खेल

वेस्टइंडीज के खिलाफ BCCI को उतारनी है 'असली' T20 टीम, पर कोहली ने मांग लिया आराम- रिपोर्ट

नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। अभी इस बात को लेकर काफी चर्चा हुई थी कि विराट कोहली आराम फरमाकर कैसे अपनी फॉर्म में वापसी करेंगे, कि अब फिर से एक और सनसनीखेज खुलासा सामने आ रहा है। बताया जा रहा है कि बीसीसीआई वेस्टइंडीज के खिलाफ पांच मैचों की टी20 सीरीज में पूरी ताकत वाली भारतीय टीम उतारना चाहता था लेकिन विराट कोहली ने साफ कह दिया है कि उनको टीम में ना शामिल किया जाए।

3 मैचों की वनडे सीरीज से पहले ही गायब था कोहली का नाम 
अगर रिपोर्ट के अनुसार सामने आई यह बात सही है तो लगातार रनों के लिए तरस रहे कोहली की ओर से यह बर्ताव काफी अजीब है क्योंकि वे अब लगातार क्रिकेट नहीं खेल रहे हैं बल्कि चुनिंदा मैचों में उपलब्ध होते हैं। आईपीएल में लगातार उपलब्ध रहने वाले कोहली इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में भी विफल रहे। पांच मैचों की विंडीज टी20 सीरीज 29 जुलाई से शुरू होगी लेकिन इससे पहले वनडे मैच खेले जाएंगे। 3 मैचों की वनडे सीरीज से भी कोहली का नाम गायब है। इस सीरीज के लिए शिखर धवन को कप्तान और रवींद्र जडेजा को उनका उप-कप्तान बनाया गया है।

कोहली का भविष्य फिलहाल क्या है? 
हालांकि टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट यह भी कहती है कि कोहली की किस्मत का असली फैसला इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली टी20 सीरीज करेगी। पहले टी20 मुकाबले में कोहली का नाम नहीं है लेकिन बाकी दोनों में वे टीम का हिस्सा होंगे। इसके बाद तीन मैचों की वनडे सीरीज में भी वे टीम का हिस्सा होंगे। दूसरी ओर, क्रिकबज की रिपोर्ट बताती है कि जिन सीनियर खिलाड़ियों को वनडे मैचों से आराम मिला है वह टी20 के लिए जरूर लौटेंगे जिनमें कप्तान रोहित शर्मा भी शामिल हैं। इस सीरीज के लिए भारतीय टीम की घोषणा 10 जुलाई को हो सकती है। भारत आज से इंग्लैंड के खिलाफ भी टी20 सीरीज की शुरुआत कर रहा है।
टी20 वर्ल्ड कप के लिए कोहली को लेकर प्लान क्या है?
टी20 वर्ल्ड कप के लिए कोहली को लेकर प्लान क्या है? 
पिछले सात महीने से भारत के लिए सफेद गेंद क्रिकेट नहीं खेल पाए रविचंद्रन अश्विन भी विंडीज टी20 सीरीज में वापसी कर सकते हैं। यहां मुख्य बात यह सामने आ रही है कि विराट कोहली का टी20 टीम में होना या नहीं होना इस बात पर निर्भर करेगा कि टी20 वर्ल्ड कप को लेकर भारतीय टीम प्रबंधन का प्लान क्या है। विराट कोहली को लेकर बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली पहले ही कह चुके हैं कि वह क्लास प्लेयर हैं और उनकी फॉर्म चिंता की बात नहीं है। दादा ने यह बात विराट को खराब आईपीएल के बाद कही थी।
रोहित, कोहली, पांड्या, बुमराह जैसे खिलाड़ियों को हमेशा आराम की जरूरत
रोहित, कोहली, पांड्या, बुमराह जैसे खिलाड़ियों को हमेशा आराम की जरूरत 
"हर चयन बैठक में, कार्यभार प्रबंधन का मुद्दा सामने आता है। रोहित, कोहली, पांड्या, बुमराह और शमी जैसे खिलाड़ियों को हमेशा आराम की जरूरत के बारे में बात की जाती है। इन सभी खिलाड़ियों को हमेशा आराम करने की तरजीह मिली है। ट्रेनर और फिजियो टीम प्रबंधन के माध्यम से चयनकर्ताओं को नोट भेजते हैं कि इन खिलाड़ियों को आराम देने की जरूरत है।"
 

 

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एलआईसी की मंडल स्तरीय टेबल टेनिस प्रतियोगिता में बैसवाड़े बने विजेता

रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। भारतीय जीवन बीमा निगम, रायपुर मंडल की मंडल स्तरीय टेबल टेनिस प्रतियोगिता का आयोजन 4 जुलाई को पंडरी स्थित मंडल कार्यालय, रायपुर में किया गया | उक्त प्रतियोगिता के सम्बन्ध में भारतीय जीवन बीमा निगम, क्रीडा एवं मनोरंजन समिति, रायपुर के सचिव गजेंद्र पटेल ने जानकारी दी कि पुरुष वर्ग में मंडल कार्यालय रायपुर के पूर्व अखिल भारतीय जीवन बीमा निगम विजेता खिलाड़ी विनय बैसवाड़े विजेता बने एवं महिला वर्ग में कु. साक्षी धनविजय प्रथम स्थान पर रही | इस प्रतियोगिता के मुख्य अतिथि भारतीय जीवन बीमा निगम, रायपुर मंडल के वरिष्ठ मंडल प्रबंधक अशोक ठाकुर थे एवं इस अवसर पर प्रबंधक (कार्मिक) एन. वेंकटेश, रायपुर डिवीजन इंश्योरेंस एम्पलाईज यूनियन महासचिव सुरेंद्र शर्मा, प्रथम श्रेणी अधिकारी एसोसिएसन महासचिव एच.के. गणपाल उपस्थित थे| प्रतियोगिता के मुख्य निर्णायक अंतर्राष्ट्रीय अंपायर गीता पंडित थी।

पुरुष वर्ग के फायनल में मंडल कार्यालय रायपुर के विनय बैसवाड़े ने भिलाई-2 के केशव खण्डेलवाल को 4-0 से हराकर विजेता बने।
 
पुरुष वर्ग :
प्रथम – विनय बैसवाड़े (मंडल कार्यालय रायपुर), द्वितीय – केशव खण्डेलवाल (भिलाई-2), तृतीय – एस.पी. चंद्राकर (रायपुर-1)।

महिला वर्ग :
प्रथम – कु. साक्षी धनविजय (रायपुर-1 )।
 
प्रतियोगिता में पुरुष एवं महिला वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त खिलाडियों का चयन 4 और 5 अगस्त को भोपाल में “मध्य क्षेत्रीय टेबल टेनिस प्रतियोगिता” के लिए किया गया है, जिसमें सम्पूर्ण मध्य क्षेत्र (म.प्र. एवं छ.ग.) के 08 मंडल कार्यालय के पुरुष एवं महिला विजेता खिलाड़ी भाग लेंगे। मध्य क्षेत्रीय टेबल टेनिस प्रतियोगिता में प्रथम चार स्थान प्राप्त खिलाड़ी भारतीय जीवन बीमा निगम की अखिल भारतीय टेबल टेनिस प्रतियोगिता में मध्य क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करेंगें।
 
कार्यक्रम का संचालन टी.के. मिश्रा ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन क्रीड़ा एवं मनोरंजन समिति, रायपुर के सचिव गजेंद्र पटेल ने दिया | इस अवसर पर सेलेक्शन कमेटी के सदस्य यशवंत शर्मा, पूर्व स्पोर्ट्स प्रमोशन बोर्ड सदस्य शिशिर गुप्ता, विजय तिरपुडे, मोहन साहू एवं अन्य सदस्यगण, खिलाडीगण उपस्थित थे।
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27 साल की हो गई बैडमिंटन इतिहास में रजत पदक जीतने वाली इकलौती भारतीय शटलर पीवी सिंधु

नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। भारतीय बैडमिंटन को शिखर तक पहुंचाने में पीवी सिंधु ने अहम योगदान दिया है। सिंधु मंगलवार (05 जुलाई) को 27 साल की हो गई हैं।वह एकमात्र भारतीय महिला खिलाड़ी हैं, जिन्होंने ओलंपिक खेलों में दो पदक जीते हैं। वहीं वह बैडमिंटन इतिहास में रजत पदक जीतने वाली इकलौती भारतीय शटलर हैं।इसके अलावा भी उन्होंने कई रिकॉर्ड्स बनाए हैं और कई उपलब्धियां हासिल की हैं, उन पर एक नजर डालते हैं। 

साल 2019 में सिंधू BWF वर्ल्ड चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी बनी थीं।उन्होंने खिताबी मुकाबले में जापान की नाओमी ओकुहारा को 21-7, 21-7 से हराते हुए इस उपलब्धि को हासिल किया था।लगभग 38 मिनट तक चले उस मैच में सिंधू ने ओकुहारा को लगभग एकतरफा मुकाबले में हराया था।2017 और 2018 में उन्होंने लगातार रजत पदक अपने नाम किए थे।
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महिला क्रिकेट में भारत ने श्रीलंका को दूसरे एकदिवसीय अंतरर्राष्‍ट्रीय मुकाबले में 10 विकेट से हराया

नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। महिला क्रिकेट में, पल्‍लेकल में, भारत ने श्रीलंका को दूसरे एकदिवसीय अंतरर्राष्‍ट्रीय मुकाबले में दस विकेट से हराकर तीन मैचों की श्रंखला में 2-0 की अजेय बढत बना ली है। पहले बल्‍लेबाजी करते हुये श्रीलंका की पूरी टीम 173 रन ही बना सकी। भारत ने 26 वें ओवर में बिना किसी नुकसान के 174 रन बनाकर लक्ष्‍य हासिल कर लिया।

स्‍मृति मंधाना ने नाबाद 94 और शेफाली वर्मा ने नाबाद 71 रन की पारी खेली। चार विकेट लेने वाली तेज गेंदबाज रेणुका सिंह को प्‍लेयर ऑफ द मैच घोषित किया गया।
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एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में भारतीय पहलवानों ने जीते 8 पदक

नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। भारतीय अंडर-15 ग्रीको रोमन कुश्ती टीम ने बहरीन में हो रही अंडर-15 एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में दो स्वर्ण, दो रजत और चार कांस्य पदक जीते। शनिवार को ग्रीको रोमन स्टाइल के सभी 10 भार वर्गों में मुकाबले हुए और भारत ने कुल 8 पदक जीते। पदक विजेता सचिन हैं, 68 किग्रा में, जबकि अभय ने 72 किग्रा में अपने-अपने वर्ग में स्वर्ण पदक जीते।

जबकि प्रणय चौधरी ने 52 किग्रा में रजत और 62 किग्रा वर्ग में वरुण कुमार ने रजत पदक हासिल किया। वरुण सोनकर (38 किग्रा), आदित्य कुमार (48 किग्रा), तुषार पाटिल (57 किग्रा) और हरदीप (85 किग्रा) ने अपने-अपने वर्ग में कांस्य पदक जीते।

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शतरंज ओलम्पियाड टॉर्च रिले का आगमन रायपुर में 16 जुलाई को

रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। आजादी के अमृत महोत्सव के 75वें वर्षगांठ के अवसर पर देश में प्रथम बार आयोजित होने वाले 44वें शतरंज ओलम्पियाड टॉर्च रिले का आयोजन 19 जून से 28 जुलाई 2022 तक देश के विभिन्न राज्यों में किया जा रहा है। चेस ओलम्पियाड के आयोजन की शुरुआत चेन्नई में 28 जुलाई से होगी। चेस ओलम्पियाड टॉर्च रिले का आगमन स्वामी विवेकानंद विमानतल रायपुर में 16 जुलाई को होगा।

आयोजन की तैयारी के संबंध में संचालक खेल एवं युवा कल्याण श्रीमती श्वेता श्रीवास्तव सिन्हा की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। बैठक में छत्तीसगढ़ ओलम्पिक संघ के महासचिव एवं ए.आई.सी.एफ. राज्य प्रभारी गुरूचरण सिंह होरा, संयुक्त संचालक प्रणव सिंह एवं छत्तीसगढ़ प्रदेश शतरंज संघ के महासचिव  वी.के. राठी उपस्थित थे। बैठक में भारत सरकार के दिशा-निर्देश के तहत प्रारंभिक तैयारियों हेतु विचार-विमर्श किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में खिलाड़ी, खेल प्रेमी, छात्र-छात्राएं एवं खेल संघ के पदाधिकारी शामिल होंगे।
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सानिया मिर्जा और मेट पाविक की जोडी विम्‍बलडन टेनिस के मिकस्‍ड डबल्‍स के र्क्‍वाटर फाइनल में पहुंची

 नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। भारत की सानिया मिर्जा और क्रोशिया के मेट पाविक की जोडी विम्‍बलडन टेनिस के मिकस्‍ड डबल्‍स के र्क्‍वाटर फाइनल में पहुंच गई है। आज उनका सामना ऑस्‍ट्रेलिया के जॉन पियर्स और कनाडा की गेब्रिएला डाब्रोवस्‍की की जोडी से होगा। सानिया मिर्जा और मेट पाविक की जोडी को अंतिम 16 में वाकओवर मिला था।

इस बीच, नोवाक जोकोविच पुरूष सिंगल्‍स के क्‍वार्टर फाइनल में पहुंच गये हैं। अब उनका सामना इटली के जेन्निक सिनर से होगा। बेल्जियम के डेविड गोफिन भी अंतिम आठ में पहुंच गये हैं।
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खेल में अग्रगण्‍य होगा हिंदी विश्‍वविद्यालय : प्रो. रजनीश शुक्‍ल

वर्धा (छत्तीसगढ़ दर्पण)। महात्‍मा गांधी अंतरराष्‍ट्रीय हिंदी विश्‍वविद्यालय में ग्रीष्‍मकालीन बैडमिंटन प्रशिक्षण शिविर के समापन समारोह में विश्‍वविद्यालय के कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्‍ल ने कहा कि विश्‍वविद्यालय ज्ञान, कला और कौशल के साथ-साथ खेल में भी अग्रगण्‍य होगा। आज़ादी के अमृत महोत्‍सव के अंतर्गत क्रीड़ा समिति की ओर से 20 मई से 3 जुलाई के दौरान विश्‍वविद्यालय में बैडमिंटन प्रशिक्षण शिविर 5 से 15 वर्ष आयुवर्ग के बच्‍चों के लिए आयोजित किया गया जिसमें 52 बच्‍चों ने सहभागिता की। 04 जुलाई को दूर शिक्षा निदेशालय के भवन में आयोजित समापन समारोह में वर्धा के सांसद रामदास तडस मुख्‍य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। कुलपति प्रो. शुक्‍ल ने कहा कि विभिन्‍न प्रकार के खेलों को बढ़ावा देने के लिए विश्‍वविद्यालय प्रतिबद्ध है। उन्‍होंने विश्‍वास जताया कि विश्‍वविद्यालय अपनी स्‍थापना के 25 वें वर्ष में चांदी जैसी चमक प्राप्‍त करेगा।

सांसद रामदास तडस ने कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए विश्‍वविद्यालय जैसी संस्‍थाओं को आगे आना चाहिए। उन्‍होंने कहा कि भारत सरकार के खेलों इंडिया कार्यक्रम के तहत खेल स्‍पर्धाओं का आयोजन कर इस क्षेत्र के खिलाडियों को ऑलिंपिक तक पहुँचाया जा सकता है। इस अवसर पर समापन मैच खेला गया जिसमें लडकियों में क्रिष्‍णा मस्‍के एवं लडकों में जैनुल आबिदीन खान विजेता तथा वंशिका मते और शांतिक नाथ त्रिपाठी उपविजेता रहे। विजेताओं को कुलपति प्रो. शुक्‍ल और सांसद रामदास तडस ने प्रशस्ति पत्र तथा बैडमिटंन प्रशिक्षक सत्‍यम अधिकारी को शॉल, विश्‍वविद्यालय का प्रतीक चिन्‍ह एवं सूतमाला देकर सम्मानित किया। प्रारंभ में कुलपति प्रो. शुक्‍ल और सांसद रामदास तडस ने पंडित मदन मोहन मालवीय की मूर्ति पर तथा स्‍वामी विवेकानंद की पुण्‍यतिथि पर उनके चित्र पर माल्‍यार्पन कर अभिवादन किया। कार्यक्रम का प्रारंभ दीपप्रज्ज्‍वलन से किया गया। मंगलाचरण डॉ. जगदीश नारायण तिवारी ने प्रस्तुत किया।

स्‍वागत वक्‍तव्‍य क्रीडा समिति के उपाध्‍यक्ष प्रो. नृपेंद्र प्रसाद मोदी ने दिया। कार्यक्रम का संचालन सहायक प्रोफेसर डॉ. गौरी शर्मा ने किया तथा आभार कार्यक्रम के संयोजक क्रीड़ा सचिव अनिकेत आंबेकर ने ज्ञापित किया। इस अवसर पर प्रतिकुलपति प्रोफेसर चंद्रकांत रागीट, कुलसचिव काद़र नवाज़ ख़ान, अधिष्‍ठातागण, विभागाध्‍यक्ष, अध्‍यापक और अभिभावक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
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‘बुमराह ब्लास्ट’ से भौंचक्के हैं अंग्रेज

बर्मिंघम (छत्तीसगढ़ दर्पण)। एजबेस्टन में 'बुमराह ब्लास्ट’ से अंग्रेज भौंचक्के हैं। पहले बल्लेबाजी में गरजे। फिर गेंदबाजी में बरसे। कप्तान बनते ही तहलका मचा दिया। महान कपिल देव के बाद बुमराह दूसरे तेज गेंदबाज हैं जो भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान बने हैं। ये कप्तानी भले इत्तेफाक से मिली। लेकिन उन्होंने अपनी क्षमता की झलक दिखा दी। एक खामोश क्रांति मुहाने पर खड़ी है। कुछ साल इंतजार कीजिए। फिर मुलाकात होगी भारत के एक सर्वगुण सम्पन्न कप्तान से। क्या बुमराह विश्व के सबसे सफल तेज गेंदबाज कप्तान हो सकते हैं ? जसप्रीत बुमराह की उम्र अभी 28 साल है। उन्होंने 30 टेस्ट मैचों में 130 विकेट लिये हैं। उन्हें कप्तानी सौंपने का ये बिल्कुल सही समय है।

एजबेस्टन में बुमराह का ब्लास्ट
एजबेस्टन टेस्ट के दूसरे दिन क्रिकेट प्रेमियों ने देखा कि चमत्कार क्या होता है। भारत की पारी का 84 वां ओवर चल रहा था। क्रीज पर जसप्रीत बुमराह थे। उनका साथ दे रहे थे मोहम्मद सिराज। आखिरी जोड़ी मैदान पर थी। टेस्ट मैच में वैसे भी विस्फोटक बल्लेबाजी से परहेज किया जाता है। अगर खुदा ना खास्ते किसी तेज पारी की उम्मीद की भी जाती है तो वह किसी नामी बल्लेबाज से। दसवें नम्बर के बल्लेबाज से तो कोई सपने में भी इसकी कल्पना नहीं कर सकता। लेकिन जसप्रीत बुमराह ने करिश्मा कर दिया।

बुमराह ने बल्लेबाजी में ढहाया कहर
स्टुअर्ट ब्रॉड की पहली गेंद पर बुमराह ने चौका मारा। दूसरी गेंद वाइड रही जो बाई के रूप में चार रनों के लिए चली गयी। इस गेंद पर पांच रन मिले। दूसरी गेंद फिर करनी पड़ी। इस पर बुमराह ने हुक लगा कर छक्का मारा। संयोग से ये गेंद नो बॉल हो गयी। इस गेंद पर 7 रन बने। मान्यता प्राप्त दूसरी गेंद अभी भी बाकी थी। ब्रॉड के तीसरे प्रयास में दूसरी गेंद आयी जिस पर बुमराह ने चौका जड़ दिया। तीसरी गेंद पर भी चौका लगा। चौथी गेंद पर फिर चौका। पांचवीं गेंद पर छक्का ठोका। छठी गेंद पर 1 रन लेकर बुमराह ने इतिहास रच दिया।

इस ओवर में 35 रन बने जो 145 साल के टेस्ट इतिहास में सर्वाधिक था। इन 35 रनों में 29 रन बुमराह के बैट से आये। बुमराह से पहले एक ओवर में किसी भी बल्लेबाज ने 29 रन नहीं बनाये थे। महान ब्रायन लारा का रिकॉर्ड 28 रनों का था जिसे बुमराह ने तोड़ दिया। ब्रॉड ने इस ओवर में 8 गेंदें फेंकी। कप्तान बनते ही बुमराह का जोश सातवें आसमान पर है।

बुमराह का कप्तानी परफॉर्मेंस 
जब इंग्लैंड की पहली पारी शुरू हुई तो बुमराह ने अपनी तेज गेंदबाजी से इंग्लैंड के खेमे में खलबली मचा दी। 44 रन पर इंग्लैंड के तीन विकेट गिर गये और शुरुआती तीनों विकेट बुमराह ने झटके। इसका फायदा शमी और सिराज ने उठाया जिसकी वजह से इंग्लैंड की टीम 284 रन ही बना सकी। इस तरह भारत को 132 रनों की लीड मिल गयी। वो तो बेयरेस्ट ने शतक लगा दिया वर्ना इंग्लैंड की पारी डेढ़-दो सौ के बीच सिमट जाती। एक कप्तान के रूप में बुमराह ने गेंदबाजों का बेहतर इस्तेमाल किया। मैदान पर वे एक नये अवतार में थे। तीन विकेट लेने के बाद वे पांच विकेट लेने की मोह में नहीं पड़े। वक्त से हिसाब से शमी, सिराज और शार्दुल को मोर्चे पर लगाया। उन्होंने बिल्कुल शांत रह कर अपनी जिम्मेदारी निभायी। जब शार्दुल ठाकुर ने कवर में बेन स्टोक्स का कैच छोड़ा तब भी उन्होंने कोई नाराजगी नहीं दिखायी। इस बात को सहज रूप में लिया। कप्तानी का भौकाल भी नहीं दिखाया। वे तेज गेंदबाज हैं। 27 रन के स्कोर पर इंग्लैंड के दो खिलाड़ियों को आउट कर चुके थे। चाहते तो दबदबा दिखाने के लिए चार या पांच स्लीप के साथ बॉलिंग कर सकते थे। लेकिन ऐसा नहीं किया।
 
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छोटी सी गलती पड़ी भारत को भारी, रूट-बेयरस्टो ने छीन लिया मैच, ENG जीत से 119 रन दूर

एजबेस्टन (छत्तीसगढ़ दर्पण)। भारत और इंग्लैंड के बीच एजबेस्टन, बर्मिंघम में खेला जा रहा रिशेड्यूल पांचवां टेस्ट मैच अब अपने निर्णायक मोड़ पर आ पहुंचा है। भारत ने मेजबान टीम के सामने जीत के लिए 378 रन का टारगेट रखा है और चौथा दिन का खेल खत्म होने तक इंग्लैंड ने मुकाबले पर अपनी पकड़ काफी मजबूत कर ली है।

इंग्लैंड ने केवल 3 विकेट खोकर 259 रन बना लिए हैं। पूर्व कप्तान जो रूट (Joe Root) 76 रन और शानदार फॉर्म में चल रहे जॉनी बेयरस्टो (Jonny Bairstow) 72 के निजी स्कोर पर नाबाद है। दोनों के बीच 197 गेंदों पर 150 रनों की साझेदारी हो चुकी है।रूट और बेयरस्टो की जोड़ी टीम इंडिया की जीत में बाधा बनकर खड़ी है। टीम इंडिया (Team India) को अगर एजबेस्टन टेस्ट जीतना है, तो मुकाबले के आखिरी दिन जल्द से जल्द इस जोड़ी को तोड़ना होगा।

पहले विकेट के लिए भी करना पड़ा लंबा इंतजार
इंग्लैंड का पहला विकेट लेने के लिए भी भारतीय टीम को पूरे 22 ओवर का इंतजार करना पड़ा था। जैक क्राउली और एलेक्स लीस ने इंग्लिश टीम को शानदार शुरुआत दिलाई और पहले विकेट के लिए 107 रन जोड़े। भारतीय कप्तान जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) ने क्राउली (46) को आउट कर इस साझेदारी को तोड़ा।

इसके बाद अपने अगले ही ओवर में बुमराह ने ओली पोप को शून्य पर आउट कर भारत को दूसरी सफलता दिलाई। फिफ्टी बना चुके लीस (56) भी 25वें ओवर में रन आउट हो गए। लेकिन इसके बाद अंग्रेजों ने भारत को वापसी का कोई मौका नहीं दिया।

भारत को चाहिए 7 विकेट
टीम इंडिया जीत से 7 विकेट दूर है, लेकिन इंग्लैंड को आखिरी दिन केवल 119 रन बनाने हैं। रूट और बेयरस्टो के अलावा अभी कप्तान बेन स्टोक्स और विकेटकीपर सैम बिलिंग्स का आना भी बाकी है।


दूसरी पारी में भारत ने किया निराश
दूसरी पारी में टीम इंडिया 245 रन के स्कोर पर ही ढे़र हो गई। चेतेश्वर पुजारा 66 रन और ऋषभ पंत 57 रन के अलावा कोई भी विकेट पर खड़े रहने का साहस नहीं दिखा सका। श्रेयस अय्यर (19), पहली पारी के शतकवीर रवींद्र जडेजा (23) सस्ते में अपना विकेट गंवा बैठे।
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छत्तीसगढ़ सिविल सर्विसेस महिला हॉकी टीम ने जीता ब्रॉन्ज मेडल

मुख्यमंत्री बघेल ने और खेल मंत्री पटेल ने दी बधाई व शुभकामनाएं

रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। सिविल सर्विसेज प्रतियोगिता के अंतर्गत भोपाल में 21 जून से 30 जून तक हॉकी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। इसमें छत्तीसगढ़ की ओर से छत्तीसगढ़ सिविल सर्विसेस महिला हॉकी टीम ने भी हिस्सा लिया और बेहतर प्रदर्शन करते हुए ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। इस सफलता पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और खेल एवं युवा कल्याण मंत्री उमेश पटेल ने छत्तीसगढ़ की सिविल सर्विसेस महिला हॉकी टीम को बधाई दी है। सिविल सर्विसेज प्रतियोगिता के अंतर्गत छत्तीसगढ़ की ओर से गए 16 सदस्यीय महिला हॉकी टीम में सबसे छोटी खिलाड़ी की उम्र 24 वर्ष और 55 वर्षीय सबसे अधिक उम्र की खिलाड़ी शामिल रहीं।

छत्तीसगढ़ की टीम के सभी खिलाड़ियों ने बेहतरीन तालमेल का करते हुए प्रतिद्वंदी टीम का सामना किया। सेमीफाइनल मैच में पहले ही मिनट में कप्तान अंजुम रहमान से गोल कर अपनी टीम का खाता खोला, जिससे पूरी टीम का आत्मविश्वास बढ़ा दिया। वहीं मैच में तुलसी साहू ने चार गोल, मोनिका वैरागडे ने तीन गोल, माया यादव ने दो गोल, सविता चंद्राकर ने दो गोल कर टीम का स्कोर 12 गोल तक पहुंचा दिया। टीम की बैक एंड हाफ पोजिशन खेल रही खिलाड़ी भावना गुप्ता, हर्षा साहू, चेतना ध्रुव, संजू साहू, सुमन शारदा ने भी बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए भोपाल टीम को गोलपोस्ट तक आने का मौका ही नहीं दिया। प्रतियोगिता में टीम के साथ गोलकीपर श्वेता शिंदे का डिफेंस भी शानदार रहा।
 
गौरतलब है कि बीते वर्ष भी छत्तीसगढ़ से महिला हॉकी टीम ने इस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था, जिसमें 12 टीमों में से छत्तीसगढ़ चौथे स्थान पर रही थी और फेयर प्ले का अवार्ड अपने नाम किया था।
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नीरज चोपड़ा ने डायमंड लीग में रजत जीता, इस साल 90 मीटर दूर भाला फेंकने का भरोसा

स्टॉकहोम(छत्तीसगढ़ दर्पण)। ओलंपिक चैम्पियन नीरज चोपड़ा ने गुरूवार को प्रतिष्ठित डायमंड लीग में राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ते हुए रजत पदक जीता, वह काफी करीब से 90 मीटर दूर भाला फेंकने से चूक गये लेकिन उन्हें भरोसा है कि वह इस साल इस लक्ष्य को हासिल कर लेंगे। नीरज पहली बार डायमंड लीग शीर्ष तीन में जगह बनाने में सफल रहे। 24 साल के एथलीट ने पहले ही प्रयास में 89.94 मीटर दूर भाला फेंका जिससे वह महज छह सेंटीमीटर से 90 मीटर से चूक गये।

इस दौरान उन्होंने अपने 89.30 मीटर के राष्ट्रीय रिकॉर्ड को बेहतर किया जो उन्होंने 14 जून को फिनलैंड के तुर्कु में पावो नुर्मी खेलों में दूसरे स्थान पर रहकर हासिल किया था। नीरज के अन्य थ्रो 84.37 मीटर, 87.46 मीटर, 84.77 मीटर, 86.67 मीटर और 86.84 मीटर के रहे।
 
चोपड़ा ने रजत पदक जीतने के बाद जेएसडब्ल्यू स्पोर्ट्स से कहा, पहला थ्रो काफी अच्छा था, मुझे अच्छा लग रहा है। ऐसा नहीं था कि पहले थ्रो में ही करना है। 90 मीटर के काफी करीब था, और लग रहा था कि कर दूंगा, पर अपना सर्वश्रेष्ठ किया तो अच्छा लग रहा है।
विश्व चैम्पियन ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स ने 90.31 मीटर की दूरी से स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने यह दूरी तीसरे प्रयास में हासिल की।

चोपड़ा ने कहा, मैं अब 90 मीटर के करीब हूं और इस साल मैं ऐसा कर सकता हूं। आज नहीं जीता लेकिन मुझे अच्छा लग रहा है क्योंकि मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ किया। चोपड़ा अगस्त 2018 में ज्यूरिख में डायमंड लीग मीट में चौथे स्थान पर रहे थे। वह चार साल में पहली बार डायमंड लीग में खेल रहे थे। वह सात बार डायमंड लीग मीट – 2017 में तीन बार और 2018 में चार बार – में हिस्सा ले चुके हैं।
 
उन्होंने कहा, जब एंडरसन पीटर्स ने 90 मीटर की दूरी तय की तो मुझे भी लगा कि मुझे भी ऐसा करना होगा। मेरे दिमाग में था कि सब कुछ परफेक्ट होना चाहिए, भाला एक ही लाइन में जाना चाहिए और तकनीक परफेक्ट होनी चाहिए। जब सबकुछ परफेक्ट होगा तभी आप इतनी लंबी दूरी तक थ्रो कर सकते हो।

चोपड़ा ने कहा, प्रतिस्पर्धा थी लेकिन मैं खुश हूं कि मेरे सभी थ्रो काफी अच्छे थे। मैं अपने प्रदर्शन से खुश हूं। मैं लंबे समय बाद खेल रहा हूं और अगली प्रतियोगिता में अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करूंगा।
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विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारतीय टीम की अगुवाई करेंगे नीरज चोपड़ा

नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। 15-24 जुलाई से अमेरिका के ओरेगॉन के यूजीन में विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप होने जा रही है। ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा शीर्ष पुरुष स्टीपलचेजर अविनाश सेबल और लॉन्ग जंपर एम श्रीशंकर 15-24 जुलाई से अमेरिका के ओरेगॉन के यूजीन में होने वाली विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारतीय टीम की अगुवाई करेंगे।

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जूनियर राष्ट्रीय फेंसिंग स्पर्धा में दिव्यांशु नेताम ने छत्तीसगढ़ को दिलाया कांस्य पदक

रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। जवाहरलाल नेहरू इंडोर स्टेडियम कटक में चल रही 30वीं जूनियर राष्ट्रीय फेंसिंग स्पर्धा के पहले ही दिन जूनियर फायल खिलाड़ी दिव्यांशु नेताम ने छत्तीसगढ़ को कांस्य पदक दिलाया। स्पर्धा में प्रदेश की जूनियर बालक व बालिका फेंसिंग टीमें भाग ले रही हैं। इसका आयोजन ओडिशा स्टेट फेंसिंग एसोसिएशन द्वारा फेंसिंग एसोसिएशन आफ इंडिया के तत्वावधान में किया जा रहा है।

दिव्यांशु ने लीग मैच के पांच में से चार मैच जीतकर नाकआउट टेबल 64 में प्रवेश किया। पहले मैच में बिहार की तनु प्रिया को 15-0 से हराया, दूसरे मैच में अपनी बहन दीपांशी नेताम को 15-10 से हराकर प्री क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया।

प्री क्वार्टर फाइनल में पंजाब की जास्मीन कौर को 15-11 से हराकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। क्वार्टर फाइनल में चंडीगढ़ की तूर एकम को 14-11 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश करते हुए छत्तीसगढ़ के लिए पदक पक्का किया। सेमीफइनल में दिव्यांशु को हरियाणा की तमन्नाा से 11-15 से हारकर कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।

 

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विश्व कप 2018 से बाहर रहने की भरपाई करना चाहती हैं सुशीला

 नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। चोट के कारण 2018 एफआईएच हॉकी विश्व कप से बाहर रहीं भारत की अनुभवी मिडफील्डर सुशीला चानू टूर्नामेंट के आगामी सत्र में अच्छा प्रदर्शन करके इसकी भरपाई करना चाहती हैं। सुशीला ने भले ही भारत के लिए 208 मैच खेले हों लेकिन नीदरलैंड में होने वाला टूर्नामेंट उनका पहला विश्व कप होगा। भावुक सुशीला ने कहा, 2018 में चोट के कारण मैं लंदन में विश्व कप में नहीं खेल पाई थी। इसके बाद मुझे फॉर्म को लेकर जूझना पड़ा और मैं उस साल एशियाई खेलों में भी नहीं खेल पाई। यह संभवत: मेरे करियर का सबसे मुश्किल दौर था।

उन्होंने कहा, यह मुश्किल चरण था लेकिन मैं उससे बाहर निकलने के लिए प्रतिबद्ध थी और मैंने टीम में दोबारा जगह बनाई। विश्व कप एक जुलाई से शुरू होगा लेकिन भारत अपने अभियान की शुरुआत तीन जुलाई को इंग्लैंड के खिलाफ करेगा। एशियाई खेल 2018 से बाहर रहने के बाद 30 साल की सुशीला ने मजबूत वापसी की और पिछले चार साल में टीम की प्रगति में अहम भूमिका निभाई।
 
चिली के खिलाफ टीम के अभ्यास मैच के इतर सुशीला ने कहा, टीम की मेरी कई साथी दूसरी बार विश्व कप में खेल रही हैं लेकिन मेरा यह पहला विश्व कप है। यह मेरे लिए भावुका लम्हा है और मुझे निश्चित तौर पर यकीन है कि यह हमारे लिए यादगार होगा। सुशीला एफआईएच ओलंपिक क्वालीफायर और भुवनेश्वर में एफआईएच सीरीज फाइनल्स में जीत दर्ज करने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहीं।

एशियाई खेल 2014 की कांस्य पदक विजेता टीम में शामिल सुशीला ने पिछले साल तोक्यो ओलंपिक में भारत को एतिहासिक चौथा स्थान दिलाने में भी भूमिका निभाई।
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भारत ने आयरलैंड को चार रन से हराकर श्रृंखला पर दो शून्‍य से कब्‍जा किया

नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। भारत ने डबलिन में दूसरे टी-20 अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट मैच में आयरलैंड को चार रन से हराकर श्रृंखला पर दो शून्‍य से कब्‍जा कर लिया। भारत ने पहले बल्‍लेबाजी करते हुए निर्धारित बीस ओवर में सात विकेट पर 225 रन बनाए।

दीपक हुड्डा ने 104 और संजू सैमसन ने 77 रन की शानदार पारी खेली। जवाब में आयरलैंड सात विकेट पर 221 रन ही बना पाया। कप्‍तान एन्‍डूयू बॉलबिर्नी ने सबसे अधिक 60 रन का योगदान किया।
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पी.वी. सिंधु मलेशिया ओपन बैडमिंटन प्रतियोगिता के प्री-क्वार्टर फाइनल में पहुंची

नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। पी.वी. सिंधु मलेशिया ओपन बैडमिंटन प्रतियोगिता के प्री-क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई हैं। क्‍वालालम्पुर में आज सिंधु ने थाईलैंड की पोर्नपावी चोचुवोंग को 21-13, 21-17 से हरा दिया। हालांकि साइना नेहवाल पहले दौर में अमरीका की आइरिस वांग से 11-21, 17-21 से हार गईं।

पुरुष सिंगल्‍स में पारुपल्ली कश्यप, दक्षिण कोरिया के हीओ क्वांग ही को 21-12, 21-17 से हराकर दूसरे दौर में पहुंच गए हैं।
सुमीत रेड्डी और अश्विनी पोनप्पा की जोडी को नीदरलैंड की रॉबिन तबेलिंग और सेलेना पाइक की जोड़ी ने 15-21, 21-19, 17-21 से हराया।
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बैडमिंटन प्रशिक्षण शिविर का समापन 4 जुलाई को

वर्धा (छत्तीसगढ़ दर्पण)। महात्‍मा गांधी अंतरराष्‍ट्रीय हिंदी विश्‍वविद्यालय द्वारा ग्रीष्‍मकालीन बैडमिंटन प्रशिक्षण शिविर का आयोजन 20 मई से 3 जुलाई तक किया गया था जिसका समापन समारोह सोमवार 4 जुलाई को सायं 5.30 बजे दूर शिक्षा निदेशालय में कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्‍ल की अध्‍यक्षता में आयोजित किया है। समापन समारोह के मुख्‍य अतिथि वर्धा के सांसद रामदास तडस होंगे। शिविर में 5 से 15 वर्ष आयुवर्ग के 52 बच्‍चों ने सहभागिता की। समापन कार्यक्रम में उपस्थित रहने का आहवान कुलसचिव काद़र नवाज़ ख़ान, क्रीडा समिति के उपाध्‍यक्ष प्रो. नृपेंद्र प्रसाद मोदी तथा क्रीडा सचिव अनिकेत आंबेकर ने किया है।

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