॉकीज दुर्ग में सेजस दीपक नगर दुर्ग के, तरुण मल्टीप्लेक्स दुर्ग में हायर सेकेंडरी बघेरा के, अप्सरा टॉकीज दुर्ग में हायर सेकेंडरी पुलगांव के, न्यू बसंत टॉकीज भिलाई में हाई स्कूल मुक्तिधाम के तथा बेबीलोन मुक्त सिनेमा भिलाई 3 में सेजस भिलाई 3 के विद्यार्थी फिल्म गांधी का प्रदर्शन देखेंगे।

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भारतीय जैन संगठना ने 208 विद्यार्थियों का किया सम्मान

 रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। भारतीय जैन संघठना छत्तीसागढ़ की ओर से कुम्हारी स्थित विचक्षण जैन विद्यापीठ में राज्य स्तरीय जैन मेधावी छात्र रत्नसम्मान समारोह का आयोजन रखा गया। समारोह के मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ शिक्षा विभाग के सचिव आईएएस सुनील जैन उपस्थित रहे। सम्मान समारोह में राज्य के 39 शहरों के 209 मेधावी छात्रों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मंगलाचरण से हुई। उसके बाद सभी अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्वलन किया गया। स्वागत भाषण संगठना के प्रदेश महासचिव मनोज लुंकड़ ने दिया और सभी अतिथियों का अभिनंदन किया।

मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ शिक्षा विभाग के सचिव आईएएस सुनील जैन ने छात्रों से कहा कि किसी ऊंचाई को प्राप्त कर लेना कठीन काम है और उससे भी बड़ा काम है उसे बरकरार रखना। जब हम एक लेवल तय करते है तो हमारी असली परीक्षा वही से शुरू होती है। जिंदगी में सफलता बहुत जरूरी है। सफलता का मंत्र हार्ड वर्क है। हार्ड वर्क का कोई सप्स्टिट्यूट नहीं है। सफलता प्राप्त करने में बहुत लंबा समय और परिश्रम करना पड़ता है। लेकिन कोई आदमी किसी काम को लंबा समय देता है तो उसे बोरियत लगने लगती है और लगता है कया इसे छोड़ दूं। उसे आराम की आवश्यकता होती है और ऐसा लगता है कोई ऐसा आदमी आए जो उसे प्रेरित करें। छात्रों से कहा कि आप सभी एक लंबे रास्ते में चलने के लिए तैयार है इस बीच आपमें भावना आएगी कि कहां फंस गया। इसी दौरान आपको प्रेरणा की जरूरत होती है।

 

उन्होंने कहा कि हमारे क्लास में एक बहुत बुध्दिमान बच्चा होता है उससे बात करने में भी हम संकाच करते है और सोचते है कि बहुत आगे जाएगा मेरा क्या होगा। लेकिन 20-25 साल बाद देखें तो वहीं उन्हें पीछे छोड़कर आगे निकल जाते है। कितना भी ज्ञानी हो यदि एकाग्रता नहीं है तो साधारण से साधारण व्यक्ति से पीछे हो जाएगे। एकाग्रता से ही कई लोगों ने सफलता हासिल की है।

समारोह की अध्यक्षता करते हुए संगघना के स्टेट प्रेसिडेंट डॉ पंकज चोपड़ा ने बच्चों से मेढक की कहानी का उदाहरण दिया और बताया कि हमेशा नेगेटिव लोगों से दूर रहना चाहिए और हमेशा पॉजिटिव रहना चाहिए। आपकी सफलता को रोकने के लिए लोग कई सारे बातें कहेंगे लेकिन उसे नजरअंदाज करते हुए अपना काम करना चाहिए। आज स्टार्टअप का जमाना है नया सोचे और उसमें आगे बढ़ें। साथ ही उन्होंने बच्चो को नौकरी की जगह एंटरप्रेन्योरशिप के लिए प्रेरित किया जिससे वे लोगो को ज्यादा से ज्यादा रोजगार दे सकें। इस दौरान उन्होंने संगठना द्वारा किए जा रहे कार्यों खासकर शिक्षा के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यो के बारे में भी बताया।

विचक्षण जैन विद्यापीठ के ट्रस्टी महेश कोठारी ने कहा कि आज शिक्षा के क्षेत्र में बढ़ने वाला बड़ा आदमी बनना चाहता है। लेकिन समाज देश चाहता है जीवन में बड़ा आदमी बनें लेकिन अच्छा आदमी बनें। लेकिन ये अपेक्षा धूमिल होती नजर आती।

समारोह के दौरान संत मनीष सागर का जोधपुर से खासतौर पर बच्चो के लिए भेजा गया वीडियो संदेश को भी दिखाया गया। म. सा. ने बताया कि आज बच्चों को हम मॉडर्न शिक्षा में जोड़ देते है जहां से हमें एक प्रोडक्ट मिलता है जो पूरा मॉडर्न होता है। उसमें केवल वही झलकता है। लेकिन बहुत बड़ी समस्या है। इससे बच्चों में संस्कृति नहीं दिखती। इसका जिम्मेदार परिवार है। आपके सामने आपके पीढ़ी ने संस्कृति को धक्का मार दिया। इसका नुकसान अपनाे के साथ आपका भी है जिसमें संस्कृति का ट्रांसफर नहीं किया। विद्यापीठ ऐसा संस्थान है जहां शिक्षा के साथ बच्चों को धर्म और संस्कार की भी शिक्षा मिल रही है। बच्चे 90 प्रतिशत ज्यादा प्रतिशत ला रहे है और पूजा व अपने संस्कार का पालन भी कर रहे है। पढ़ई के साथ बच्चे को यह एडिशनल गिफ्ट मिल गया। ये सोचे को बच्चो को किस दिशा में ले जा रहे है।

कार्यक्रम में विचक्षण जैन विद्यापीठ कुम्हारी के महासचिव सीए प्रकाश चंद्र मालू, हंसराज जैन, प्रकाश चंद चोपड़ा, एम सी जी, शांति बरडिया, उत्तम बरडिया, कांतिलाल जैन, रमेश चोपड़ा, गगन बरड़िया, नितिन जैन, विजय गंगवाल, विजय मालू, किशोर बरडिया, मंजरी जैन, फनेन्द्र जैन, प्रफुल्ल संचेती, अशोक पगारिया, मंजू कोठारी, वैभव गोलछा, सुशीला छाजेड़, भैरव सोसाइटी भारतीय जैन संगठना की सदस्यगण व पूरे छत्तीसगढ़ के विभिन्न क्षेत्रों से आये विद्यार्थीगण, पालकगण एवं जैन समाज के गणमान्यजन विशेष रूप से मौजूद थे।

 

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रिचर्ड एटनबरो की निर्देशित गांधी फिल्म से प्रेरणा लेते दिखे विद्यार्थी

 दुर्ग (छत्तीसगढ़ दर्पण)। आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा 20 से 30 अगस्त तक घोषित कार्यक्रम हमर तिरंगा के तहत आज जिले में समस्त हाई/हायर सेकेंडरी स्कूलों में स्मार्ट क्लास में  फिल्म ष्गांधीष् का प्रदर्शन किया गया।

कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र का मुख्य आयोजन सूर्या मॉल स्थित पीवीआर में गांधी फिल्म के प्रदर्शन के साथ हुआ। उक्त मल्टीप्लेक्स में स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी एवं हिंदी माध्यम विद्यालय खमरिया  तथा शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जुनवानी के 150 विद्यार्थियों ने मुख्य अतिथि अरुण वोरा, विधायक दुर्ग शहर तथा अन्य  अतिथि नरेंद्र दुग्गा प्रबंध संचालक समग्र शिक्षा छत्तीसगढ़ तथा अश्वनी देवांगन मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत दुर्ग की उपस्थिति में अत्यंत उत्साह के साथ रिचर्ड एटनबरो द्वारा निर्देशित गांधी फिल्म देखी।अतिथियों ने फिल्म प्रदर्शन के पूर्व एवं पश्चात ग्यारहवीं एवं बारहवीं के छात्र छात्राओं से अत्यंत उत्साह पूर्ण माहौल में चर्चा की। अरुण वोरा ने इसे एक अच्छा प्रयास बताते हुए कहा कि नई जनरेशन के बच्चों में देशभक्ति की भावना का संचार करने में इससे अवश्य ही मदद मिलेगी। नरेंद्र दुग्गा ने बच्चों को गांधीजी के आदर्शों को जीवन में अपनाने की अपील की। अश्वनी देवांगन जी ने इसे एक सार्थक कदम बताया।

जिला शिक्षा अधिकारी अभय जायसवाल ने बताया कि 20 से 30 अगस्त के मध्य प्राथमिक से हायर सेकेंडरी स्तर तक विभिन्न आयोजन हमर तिरंगा कार्यक्रम के तहत संपादित कराए जाएंगे, इसमें फिल्म गांधी का प्रदर्शन मुख्य है । जिले के पूरे 9 थियेटरों में बच्चों के लिए फिल्म का निः शुल्क प्रदर्शन  कराया जाएगा, जिसकी पूरी तैयारी कर ली गई है। सहायक संचालक अमित घोष, जिला मिशन समन्वयक समग्र शिक्षक सुरेंद्र पांडे, एपीसी विवेक शर्मा, बीआरसी दुर्ग ग्रामीण गोविंद साव की टीम द्वारा उक्त कार्यक्रम के संपूर्ण जिले में क्रियान्वयन की व्यवस्था की गई है।

गांधी फिल्म के प्रदर्शन पश्चात विद्यार्थियों ने इस पहल की सराहना की तथा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, स्कूली शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम , शिक्षा विभाग के अधिकारियों तथा जिला कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।

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होटल मैनेजमेंट में प्रशिक्षण के लिए आवेदन 22 तक

 रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। जिला रायपुर अंतर्गत सत्र 2022 - 23 में राज्य होटल प्रबंधन, खानपान तकनीकी एवं पोषण आहार, रायपुर छ.ग. में प्रवेश के लिए सामान्य , अनुसूचित जाति , अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछडा वर्ग के छात्र / छात्राओ से विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश हेतु 22 अगस्त तक  आवेदन पत्र आमंत्रित किया गया है।

आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त ने बताया कि बीएससी हॉस्पिटैलिटी एंड एडमिनिस्ट्रेशन कोर्स के लिए  योग्यता 12वीं और प्रशिक्षण अवधि 36 माह निर्धारित की गई है तथा डिप्लोमा इन फूड प्रोडक्शन के लिए योग्यता 12वीं और प्रशिक्षण 18 माह निर्धारित की गई है। इसी प्रकार डिप्लोमा इन फूड एंड बेवरेज सर्विस के लिए  योग्यता12वीं और प्रशिक्षण अवधि 18 माह तथा डिप्लोमा इन हाउसकीपिंग  के लिए योग्यता 12वीं तथा प्रशिक्षण 18 माह निर्धारित की गई है।

उन्होंने बताया की आवेदक को मान्यता प्राप्त बोर्ड से हायर सेकेण्डरी (10+2) 12वीं परीक्षा न्यूनतम 50 प्रतिशत अथवा अधिक अंक के साथ उत्तीर्ण होना चाहिए एवं अंग्रेजी विषय अनिवार्य है। आवेदक की आयु (01 जुलाई 2022 को) 18 से 25 वर्ष के बीच होनी चाहिए। (अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए अधिकतम आयु सीमा में 03 वर्ष की छूट होगी)। आवेदक को छ.ग राज्य का मूल निवासी होना चाहिए। आवेदक स्थायी जाति प्रमाण पत्र रखता हो । आवेदन पत्र के साथ कक्षा 10वी व 12वी की मार्कशीट, जाति प्रमाण पत्र की प्रति (अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति / अन्य पिछड़ा वर्ग) निवास प्रमाण पत्र, 02 फोटो, मूल शाला स्थानांतरण पत्र
एवं चरित्र प्रमाण पत्र संलग्न करना आवश्यक होगा।

उन्होंने बताया कि प्रत्येक पाठ्यक्रम हेतु दो दो छात्र-छात्राओं का चयन किया जाएगा अभ्यर्थियों के चयन में बीपीएल वर्ग के अभ्यर्थी को प्राथमिकता दी जाएगी। आवेदन पत्र पंजीकृत डाक अथवा स्वयं द्वारा कार्यालय सहायक आयुक्त आदिवासी विकास कलेक्टोरेट परिसर रायपुर में  22 अगस्त तक जमा किया जा सकता है। आवेदन पत्र का प्रारूप, नियम तथा शर्ते कार्यालयीन समय कार्यालय से प्राप्त की जा सकती है।

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पुस्तकों में लिखी बातों को पढ़ना ही नही अपितु समझना भी जरूरी : डॉ. भुरे

 रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। इस वर्ष से प्रारंभ स्वामी आत्मानंद निवेदिता कन्या उच्चतर माध्यमिक स्कूल गुरुनानक चौक का शनिवार को कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर भुरे ने निरीक्षण किया।इस दौरान उन्होंने स्कूल भवन के रख रखाव,स्कूल में बच्चों के लिए लायब्रेरी,कंप्यूटर, लैब,फर्नीचर आदि की यथाशीघ्र व्यवस्था करने के निर्देश दिए।

निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने कक्षा 7 वी के बच्चों से सवाल भी पूछे। बच्चों द्वारा सवालों का सही जवाब देने पर खुशी व्यक्त की।उन्होंने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा की पुस्तकों में लिखी बातों को  केवल पढ़ना ही नही अपितु उसे समझना भी है।


निरीक्षण के इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ   रवि मित्तल,नगर निगम आयुक्त मयंक चतुर्वेदी,जिला शिक्षा अधिकारी ए एन बंजारा सहित संबंधित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।

 

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पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति हेतु ऑनलाइन आवेदन 30 सितम्बर तक आमंत्रित

 कोरिया (छत्तीसगढ़ दर्पण)। आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त ने जिले में संचालित समस्त शासकीय एवं अशासकीय महाविद्यालय, शिक्षा महाविद्यालय, डाईट, आई.टी.आई.,पॉलिटेक्निक आदि के प्राचार्य, संस्था प्रमुख, छात्रवृत्ति प्रभारी एवं अध्ययनरत् अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्याथियों जो विभाग द्वारा संचालित पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति की पात्रता रखते है को  सूचित करते हुए बताया  कि शिक्षा सत्र 2022-23 हेतु ऑनलाईन पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति के (कक्षा 12वीं से उच्चतर) के पंजीयन, स्वीकृति एवं वितरण की कार्यवाही http//postmatri-scholarship.cg.nic.in/  पर आनलाईन आवेदन पत्र भरा जाना है।

उन्होंने बताया कि वर्ष 2022-23 से अनुसूचित जाति वर्ग के विद्याथियों को भारत सरकार, सामाजिक न्याय एवं अधिकरिता मंत्रालय नई दिल्ली द्वारा दिये गये निर्देशानुसार एनएसपी पोर्टल scholarships.gov.in  आवेदन किया जाना है। इस पोर्टल में सफल पंजीयन के पश्चात् आवेदन की शेष जानकारी हेतु छत्तीसगढ़ राज्य पोर्टल http//postmatri-scholarship.cg.nic.in/  में आवेदन करना अनिवार्य है। उक्त दोनों पोर्टल पर आवेदन नहीं करने पर छात्रवृति भुगतान नही होगा।

 
 
 
 
 
 
 

उन्होंने बताया कि छात्रवृति हेतु विद्यार्थी  नवीन एवं नवीनीकरणऑनलाइन आवेदन करने की तिथि  16 अगस्त से 30 सितम्बर, ड्राफ्ट प्रोपोजल लॉक करने हेतु 16 अगस्त से 10 अक्टूबर एवं सेंक्शन ऑडर लॉक करने 16 अगस्त से 20 अक्टूबर तक निर्धारित है।निर्धारित तिथियों के पश्चात् शिक्षा सत्र 2022-23 की पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति हेतु आवेदन स्वीकृत नहीें किये जायेंगे एवं ड्राफ्ट प्रोपोजल अथवा सेंक्शन ऑर्डर लॉक करने का अवसर भी प्रदान नहीं किया जायेगा।

 
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देश की सूची में महामसुंद मेडिकल कॉलेज भी शामिल

 महासमुंदर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। महासमुंद मेडिकल कॉलेज में इसी सत्र से प्रवेश की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। नेशनल मेडिकल कमीशन से 18 अगस्त को सौ सीटों पर प्रवेश के लिए परमिशन का लेटर पहुंचा है। लिहाजा अब देश के सरकारी मेडिकल कॉलेजों की सूची में महामसुंद मेडिकल कॉलेज भी शामिल हो गया है। इधर संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने इसे शिक्षा के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि बताया है।

मिली जानकारी के अनुसार पिछले दिनों एनएमसी ने महासमुंद मेडिकल कॉलेज को सौ सीटों के लिए अनुमति देते हुए कॉलेज में आवश्यक संसाधनों और फैकल्टी की जानकारी उपलब्ध कराने अंडरटेकिंग मान्यता दी थी। जिस पर मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने आवश्यक जानकारी एनएमसी को भेजी थी। बाद इसके 18 अगस्त को एनएमसी ने इसी सत्र से सौ सीटों पर एडमिशन किए जाने परमिशन का लेटर जारी किया है। जिससे कॉलेज प्रबंधन में उत्साह माहौल है। इधर संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने मेडिकल कॉलेज में सौ सीटों पर एडमिशन के लिए परमिशन मिलने पर कहा कि यह शिक्षा व चिकित्सा के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि है। मेडिकल कॉलेज महासमुंद को मान्यता दिलाने के लिए शुरू से प्रयास किया जाता रहा है। इसके परिणामस्वरूप आज मेडिकल कॉलेज को मान्यता मिल ही गई। यह न केवल महासमुंद विधानसभा क्षेत्र बल्कि जिले के लिए बड़ी उपलब्धि है। इसका लाभ महासमुंद जिलेवासियों के साथ ही आसपास के जिलों व पड़ोसी राज्य ओड़िशा के नागरिकों को भी मिलेगा। संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने आवश्यक संसाधन जुटाने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार जताते हुए कहा कि भूपेश सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं में इजाफा को लेकर लगातार प्रयास कर रही है। छत्तीसगढ़ में हो 9 सरकारी मेडिकल कॉलेज हो जाएंगे। 7 मेडिकल कालेजों में पहले ही एमबीबीएस की पढ़ाई चल रही है। पिछले साल दुर्ग के एक निजी मेडिकल कॉलेज का सरकार ने अधिग्रहण किया है। रायपुर, रायगढ़, राजनांदगांव, बिलासपुर, अंबिकापुर, जगदलपुर, कांकेर, दुर्ग में एमबीबीएस की पढ़ाई कराई जा रही है। इसमें अब महासमुंद मेडिकल कॉलेज भी शामिल हो जाएगा।

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अब स्मार्ट क्लास में पढ़ाई करेंगे बच्चे...

 5 हजार सरकारी स्कूलों में दिया जाएगा संपर्क-टीवी डिवाइसेस

रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। छत्तीसगढ़ के स्कूलों में अब बच्चे स्मार्ट क्लास में पढ़ाई करेंगे। इसके लिए संपर्क टीवी डिवाइस का उपयोग किया जाएगा। यह कार्यक्रम एक ओर जहां बच्चों को गणित और अंग्रेजी से कठिन विषयों को आसानी से समझने में मदद करेगी, वहीं इससे प्राथमिक स्तर के बच्चों की पढ़ाई रूचिकर बनेगी। प्रायमरी स्कूलों में इस नवाचार में तकनीकी सहयोग के लिए छत्तीसगढ़ राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) और संपर्क फाउंडेशन के बीच तीन साल के लिए एमओयू हुआ है।

इस कार्यक्रम का उद्देश्य राज्य के 28 जिलों में गणित के लिए और अंग्रेजी के लिए 19 जिलों के 30 हजार से अधिक सरकारी स्कूलों में कक्षा पहली से 5वीं तक के प्राथमिक स्कूल के बच्चों के सीखने के परिणामों को बढ़ाना है। इस सहयोग का प्राथमिक लक्ष्य संपर्क स्मार्ट शालाओं (एसएसएस) को पढ़ाने के लिए अद्वितीय दृष्टिकोण पेश करके बच्चों के लिए सीखने को रोचक, सार्थक और प्रभावी बनाना है। साथ ही एससीईआरटी के तत्वावधान में संपर्क द्वारा विकसित नई प्रथाओं को चरणबद्ध तरीके से लागू करना है। राज्य में प्राथमिक स्कूलों के लिए तैयार किए गए पाठ्यक्रम के आधार पर ही संपर्क स्मार्ट क्लास का प्रोग्राम तैयार किया गया है।

इस नवाचार के संबंध में स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा है कि एससीईआरटी और संपर्क के बीच हुई साझेदारी छत्तीसगढ़ के प्राथमिक कक्षा के बच्चों के लिए सीखने में मददगार बनेगा। साथ ही इसके दूसरे सार्थक परिणाम भी मिलेंगे। यह कवायद छत्तीसगढ़ को शिक्षा के मामले में देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने में सार्थक होगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया है कि यह अभिनव कार्यक्रम राज्य के छात्रों के लिए सीखने को और अधिक मनोरंजक बना देगा और उनके कॅरियर के लिए एक अच्छी नींव प्रदान करेगा। स्कूल शिक्षा सचिव डॉ. एस. भारतीदासन ने कहा कि संपर्क टीवी का उपयोग स्कूलों में सीखने के लिए एक नया आयाम जोड़ देगा। वहीं एससीईआरटी के संचालक राजेश सिंह राणा ने कहा कि आगामी तीन वर्षों के लिए गणित और अंग्रेजी कार्यक्रम के लिए संपर्क रोल आउट में छत्तीसगढ़ का भागीदार होगा।

संपर्क शाला गणित में सीखने के परिणामों में सुधार कर पढ़ाई में ध्यान केन्द्रित करने वाला अनूठा दृष्टिकोण है। वहीं स्मार्ट क्लास अंग्रेजी के लिए बहुत प्रभावी साबित हुई है। राज्य 2015 से संपर्क फाउंडेशन के सहयोग से काम कर रहा था और प्रभावी परिणामों के आधार पर अगस्त 2022 से 2025 तक लागू तीन साल के लिए अपने समझौते को बढ़ा दिया है। कार्यक्रम के तहत शिक्षकों के अलावा राज्य संसाधन समूह, ब्लॉक रिसोर्स ग्रुप्स, ब्लॉक रिसोर्स सेंटर कोऑर्डिनेटर और क्लस्टर एकेडमिक कोऑर्डिनेटर को बच्चों में सीखने के परिणामों को प्रभावी करने के लिए संपर्क शिक्षाशास्त्र में प्रशिक्षित किया जाएगा।

संपर्क फाउंडेशन के माध्यम से सरकारी स्कूलों में कक्षाओं को स्मार्ट कक्षाओं में बदलने के लिए शुरू में 5 हजार सरकारी स्कूलों जहां पहले से टीवी स्थापित है, वहां संपर्क एफएलएन टीवी (एक शिक्षक सामग्री उपकरण के टीवी को स्मार्ट लर्निंग टेलीविजन में परिवर्तित करता है) वितरित करेगा। यह पहल सीखने के परिणामों में बड़े पैमाने पर सुधार लाने और सरकारी स्कूलों को भविष्य के लिए तैयार करने में सहयोग करने के लिए संपर्क के दृष्टिकोण का हिस्सा है। छत्तीसगढ़ के सभी सरकारी स्कूलों में संपर्क एफएलएन टीवी लगाने की योजना है। संपर्क फाउंडेशन कार्यक्रम को लागू करने के लिए नवीन शिक्षण-अधिगम सामग्री प्रदान करेगा। इन संसाधनों में 12 संपर्क नवाचार शामिल होंगे। जो एफएलएन आधारित टीएलएम है। साउंड बाक्स, पहेलियां और खेल, संपर्क टीवी, पाठ्य योजनाएं, शिक्षण वीडियो, चैट बॉट, अंग्रेजी बोलने का कार्यक्रम आदि।

कार्यक्रम का लक्ष्य 2025 तक प्राथमिक कक्षाओं में गणित और अंग्रेजी के सीखने के परिणामों में छत्तीसगढ़ को शीर्ष 10 राज्यों में शामिल करना है। कार्यक्रम का उद्देश्य प्रत्यक्ष क्षेत्र आधारित सहयोगात्मक प्रक्रिया के माध्यम से इन दो विषयों की शिक्षा शास्त्र में संसाधन समूहों की क्षमता को मजबूत करना भी है। यह कार्यक्रम सभी स्कूलों की मॉनिटरिंग भी करेगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सीखने के परिणामों में वृद्धि हो। प्रगति को अद्यतन करने और स्कूलों में अकादमिक प्रगति की निगारानी के लिए एक एप्लीकेशन samparksmartclass.org विकसित किया गया है। इस प्लेटफार्म का उपयोग कलस्टर, ब्लॉक और जिला अधिकारियों द्वारा हर महीने प्रगति को अद्यतन करने के लिए किया जाएगा।

लर्निंग प्रोग्राम को संपर्क के परिवर्तन के 5 स्टेप मॉडल, सरकार के साथ साझेदारी के अनुसार लागू किया जाएगा। निपुन संरेखित नवीन प्रशिक्षण और सीखने के तरीके प्रदान करें, शिक्षकों को प्रशिक्षित करें, टेक शिक्षकों को संपर्क स्मार्टशाला मोबाइल एप्लीकेशन में सभी संसाधनों का लाभ उठाने और बच्चों के सीखने के परिणामों की निगरानी करने में सक्षम बनाता है।

वर्तमान में संपर्क स्मार्टशाला कार्यक्रम 7 राज्यों- छत्तीसगढ़, झारखंड, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के 84 हजार प्राथमिक स्कूलों में संचालित हो रहा है। इस कार्यक्रम का लाभ एक करोड़ से अधिक बच्चों को मिल रहा है। एक सर्वे के अनुसार जिन स्कूलों में संपर्क स्मार्ट क्लास लागू की गई है, वहां गणित और अंग्रेजी में ग्रेड स्तर के प्रश्नों के उत्तर देने वाले बच्चों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।

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9वीं से 12वीं तक प्रवेश अब 31 तक

 रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा छात्रहित में मण्डल की मान्यता प्राप्त शालाओं में कक्षा 9वीं से 12वीं तक के छात्रों के प्रवेश की अंतिम तिथि को बढ़ाकर 31 अगस्त 2022 तक कर दिया है। नियमानुसार प्रवेश के लिए संबंधित शालाओं के प्राचार्यों को अधिकृत किया गया है।  

छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा पूर्व में मान्यता प्राप्त शालाओं में कक्षा 9वीं से 12वीं तक कक्षाओं में प्रवेश की अंतिम तिथि 31 जुलाई 2022 तक निर्धारित की गई थी। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल के सचिव की अनुमति से 16 अगस्त 2022 तक प्रवेश दिया जाना था। जिसे छात्रहित को ध्यान में रखते हुए बढ़ाकर अब 31 अगस्त 2022 कर दिया गया है।

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शिक्षक शिक्षा में एनईपी से जुड़े सुधारों और पहलों को लागू कर रही है एनसीटीई

 नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने नई दिल्ली में अपना 28वां स्थापना दिवस मनाया। इस अवसर पर अपर सचिव, शिक्षा मंत्रालय श्रीमती एल.एस. चांगसन विशिष्ट अतिथि थीं। अध्यक्ष, एनसीटीई, प्रो. दिनेश प्रसाद सकलानी; सदस्य सचिव, एनसीटीई सुश्री केसांग वाई. शेरपा और शिक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया। श्रीमती एल.एस चांगसन ने विभिन्न एनईपी अधिदेशों के जरिए शिक्षक शिक्षा के क्षेत्र में अनेक सुधारों को लागू करने के लिए एनसीटीई की सराहना की। इस दिशा में कुछ पहलों में शिक्षकों के लिए राष्ट्रीय प्रोफेशनल मानक, मार्गदर्शन के लिए राष्ट्रीय मिशन और 4 वर्षीय एकीकृत शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम शामिल हैं।

उपस्थित गणमान्‍यजनों को संबोधित करते हुए प्रो. सकलानी ने कहा कि समाज के विकास में शिक्षक अत्‍यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। एनसीटीई का स्थापना दिवस दरअसल 21वीं सदी के संबंधित कौशल से शिक्षकों को लैस करके इस समस्‍त प्रणाली में क्रांति लाने का जश्न मनाने के बारे में है। उन्होंने तक्षशिला एवं नालंदा जैसे प्राचीन विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की अहम भूमिका और हमारे भारतीय मूल्यों एवं संस्कृति से निरंतर जुड़े रहने की आवश्यकता का भी उल्लेख किया।

 
 
 

सुश्री केसांग वाई. शेरपा ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि एनसीटीई विभिन्न एनईपी 2020 अधिदेशों को लागू करके शिक्षक शिक्षा के क्षेत्र में आदर्श बदलाव ला रही है। एनईपी 2020 के अनुरूप शिक्षक ही शिक्षा क्षेत्र में लागू किए जा रहे सुधारों के केंद्र में हैं। उन्‍होंने यह भी उद्धृत किया, वह बदलाव बनें जो आप दुनिया में देखना चाहते हैं।  

 

 

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आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय पर 3 लाख का जुर्माना

रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। बीएएमएस-प्रथम वर्ष के पूरक परीक्षार्थियों से अनाधिकृत रूप से तथा दबावपूर्वक दस-दस हजार रूपए का अतिरिक्त शुल्क वसूलने वाले दुर्ग के भारती आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सालय पर राज्य शासन द्वारा गठित प्रवेश तथा फीस विनियामक समिति ने तीन लाख रूपए का जुर्माना अधिरोपित किया है। समिति ने शासन से संस्था की सम्बद्धता एवं मान्यता रद्द करने की अनुशंसा भी की है। प्रवेश तथा फीस विनियामक समिति ने छात्रों की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए छात्रों से लिया गया अनाधिकृत शुल्क वापस लौटाए जाने का भी संकल्प पारित कर शासन को कार्यवाही के लिए प्रेषित किया है।

प्रवेश तथा फीस विनियामक समिति के अध्यक्ष प्रभात कुमार शास्त्री ने बताया कि भारती आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सालय, पुलगांव चौक, दुर्ग द्वारा शिक्षण सत्र 2021-2022 में बीएएमएस-प्रथम वर्ष के पूरक परीक्षार्थियों से परीक्षा शुल्क के अतिरिक्त दस-दस हजार रूपए दबावपूर्वक मांगने और लेने के संबंध में छात्रों ने शिकायत की थी। शिकायत की जांच के बाद भारती आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय को सुनवाई का अवसर दिया गया। सुनवाई के बाद प्रवेश तथा फीस विनियामक समिति ने पाया कि बीएएमएस-प्रथम वर्ष के पूरक परीक्षार्थियों से संस्था द्वारा अनाधिकृत रूप से दस-दस हजार रूपए अतिरिक्त वसूला गया है।

शास्त्री ने बताया कि प्रवेश तथा फीस विनियामक समिति ने 16 अगस्त को संकल्प पारित कर 27 छात्रों को उनके पैसे लौटाए जाने, संस्था पर तीन लाख रूपए का जुर्माना अधिरोपित करने तथा संस्था की सम्बद्धता एवं मान्यता रद्द करने की अनुशंसा करते हुए शासन को कार्यवाही के लिए प्रेषित किया है।

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मैक्सिकॉन-2022 काफ्रेंस में मेडिकल कॉलेज रायपुर को मिला प्रथम स्थान

 रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। पंडित जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के छात्रों ने अपने शोध कार्यों से राज्य का नाम रोशन किया है। दिल्ली स्थित वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज सफदरजंग अस्पताल में आयोजित मैक्सिकॉन 2022 इंटरनेशनल कांफ्रेस में रायपुर मेडिकल कॉलेज के छात्रों डॉ. अनम फातिमा एवं डॉ. शिशिर दानी ने “हाई रिस्क प्रेग्नेंसी” आधारित शोधपत्र प्रस्तुत कर प्रथम स्थान और गोल्ड मैडल हासिल किया है। साथ ही साथ ही इन दोनों छात्रों ने अमेरिकन कॉलेज ऑफ सर्जंस की सदस्यता भी हासिल की है।

शोधार्थी डॉ. अनम फातिमा के अनुसार शोध के दौरान उन्होंने यह पाया कि गर्भधारण करने वाली महिलाओं को गर्भावस्था के रहन-सहन, स्वास्थ्यगत आचरण, गर्भकाल के दौरान गंभीर लक्षण एवं मातृ-शिशु स्वास्थ्य संबंधी योजना की जनकारी देने की आवश्यकता है। गर्भावस्था के दौरान उचित व्यायाम करने, गंभीर लक्षणों  की पहचान करने तथा गर्भधारण के बाद मिलने वाली सरकारी योजनाओं के बारे में अधिक से अधिक जागरूक करना आवश्यक है।


महिलाओं को नहीं है गर्भावस्था संबंधी जानकारी- शोधार्थी डॉ. अनम फातिमा ने बताया: “मेडिकल कॉलेज कम्युनिटी मेडिसीन डिपार्टमेंट की ओर से पीएसएम प्रोजेक्ट कराया जाता है। यह तीन माह का प्रोजेक्ट होता है। मैंने भी प्रोजेक्ट के तहत ‘हाईरिस्क प्रेग्नेंसी’ विषय को चुना|  शोध के दौरान गर्भवती महिलाओं और उनके गर्भावस्था में व्यवहार और रहन-सहन की जानकारी हासिल की गयी  जिसमें यह ज्ञात हुआ कि 13 प्रतिशत महिलाओं को ही एंटीनेंटल एक्सरसाइज ( गर्भावस्था के दौरान किए जाने वाले व्यायाम), किलकारी सेवा (गर्भावस्था से प्रसव तक मिलने वाली स्वास्थ्य सहायता) एवं सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी थी।“ शोध के दौरान 98 प्रतिशत महिलाओं के पास एनसीपी कार्ड थे, और वह आयरन और फोलिक एसिड टेबलेट का सेवन करती हैं और अपने स्वास्थ्य के प्रति महिलाएं जागरूक भी हैं लेकिन उन्हें और जागरूक होने की जरूरत है।  साथ ही साथ आशा और मितानिन को भी गर्भावस्था के दौरान के गंभीर लक्षण, एंटीनेटल एक्सरसाइज के बारे में और प्रशिक्षित किया जाना चाहिए।“

 
 
 
 
 



छात्रों की इस उपलब्धि पर मंगलवार को रायपुर मेडिकल कॉलेज की डीन डॉ. तृप्ति नागरिया ने उन्हें प्रोत्साहित किया और शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना भी की है। इस मौके पर राज्य नोडल अधिकारी मातृत्व स्वास्थ्य डॉ. शैलेन्द्र अग्रवाल, प्रोफेसर एवं साइंटिफिक कमेटी की चेयरपर्सन डॉ. निधि पांडेय, सामुदायिक चिकित्सा विभाग पंडित जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के प्रो. डॉ. कमलेश जैन आदि लोग मुख्य रूप से उपस्थित रहे और उन्होंने छात्रों को बधाई दी। इस उपलब्धि के संबंध में सामुदायिक चिकित्सा विभाग पंडित जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के डॉ. कमलेश जैन ने बताया: “नई दिल्ली में आयोजित मैक्सिकॉन कांफ्रेंस 2022 में 400 प्रतिभागी शामिल हुए थे। इस दौरान विविध विषयों पर चर्चा हुई, जिसमें रायपुर मेडिकल कॉलेज के छात्रों द्वारा हाई रिस्क प्रेग्नेंसी विषय पर पेपर प्रस्तुत किया गया था, जिसमें छात्रों को प्रथम स्थान और गोल्ड मेडल मिला है।“

 

यह शोध डॉ. अनम फातिमा ने सामुदायिक चिकित्सा विभाग के प्रो. डॉ. कमलेश जैन के मार्गदर्शन में किया। रेयर केस प्रेजेंटेशन में डॉ, रूची किशोर, डॉ. अनजुम खान, डॉ. निशा वष्ठी एवं डॉ. राबिया सिद्धिकी ने सक्रिय योगदान दिया।

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पेंटिंग, भाषण और देशज खेल से दिया आजादी का अमृत महोत्सव का संदेश

 केंद्रीय संचार ब्यूरो रायपुर के मल्टीमीडिया चित्र प्रदर्शनी का दूसरा दिन

रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के केंद्रीय संचार ब्यूरो प्रादेशिक कार्यालय रायपुर द्वारा बुधवारी बाजारी स्थित भारतीय रेल के नॉर्थ ईस्ट इंस्टीट्यूट परिसर के स्केटिंग कोर्ट में आयोजित आजादी का अमृत महोत्सव विषयक त्रिदिवसीय मल्टीमीडिया चित्र प्रदर्शनी के दूसरे दिन विविध प्रकार की जागरूकता प्रतियोगिताओं के माध्यम से जागरूकता प्रसार किया गया।

प्रदर्शनी के दूसरे दिन पेंटिंग, भाषण और देशज खेल के तहत मटका फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। सभी प्रतियोगिताओं में शहर के अलग-अलग 19 शिक्षण संस्थानों के 162 प्रतिभागियों की सहभागिता रही। पेंटिंग प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने स्वतंत्रता सेनानियों के आजादी की लड़ाई में योगदान को रेखांकित किया। वहीं भाषण प्रतियोगिता में आजादी की महत्ता पर बात की गई। अमृत महोत्सव के तहत प्रश्नमंच का आयोजन किया गया। वहीं देशज खेल के तहत मटका फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। मटका फोड़ के लिए प्रतिभागी खासा उत्साहित दिखे। वहीं प्रश्नमंच में भी प्रतिभागियों का उत्साह देखते बना।

प्रश्नमंच के विजेता प्रतिभागियों को मौके पर ही केंद्रीय संचार ब्यूरो रायपुर के प्रमुख शैलेष फाये द्वारा पुरस्कार प्रदान किया गया। गौरतलब है कि प्रदर्शनी का उद्घाटन मंगलवार को सांसद अरूण साव व दक्षिणपूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक आलोक कुमार के हाथों हुआ। प्रदर्शनी में अंग्रेजों के भारत आगमन, 1857 के प्रथम स्वतंत्रता आंदोलन व 1974 में देश को आजाद होने तक के प्रमुख घटनाक्रमों को प्रदर्शित किया गया है।

प्रदर्शनी में गुरुवार को...
गुरुवार को कुर्सी दौड़ व रस्सा खींच व देशभक्ति गीत गायन प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। वहीं प्रतिभागी सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी कर सकेंगे। वहीं विभिन्न प्रतियोगिता के विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार व प्रमाणपत्र वितरित किया जाएगा।

 

 

 

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केन्द्रीय क्षेत्रीय छात्रवृत्ति योजना के लिए आवेदन 31 अक्टूबर तक

 रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। मानव संसाधन विकास मंत्रालय उच्च शिक्षा विभाग द्वारा वर्ष 2008-09 से कॉलेज एवं विश्वविद्यालयीन विद्यार्थियों के लिए संचालित केन्द्रीय क्षेत्रीय छात्रवृत्ति योजना वर्ष 2015 से ऑनलाईन राष्ट्रीय ई-छात्रवृत्ति पोर्टल (एनएसपी) के द्वारा किया जा रहा है। महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालयीन विद्यार्थियों के लिए नवीन एवं नवीनीकरण ऑनलाईन आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर 2022 है। आवेदन के लिए राष्ट्रीय ई-छात्रवृत्ति पोर्टल www.scholarships.gov.in का उपयोग करें। राष्ट्रीय ई-छात्रवृत्ति पोर्टल की जानकारी मण्डल की वेबसाईट www.cgbse.nic.in  पर भी उपलब्ध है। अधिक जानकारी के लिए www.scholarships.gov.in की हेल्पलाईन नम्बर 0120-6619540 पर संपर्क किया जा सकता है।
केन्द्रीय क्षेत्रीय छात्रवृत्ति योजना की पात्रता के लिए कक्षा 12वीं उत्तीर्ण  मानविकी, विज्ञान, वाणिज्य विषय के वे विद्यार्थी जिनके प्राप्तांक 80 परसेन्टाइल या उससे अधिक होना चाहिए। उनके पालक की समस्त स्रोतों से वार्षिक आय आठ लाख रूपए या उससे कम होनी चाहिए। जो विद्यार्थी महाविद्यालय में स्नातक पाठ्क्रम में अध्ययन कर रहे है वे छात्रवृत्ति के लिए आवेदन कर सकते है।

वर्ष 2022 संवर्गवार 20 परसेन्टाइल प्राप्त विद्यार्थियों की संख्या इस प्रकार है- कुल 2 लाख 28 हजार 649 उत्तीर्ण विद्यार्थियों में से विज्ञान विषय में 92 हजार 197, वाणिज्य विषय में 35 हजार 336 और मानविकी विषय में 1 लाख 1 हजार 116 उत्तीर्ण हुए।


इसमें अनुसूचित जाति में कुल 6268, में से विज्ञान विषय में 1494 बालिका के कटऑफ मार्क्स 340 और 898 बालकों के कटऑफ मार्क्स 335 रहे। वाणिज्य विषय में 399 बालिका के कटऑफ मार्क्स 336 और 407 बालकों के कटऑफ मार्क्स 318 रहे। इसी प्रकार मानविकी विषय में 1598 बालिका के कटऑफ मार्क्स 312 और 1381 बालकों के कटऑफ मार्क्स 302 रहे।

अनुसूचित जनजाति में कुल 17 हजार 783 में से विज्ञान विषय में 3326 बालिका के कटऑफ मार्क्स 324 और 1963 बालकों के कटऑफ मार्क्स 316 रहे। वाणिज्य विषय में 588 बालिका के कटऑफ मार्क्स 320 और 643 बालकों के कटऑफ मार्क्स 305 रहे। इसी प्रकार मानविकी विषय में 3454 बालिका के कटऑफ मार्क्स 309 और 2809 बालकों के कटऑफ मार्क्स 303 रहे।

अन्य पिछड़ा वर्ग में कुल 23 हजार 790 में से विज्ञान विषय में 5739 बालिका के कटऑफ मार्क्स 353 और 3730 बालकों के कटऑफ मार्क्स 345 रहे। वाणिज्य विषय में 2059 बालिका के कटऑफ मार्क्स 348 और 1982 बालकों के कटऑफ मार्क्स 326 रहे। इसी प्रकार मानविकी विषय में 5610 बालिका के कटऑफ मार्क्स 315 और 4670 बालकों के कटऑफ मार्क्स 307 रहे।

सामान्य वर्ग में कुल 3040 में से विज्ञान विषय में 687 बालिका के कटऑफ मार्क्स 372 और 528 बालकों के कटऑफ मार्क्स 362 रहे। वाणिज्य विषय में 484 बालिका के कटऑफ मार्क्स 380 और 521 बालकों के कटऑफ मार्क्स 348 रहे। इसी प्रकार मानविकी विषय में 420 बालिका के कटऑफ मार्क्स 331 और 400 बालकों के कटऑफ मार्क्स 319 रहे।

इस प्रकार कुल 45 हजार 881 विद्यार्थियों में से विज्ञान विषय में कुल 18 हजार 456 विद्यार्थियों ने 11 हजार 246 बालिका और 7210 बालक है। वाणिज्य विषय में कुल 7083 विद्यार्थियों में से 3530 बालिका और 3553 बालक है। मानविकी विषय में कुल 20 हजार 342 विद्यार्थियों में से 11 हजार 82 बालिका और 9 हजार 260 बालक है।

छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल के उप सचिव ने बताया कि आवेदकों का महाविद्यालय स्तर पर ऑनलाईन वरिफिकेशन होने के बाद ही माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा ऑनलाईन वरिफिकेशन किया जाएगा। अतः महाविद्यालय के संबंधित छात्रों को छात्रवृत्ति के आवेदन प्रतिदिन ऑनलाईन वेरिफिकेशन के बाद छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल कार्यालय को आग्रेषित किए जाए, ताकि सभी पात्र विद्यार्थी इस योजना से लाभान्वित हो सके।

 

 

 

 

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स्वामी आत्मानंद स्कूल में प्री-प्राइमरी प्रारंभ

 सुकमा (छत्तीसगढ़ दर्पण)।आज राज्य के वाणिज्यिक कर (आबकारी) व उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी माध्यम स्कूल पावारास में प्री-प्राइमरी कक्षा के बच्चों को बुक और टॉफी देकर स्वागत किया। इस दौरान उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने बच्चों से घुल-मिलकर बातें की। स्कूल के विद्यार्थियों और शिक्षकों ने मंत्री लखमा का आत्मीय स्वागत किया। उन्होंने विद्यार्थियों से पढ़ाई और सुविधाओं के संबंध में जानकारी प्राप्त की। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी, सुकमा नगर पालिका अध्यक्ष राजू साहू और अधिकारी कर्मचारीगण उपस्थित थे।

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