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वंदे भारत : गांधीनगर-मुंबई के बीच दौड़ेगी तीसरी ट्रेन, PM मोदी दिखाएंगे हरी झंडी

 नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। भारत को कल से वंदे भारत एक्सप्रेस की तीसरी ट्रेन मिलने जा रही है. जिस ट्रेन को प्रधानमंत्री नरेंद्र  मोदी हरी झंडी दिखाएंगे।  वंदे भारत एक्सप्रेस की तीसरी ट्रेन गुजरात के गांधीनगर से मुंबई  के बीच दौड़ेगी। 

इससे पहले वंदे भारत एक्सप्रेस का ट्रायल रन सफलतापूर्वक हो चुका है. ये ट्रेन 'कवच' तकनीक (ट्रेन कोलिजन अवॉइडेंस सिस्टम) से लैस है।  यह एक स्वचालित सुरक्षा प्रणाली है जो दो ट्रेनों को टकराने से रोकती है. इस तकनीक को भारत में ही विकसित किया गया है और विदेशों से बनकर आने वाली आयातित ट्रेन से कम लागत में बनी है। 

 
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श्रम अधिनियमों के सरलीकरण से देश का कार्यबल और अधिक उत्‍पादक होगा : धर्मेन्‍द्र प्रधान

 नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। केन्‍द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्‍द्र प्रधान ने कहा है कि श्रम अधिनियमों की सरलता से देश का कार्यबल और अधिक उत्‍पादक हो जाएगा। उन्‍होंने कहा कि अधिक उत्‍पादक कार्यबल से देश की अर्थव्‍यवस्‍था सुदृढ़ होगी।

श्री प्रधान ने नई दिल्‍ली में 13वें फिक्‍की वैश्विक कौशल सम्‍मेलन 2022 को सम्‍बोधित किया। उन्‍होंने देश के जनसांख्यिकीय लाभांश के महत्व पर प्रकाश डाला। शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षा और कौशल को देश के जनसांख्यिकीय लाभांश को एक परिवर्तनकारी ऊर्जा केन्‍द्र में बदलने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी। श्री प्रधान ने कहा कि सरकार शिक्षा और कौशल व्‍यवस्‍था को और अधिक उपयोउपयोगी बनाने के लिए कई नीतिगत सुधार कर रही है।

 

 

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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने निवेश बढ़ाने का किया आग्रह

 नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नये भारत का विजन साकार करने के लिए भारतीय रक्षा उद्योग से अत्याधुनिक और किफायती उत्पादों तथा प्रौद्योगिकी की पहचान और विनिर्माण करने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि इससे न केवल देश की ज़रूरतें पूरी होंगी, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय ज़रूरतों की भी पूर्ति होगी। श्री सिंह नई दिल्ली में भारतीय रक्षा विनिर्माता संस्था के पांचवें वार्षिक अधिवेशन को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि सरकार देश को नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा के सभी क्षेत्रों को सशक्त बनाने की दिशा में निरंतर कार्य कर रही है। श्री सिंह ने कहा कि करीब आठ वर्ष पहले देश का रक्षा निर्यात एक हज़ार करोड़ रुपये से भी कम था, जो अब तेरह हज़ार करोड़ रुपये से अधिक हो गया है।

रक्षा मंत्री ने कहा कि सुरक्षित और सशक्त राष्ट्र ही सफलता की ऊंचाईयां छू सकता है। सरकार भारत को विश्व के सबसे मज़बूत देशों में से एक बनाने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा और आर्थिक समृद्धि पर भी ध्यान दे रही है।

 

 

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आपराधिक पृष्‍ठभूमि के उम्‍मीदवारों को टिकट देने पर राजनीतिक दलों को इसका औचित्य बताना होगा : मुख्य निर्वाचन आयुक्‍त

 नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। मुख्य निर्वाचन आयुक्‍त राजीव कुमार ने कहा है कि राजनीतिक दल यदि आपराधिक पृष्‍ठभूमि के उम्‍मीदवारों को टिकट देते हैं तो इसका औचित्य बताना होगा। गुजरात में विधानसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के बाद संवाददाता सम्मेलन में श्री कुमार ने कहा कि आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों को अपने आपराधिक विवरण के बारे में विज्ञापन देना होगा, ताकि लोग सोच-समझकर मतदान का निर्णय ले सकें।

मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि विधानसभा चुनावों के लिए अंतिम मतदाता सूची दस अक्टूबर को जारी की जाएगी। पारदर्शी और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए राज्य में पचास प्रतिशत संवेदनशील मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की जाएगी। राज्य में पहली बार अस्सी वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं को घर से वोट देने की सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक आदर्श मतदान केंद्र बनाया जायेगा, जहां प्रौद्योगिकी और पर्यावरण अनुकूल सुविधाएं उपलब्ध होंगी। श्री कुमार ने कहा कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में सात मतदान केंद्रों का प्रबंधन महिलाएं करेंगी।

मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि आयोग ने राजनीतिक दलों के कई सुझाव स्वीकार किये हैं। इनमें रेवड़ियां बांटने के वादे पर कड़ी कार्रवाई, राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों को मतदाताओं को लाने-ले जाने की अनुमति नहीं देने और मतदान के दिन उद्योगों से कामगारों को लाने की अनुमति शामिल है।

श्री कुमार ने कहा कि राज्य में चार करोड़ तिरासी लाख से अधिक मतदाता हैं। इनमें ढाई करोड़ पुरुष और दो करोड़ सैंतीस लाख महिलाएं हैं। अस्सी वर्ष से अधिक उम्र के दस लाख छत्तीस हज़ार से अधिक मतदाता हैं। इनमें सौ वर्ष से ऊपर के ग्यारह हज़ार आठ सौ मतदाता हैं। आयोग ने पहली बार लगभग एक हज़ार 290 ट्रांसजेंडर मतदाताओं का पंजीकरण कराया है। श्री कुमार ने युवाओं से विधानसभा चुनाव में मताधिकार का उपयोग करने का आग्रह किया।

मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार के नेतृत्व में चुनाव आयोग के दल ने पिछले दो दिनों में ज़िला चुनाव अधिकारियों, ज़िला पुलिस प्रमुखों, पुलिस महानिरीक्षकों और उपमहानिरीक्षकों के साथ चुनाव तैयारियों की समीक्षा की।

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सुरक्षा बलों के पीछे की ताकत रहा है एचएएल : राष्ट्रपति मुर्मु

 

नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। महामहिम राष्ट्रपति  द्रौपदी मुर्मु ने बेंगलुरु में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) की एकीकृत क्रायोजेनिक इंजन निर्माण सुविधा का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने जोनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (दक्षिण क्षेत्र) का भी आभासी रूप से शिलान्यास किया। अपने संबोधन में  राष्ट्रपति ने कहा कि एकीकृत क्रायोजेनिक इंजन निर्माण सुविधा का उद्घाटन केवल एचएएल और इसरो के लिए ही नहीं, अपितु समूचे राष्ट्र के लिए क्रायोजेनिक और सेमी-क्रायोजेनिक इंजन के निर्माण की अत्याधुनिक सुविधा का होना एक ऐतिहासिक क्षण है।

उन्होंने कहा कि एचएएल ने रक्षा क्षेत्र में भारत की आत्मनिर्भरता की दिशा में अपार योगदान दिया है। ऐसा कहा जा सकता है कि एचएएल बलों के पीछे की ताकत रहा है। उन्होंने कहा कि एचएएल ने समय-समय पर अनुसंधान, विकास और विभिन्न विमान प्लेटफार्मों के निर्माण में अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन किया है। राष्ट्रपति ने कहा कि इसरो देश का गौरव रहा है। 1960 के दशक में जब इस संस्था ने संचालन शुरू किया,  तब भारत एक युवा गणराज्य था, जो गरीबी और निरक्षरता की गंभीर चुनौतियों से जूझ रहा था,  लेकिन उसमें अपार सामर्थ्‍य भी था।

इसरो ने जिस तीव्र गति से विकास किया है, उसने सबसे उन्नत और तकनीकी रूप से विकसित देशों का भी ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। इसरो के ईमानदार प्रयासों और समर्पण की बदौलत भारत क्रायोजेनिक इंजन निर्माण क्षमता रखने वाला दुनिया का छठा देश बनने में समर्थ हो सका है।

राष्ट्रपति ने कहा कि एचएएल और इसरो संयुक्‍त रूप से सामरिक रक्षा और विकास के क्षेत्र में योगदान करते हैं। दोनों संगठनों ने हमारे देश की सुरक्षा और विकास को सुदृढ़ बनाने वाले विभिन्न उपकरणों और कार्यक्रमों के विकास में प्रमुख भूमिका निभाई है। एचएएल रक्षा संबंधी उपकरणों के निर्माण की अपनी अत्‍याधुनिक सुविधा के साथ हमारे देश के लिए एक बहुमूल्य साबित हुई है।

 

 

 

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विशाल आबादी को शिक्षित और कुशल बनाना आज की चुनौती : धर्मेन्‍द्र प्रधान

 नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। केन्‍द्रीय शिक्षा और कौशल विकास मंत्री धर्मेन्‍द्र प्रधान ने डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन एण्‍ड इंटरनेशनलाइजेशन ऑफ हायर एजुकेशन विषय पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में भाग लिया और उसे संबोधित किया। इसका आयोजन दिल्ली में टीसीएस के सहयोग से डीकिन यूनीवर्सिटी ने किया।

श्री प्रधान डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन एंड इंटरनेशनलाइजेशन ऑफ हायर एजुकेशन विषय पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में डीकिन यूनीवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो. इयान मार्टिन, ओपी जिंदल विश्वविद्यालय के  सुब्रमण्यम रामादुरई, संस्‍थापक कुलपति प्रो. सी राजकुमार,   मैथ्यू जॉनसन और भारत और ऑस्ट्रेलिया के अन्य विचारशील नेताओं के साथ शामिल हुए।

श्री प्रधान ने कहा कि भारत और ऑस्ट्रेलिया साझा मूल्यों के आधार पर लंबे सम्‍बन्‍धों को साझा करते हैं। शिक्षा और कौशल क्षेत्रों में हमारी साझेदारी मजबूत होती जा रही है। भारत औद्योगिक क्रांति 4.0 का नेतृत्व करने की इच्छा रखता है। इस यात्रा में भारत-ऑस्ट्रेलिया साझेदारी एक प्रमुख भूमिका निभा सकती है। श्री प्रधान ने कहा कि ज्ञान किसी भी सभ्यता का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। भारतीय सभ्यता हमेशा से ज्ञान आधारित और ज्ञान पर चलने वाली रही है। इसे आगे बढ़ाते हुए, भारत एनईपी 2020 को लागू कर रहा है। आज की चुनौती 15 से 25 आयु वर्ग की विशाल आबादी को शिक्षित और कुशल बनाना है।

उन्होंने यह भी कहा कि भारत में एक नया डिजिटल लाइफस्टाइल आकार ले रहा है। 2023 के अंत तक डिजिटल भुगतान में स्वदेशी 5जी से विश्‍व नेतृत्‍व तक, आगामी डिजिटल विश्वविद्यालय और हाई-स्पीड इंटरनेट के साथ सभी गांवों की नेटवर्किंग, भारत का डिजिटलीकरण नए अवसर पैदा कर रहा है।

श्री प्रधान ने नए ज्ञान नेटवर्क का भी आह्वान किया जिसमें अंतर्राष्ट्रीय संस्थान भारत में कैंपस स्थापित कर रहे हैं और भारतीय संस्थान भी वैश्विक हो रहे हैं। बाद में, उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा विवेक के साथ समाज को समृद्ध किया है। हमेशा विकसित दुनिया में, भारतीय ज्ञान नेटवर्क मानवता के लाभ के लिए होगा।

 

 

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विदेशों की यात्रा करने से पहले घरेलू पर्यटन स्थलों पर जाएं : जगदीप धनखड़

 नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने विश्व पर्यटन दिवस, 2022 के अवसर पर पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित कार्यक्रम में आज पुरस्कार विजेताओं को राष्ट्रीय पर्यटन पुरस्कार प्रदान किए। केंद्रीय पर्यटन मंत्री  जी. किशन रेड्डी और पर्यटन राज्य मंत्री  अजय भट्ट ने भी समारोह में भाग लिया। इस अवसर पर पर्यटन मंत्रालय के सचिव  अरविन्द सिंह तथा मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

2018-19 में उद्योग की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए इस वर्ष कुल 81 पुरस्कार दिए गए। उपराष्ट्रपति ने इस अवसर पर इंडिया टूरिज्म स्टैटिस्टिक्स 2022, न्यू इनक्रेडिबल इंडिया ग्लोबल प्रोमोशनल फिल्म्स, और गो बियॉन्ड: 75 एक्सपीरियंस ऑफ नॉर्थ इंडिया ई-पुस्तक भी जारी की।

अपने मुख्य भाषण के दौरान उपराष्ट्रपति  जगदीप धनखड़ ने भारत को पर्यटन के लिए स्वर्ग के रूप में वर्णित किया और भारतीयों से अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थलों को देखने से पहले घरेलू पर्यटन स्थलों को देखने के लिए कहा। भारत के लंबे सभ्यतागत इतिहास और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का जिक्र करते हुए उन्होंने रेखांकित किया कि देश के अधिकांश पर्यटन स्थलों का हमारे इतिहास, लोक कलाओं और प्राचीन ग्रंथों से गहरा संबंध है।

उपराष्ट्रपति ने पर्यटन को देश में आर्थिक विकास और रोजगार सृजन का एक प्रमुख वाहक बताया। पर्यटन के विविध आयामों का उल्लेख करते हुए, उपराष्ट्रपति ने चिकित्सा पर्यटन के क्षेत्र में भारत की अपार संभावनाओं के साथ-साथ आयुर्वेद और योग जैसी चिकित्सा की हमारी प्राचीन परंपराओं में बढ़ती वैश्विक रुचि का पूरी तरह से लाभ उठाने की आवश्यकता पर बल दिया।

देश में पर्यटन क्षेत्र के विकास के लिए सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए, श्री धनखड़ ने कहा कि पर्यटन के बुनियादी ढांचे के विकास के साथ-साथ देखो अपना देश और उत्सव पोर्टल जैसी नवीन पहल की गई है।

 

 

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लेफ्टिनेंट जनरल (रि.) अनिल चौहान बने देश के नए CDS

 नईदिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। जनरल बिपिन रावत के निधन के लगभग 9 महीने बाद देश को नया सीडीएस मिल गया है. लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) अनिल चौहान देश के नए CDS बनाए गए हैं. सरकार ने अनिल चौहान  की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है. रक्षा मंत्रालय की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, लगभग 40 वर्षों से अधिक के करियर के दौरान लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान (सेवानिवृत्त) ने कई कमांड, स्टाफ के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर और उत्तर-पूर्व भारत में आतंकवाद विरोधी अभियानों में व्यापक अनुभव रहा है।   मालूम हो कि देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत का हेलीकॉप्टर हादसे में बीते साल निधन हो गया था. इसके बाद से यह पद खाली था. बता दें कि लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान बीते साल मई महीने में पूर्वी कमान के प्रमुख पद से रिटायर हुए थे.

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दिग्विजय सिंह भी दिखाएंगे दम...दिलचस्प हुआ कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव, गहलोत पर संशय बरकरार

 नईदिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। कांग्रेस के भीतर चल रहे उठापटक का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा हैं। कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव दिलचस्प होता जा रहा है. शशि थरूर  के बाद अब वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी चुनाव लड़ने के संकेत दिये हैं. मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वह कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करेंगे. रिपोर्ट के मुताबिक दिग्विजय फिलहाल राहुल गांधी  के साथ ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में हिस्सा ले रहे हैं. उनके आज रात तक वापस आने की उम्मीद है. उधर, अशोक गहलोत के नामांकन को लेकर अब तक सस्पेंस बना हुआ है। 

रिपोर्ट है कि अशोक गहलोत आज सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे और फिर जल्द ही इस बात का फैसला होहा कि वह चुनाव लड़ेंगे या फिर नहीं।   उधर, पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद शशि थरूर 30 सितंबर को अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करेंगे. नामांकन दाखिल करने से पहले उन्होंने एक शायरी के जरिये परोक्ष रूप से यह दावा किया कि उनकी उम्मीदवारी के समर्थन का दायरा बढ़ता जा रहा है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘मैं अकेला ही चला था जानिब-ए-मंज़िल, मगर लोग साथ आते गए और कारवां बनता गया.’ ये पंक्तियां मशहूर शायर और गीतकार मजरूह सुल्तानपुरी की हैं। 

  कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए घोषित कार्यक्रम के अनुसार, अधिसूचना 22 सितंबर को जारी की गई और नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया 24 से शुरू हुई, जो 30 सितंबर तक चलेगी. नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम तिथि आठ अक्टूबर है. एक से अधिक उम्मीदवार होने पर 17 अक्टूबर को मतदान होगा और नतीजे 19 अक्टूबर को घोषित किये जाएंगे। 

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हुबली-धारवाड़ नगर निगम ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का किया अभिनंदन

 नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कर्नाटक में धारवाड़ में भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान के नए परिसर का उद्घाटन किया। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने भारत को विश्व गुरु बनाने में ज्ञान समाज की भूमिका पर जोर दिया। राष्ट्रपति ने कहा कि ट्रिपल आईटी जैसे संस्थान युवाओं को कंप्यूटर साइंस, डेटा एनालिटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ऑगमेंटेड रियलिटी, डेटा साइंस, डिजिटलाइजेशन, नैनो टेक्नोलॉजी और बायोटेक्नोलॉजी के क्षेत्रों में शिक्षा से अनुसंधान और नवाचार को आगे बढ़ा सकते हैं।

राष्‍ट्रपति ने कहा कि केंद्र  की नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति उच्च शिक्षा संस्थानों को अनुसंधान और नवाचार के क्षेत्र में युवाओं को शिक्षित करने के लिए तैयार करती है। उन्होंने चौथी औद्योगिक क्रांति में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की आवश्यकता पर भी बल दिया। इस अवसर पर कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, केंद्रीय कोयला और खान मंत्री प्रह्लाद जोशी और ट्रिपल आईटी की अध्यक्ष सुधा मूर्ति भी उपस्थित थे।

इससे पहले, उत्तरी कर्नाटक में हुबली-धारवाड़ नगर निगम ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का अभिनंदन किया। राष्ट्रपति ने इसे सभी देशवासियों का सम्मान बताते हुए कहा कि हुबली-धारवाड़ के लोगों ने आज ओडिशा के एक साधारण परिवार से आने वाली महिला को सम्मानित किया और यह देश की सभी महिलाओं के सम्मान करने जैसा है। उन्होंने आह्वान किया कि  आजादी का अमृत महोत्सव के शुभ अवसर पर देश के सभी नागरिक आत्म निर्भर भारत के लिए कार्य करें। उत्तरी कर्नाटक में हुबली और धारवाड़ शहरों के शैक्षिक, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, आध्यात्मिक और धार्मिक महत्व के बारे में राष्ट्रपति ने कहा कि ये दोनों शहर कन्नड़ और मराठी लोगों के बीच भाषाई सद्भाव बनाते हैं। उन्‍होंने इसे प्राचीन के साथ आधुनिक का मिलन बिंदु बताया। 

कन्नड़ कवि और लेखक दत्‍तात्रेय रामचन्‍द्र बेन्‍द्रे तथा विनायक कृष्‍ण गोकाक, पंडित भीमसेन जोशी, पंडित बसवराज राजगुरु जैसे शास्त्रीय गायक यहीं से हैं। संत बसवेश्वर और सिद्धरुदा महाराज ने भी इसी जगह से आध्यात्मिक यात्रा की थी। स्वतंत्रता सेनानी नरगुंडा और रानी चेन्नम्मा ने मातृभूमि के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। आज हुबली और धारवाड़ शिक्षा के महत्वपूर्ण केंद्र हैं। राष्ट्रपति ने इस क्षेत्र के लोगों से देश की भलाई के लिए काम करने का आह्वान किया। केंद्रीय कोयला और खान मंत्री प्रह्लाद जोशी ने राष्ट्रपति के धारवाड़ दौरे पर आने पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने राष्ट्रपति की सादगी और विनम्रता को रेखांकित किया।

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कृषि उत्‍पादों के निर्यात के लिए मल्‍टी स्‍टेट निर्यात केंद्र स्‍थापित करेगी सरकार

 नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि सरकार अमूल ब्रांड के साथ विश्व बाजार में कृषि उत्पादों के प्रचार और निर्यात के लिए एक मल्टी स्टेट एक्सपोर्ट हाउस स्थापित कर रही है। अहमदाबाद जिले के बावला में किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए श्री शाह ने कहा कि मल्टी स्टेट एक्सपोर्ट हाउस जैविक उत्पादों को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करेगा और किसानों को सीधे मौद्रिक लाभ पहुंचाएंगा।

श्री शाह ने कहा कि प्राथमिक कृषि सहकारी समितियां अब कई प्रकार की आपूर्ति सेवाएं प्रदान कर सकती है जो कभी उधार के पैसे देने तक सीमित थी।प्राकृतिक खेती के लाभों पर जोर देते हुए श्री शाह ने कहा कि जैविक खेती से यूरिया का उपयोग समाप्त हो जाएगा जो मानव स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती से न केवल कृषि की लागत कम होगी बल्कि कृषि आय में भी पर्याप्‍त वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि गुजरात में तीन लाख से अधिक किसान प्राकृतिक खेती कर रहे हैं।

इस सम्मेलन का आयोजन श्री शाह के गांधीनगर संसदीय क्षेत्र के किसानों ने 164 गांवों में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिए आभार व्यक्त करने के लिए किया गया था। श्री अमित शाह ने आज अहमदाबाद में 237 करोड़ रुपये  लागत की अहमदाबाद नगर निगम की विभिन्न जन केंद्रित परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया। इससे पहले दिन में, श्री शाह ने विरोचननगर में एक सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्र और अहमदाबाद में एसपी रिंगरोड पर भदाज में एक ओवर ब्रिज का उद्घाटन किया।

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हरदीप सिंह पुरी ने विशेष विमानन ईंधन स्वदेशी एवीगैस 100 एलएल का शुभारंभ किया

 नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस व आवास और शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने एवीगैस 100 एलएल को शुरू किए जाने के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने कहा, हम एक उल्लेखनीय रूपांतरण के दौर से गुजर रहे हैं, जो लगभग क्रांतिकारी है। हम जैव ईंधन सम्मिश्रण, हरित हाइड्रोजन और इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देकर आयातित ईंधन पर निर्भरता कम कर रहे हैं।

एवीगैस 100 एलएल की लॉन्चिंग के अवसर पर नागरिक उड्डयन व सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री जनरल डॉ. वी.के. सिंह भी उपस्थित थे। एवीगैस 100 एलएल पिस्टन इंजन विमान और मानव रहित वाहन के लिए विशेष विमानन ईंधन है। वर्तमान में भारत इस उत्पाद को यूरोपीय देशों से आयात कर रहा है। इस कार्यक्रम का आयोजन इंडियन ऑयल ने हिंडन एयरफोर्स स्टेशन पर किया था। इसमें भारतीय वायु सेना के वरिष्ठ अधिकारियों, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय व नागरिक उड्डयन मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों और उड़ान प्रशिक्षण अकादमियों के अधिकारियों ने हिस्सा लिया।

पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री ने स्वदेशी एवीगैस 100 एलएल को शुरू किए जाने महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि भविष्य में पायलट प्रशिक्षण के लिए प्रशिक्षु विमानों में हवाईअड्डों पर यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी, विमानों व उड़ान प्रशिक्षण अकादमियों (एफटीओ) की संख्या में बढ़ोतरी के साथ एक विकसित विमानन उद्योग की जरूरतों को पूरा करने के लिए स्वदेशी एवीगैस 100 एलएल को शुरू किया जाना महत्वपूर्ण है। जैसा कि भविष्य में भारत में हवाई परिवहन की मांग कई गुना बढ़ने की उम्मीद है, इसे देखते हुए प्रशिक्षित पायलटों की भी भारी मांग होने वाली है। मंत्री ने आगे कहा कि इसके लिए एफटीओ की संख्या में भी उल्लेखनीय बढ़ोतरी होने की उम्मीद है।

स्वदेशी एवीगैस 100 एलएल की लॉन्चिंग के बारे में नागरिक उड्डयन व सड़क परिवहन व राजमार्ग राज्य मंत्री जनरल वी.के. सिंह (सेवानिवृत्त) ने कहा कि हरदीप पुरी के नेतृत्व में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने स्वदेशी एवीगैस 100 एलएल को शुरू करने का प्रयास किया है, जिसका हम पहले आयात कर रहे थे। प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत की सोच के तहत इंडियन ऑयल कारपोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) एवीगैस 100 ईंधन को शुरू किया है, जिसे अब तक भारी लागत पर आयात किया जाता था।

यह सुनिश्चित करेगा कि हमारे सभी उड़ान अकादमियों व अन्य सभी छोटे विमान, जो एवीगैस 100 एलएल का उपयोग करते हैं, स्वदेशी स्रोतों से इसे खरीदने और धनराशि के बचत में सक्षम हैं। उन्होंने आगे कहा कि उन क्षेत्रों और देशों को निर्यात करने के मामले में हमारे लिए बहुत बड़ा अंतर होगा, जिन्हें एवीगैस 100 एलएल ईंधन की जरूरत है।

इंडियन ऑयल के अध्यक्ष श्रीकांत माधव वैद्य ने कहा, इंडियन ऑयल को अपनी रिफाइनिंग (परिशोधन) ताकत और इन-हाउस विशेषज्ञता का लाभ उठाकर इस विशेष ईंधन को शुरू करने पर गर्व है। वास्तव में स्वदेशी ईंधन आयातित ग्रेड की तुलना में बेहतर है। एवीगैस बाजार के मौजूदा 1.92 अरब डॉलर से बढ़कर 2029 तक 2.71 अरब डॉलर होने की उम्मीद है।

हम घरेलू मांग को पूरा करने के अलावा निर्यात के अवसरों को लक्षित करने के लिए जल्द ही एक नई सुविधा स्थापित करने की योजना बना रहे हैं। मुझे विश्वास है कि प्रतिस्पर्धी मूल्य निर्धारण के साथ हम जो बेहतर गुणवत्ता प्रदान करते हैं, वह हमें वैश्विक बाजार में एक महत्वपूर्ण बढ़त प्रदान करेगी और भारत की आत्मनिर्भरता की यात्रा में एक नया अध्याय खोलेगी।

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भारत की स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली ने मृत्यु दर को कम करने में दक्षता दिखाई : डॉ. भारती

 नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। केन्‍द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार ने कहा, भारत की स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली ने न केवल नैदानिक ​​और प्रबंधन सुविधाएं प्रदान करने में बल्कि मृत्यु दर को कम करने और अधिकतम स्‍वास्‍थ्‍य लाभ में भी दक्षता दिखाई है। डा. पवार ने नई दिल्‍ली में ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, नई दिल्ली के 67 वें स्‍थापना दिवस समारोह की अध्‍यक्षता करते हुए यह बात कही।

डॉ. भारती प्रवीण पावर ने अनुसंधान श्रेणी में एम्‍स की रैंकिंग शीर्ष 10 शैक्षिक संस्थानों में होने पर खुशी जाहिर की। उन्होंने यह भी कहा कि यह एकमात्र संस्थान है जो अनुसंधान के अलावा रोगी देखभाल करता है। उन्होंने सराहना की कि यह बहुत गर्व की बात है कि लगातार पांचवें वर्ष, एम्‍स, नई दिल्ली को शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी किए गए राष्ट्रीय संस्थान रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) के अनुसार चिकित्सा संस्थानों में पहला स्थान दिया गया है।

उन्होंने अधिकारियों से आने वाले वर्षों में रैंकिंग को बनाए रखने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, सफल होना एक यात्रा से अधिक है, एक गंतव्य नहीं। हमें न केवल उच्च मानकों को बनाए रखने के लिए, बल्कि नई विशेष उपलब्धियां हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी और इन्‍हें हासिल करने के लिए प्रयास करना होगा।

 

 

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आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में धोखाधड़ी का कोई स्‍थान नहीं : मांडविया

 नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा है कि आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में धोखाधड़ी का कोई स्‍थान नहीं है, क्‍योंकि इसका उद्देश्य समाज के सबसे वंचित वर्ग के लोगों को स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना है। उन्होंने किसी भी धोखाधड़ी की छोटी से छोटी गुंजाइश को भी दूर करने के लिए सभी उपलब्ध प्रौद्योगिकी उपकरणों का उपयोग करने की आवश्यकता पर बल दिया।

श्री मांडविया नई दिल्ली में दो दिवसीय आरोग्य मंथन 2022 के समापन दिवस को सम्‍बोधित कर रहे थे। उन्‍होंने राज्यों से आग्रह किया कि वे सभी पात्र लोगों को आयुष्मान भारत कार्ड प्रदान करने के प्रयासों में तेजी लायें। उन्होंने हितधारकों से डिजिटल स्वास्थ्य में प्रौद्योगिकी को शामिल करने को भी शामिल करने को कहा।

 

 

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हिंदू एक धर्म नहीं, बल्कि जीवन जीने का एक तरीका : मोहन भागवत

 शिलांग (छत्तीसगढ़ दर्पण)। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि भारत में रहने वाले सभी लोग पहचान के मामले में हिंदू हैं। आरएसएस के दर्शन के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि हिंदू एक धर्म नहीं, बल्कि जीवन जीने का एक तरीका है। शिलांग में एक सभा को संबोधित करते हुए आरएसएस प्रमुख ने कहा कि हिंदुस्तान में रहने वाला हर नागरिक हिंदू हैं। भागवत ने कहा कि हिमालय के दक्षिण में, हिंद महासागर के उत्तर में और सिंधु नदी के तट के निवासियों को परंपरागत रूप से हिंदू कहा जाता है। इसे भारत भी कहते हैं। उन्होंने कहा कि इस्लाम का प्रसार करने वाले मुगलों और ईसाई धर्म का प्रसार करने वाले ब्रिटिश शासकों से भी पहले हिंदू अस्तित्व में थे।

आरएसएस की विचारधारा पर प्रकाश डालते हुए भागवत ने कहा कि हिंदू शब्द उन सभी को शामिल करता है जो भारत माता के पुत्र हैं। भारतीय पूर्वजों के वंशज हैं और जो भारतीय संस्कृति के अनुसार रहते हैं। आरएसएस सुप्रीमो ने कहा कि हिंदू बनने के लिए किसी को धर्म बदलने की जरूरत नहीं है क्योंकि यहां हर कोई हिंदू है। भारत एक पश्चिमी अवधारणा वाला देश नहीं है। यह अनादि काल से एक सांस्कृतिक देश रहा है। वास्तव में यह एक ऐसा देश है जिसने दुनिया को मानवता का पाठ पढ़ाया है।

भागवत यहां संघ पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की कई बैठकों में शामिल हुए। भागवत की मेघालय यात्रा ईसाई बहुल राज्य में इसलिए और ज्यादा महत्वपूर्ण है क्योंकि यहां अगले साल फरवरी में विधानसभा चुनाव होने हैं। भागवत के दौरे को देखते हुए राज्य में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं।

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शारदीय नवरात्र का पहला दिन : देशभर के मंदिरों में उमड़ी भक्तों की भीड़

कोलकाता (छत्तीसगढ़ दर्पण)। शारदीय नवरात्रि का आज (सोमवार) पहला दिन है। 26 सितंबर से नवरात्र की शुरुआत हो गई है। इस दिन से नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ शक्ति रूपों की पूजा की जाएगी। सोमवार को मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। नवरात्र के पहले दिन देवी के नाम से कलश की स्थापना की जाती है। नौ दिन तक भक्त दुर्गा जी के अलग-अलग रूपों की पूजा करते हैं।

नवरात्र के पहले दिन दिल्ली के झंडेवालान मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु लोग पूजा-अर्चना करने पहुंचे हैं। महाराष्ट्र के मुंबई में मुंबा देवी मंदिर में नवरात्र के पहले दिन सुबह-सुबह 'आरती' की गई। इस दौरान बड़ी संख्या में भक्त लोगों ने मां दुर्गा के दर्शन किए। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में एक खास तरह का पंडाल बनाया गया है। स्वतंत्रता के 75वें वर्ष के अवसर पर स्वतंत्रता के बाद से जारी किए गए हजारों स्मारक सिक्कों से यह पंडाल बनाया गया है। कोलकाता के बाबूबगन सरबजनिन दुर्गोत्सव समिति ने इस खास दुर्गा पूजा पंडाल को बनाया है।

 

 

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राजस्थान में 90 विधायकों ने दिया इस्तीफा, पायलट को नहीं बनाना चाहते सीएम

 नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव राजस्थान सरकार के लिए ग्रहण बन गया है। पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे और प्रदेश प्रभारी अजय माकन चाहते थे कि नामांकन दाखिल करने से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के उत्तराधिकारी का नाम तय करने का अधिकार विधायक दल की बैठक में एक लाइन का प्रस्ताव पारित कर सोनिया को सौंपा जाए, लेकिन गहलोत खेमा इसके लिए तैयार नहीं हुआ। गहलोत समर्थक विधायकों ने साफ कहा कि उनकी राय के बिना मुख्यमंत्री का फैसला नहीं होना चाहिए। दूसरी ओर गहलोत ने कहा है कि कांग्रेस ने उन्हें 40 साल में बहुत कुछ दिया, अब नई पीढ़ी को मौका दिया जाना चाहिए।

इस मुद्दे पर गहलोत समर्थक लगभग 90 विधायकों ने रविवार रात सियासी ड्रामेबाजी के बीच विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को अपने इस्तीफे सौंप दिए। इनमें निर्दलीय विधायक भी शामिल थे। बाद में सोनिया ने फोन पर खड़गे और माकन को एक-एक विधायक से मिलकर उनकी राय जानने के निर्देश दिए। सोनिया के कहने पर संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल ने देर रात फोन पर गहलोत से बात भी की, लेकिन गहलोत ने उन्हें साफ कहा कि अब हालात उनके वश में नहीं हैं।

राजस्थान में रविवार को जो सियासत देखने को मिली, उसकी पठकथा एक दिन में नहीं लिखी गई थी। अशोक गहलोत की भाषा भले ही राहुल गांधी के एतराज के बाद बदल गई हो, मगर वह कांग्रेस अध्यक्ष बन जाने की स्थिति में भी मुख्यमंत्री पद छोड़ने के लिए तैयार नहीं थे। इतना ही नहीं, वह किसी भी हाल में पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को भी गद्दी नहीं देना चाहते। ऐसे में इसके साफ संकेत मिल रहे थे कि उनके उत्तराधिकारी का चुनाव आसान नहीं होगा। यही वजह है कि रविवार को विधायक दल की बैठक से पहले ही राजनीतिक गलियारे में सियासी तूफान की आहट महसूस होने लगी थी।

दिन में ही गहलोत समर्थक विधायकों ने संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल के आवास पर बैठक की। इसमें साफ कहा कि जिन लोगों ने भाजपा के साथ मिलकर दो साल पहले सरकार गिराने का प्रयास किया, उनमें से कोई मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाना चाहिए। पायलट खेमे की बगावत के समय सरकार के साथ रहे विधायकों में से किसी को भी मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए। वे कृषि मंत्री लालचंद कटारिया अथवा विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी में से किसी एक को मुख्यमंत्री बनाने के पक्ष में हैं। विधायकों ने पायलट को मुख्यमंत्री बनाए जाने की आलाकमान की मंशा के खिलाफ किसी भी हद तक जाने की बात भी कही।

 

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मुकुल रोहतगी ने अटार्नी जनरल बनने से किया इनकार, केंद्र सरकार का प्रस्ताव ठुकराया

 नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने केंद्र का प्रस्ताव ठुकराते हुए भारत का अगला अटार्नी जनरल (एजी) बनने से इन्कार कर दिया। रोहतगी ने बताया कि ये सच है कि वे एजी नहीं बनने जा रहे हैं। वर्तमान अटार्नी जनरल केके वेणुगोपाल का कार्यकाल 30 सितंबर को पूरा होने जा रहा है। हालांकि, केंद्र सरकार ने वेणुगोपाल के सामने कार्यकाल बढ़ाने की पेशकश की थी लेकिन स्वास्थ्य कारणों की वजह से 91 वर्षीय वेणुगोपाल ने आगे पद संभालने में असमर्थता जताई थी। चर्चा थी कि उनके बाद रोहतगी दूसरी बार एजी का पद संभालेंगे।

रोहतगी भारत के सर्वोच्च न्यायालय में एक वरिष्ठ अधिवक्ता हैं और इससे पहले भारत के अतिरिक्त सालिसिटर जनरल के रूप में कार्य कर चुके हैं। रोहतगी 2014 से 2017 के दौरान भारत के अटार्नी जनरल रह चुके हैं। जून 2017 में उन्होंने व्यक्तिगत कारणों से पद से इस्तीफा दे दिया था। केंद्र के प्रस्ताव को ठुकराने की मुकुल रोहतगी ने कोई भी खास वजह नहीं बताई है।

संवैधानिक कानून विशेषज्ञ के रूप में व्यापक रूप से सम्मानित वेणुगोपाल ने 1 जुलाई 2017 को तीन साल के कार्यकाल के लिए अटार्नी जनरल के रूप में पद संभाला था। 91 वर्षीय वेणुगोपाल को केंद्र सरकार ने दो बार एक साल का सेवा विस्तार भी दिया था। हालांकि, उन्होंने बार-बार पद पर बने रहने की अनिच्छा व्यक्त की थी।

बता दें कि इस साल जून में केंद्र ने वेणुगोपाल का कार्यकाल तीन महीने और बढ़ा दिया था। सरकार ने उनसे तीन महीने और काम करने का आग्रह किया। लेकिन, आखिरकार उन्होंने सरकार को एक नए चेहरे की तलाश करने की अनुमति देते हुए 30 सितंबर तक तीन महीने के विस्तार के लिए सहमति व्यक्त की थी। 

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