शिक्षा

स्कूल शिक्षा प्रमुख सचिव ने किया बसना स्वामी आत्मानंद स्कूल का निरिक्षण, की तारीफ़

 महासमुंद (छत्तीसगढ़ दर्पण)। स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला शनिवार को महासमुंद ज़िले के एक दिवसीय दौरे पर आए। अपने दौरे के अंत में बसना के स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी मीडियम स्कूल पहुँचे। विधार्थियो और शिक्षकों से बात की। उनके साथ कलेक्टर निलेशकुमार क्षीरसागर, सीईओ ज़िला पंचायत एस.आलोक, एसडीएम श्रीमती नम्रता जैन, डीईओ श्रीमती एस. चन्द्रसेन सहित अन्य विभागों के अधिकारी साथ थे।

प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला ने विद्यालय को देख कर अद्भुत कहा। उन्होंने प्राचार्य और शिक्षकों के पढ़ाने स्कूल की व्यवस्था विशिष्ट प्रयोगशालाएं, अच्छा पुस्तकालय, उत्कृष्ट सीखने का माहौल आदि की प्रशंसा और तारीफ़ की। जाने के बाद उन्होंने कलेक्टेर को अंग्रेज़ी में मेसेज किया कि जिसका सार है कि प्राचार्य और शिक्षक असाधारण हैं। छात्र बहुत अच्छे हैं। विशिष्ट प्रयोगशालाएं, अच्छा पुस्तकालय, उत्कृष्ट सीखने का माहौल, अंग्रेजी और हिंदी माध्यम के बीच अच्छा समन्वय है। उन्होंने इसके लिए कलेक्टर निलेशकुमार क्षीरसागर, एसडीएम सरायपाली श्रीमती नम्रता जैन सहित डीईओ को बधाई दी। उन्होंने शिक्षकों और विद्यार्थियों के साथ तस्वीर खिंचवाई।

प्रमुख सचिव शुक्ला सबसे पहले महासमुंद विकासखण्ड के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पटेवा का आकस्मिक निरीक्षण कर शिक्षण व्यवस्था का जायजा लिया। उसके बाद पिथौरा के बागरपाली गोठान का अवलोकन कर महिला समूह की महिलाओं से बातचीत की और गतिविधियाँ देखी।

 

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स्वामी आत्मानन्द स्कूलों में बढ़ेगी सुविधाएं, प्राचार्यों की मांग पर कलेक्टर ने जताई सहमति

 जांजगीर-चाम्पा (छत्तीसगढ़ दर्पण)।  जिले के स्वामी आत्मानन्द शासकीय उत्कृष्ट विद्यालयों के प्राचार्यों ने स्कूल में अधोसंरचना से संबंधित अनेक कार्यों की मांग रखी है। स्कूल में अतिरिक्त भवन, शौचालय, कीचन, लैब भवन सहित बाऊण्ड्रीवॉल आदि के लिए मांग आने पर कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने निर्माण एजेंसियों को संबंधित स्कूलों में जाकर स्टीमेट बनाने के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में स्कूल के प्राचार्यों की बैठक लेकर कलेक्टर ने वहां की समस्याओं की जानकारी ली और कहा कि स्वामी आत्मानन्द शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय योजना के रूप में शासन की जो मंशा है, वह धरातल पर नजऱ आनी चाहिए। विद्यालय में गरीब वर्ग के विद्यार्थी पढ़ाई करते हैं। उन्हें गुण्वत्तापूर्ण शिक्षा मिले और सुविधाएं भी पर्याप्त हो यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए। आप लोग वर्तमान में जो कमियां है, उसे दूर करने ईमानदारीपूर्वक कार्य करे और जिले में प्रदेश का सबसे बढिय़ा स्वामी आत्मानन्द विद्यालय बनाए। 

कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी कुमुदनी बाघ द्विवेदी को निर्देशित किया कि प्राचार्यों से समन्वय बनाकर विद्यालय में अधोसंरचना के कार्यों को गति दें। कलेक्टर ने स्कूल भवन निर्माण एजेंसियों पीडब्ल्यूडी, आरईएस, हाऊसिंग बोर्ड के अधिकारियों से पूर्व में किये गये कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि स्कूल को बेहतर से बेहतर बनाना हम सबकी जिम्मेदारी है। स्कूल बेहतर होंगे और अच्छी शिक्षा मिलेगी तो यहाँ से निकलने वाले विद्यार्थी बेहतर भविष्य बना पायेंगे। देश का नाम रौशन करेंगे। स्वामी आत्मानन्द उत्कृष्ट शासकीय विद्यालय योजना एक बहुत ही महत्वपूर्ण और महत्वकांक्षी योजना है। इससे सभी को मन से जुड़कर कार्य करने की आवश्यकता है। कलेक्टर सिन्हा ने स्कूलों के आवश्यकताओं को ध्यान रखकर स्टीमेट बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने उत्कृष्ट लैब, आधुनिक स्तर का शौचालय, कमरे सहित अन्य जरुरतों पर ध्यान फोकस करने के निर्देश देते हुए कहा कि दिए गए राशि का सदुपयोग ईमानदारी के साथ किया जाना चाहिए। 

कलेक्टर ने कहा कि विद्यार्थियों की कक्षाओं में प्राकृतिक हवाएं, रोशनी आ सकें, वेन्टीलेशन और एक्जास्ट हो, ताकि पढ़ाई करते समय किसी को बैचेनी महसूस न हो। उन्होंने मच्छरों को रोकने खिड़कियों में जाली लगाने के भी निर्देश दिए। कलेक्टर ने कुछ स्वामी आत्मानन्द शासकीय उत्कृष्ट विद्यालयों में अतिरिक्त फर्नीचरों को अन्य स्कूलों में पहुचाने के भी निर्देश दिए। बैठक में संयुक्त कलेक्टर ज्योति पटेल, जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती कुमुदनी बाघ द्विवेदी और प्राचार्य उपस्थित थे।

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मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के तहत काउंसिंलिंग में शामिल हुए 25 युवक

 धमतरी (छत्तीसगढ़ दर्पण)। मुख्यमंत्री कौशल विकास योजनान्तर्गत जिला कौशल विकास प्राधिकरण के समन्वय से युवाओं को नि:शुल्क कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने व आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से शनिवार सुबह पॉलीटेक्निक कॉलेज रूद्री में इलेक्ट्रिशियन कोर्स में की काउंसिलिंग की गई। इसमें 25 युवा उपस्थित हुए जिनका नि:शुल्क प्रशिक्षण हेतु  काउंसलर द्वारा युवाओं को नि:शुल्क प्रशिक्षण हेतु विस्तृत जानकारी देते हुए युवा कौशल प्रशिक्षण प्राप्त कर रोजगार एवं स्वरोजगार के अवसर से अवगत कराया गया। साथ ही काउंसलिंग के उपरांत युवाओं को विद्युत कार्यशाला व वीटीपी सेंटर का भ्रमण कराया गया। सहायक संचालक कौशल विकास ने अपील की है कि जिले के इच्छुक युवा जो इलेक्ट्रिशियन कोर्स में प्रशिक्षण प्राप्त करना चाहते हैं, वे जिला कौशल विकास प्राधिकरण कार्यालय प्रथम तल कक्ष 10 में उपस्थित होकर अपना आवेदन जमा कर सकते है। उक्त काउंसलिंग कार्यक्रम में लोकेन्द्र सिंह, (प्राचार्य) शास. पॉलीटेक्निक कॉलेज रूद्री भी उपस्थित थे। 

 

 

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11 से 17 अगस्त तक जिले में उत्साह पूर्वक मनाया जाएगा स्वतंत्रता सप्ताह

 जशपुरनगर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। आजादी की 75वीं वर्षगांठ के पावन अवसर पर पूरे देश में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। आगामी स्वतंत्रता दिवस को खास बनाने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आह्वान पर प्रदेश में 11 अगस्त से 17 अगस्त तक स्वतंत्रता सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत 13 से 15 अगस्त तक आमजनों में देशभक्ति की भावना जागृत करने के लिए प्रत्येक घर, शासकीय, अर्धशासकीय और निजी कार्यालयों, शैक्षणिक संस्थानों, व्यवसायिक-वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों, गैर सरकारी संगठनों के कार्यालयों में भी सम्मान के साथ राष्ट्रध्वज फहराया जाएगा साथ ही विविध कार्यक्रम भी आयोजित होंगे।

कलेक्टर रितेश कुमार अग्रवाल के निर्देशन में जिले में हर घर तिरंगा अभियान की उत्साहपूर्वक तैयारी की जा रही है। जिले में महिला स्व सहायता समूहों के माध्यम से झण्डा संहिता द्वारा निर्धारित मापदंड के अनुसार ध्वज तैयार करने का कार्य किया जा रहा है। समूह की महिलाएं ध्वज की  सिलाई  कार्य में सतत  लगी हुई हैं। कलेक्टर कार्यालय में  समूह की महिलाओं की ओर से निर्मित तिरंगा का स्टॉल के माध्यम से विक्रय के लिए उपलब्ध कराया गया है। साथ ही सभी जनपदों में कार्यक्रम की सफलता के लिए विविध कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। इसी कड़ी में आज नगर पंचायत बगीचा में टीम जय हो, नेहरू युवा केन्द्र, राजीव युवा मितान क्लब व रानी दुर्गावती महिला मंडल बगीचा के द्वारा लोगों को अभियान के प्रति जागरूक करने का कार्य किया जा रहा है। इसी प्रकार कुनकुरी नगर पंचायत में जनजागरूकता के लिए कार्यक्रम आयोजित किए गए।

कलेक्टर अग्रवाल ने हर नागरिक के मन में राष्ट्र और राष्ट्रीय ध्वज के प्रति सम्मान की भावना को और बढ़ाने, मातृभूमि के प्रति कृतज्ञता और राष्ट्रीयता की भावना संवर्धित करने हेतु सभी जिलेवासियों से हर घर तिरंगा अभियान में अपनी सहभागिता निभाने व अभियान को सफल बनाने की अपील की है।

 
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मेडिकल शिक्षा इसी सत्र में चालू करने सांसद पहुंची स्वास्थ्य मंत्रालय

 मान्यता के लिए लगातार प्रयासरत ज्योत्सना महंत ने फिर लिखा पत्र

रायपुर (छ.ग. दर्पण) छत्तीसगढ़ राज्य के कोरबा लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत कोरबा में भारत सरकार के केंद्रीय प्रवर्तित योजना के अंतर्गत मेडिकल कॉलेज की स्थापना दो वर्ष पूर्व हो चुकी है। इन दो वर्षों में भी यहां चिकित्सा महाविद्यालय के लिए शैक्षणिक सत्र प्रारंभ करने की स्वीकृति प्राप्त नहीं हुई है। कोरबा सांसद ज्योत्सना चरणदास महंत के द्वारा मेडिकल कॉलेज में चिकित्सा की पढ़ाई प्रारंभ कराने के लिए लगातार प्रयास और पत्र व्यवहार किया जा रहा है। इस कड़ी में सांसद के द्वारा पुन: एक पत्र केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग मंत्री मनसुख मांडविया को लिखा गया है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को सांसद ने अपने पत्र में मेडिकल कॉलेज में शिक्षा प्रारंभ करने की स्वीकृति प्रदान करने की मांग दोहराई है। सांसद ने उन्हें अवगत कराया है कि 8 जून 2022 को एनएमसी की टीम द्वारा चिकित्सा महाविद्यालय, कोरबा का वर्चुअल वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से निरीक्षण किया गया था, जिसमें महाविद्यालय के लिए तैयारियों के संबंध में भवन निर्माण, भूमि, चिकित्सा शिक्षकों, लाइब्रेरी, लैब आदि का निरीक्षण उपरांत तैयारियों पर संतुष्टि प्रकट की गई थी। उनके द्वारा सीटी स्केन मशीन की जानकारी चाही गई जिसकी पूर्ति के लिए निविदा जारी की जा चुकी है। इस बीच छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के लिए चिकित्सा महाविद्यालय के लिए 100 सीटों के लिए अनुमति दी जा चुकी है किन्तु कोरबा के लिए स्वीकृति जारी नहीं हुई है।

 

सांसद ने कहा है कि कोरबा आदिवासी एवं कोयलांचल क्षेत्र है। यहां के निवासियों की स्वास्थ्य सुविधा एवं उनकी भावनाओं को दृष्टिगत रखते हुए एवं छोटी-छोटी कमियों पर ध्यान न देते हुए कोरबा मेडिकल कॉलेज में शिक्षा प्रारंभ करने के लिए स्वीकृति प्रदान करने समुचित निर्देश जारी किया जाए।

उल्लेखनीय है कि कोरबा सांसद मेडिकल कॉलेज स्थापना से लेकर यहां की सुविधाओं में बेहतरी के लिए लगातार प्रयासरत रहीं हैं। उन्होंने फिर एक बार इस ओर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री का ध्यान आकर्षण कराया है ताकि जल्द से जल्द मेडिकल कॉलेज में शैक्षणिक कार्य प्रारंभ किया जा सके।

 

 

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नहीं-नहीं, यह ऐसा है, फिर कलेक्टर ने छात्र को सुनाया संस्कृत का यह श्लोक...


34 साल बाद, कलेक्टर को था यह श्लोक याद, छात्र के नहीं बोल पाने पर सुना कर बताया

 जांजगीर-चाम्पा (छत्तीसगढ़ दर्पण)। जिले के शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए अलग-अलग विकासखंडों और अलग-अलग स्कूलों में लगातार दौरा कर रहे कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा न सिर्फ विद्यालयों में शिक्षकों की समय पर उपस्थिति सुनिश्चित कराने की कोशिश कर रहे हैं, वे अनुपस्थिति या विलंब से आने वाले शिक्षकों के विरुद्ध कार्यवाही के निर्देश भी दे रहे हैं। इसके साथ ही कलेक्टर सिन्हा शिक्षकों को उनका कर्तव्य और विद्यार्थियों को शिक्षा का महत्व भी बता रहे हैं। 

कलेक्टर सिन्हा कई स्कूलों में शिक्षक की भूमिका में आकर बहुत आत्मीयता के साथ जिले के विद्यार्थियों को पढऩे-लिखने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। उनकी इस प्रेरणा का असर कलेक्टर के स्कूल में आते ही दिखने भी लगा है। ऐसे ही बलौदा ब्लाक के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जावलपुर में जब कलेक्टर वहां शिक्षकों की उपस्थिति की जांच के बाद क्लास में पहुंचे तो कई विद्यार्थियों को शायद कलेक्टर के सवाल का इंतजार था। इस बीच कलेक्टर ने भी कुछ विद्यार्थियों को कठिन सा लगने वाले विषय संस्कृत का कोई श्लोक सुनाने कहा। कुछ सेकण्ड तक विद्यार्थी इधर-उधर देखने लगे, कलेक्टर ने प्रोत्साहित करते हुए कहा डरिये नहीं सुनाइये। मैं आपकों कुछ इनाम भी दूंगा। इतने में सामने ही बैठा एक छात्र देवेंद्र खड़ा हुआ और श्लोक पढ़कर सुनाने लगा। छात्र की ओर से सुनाए जा रहे श्लोक में कुछ शब्द छूट गए जो कलेक्टर ने तुरंत ही उन्हें रोकते हुए कहा नहीं-नहीं। यह श्लोक ऐसा है। फिर कलेक्टर ने क्लास में सभी विद्यार्थियों के बीच संस्कृत का यह श्लोक' शैले शैले न माणिक्यं मौक्तिकं न गजे गजे। साधवो न हि सर्वत्र चन्दनं न वने वने' पढ़कर सुनाया और हिन्दी में भावार्थ भी बताया (हिन्दी में-सभी पहाड़ों पर मणि नहीं प्राप्त होती, सभी हाथियों में गजामुक्ता नामक मोती नहीं पाये जाते। 

सज्जन लोग सभी जगह नहीं पाये जाते और चन्दन का वृक्ष सभी वनों में नही पाया जाता। अर्थात ये सब मणि, मोती, साधु, चन्दन का वृक्ष बड़े ही दुर्लभ होते हैं) कलेक्टर सिन्हा ने विद्यार्थियों को बताया कि 34 साल पहले जब वह कक्षा नवमीं में पढ़ाई करते थे, तब संस्कृत विषय के अनेक श्लोकों को अच्छे से याद किया करते थे। इसलिए उन्हें आज भी यह श्लोक भलीभांति याद है। कलेक्टर ने मैं स्कूल जाता हूं का संस्कृत में अनुवाद पूछा तो पीछे की ओर बैठी छात्रा दीपाक्षी ने इसका सही जवाब देते हुए श्लोक सुनाने की इच्छा जताई। कलेक्टर की सहमति के पश्चात दीपाक्षी ने सुनाया कि अलसस्य कुतो विद्या, अविद्यस्य कुतो धनं। अधनस्य कुतो मित्रं, अमित्रस्य कुत: सुखं (हिन्दी में-जो आलस करते हैं, उन्हें विद्या नहीं मिलती, जिनके पास विद्या नहीं होती, वो धन नहीं कमा सकता, जो निर्धन हैं उनके मित्र नहीं होते और मित्र के बिना सुख की प्राप्ति नहीं होती) कलेक्टर ने दीपाक्षी और देवेन्द्र के लिए सभी विद्यार्थियों से ताली बजवाने के साथ उन्हें बधाई के साथ पुरस्कार भी दिया और सभी को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि कहा कि आप लोग भी अच्छे से पढ़ाई करिये। आपकी पढ़ाई ही आपकों एक दिन सफलता के शिखर पर पहुचाएगी। आपको अच्छी नौकरी मिलेगी। उन्होंने शिक्षकों से भी कहा कि विद्यार्थियों को अच्छे से पढ़ाइये। समय पर स्कूल आइये। शिक्षा व ज्ञान देने में किसी तरह की कोई कमी मत करिए।

 
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कलेक्टर ने लिया आंगनबाड़ी, स्कूल, छात्रावास में बच्चों को मिलने वाली सुविधा का जायजा

 शासकीय प्राथमिक शाला रहमानकापा के प्रधानपाठक को कारण बताओ नोटिस

कवर्धा (छत्तीसगढ़ दर्पण)। कलेक्टर जनमेजय महोबे ने बुधवार को पंडरिया विकासखंड के सुदूर वनांचल क्षेत्रों  का भ्रमण कर वहां के आंगनबाड़ी, स्कूल, छात्रावास में बच्चों को मिलने वाली सुविधा और वहां की व्यवस्था तथा संसाधनों का जायजा लेने पहुंचे। उन्होंने ग्राम रहमानकापा के आंगनबाड़ी केंद्र, शासकीय प्राथमिक शाला तथा ग्राम पटौहा के आंगनबाड़ी केन्द्र, ग्राम कुई के आदिवासी बालक छात्रावास और आदिवासी कन्या छात्रावास का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने वहां बच्चों से बात करके नाश्ता, भोजन सहित अन्य व्यवस्था की जानकारी ली।

कलेक्टर महोबे ने शासकीय प्राथमिक शाला रहमानकापा के प्रधानपाठक के अनुपस्थित रहने पर कारण बताओ नोटिस तथा ग्राम कुई के आदिवासी कन्या छात्रावास की आधीक्षिका के अनुपस्थित रहने पर जांच रिपोर्ट तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने आंगनबाड़ी, छात्रावास की व्यवस्था पर नाराजगी जाहिर करते हुए सभी आवश्यक व्यवस्था सुव्यवस्थित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बच्चों को प्रतिदिन भोजन मीनू के अनुसार मिलना चाहिए। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। उन्होंने सीडीपीओ, बीएमओ, सुरवाइजर सहित अन्य अधिकारियों को नियमित निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जो भवन मरम्मत योग्य है उन्हे जल्द ही मरम्मत कराए। जो भवन अति जर्जर स्थिति में है उसमे कोई भी कक्षा संचालित नही करे। उन्होंने ग्राम कुई के आदिवासी बालक छात्रावास के निरीक्षण के दौरान कहा कि वहा बच्चों के लिए पढ़ाई के लिए तथा उसके रहने के लिए रूम में बिस्तर की पूरी व्यवस्था रहे।
 
कलेक्टर महोबे ने आंगनबाड़ी, स्कूल, छात्रावास के किचन में भोजन की गुणवत्ता को परखा। उन्होंने कहा कि बच्चो को पौष्टिक भोजन मिलना चाहिए। सभी जगह भोजन मीनू के अनुसार भोजन खिलाया जाए। बच्चों को समय में नाश्ता और भोजन मिलना चाहिए। उन्होंने छात्रावास ने खाद्य स्टोर रूम का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने आंगनबाड़ी और स्कूल में बच्चों के उपस्तिथि पंजी की भी जांच की। उन्होंने शौचालय को साफ सुथरा रखने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल, पंडरिया एसडीएम , जनपद पंचायत पंडरिया के सीईओ, उपस्थित थे।
 
कलेक्टर ने आंगनबाड़ी में बच्चों को खिलौना दिया तो झूम उठे बच्चे
आलू के चालू बेटा कहा गए थे सब्जी के टोकरी में सो रहे थे......कलेक्टर जब आंगनबाड़ी केन्द्र रहमानकापा पहुंचे तब बच्चे इस कविता को लय में दोहरा रहे थे। आंगनबाड़ी के बच्चां को इस कविता को गाते देखकर वे प्रसन्न हुए और बच्चों के पास बैठकर उनसे बाते करने लगे। बच्चों के ज्ञान को परखने के लिए उसके नाम के सामने लटके थैले को नाम पुकार कर लाने के लिए कहा। बच्चों की उत्सुकता देखकर उन्होंने बच्चों के खेलने के लिए खिलौना निकाला तो बच्चे खुशी से झूम उठे। बच्चे के इस प्रतिक्रिया को देखकर कलेक्टर ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से कहा कि बच्चे को सिखाने के लिए उसे हमेशा खुश रखे। खेले-खेल के माध्यम से ही बच्चों को ज्ञान की बाते सिखाई जाए। जिसे बच्चे जल्दी ग्रहण करते है।
 
कलेक्टर ने ब्लैक बोर्ड में दिए गणित के सवाल, बच्चों ने किया तत्काल हल
ग्राम रहमानकापा के शासकीय प्राथमिक शाला के बच्चों की अनोखी प्रतिभा उस समय पता चला जब कलेक्टर स्कूल में निरीक्षण करने पहुंचे। कलेक्टर स्कूल के निरीक्षण के दौरान जब कक्षा में पहुंचे तब विद्यार्थियों से उनके पढ़ाई के बारे में जानकारी ली । इस दौरान उन्होंने बच्चों से पहाड़ा पूछा। कक्षा चौथी के विद्यार्थी भूपेश ने जब 29 और 33 का पहाड़ा और कक्षा पांचवी की छात्रा भूमिका ने 25 का पहाड़ा सुनाया तो कलेक्टर उनके प्रतिभा से प्रभावित हुए। उन्होंने उन बच्चों को आगे अधिक पढ़ने के लिए प्रेरित किया और हर संभव सहयोग करने की बात कही। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल ने बच्चे को अपना पेन देकर पुरस्कृत भी किया। कलेक्टर ने शिक्षकों द्वारा दिए जा रहे पढ़ाई की गुणवत्ता को परखने गणित के सवाल हल करने के लिए दिए। बच्चों ने सवाल को हल करके दिखाया।
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कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में कलेक्टर ने व्यवस्थाओं का लिया जायजा

 कोरिया (छत्तीसगढ़ दर्पण)। कलेक्टर शर्मा ने आज जिला पंचायत सीईओ कुणाल दुदावत के साथ विकासखंड सोनहत के दौरे के दौरान कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय का निरीक्षण किया। उन्होंने विद्यालय में सभी व्यवस्थाओं का जायजा लिया तथा छात्रावास अधीक्षिका को बालिकाओं के कमरे में पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था किए जाने के निर्देश दिए। कम्प्यूटर कक्ष का निरीक्षण कर कलेक्टर शर्मा ने पर्याप्त मात्रा में कम्प्यूटर की व्यवस्था कर बालिकाओं को रोटेशन अनुसार प्रशिक्षित किए जाने कहा। उन्होंने जिला समन्वयक समग्र शिक्षा को छात्रावास में बालिकाओं हेतु लाईब्रेरी निर्माण की कार्ययोजना तैयार किए जाने के निर्दश दिए जिससे उन्हें बेहतर शिक्षण सामग्री उपलब्ध हो सके।

बालिकाओं के साथ बैठ किया भोजन, विद्यालय में मिलने वाली सुविधाओं पर की बात :

कलेक्टर शर्मा ने बालिकाओं के साथ बैठकर भोजन किया, उन्होंने बालिकाओं से उनकी जरूरतों व आवासीय सुविधाओं की जानकारी ली तथा भविष्य में आगे बढऩे प्रेरित किया। इस दौरान विद्यालय में बालिकाओं से मिलने आयी माताओं से भी कलेक्टर ने बात की।

 
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होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी की लिखित परीक्षा के परिणाम जारी

 रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के द्वारा आयोजित होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी परीक्षा 2022 के परिणाम जारी कर दिए गए हैं। साझात्कार के लिए कुल 28 अभ्यर्थियों का चिन्हांकन किया गया है। परीक्षा परिणाम की विस्तृत जानकारी के लिए आयोग की वेबसाइट www.psc.cg.gov.in का अवलोकन किया जा सकता है। आयोग के द्वारा साक्षात्कार तिथि एवं विस्तृत समय सारिणी की जानकारी पृथक से जारी की जाएगी।

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दन्त शल्य चिकित्सक की लिखित परीक्षा के परिणाम जारी

 रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के द्वारा आयोजित दन्त शल्य चिकित्सक परीक्षा 2022 के परिणाम घोषित कर दिए गए हैं। साझात्कार के लिए कुल 115 अभ्यर्थियों का चिन्हांकन किया गया है। लिखित परीक्षा परिणाम की विस्तृत जानकारी के लिए आयोग की वेब साइट www.psc.cg.gov.in का अवलोकन किया जा सकता है। आयोग के द्वारा साक्षात्कार तिथि एवं विस्तृत समय सारिणी की जानकारी पृथक से जारी की जाएगी।

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कलेक्टर ने की एक घण्टा अधिक पढ़ाने शिक्षकों से अपील

 बेमेतरा (छत्तीसगढ़ दर्पण)। पढ़ाई की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए अब स्कूलों में अतिरिक्त क्लास लगाने की अपील कलेक्टर जितेन्द्र कुमार शुक्ला ने शिक्षकों से की है। कलेक्टर ने कहा है कि 25 जुलाई 2022 से 29 जुलाई 2022 तक पांच दिन तक शिक्षकों की ओर से सामूहिक आवकाश लेकर हड़ताल में चले जाने के कारण बच्चों की पढ़ाई में व्यवधान उत्पन्न हुआ है। जिसकी भरपाई के लिए शालाओं में एक घंटे अतिरिक्त समय देकर विद्यार्थियों को अध्यापन कार्य कराने के लिए कल समय सीमा की बैठक के दौरान जिला शिक्षा अधिकारी को निदेर्शित किये हैं। 

कलेक्टर ने शिक्षकों से आव्होन किये हैं कि वे अपने विद्यालय के शिक्षा के स्तर में सुधार लाने के लिए पूरे तन-मन से जुट जायें। शिक्षक विद्यार्थियों को अपने बच्चों की भांति समझ कर एक घंटा अतिरिक्त समय देकर पठन-पाठन का कार्य करायें। जिससे स्कूल, संकुल, विकासखंड व जिला स्तर पर शिक्षा की गुणवत्ता में अपेक्षित सुधार आ सके।

 

 

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कुमारी रिया चक्रवर्ती को मिला शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कापसी में प्रवेश

 कांकेर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। जिले के पखांजूर तहसील के पी.व्ही. 07 न्यू कॉलोनी कापसी निवासी रंजना चक्रवर्ती ने गत दिवस ई-जनचौपाल के माध्यम से कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला को अपनी समस्या बताते हुए कहा कि उनकी पुत्री रिया चक्रवर्ती प्राइवेट स्कूल कापसी से कक्षा 8वीं उत्तीर्ण हुई है। मेरी आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण मैं अपनी पुत्री को उक्त विद्यालय में पढ़ाने में असमर्थ हॅॅू। मैं उक्त विद्यालय से अपनी पुत्री का स्थानांतरण प्रमाण पत्र निकलवाकर शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कापसी पढ़ाना चाहती हॅू। उनके द्वारा अपनी पुत्री रिया चक्रवर्ती का स्थानांतरण प्रमाण पत्र प्रदाय कराने तथा शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कापसी में प्रवेश दिलाने की निवेदन किया गया। 

कलेक्टर के निर्देश पर जिला शिक्षा अधिकारी भुवन जैन एवं खण्ड शिक्षा अधिकारी पखांजूर के.आर. सिन्हा की ओर से तत्काल कार्यवाही जाकर कुमारी रिया चक्रवर्ती की टीसी प्राइवेट विद्यालय कापसी से निकलवाकर शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कापसी के कक्षा 9वीं में प्रवेश दिलाया गया। इस पर आवेदिका रंजना चक्रवर्ती ने जिला प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद दिया।

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आश्रम-छात्रावासों व आवासीय विद्यालयों का सुचारू संचालन करें : कलेक्टर

 कोण्डागांव (छत्तीसगढ़ दर्पण)। जिले में आश्रम-छात्रावासों तथा आवासीय विद्यालयों के सुचारू संचालन की दिशा में व्यापक पहल किया जाएं। इन संस्थाओं का नियमित निरीक्षण कर बिजली, पेयजल, शौचालय ईत्यादि की व्यवस्था सहित बच्चों के नाश्ता-भोजन की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित किया जाएं। संबंधित संस्थाओं के अधीक्षक और अधीक्षिकाओं की मुख्यालय में उपस्थिति सहित बच्चों की समुचित देख-रेख व शिक्षा के लिए व्यवस्था करें। जिले के स्कूली बच्चों को स्थायी जाति प्रमाण पत्र प्रदाय के लिए आगामी 20 अगस्त से विशेष अभियान चलाया जाएगा। इस दिशा में शिविरों का आयोजन किया जाएगा। उक्त निर्देश कलेक्टर दीपक सोनी ने कलेक्ट्रेट में आयोजित समय-सीमा की बैठक के दौरान अधीकारियों को दिए।

कलेक्टर दीपक सोनी ने जिले में कक्षा 6वीं से 12वीं कक्षा तक अध्ययनरत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति तथा अन्य पिछड़े वर्ग के स्कूली बच्चों को स्थायी जाति प्रमाण पत्र प्रदाय के लिए अब तक दर्ज संख्या के आधार पर लक्ष्य निर्धारित किये जाने कहा। इसके साथ ही लक्ष्य के अनुरूप संबंधित तहसीलदार व खंड शिक्षा अधिकारी को कलस्टर में रोस्टर अनुसार शिविर आयोजित किये जाने के निर्देश दिए। उन्होंने 12 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के स्कूली बच्चों के कोविड टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य, स्कूल शिक्षा व आदिवासी विकास विभाग के अधिकरियों को आपसी समन्वय कर लक्षित बच्चों का टीकाकरण करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के द्वित्तीय डोज लगाये गये लोगों को प्रिकासन डोज का टीका लगाने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार करने रहा और दूसरी डोज के 6 महीने बाद संबंधितों को प्रिकासन डोज लगाने प्रेरित किये जाने के निर्देश दिए। इस दिशा में संबंधित गांव के शिक्षक-शिक्षिकाओं, पंचायत सचिव और पंचायत पदाधिकारियों का सहयोग लिया जाएं। 

कलेक्टर सोनी ने विशेष पिछड़ी जनजाति वर्ग के शिक्षित युवाओं को तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के पदों पर सीधी भर्ती करने के लिए शीघ्र कार्यवाही किये जाने कहा। इस दिशा में संबधित ग्राम पंचायतों में शिविर लगाकर जाति व निवास प्रमाण पत्र प्रदाय किये जाने के निर्देश दिये। उन्होने जिले में अतिवृष्टि से जनहानि, पशुहानि तथा मकान क्षति के लिए संबंधितों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए त्वरित पहल करने कहा। इस दिशा में राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के तहत प्रकरणों की शीघ्र स्वीकृति सुनिश्चित किये जाने के निर्देश दिए। कलेक्टर सोनी ने मुख्यमंत्री जी के घोषणाओं का क्रियान्वयन सर्वोच्च प्राथमिकता देकर करने कहा। वहीं मुख्यमंत्री जनचौपाल, जनदर्शन और आवेदन पत्रों का शीघ्र निराकरण किये जाने के निर्देश दिए। 

बैठक में वनाधिकार मान्यता पत्र प्रदाय, लोक सेवा गारंटी अधिनियम के तहत् सेवाओं की सुलभता, मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना आदि की विस्तृत समीक्षा की गयी। बैठक के दौरान सीईओ जिला पंचायत  प्रेम प्रकाश शर्मा सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी, जिले में पदस्थ तहसीलदार, सीईओ जनपद पंचायत तथा नगरीय निकायों के सीएमओ और बीएमओ, बीईओ व सीडीपीओ मौजूद थे।

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लॉटरी पद्वति से मिलेगा विद्यार्थियों को प्रवेश पद्धति

 अम्बिकापुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल केशवपुर में नवीन प्रवेश के लिए कुछ कक्षाओं में आवंटित से अधिक विद्यार्थी हैं। इसे ध्यान में रखकर जिला स्तरीय प्रवेश समिति द्वारा 3 अगस्त को पूर्वाह्न 11 बजे से विद्यार्थियों का चयन लॉटरी पद्धति से किया जाएगा। विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों को निर्धारित तिथि व समय पर उपस्थित होने के लिए कहा गया है।

 

 

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खेल प्रशिक्षण केंद्र के राज्य स्तरीय चयन ट्रायल में शामिल होंगी सुकमा की 6 बालिकाएं

 एथलेटिक्स खेलों में दिखाएंगी दमखम

सुकमा (छत्तीसगढ़ दर्पण)। राज्य खेल प्रशिक्षण केंद्र बहतराई, बिलासपुर में प्रवेश हेतु जिला सुकमा में जिला स्तरीय चयन ट्रायल का आयोजन किया गया था। जिसमें 50 से अधिक 13 से 19 आयु वर्ग के बालक बालिकाओं ने हिस्सा लिया। राज्य स्तरीय चयन ट्रायल हेतु एथलेटिक्स एवं कबड्डी में कुल 13 बालक बालिकाओं का चयन किया गया।

जिला खेल अधिकारी विरुपाक्ष पुराणिक ने बताया कि राज्य स्तर पर एथलेटिक्स खेल का चयन ट्रायल 2 अगस्त को पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय इनडोर आउटडोर मैदान में किया जाना है, जिसमें जिला सुकमा से 6 बालिकाओं को का चयन हुआ है। चयनित प्रतिभागी कुमारी ममला, कुमारी अंजू नाग, कुमारी चंद्रिका, कुमारी मोती, कुमारी कविता एवं कुमारी कनिषा, श्रीमती योगिता नायक, पीटीआई के नेतृत्व में आज शाम रवाना होंगे। उल्लेखनीय है कि जिला स्तर के चयनित प्रतिभागी ग्रामीण अंचलों से संबंध रखते हैं। जिला प्रशासन सुकमा के मार्गदर्शन में इसी तरह दिनांक 4 अगस्त को कबड्डी खेल में 6 बालिकाओं को राज्यस्तरीय में भेजा जाना हैं।
 
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा खेलों को प्रोत्साहित करने की दृष्टि से एवं खेल प्रतिभाओं को बचपन से ही तराश कर प्रतिस्पर्धा के योग्य बनाने हेतु राज्य खेल प्रशिक्षण केंद्र का बहतराई बिलासपुर में निर्माण किया गया है। खेल एवं युवा कल्याण विभाग छत्तीसगढ़ के द्वारा संचालित किए जाने वाले इस आवासीय खेल अकादमी में चयनित खिलाड़ियों के लिए आवासीय, शिक्षा और प्रशिक्षण की उत्कृष्ट व्यवस्था की गई है।
 
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हिदायतुल्ला विवि के दीक्षांत समारोह में शामिल हुए सीएम बघेल, सीजेआई रमणा भी है उपस्थित

 रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। राजधानी में रविवार को सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधिपति न्यायमूर्ति एन वी रमणा हिदायतुल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी,रायपुर के पांचवें  दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रुप में शामिल हुए।


दीक्षांत समारोह में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित हैं। सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधिपति न्यायमूर्ति एस अब्दुल नजीर ने समारोह की अध्यक्षता की। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधिपति न्यायमूर्ति  तथा हिदायतुल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति अरूप कुमार गोस्वामी उपस्थित हैं। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के विधि मंत्री मोहम्मद अकबर एवं शिक्षा मंत्री डॉ प्रेमसाय सिंह टेकाम भी उपस्थित हैं।

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न तो शिक्षकों की नियुक्ति, न ही साफ़ सफाई, 1 अगस्त से फरीद नगर में खुलेगा स्वामी आत्मानंद स्कूल

 भिलाई (छत्तीसगढ़ दर्पण)। भारी अव्यवस्थाओं के बीच फरीद नगर में मात्र एक दिन बाद 1 अगस्त से स्वामी आत्मानंद स्कूल खुलने जा रहा है। सवाल यह है कि अभी तक यहां टीचरों की नियुक्ति तक नही हुई है तो पढायेंगे कौन? इसके अलावा यहां न तो साफ सफाई की गई है और न ही छात्रों को बैठने की व्यवस्था है और न ही शिक्षकों के बैठने की व्यवस्था है। शाला भवन भी जर्जर है और शौचालय देखने पर अपनी दुर्दशा खुद बयां कर रहा है। इस मामले में यहां के प्रधान पाठक का कहना है कि उन्हें 1 अगस्त से स्कूल शुरू करने के निर्देश जिला शिक्षा अधिकारी से मिले हैं। अव्यवस्थाओं को लेकर उनका कहना है कि उन्होंने भिलाई नगर निगम और जिला शिक्षा अधिकारी दोनों को इस संबंध में पत्र लिखकर सूचित कर दिया है। व्यवस्था कराना उनकी जिम्मेदारी है। जैसा जिला शिक्षा विभाग से निर्देश प्राप्त होगा उस हिसाब से काम करेंगे।

ज्ञातव्य हो कि स्कूल में एक क्लास में 50 बच्चों को बिठाया जाना है। यहां 4 क्लास रूम हैं। चारों क्लास रूम में 40 बच्चों के बैठने के लिए ही बेंच और टेबल रखी गई हैं। इसके अलावा यहां अतिरिक्त बेंच नहीं रखी जा सकती हैं। प्रधान पाठक सिन्हा का कहना है कि नियम के अनुसार एक बेंच में 2 बच्चों को ही बैठना है, लेकिन जगह न होने से एक में तीन बिठाया जाएगा। एक बेंच में तीन बच्चे तो बैठ जाएंगे, लेकिन स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल के नियम के विपरीत है।

वहीं स्कूल परिसर में छात्र और छात्राओं के लिए शौचालय तो बने हैं, लेकिन पुराने प्राथमिक स्कूल के शौचालय होने के कारण ये काफी जर्जर हो चुके हैं। ये वर्तमान में उपयोग के लायक नहीं हैं। ऐसे में बिना शौचालय की व्यवस्था किए स्कूल खोले जाने से बच्चों को काफी परेशानी होगी।

स्कूल परिसर में उग आये है बडी बडी घास,नही हुई है सफाई
बारिश के चलते स्कूल परिसर में बड़ी-बड़ी घास और पौधे उग गए हैं और अभी तक साफ सफाई भी नही हुई है। नगर निगम भिलाई को शिक्षण मद से स्कूल परिसर की सफाई के साथ ही नल फिटिंग, विद्युत व्यवस्था, रंग रोगन, फर्श मरम्मत और शौचालय की व्यवस्था करना था लेकिन ये कार्य भी नही हुए है।
स्कूल भवन में एक छोटा सा रूम प्रधान पाठक का और एक रूम स्टॉफ और टीचर के बैठने के लिए है। यहां न तो पर्याप्त चेयर भेजी गई हैं और न ही रूम इतना बड़ा है कि यहां 20-22 लोगों का स्टॉफ बैठ सके। ऐसे में सबसे बड़ी समस्या यह आ रही है कि टीचर पीरियड लेने के बाद कहां बैठेंगे।

सभी व्यवस्थाएं कर ली जायेगी जल्द पूरी : जिला शिक्षा अधिकारी
जिला शिक्षा अधिकारी अभय जायसवाल का कहना है कि इंग्लिश मीडियम स्कूल के लिए टीचर्स की भर्ती अभी नहीं हुई है। भर्ती के बाद उसे शुरू किया जाएगा। नए भवन का निर्माण कार्य चल रहा है। उसके बनते ही स्कूल को वहां शिफ्ट किया जाएगा। सभी व्यवस्थाएं जल्द पूरी कर ली जाएंगीं।

 

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दृढ़ इच्छाशक्ति के दम पर दृष्टिहीन छात्रा बनी हिदायतुल्ला नेशनल लॉ युनिवर्सिटी की टॉपर

 चीफ जस्टिस आफ इंडिया और मुख्यमंत्री की मौजूदगी गोल्ड मेडल से किया गया सम्मानित

रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। मंजिल उन्हीं को मिलती है जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता , हौंसलों से उड़ान होती है। ये कविता हम हमेशा ही सुनते आए हैं, लेकिन इसे चरितार्थ करके दिखाया है दिल्ली की रहने वाली एक दृष्टिहीन छात्रा यवनिका ने। यवनिका रायपुर के हिदायतुल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी से बीएएलएलबी (आनर्स) 2021 बैच की टापर हैं और इन्होंने प्रोफेशनल एथिक्स में गोल्ड मेडल हासिल किया है। यवनिका को ये गोल्ड मेडल यूनिवर्सिटी के पांचवें दीक्षांत समारोह में चीफ जस्टिस आफ इंडिया की मौजूदगी में प्रदान किया गया।

यवनिका दृष्टिहीन छात्रा हैं, लेकिन उन्होंने इसे कभी भी अपनी कमजोरी नहीं समझा, बल्कि उनके हौंसले उन्हें उड़ान भरने के लिए लगातार प्रेरित करते रहे। दिल्ली की रहने वाली यवनिका के पिता भारतीय रेल सेवा में अधिकारी हैं तथा मां स्पेशल एजुकेटर के तौर पर काम कर रही थीं। यवनिका ने फैसला लिया कि वो लॉ की पढ़ाई करेंगी। यवनिका ने रायपुर के हिदायतुल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में एडमिशन लिया। यवनिका को कोई परेशानी ना हो इसके लिए उनकी मां ने अपनी नौकरी छोड़ दी और यवनिका के साथ ही रायपुर में पांच वर्ष तक रहीं।

अपने मंजिल को पाने मे यवनिका ने अपनी पूरी जान लगा दी और आखिरकार वो इसमें कामयाब भी हुईं। इतना ही नहीं यवनिका ने खुद के लिए नई मंजिल तय की है और इसे पाने के लिए वो नेशनल ला कालेज बंगलौर में एलएलएम कोर्स में एडमिशन लेकर पढ़ाई भी कर रही हैं। यवनिका का कहना है कि रायपुर की पांच साल की जर्नी में कालेज, फैकल्टी और साथी स्टूडेंट्स ने उसका बहुत सपोर्ट किया जिसके लिए वो हमेशा उनका आभारी रहेगी।

यवनिका का कहना है कि माता पिता धरती पर भगवान का रूप हैं और उनका आशीर्वाद है तो जीवन में किसी भी लक्ष्य को पाना नामुमकिन नहीं है। यवनिका ने हमेशा ही अपनी मेहनत और काबीलियत पर भरोसा रखा और अपने लक्ष्य को हासिल किया। यवनिका के जुझारू पन के सम्मान में उसे गोल्ड मेडल देते वक्त जीफ जस्टिस श्री एन वी रमणा तथा मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल समेत सभी अतिथि अपनी जगह पर खड़े होकर उनका उत्साह बढ़ाया।
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