दुनिया-जगत

संयुक्‍त राष्‍ट्र ने अब्‍दुल्‍ल रहमान मक्‍की को वैश्विक आतंकवादी घोषित किया

संयुक्‍त राष्‍ट्र  (छत्तीसगढ़ दर्पण)। संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद ने पाकिस्‍तानी आतंकवादी अब्‍दुल रहमान मक्‍की को वैश्विक आतंकवादी घोषित कर दिया है। मक्‍की लश्‍कर-ए-तैयबा प्रमुख और 26-11 आतंकी हमले के मुख्‍य साजिशकर्ता हाफिज़ सईद का बहनोई है। पिछले साल प्रतिबंध समिति के तहत मक्‍की को आतंकी की सूची में शामिल किए जाने के प्रस्‍ताव का चीन ने विरोध किया, जिसके बाद भारत द्वारा निंदा किये जाने के बाद यह फैसला आया है।

भारत, विशेषकर जम्‍मू-कश्‍मीर में हमले की योजना बनाने के लिए युवाओं की भर्ती करने और धन जुटाने में मक्‍की संलग्‍न रहा है। मक्‍की को भारत और अमरीका पहले ही आंतकी की सूची में डाल चुके हैं। मक्‍की आतंकी संगठन में विभ‍िन्‍न साजिशों को अंजाम देता है।

और भी

आत्मघाती हमले से दहली राजधानी : 1 पुलिसकर्मी की मौत, 6 घायल...

 इस्लामाबाद (छत्तीसगढ़ दर्पण)। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद शुक्रवार को आत्मघाती बम हमले से दहल गई। इस हमले में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई है, जबकि 6 घायल हो गए। घायलों में 4 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। धमाके के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है। पुलिस ने पूरे इलाके को घेर लिया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार इस्लामाबाद के आई-10/4 सेक्टर में शुक्रवार को एक कार में आत्मघाती धमाका हुआ है। इस्लामाबाद पुलिस ने एक ट्वीट में कहा कि पुलिस अधिकारी वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। इस दौरान एक संदिग्ध कार को रुकने का इशारा किया। कार रुकते ही उसमें बैठे शख्स ने खुद को धमाके में उड़ा लिया। तहरीक-ए तालिबान पाकिस्तान ने आत्मघाती बम धमाके की जिम्मेदारी ली है।

जानकारी के मुताबिक, बम धमाके में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई है। घायलों में चार पुलिसकर्मी और दो नागरिक शामिल हैं। डीजीपी सोहैल जफर ने बताया कि पुलिस ने इलाके में शुक्रवार सुबह सवा 10 बजे एक संदिग्ध वाहन को देखा था। वाहन में एक पुरुष और एक महिला सवार थी। उन्होंने बताया कि पुलिस ने कार रोकी तो कार सवार दोनों बाहर निकल गए। अधिकारी जब कार की तलाशी ले रहे थे तो शख्स गाड़ी के अंदर गया और खुद को बम से उड़ा लिया।

और भी

विश्वयुद्ध के बाद पहली बार जापान करेगा सेना का निर्माण, चीन का है डर, जानें क्या होगा स्ट्रक्चर?


टोक्यो (छत्तीसगढ़ दर्पण)। सात दशकों के बाद पहली बार ऐसा मौका आया है, जब जापान अपनी नेशनल सिक्योरिटी स्ट्रैटजी का गठन करने वाला है और दो विश्वयुद्ध लड़ने वाला जापान अब अपनी मिलिट्री का गठन करने जा रहा है। चीन की आक्रामकता से डरकर जापान ने अपनी आर्मी गठन करने का फैसला किया है। माना जा रहा है, कि इस शुक्रवार जापान अपनी नई राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति का अनावरण करेगा।

जापान करेगा सेना का निर्माण
जापान के खिलाफ उसके दोनों पड़ोसी चीन और उत्तर कोरिया आक्रामक रूख अपना रहे हैं, जिसने जापान को अपनी सुरक्षा को लेकर गंभीरता से सोचने के लिए मजबूर कर दिया है। माना जा रहा है, कि अपनी नई सेना के निर्माण के साथ जापान भारी संख्या में मिसाइलों और साइबर युद्ध की क्षमता बढ़ाने पर खर्च करने वाला है। रिपोर्ट के मुताबिक, जापान में होने वाला ये परिवर्तन तीन डॉक्यूमेंट्स (1) द नेशनल सिक्योरिटी स्ट्रैटजी, (2) द नेशनल डिफेंस प्रोग्राम गाइडलाइंस और (3) द मिड टर्म डिफेंस प्रोग्राम के आधार पर होगा। इसके आधार पर जापान की सरकार ये भी तय करेगी, देश में सेना के निर्माण पर सरकार अगले पांच सालों में कितने रुपये खर्च करेगी।

काउंटर स्ट्राइक की क्षमता में करेगा इजाफा
रिपोर्ट को मुताबिक, जो जानकारियां मिल रही हैं, उसमें जापान अपनी काउंटर स्ट्राइक की क्षमता के विकास पर सबसे ज्यादा ध्यान देने वाला है। जापान के संविधान में शांति के रास्ते पर चलना लिखा हुआ है, लिहाजा जापान के पास अभी जो मिसाइलें हैं, उसकी क्षमता ज्यादा से ज्यादा कुछ सौ किलोमीटर तक की ही है। लिहाजा, इस बात की संभावना जताई जा रही है, कि जापान अपनी मिसाइल क्षमता में जबरदस्त इजाफा करेगा और जमीन, समुद्र और हवा से लान्च की जाने मिसाइलों की क्षमता में इजाफा करेगा।

-टोक्यो का मानना है कि, अगर जापान काउंटर स्ट्राइक की क्षमता में इजाफा करता है, तो युद्ध की स्थिति में वो अपने ऊपर होने वाले हमलों को रोक सकता है। जापान पिछले दो सालों से अपनी इस क्षमता को बढ़ाने की दिशा में काम कर रहा है। अपने सबसे हालिया बजट अनुरोध में, जापानी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि, वह 2026 तक अपनी जमीन से लॉन्च की जाने वाली टाइप-12 एंटी-शिप मिसाइलों की क्षमता का विस्तार करेगा और हाइपरसोनिक हथियारों सहित अन्य मिसाइलों को विकसित करने की उसकी योजना है।

अमेरिका से हथियार खरीदने की योजना

-योजना की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने कहा है कि, जापान जहाज से लॉन्च की जाने वाली, यूएस-निर्मित टॉमहॉक मिसाइलें भी खरीद सकता है। योमिउरी अखबार ने बताया कि, टोक्यो 500 से ज्यादा क्रूज मिसाइल खरीदना चाहता है, जो 1,250 किमी तक उड़ सकती हैं।

-रक्षा मंत्रालय पांच वर्षों में अपनी सेना पर 300 अरब डॉलर से अधिक खर्च करेगा, जापानी अधिकारियों ने अपने रक्षा बजट को सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 2% दोगुना करने का लक्ष्य रखा है।

-इसमें से लगभग 22 अरब डॉलर साइबर युद्ध संचालन और 14 अरब डॉलर अंतरिक्ष क्षमताओं में इजाफा करने में खर्च किए जाएंगे। योमिउरी अखबार ने दावा किया है, कि उसने सरकार का मसौदा देखा है।

अमेरिकी सेना के साथ ज्वाइंट कमांड
- अपनी वायु, समुद्र और थल सेना के बेहतर समन्वय के लिए जापान अपना पहला संयुक्त कमांड सेंटर स्थापित करेगा। सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री किशिदा की सत्तारूढ़ पार्टी ज्वाइंट यूएस-जापान कमांड बनाने पर भी चर्चा कर रही है।

-योमिउरी अखबार ने कहा कि, जापान सरकार पांच साल के भीतर लगभग 70 युद्ध सामग्री डिपो और 2035 तक 130 डिपो बनाने की भी योजना बना रही है। सैन्य योजनाकारों को चिंता है कि, जापान के पास एक लंबे संघर्ष के लिए बहुत कम गोला-बारूद है, लिहाजा अगर जापान में भी यूक्रेन जैसे हालात बनते हैं, तो फिर जापान के लिए खुद को बचाना मुश्किल होगा। जापान के पास काफी कम हथियार होने के साथ साथ स्पेयर पार्ट्स का स्टॉक भी काफी कम है।

- निक्केई की एक रिपोर्ट के अनुसार, जापान के उत्तर में होक्काइडो द्वीप पर सेना के लगभग 70% हथियार संग्रहीत हैं और ये हथियार शीतयुद्ध काल के हैं, जब जापान का सैन्य विरोधी सोवियत संघ हुआ करता था।

- जापान अब अपने दक्षिण-पश्चिमी द्वीप श्रृंखला के साथ चीन को अपना मुख्य खतरा मानता है, जिसका हेनकाकू द्वीप के साथ विवाद चल रहा है।
और भी

पाकिस्तान में गिर सकती है शहबाज शरीफ की सरकार, दो सहयोगी पार्टियां नाराज, समर्थन ले सकती हैं वापस

 

इस्लामाबाद (छत्तीसगढ़ दर्पण)। पाकिस्तान में पिछले एक साल से राजनीतिक उठापटक के बीच शहबाज शरीफ की सरकार बनने के बाद कुछ राजनीतिक स्थिरता दिखाई देने लगी थी, लेकिन अब शहबाज शरीफ की सरकार भी खतरे में दिखाई दे रही है। शहबाज सरकार को समर्थन देने वाली दो सहयोगी पार्टियों ने कैबिनेट की बैठक का बहिष्कार कर दिया है। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंगलवार को शहबाज शरीफ की कैबिनेट की बैठक थी, जिसमें दो सहयोगी पार्टियों ने हिस्सा लेने से इनकार कर दिया और सरकार से समर्थन वापस लेने की चेतावनी दी है।

शहबाज सरकार पर भी संकट
डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, पहली बार सत्तारूढ़ गठबंधन में दरारें दिखाई दे रही हैं और दो सहयोगी दलों ने बलूचिस्तान में 'रेको दीक' बिल के खिलाफ कैबिनेट की बैठक में हिस्सा नहीं लिया। बलूचिस्तान से तांबा और सोने की खदान परियोजना को लेकर शहबाज शरीफ ये बिल लेकर आई थी, जिसका भारी विरोध गठबंधन में शामिल दो पार्टियों ने किया है और दोनों पार्टियों ने कैबिनेट की बैठक में हिस्सा नहीं लिया। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक से जुड़े सूत्रों ने डॉन को बताया कि, दो सहयोगी पार्टियां, जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (जेयूआई-एफ) और बलूचिस्तान नेशनल पार्टी-मेंगल (बीएनपी-मेंगल) ने बैठक का बहिष्कार किया है। हालांकि, सूत्रों ने कहा कि, बाद में वो बैठक में शामिल हो गये।

आश्वासन से बनेगी बात?
रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों ही पार्टियों का रूख इस बिल को लेकर काफी सख्त है और वो शहबाज शरीफ से आश्वासन मिलने के बाद कैबिनेट की बैठक में आखिर में जाकर शामिल हुए। वहीं, स्थिति की गंभीरता को भांपते हुए पीएम शहबाज शरीफ ने JUI-F और BNP-M की शिकायतों को दूर करने के लिए एक कैबिनेट समिति का गठन किया और आश्वासन दिया, कि दोनों सहयोगियों से परामर्श के बाद जल्द ही संसद में एक संशोधन विधेयक पेश किया जाएगा। नाराज पार्टियों का कहना है, कि सरकार जो बिल लेकर आई है, वो बलूचिस्तान की जनता के खिलाफ है और दोनों ही पार्टियों को इस बिल को बनाने से पहले कोई चर्चा नहीं की गई। इस बिल के तहत बलूचिस्तान में खनन कार्य में विदेशी निवेश की सुरक्षा की गारंटी दी गई है और माना जा रहा है, कि चीनी मजदूरों को सुरक्षा देने के लिए इस बिल को लाया गया है, जिससे बलूचिस्तान के लोगों के ही कई अधिकार खत्म हो जाएंगे।

सरकार से वापस ले सकते हैं समर्थन
डॉन के मुताबिक, कैबिनेट की बैठक के बाद, जेयूआई-एफ और बीएनपी-एम दोनों ने अपनी- अपनी पार्टी में अलग-अलग बैठकें कीं, जिसमें उन्होंने अपनी मांगें पूरी नहीं होने पर गठबंधन छोड़ने के विकल्प पर चर्चा की है। हालांकि, सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने कैबिनेट बैठक के बाद के बयान में कहा कि, कैबिनेट ने नाराज दलों की शिकायतों को हल करने के लिए एक समिति का गठन किया है। उन्होंने कहा कि, कैबिनेट ने रेको दीक प्रोजेक्ट फंडिंग योजना और दो अंतरराष्ट्रीय फर्मों के साथ परियोजना के अंतिम सौदे को मंजूरी दे दी है, जिस पर गुरुवार को हस्ताक्षर किए जाएंगे। वहीं, दोनों नाराज पार्टियों ने कहा कि, अगर हस्ताक्षर से पहले उनकी मांगों के नहीं माना गया, तो वो गठबंधन छोड़ देंगे और ऐसी स्थिति में शहबाज शरीफ की सरकार खतरे में आ जाएगी।
और भी

ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड में गोलीबारी, 2 पुलिस अधिकारी समेत 6 की मौत

 सिडनी (छत्तीसगढ़ दर्पण)। ऑस्ट्रेलिया के ग्रामीण इलाके में दो पुलिस अधिकारी समेत 6 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी है। बताया जा रहा है कि पुलिस अधिकारी एक व्यक्ति के लापता होने की शिकायत की जांच के लिए मौके पर पहुंचे थे। तभी ये हमला हुआ। पुलिस के मुताबिक, 12 दिसंबर की शाम को 4.45 के करीब ये घटना हुई है। चार पुलिस अधिकारी क्वींसलैंड राज्य में एक दूरस्थ संपत्ति पर पहुंचे थे और तभी दो हमलावरों ने वाईंबिला में ग्रामीण इलाके में अधिकारियों पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाना शुरू कर दी।

पुलिस के मुताबिक, अधिकारियों के जवाबी कार्रवाई के दौरान दो अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए और मौके पर ही उमकी मौत हो गई। मौके पर मौजूद एक अन्य व्यक्ति को भी गोली लगने से मौत हो गई। क्वींसलैंड की पुलिस आयुक्त कैटरीना कैरोल ने मीडिया को बताया कि इस गोलीबारी में एक अधिकारी ने अपनी जान बचाई और वहां से निकलने में कामयाब रहा। विशेष पुलिस अधिकारियों और हवाई बल की सहायता से घटनास्थल की घेराबंदी कर दी गई है।

 

 

और भी

यूक्रेन जैसे संघर्षों के कारण तेजी से विभाजित होते विश्व में सेतु की भूमिका निभा सकता है भारत : जयशंकर

 दुबई (छत्तीसगढ़ दर्पण)। विदेश मंत्री डॉक्‍टर सुब्रह्मण्‍यम जयशंकर ने कहा है कि भारत यूक्रेन जैसे संघर्षों के कारण विभाजित हो रहे विश्‍व को जोड़ने में सेतु की भूमिका निभा सकता है। दुबई में भारत वैश्विक मंच (आईजीएफ)- संयुक्‍त अरब अमीरात शिखर सम्‍मेलन को संबोधित करते हुए डॉक्‍टर जयशंकर ने विश्‍व में रूस-यूक्रेन संघर्ष के व्‍यापक असर के कारण हुए दो बड़े विभाजनों का उल्‍लेख किया।

इनमे से एक पूर्व और पश्चिम का विभाजन है, जो यूक्रेन के इर्द-गिर्द केंद्रित है और दूसरा विकास पर केंद्रित उत्‍तर और दक्षिण का विभाजन है। भारत और संयुक्‍त अरब अमीरात जैसे देशों की भूमिका का विश्‍लेषण करते हुए डॉक्‍टर जयशंकर ने कहा कि संघर्ष समाप्‍त करने के लिए राजनीतिक प्रक्रिया सुनिश्चित करना हमारे हित में है। भारत ने बार-बार रूस और यूक्रेन से राजनयिक बातचीत से अपने संघर्ष को समाप्‍त करने का आग्रह किया है। डॉक्‍टर जयशंकर ने भारत और संयुक्‍त अरब अमीरात के बीच व्‍यापारिक संबंधों का भी उल्‍लेख किया और कहा कि संयुक्‍त अरब अमीरात अभी भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्‍यापारिक सहयोगी है और यह भारत का दूसरा सबसे बड़ा निर्यात बाजार भी है।

 

इस बीच, इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्‍य मंत्री राजीव चंद्रशेखर आज भारतीय वैश्विक मंच में भारतीय प्रौद्योगिकी और नवाचार प्रतिभा पर मंत्रियों की गोलमेज बैठक में भाग लेंगे। इस बैठक में भारत, संयुक्‍त अरब अमीरात और ब्रिटेन के मंत्री, मुख्‍य कार्यकारी अधिकारी और अन्‍य हितधारकों सहित प्रौद्योगिकी क्षेत्र के 50 से अधिक दिग्‍गज शामिल होंगे। इस दौरान उद्योग जगत के दिग्‍गजों, उद्यमियों, स्‍टार्ट अप और नवाचार से जुड़े लोगों से भी उनकी बातचीत होगी। 

 

 

और भी

यूरोपीय संघ संसद की उपाध्‍यक्षा ईवा कैली दलाली मामले में निलंबित

 कतर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। यूरोपीय संघ संसद की एक उपाध्‍यक्षा 44 वर्षीय ईवा कैली को कतर से संबंधित अधिकारियों के‍ लिए कथित रूप से दलाली करने में लिप्‍त पाए जाने पर निलंबित कर उन्‍हें उनके दायित्‍व से वंचित कर दिया गया है। जांच पड़ताल के दौरान इस बात का पता चला और यह कार्रवाई की गई। ग्रीक की नागरिक ईवा कैली को उनकी पार्टी और यूरोपीस संघ एसेंबली के समाजवादी लोकतांत्रिक गुट ने भी उन्‍हें निलंबित कर दिया था।

संसद में भ्रष्‍टाचार और धनशोधन के कई आरोपों में लिप्‍त होने के बारे में जांच पड़ताल के दौरान इस बात का पता चला। लेकिन कतर के किसी अधिकारी के इस मामले में लिप्‍त होने के संदिग्‍ध का अभी तक पता नहीं चला है।

 

 

और भी

जापान, ब्रिटेन और इटली संयुक्त रूप से अगली पीढी के युद्धक जेट विमान विकसित करेगा

 मास्को (छत्तीसगढ़ दर्पण)। जापान ने घोषणा की है कि वह ब्रिटेन और इटली के साथ संयुक्त रूप से अगली पीढी के युद्धक जेट विमान विकसित करेगा। अपने परम्परागत सहयोगी अमरीका के साथ साथ  अन्य देशों से रक्षा सहयोग बढाने के क्रम में यह फैसला किया गया है। नये जेट विमान मित्सुबिशी एफ एक्स पुराने हो चुके एफ-टू श्रृखंला के विमानों की जगह लेंगे।

चीन की बढती दंबग का मुकाबला करने के लिए जापान ने ब्रिटेन और इटली के साथ रक्षा सहयोग का निर्णय लिया है।

 

और भी

पेरू की राष्ट्रपति दीना बोलुआर्टे ने अपने मंत्रिमंडल को शपथ दिलाई

 लीमा (छत्तीसगढ़ दर्पण)। पेरू की नयी राष्ट्रपति डीना बोलुआर्टे ने देश की पहली महिला प्रमुख बनने के मात्र तीन दिन बाद नए कैबिनेट को शपथ दिलाई और अपने हर मंत्री से भ्रष्टाचार नहीं करने का संकल्प लेने को कहा।

पेड्रो कैस्टिलो को बुधवार को देश के राष्ट्रपति पद से हटाया गया था। इसके बाद उपराष्ट्रपति के रूप में सेवाएं दे रहीं बोलुआर्टे को राष्ट्रपति बनाया गया। उन्होंने कैबिनेट के लिए 16 मंत्रियों का चयन किया, जो राजनीतिक संकट का सामना कर रहे दक्षिण अमेरिकी देश में स्थिति को और बिगाड़ने या संभालने में अहम भूमिका निभाएंगे। पेड्रो कैस्टिलो को बुधवार को देश के राष्ट्रपति पद से हटाया गया था।

इसके बाद उपराष्ट्रपति के रूप में सेवाएं दे रहीं बोलुआर्टे को राष्ट्रपति बनाया गया। उन्होंने कैबिनेट के लिए 16 मंत्रियों का चयन किया, जो राजनीतिक संकट का सामना कर रहे दक्षिण अमेरिकी देश में स्थिति को और बिगाड़ने या संभालने में अहम भूमिका निभाएंगे।

और भी

किंग्स चार्ल्स तृतीय से मिलकर भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दुरैस्वामी ने सौंपा परिचय पत्र

 ब्रिटेन (छत्तीसगढ़ दर्पण)। ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त विक्रम दुरैस्वामी ने किंग चार्ल्स तृतीय को अपना परिचय पत्र सौंपा और इसी के साथ उन्होंने भारत के नए पद पर औपचारिक शुरुआत की। सितंबर में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के बाद दुरैस्वामी चार्ल्स तृतीय के महल में अगवानी किए जाने वाले पहले भारतीय दूत हैं। इस कार्यक्रम के दौरान उनकी पत्नी और वे खुद सरकारी आवास से महल तक बग्घी में गए।

 
ब्रिटेन के राज्य प्रमुख के रूप में सम्राट को दुरैस्वामी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का औपचारिक पत्र 'लैटर्स ऑफ कमीशन' पेश किया। इस दौरान उनके साथ उप उच्चायुक्त सुजीत घोष भी मौजूद थे। 74 वर्षीय राजा के साथ विचार साझा रते हुए दुरैस्वामी ने कहा कि किंग ने बेहद गर्मजोशी और शालीनता से स्वागत किया और इस दौरान भारत के लिए उनके स्नेह से जुड़ी हमारी चर्चा भी हुई।
 
दुरैस्वामी ने इससे पहले उज्बेकिस्तान और कोरिया गणराज्य में भारत के राजदूत के रूप में कार्य किया है और हाल ही में ब्रिटेन के उच्चायुक्त के रूप में जिम्मेदारी संभाली है। उन्हें ब्रिटिश विदेश कार्यालय के मंत्री लॉर्ड तारिक अहमद ने भी सरकार की ओर से शुभकामनाएं दीं। मंत्री ने कहा कि हमें उम्मीद है कि आपके कार्यकाल में भारत-ब्रिटेन संबंध नई ऊंचाई हासिल करेंगे।

ब्रिटेन में भारत के नए उच्चायुक्त विक्रम दुरैस्वामी ने सितंबर महीने में जब पदभार ग्रहण किया था, तो उन्होंने पार्लियामेंट स्क्वायर पर महात्मा गांधी की प्रतिमा और उत्तरी लंदन में आंबेडकर संग्रहालय में श्रद्धांजलि अर्पित की थी। दुरैस्वामी ने गायत्री इस्सर कुमार की जगह ली है जो जून के आखिर में ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त पद से सेवानिवृत हुईं। दुरैस्वामी ने अपने परिचय पत्र की प्रतियां शुक्रवार को लंदन में ब्रिटेन के डिप्लोमैटिक कोर के वाइस मार्शल को सौंपी जिन्होंने उन्हें नए भारतीय दूत के रूप में आधिकारिक रूप से मान्यता दी।
और भी

यूक्रेन के ऊर्जा बुनियादी ढांचे पर रूसी हमले जारी रहेंगे : व्‍लादिमीर पुतिन

 मास्को (छत्तीसगढ़ दर्पण)। रूस के राष्‍ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन ने चतावनी दी है कि यूक्रेन के ऊर्जा बुनियादी ढांचे पर रूसी हमले जारी रहेंगे। क्रेमलिन में आयोजित समारोह में श्री पुतिन ने कहा कि यूक्रेन के महत्‍वपूर्ण बुनियादी ढांचे पर हमले अक्‍टूबर में विस्‍फोट के जवाब में किए जा रहे हैं। यह विस्‍फोट क्रीमिया प्रायद्वीप को रूस से जोड़ने वाले पुल पर हुआ था जिसके लिए मास्‍को ने यूक्रेन को जिम्‍मेदार ठहराया था।

इस बीच यूक्रेन के अधिकारियों ने दावा किया है कि रूस की सेना ने यूक्रेन के बंद पड़े ज़ेपोरेज़्ज़िया परमाणु संयंत्र पर रॉकेट से कई हमले किए हैं।

 
और भी

अर्जेंटीना की उपराष्ट्रपति को संघीय अदालत ने भ्रष्टाचार के मामले में दोषी पाया

 अर्जेंटीना (छत्तीसगढ़ दर्पण)। अर्जेंटीना की उपराष्ट्रपति क्रिस्टीना फर्नांडीज डी किरचनर को एक संघीय अदालत ने भ्रष्टाचार के मामले में दोषी पाया है। 2007 और 2015 के बीच अर्जेंटीना के बीच दो बार राष्ट्रपति रहीं किरचनर को धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार का दोषी पाया गया है। उन्हें सार्वजनिक कार्यों से संबंधित एक अरब डॉलर की धोखाधड़ी मामले में छह साल की जेल की सजा सुनाई गई है। संघीय अदालत ने सार्वजनिक पद संभालने पर भी आजीवन प्रतिबंध लगा दिया गया है।  

 

 

और भी

सुष्मिता शुक्ला फेडरल रिजर्व बैंक की चीफ ऑपरेटिंग ऑफीसर नियुक्त

 न्यूयॉर्क (छत्तीसगढ़ दर्पण)। भारतीय मूल की सुष्मिता शुक्ला को न्यूयॉर्क में फेडरल रिजर्व बैंक की प्रथम उपाध्यक्ष एवं मुख्य परिचालन अधिकारी नियुक्त किया गया है। अब वह इस प्रतिष्ठित केंद्रीय बैंक की दूसरी सबसे बड़ी अधिकारी बन गई हैं। 

न्यूयॉर्क स्थित केंद्रीय बैंक ने एक बयान में कहा कि शुक्ला की नियुक्ति को फेडरल रिजर्व सिस्टम के निदेशक मंडल ने मंजूरी दी है। शुक्ला को न्यूयॉर्क के फेडरल रिजर्व बैंक के निदेशक मंडल ने प्रथम उपाध्यक्ष एवं मुख्य परिचालन अधिकारी नियुक्त किया है और यह नियुक्ति मार्च 2023 से प्रभाव में आएगी। 

 

 

और भी

पेरू में राष्ट्रपति को पद से हटाया गया, विवादित ऐलान के बाद चला महाभियोग, डीना ने संभाली कमान


लीमा (छत्तीसगढ़ दर्पण)। पेरू में राष्ट्रपति पेड्रो कैस्टिलो (pedro castillo) को सांसदों ने महाभियोग चलाकर उन्हें उनके पद से हटा दिया है। संसद को भंग करने के बाद उनकी जगह उपराष्ट्रपति डीना बोलुआर्टे (Dina Boluarte) को देश का अगला राष्ट्रपति बनाया गया। पेरू में 200 साल से ज्यादा के लोकतांत्रिक इतिहास में पहली बार किसी महिला को राष्ट्रपति बनाया गया है।

केइको फुजीमोरी को हरा बने राष्ट्रपति
वहीं पेरू की नई राष्ट्रपति डीना बोलुआर्टे पेरू की राष्ट्रपति पद की शपथ लेने से पहले देश की उपराष्ट्रपति थीं। वह 2026 तक इस पद पर रहेंगी। इससे पहले पेड्रो कैस्टिलो ने देश में आपातकाल लगाने का ऐलान किया था जिसके बाद देश की राजनीति में भूचाल आ गया था। पेड्रो कैस्टिलो वामपंथी वाले नेता हैं जिन्होंने जून 2021 में अपने दक्षिणपंथी प्रतिद्वंद्वी केइको फुजीमोरी को हराया था।

आपातकाल लगाने का किया था ऐलान
बुधवार को पेड्रो कैस्टिलो ने नाटकीय ढंग से देश के नाम संबोधन में ऐलान किया था कि वह देश में आपातकाल लगाने जा रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वह विपक्षी दलों के वर्चस्व वाली कांग्रेस को भंग कर देंगे। उनके इस ऐलान के बाद देश की राजनीति में भूचाल आ गया। कई मंत्रियों ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद विपक्षी दलों ने एक इमरजेंसी मीटिंग बुलाई और उनके खिलाफ महाभियोग लाने का फैसला किया।

पेड्रो कैस्टिलो पर विद्रोह का आरोप
महाभियोग के प्रस्ताव पर 130 सांसदों में से 101 विधायकों ने सहमति जताई और राष्ट्रपति पेड्रो कैस्टिलो को पद से हटाने के लिए मतदान किया। वहीं मात्र 6 ऐसे ऐसे सांसद थे जिन्होंने राष्ट्रपति के पक्ष में वोटिंग की और पेड्रो का समर्थन किया। जबकि 10 सांसदों ने पूरी तरह से वोटिंग प्रक्रिया से दूरी बनाकर रखी। वोटिंग प्रक्रिया के बाद राष्ट्रपति पेड्रो कैस्टिलो को हिरासत में लिया गया और उनपर विद्रोह का आरोप लगाया गया।
 
पेरू की पहिला महिला राष्ट्रपति बनी डीना
स्थानीय मीडिया की रिपोर्टों में कहा गया है कि जब उन्हें गिरफ्तार किया गया तो वह राजधानी लीमा में मैक्सिकन दूतावास जा रहे थे। देश में नए राष्ट्रपति चुने जाने के बाद पेरू की पुलिस और सशस्त्र बलों ने एक संयुक्त बयान जारी किया जिसमें उन्होंने कहा कि वे संवैधानिक आदेश का सम्मान करते हैं। बतादें कि पेरू एक बुरे राजनीतिक दौर से गुजर रहा है। हाल के वर्षों में कई राष्ट्रपतियों को पद से हटा दिया गया है। 2020 में, पांच दिनों के भीतर पेरू में तीन राष्ट्रपति बन गए थे।

 

और भी

सॉफ्टवेयर की प्रमुख कम्पनी एडोब ने 100 कर्मचारियों की छटनी किया

 सैन फ्रांसिस्को (छत्तीसगढ़ दर्पण)। सॉफ्टवेयर प्रमुख एडोब ने खराब वैश्विक व्यापक आर्थिक परिस्थितियों के बीच अपनी बिक्री टीम से लगभग 100 कर्मचारियों को निकाल दिया है। एक बयान में, एडोब ने कहा कि कंपनी ने कुछ कर्मचारियों को महत्वपूर्ण पहलों का समर्थन करने वाले पदों पर स्थानांतरित कर दिया और अन्य नौकरियों की छोटी संख्या को हटा दिया। सॉफ्टवेयर प्रमुख ने एक बयान में कहा, एडोब कंपनी-व्यापी छंटनी नहीं कर रहा है और हम अभी भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं के लिए भर्ती कर रहे हैं।

हालांकि बिग टेक की तुलना में एडोब में कर्मचारियों की संख्या में कमी का आकार समान नहीं है, इस कदम को वैश्विक मंदी के संकेत के रूप में देखा जा रहा है जो अब कंपनियों को गहरे स्तर पर प्रभावित कर रहा है।  ब्लूमबर्ग ने सबसे पहले एडोब छंटनी के बारे में रिपोर्ट की थी। एडोब की तीसरी तिमाही रिकॉर्ड तिमाही था, जिसमें इसने राजस्व में 4.43 डॉलर अरब प्राप्त किया, जो कि 15 प्रतिशत वर्ष-दर-वर्ष वृद्धि का प्रतिनिधित्व करता है। एडोब के सीईओ शांतनु नारायण ने कहा, इस डिजिटल-फस्र्ट दुनिया में, एडोब क्रिएटिव क्लाउड, डॉक्यूमेंट क्लाउड और एक्सपीरियंस क्लाउड तेजी से बढ़ते ग्राहकों के लिए और भी अधिक मिशन-महत्वपूर्ण बन गए हैं। सॉ़फ्टवेयर निर्माता द्वारा अगले वित्तीय वर्ष के लिए मार्गदर्शन जारी करने के बाद एडोब के शेयरों में बढ़ोतरी हुई, जो उम्मीदों से कम हो गई, लेकिन मजबूत डॉलर और प्रतिकूल विदेशी विनिमय दरों पर कुछ कमी को दोषी ठहराया।

नारायण ने अक्टूबर में अमेरिका में एडोब मैक्स 2022 सम्मेलन में विश्लेषकों को बताया कि सॉफ्टवेयर प्रमुख, वास्तव में पिछले कुछ वर्षो की तुलना में कर्मचारियों की संख्या में कम प्रतिशत की वृद्धि करेगी। सीईओ के अनुसार, इस अनिश्चित व्यापक आर्थिक वातावरण में एडोब की निरंतर सफलता इस बात को रेखांकित करती है कि हमारे समाधान ग्राहकों के बढ़ते ब्रह्मांड के लिए मिशन-महत्वपूर्ण हैं।

और भी

भारत का यूक्रेन, रूस में कूटनीतिक प्रयासों के लिए समर्थन की पेशकश

 संयुक्त राष्ट्र (छत्तीसगढ़ दर्पण)।  संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में रूस और यूक्रेन व्यापार वार्ता में विफलता के लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं ऐसे में भारत ने कूटनीतिक प्रयासों का समर्थन करने की पेशकश की भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने मंगलवार को सुरक्षा परिषद में कहा, भारत ने दोनों पक्षों से कूटनीति और बातचीत के रास्ते पर लौटने का आह्वान किया है और संघर्ष को समाप्त करने के सभी राजनयिक प्रयासों के लिए अपना समर्थन भी व्यक्त किया है उन्होंने कहा, भारत तनाव कम करने के उद्देश्य से ऐसे सभी प्रयासों का समर्थन करने के लिए तैयार है

कंबोज ने कहा, हमारा मानना है कि निर्दोष लोगों की जान की कीमत पर कोई समाधान नहीं निकाला जा सकता उन्होंने यूक्रेन में नागरिक बुनियादी ढांचे पर हमलों के लिए रूस की दबी आवाज में आलोचना की, जिसने देश के कुछ हिस्सों में बिजली और पानी की आपूर्ति नेटवर्क को बुरी तरह बाधित किया उन्होंने कहा, हाल के सप्ताहों में नागरिकों और नागरिक बुनियादी ढांचे पर हमलों की खबरें बेहद चिंताजनक हैं हम इस संबंध में अपनी गंभीर चिंताओं को दोहराते हैं

कंबोज की अध्यक्षता में हुई बैठक के दौरान परिषद को जानकारी देते हुए अवर महासचिव मार्टिन ग्रिफिथ्स ने कहा, आज यूक्रेन में नागरिकों पर हमला हो रहा है उन्होंने कहा, यूक्रेन के ऊर्जा बुनियादी ढांचे, बिजली स्टेशनों और ताप संयंत्रों समेत अन्य ठिकानों पर हमले ने बिजली-पानी तक लोगों को पहुंच से बाहर कर दिया है रूस के स्थायी प्रतिनिधि वैसिली नेबेंजिया ने कहा कि मास्को संघर्ष के कूटनीतिक समाधान के लिए संयुक्त राष्ट्र के सदस्यों के सुझावों को गंभीरता से ले रहा है और बातचीत करने को तैयार है

और भी

थाइलैंड के समुद्री इलाके में फंसे 150 रोहिंग्या, बांग्लादेश से भागकर जा रहे थे मलेशिया


बैंकाक (छत्तीसगढ़ दर्पण)। कम से कम 150 रोहिंग्या शरणार्थी थाइलैंड के पास समंदर में एक खराब नाव में फंसे हुए हैं। यह दावा एक्टिविस्टों के एक समूह ने किया है। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि इनमें से कई लोग मारे भी जा चुके हैं। यह नाव किस जगह फंसी है इस बार में स्पष्ट नहीं हो पाया है। रोहिंग्या शरणार्थियों को लेकर यह नाव पिछले महीने के आखिर में बांग्लादेश से निकली थी।

नाव में आई खराबी
एक्टिविस्ट क्रिस लेवा ने कहा कि नाव जब दक्षिणी थाईलैंड के रानोंग के तट के पास से गुजर रही थी तभी उसमें कुछ खराबी आ गई और उसमें पानी भरने लगा। यात्रियों के रिश्तेदारों से की गई बातचीत के आधार पर लेवा ने बताया, "उनके पास पानी और भोजन लगभग खत्म हो गया है।" उन्होंने यह भी कहा कि नाव पर मौजूद लोग नाव से पानी निकालने की भरपूर कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने थाईलैंड की नौसेना की एक नाव देखी थी लेकिन उसने उनकी मदद नहीं की।

किए जा रहे अलग-अलग दावे
इस बीच थाई नौसेना के एक अधिकारी ने रायटर को फोन पर बताया है कि समंदर में फंसी नाव थाई जलसीमा में नहीं बल्कि भारतीय क्षेत्र में है। वहीं भारतीय नौसेना ने इसे लेकर अलग दावा किया है। भारतीय तटरक्षक बल के एक अधिकारी ने कहा कि उन्हें कई लोगों के साथ एक नाव के फंसे होने की सूचना मिली थी, लेकिन वे लोग भारतीय जल क्षेत्र में नहीं है। यह पूछे जाने पर कि नाव फिलहाल कहां है, अधिकारी ने कोई टिप्पणी नहीं की।

रोहिंग्या यात्रियों में नाटकीय बढ़त
वहीं, थाईलैंड के एक रोहिंग्या कार्यकर्ता सईद आलम, ने कहा कि उन्होंने फंसे हुए कुछ लोगों के रिश्तेदारों से बात की है। उन्होंने कहा कि कुछ यात्रियों की मौत हो गई है। अगर जल्द ही कुछ नहीं किया गया तो बाकी लोगों की जान भी जा सकती है। संयुक्त राष्ट्र ने पिछले सप्ताह कहा था कि इस साल म्यांमार और बांग्लादेश के बीच अंडमान सागर को पार करने की कोशिश करने वाले लोगों की संख्या में "नाटकीय बढ़त" देखी गई है।

दुनिया की सबसे खतरनाक यात्रा
यह दुनिया की सबसे खतरनाक समुद्री यात्राओं में से है जिसे इस साल कम से कम 1,900 लोगों ने पूरा किया है। 2020 के मुकाबले यह संख्या छह गुना ज्यादा है। आपको बता दें कि हर साल कई रोहिंग्या म्यांमार में हिंसा से बचने के लिए और बांग्लादेश शरणार्थी शिविरों में गंदगी से बचने के लिए अपने जीवन को खतरे में डालते हैं। इनमें से कई लोग जान बचाकर मुस्लिम देश मलेशिया पहुंचने का प्रयास करते हैं। 2017 में सात लाख से अधिक रोहिंग्या मुसलमान म्यांमार में सेना के एक हिंसक अभियान से बचने के लिए वहां से भाग कर बांग्लादेश चले गए थे।

थाइलैंड में 48 रोहिंग्या गिरफ्तार
एजेंसी ने बताया कि सिर्फ इसी साल में इस यात्रा को पूरा करने की कोशिश में कम से कम 119 लोग मर गए हैं। इस बीच एक अलग मामले में बुधवार को थाइलैंड पुलिस ने कुल 48 रोहिंग्या निवासियों को गिरफ्तार किया है। इनमें से 30 पुरुष और 18 महिलाए हैं। इनमें से पांच बच्चे भी हैं जिनकी उम्र 13 साल से कम है। पूछताछ के दौरान इन लोगों ने कहा कि वे रखाइन प्रांत के रहने वाले हैं मलेशिया जा रहे थे। इन सभी लोगों को पुलिस को सौंप दिया गया है।
और भी

ट्रैक्स फ्रॅाड के मामले में डोनाल्ड ट्रंप की दो कंपनियां पाई गई दोषी

 वाशिंगटन (छत्तीसगढ़ दर्पण)। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को कोर्ट से एक और झटका लगा है। ट्रंप की दो कंपनियों को धोखेधड़ी के मामले में दोषी ठहराया गया। रिपोर्ट के मुताबिक मैनहट्टन डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी द्वारा दाखिल किए गए एक मामले में ट्रंप के दो कॉर्पोरेट संस्थाओं को सभी 17 मामलों में दोषी पाया गया, जिसमें व्यापार रिकॉर्ड के साथ छेड़छाड़ करना शामिल है। ट्रंप की कंपनियों पर आरोप लगाया गया था कि यह कंपनियां, किराए से मुक्त अपार्टमेंट और लक्जरी कारों और नौकरी के भत्तों पर व्यक्तिगत आयकर का भुगतान करने से बचती रही हैं।

 


और भी