शिक्षा

जिला प्रशासन की टीम ने बच्चों को बताया बाल अधिकार संरक्षण

 कवर्धा (छत्तीसगढ़ दर्पण)। कलेक्टर जनमेजय महोबे के निर्देशानुसार जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग के मार्गदर्शन में जिला बाल संरक्षण इकाई महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग, पुलिस विभाग विशेष किशोर पुलिस इकाई एवं चाईल्ड लाईन 1098 की संयुक्त टीम द्वारा बाल अधिकार संरक्षण हेतु जिले में निरंतर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।

संयुक्त टीम द्वारा विकासखण्ड बोड़ला के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चिल्फी, अदिवासी बैगा आश्रम लूप एवं विकासखण्ड पण्डरिया के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पाण्डातराई में जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में बच्चों को किशोर न्याय (बालकों के देखरेख एवं संरक्षण) अधिनियम 2015, लैगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012, बाल अधिकार संरक्षण, एकीकृत बाल संरक्षण कार्यक्रम मिशन वात्सल्य के तहत् जिला बाल संरक्षण समिति, विशेष किशोर पुलिस इकाई, जिला बाल संरक्षण इकाई, किशोर न्याय बोर्ड, बाल कल्याण समिति, शासकीय बाल गृह, विशेषीकृत दत्तक ग्रहण अभिकरण, प्रवर्तकता, पोषण देखरेख एवं पश्चातवर्ती देखरेख कार्यक्रम, पीएम केयर फॉर चिल्ड्रन योजना, चाईल्ड हेल्प लाईन 1098, देखरेख एवं संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चों के पहचान, बच्चों को नशे की लत से बचाव एवं मोबाइल के मोह से बाहर निकलने के उपाय भिक्षावृत्ति रोकथाम बाल श्राम अपशिष्ट संग्राहक एवं सड़क जैसे स्थिति में रहने वाले बच्चों का चिन्हांकन रेस्क्यू एवं पुर्नवास की प्रक्रिया की जानकारी देते हुए बच्चों को गुडटच बेडटच के बारे में बताया गया साथ ही सघन कोरोना टीकाकरण लगवाने के लिये जागरूक किया गया।

कार्यक्रम के दौरान जिला बाल संरक्षण अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग सत्यनारायण राठौर, परियोजना अधिकारी बाल विकास सेवा परियोजना चिल्फी नमन देशमुख, संरक्षण अधिकारी संस्थागत सुश्री क्रांति साहू, परामर्शदाता अविनाश ठाकुर, सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमती परमेश्वरी धुर्वे, आउटरीच वर्कर श्रीमती श्यामा धुर्वे, आउटरिच वर्कर श्रीमती नितिन किशोरी वर्मा, आउटरिच वर्कर विनय कुमार जंघेल, जिला बाल संरक्षण इकाई रामसागर साहू, केन्द्र समन्वयक महेश निर्मलकर, काउंसलर चित्ररेखा राडेकर, रामलाल पटेल, आरती यादव, लवली दास, भुपेन्द्र बघेल टीम मेंम्बर चाईल्ड लाईन 1098 शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चिल्फी एवं शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पाण्डातराई प्राचार्य एवं शिक्षक शिक्षिकाएं व सभी बच्चें उपस्थित थे।

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समावेशी शिक्षा: दृष्टिबाधित स्कूली बच्चों को स्मार्टफोन के जरिए मिलेगी अध्ययन सामग्री

 रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। छत्तीसगढ़ के स्कूलों में अध्ययनरत् दृष्टिबाधित बच्चों को अब समावेशी शिक्षा कार्यक्रम के तहत अध्ययन सामग्री स्मार्टफोन के जरिए उपलब्ध करायी जाएगी। इस कार्यक्रम के संचालन के लिए शिक्षकों की कार्यशाला 14 से 23 सितंबर तक राजधानी रायपुर के ठाकुर प्यारेलाल पंचायत एवं ग्रामीण विकास प्रशिक्षण संस्थान निमोरा में आयोजित किया जा रहा है। कार्यशाला का उद्घाटन प्रशिक्षण संस्थान निमोरा के निदेशक पी.सी. मिश्रा एवं समग्र शिक्षा के प्रबंध संचालक नरेंद्र कुमार दुग्गा रायपुर के मुख्य आतिथ्य में हुआ।

इस कार्यशाला में प्रथम एवं द्वितीय चरण में विद्यालयों में कक्षा 9वीं में अध्ययनरत दृष्टिबाधित बच्चों के साथ चयनित बीआरपी (समावेशी शिक्षा) को स्मार्टफोन में पाठ्यपुस्तक के उपयोग हेतु प्रशिक्षित किया जा रहा है। तृतीय चरण में सत्र 2019-20 में जिन बच्चों को समग्र शिक्षा द्वारा स्मार्टफोन प्रदान किया गया था, उनके लिए रिफ्रेशर कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए ठाकुर प्यारेलाल पंचायत एवं ग्रामीण विकास प्रशिक्षण संस्थान निमोरा के निदेशक पी.सी. मिश्रा के द्वारा समस्त दृष्टिबाधित बच्चों को शुभकामना देते हुए सक्षम बनने एवं विशेषज्ञों से प्रशिक्षण का पूर्ण लाभ प्राप्त करने हेतु प्रेरित किया गया। समग्र शिक्षा के प्रबंध संचालक दुग्गा द्वारा राज्य में दिव्यांग बच्चों के चिन्हांकन पर जोर देते हुए उनके शैक्षणिक उपलब्धि के लिए समग्र शिक्षा द्वारा समुचित प्रयास किए जाने की बात कही गई। उन्होंने कहा कि दृष्टिबाधित बच्चे डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हुए आत्मनिर्भर बन सकेंगे एवं भविष्य में इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम समग्र शिक्षा के द्वारा सतत रूप से आयोजित किए जाएंगे।

इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य राज्य के स्कूलों में अध्ययनरत् दृष्टिबाधित बच्चों के अध्ययन में आ रही समस्याओं को दूर कर उन्हें शिक्षा के मुख्य धारा से जोड़ना है। कार्यक्रम के अंतर्गत दृष्टिबाधित बच्चों को स्मार्टफोन के जरिए सुगम्य पाठ्यपुस्तक उपलब्ध कराना है। दृष्टिबाधित बच्चों को अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराने में कोलकाता की संस्था एम जंक्शन का सहयोग लिया जा रहा है। समग्र शिक्षा के अंतर्गत संचालित की जा रही इस योजना में कक्षा 9वीं में अध्ययनरत् दृष्टिबाधित बच्चों को स्मार्टफोन के जरिए अध्ययन सामग्री उपलब्ध करायी जाएगी। जिससे कि ये बच्चे डिजिटल शिक्षा में कुशलता प्राप्त कर सके।

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पोस्टर प्रतियोगिता में आरडी तिवारी स्कूल तो भाषण में होलीक्रास स्कूल ने बाजी मारी

अंतर्राष्ट्रीय ओजोन परत संरक्षण दिवस पर भाषण एवं पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित

 रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। अंतर्राष्ट्रीय ओजोन परत संरक्षण दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल, नवा रायपुर द्वारा शुक्रवार को नवीन विश्राम गृह, सिविल लाईंस, रायपुर में पोस्टर एवं पर्यावरणीय प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इन प्रतियोगिताओं में लगभग 550 प्रतिभागीयों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कार वितरित किये गये।


इस अवसर पर आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह को सम्बोधित करते हुए मंडल के सदस्य सचिव आर.पी. तिवारी ने उपस्थित छात्र-छात्राओं का आह्नान किया कि वे ओजोन परत की सुरक्षा हेतु जन चेतना जागृत करें। तिवारी ने कहा कि स्वयं जागरूक होने के बाद ही हम आम जनता को ओजोन परत के संरक्षण के उपायों को को बेहतर ढंग से समझा सकते हैं। हमें अपनी जीवन शैली में परिवर्तन कर यह सुनिश्चित करना होगा कि ओजोन परत को नुकसान पहुंचाने वाले पदार्थ धीरे-धीरे समाप्त हो जाये। तिवारी ने सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न करने की भी अपील की। उन्होंने प्लास्टिक के दुष्प्रभावों की चर्चा करते हुए कहा कि यह सैंकडो सालों तक हमारे पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता रहता है।

प्रमुख वक्ता के रूप में डॉ रमया सुन्दर रमन, प्रोफेसर डिपार्टमेंट ऑफ अर्थ एण्ड इन्वायरमेंटल साइंस, हेड सेन्टर फॉर साइंस एण्ड सोसाईटी, इंडियन इन्सिटीट्यूट ऑफ साइंस, एजुकेशन एण्ड रिसर्च, भोपाल ने ओजोन परत संरक्षण तथा वायु प्रदूषण व उसके नियंत्रण पर रोचक प्रस्तुतीकरण दिया। डॉ रमन ने कहा कि क्लोरोफ्लोरो कार्बन के सीमित उपयोग से ओजोन परत के संरक्षण के साथ-साथ ग्रीन हाऊस गैस के प्रभाव भी कम हुआ हैे। क्योटो प्रोटोकॉल से अधिक मॉन्ट्रियल प्रोटोकाल प्रभावी है। इस से पृथ्वी के तापक्रम में एक डिग्री कमी आयी है।



भाषण प्रतियोगिता मिडिल स्कूल में प्रथम स्थान अंबिका गुप्ता, बी.पी. पुजारी इंग्लिश मिडियम स्कूल, रायपुर, द्वितीय पुरस्कार लक्ष्यवीर वराडे, प्रो. जे.एन. पाण्डेय, रायपुर एवं तृतीय पुरस्कार सुरभि साहू, बी.पी. पुजारी इंग्लिश मिडियम स्कूल, रायपुर हायर सेकेण्डरी स्कूल में प्रथम अविवा रहमान, होलीक्रास सीनियर सेकेण्डरी, द्वितीय उन्नति सिंह, डी.पी.एस. रायपुर, तृतीय पुरस्कार आकाश सिन्हा, केन्द्रीय विद्यालय रायपुर, महाविद्यालय स्तर पर प्रथम पुरस्कार एन.आदित्य, पं. जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज रायपुर, द्वितीय डी. दिया, दिशा कॉलेज रायपुर तथा तृतीय पुरस्कार गुलाब सिंह वर्मा, पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय को प्रदान किया गया।



कार्यक्रम में आयोजित पोस्टर प्रतियोगिता में मिडिल स्कूल में प्रथम स्थान योगिता वर्मा, सेंट मेरी इंग्लिश मिडियम स्कूल, द्वितीय पुरस्कार हर्षिता जंघेल, आदर्श विद्यालय, देवेन्द्र नगर, तृतीय पुरस्कार कशिश अंजुम खान बी.पी. पुजारी, जी.ई.एम. स्कूल को मिला। हायर सेकेण्डरी स्कूल स्तर पर प्रथम पुरस्कार आदित्य चौरसिया पं. आर.डी. तिवारी उत्कृष्ट विद्यालय रायपुर, द्वितीय पुरस्कार इशिता साहू, केन्द्रीय विद्यालय नं 2 रायपुर एवं तृतीय पुरस्कार छाया कुर्रे, पी.जी.उमाठे शा. कन्या शाला को प्रदान किया गया। महाविद्यालय स्तर पर प्रथम पुरस्कार रितिक पहरिया, शा. महाप्रमु वल्लभाचार्य स्ना. महाविद्यालय, महासमुंद, द्वितीय पुरस्कार महक कश्यप, दिशा कॉलेज रायपुर, तृतीय पुरस्कार शाजिया ईरम, सेंट थॉमस कॉलेज, भिलाई को मिला। निर्णायक के रूप में जी.एस. सलूजा, वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी, छ.ग. विधानसभा, ए.एन. द्विवेदी, प्रधान संपादक, पायनियर एवं पोस्टर प्रतियोगिता में संघर्ष यदु उपस्थित थे। भाषण प्रतियोगिता की अध्यक्षता श्री एम.आर. सावंत, प्राचार्य शा. जे.एन. पाण्डये उ.मा. शाला रायपुर ने की।

 

 

 
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जिले में प्रारंभ हो गया स्वच्छता पखवाड़ा, 15 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक चलेगा

 गरियाबंद (छत्तीसगढ़ दर्पण)। जिला गरियाबंद में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी 15 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक स्वच्छता की थीम स्वच्छता ही सेवा का प्रारंभ किया गया है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत रोक्तिमा यादव ने बताया कि इस अभियान के तहत जिले के समस्त ग्रामों में सामूहिक श्रमदान, स्वच्छता रैली, पौधारोपण, जल स्त्रोतों का श्रमदान के माध्यम से साफ-सफाई इत्यादि चरणबध्द तरीके से किया जाएगा, इस अभियान में सामाजिक संस्थाओं, स्वंयसेवी संस्थाओं के साथ-साथ जनप्रतिनिधि व आम जनों से भी स्वच्छता के कार्य में आगे आकर सहयोग करने का आग्रह किया गया है। 

इस अवधि में समस्त ग्राम पंचायतों को स्वच्छाग्रहियों के माध्यम से आम लोगों के बीच स्वच्छता के प्रति जागरूकता के लिए प्रचार-प्रसार किया जाएगा। इस अभियान की अवधि में आम पात्र ग्रामीण जिनकों पूर्व में शौचालय का लाभ किसी भी योजना से नहीं मिला है अथवा ऐसे नये परिवार जिनके घर में शौचालय नहीं है व ऐसे परिवार जो स्वयं से शौचालय बनाने में सक्षम नहीं है, वो व्यक्तिगत शौचालय के लिए ग्राम पंचायत के माध्यम से अपने-अपने जनपदों में आवेदन कर सकते है। स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत ग्रामों में कचरा संग्रहण व पृथक्करण शेड के निर्माण में गति लाकर उसे भी पूर्ण कराया जाना है तथा 02 अक्टूबर तक अधिक से अधिक ग्रामों को ओ.डी.एफ. प्लस की श्रेणी में लाया जाना है।

 
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अभियान चलाकर एक माह में तैयार करे स्कूली बच्चों के जाति प्रमाणपत्र : कलेक्टर

 अम्बिकापुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। कलेक्टर ने गुरुवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिला अधिकारियां की बैठक लेकर विभागीय कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने स्कूली बच्चों के जाति प्रमाण पत्र बनाने तथा राजस्व प्रकरणों के निराकरण में धीमी प्रगति पर एसडीएम, तहसीलदार व शिक्षा विभाग के अधिकारियों को तेजी से प्रगति लाने के कड़े निर्देश दिए। उन्होंने अभियान चलाकर एक माह में स्कूली बच्चां से प्राप्त सभी पात्र आवेदनों पर कार्यवाही कर स्थाई जाति प्रमाण पत्र बनाकर देने के निर्देश दिए।

कलेक्टर ने कहा कि स्कूली बच्चों के जाति प्रमाणपत्र बनाने में एसडीएम की महत्वपूर्ण भूमिका है। आवेदन पत्रों की ऑनलाइन प्रविष्टि व संवीक्षा से लेकर प्रमाण पत्र जारी करने तक प्रत्येक चरण में सक्रिय मॉनिटरिंग की जरूरत है। उन्होंने कहा कि स्कूलों में शिविर लगवाएं तथा अधिकारी आपसी समन्वय करें। जाति प्रमाण पत्र बनाने में जनपद सीईओ भी सक्रियता से अपना सहयोग दें। बताया गया कि करीब 2766 स्कूली बच्चों के जाति प्रमाण पत्र बनाया जाना है, इसमें से अब तक 180 स्थाई जाति प्रमाणपत्र तैयार हो गए है। कलेक्टर ने जिले के जर्जर व मरम्मत योग्य स्कूल भवनों की समीक्षा करते हुए कहा कि अति जर्जर भवनों को ढहाने की कार्यवाही शीघ्र करें तथा मरम्मत योग्य भवनों की सूची एक सप्ताह के भीतर प्रस्तुत करें।

गिरदावरी कार्य का होगा अंतरतहसील निरीक्षण : 

कलेक्टर ने खरीफ  फसलों के गिरदावरी कार्य की समीक्षा करते हुए शुद्ध व त्रुटि रहित गिरदावरी के लिए गिरदावरी कार्य का अंतरतहसील निरीक्षण करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही एसडीएम भी अपने अनुभाग के स्थान पर अन्य अनुभाग के तहसील में गिरदावरी का रैंडम जांच करेंगे। उन्होंने कहा कि पटवारियों की ओर से किये जा रहे गिरदावरी शुद्ध व त्रुटि रहित होनी चाहिए। गिरदावरी में गड़बड़ी के लिए सम्बंधित तहसीलदार जिम्मेदार होंगे और उस पर कार्यवाही होगी। उन्होंने लुण्ड्रा, लखनपुर, दरिमा तहसीलदारों को गिरदावरी कार्य मे प्रगति लाने के निर्देश दिए।

कोर्ट केस में जल्द हो आदेश : 

कलेक्टर ने एसडीएम व तहसीलदार कोर्ट में लंबित प्रकरणों के तेजी से निराकरण के लिए जल्द आदेश करने के निर्देश दिए, उन्होंने कहा कि राजस्व के प्रकरणों की संवेदनशीलता के साथ निराकरण करें। आदेश पारित नहीं करने से प्रकरण लंबा चलता है, जिससे पक्षकारों का समय व धन अनावश्यक व्यय होता है। उन्होंने राजस्व अधिकारियां को निर्देशित किया है कि अगले 15 दिन में निराकरण का प्रतिशत 80 प्रतिशत तक करें। कलेक्टर ने सभी राजस्व प्रकरणों के निराकरण में तेजी लाने के लिए जिला स्तर पर मॉनिटरिंग के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए।

पंजीयन के लिए शुरू होगा सिंगल विंडो सिस्टम : 

कलेक्टर ने श्रमिकां को श्रम विभाग में पंजीयन कराने में सुविधा प्रदान करने के लिए सिंगल विंडो सिस्टम शुरू करने के निर्देश श्रम पदाधिकारी को दिए। उन्होंने कहा कि श्रम विभाग अगले एक माह में कम से कम 30 हजार श्रमिकों का पंजीयन कराएं ताकि अधिक से अधिक श्रमिक विभाग की योजना का लाभ ले सकें। कलेक्टर ने जिले में 5 नए विद्युत उप केन्द्र के लिए जमीन आवंटन, आदिवासी विकास विभाग की ओर से आश्रम छात्रावासों के लिए जमीन आवंटन की प्रक्रिया शीघ्र पूर्ण कराने के निर्देश दिए। इसके साथ ही अधिकारी व कर्मचारियों के लिए लोक निर्माण विभाग की ओर से निर्माण किए जा रहे ट्रांजिट हॉस्टल को भी शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए।

बैठक में जिला पंचायत सी.ई.ओ. विनय कुमार लंगेह, अपर कलेक्टर ए.एल. ध्रुव, तनुजा सलाम, सभी एस.डी.एम. तहसीलदार जनपद सी.ई.ओ. और जिला अधिकारी उपस्थित थे।

 
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राष्ट्रीय पोषण माह : आंगनबाड़ी केन्द्रों में पोषण वाटिका का किया गया निर्माण

 कुपोषण से लड़ाई में सब्जी व फलदार पौधेें होगी सहायक

कोरबा (छत्तीसगढ़ दर्पण)। गर्भवती, शिशुवती माताओं व बच्चों का स्वास्थ्य और पोषण सुनिश्चित करने के लिए जिले में सितंबर महीना राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है। पोषण माह के दौरान जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों में पोषण आधारित विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। साथ ही जिले को कुपोषण मुक्त करने के लिए जन-जागरूकता का प्रसार भी किया जा रहा है। पोषण माह कार्यक्रम के तहत् पोषण वाटिका का भी निर्माण किया गया। 

इस दौरान आंगनबाड़ी केंद्र में सर्वश्रेष्ठ पोषण वाटिका विकसित करने वाले केंद्र को प्रोत्साहित किया गया। जिले में कुपोषण दर कम करने के लिए आंगनबाड़ी केन्द्रों, स्कूलों, ग्राम पंचायतों व सामुदायिक स्थानों पर श्रेष्ठ पोषण वाटिका का निर्माण किया जा रहा है। पोषण वाटिका मे लगाये गये सब्जी व फलदार पौधे कुपोषण से लड़ाई में सहायक सिद्व होंगी। पौधों से प्राप्त फल व सब्जियों का उपयोग छोटे बच्चों के मध्यान्ह भोजन में किया जाएगा। पौष्टिक भोजन के उपयोग से बच्चों और महिलाओं के कुपोषण दर में कमी आएगी। पोषण माह के दौरान अभिभावकों को पोषण आहार से संबंधित बीज व फलदार पौधे के महत्व को भी बताया जा रहा है। इस दौरान शिशु संरक्षण के प्रति महिलाओं को जागरूक करने के लिए भी विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा हैं। साथ ही जच्चा-बच्चा के स्वास्थ्य सुनिश्चित करने के लिए लोगों को संकल्पित किया जा रहा है।

 
 

महिला व बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि जिले के सभी एकीकृत बाल विकास परियोजनाओं में आंगनबाड़ी केंद्रों एवं शालाओं में मातृ वंदना योजना व शिशु संरक्षण संबंधी गतिविधियों को आयोजित किया जा रहा है। मातृ वंदना संयुक्त कार्यक्रम के अंतर्गत गर्भवती माताओ के साथ सामूहिक बैठक कर गर्भवती महिलाओं को जांच, पोषण आहार वितरण, टीकाकरण आदि गतिविधि के माध्यम से जागरूक किया जा रहा है। पोषण माह के दौरान जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों में जनप्रतिनिधियों, परियोजना अधिकारी, महिला पर्यवेक्षकों, आंगनबाड़ी सहायिकाओं की उपस्थिति में पोषण वाटिका, पौष्टिक व्यंजन प्रदर्शन, मातृ वंदना योजना व शिशु संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक कर कुपोषण मुक्ति का संदेश दिया जा रहा है।

 
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हिंदी दिवस पर अग्रसेन महाविद्यालय प्रश्नोत्तरी का आयोजन

 कम्प्यूटर संकाय बना विजेता, पत्रकारिता संकाय उपविजेता

रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। अग्रसेन महाविद्यालय, पुरानी बस्ती, में हिंदी दिवस पर प्रश्नोत्तरी स्पर्धा का आयोजन किया गया। इसमें सर्वाधिक सही उत्तर देने वाली कम्प्यूटर विभाग की टीम विजेता रही, वहीँ पत्रकारिता विभाग  की  टीम उपविजेता रही। इनके अलावा वाणिज्य और समाज कार्य विभाग के विद्यार्थियों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया। स्पर्धा के प्रश्न हिंदी भाषा के शुद्ध-अशुद्ध वाक्यों के अलावा एक वचन-बहुवचन तथा लिंग भेद से सम्बंधित रहे। इनमें “तुम वापस लौट जाओ”, “गुलामी की दासता बुरी है” और “वृक्षों पर कौवा बोल रहा है”- जैसे सरल वाक्य भी रहे, जिनके उत्तर देने के लिए प्रतिभागियों को बहुत समय भी लगा। अंततः संचालकों ने इन प्रश्नों के सही उत्तर देकर छात्रों की उलझन को दूर किया।

इस अवसर पर महाविद्यालय के डायरेक्टर डॉ वी.के. अग्रवाल ने कहा कि हमारे मन मे अंग्रेजी के प्रति ज्यादा सम्मान होना ही, वास्तव में हिंदी को कमज़ोर बना रहा है। उन्होंने कहा कि बहुत सी जटिल व्याख्या और प्रक्रिया को मातृभाषा मे आसानी से सुलझाया जा सकता है। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ युलेन्द्र कुमार राजपूत ने कहा कि हिंदी का महत्व भारत के अलावा विश्व के अनेक देशों में लगातार बढ़ रहा है। इसलिए इसकी प्रासंगिकता हमेशा बनी रहेगी। कार्यक्रम का संयोजन कम्प्यूटर संकाय के विभागाध्यक्ष प्रो. विकास शर्मा ने किया। वहीँ निर्णायक के रूप में प्राध्यापक-द्वय प्रो. हेमंत सहगल तथा प्रो. फरहीन बानो ने विजेता तथा उपविजेता का चयन किया। इस आयोजन में महाविद्यालय के सभी विभागों के शिक्षकों और विद्यार्थियों ने अपनी सक्रिय भागीदारी निभाई।

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टेंस बढिया है तो समझ लो भविष्य बढ़िया है - कलेक्टर

 जांजगीर-चांपा (छत्तीसगढ़ दर्पण)। टेंस बढ़िया, तो समझ लो भविष्य बढ़िया यह बात कलेक्टर  तारन प्रकाश सिन्हा ने शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय केरा स्कूल निरीक्षण के मौके पर कही। निरीक्षण के दौरान जब कलेक्टर केरा के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पहुंचे तो वहां अंग्रेजी की क्लास चल रही थी। अंग्रजी की क्लास में कलेक्टर ने बच्चो से टेंस के बारे में पूछा कलेक्टर ने बच्चों से एक वाक्य दिया उसका टेंस अंग्रेजी अनुवाद करने को कहा, बच्चों ने जब बखुबी उसका उत्तर दिया तो कलेक्टर बहुत खुश हुए। कक्षा 6वीं की छात्रा कुमारी मुस्कान की प्रशंसा करते हुए कलेक्टर ने पेन दिया। उन्होंने कहा स्पोकन इंग्लिश के लिए टेंस का ज्ञान होना बहुत जरूरी है। टेंस का ज्ञान पा लिया तो आधे अंग्रेजी में समस्या नहीं होगी। साथ ही कलेक्टर सिन्हा ने शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय केरा में 21 छात्र-छात्राओं को जाति प्रमाण पत्र वितरण किये। उन्होंने राजस्व अधिकारी एवं शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए कि छात्र - छात्राओं का जाति प्रमाण पत्र बनाया जाए।  जिससे उन्हे किसी प्रकार की समस्या ना हो।

ग्रामीणों की बहुप्रतिक्षित मांग होगी पूरी, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र केरा राज्योत्सव के अवसर पर होगा प्रारंभ

 
 
 

      कलेक्टर ने निर्माणाधीन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र केरा का निरीक्षण किया। शीघ्र कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। राज्योत्सव के अवसर पर अस्पताल आरंभ होगा 2 करोड़ 17 लाख की लागत से निर्मित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र केरा। कलेक्टर ने वेंटिलेशन, बिजली व्यवस्था,  अस्पताल में पदस्थ स्टॉफ की जानकारी ली। उन्होंने वेंटिलेशन व्यवस्था पर जोर देते हुए शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। इस दौरान ग्राम पंचायत केरा के जनप्रतिनिधियों सहित ग्रामीणों ने कलेक्टर का अभार व्यक्त करते हुए कलेक्टर साहब खुद आये और अस्पताल का निरीक्षण कर और जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। हमे विश्वास है कि शीघ्र हमारे गांव में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र आरंभ होगा। ग्राम केरा में आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने रेडी टू ईट सहित अन्य पोषण आहार की जानकारी ली और केंद्र में बच्चों को समय पर भोजन देने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने शासकीय प्री-मैट्रिक अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास केरा का निरीक्षण किया। कलेक्टर ने छात्रावास अधीक्षिका को छात्रावास में रहने, स्टोर रूम के रख रखाव, सीसी कैमरे की स्थिति, भोजन की गुणवत्ता, स्वास्थ्य परीक्षण की स्थिति, विद्युत व्यवस्था की जानकारी ली।

अनुपस्थित शिक्षकों के वेतन काटने के निर्देश

      बेहतर एवं गुणवत्तायुक्त शिक्षा उपलब्ध कराने कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा द्वारा समय-समय पर शालाओं का औचक निरीक्षण किया जाता है। इसी परिप्रेक्ष्य में कलेक्टर ने शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय लोहर्सी एवं शासकीय माध्यमिक विद्यालय मिस्दा के निरीक्षण के दौरान क्रमशः 5 और 1 शिक्षक अनुपस्थित मिले। कलेक्टर ने शिक्षकों की अनुपस्थिति पर नाराजगी जताते हुए अनुपस्थित शिक्षकों के वेतन काटने के निर्देश दिए।

कलेक्टर ने किया गिरदावरी का निरीक्षण

      ग्राम केरा में कलेक्टर श्री सिन्हा ने राजस्व अधिकारियों के साथ गिरदावरी रिपोर्ट की जांच की। कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों से कहा कि गिरदावरी का कार्य गंभीरता से करें। गिरदावरी रिपोर्ट में खेत के मेढ़ के वृक्ष, धान के अलावा लगाए गए अन्य फसल, डायवर्टेड भूमि, मुख्यमंत्री वृक्षारोपण योजना के तहत चिन्हांकित भूमि का स्पष्ट उल्लेख किया जाय। उन्होंने संबंधित तहसीलदार, आरआई, पटवारी  से कहा कि गिरदावरी का कार्य महत्वपूर्ण है इसे शीघ्र पूरा करें। कलेक्टर ने कहा कि गिरदावरी में धान के रकबा का स्पष्ट उल्लेख होना चाहिए।

 

 

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बस्तर जिले में बुनियादी शिक्षा अभियान का शुभारंभ, नवाचारी शिक्षा को दिया जाएगा बढ़ावा

 जगदलपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। भारत सरकार शिक्षा मंत्रालय के निपुण भारत मिशन को आदर्श मानते हुए पिरामल फाऊंडेशन और जिला प्रशासन बस्तर के संयुक्त तत्वाधान से बुनियादी शिक्षा अभियान का शुभारंभ किया गया। निपुण भारत मिशन के तहत कक्षा तीसरी तक के बच्चों की पठन व गणितीय कौशल में विकास के लिए शिक्षा के क्षेत्र में किए जाने वाले प्रयास में पिरामल फाउंडेशन की ओर से योगदान दिया जा रहा है।  

इस कार्यक्रम में जिला कलेक्टर  चन्दन कुमार, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी  रोहित व्यास, जिला शिक्षा अधिकारी भारती प्रधान, राजीव गांधी शिक्षा मिशन समन्वयक अखिलेश मिश्रा, सभी विकासखंडों के विकासखंड शिक्षा अधिकारी, विकासखंड स्त्रोत समन्वयक, डायट प्रधान पाठक सुषमा झा, जिले के सभी संकुल शैक्षिक समन्वयक और पीरामल फाऊंडेशन की टीम उपस्थित रही। पीरामल के प्रोग्राम लीडर योगेश कुमार, फेलो जया पांचाल और प्रज्ञा कुर्डुकर, अक्षय कदम, अक्षत राजपूत ने बुनियादी शिक्षा अभियान के बारे में जानकारी दी। जिले के चयनित 266 डेमो विद्यालयों में किस तरह से काम किए जाएंगे जिससे विद्यार्थी तेजी से सिख सकें, इसके संबंध में भी जानकारी दी गई।

 

इस मौके पर उपस्थित बस्तर कलेक्टर चंदन कुमार ने शिक्षा में नवाचार को बढ़ावा देने पर जोर दिया। उन्होंने टाउन हॉल में उपस्थित लोगों से कहा कि, कोविड के दौरान शिक्षा प्रभावित हुई है, पर अब समय शिक्षा में हुई कमियों को पहचान कर शिक्षा को गति देने का है। उन्होंने विकास मनोविज्ञान पर बात करते हुए कहा, हर एक बच्चे का एक लक्ष्य निर्धारित होता है, बच्चे के असेसमेंट से यह पता चलता है कि, उस बच्चे का लक्ष्य क्या है। बच्चों से सवाल कीजिए, बात कीजिए। शिक्षक बच्चों से जितनी बात करेगा उतना ही बच्चे सीखेंगे। स्कूलों के इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर उन्होंने कहा कि, सिर्फ अच्छा शिक्षक, सीखने को उत्सुक बच्चे और शिक्षा ही जरूरी है। शिक्षकों को प्रेरित होकर बच्चों के पढ़ाना होगा तभी हम शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कर पाएंगे। किताबों का ज्यादा से ज्यादा उपयोग, खेल-खेल में शिक्षा और छोटी-छोटी प्रयोगात्मक शिक्षा के बारे में भी कलेक्टर ने बात की।  

 

जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रोहित व्यास ने कहा कि, ष्कोविड के दौरान बच्चों को जो नुकसान हुआ है उसे ठीक करने की जिम्मेदारी हम सभी की है। और पिरामल फाउंडेशन के साथ इस जिम्मेदारी को हमें निभाना है। उन्होंने यह भी कहा कि अधोसंरचनाओं की कमियों को जिला प्रशासन दूर करने की अपनी पूरी कोशिश करेगा। शिक्षा के लिए हम पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। हमें आने वाले सालों में शिक्षा के तय लक्ष्यों को पूरा करना होगा।

 

कार्यक्रम में यह बताया गया कि कोविड के बाद से शिक्षा में बहुत बुरा प्रभाव पड़ा है। प्राथमिक शिक्षा को मजबूत करने के लिए बच्चो को खेल, चित्रों, पुस्तकों में रंग बिरंगी चित्रों के माध्यम से पढ़ाई में उनकी रुचि बढ़ाने का प्रयास पीरामल के फेलोज की ओर से किया जा रहा है। इस अभियान के तहत जिले के 266 क्लस्टर्स के डेमोन्स्ट्रेशन स्कूल्स में स्वयंसेवी संस्था, पंचायत सदस्य और युवा स्वयंसेवकों के माध्यम से पहली से पांचवीं के छात्रों के बुनियादी और संख्यात्मक शिक्षा के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा।

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साक्षरता व शिक्षा के क्षेत्र में सम्मान तथा सामूहिक संकल्प कार्यक्रम

 सूरजपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। जिले में साक्षरता कार्यक्रम के लिए वातावरण निर्माण के लिए 8 से 14 सितम्बर तक आयोजित साक्षरता सप्ताह का समापन समारोह का आयोजन जिला पंचायत के सभाकक्ष में कलेक्टर सु इफ्फत आरा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत लीना कोसम, गोठान समिति के सभापति व जिला पंचायत सदस्य बिहारी कुलदीप की उपस्थिति में किया गया। अतिथियों की ओर से सर्वप्रथम मां सरस्वती व छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर किया गया।

सभा को संबोधित करते हुए कलेक्टर ने कहा शिक्षा का मूल उद्धेश्य एक बेहतर इंसान बनाना होता है, यह व्यक्ति के अंदर निहित शक्तियों से परिचय कराता है, हम पढ़-लिख कर हर क्षेत्र में ऊँचा स्थान प्राप्त कर सकते हैं। मुख्य कार्यपालन अधिकारी लीना कोसम ने कहा साक्षर व्यक्ति खुद के बौद्धिक विकास के साथ-साथ सामाजिक और आर्थिक विकास में भी योगदान देता है, वह सभ्य समाज के निर्माण व समाज में फैली बुराईयों को दूर करने में अहम भूमिका निभाता है। गोठान समिति के सभापति व जिला पंचायत सदस्य बिहारी कुलदीप ने कहा की पहले मैं भी लोगों को साक्षर करने का कार्य किया हूं, शिक्षा दान एक पुनित कार्य है। पढ़-लिखकर व्यक्ति के आत्मविश्वास में वृद्धि होता है। पढ़े-लिखे लोगों अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होते हैं, तथा शासन की योजनाओं का लाभ लेने में आगे रहते हैं। सभा को संबोधित करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी विनोद राय ने शिक्षा के महत्व के बारे में विस्तार से बताया, शिक्षित लोगों का सभी जगह अलग की पहचान होती है। 

 

जिला परियोजना अधिकारी साक्षरता रोहित कुमार सोनी ने साक्षरता सप्ताह अंतर्गत आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों के बारे में व आगामी समय से प्रांरभ होने वाले नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के बारे में विस्तार पूर्वक बताया। आभार प्रदर्शन डीएमसी शशिकांत सिंह की ओर से किया गया। समारोह में जिला अंतर्गत असाक्षरों को साक्षर करने वाले नि:स्वार्थ स्वयंसेवी शिक्षकों तथा शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को अतिथियों की ओर से सम्मान व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अंत में साक्षरता के प्रति सामूहिक संकल्प कराकर समापन किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में एडीपीओ रविन्द्र सिंह, बीपीओ राकेश मोहन मिश्रा, रमेश जायसवाल, जयराम प्रसाद, रविनाथ तिवारी, दिनेश देवांगन, मो. महमूद, कार्यालयीन कर्मचारी विनेश यादव, पुनीता राजवाड़े, यशोदा सोनी, शोभनाथ राजवाड़े, लक्ष्मण इत्यादि का सक्रिय योगदान रहा।

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भेंट मुलाकात : तमनार कॉलेज का पीजी कॉलेज में उन्नयन की मांग

 रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज कुंजेमूरा में भेंट मुलाकात की। इस दौरान उनसे गवर्नमेंट कॉलेज तमनार के छात्र टिकेश्वर राठिया ने कॉलेज का पीजी कॉलेज में उन्नयन की मांग की। उसने सुविधा विस्तार के लिए बाउन्ड्री वाल और आदिवासी हॉस्टल बनाने की भी मांग रखी। 

मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान की जानकारी पूछे जाने पर बिलासिनी महंत ने बताया कि वे एनीमिया से पीड़ित थीं अब बिल्कुल ठीक है, उन्हें गर्म भोजन मिलता था और समय पर जांच भी होती है। 

 
 
 

धौंराभाटा से आए ग्रामीण ने बताया कि उन्हें बीपी और शुगर की बीमारी है और हाट बाजार क्लिनिक में उन्हें निःशुल्क जांच और दवाई की सुविधा मिल रही है। 

लक्ष्मीन धोबा ने मुख्यमंत्री को बताया कि उनका जाति प्रमाण नहीं बन पा रहा है, मुख्यमंत्री ने कहा तहसीलदार को आवेदन दें उनका प्रमाण पत्र बन जायेगा, मुख्यमंत्री जी ने उन्हें बताया कि राज्य सूची में जाति का उल्लेख नहीं होने पर आपको लाभ नहीं मिल पा रहा है।

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कलेक्टर ने ली स्वामी आत्मानंद स्कूल में चल रही शैक्षणिक गतिविधियों की जानकारी

 कवर्धा (छत्तीसगढ़ दर्पण)। कलेक्टर जनमेजय महोबे ने मंगलवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में शिक्षा विभाग की बैठक लेकर जिले में संचालित स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल में चल रहे शैक्षणिक गतिविधियों की जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिए। कलेक्टर महोबे ने स्कूल की शैक्षणिक गतिविधियों की जानकारी लेते हुए कहा कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त होनी चाहिए। शिक्षा के साथ खेल-कूद, कला, नवाचार, विज्ञान संबंधी प्रतियोगिता जैसे विभिन्न गतिविधियां होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि स्कूलों में फाइनआर्ट, संगीत, पेटिंग, मूर्तिकला, काष्ठकला में रूचि रखने वाला बच्चों का चिन्हांकन किया जाना चाहिए। प्रत्येक स्कूल में नवाचार की कम से कम दो गतिविधियां प्रारंभ की जाए। इसके लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था भी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि स्कूल के लाइब्रेरी का उपयोग बच्चों द्वारा किया जाना चाहिए। इसके लिए उन्हें प्रेरित करें। विद्यालय में नवाचार, इंस्पायर आवार्ड, विज्ञान संबंधी प्रतियोगिता के लिए प्रत्येक स्कूल के पांच प्रतिभागी को तैयार किया जाए। इस दौरान उन्होंने स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल पंडरिया के मैदान में स्टेडियम निर्माण के लिए अनुमति दी गई। इसके साथ ही विद्यालय में आवश्यकता अनुसार अधोसंरचना निर्माण की जाएगी।

कलेक्टर महोबे ने स्कूल के पाठयक्रम, परीक्षा कार्यक्रम, शिक्षक की भर्ती और बच्चों के प्रवेश संबंधी जानकारी ली। जिला शिक्षा अधिकारी एम.के. गुप्ता ने बताया कि माह अगस्त तक का पाठयक्रम पूर्ण कर लिया गया है। परीक्षा के परिणाम भी बेहतर प्राप्त हो रहे है। बच्चो के प्रवेश पूरा कर लिया गया है। स्कूलों में विभिन्न गतिविधियां भी कराई जा रही है। बैठक में जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल, संयुक्त कलेक्टर मोनिका कौडो, मुख्य नगर पालिका अधिकारी नरेश वर्मा सहित स्कूल के प्रचार्य और शिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

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आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी व फिजियोथेरेपिस्ट परीक्षा 15 को

 रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी, चिकित्सा शिक्षा (आयुष विभाग) एवं फिजियोथेरेपिस्ट (चिकित्सा शिक्षा विभाग) की परीक्षा 15 सितंबर को एक पाली में सुबह 10 बजे से  दोपहर 1 बजे तक आयोग द्वारा निर्धारित 7 परीक्षा केन्द्रो में आयोजित की जाएगी।


परीक्षा के दौरान सभी परीक्षार्थियों एवं अधिकारियों-कर्मचारियों को कोविड-19 महामारी के दिशानिर्देशानुसार सोशल डिस्टेसिंग, सेनेटाईजेशन, मास्क पहनना एवं अन्य सभी दिशा निर्देशो का पालन करना अनिवार्य होगा।

 

 

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पॉलिटेक्निक कॉलेज के विभिन्न ब्रांच में प्रवेश प्रारंभ

 सुकमा (छत्तीसगढ़ दर्पण)। शासकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज सुकमा में डिप्लोमा इंजीनियरिंग के सिविल, मेकेनिकल, इलेक्ट्रिकल ब्रांच में सत्र 2022-23 में प्रवेश के लिए संस्थावार काउंसलिंग ऑनलाइन के लिए प्रथम चरण में आवेदन 12 सितंबर से 16 सितंबर तक मंगाई गई है। वहीं द्वितीय चरण में आवेदन 26 सितंबर से 28 सितंबर तक मंगाई गई है। संस्था में समस्त ऑनलाइन एंट्री एवं डीवीसी की सुविधा प्रदान की जा रही है।

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साक्षरता सप्ताह में रैली तथा संगोष्ठी का हुआ आयोजन’

 कोरिया (छत्तीसगढ़ दर्पण)। जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण के जिला परियोजना अधिकारी ने बताया कि सचिवालय राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के निर्देशानुसार 8 सितंबर अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर कलेक्टर  कुलदीप शर्मा के मार्गदर्शन में जिले के सभी शैक्षणिक संस्थानों में साक्षरता रैली का आयोजन किया गया। साक्षरता रैली में जिले के महाविद्यालय, हाई एवं हायर सेकेंडरी विद्यालय के छात्र- छात्राओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया और साक्षरता बैनर, साक्षरता नारों की तख्ती, स्लोगन के साथ नगर का भ्रमण करते हुए साक्षरता के प्रति नगर वासियों को जागरूक किया गया।

उल्लेखनीय है कि अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अंतर्गत 8 से 14 सितंबर तक साक्षरता सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत विभिन्न गतिविधियों का आयोजन कर लोगों को साक्षरता के प्रति जागरूक किया जा रहा है। इसी कड़ी में 9 सितम्बर को बैकुण्ठपुर के शा.आ.क.उ.मा. विद्यालय में नवभारत साक्षरता पर आधारित संगोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान विभिन्न विद्यालयों के प्राचार्यों, व्याख्याताओं, शिक्षकों ने साक्षरता के विविध आयामों से परिचित कराते हुए असाक्षरों को साक्षरता कार्यक्रम से जोड़ने तथा उन्हें साक्षरता की आवश्यकताओं को व्यापक रूप से बताते हुए नवभारत साक्षरता कार्यक्रम को सफल बनाने के सम्बंध में चर्चा की गई।

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20 सितम्बर तक प्राप्त कर सकेंगे शालाओं का यू-डाईस नंबर

 बिलासपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। जिले के अशासकीय नवीन मान्यता प्राप्त शालाओं को यू डाईस कोड प्राप्त करना अनिवार्य है। जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि अशासकीय नवीन मान्यता प्राप्त विद्यालय जिन्हें सत्र 2022-23 के लिए इस कार्यालय की ओर से नवीन मान्यता प्राप्त हुआ है वं ऐसी शालाएं जिन्होंने यू-डाईस कोड नंबर प्राप्त नहीं किया है। ऐसे विद्यालयों के संस्था प्रमुख यू-डाईस कोड जनरेट कराने के लिए मान्यता आदेश की छायाप्रति और अन्य आवश्यक जानकारी सहित जिला परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा अधिकारी, बिलासपुर से 20 सितम्बर तक अनिवार्य रूप से संपर्क कर अपने स्कूल का यू-डाईस नंबर प्राप्त करना अनिवार्य है।

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JEE-एडवांस के परिणाम घोषित, ऐसे डाउनलोड करें अपना स्कोर कार्ड...

 नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। जेईई एडवांस रिजल्ट घोषित कर दिए गए हैं। आईआईटी बॉम्बे के अनुसार, इस परीक्षा के नतीजे आज, 11 सितंबर को जारी कर दिए गए हैं। अब ऐसे, में जो भी कैंडिडेट्स इस परीक्षा के लिए शामिल हुए थे, वे पोर्टल jeeadv.ac.in पर जाकर नतीजे देख सकते हैं। परिणाम देखने के लिए कैंडिडेट्स को रोल नंबर, जन्म तिथि और फोन नंबर एंटर करना होगा, जिसके बाद, वे अपने नतीजे देख सकते हैं। बता दें कि जेईई एडवांस 2022 परीक्षा का आयोजन 28 अगस्त, 2022 को किया गया था।

रिजल्ट के साथ ही जेईई एडवांस्ड 2022 की मेरिट लिस्ट भी घोषित की गई। इस साल, कुल 160038 कैंडिडेट ने रजिस्ट्रेशन कराया और 155538 दोनों पेपरों के लिए उपस्थित हुए, जिनमें से 40712 उम्मीदवारों ने क्वालीफाई किया। आईआईटी बॉम्बे जोन के आर के शिशिर कॉमन रैंक लिस्ट (CRL) में टॉप रैंक पर हैं। उन्होंने 360 अंकों में से 314 अंक प्राप्त किए। वहीं लड़कियों में तनिष्का काबरा ने टॉप किया है। तनिष्का IIT दिल्ली जोन से हैं। टॉप-10 में आर के शिशिरो, पोलु लक्ष्मी साई लोहित रेड्डी, थॉमस बीजू चिरामवेली, वांगपल्ली साई सिद्धार्थ, मयंक मोटवानी, पोलीसेट्टी कार्तिकेय, प्रतीक साहू, धीरज कुरुकुंड, महित गढ़ीवाला तथा वेचा ज्ञान महेश शामिल हैं।

जेईई एडवांस रिजल्ट डाउनलोड करने के लिए इन स्टेप्स को करें फॉलो :
जेईई एडवांस रिजल्ट डाउनलोड करने के लिए सबसे पहले उम्मीदवारों को जेईई एडवांस की आधिकारिक साइट jeeadv.ac.in पर जाना होगा। इसके बाद, होम पेज पर उपलब्ध जेईई एडवांस 2022 रिजल्ट लिंक पर क्लिक करें। अब लॉगिन विवरण दर्ज करें और सबमिट पर क्लिक करें। इसके बाद, आपका परिणाम स्क्रीन पर प्रदर्शित होगा। अब रिजल्ट चेक करें और पेज डाउनलोड करें। इसके बाद, आगे की जरूरत के लिए उसी की एक हार्ड कॉपी अपने पास रखें।

जेईई एडवांस प्रोविजनल आसंर-की 3 सितंबर को रिलीज होने के बाद उम्मीदवारों को अगले दिन यानी कि 4 सितंबर तका मौका दिया गया था। अभ्यर्थियों को इस दौरान अपने ऑब्जेक्शन ऑफिशियल वेबसाइट पर दर्ज कराने थे। इसके बाद अब इन्हीं आपत्तियों पर विचार करने के बाद परिणाम जारी किया जाएगा। वहीं जेईई एडवांस एग्जाम देने वाले उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि किसी भी ताजा अपडेट के लिए कैंडिडेट्स को आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करना होगा। जेईई एडवांस 2022 में रैंक हासिल करने वाला उम्मीदवारों को JOSSA काउंसिलिंग में शामिल होना होगा। यह 12 सितंबर से शुरू होगी।

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प्रयास के 4 छात्र जेईई एडवांस में हुए सफल

 अम्बिकापुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। प्रयास आदर्श आवासीय विद्यालय अम्बिकापुर के 4 छात्र इस बार इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश के लिए प्रतिष्ठित परीक्षा जेईई एडवांस में सफल हुए है। अनुसूचित जनजाति वर्ग में छात्र सागर को 197, योगेश सिंह को 299, आशी भगत को 935 तथा शैलेश कुमार सिंह को 1100 वां रैंक मिला है। रैंक के आधार पर इन्हें आईआईटी, एनआईटी या ट्रिपल आईटी में प्रवेश मिलेगा। कलेक्टर कुन्दन कुमार ने जेईई में सफल चारो छात्रों को बधाई देते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।

सहायक आयुक्त आदिवासी विकास  जे.आर. नागवंशी ने बताया कि इस वर्ष जेईई एडवांस परीक्षा में प्रयास आवासीय विद्यालय अम्बिकापुर के कुल 17 छात्र शामिल हुए थे जिनमें से 4 छात्र सफल हुए हुए है। उन्होंने सफल छात्रों को बधाई व उज्ज्वल भविष्य की  शुभकामना दी है।

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