शिक्षा

ऑनलाइन पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति हेतु आवेदन तिथि बढ़ी

 महासमुंद (छत्तीसगढ़ दर्पण)। जिले में संचालित समस्त शासकीय, अशासकीय महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों, इंजीनियरिंग कॉलेज, मेडिकल कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज, पॉलिटेक्निक, आई.टी.आई., डी.एड. एवं बी.एड. आदि के प्राचार्य, संस्था प्रमुख, छात्रवृत्ति प्रभारी एवं उनमें अध्ययनरत् अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों, जो विभाग द्वारा संचालित पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति की पात्रता रखते है, को सूचित किया जाता है कि शिक्षा सत्र 2022-23 हेतु ऑनलाईन पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति (कक्षा 12वीं से उच्चतर) के पंजीयन, स्वीकृति एवं वितरण की कार्यवाही http://postmatric-scholarship.cg.nic.in वेबसाइट पर ऑनलाइन की जा रही है। छ.ग. राज्य में संचालित कुछ पाठ्यक्रमों की महाविद्यालयों में विद्यार्थियों के प्रवेश विलम्ब से प्रारंभ होने तथा परीक्षा परिणाम घोषित नहीं होने के फलस्वरूप तिथि में वृद्धि की जा रही है।

 जिसके अंतर्गत संस्थाओं के प्रस्ताव, स्वीकृति लॉक करने हेतु विभाग द्वारा वर्ष 2022-23 में निम्नानुसार तिथि में वृद्धि की जा रही है जिसकी प्रक्रिया निम्नानुसार है, विद्यार्थी द्वारा ऑनलाईन आवेदन हेतु नवीन एवं नवीनीकरण की अंतिम तिथि 01 अक्टूबर से 25 अक्टूबर 2022 तक, ड्राफ्ट प्रपोजल लॉक करने हेतु 31 अक्टूबर 2022 तक तथा सेक्शन आर्डर लॉक करने हेतु 10 नवम्बर 2022 तक निर्धारित तिथियों के पश्चात् शिक्षा सत्र 2022-23 की पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति हेतु आवेदन स्वीकृत नहीं किए जायेंगे एवं करने का ड्राफ्ट प्रपोजल तथा सेक्शन आर्डर लॉक करने अवसर भी प्रदान नहीं किया जायेगा। उक्त तिथि तक कार्यवाही पूर्ण नहीं करने पर यदि संबंधित संस्थाओं के विद्यार्थी छात्रवृत्ति से वंचित रह जाते है, तो इसके लिए संस्था प्रमुख स्वयं जिम्मेदार होंगे। 

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विद्यार्थियों ने गीत, संगीत, कविता के माध्यम से नशामुक्ति निषेध का दिया संदेश

 खैरागढ़ (छत्तीसगढ़ दर्पण)। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर मद्यपान निषेध सप्ताह के रूप में मनाते हुए इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ के विद्यार्थियों ने 6 अक्टूबर को शानदार प्रस्तुतियाँ दी। विद्यार्थियों ने गीत, संगीत, कविता इत्यादी के माध्यम से नशामुक्ति का संदेश दिया।

कार्यक्रम में मुख्य अभ्यागत के रूप में उपस्थित कुलसचिव प्रो. डाॅ. आई.डी. तिवारी ने नशामुक्ति के प्रति विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को जागरूक करते हुए कहा कि नशा करना ही है, तो संगीत का क्यों नहीं उन्होंने कहा कि संगीत भी बड़ा नशा है, जिसे इसकी आदत लग गई, वह सब कुछ भूल जाता है। कुलसचिव डाॅ. आई.डी. तिवारी ने कहा कि नशा यदि रचनात्मक कार्यों के प्रति हो, तो ऐसे नशा करने वाले को अपमानित नहीं होना पड़ता, बल्कि उसके साथ रचनात्मक लोगों का कारवां बढ़ता जाता है। यह परिवार, देश और समाज के लिए आवश्यक भी है। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने गीत, कविता, भाषण आदि गतिविधियों के माध्यम से नशामुक्ति का सशक्त संदेश दिया। विश्वविद्यालय के योग केन्द्र में आयोजित इस कार्यक्रम में प्रथा रामटेके, सुप्रिया मंडल, नेहा, अवनीश गुप्ता, अंकित मिश्रा, विनोद कुमार उपाध्याय ने गायन पेश किया। तबले पर विवेक कुमार, गिटार पर श्रद्धा बिरनबार, अंकित मिश्रा और हारमोनियम पर विनोद कुमार उपाध्याय ने संगत किया। तीन गाने पेश किए गए, जिन पर स्वर रचना विवेक कुमार, अंजना ईस्सर और विनोद उपाध्याय की थी। शब्द रचना निलेश साहू की थी। इस अवसर पर डीन प्रो.डाॅ. नमन दत्त, IQAC के निदेशक वेंकट आर. गुड़े, असिस्टेंट प्रो. डाॅ. लिकेश्वर वर्मा, डाॅ. दिवाकर कश्यप, डाॅ. हरिओम हरि, डाॅ. अजय पांडेय, डाॅ. शिवनारायण मौरे, डाॅ. श्रुति कश्यप, डाॅ. आयना बोस, डाॅ. ईशान दुबे, डाॅ. दीपमाला हंस, शुभम ठाकुर, मैनाक देशमुख, डाॅ. पुनीत पटेल, मुकेश सार्वा, उमेश कुमार समेत संगीत संकाय के शोधार्थी तथा विद्यार्थी उपस्थित थे।


 

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सड्डू में 10 अक्टूबर अप्रेंटिसशीप मेला का आयोजन

 रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। विधानसभा रोड स्थित शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था सड्डू में 10 अक्टूबर सुबह 9 बजे से अप्रेंटिसशीप मेला का आयोजन किया जा रहा है। इस मेला का उद्देश्य स्थानीय रोजगार को प्रोत्साहित करना है। योजनांतर्गत आयोजित किये जाने वाले अप्रेन्टिसशीप मेला में पोर्टल www.apprenticeship.gov.in  पर अधिक से अधिक उद्योग और प्रतिष्ठानो का पंजीयन किया जा सकता है। इससे आई.टी.आई. उत्तीर्ण प्रशिक्षणार्थी को रोजगार का अवसर मिल सकेगा।

इस मेले में जिले के सभी उद्योग, प्रतिष्ठान अप्रेन्टिसशीप और प्लेसमेन्ट रखने हेतु सम्मिलित हो सकते है। इसके साथ ही आई.टी.आई. उत्तीर्ण युवा भी भाग ले सकते है। अप्रेन्टिसशीप प्रशिक्षण हेतु इच्छुक उम्मीदवार समस्त दस्तावेज के साथ 10 अक्टूबर को सुबह 9 बजे से संस्था में उपस्थित हो सकते है। अप्रेंन्टिसशीप मेला के दौरान प्रशिक्षणार्थी तथा उद्योग और प्रतिष्ठान का पोर्टल में स्पॉट पंजीयन की सुविधा आई.टी.आई. कैम्पस में रहेगी। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए प्रशिक्षणार्थी आई टी आई सड्डु, रायपुर मे कार्यालयीन समय पर संपर्क कर सकते है।

 

 

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आई.टी.आई. जैजैपुर में 7 अक्टूबर को रोजगार पंजीयन शिविर

 जांजगीर-चांपा (छत्तीसगढ़ दर्पण)। रोजगार कार्यालय जॉजगीर-चांपा द्वारा युवाओं को सुविधा प्रदान करने की दृष्टि से शासकीय आई.टी.आई. जैजैपुर में रोजगार पंजीयन एवं पंजीयन मार्गदर्शन का आयोजन 7 अक्टूबर  को प्रातः 11 बजे से 3 बजे तक किया जा रहा है।

जिला रोजगार अधिकारी ने बताया कि शिविर में नया रोजगार पंजीयन एवं नवीनीकरण का कार्य किया जाएगा। नया पंजीयन के लिये सभी युवाओं को च्वाईस सेंटर से ऑनलाईन कराकर सत्यापन हेतु अपने समस्त शैक्षणिक योग्यता एवं जाति निवास, आदि प्रमाण पत्रों के साथ एवं स्वयं उपस्थित होना अनिवार्य होगा। शिविर में भाग लेने वाले इच्छुक आवेदक,आवेदिका अपने मूल प्रमाण पत्रों एवं आधारकार्ड की छायाप्रति के साथ स्वयं  उपस्थित होकर रोजगार पंजीयन, नवीनीकरण, पंजीयन मार्गदर्शन में भाग ले सकते है। अधिक जानकारी के लिए जिला रोजगार कार्यालय से संपर्क कर सकते है। 

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"बेहतर कैरियर के लिए लक्ष्य निर्धारित करना बहुत आवश्यकः गोवर्धन सूर्यवंशी"

 जांजगीर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। सूर्यांश शिक्षा उत्थान समिति द्वारा सूर्यांंश प्रांगण सिवनी में आयोजित सात दिवसीय निःशुल्क आवासीय प्रशिक्षण के शुभारंभ पर प्रो. गोवर्धन सूर्यवंशी ने कही। प्रशिक्षण शिविर के शुभारंभ में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय अंबिकापुर सरगुजा में पदस्थ सहायक प्राध्यापक प्रो. गोवर्धन प्रसाद सूर्यवंशी ने कहा कि "बेहतर कैरियर के लिए लक्ष्य निर्धारित करना बहुत आवश्यक है। लक्ष्य निर्धारित कर निरंतर प्रयास करने से लक्ष्य तक पहुंचने में सहायता मिलती है। प्रशिक्षण शिविर में कोरबा से  हेमलता करियारे, बिलासपुर से रामायण सूर्यवंशी, जांजगीर से उत्तम गढ़वाल, डॉ. विष्णु पैगवार, गुलशन सूर्यवंशी एवं अन्य अधिकारी प्रशिक्षक के तौर पर उपस्थित थे।

 3 से 9 अक्टूबर तक आयोजित सात दिवसीय निःशुल्क मार्गदर्शन एवं प्रशिक्षण शिविर में दूर-दूराज से आने वालें विद्यार्थियों के लिए आवासीय व्यवस्था भी उपलब्ध कराई गई है। प्रशिक्षण शिविर में सब इंस्पेक्टर परीक्षा, शिक्षक भर्ती परीक्षा के साथ राज्य सेवा परीक्षा एवं व्यापम द्वारा आयोजित परीक्षाओं हेतु मार्गदर्शन प्रदान किया जा रहा है।

 उक्ताशय की जानकारी देते हुए हरदेव टंडन ने बताया कि इस प्रशिक्षण शिविर में बड़ी संख्या में विद्यार्थी गण सहभागिता कर रहे हैं। प्रशिक्षण में विज्ञान, तर्क शक्ति, गणित, विज्ञान, अंग्रेजी, हिंदी सहित सभी आवश्यक विषयों का अध्यापन कराया जा रहा है। प्रशिक्षण शिविर में शुक्ला प्रसाद सूर्यवंशी, शिव प्रधान, मोहरसाय खरसन, सुखदेव प्रधान, सरदेश लदेर, सुमन लदेर का व्यवस्था बनाने में विशेष सहयोग प्राप्त हुआ।

 

 

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मुख्यमंत्री को मिला नागार्जुन महाविद्यालय के हीरक जयंती कार्यक्रम में शामिल होने का आमंत्रण

 रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से सोमवार शाम यहां उनके निवास कार्यालय में शासकीय नागार्जुन स्नातकोत्तर विज्ञान महाविद्यालय रायपुर के जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष एवं कॉलेज एलूमनी के सदस्यों ने मुलाकात की। उन्होंने मुख्यमंत्री बघेल को 12 जनवरी ‘युवा दिवस‘ के अवसर पर आयोजित कॉलेज के हीरक जयंती कार्यक्रम में शामिल होने का आमंत्रण दिया। मुख्यमंत्री ने इसके लिए उनका आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष विकास पाठक एवं समिति के सदस्य संतोष साहू और एलूमनी के सदस्य शकील साजिद एवं रविन्द्र मिश्रा उपस्थित थे।

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प्रधानमंत्री छात्रवृत्ति योजना के लिए आवेदन 30 नवम्बर तक

 रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। प्रधानमंत्री छात्रवृत्ति योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथी शैक्षणिक वर्ष 2022-23 हेतु 30 नवम्बर निर्धारित की गई है। छात्रवृत्ति की राशि लड़कों के लिए 2500 रूपये प्रतिमाह और लड़कियों के लिए 3000 रूपये प्रतिमाह है। प्रतिवर्ष देशभर के 5500 (पांच हजार पांच सौ) पुर्व सैनिकों/विधवाओं के पुत्र/पुत्रियों को छात्रवृत्ति दी जाती है। अधिक जानकारी के लिए जिला सैनिक कल्याण कार्यालय, रायपुर (छ.ग.) से कार्यालयीन समय मे अथवा दूरभाष क्रमांक 0771-2237449 व मों. नं. 7646853020 पर सम्पर्क कर सकते हैं।


जिला सैनिक कल्याण अधिकारी ने बताया कि जिला रायपुर, धमतरी, महासमुन्द, बलौदा बाजार एवं गरियाबन्द के सभी भूतपूर्व सैनिको एवं विधवाए जो कार्यालय में पंजीकृत हैं, उनसे आग्रह किया गया है कि जिन सेवानिवृत सैनिको के बच्चे इस वर्ष व्यवसायिक पाठ्यक्रम जो एम.सी.आई, ए.आई.सी.टी.ई. यू.जी.सी आदि जैसी संस्थाओं से मान्यता प्राप्त इंजीनियरिंग, मेडिकल, डेंटल, वेटनरी, एम.बी.ए. बी.बी.ए., बी.सी.ए. एम.सी.ए. बी.एड, बी फार्मा, डी. फार्मा, बी.एस.सी व्यवसायिक कोर्स एवं एप्लाईड आर्टस एवं क्राफ्टस आदि में प्रथम वर्ष में दाखिला लिये हैं व 12वीं की कक्षा में 60 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए हैं वे सब प्रधान मंत्री छात्रवृत्ति योजना के पात्र हैं। ऑनलाईन आवेदन केन्द्रीय सैनिक बोर्ड की वेबसाईट www.ksb.gov.in में जाकर किया जा सकता है।

 

 

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रविशंकर विवि ने जारी किए नतीजे...

 रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। पंडित रविशंकर विश्विद्यालय ने एलएलबी-2 एटीकेटी ओल्ड और एलएलबी-2 एटीकेटी सेमेस्टर परीक्षा B.Voc in Ren. En. te.& mgt प्रथम और पंचम सेमेस्टर के एटीकेटी के नतीजे घोषित किए हैं। 

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नीट, पीएटी के लिए निःशुल्क कोचिंग आवेदन 12 अक्टूबर तक

 

 बिलासपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। राज्य के प्रतिभावान अनुसूचित जाति, जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और इडब्लूएस वर्ग के ऐसे विद्यार्थी जो वर्ष 2022-23 में ड्राप लेकर नीट, जे.ई.ई., क्लेट, एन.डी.ए., तथा पी.ए.टी. परीक्षाओं की तैयारी कर रहे है, उन्हें निःशुल्क कोचिंग प्रदान की जाएगी। ऐसे विद्यार्थियों को प्राक्चयन परीक्षा के माध्यम से मेरिट के आधार पर चयन करके प्रवेश दिया जाएगा। ऑनलाईन आवेदन करने की अंतिम तिथि 12 अक्टूबर को शाम 5 बजे तक है।

आवेदक को छ.ग. राज्य का मूल निवासी, स्थायी जाति प्रमाण तथा कक्षा 12वीं में कम से कम 70 प्रतिशत अंक या समतुल्य ग्रेड प्राप्त किया हो, इस योजना के लिए आवेदन कर सकते है। अन्य पिछड़ा वर्ग एवं ई.डब्ल्यू.एस. विद्यार्थियों की वार्षिक आय 8 लाख वार्षिक से अधिक नहीं होनी चाहिए। अन्य पिछड़ा वर्ग एवं ई.डब्ल्यू.एस. वर्ग के आवेदकों को जाति प्रमाण-पत्र तीन वर्ष पूर्व का होने की दशा में गत वित्तीय वर्ष का आय प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करना होगा। 

 

 

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महासमुन्द की छात्रा रितिका छुव का चयन इसरो के लिए

 महासमुंद (छत्तीसगढ़ दर्पण)। स्वामी आत्मानंद शासकीय इंग्लिश स्कूल नयापारा महासमुन्द की कक्षा 11 वीं मैथ्स की छात्रा कुमारी रितिका धु्रव ग्रामीण अंचल की आदिवासी बालिका जिनकी रूचि विज्ञान के प्रति बचपन से ही थी। इनके पिता  देवसिंग धु्रव महासमुन्द जिले के गुड़रूडीह (सिरपुर ) के रहने वाले हैं।  देवसिंग ध्रुव की तुमगांव में साइकिल रिपेयरिंग की दुकान है। माता  सरोज ध्रुव गृहिणी है। स्वामी आत्मानंद इंग्लिश स्कूल नयापारा महासमुन्द की प्राचार्या अमी रूफस, विज्ञान के शिक्षक मितेश शर्मा, विकास यादव एवं प्रमोद कन्नौजे के मार्गदर्शन में छात्रा रितिका ने अपना यह अभियान पूरा किया। ज्ञात हो कि रितिका ध्रुव जब 8 वीं कक्षा में पढ़ती थी तभी से उनकी रुचि विज्ञान के प्रति जागृत हुई और वह विज्ञान से संबंधित गतिविधियों में भाग लेने लगी। विज्ञान से संबंधित अंतरिक्ष प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। इसी बीच इसरो ने प्रोजेक्ट के लिए आवेदन आमंत्रित किया। रितिका ने इसरो के निर्धारित प्रारूप में आवेदन भरकर अपना प्रोजेक्ट रखा। इस प्रोजेक्ट के लिए देश भर से छः स्कूली विद्यार्थियों का चयन किया गया है, जिसमें छत्तीसगढ़ से एक मात्र छात्रा रितिका ध्रुव का चयन हुआ है।

चयन प्रक्रिया के अंतर्गत सबसे पहले उन्होंने बिलासपुर में विषय संबंधी प्रश्नोत्तरी प्रतिस्पर्धा में हिस्सा लिया उसके बाद मिलाई स्थित आई आई टी में 25 सितम्बर को अपनी प्रस्तुति दी। इनके टीम के अन्य सदस्य वोरा विघ्नेश आंध्रप्रदेश वेंम्पति श्रीयेर आंध्र प्रदेश, ओलविया जॉन केरल, के प्रणीता महाराष्ट्र और श्रेयस सिंह महाराष्ट्र के साथ अपने मेंटर आशुतोष सिंह आई आई टी बाम्बे के एक एयरोस्पेस प्रोफेसर सतीश धवन अंतरिक्ष केन्द्र श्रीहरिकोटा आंध प्रदेश के सदस्य और वैज्ञानिक ने अंतरिक्ष में वैक्यूम तब नासा ने ब्लैक होल से ध्वनि कैसे खोजी विषय पर एक प्रस्तुति दी थी। छात्रा रितिका ध्रुव ने अपनी टीम का शानदार प्रतिनिधित्व किया उनका प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा जिसके कारण उनका चयन किया गया।

जज पैनल में डॉ. वेलवर्ड नासा, डॉ जोनाथ इसरो और डॉ ए. राजराजन सतीश धवन अंतरिक्ष केन्द्र शामिल थे। जज की पूरी टीम ने रितिका ध्रुव को बधाई दी और उन्हें एसडीएससी में अधिक जानने के लिए आमंत्रित किया। इसी क्रम में रितिका ध्रुव प्रशिक्षण हेतु 1 अक्टूबर से 6 अक्टूबर तक सतीश धवन स्पेस सेंटर श्री हरिकोटा आंध्र प्रदेश में प्रशिक्षण ले रही है। अगले चरण का प्रशिक्षण नवम्बर माह में बेंगलुरू इसरो में क्षुद्रग्रह प्रशिक्षण शिविर में भाग लेगी।

 

 

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पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति के लिए ऑनलाईन आवेदन 25 अक्टूबर तक

 गरियाबंद (छत्तीसगढ़ दर्पण)। गरियाबंद जिला अंतर्गत संचालित समस्त शासकीय, अशासकीय, महाविद्यालय, विश्वविद्यालय के संस्था प्रमुख, छात्रवृत्ति प्रभारी व अध्ययनरत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति व अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों जो विभाग की ओर से संचालित पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति की पात्रता रखते हैं, के लिए शिक्षा सत्र 2022-23 हेतु ऑनलाइन पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति (कक्षा 12वीं से उच्चतर) के पंजीयन, स्वीकृति व वितरण की कार्यवाही वेबसाईट पोस्टमेट्रिक-स्कॉलरशीप डॉट सीजी डॉट एनआईसी डॉट इन पर ऑनलाइन किया जाना है। उक्त पोर्टल में आवेदन नहीं करने पर छात्रवृत्ति भुगतान नहीं होगा।

सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग से मिली जानकारी अनुसार विद्यार्थियों की ओर से नवीन व नवीनीकरण के लिए ऑनलाईन आवेदन 25 अक्टूबर 2022 तक किया जा सकता है। ड्राफ्ट प्रपोजल लॉक करने की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर तक, सैंक्शन ऑर्डर लॉक करने की तिथि 10 नवम्बर तक निर्धारित किया गया है। उक्त निर्धारित तिथि के पश्चात आवेदन स्वीकार नहीं किये जायेंगे। निर्धारित तिथि तक कार्यवाही पूर्ण नहीं करने पर यदि संबंधित संस्थाओं के विद्यार्थी छात्रवृत्ति से वंचित रह जाते है तो इसके लिए संस्था प्रमुख स्वत: जिम्मेदार होंगे।

 
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छात्रावासों के संचालन में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं की जाएगी बर्दाश्त : कलेक्टर

 जशपुरनगर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। कलेक्टर की अध्यक्षता में आज मंत्रणा सभाकक्ष में जिले के सभी आश्रम-छात्रावासों की व्यवस्था दुरुस्त करने व आवश्यक निर्माण कार्य की जानकारी लेने के लिए मंडल संयोजक व अधीक्षकों की बैठक हुई। कलेक्टर ने सभी अधीक्षकों को आश्रम-छात्रावासों के संचालन में किसी प्रकार की लापरवाही न बरतने के निर्देश दिए। साथ ही आवश्यक सभी व्यवस्था सुनिश्चित करने की बात कही। इस अवसर पर सहायक आयुक्त आदिम जाति विकास विभाग लविना पांडेय सभी मंडल संयोजक व अधीक्षक सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।

कलेक्टर अग्रवाल ने विकासखंडवार सभी अधीक्षकों से उनके छात्रावास भवनों की स्थिति, रसोईघर, शौचालय, कमरों में लीकेज- सीपेज, संस्था में पेयजल की उपलब्धता सहित अन्य सभी जरूरी व्यवस्थाओं की जानकारी लेते हुए आवश्यक मरम्मत योग्य भवनों का चिन्हांकन कर सूची प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। साथ ही मरम्मत योग्य भवनों के फोटोग्राफ  की एल्बम तैयार कर उपलब्ध कराने की बात कही। जिससे सुधार योग्य भवनों का मरम्मत प्रस्ताव तैयार करने के लिए आगे की कार्यवाही की जा सके। इसके लिए उन्होंने सभी मंडल संयोजक को व्यक्तिगत रूप से अपने ब्लॉक में इस कार्य को  पूर्ण कराने के लिए कहा। कलेक्टर अग्रवाल ने उपस्थित सभी अधीक्षको से कहा कि बच्चे अपने गांव और मां-बाप से दूर हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करने आते हैं। उन सबकी जिम्मेदारी आपके ऊपर है। आप सभी उनके साथ पालक की तरह व्यवहार करते हुए उनके भविष्य निर्माण में सहयोगी बनें। इसके लिए हॉस्टल संचालन में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि कोई भी अधीक्षक बिना अनुमति या सूचना के हॉस्टल से अनुपस्थित नहीं रहेंगे। साथ ही अनुपस्थित रहने वाले व कार्य में लापरवाही बरतने वालों पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।

कलेक्टर ने सभी अधीक्षकों से उनके हॉस्टल को एक मॉडल हॉस्टल के रूप में विकसित करने के लिए विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए। इसके लिए सभी हॉस्टल में बच्चों की शत प्रतिशत उपस्थिति, नियमित साफ  सफाई, निर्धारित मेनू अनुसार पौष्टिक भोजन प्रदान करने, पेयजल उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कहा। साथ ही हॉस्टल के बच्चों का नियमित रुप से स्वास्थ्य परीक्षण कराने की भी बात कही। उन्होंने हॉस्टल में उपलब्ध स्थानों में किचन गार्डन विकसित करने की बात कही। बैठक में कलेक्टर ने सभी हॉस्टलों में स्वीकृत व रिक्त सीटों की जानकारी लेते हुए रिक्त सीटो में हॉस्टल के आस पास के जरूरतमंद बच्चों को प्रवेश दिलाने के लिए कहा। इसके लिए गांवों के सरपंच, सचिव, शिक्षकों व बीईओ से समन्वय कर कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।

उन्होंने संस्थाओं में अध्ययन रत बच्चों के पूर्ण हो चुके पाठ्यक्रम की समीक्षा करते हुए बच्चों की पढ़ाई का समय समय पर परीक्षण करने के लिए कहा। साथ ही उन्हें पूर्ण सहयोग प्रदान करने के की बात कही। इस दौरान कलेक्टर ने सभी अधीक्षकों से मंडल संयोजक व हॉस्टल के नोडल अधिकारियों की ओर से छात्रावासों का किए जाने वाले निरीक्षण की जानकारी लेते हुए संस्थान का नियमित निरीक्षण करने व निरीक्षण पंजी संधारित रखने के निर्देश दिए।

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परियोजना विजयी से अब तक 31 हजार से अधिक बालिकाएं लाभान्वित

 रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। परियोजना विजय के अंतर्गत छत्तीसगढ़ में बीते पौने चाल साल में 202 अधीक्षिकाओं व 268 शिक्षिकाओं ने जीवन कौशल विषय पर प्रशिक्षण प्राप्त किया है, जिनके माध्यम से अब तक 31 हजार 133 बालिकाएँ लाभान्वित हो चुकी हैं। यह जानकारी समग्र शिक्षा, आदिम जाति विकास विभाग, और रूम-टू-रीड के साझे सहयोग से राज्य में संचालित “परियोजना विजयी- सशक्त बालिकाएं सफल जीवन की ओर” के अंतर्गत समीक्षा अध्ययन पर आयोजित कार्यशाला में दी गई। कार्यशाला की अध्यक्षता प्रबंध संचालक समग्र शिक्षा नरेन्द्र दुग्गा ने की।


परियोजना विजयी’’ का उद्देश्य बालिकाओं को अपनी शिक्षा पूरी करने, महत्वपूर्ण रोजगार कौशल हासिल करने और सफल जीवन की नींव रखने वाले प्रमुख जीवन निर्णयों पर बातचीत करने में मदद करना है। इस परियोजना का क्रियान्वयन छत्तीसगढ़ राज्य के समस्त 94 कस्तूरबा गांधी कन्या विद्यालय, 28 बालिका पोर्टा केबिन, 52 चयनित आश्रमशाला एवं 5 अन्य शैक्षणिक संस्थाओं अर्थात कुल 179 आवासीय संस्थानों में किया जा रहा है। कार्यशाला में 2018 से लेकर अब तक की परियोजना विजयी की यात्रा साझा की गई। परियोजना विजयी पर आधारित एक डॉक्यूमेंट्री का मंचन हुआ, इसी क्रम में परियोजना विजयी के अंतर्गत हुए समीक्षा अध्ययन के निष्कर्षों को कार्यशाला में उपस्थित सभी प्रतिभागियों के समक्ष साझा किया गया। निष्कर्षों में छात्राओं और शिक्षिकाओं के अनुभव जो कि परियोजना का उनके जीवन पर पड़े सकारात्मक प्रभाव, साथ ही साझा किए गए शिक्षण सामग्री से हुए लाभ से संबंधित विचारों से जुड़े हुए थे, जिसका प्रस्तुतीकरण रूम टू रीड द्वारा किया गया।

दुग्गा ने कहा कि ‘’छत्तीसगढ़ के सुदूर अंचलों में रहने वाले बालक-बालिकाएं जो कि अनेक सुविधाओं, जानकारियों व अवसरों से वंचित हैं, उन्हें समानता में लेकर आना अत्यंत आवश्यक है और यह परियोजना इस कार्य में अत्यंत मददगार है। आदिम जाति विकास विभाग के सहायक संचालक आर.के. मिश्रा ने कहा कि उनका विभाग, परियोजना विजयी के क्रियान्वयन में अपना हरसंभव सहयोग प्रदान करेगा। सहायक निदेशक रूम टू रीड इंडिया निनी मेहरोत्रा, ने कहा कि जीवन कौशल शिक्षा सभी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह प्रत्येक व्यक्ति को उनके जीवन को सफल बनाने के लिए उनमें उत्तरदायित्व का एहसास कराता है।
कार्यक्रम के क्रियान्वयन को जारी रखने के सम्बन्ध में मांगे गए सुझाव के अंतर्गत श्रीमती निनी ने कहा कि विभागों में प्री सर्विस ट्रेनिंग, इन सर्विस ट्रेनिंग के प्रावधान पहले ही मौजूद हैं। आवश्यकता है, इन्हें अवसरों के रूप में प्रयोग करने की। जीवन कौशल प्रशिक्षण, शिक्षकों द्वारा विद्यार्थियों को समझने व उनकी आवश्यकता अनुसार तरीके अपनाने में सहयोग करता है, जिससे वे अपनी कक्षाओं के दौरान को जेंडर के प्रति उत्तरदायी माहौल तैयार कर सकें। उन्होंने बताया कि रूम टू रीड ने कक्षा 9 से 12 के बालक बालिकाओं के लिए अपनी सामग्री को जेंडर के प्रति संवेदनशील रहने हेतु  बनाया गया है। इसका प्रसार छत्तीसगढ़ में करने में रूम टू रीड विभागों को भरपूर सहयोग प्रदान करेगी। स्कूल करिकुलम में जीवन कौशल सत्रों को सम्मिलित करने का सुझाव भी उनके द्वारा दिया गया।



कार्यशाला के दौरान पूर्व छात्रा (एलुमनाई) खिलेश्वरी साहू एवं कुसुम कमार ने जीवन कौशल से स्वयं के जीवन में आए बदलावों के बारे में बताया कि वे पहले की अपेक्षा अधिक सूझ-बूझ से फैसले लेने में सक्षम हुई हैं। केजीबीवी पिथौरा की अधीक्षिका लुनेश्वरी बिसेन ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि जीवन कौशल ने उन्हें स्वयं के महत्व को समझने और स्वयं पर गर्व करना सिखाया। कार्यशाला के दौरान आवासीय विद्यालयों के अलावा राज्य के अन्य सभी स्कूलों में बालक-बालिकाओं दोनों को जीवन कौशल शिक्षा देने की मांग तथा परियोजना विजयी के संचालन के संबंध मार्गदर्शन की मांग अधिकारियों के समक्ष रखी गयी। इस सन्दर्भ में प्रबंध संचालक दुग्गा, डॉ. एम. सुधीश, सहायक संचालक, समग्र शिक्षा व रूम टू रीड इंडिया से बालिका शिक्षा कार्यक्रम की सहायक निदेशक निनी मेहरोत्रा ने चर्चा कर कार्यक्रम को प्रभावी रूप से जारी रखने हेतु सुझाव दिए।



कार्यशाला में एस.सी.ई.आर.टी. के ए.के. सारस्वत, पुष्पा चन्द्रा, प्रीति सिंह, यूनीसेफ से चेतना देसाई के अलावा दोनों विभागों के जिले और विकासखंड के अधिकारी, रूम टू रीड राष्ट्रीय व राज्य कार्यालय के सदस्य शामिल हुए।
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नासा के प्रोजेक्ट के लिए स्वामी आत्मानंद स्कूल की छात्रा का चयन

 रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। जिला महासमुन्द में नयापारा के स्वामी आत्मानंद शासकीय इंग्लिश मीडियम स्कूल की कक्षा 11वीं की छात्रा रितिका ध्रुव का चयन नासा  के सिटीजन साईंस प्रोजेक्ट के अंतर्गत क्षुद्रग्रह खोज अभियान के लिए हुआ है। नासा का यह प्रोजेक्ट इसरो के साथ अंतर्राष्ट्रीय खगोलीय खोज सहयोग कार्यक्रम के अंतर्गत साझेदारी का हिस्सा है। सोसाइटी फॉर स्पेस एजुकेशन रिसर्च एंड डेवलपमेंट (एसएसईआरडी) ने क्षुद्र ग्रह खोज अभियान की प्रक्रिया के माध्यम से छात्रों को प्रोत्साहित करने कहा है। इस प्रोजेक्ट के लिए देशभर से छह स्कूली विद्यार्थियों को चुना गया है। इसमें छत्तीसगढ़ के सिरपुर की रहने वाली और महासमुन्द स्थित स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल की छात्रा रितिका धु्रव भी शामिल है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने रितिका धु्रव की इस उपलब्धि पर उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।

उल्लेखनीय है कि छात्रा रितिका ध्रुव बचपन से ही विज्ञान के प्रति रूचि रखती रही है। कक्षा 8वीं में रहने के दौरान उसने पहली बार अंतरिक्ष प्रश्नोत्तरी स्पर्धा में हिस्सा लिया था। इसके बाद वे लगातार विज्ञान संबंधी गतिविधियों में प्रतिभागी बनती रही है। नासा के प्रोजेक्ट के लिए जब आवेदन आमंत्रित किया गया, तब निर्धारित प्रारूप में रितिका ने भी आवेदन करते हुए अपना प्रोजेक्ट रखा। चयन के स्तरों में पहले उन्होंने बिलासपुर में विषय संबंधी प्रश्नोत्तरी प्रतिस्पर्धा में हिस्सा लिया तो इसके बाद भिलाई स्थित आईआईटी में अपनी प्रस्तुति दी। फिर जाकर रितिका को इसरो के श्री हरिकोटा (आंध्रप्रदेश) सेंटर में प्रशिक्षण के लिए आमंत्रित किया गया। इस प्रोजेक्ट में रितिका के साथ देश के छह अन्य स्कूली विद्यार्थियों का चयन हुआ है। जिनमें वोरा विघ्नेश (आंध्रप्रदेश), वेम्पति श्रीयेर (आंध्रप्रदेश), ओलविया जॉन (केरल), के. प्रणीता (महाराष्ट्र) और श्रेयस सिंह (महाराष्ट्र) शामिल हैं। इन विद्यार्थियों ने अंतरिक्ष के वैक्यूम में ब्लैक होल से ध्वनि की खोज विषय पर एक प्रस्तुति दी थी। इसमें स्वामी आत्मानंद शासकीय इंग्लिश मीडियम स्कूल नयापारा महासमुन्द की छात्रा रितिका ने ध्रुव अपनी टीम का प्रतिनिधित्व किया एवं बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। जज पैनल में डॉ. बेलवर्ड (नासा), डॉ. जोनाथ (इसरो) और डॉ. ए. राजराजन (सतीश धवन अंतरिक्ष केन्द्र) शामिल थे।

वैज्ञानिक जजों की पूरी टीम ने रितिका ध्रुव को बधाई दी और उन्हें उन्हें एसडीएससी में अधिक जानने के लिए आमंत्रित किया। इसी क्रम मे रितिका ध्रुव प्रशिक्षण के लिए 1 अक्टूबर से 6 अक्टूबर तक सतीश धवन स्पेस सेंटर श्री हरिकोटा आंध्रप्रदेश में प्रशिक्षण लेने पहुंची है। अगले चरण का प्रशिक्षण नवम्बर में बैंगलूरू इसरो में क्षुद्रग्रह प्रशिक्षण शिविर में हिस्सा लेंगी।

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डॉ.उमेश पांडेय को मिला बेस्ट रिसर्च पेपर का अवार्ड

 रायगढ़ (छत्तीसगढ़ दर्पण)। गहिरा गुरु विश्वविद्यालय के आयोजित  21 से 23 सितंबर तक आयोजित व्याख्यानमाला में राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर से कंप्यूटर साइंस विषय के लगभग 45  विभिन्न शोधार्थी, प्राध्यापक व छात्र छात्राओं ने शोध पत्र पावर पॉइंट के माध्यम से  प्रस्तुत किया। इस अंतरराष्ट्रीय व्याख्यानमाला में महाविद्यालय के कंप्यूटर साइंस एवं एप्लीकेशन विभागाध्यक्ष चेतन कुमार पैकरा, जनभागीदारी सहायक प्राध्यापक डॉ उमेश कुमार पांडेय, शशांक विश्वकर्मा, पूजा मिश्रा, प्रिया पाण्डेय और अनुभव श्रीवास्तव ने शोध पत्रों का वाचन किया। इनमे से डॉ.उमेश कुमार पांडेय के द्वारा प्रस्तुत शोध पत्र जिसका विषय "सेकुरिंग सिस्टम्स बाई यूजिंग आधार एथेंटिकेशन" था। जिसे व्याख्यानमाला के समापन समारोह में मुख्य अतिथि माननीय प्रो.अशोक सिंह, कुलपति संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय अंबिकापुर सरगुजा के हाथों उत्कृष्ट शोध पत्र सम्मान  कुलसचिव विनोद एक्का उपस्थिति में प्रदान किया गया। अन्य महाविद्यालय के प्राध्यापकों को शोध पत्र प्रस्तुत करने का प्रमाण पत्र व्याख्यानमाला  में प्राप्त  हुआ। इस आयोजन का सफलतम संयोजन विश्वविद्यालय शिक्षण विभाग के कंप्यूटर विभागाध्यक्ष हरिशंकर प्रसाद टोंडे ने किया।

इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर एस.एस.अग्रवाल ने  कहा कि वर्तमान समय में साइबर अपराध के मामले जिस अनुपात में बढ़ रहे हैं, उनसे रोकथाम में भी इस प्रकार के शोध कार्य अपनी सार्थकता रखते हैं। डॉक्टर उमेश पांडेय के प्रस्तुत माडल पुलिस प्रशासन के लिए अपराध रोकथाम में सहायक हो सकता है, व्याख्यानमाला में सहभागी समस्त प्राध्यापकों का उत्साहवर्धन किया और यह भी कहा कि आप शोध कार्य के साथ-साथ शैक्षणिक गतिविधियों का संचालन करें। सभी को यह प्रयास करना चाहिए कि छात्र छात्राओं को शैक्षणिक गतिविधियों के साथ-साथ सेमिनार वर्कशॉप में शामिल होने के लिए प्रेरित करते रहें। यथासंभव क्लास रूम में भी समय अनुसार उन्हें संबंधित विषय वस्तु के आधार पर प्रस्तुत और लेखन के लिए प्रेरित करना चाहिए। इस अवसर पर महाविद्यालय के डॉक्टर रिजवान उल्ला, ब्रजेश मिश्र, डॉक्टर एस.के.श्रीवास्तव, डॉक्टर राजकमल मिश्र, डॉक्टर एस. एन. पांडेय, डॉक्टर आर.पी.सिंह, डॉक्टर आर.के.जयसवाल, डॉक्टर जय नारायण पांडेय, रश्मित कौर,  डॉक्टर एम.के.मौर्या, सुनील केरकेट्टा, संगीता पांडेय,  मोनिका खेस, रानी चौरसिया, कृतिका सिन्हा, सुजीत विश्वकर्मा, सर्वेश पांडेय, विक्की शर्मा के साथ अन्य ने भी बधाई व शुभकामनाए प्रेषित किया।

डॉ  उमेश कुमार ने शोध पत्र के माध्यम से एक ऐसे वेब आधारित मॉडल की परिकल्पना, एलोरिथम एवं फ्रेमवर्क पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया। जिसमे "आधार" से जुड़े सभी सार्वजनिक व निजी सुविधाओं को एक प्लेटफार्म पर रखा जा सकता है, इस प्लेटफार्म में यह "फेस रिकॉग्नाइजेशन" या मोबाइल नंबर, अन्य व्यक्तिगत जानकारी अथवा आधार नंबर में से किसी भी एक की उपस्थिति में कार्य करता है। इसमें कम्यूलेटिव एल्गोरिथम कार्य करता है, जिससे किसी व्यक्ति की संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर ली जाती है। इसमें किसी सर्विस रिक्वेस्ट होने पर किसी भी सैस्पेक्टेड पर्सन की सुविधाओं न केवल नियंत्रित किया जा सकता है, बल्कि उनके लोकेशन को ट्रेप कर सकते हैं। यह वर्तमान समय की आवश्यकता व अपनी सार्थकता रखता है। इस कार्य के लिए शोध संयोजक डाक्टर स्नेहलता बर्डे के उत्कृष्ट मार्गदर्शन, महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.एस.एस.अग्रवाल और अन्य सभी कार्यरत प्राध्यापकों के यथा संभव सहयोग व उत्साह वर्जन के लिए उमेश पांडेय ने आभार व्यक्त किया।

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गांधी जयंती : छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुईया उइके हिंदी विश्‍वविद्यालय में करेंगी दीपोत्सव का उद्घाटन

 वर्धा (छत्तीसगढ़ दर्पण)। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्‍वविद्यालय, वर्धा में राष्‍ट्रपिता महात्‍मा गांधी की 153वीं जयंती पर आयोजित दीपोत्सव का उद्घाटन छत्तीसगढ़ की माननीया राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके के करकमलों द्वारा किया जाएगा। यह कार्यक्रम रविवार 2 अक्टूबर की शाम 06.30 बजे विश्वविद्यालय के गांधी हिल्स पर आयोजित होगा।

 

दीपोत्सव कार्यक्रम के उद्घाटन के पूर्व छत्तीसगढ़ की राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके विश्‍वविद्यालय के कस्तूरबा सभागार में अपराह्न 4.30 बजे ‘स्‍वराज सुराज्‍य और स्‍वबोध का गांधी मार्ग’ विषय पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी में हिस्सा लेंगी एवं डॉ. अंबेडकर उत्‍कृष्‍टता केंद्र (डीएसीई) का उद्घाटन करेंगी। कार्यक्रम में विशिष्‍ट अतिथि के रूप में विधान परिषद् सदस्‍य डॉ. रामदास आंबटकर, वर्धा के सांसद  रामदास तडस, विधायक डॉ. पंकज भोयर उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल करेंगे।

 

गांधी जयंती पर दीपोत्सव की शुरुआत महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल की प्रेरणा से गांधी जयंती पर 2 अक्टूबर 2019 में हुई थी। वर्धा का नागरिक समाज भी अब दीपोत्सव के साथ जुड़ने लगा है। भारतीय परंपरा में स्‍वच्‍छता और आरोग्‍य की कामना के लिए दीप प्रज्‍ज्‍वलित किया जाता है। यह दीपोत्‍सव अब जन-जन का उत्‍सव बन चुका है और यह पर्यटन के साथ-साथ रोजगार सृजित करने के लिए उपयुक्‍त होगा।

 

इस वर्ष शांति, स्‍वच्‍छता, सत्‍य, शिक्षा और स्‍वास्‍थ्‍य के लिए दीप जलाने का आह्वान गांधी जयंती दीपोत्‍सव आयोजन समिति, वर्धा की ओर से किया गया है। इस अवसर पर विश्‍वविद्यालय परिसर के साथ-साथ वर्धा शहर में शाम 7.00 बजे से दीपोत्‍सव धूमधाम से मनाया जाएगा। 

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गुरुकुल महाविद्यालय की छात्राओं ने बिखेरे डांडिया के रंग

 सर्वधर्म समभाव के साथ दिखी संस्कृति की झलक

रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। जन जागरूकता नवरात्रि का पर्व उमंग और उत्साह के साथ अब उल्लास की चरम सीमा पर पहुंचने लगा है। 9 दिनों तक मनाए जाने वाले नवरात्रि पर्व पर खास से लेकर आम तक एक साथ नजर आने लगी। देर रात तक धार्मिक भजनों और गीतों पर थिरकते पांव ने देवी महिमा की अनूठी मिसाल सामने होती है। ऐसा ही एक आयोजन रायपुर के कालीबाड़ी चौक स्थित गुरुकुल महिला महाविद्यालय में दिखलाई दिया जहां पर नगर निगम सभापति प्रमोद दुबे की उपस्थिति में महाविद्यालय की छात्राओं ने डांडिया किया। यह उत्साह का वह पल था जब एक अतिथि को पाकर छात्राएं देवी आरती के साथ डांडिया करते दिखाई थी। इसमें न केवल ने छात्राओं ने डांडिया के रंग बिखेरे, बल्कि प्राचार्य, शिक्षक और कई युवा तरुणाई साथी सभी एक साथ ही रख रहे थे और देवी के स्थिति में डूबे हुए दिखाई दे रहे थे।

आयोजन के मुख्य कर्ताधर्ता महाविद्यालय संचालन समिति में अजय तिवारी की उपस्थिति भी रही जिन्होंने छात्राओं को आशीर्वाद दिया और डांडिया में भाग ले रही छात्राओं को उद्बोधन में कहा की नवरात्रि का पर्व आप सभी के जीवन में इसी तरह की खुशियां और उमंग बनाए रखें। सभापति ने भी छात्राओं को आशीर्वाद दीया और अच्छी पढ़ाई के साथ उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी। यह परंपरा चलती रही और छात्राएं उमंग से काफी देर तक गोल घेरा बनाकर आपस में नृत्य की मिसाल पेश करती रही। देश के तिरंगे झंडे की शान के साए में डांडिया ने यह बता दिया कि हम सब भारतीय हैं। अंत में प्रशासन ने छात्राओं को डांडिया की सीमा से बाहर निकाला और समापन की घोषणा की।

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जिले के सरकारी स्कूलों में अधोसंरचना मजबूत करने अतिरिक्त कक्षाओं का तेजी से निर्माण कार्य जारी

 जांजगीर-चांपा (छत्तीसगढ़ दर्पण)। कलेक्टर सिन्हा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में भी अध्ययनरत बच्चों को बेहतर शिक्षा सुविधा उपलब्ध कराने लगातार कार्य कर रहे हैं। जिसके लिए वे विभिन्न स्कूलों का औचक निरीक्षण कर स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति तथा बच्चों के ज्ञान का स्तर समझने और उन्हें प्रोत्साहित करने की दिशा में लगातार प्रयास करते हैं। 

जिले के कलेक्टर सिन्हा कभी भी स्कूलों में बच्चों को हिंदी, अंग्रेजी, गणित आदि विषय पढ़ाते व बच्चों से उनके ज्ञान के स्तर को समझने के लिए सवाल करते, पहाड़ा पूछते नजर आते हैं। इसके साथ ही उनके द्वारा बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए कभी पेन, कभी पेंसिल, तो कभी चॉकलेट देते नजर आते हैं। जिले के दूरस्थ ग्रामीण अंचलों में स्कूलों के निरीक्षण के दौरान बच्चों की बैठक व्यवस्था की समस्याओं को देखते हुए उनके द्वारा विशेष प्रयास करते हुए अविभाजित जांजगीर और सक्ती जिले के 101 स्कूलों में 105 अतिरिक्त कक्ष निर्माण की स्वीकृति हासिल की गई है। कलेक्टर ने जिले के 101 सरकारी स्कूलों में अधोसंरचना मजबूत करते हुए अतिरिक्त कमरों का निर्माण तेजी से करने के निर्देश दिए हैं। जिससे बच्चों को उचित बैठक व्यवस्था के साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराई जा सके।

100 अतिरिक्त कक्ष का निर्माण कार्य तेजी से है जारी :

कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा के दिशा-निर्देशन में 100 अतिरिक्त कक्ष के निर्माण कार्य के लिए संबंधित एजेंसियों की ओर से लेआउट तैयार कर तेजी से निर्माण कार्य किया जा रहा है तथा अन्य 5 अतिरिक्त कक्ष का निर्माण जल्द शुरू किया जाएगा। कार्यालय जिला मिशन समन्वयक समग्र शिक्षा जांजगीर-चांपा से प्राप्त जानकारी अनुसार अकलतरा विकासखंड के 9 स्क्ूलों में, बलौदा विकासखंड के 13 स्कूलों में, बम्हनीडीह विकासखंड के 16 स्कूलों में, नवागढ़ विकासखंड के 11 स्कूलों में, पामगढ़ विकासखंड के 12 स्कूलों में, डभरा विकासखंड के 11 स्कूलों में, सक्ती विकासखंड के 6 स्कूलों में, जैजैपुर विकासखंड के 13 स्कूलों में और मालखरौदा विकासखंड के 9 स्कूलों में निर्माण कार्य प्रारंभ किया जा चुका है। कलेक्टर ने सभी संबंधित निर्माण एजेन्सियों को गुणवत्तापूर्ण अतिरिक्त कक्ष निर्माण कार्य करने के निर्देश दिए है।  

कलेक्टर ने ग्रामीण बच्चों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने डीएमएफ मद से राशि उपलब्ध कराने की पहल : 

101 स्कूलों में अतिरिक्त कक्ष निर्माण के लिए लगभग 9 करोड़ की राशि होगी खर्च :

जब कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा जांजगीर-चांपा जिले में जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी थे, तब उनके ही प्रयास से अतिरिक्त कक्ष निर्माण के लिए सत्र 2014-15 में प्रस्ताव भेजा गया था और वर्तमान में उनके विशेष प्रयास से 105 अतिरिक्त कक्ष निर्माण की स्वीकृति भी मिली है। लेकिन सत्र 2014-15 में अतिरिक्त कक्ष निर्माण के लिए जो लागत राशि निर्धारित थी, वह समय बीतने के साथ दोगुनी हो चुकी है। जिस कारण कलेक्टर सिन्हा ने सरकारी स्कूलों में कक्षाओं की कमी को दूर करने के लिए जिला खनिज संस्थान न्यास मद से शेष राशि वहन करने की पहल की। इसके तहत विभिन्न विकासखंड के 101 शासकीय प्राथमिक शाला और पूर्व माध्यमिक शाला सहित अन्य विद्यालयों के लिए अलग अलग समग्र शिक्षा मद से 4.37 लाख रुपए और जिला खनिज संस्थान न्यास मद से 3.95 लाख रुपए की स्वीकृति दी गई है। 

इसी प्रकार स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय बम्हनीडीह, बलौदा, अकलतरा और कस्तुरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय ससहा के लिए समग्र शिक्षा मद से 8.74 लाख रुपए और जिला खनिज संस्थान न्यास मद से 7.90 लाख रुपए की स्वीकृति दी गई है।

सरकारी स्कूल के बच्चों को बेहतर बैठक व्यवस्था के साथ अध्ययन की मिलेगी सुविधा :

कलेक्टर ने अतिरिक्त कक्ष निर्माण कार्य में लगे एजेंसियों को गुणवत्तापूर्ण निर्माण सहित यह कार्य तेजी से करने के निर्देश दिए है। उन्होंने सभी संबंधित मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत, विकासखंड शिक्षा अधिकारी, खंड स्त्रोत समन्वयक, ग्रामीण यांत्रिकी विभाग के अभियंताओं सहित अन्य संबंधित अधिकारियों को निर्माण कार्य का सतत निरीक्षण करने के निर्देश दिए है। निमार्ण कार्य पूर्ण हो जाने के बाद ऐसे सरकारी स्कूल जहां भवन की कुछ कमी थी तथा ऐसे स्कूल जहां दो कक्षाओं के विद्यार्थियों को एक साथ बैठकर अध्ययन करना पड़ता था, उन बच्चों को बेहतर बैठक व्यवस्था के साथ अध्ययन की सुविधा मिलेगी।

स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय सारागांव और जांजगीर में भी सुविधा बढ़ाने की दिशा में किया जा रहा प्रयास :

कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा के दिशा-निर्देशन में स्वामी आत्मानंद विद्यालयों में भी सुविधाओं को बढ़ाने की दिशा में लगातार कार्य किया जा रहा है। इसके तहत आत्मानंद विद्यालय सारागांव में साइंस लैब, लाइब्रेरी, खेल मैदान, कम्प्यूटर कक्ष का निर्माण कार्य लगभग पूर्ण होने की स्थिति में है तथा अतिरिक्त कक्ष का निर्माण कार्य किया जाना है। इसी प्रकार स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय जांजगीर में भी बेहतर शिक्षा और गुणवत्तापूर्ण निर्माण कार्य के लिए सतत प्रयास किया जा रहा है।

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