छत्तीसगढ़

8 साल पहले आज ही के दिन हुआ था झीरम घाटी हमला, छत्तीसगढ़ कांग्रेस के कई बड़े नेताओं की गई थी जान

रायपुर (छ.ग. दर्पण)। साल 2013। छत्तीसगढ़ में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने थे। पिछले 2 चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने जीत हासिल की थी और रमन सिंह मुख्यमंत्री थे। 10 सालों से सत्ता से दूर कांग्रेस इस बार जीतने के लिए पूरा जोर लगा रही थी। इसी कड़ी में कांग्रेस ने पूरे राज्य में परिवर्तन यात्रा निकालने की तैयारी की। 25 मई के दिन कांग्रेस ने सुकमा में परिवर्तन रैली आयोजित की।

रैली खत्म होने के बाद कांग्रेस नेताओं का काफिला सुकमा से जगदलपुर जा रहा था। काफिले में करीब 25 गाड़ियां थीं जिनमें 200 नेता सवार थे। सबसे आगे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, उनके बेटे दिनेश पटेल और कवासी लखमा अपने-अपने सुरक्षा गार्ड्स के साथ थे। इनके पीछे महेन्द्र कर्मा और मलकीत सिंह गैदू की गाड़ी थी। इस गाड़ी के पीछे बस्तर के तत्कालीन कांग्रेस प्रभारी उदय मुदलियार कुछ अन्य नेताओं के साथ चल रहे थे। देखा जाए तो छत्तीसगढ़ कांग्रेस के सभी टॉप नेता इस काफिले में शामिल थे।

शाम करीब 4 बजे काफिला झीरम घाटी से गुजर रहा था। यहीं पर नक्सलियों ने पेड़ों को गिराकर रास्ता बंद कर दिया। गाड़ियां रुकीं और इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, पेड़ों के पीछे छिपे 200 से ज्यादा नक्सलियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। नक्सलियों ने सभी गाड़ियों को निशाना बनाया। नंदकुमार पटेल और उनके बेटे दिनेश की मौके पर ही मौत हो गई। करीब डेढ़ घंटे तक फायरिंग होती रही।

शाम के करीब साढ़े 5 बजे नक्सली पहाड़ों से उतर आए और एक-एक गाड़ी चेक करने लगे। जो लोग गोलीबारी में मारे जा चुके थे उन्हें फिर से गोली और चाकू मारे गए ताकि कोई भी जिंदा न बचे। जो लोग जिंदा थे उन्हें बंधक बनाया जा रहा था। इसी बीच एक गाड़ी से महेन्द्र कर्मा नीचे उतरे और कहा कि ‘मुझे बंधक बना लो, बाकियों को छोड़ दो’। नक्सलियों ने महेंद्र कर्मा की थोड़ी दूर ले जाकर बेरहमी से हत्या कर दी। हमले में 30 से भी ज्यादा लोगों की मौत हुई। इसमें अजीत जोगी को छोड़कर छत्तीसगढ़ कांग्रेस के उस वक्त के अधिकांश बड़े नेता और सुरक्षा बल के जवान शहीद हुए।

इस हमले का मुख्य टारगेट बस्तर टाइगर महेंद्र कर्मा थे। ‘सलवा जुडूम’ का नेतृत्व करने की वजह से नक्सली उन्हें अपना सबसे बड़ा दुश्मन मानते थे। नक्सलियों ने उनके शरीर पर करीब 100 गोलियां दागीं और चाकू से 50 से ज्यादा वार किए। हत्या के बाद नक्सलियों ने उनके शव पर चढ़कर डांस भी किया था।

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भेंट-मुलाकात: मुख्यमंत्री ने दंतेवाड़ा से राज्य के किसानों को फसल बीमा दावा राशि वितरण का किया शुभारंभ

डेढ़ लाख किसानों को मिलेगी 307.19 करोड़ रूपए की दावा राशि

राज्य के 17 जिलों के किसान होंगे लाभान्वित

रबी फसलों और उद्यानिकी फसलों के बीमा दावा भुगतान में छत्तीसगढ़ देश में अग्रणी

रायपुर (छ.ग. दर्पण)। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने राज्य के सुदूर अंचल दंतेवाड़ा से आज राज्य के किसानों को बड़ी सौगात देते हुए प्रधानमंत्री फसल बीमा एवं उद्यानिकी फसलों की मौसम आधारित बीमा दावा राशि के वितरण का शुभारंभ किया। रबी एवं उद्यानिकी फसलों के बीमा योजना के तहत राज्य के 17 जिलों के लगभग डेढ़ लाख किसानों को 307 करोड़ 19 लाख रूपए की दावा राशि मिलेगी। किसानों को रबी फसलों के बीमा दावा का भुगतान के मामले में छत्तीसगढ़ देश का अग्रणी राज्य है।

मुख्यमंत्री ने राज्य के किसानों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि किसानों की भलाई के लिए राज्य में सभी कार्यक्रम सुचारू रूप से संचालित किए जा रहे हैं। इस अवसर पर उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा, सांसद श्री दीपक बैज, विधायक श्रीमती देवती कर्मा, विधायक श्री विक्रम मंडावी, मुख्यमंत्री के सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी मौजूद थे। कृषि एवं जल संसाधन मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ.कमलप्रीत सिंह, संचालक कृषि श्री यशवंत कुमार, संचालक उद्यानिकी श्री माथेश्वरन वी. वीडियो कॉन्फ्रंेस के माध्यम से कार्यक्रम में शामिल हुए।  

यहां यह उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल भेंट-मुलाकात अभियान के सिलसिले में बस्तर अंचल के दौरे पर हैं। किसानों को फसल बीमा दावा राशि के भुगतान में विलंब न हो, इसके मद्देनजर मुख्यमंत्री ने राजधानी रायपुर से इस कार्यक्रम का  शुभारंभ करने के बजाय दंतेवाड़ा से ही ऑनलाईन शुभारंभ किया। इससे पूर्व गोधन न्याय योजना की राशि का वितरण उन्होंने सरगुजा संभाग मे भेंट-मुलाकात अभियान के दौरान रामानुजगंज से किया था।  

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने 21 मई को राज्य के 26 लाख 67 हजार किसानों को राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना तथा राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना के तहत 1804 करोड़ रूपए तथा आज फसल बीमा दावा के रूप में 307.19 करोड़ रूपए के भुगतान के लिए कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे सहित विभागीय अधिकारियों बधाई दी और कहा कि मात्र चार दिनों की अवधि में राज्य के किसानों को 2111 करोड़ से अधिक का भुगतान किया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा के तहत राज्य के 17 जिलों के लगभग एक लाख 45 हजार किसानों को 297 करोड़ 9 लाख रूपए तथा उद्यानिकी फसलों के मौसम आधारित बीमा योजना के अंतर्गत 4747 कृषकों को 10 करोड़ 10 लाख रूपए का भुगतान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि खरीफ 2021 में राज्य के 3 लाख 97 हजार कृषकों को 752 करोड़ रूपए की दावा राशि का भुगतान किया गया है। कुछ किसानों को दावा राशि का भुगतान न मिलने की जानकारी मिली है। इसका परीक्षण कराकर दावा भुगतान के निर्देश दिए गए हैं।

कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि मई का महीना राज्य के किसानों के लिए मंगलकारी रहा है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने किसानों के हित में छत्तीसगढ़ सरकार द्वार संचालित विभिन्न योजनाओं के माध्यम से 2100 करोड़ से अधिक की राशि सीधे उनके खाते में अंतरित की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के  नेतृत्व में छत्तीसगढ़ देश का कृषि माडल राज्य बना है। पूरे देश में छत्तीसगढ़ में किसानों के हित में सबसे अधिक योजनाएं संचालित की जा रही है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को लागू करने और राज्य के किसानों को इसका लाभ दिलाने में छत्तीसगढ़ देश में पहले नंबर पर है।

कृषि मंत्री ने कहा कि राज्य में उद्यानिकी फसलों का विस्तार तेजी से किया जा रहा है। ज्यादा से ज्यादा किसानों को उद्यानिकी फसलों से लाभ मिले, यह प्रयास जारी है। मंत्री श्री चौबे ने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को कई राज्य प्रीमियम अदा न करने एवं अन्य कारणों से बंद कर चुके हैं, जबकि छत्तीसगढ़ में किसानों के हितों के संरक्षण के लिए फसल बीमा का क्रियान्वयन सफलतापूर्वक किया जा रहा है। बीते साढ़े तीन सालों में राज्य के किसानों को फसल बीमा दावा के रूप में 4200 करोड़ रूपए का भुगतान किया गया है। उन्होंने किसानों के हितों संरक्षण के प्रति मुख्यमंत्री की संवदेनशीलता के लिए उनका आभार जताया।

कार्यक्रम के प्रारंभ में कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. कमलप्रीत सिंह ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के बारे में जानकारी दी और कहा कि यह योजना खरीफ 2016 से लागू है। इसके तहत किसानों को खरीफ फसलों धान, मक्का, मूंगफली, सोयाबीन, अरहर, मूंग और उड़द के लिए मात्र 2 प्रतिशत तथा रबी फसलों गेहूं, चना , राई-सरसों एवं अलसी के लिए 1.5 प्रतिशत प्रीमियम राशि देनी होती है। शेष बीमा प्रीमियम राशि का आधा-आधा हिस्सा राज्यांश एवं केन्द्रांश होता है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य सफलतापूर्वक फसल बीमा कवर का लाभ राज्य के किसानों को उपलब्ध करा रहा है। मौसम की खराबी के चलते फसलों को हुए नुकसान एवं कम उत्पादन के कारण किसानों को दी जा रही दावा राशि प्रीमियम राशि का लगभग दोगुना है।

रबी सीजन 2021-22 में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत राजनांदगांव जिले के सर्वाधिक 59,766 किसानों को 102.14 करोड़ रूपए की दावा राशि का भुगतान होगा, जबकि बेमेतरा जिले के 38,414 किसानों को 98.18 करोड़, बालोद जिले के 6478 किसानों को 14.63 करोड़, कबीरधाम जिले के 22,294 किसानों को 38.04 करोड़, दुर्ग जिले के 13,423 किसानों को 36.31 करोड़, धमतरी जिले के 3418 किसानों को 6.69 करोड़, मुंगेली जिले के 796 किसानों को 92.50 लाख, बलौदाबाजार जिले के 32 किसानों को 5.80 लाख सहित सरगुजा, कांकेर, बलरामपुर, बस्तर, बिलासपुर, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही, जशपुर एवं रायपुर सहित कुल 17 जिलों के किसानों को फसल बीमा दावा राशि का भुगतान होगा।

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बरसात से पहले सीवरेज व 700 से ज्यादा बैकलेन की सफाई : कलेक्टर

 

 दुर्ग (छ.ग. दर्पण)। भिलाई के सेक्टर- 1,2,4,6,7 व 8 से पानी की गुणवत्ता को लेकर कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे के पास कुछ शिकायतें आ रही थीं। बीएसपी टाउनशिप में गंदे पानी की सप्लाई और नल में आ रहे मटमैले और दूषित पानी से आम नागरिकों के स्वास्थ्य पर कोई दुष्प्रभाव ना पड़े इसके लिए कलेक्टर ने भिलाई स्टील प्लांट के अधिकारियों और नगर निगम आयुक्तों के साथ आपातकालीन बैठक ली।

कलेक्टर ने बीएसपी के अधिकारियों के साथ जल आपूर्ति के प्रभावी नियंत्रण के लिए वितरण प्रणाली पर चर्चा की और घरों के नल में आने वाली दूषित पानी का कारण पूछा। बीएसपी के अधिकारियों ने अपना पक्ष रखा परंतु कलेक्टर इससे असंतुष्ट नजर आए और उन्होंने साफ व कड़े शब्दों में नागरिकों की बुनियादी हित को ध्यान में रखकर कार्य करने के निर्देश अधिकारियों को दिए तथा मामले को गंभीरता से लेनें के लिए कहा।

उन्होंने पाइपलाइन के रिसाव संबंधी जांच और नेटवर्क को दुरुस्त करने के लिए अधिकारियों को युद्ध स्तर में कार्य करने के लिए कहा। स्वच्छ पानी व्यवस्था के पुनर्स्थापन के लिए मेन पावर को दो से तीन गुना करने का अपना सुझाव भी दिया। इसके अलावा बीएसपी टाउनशिप में 700 से भी ज्यादा बैकलेन की सफाई और सीवरेज लाइन प्रबंधन के विषय में भी उपस्थित अधिकारियों से चर्चा की।

कलेक्टर ने बैकलेन की सफाई इस प्रकार से करने के लिए कहा कि ये घरों के सामने की गलियों से भी स्वच्छ दिखाई दे।

उन्होंने अपना विचार प्रस्तुत करते हुए कहा कि बैकलेन में गंदगी का मुख्य कारण मुख्यतः गीला एवं सुखा कचरा को अलग न करना और कचरा प्रबंधन के लिए कचरा वाहन का उपयोग न करना होता है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि बैकलेन की सफाई के लिए बीएसपी योजनाबद्ध तरीके से कार्य करे ताकि हमें बेहतर परिणाम प्राप्त हो। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों को आने वाले बरसात से पहले इन सभी कार्यों को पूर्ण करने के लिए कहा ताकि नगरवासियों को किसी दिक्कत का सामना करना न पड़े।

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ग्लेजिंग यूनिट के माध्यम से हुनर निखारकर आर्थिक आय के लिए कुम्हारो को मिलेगा बड़ा अवसर

 

कुम्हाररास में ग्लेजिंग यूनिट के लोकार्पण के मौके पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा

ग्लेजिंग यूनिट के माध्यम से आर्थिक आय बढ़ाने और अपने हुनर को निखारकर बाजार तक पहुंचने की दिशा में दंतेवाड़ा जिले के कुम्हारों को  बड़ी मदद मिलेगी। यह बात कुम्हाररास में ग्लेजिंग यूनिट के लोकार्पण के मौके पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कही। उन्होंने पूरे परिसर का अवलोकन किया। यहां ग्लेजिंग यूनिट के लिए स्थापित की गई मशीनों को देखा और यहां कुम्हारों द्वारा उत्पादित किये गये उत्पादों का डिस्प्ले भी देखा। कुम्हारों ने उन्हें अपने हाथों से बनी गजराज की प्रतिमा भी भेंट की। चर्चा में मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी लोककला में बड़ी संभावनाएं हैं और इनके पूर्ण दोहन के लिए माटीकला बोर्ड के माध्यम से ग्लेजिंग यूनिटों को प्रोत्साहित करने का कार्य सरकार द्वारा किया जा रहा है। ग्लेजिंग यूनिट में लगी आधुनिक मशीनों की मदद से कुम्हार कम समय में मिट्टी की सुंदर सामग्री तैयार कर पाएंगे। एक स्थान में ऐसा डिस्प्ले यूनिट होने से उन्हें बाजार तक पहुंचने में भी बड़ी मदद मिलेगी। छत्तीसगढ़ माटीकला बोर्ड के अध्यक्ष श्री बालम चक्रधारी ने उन्हें विस्तार से कुम्हाररास ग्लेजिंग यूनिट की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यहां बाल मिल, ब्लेंजर, एजिटेटर, फिल्टर प्रेस आदि मशीनें रखी गई हैं जिनके माध्यम से माटीकला का कार्य सहज हो जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रशिक्षण का बहुत महत्व है इससे कला को निखारने में मदद मिलती है और इससे व्यावसायिक संभावनाएं काफी बढ़ जाती हैं। दंतेवाड़ा में ग्लेजिंग यूनिट आरंभ हो जाने से अब माटीकला को बड़ा विस्तार मिल पाएगा।

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विस् अध्यक्ष डॉ. महंत ने झीरम के शहीदों को किया नमन

रायपुर (छ.ग. दर्पण)। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने 25 मई 2013 को नक्सल हमले में शहीद पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल, पूर्व मंत्री महेंद्र कर्मा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, पूर्व विधायक उदय मुदलियार, योगेंद्र शर्मा समेत सभी मृतकों को नमन करते हुये दी श्रद्धांजलि।

विस् अध्यक्ष डॉ महंत ने कहा कि, 25 मई वह दिन है जो हर साल अपने साथ एक भीषण खूनी हत्या को याद दिलाती है। देश के सबसे बड़े आंतरिक हमलों में से एक झीरम हत्याकांड और उन सभी शहीदों की स्मृतियां और सार्वजनिक जीवन में किये गये जनहित कार्यों को प्रदेश भूला नही सकता।

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आस्था का अर्पण, मुख्यमंत्री ने माईं जी को ग्यारह किमी लंबी चुनरी अर्पित कर विश्व रिकार्ड में नाम दर्ज कराया दंतेवाड़ा की बहनों का

दंतेवाड़ा (छत्तीसगढ़ दर्पण)।  दंतेवाड़ा में माँ दंतेश्वरी का दर्शन कर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने उन्हें ग्यारह किमी लंबी चुनरी ओढ़ाई और इस तरह से दंतेवाड़ा की डेनेक्स की  बहनों का नाम विश्व रिकार्ड में दर्ज हो गया। इससे पहले नर्मदा मैया को मंदसौर में 8 किमी लंबी चुनरी ओढ़ाई गई थी। डेनेक्स की 300 महिलाओं ने केवल 7 दिनों में अपने हुनर से यह कार्य कर लिया। जब मुख्यमंत्री अपने हाथों से चुनरी अर्पित करने पहुंचे तो पूरे दंतेवाड़ा शहर में उत्सव सा माहौल था। पूरा शहर इस सुंदर दृश्य को देखने उमड़ आया था। ग्यारह किमी लंबी इस चुनरी के साथ मुख्यमंत्री के नेतृत्व में नागरिकों के गहरे उत्साह की जो झलक मिल रही थी। वो अपने आप में अद्भुत है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर मंदिर में पूजा अर्चना की और प्रदेश की खुशहाली की कामना की। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने मंदिर परिसर में मावली माता और भैरव जी के दर्शन भी किये। इस दौरान मंदिर परिसर में पारंपरिक वाद्ययंत्रों की सुमधुर ध्वनि से पूरा वातावरण आध्यात्मिक रंग में रंग गया था। जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि डेनेक्स की महिलाओं ने जो चुनरी बनाई है उससे उनके हुनर को पूरे देश में जगह मिलेगी और इससे उनके काम की ख्याति दुनिया भर में  फैलेगी। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर मंदिर के पुजारियों से भी संवाद किया। उन्होंने कहा कि हम प्रदेशवासी बहुत सौभाग्यशाली हैं कि हमें माईं दंतेश्वरी का निरंतर आशीर्वाद और उनकी छत्रछाया मिल रही है।

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दंतेवाड़ा नेक्स्ट, अब बनेगा यूके और यूएस में बेस्ट


आदिवासी महिलाओं ने 16 महीने में किया 50 करोड़ का व्यापार, दंतेवाड़ा के 800 लोगों को मिला रोजगार
मुख्यमंत्री ने डेनेक्स कटेकल्याण यूनिट का किया निरीक्षण, कार्यरत महिलाओं से की मुलाकात
डैनेक्स की पांचवी यूनिट का हुआ एमओयू, अब विदेश में बिकेंगे दंतेवाड़ा में बने कपड़े

रायपुर (छ.ग. दर्पण)। अब से लगभग 16 महीने पहले छत्तीसगढ़ के आदिवासी बाहुल्य दंतेवाड़ा जिले में महिलाओं की आत्मनिर्भरता को बढ़ाने के लिए जिला प्रशासन ने ग्राम पंचायत हारम में नवा दन्तेवाड़ा गारमेन्ट फैक्ट्री की स्थापना की. चूंकि कपड़े का ब्रांड नेम होना जरूरी था तो यहां बने कपड़ो को ब्रांड नाम दिया गया 'डेनेक्स'। डेनेक्स का अर्थ है ’दन्तेवाड़ा नेक्स्ट'। इस ब्रांड में दन्तेवाड़ा जिले की समृद्धि, परम्परा एवं संस्कृति की झलक दिखाई देती है.

हारम' में स्थापित पहली डेनेक्स फैक्टरी ने सफलता के कीर्तिमान गढ़ना शुरू कर दिया जिसके बाद बारसूर,कारली और कटेकल्याण ग्राम में भी डेनेक्स यूनिट स्थापित हो चुकी हैं.

बीते 16 माह में ही डेनेक्स  की चार यूनिट से लगभग 50 करोड़ रूपए मूल्य के  6 लाख 85 हजार कपड़ों का लॉट बंगलोर भेजे जा चुका है, जहां से इनका विक्रय पूरे देश में कश्मीर से कन्याकुमारी तक हो रहा है. दंतेवाड़ा नेक्स्ट यानि की डेनेक्स से दंतेवाड़ा के लगभग 800 लोगों को रोजगार मिला है. कभी गरीबी के साये में दिन बिताने वाली महिलाएं आज प्रतिमाह 7000/- रूपए से ज्यादा की आय अर्जित कर रही हैं.

आज भेंट मुलाकात कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल डेनेक्स कटेकल्याण युनिट का निरीक्षण करने पहुंचे. मुख्यमंत्री ने डैनेक्स में काम कर रही महिलाओं से बातचीत भी की. डैनेक्स में काम करने वाली महिलाओं के चेहरे की मुस्कुराहट ये बता रही थी कि वो आर्थिक सशक्तीकरण तरफ अग्रसर हैं.

अभी तक स्थापित डेनेक्स की चार यूनिट से कपडों का लाट बंगलुरू भेजा जा रहा था, लेकिन अब डेनेक्स ब्रांड की गूंज विदेशों में भी सुनायी देगी. मुख्यमंत्री के निरीक्षण के दौरान ही डेनेक्स एफपीओ (किसान उत्पादक संघ) ने एक्सपोर्ट हाउस, तिरपुर से डेनेक्स की पांचवी यूनिट 'छिंदनार' से अगले 3 वर्षों के लिए एमओयू साइन किया है. इस एमओयू के बाद डेनेक्स की पांचवी यूनिट छिंदनार से तैयार होने वाले कपड़े यूके और यूएस के बाजार में भी नजर आएंगे.

 

गरीबी उन्मूलन और आर्थिक सशक्तीकरण के क्षेत्र में काम करने वाला छत्तीसगढ़ राज्य देश के अन्य राज्यों के लिए एक बड़ा उदाहरण पेश कर रहा है तभी तो जहां कभी नक्सलियों के गोलियों की आवाजें सुनायी देती थीं वहीं आज खिलखिलाकर कर हंसते हुए लोगों की आवाजें सुनायी देती हैं.

 

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घर बैठे ही लोगों को मिले 10 लाख स्मार्ट कार्ड आधारित पंजीयन प्रमाण-पत्र व ड्राइविंग लायसेंस

 रायपुर (छ.ग. दर्पण)। मुख्यमंत्री बघेल की मंशा के अनुरूप परिवहन मंत्री अकबर के मार्गदर्शन में प्रदेश में परिवहन विभाग नई सुविधा ‘तुंहर सरकार तुंहर द्वार’ का कुशलतापूर्वक संचालन कर रहा है। इसके तहत केवल जून से मार्च माह तक एक साल से कम की अवधि में 10 लाख 1 हज़ार 7 सौ स्मार्ट कार्ड आधारित पंजीयन प्रमाण-पत्र और ड्राइविंग लायसेंस आवेदकों के घर भेजे जा चुके हैं। इनमें 6 लाख 66 हजार 822 स्मार्ट कार्ड आधारित पंजीयन प्रमाण-पत्र तथा 3 लाख 31 हजार 947ड्राइविंग लायसेंस शामिल हैं।

परिवहन मंत्री अकबर द्वारा ‘तुंहर सरकार तुंहर द्वार‘ के सुव्यवस्थित संचालन के लिए लगातार निगरानी रखी जा रही है। परिवहन विभाग द्वारा संचालित ‘तुंहर सरकार तुंहर द्वार‘ योजना लोगों की सुविधा के लिए एक महत्वपूर्ण योजना है। इसमें लोगों को परिवहन संबंधी 22 सेवाएं उनके घर के द्वार पर पहुंचाकर दी जा रही है। जन केन्द्रित इस सुविधा के अंतर्गत लोगों को अब बार-बार परिवहन विभाग का चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है। इससे आवेदकों के धन तथा समय दोनों की ही बचत हो रही है।

परिवहन विभाग द्वारा बताया गया है कि ‘तुंहर सरकार, तुंहर द्वार’ सेवा को और अधिक सुलभ बनाने के लिए विभाग द्वारा एक हेल्पलाईन नम्बर 75808-08030 जारी किया गया है, जो सभी कार्य दिवसों में प्रातः 10 बजे से शाम 5.30 बजे तक कार्य करते हुए जानकारी प्रदान करता है। आवेदक चाही गई जानकारी ई-मेल आईडी cgparivahandispatch@gmail.com पर भी अपनी मेल भेजकर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। उक्त हेल्पलाइन नम्बर पर फोन करके आवेदक अपने ड्रायविंग लाइसेंस एवं पंजीयन प्रमाण पत्र के प्रेषण संबंधी समस्त जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। अभी औसतन प्रतिदिन 100 कॉल आ रहे हैं। जिसमें मुख्य रूप से ड्रायविंग लाइसेंस एवं पंजीयन प्रक्रिया, टैक्स एवं फीस संबंधी जानकारी प्राप्त कर रहे हैं।

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दिव्यांगों को सहायता, सहयोग के साथ देना होगा प्रोत्साहन

रायपुर (छ.ग. दर्पण)। अपना पैर खो चुके व्यक्ति का मन ग्लानि से ग्रसित होता है, उसे पराश्रित हो जाना पड़ता है, ऐसी स्थिति में उन्हें सहायता साथ ही साथ प्रोत्साहन भी देना होता है कि वे प्रयास करने पर पुनः सामान्य जीवन जी सकते है। अपनी गतिशीलता को प्राप्त कर सकते है। आज हमे ईश्वरीय अनुभूति हो रही है कि कुछ अच्छा किया है। उक्त बातें महेश महिला संगठन की अध्यक्षा पूजा करवा ने श्री विनय मित्र मण्डल के प्रांगण निःशुल्क जयपुर पैर वितरण समारोह में कही।

समारोह में 15 दिव्यांगों को महेश महिला संगठन की सौजन्यता से जयपुर पैर दिया गया। लाभान्वित होने वालों में सोमनाथ साहू 60 वर्ष, भखारा अशोक दास बैरागी 54वर्ष खरोरा, टीकेश ध्रुव 32 वर्ष राजनांदगांव, आशा वर्मा 55 वर्ष भिलाई, रमेश ध्रुव 48 वर्ष आरंग, राधा साहू 50 वर्ष रायपुर, ज्वाला यादव 56 वर्ष बिलासपुर, कृष्णा बघेल 48 वर्ष मांढर, बिसनी बाई हल्बा 45 वर्ष अम्बागढ़चौकी, अवध राम पटेल 62 वर्ष चारामा, अनिल रजक 44 वर्ष कोरिया और विवेक टेमरे 50 वर्ष अम्बागढ़ चौकी सम्मलित थे।

समारोह में महेश महिला संगठन की अध्यक्षा पूजा करवा, सचिव पिंकी झवंर संगीता सोमानी, शानू लाखोटिया,माया करवा, पारुल बिहानी, मीनाक्षी सारडा श्री विनय मित्र मण्डल के अध्यक्ष महावीर मालू, पूर्व अध्यक्ष खेमराज बैद उपस्थित थे। जयपुर पैरों का निर्माण कुशल कारीगर अब्दुल वहीद कुरैशी ने किया।

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मुख्यमंत्री ने दंतेवाड़ा नेक्सट यानी डेनेक्स के नये यूनिट का किया शुभारंभ

रायपुर (छ.ग. दर्पण)। अपने टैक्सटाइल यूनिट की वजह से देश भर में चर्चित दंतेवाड़ा के नवाचार डेनेक्स की नई यूनिट का शुभारंभ मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने कटेकल्याण में किया। यहां 100 महिलाएं गारमेंट्स बनाएंगी। इसी के साथ डेनेक्स के पांचवे यूनिट छिंदनार का एमओयू हुआ। यह एमओयू डेनेक्स एफपीओ और एक्सपोर्ट हाउस तिरपुर के बीच हुआ जो तमिलनाडू के कोयंबटूर में होल सेल की देश की सबसे बड़ी यूनिट में से एक है।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर महिलाओं को बधाई देते हुए कहा कि दंतेवाड़ा में आप लोगों का नवाचार देश भर में विख्यात है और अब कटेकल्याण यूनिट के माध्यम से भी इसका कार्य आगे बढ़ेगा। इस मौके पर अपने बीच मुख्यमंत्री को पाकर उनसे आटोग्राफ भी महिलाओं ने चाहा, मुख्यमंत्री ने जैसे ही आटोग्राफ दिये, यूनिट की महिलाओं में खुशी छा गई। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सांसद दीपक बैज को डेनेक्स की बनी शर्ट भी गिफ्ट की।

उल्लेखनीय है कि डेनेक्स के माध्यम से दंतेवाड़ा वस्त्र व्यवसाय के एक नये केंद्र के रूप में स्थापित हुआ है। यहां के कपड़ों की गुणवत्ता की वजह से देश भर में इनकी माँग बढ़ी है और देश भर की व्यापारिक संस्थाएं इनसे एप्रोच कर रही हैं। यह भी उल्लेखनीय है कि अब तक डेनेक्स के चार यूनिट आरंभ हो चुके हैं और आज ही पांचवा यूनिट तिरपुर में आरंभ होगा। डेनेक्स की यूनिटों के तेजी से प्रसारित होने की वजह से न केवल महिलाओं को रोजगार मिला है अपितु देश भर में संस्थान के कपड़ों की डिमांड होने से अपने कौशल संवर्धन का कार्य भी हो रहा है। उल्लेखनीय यह भी है डेनेक्स की महिलाओं ने ग्यारह किमी लंबी चुनरी का निर्माण भी किया है। जिसे मुख्यमंत्री दंतेश्वरी माई जी को अर्पित करेंगे।

ढेंकी चावल की ली जानकारी, परंपरागत साधनों को बढ़ावा देने पर जताई खुशी- मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर ढेंकी चावल भी देखा। जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि पुराने समय में परंपरागत रूप से ढेंकी से ही चावल निकाला जाता था जिससे चावल के पौष्टिक गुण बचे रहते थे। मुख्यमंत्री ने इस पर खुशी जताते हुए कहा कि जैविक खेती के जो प्रयोग प्रदेश भर में हो रहे हैं उनमें दंतेवाड़ा जैसी जगहों के लिए और भी अच्छे अवसर हैं क्योंकि यहां की जमीन पहले ही वन भूमि होने की वजह से काफी ऊर्वर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दंतेवाड़ा में जो नवाचार हो रहे हैं वे इस क्षेत्र के प्राकृतिक परिवेश के अनुकूल हैं।

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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बालोद के महिला महाविद्यालय का नामकरण भक्त माता कर्मा के नाम करने की घोषणा की

बालोद में जिला स्तरीय कर्मा महोत्सव एवं भूमिपूजन समारोह में हुए शामिल
जिला साहू समाज के भवन के लिए दी 50 लाख रूपए की स्वीकृति

रायपुर (छ.ग. दर्पण)। प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज जिला मुख्यालय बालोद में आयोजित जिला स्तरीय कर्मा महोत्सव एवं भूमिपूजन समारोह में शामिल हुए। साहू समाज के पदाधिकारियों द्वारा मुख्यमंत्री का फूलमाला से उत्साहपूर्वक स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भक्त माता कर्मा जंयती की बधाई और शुभकामनाएॅ दी। उन्होंने भक्त माता कर्मा उल्लेख करते हुए कहा कि यदि भगवान के प्रति अटूट विश्वास, श्रद्धा और समर्पण है, तो मनोकामना जरूर पूरी होती है। माता कर्मा ने यह साबित किया था कि भक्त की श्रद्धा और भक्ति में यह शक्ति है कि भगवान को भी प्रकट होने पर विवश कर दे। मुख्यमंत्री ने इससे पहले भक्त माता कर्मा की छायाचित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलित कर प्रदेश की सुख समृद्धि और खुशहाली की कामना की। उन्होंने जिला साहू समाज के भवन निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया और निर्माण कार्य के लिए 50 लाख रूपए स्वीकृत किए जाने की घोषणा की। उन्होंने बालोद के महिला महाविद्यालय का नाम भक्त माता कर्मा के नाम पर किए जाने की घोषणा की।

 मुख्यमंत्री श्री बघेल ने साहू समाज के प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कल पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय श्री राजीव गॉधी की पुण्यतिथि पर प्रदेश के 26 लाख 68 हजार से अधिक किसानों, भूमिहीन कृषि मजदूरों, पशुपालकों एवं स्वसहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को 1804 करोड़ 50 लाख रूपए की राशि सीधे उनके बैंक खाते में अंतरित की गई। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है, जिसने न्याय योजना के माध्यम से प्रत्येक व्यक्ति के सामाजिक और आर्थिक अधिकार को सुनिश्चित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना के अंतर्गत बालोद जिले के 01 लाख 35 हजार 896 किसानों के बैंक खाते  में प्रथम किस्त की राशि 87 करोड़ 27 लाख 07 हजार 612 रूपए अंतरित की गई। राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना के अंतर्गत बालोद जिले के 12 हजार 859 हितग्राहियों को 02 करोड़ 57 लाख 18 हजार रूपए अंतरित की गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों के धान के समर्थन मूल्य के साथ-साथ लघु वनोपजों का भी समर्थन मूल्य पर खरीदी की जा रही है। पहले 07 प्रकार के लघु वनोपजों की खरीदी की जाती थी अब 65 प्रकार के लघु वनोपजों की खरीदी की जा रही है। 

 

जिले के प्रभारी मंत्री श्री उमेश पटेल और संजारी-बालोद विधायक श्रीमती संगीता सिन्हा ने भी कार्यक्रम को संबोधित कर भक्त माता कर्मा जयंती की बधाई एवं शुभकामनाएॅ दी। कार्यक्रम की समाप्ति पर मुख्यमंत्री को साहू समाज द्वारा स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर तेलघानी बोर्ड के अध्यक्ष श्री संदीप साहू, छत्तीसगढ़ प्रदेश साहू संघ के अध्यक्ष श्री टहल साहू, जिला साहू संघ के अध्यक्ष श्री सोमन लाल साहू सहित साहू समाज के अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी, नगर पालिका अध्यक्ष श्री विकास चोपड़ा, कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे, पुलिस अधीक्षक श्री गोवर्धन राम ठाकुर, क्षेत्र के जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक और बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। 

 

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मुख्यमंत्री ने मैरिन फॉसिल्स और केव पेन्टिंग्स पर केन्द्रित लघु वृत्त चित्रों का किया लोकार्पण

रायपुर (छ.ग. दर्पण)। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस के अवसर पर आयोजित ‘परिचर्चा एवं पुरस्कार वितरण‘ कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ की जैव विविधता पर केन्द्रित दो लघु वृत्त चित्रों का लोकार्पण किया। उन्होंने मनेन्द्रगढ़ वनमण्डल द्वारा तैयार किए जा रहे मैरिन फॉसिल्स पार्क पर आधारित फिल्म ‘छत्तीसगढ़ में जीवन चिन्ह: मानव अस्तित्व के परे‘ तथा राज्य के वनक्षेत्रों में पाए जाने वाले शैल चित्रों (केव पेन्टिंग्स) पर आधारित फिल्म ‘प्रथम अभिव्यक्ति‘ का लोकार्पण किया।  

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मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निवास कार्यालय में आज अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस पर परिचर्चा एवं पुरस्कार वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया...

 रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निवास कार्यालय में आज अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस पर परिचर्चा एवं पुरस्कार वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया , जिसमें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम प्रदेश के विभिन्न जिलों के वन अधिकारी और विशेषज्ञ शामिल हुए.

मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान विभिन्न श्रेणियों में जैव विविधता पुरस्कार घोषित किए.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े वनमंडलाधिकारियों द्वारा सम्बन्धितों को पुरस्कृत किया.
मुख्यमंत्री निवास में वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर, कृषि मंत्री श्री रविंद्र चौबे, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्री गुरू रुद्र कुमार, विधायक श्री शैलेष पांडेय और राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष श्री रामगोपाल अग्रवाल, अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख श्री राकेश चतुर्वेदी सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित हैं.
मुख्यमंत्री ने जैव विविधता पर 5 किताबों का भी विमोचन किया.

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मुख्यमंत्री ने बिलासपुर में बनने वाले अत्याधुनिक राज्य कैंसर संस्थान का किया वर्चुअल भूमिपूजन

लगभग 120 करोड़ रूपए की लागत से होगा संस्थान का निर्माण

एक ही छत के नीचे मिलेंगी सभी प्रकार के कैंसर के इलाज की सुविधा

 

कैंसर के इलाज के लिए अत्याधुनिक उपकरणों से लैस होगा संस्थान

बिलासपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में बिलासपुर में 120 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले अत्याधुनिक ‘राज्य कैंसर संस्थान‘ का भूमि-पूजन किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि राज्य कैंसर संस्थान कैंसर के इलाज के लिए आवश्यक अत्याधुनिक उपकरणों से लैस होगा और आगामी एक वर्ष में इसका निर्माण पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सहित आसपास के कैंसर मरीजों को इस संस्थान के माध्यम से कैंसर के इलाज की अच्छी सुविधा मिलेगी।  

बिलासपुर निर्मित होने वाले राज्य कैंसर संस्थान में सभी प्रकार के कैंसर के इलाज की सुविधा एक ही छत के नीचे उपलब्ध होगी। संस्थान में 100 बिस्तरों वाले अत्याधुनिक कैंसर वार्ड और 20 बिस्तरों के अत्याधुनिक आईसीयू वार्ड की सुविधा उपलब्ध होगी।

स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव, राजस्व एवं बिलासपुर के प्रभारी मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल, संसदीय सचिव डॉ. श्रीमती रश्मि आशीष सिंह, सांसद श्री अरूण साव, विधायक श्री कृष्णमूर्ति बांधी, जिला पंचायत अध्यक्ष बिलासपुर श्री अरूण सिंह चौहान भी कार्यक्रम से वर्चुअल रूप से जुड़े। मुख्यमंत्री निवास में विधायक श्री शैलेष पांडेय और राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष श्री रामगोपाल अग्रवाल, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य डॉ.मनिंदर कौर द्विवेदी, संचालक चिकित्सा शिक्षा डॉ. विष्णु दत्त भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि बीते साढ़े तीन वर्षों के दौरान छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार की दिशा में लगातार किए जा रहे प्रयासों के क्रम में आज राज्य कैंसर संस्थान के भूमिपूजन के साथ एक और महत्वपूर्ण पहल की जा रही है। यह संस्थान निश्चित रूप से कैंसर के मरीजों के इलाज के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण साबित होगा। हम मरीजों को कैंसर से मुक्ति दिलाने और जीवन को बचाने के लिए और भी प्रभावी तरीके से काम कर पाएंगे।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने कहा कि राज्य कैंसर संस्थान के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने उदारतापूर्वक 34.19 करोड़ रूपए की राशि की स्वीकृति प्रदान कर दी है। इस संस्थान हेतु केन्द्रांश की राशि 51.84 करोड़ रूपये प्राप्त हो चुके हैं। इस संस्थान के निर्माण का कार्य जल्द प्रारंभ होगा।

राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि संभाग मुख्यालय बिलासपुर में राज्य कैंसर संस्थान खुलने से छत्तीसगढ़ वासियों को कैंसर के इलाज की अत्याधुनिक सुविधा का लाभ मिलेगा।

राज्य कैंसर संस्थान के भवन निर्माण के लिए 34.50 करोड़ एवं उपकरण के लिए 80.70 करोड़ रूपये खर्च होंगे। राज्य कैंसर संस्थान में सभी प्रकार की कीमोथिरेपी, जैसे -टार्गेटेड,  इम्यूनो,  मॉलिकुलर, मेटरोनोमिक सुविधा निःशुल्क मिलेगी। यहां अत्याधुनिक रेडियोथेरेपी मशीन से इलाज किया जाएगा। दो लीनियर एक्सीलरेटर, कोबाल्ट ब्रेकीथेरेपी यूनिट, पी.ई.टी. स्कैन मशीन, सीटी सिमुलेटर, एमआरआई मशीन और कैंसर अनुसंधान के लिए सभी अत्याधुनिक साधन राज्य कैंसर संस्थान में उपलब्ध होंगे। स्तन कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, मुख एवं गले का कैंसर, फेफड़े का कैंसर,  बड़ी आंत एवं गुदा का कैंसर, पेट के कैंसर, यकृत, पित्त की थैली के कैंसर, हड्डी के कैंसर, ब्लड कैंसर का इलाज एक ही छत के नीचे हो सकेगा।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य डॉ. मनिंदर कौर द्विवेदी ने राज्य कैंसर संस्थान के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कलेक्टर बिलासपुर डॉ. सारांश मित्तर ने कार्यक्रम का संचालन किया।

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भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में शामिल हुए पूर्व सीएम डॉ. रमन

 रायपुर/जयपुर  (छ.ग. दर्पण)। राजस्थान के जयपुर में आयोजित भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह भी शामिल हुए। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष और अन्य पदाधिकारियों के साथ वे बतौर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शामिल हुए।

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बीजापुर में मुख्यमंत्री ने किया सी-मार्ट का लोकार्पण, पहला ग्राहक बन ख़रीदा बांस का सोफासेट

रायपुर (छ.ग. दर्पण)। मुख्यमंत्री बघेल ने अपने प्रदेश व्यापी भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के द्वितीय चरण में बीजापुर जिला मुख्यालय में 47 लाख 96 हजार रूपए के लागत से नवनिर्मित सी-मार्ट का लोकापर्ण किया। सी-मार्ट (छत्तीसगढ़-मार्ट) के नाम से संचालित सुपर मार्केट में स्थानीय उत्पाद के अलावा दैनिक उपयोगी वस्तुओं का विक्रय बाजार से कम दामों में उपलब्ध होगा। इस मौके पर प्रभारी मंत्री एवं उद्योग मंत्री कवासी लखमा, लोकसभा सांसद दीपक बैज सहित अनेक जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
 
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सी-मार्ट में रखे गए महुआ टी, महुआ लड्डू, महुआ चिक्की बार, तिखूरशेक ईमली कैण्डी, ईमली चटनी, लेमन तुलसी टी, सहित ब्लैक राईस, रागी माल्ट, रागी पाउडर, सहित विभिन्न प्रकार के स्थानीय स्तर पर उत्पादित वस्तुओं का अवलोकन करते हुए समूह की महिलाओं का उत्साहवर्धन किया एवं ऐसे उत्पादों की बढ़ावा देने कहा जिसका बाजार में मांग ज्यादा है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण के लिए सी-मार्ट मील का पत्थर साबित होगा, उत्पादन से लेकर मार्केटिंग की क्षेत्र में महिलाओं द्वारा बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया जा रहा है। जिले में संचालित महिला स्व-सहायता समूहों के द्वारा विभिन्न स्थानीय उत्पाद तैयार किये जाते हैं, पहले बाजार के अभाव में स्थानीय उत्पादों के लिए बाजार का अभाव जिससे उचित मूल्य नहीं मिल पाता था। अब स्थानीय स्तर पर विभिन्न प्रकार की सामग्री आसानी से सी-मार्ट के माध्यम से किफ़ायती दर पर उपलब्ध हो सकेगा।
 
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा राज्य के सभी जिला मुख्यालय में राज्य के लघु, कुटीर उद्योगों, स्व-सहायता समूहों के उत्पादों की बिक्री के लिए सुपर मार्केट की तर्ज पर सी-मार्ट प्रारंभ किए जा रहे हैं। सी-मार्ट के माध्यम से छत्तीसगढ़ के लघु, कुटीर उद्योगों और परंपरागत शिल्पियों, बुनकरों, दस्तकारों, कुंभकारों के साथ महिला समूहों, गौठान में निर्मित सामग्री के साथ-साथ वन विभाग के उत्पादों की बिक्री भी की जाएगी। इससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नये अवसर बढ़ेंगे।
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मुख्यमंत्री बघेल ने अधिकारियों की ली समीक्षा बैठक, दिए यह निर्देश

 

रायपुर (छ.ग. दर्पण)। मुख्यमंत्री बघेल ने बीजापुर सर्किट हाउस में जिले के अधिकारियों के साथ समीक्षा की। बैठक के दौरान सीएम बघेल ने ने बैठक में अधिकारियों से कहा कि हमारा फोकस लोगों की आय बढ़ाना, उन्हें उत्कृष्ट स्वास्थ्य सुविधाएं और बेहतर शिक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराना है।

 

उन्होंने कहा कि हमने पिछले तीन वर्षों में ‘विकास, विश्वास और सुरक्षा’ के मंत्र के साथ काम करने का लाभ उठाया है। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि क्षेत्र में नक्सलवाद पूरी तरह से समाप्त हो गया है, लेकिन राज्य में कई हिस्से नक्सल मुक्त हो गए हैं।

बैठक में प्रभारी मंत्री कवासी लखमा, सांसद दीपक बैज, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी भी उपस्थित रहे।

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सीआईएसएफ में सिपाही भर्ती:छत्तीसगढ़ के जाली दस्तावेज से यूपी के युवकों ने दी भर्ती परीक्षा, गैंग फंसा

दुर्ग (छत्तीसगढ़ दर्पण) उतई में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के रीजनल ट्रेनिंग सेंटर में चल रही आरक्षक भर्ती में फर्जी दस्तावेजों से किए गए बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा करते हुए पुलिस ने छह युवकों को गिरफ्तार किया है। सिपाही भर्ती परीक्षा में धांधली करनेवाला यह गिरोह उत्तरप्रदेश का है। इस गिरोह ने सबसे पहले छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ के नाम-फर्जी पते से 4 आधार कार्ड बनवाए जिसमें फोटो यूपी के लड़कों की लगी है। इनके साथ मार्कशीट और मूल निवास प्रमाणपत्र वगैरह भी यहां के फर्जी बना लिए गए।

 

चारों युवकों ने इन्हीं फर्जी दस्तावेजों पर लिखित परीक्षा दे दी और क्वालिफाई कर लिया। उसके बाद फिजिकल के लिए उनकी जगह आगरा के चार और युवकों को लाया गया। बुधवार को फिजिकल परीक्षा से पहले बायोमीट्रिक जांच में चारों के फिंगरप्रिंट मैच नहीं हुए। नहीं मिले। बाद में फोटो और दस्तावेजों का परीक्षण हुआ, तब भी चारों अलग निकले।

इसके बाद पुलिस ने आगरा से आए युवकों चंद्रशेखर सिंह, श्यामवीर सिंह, महेंद्र सिंह और अजीत सिंह को पकड़ा। उनकी निशानदेही पर आगरा के ही मास्टरमाइंड हरिओम दत्त और मुरैना (एमपी) के दुर्गेश सिंह को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया सीआईएसएफ में वर्ष 2021 को 1149 जनरल ड्यूटी के पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी हुआ।

इसके बाद अप्रैल से नवंबर 2021 में लिखित परीक्षा हुई। मई 2022 से फिजिकल चल रहा है। फिजिकल उतई केंद्र में ही लिया जा रहा है। जिन चार युवकों के आधार कार्ड और दस्तावेजों पर आगरा से चार युवक फिजिकल देने पहुंचे थे, उनके नाम सुनील पाल, रॉबिन सिंह, धर्मपाल और उदयभान सिंह हैं।

अभी इनके बारे में पुलिस को पता नहीं चला है कि ये भी असली हैं या फर्जी। क्योंकि जांच में यह बात भी आ रही है कि फर्जी नाम और दस्तावेजों से चारों परीक्षाएं दुर्गेश ने ही दी थीं, क्योंकि तारीखें अलग थीं। दूसरी बात यह आई है कि इन चार युवकों से एजेंटों ने सलेक्शन के नाम पर 7-7 लाख रुपए वसूले, फिर फर्जी कागजात बनाकर लिखित परीक्षा में बैठाया।

इसके बाद उन्हीं के दस्तावेजों पर फिजिकल देने के लिए चार लड़कों को लाया गया, जो पकड़े गए। फिलहाल सभी आरोपियों को चारसौबीसी और साजिश के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। डोंगरगढ़ के जो नाम-पते दस्तावेजों में दर्ज हैं, उनकी तथा लिखित परीक्षा देने वाले उत्तरप्रदेश के युवकों की तलाश की जा रही है।

पुलिस ने बताया कि सारे दस्तावेज फर्जी निकले हैं। दोनों मास्टरमाइंड के साथ चारों युवक किराए की कार से फिजिकल परीक्षा देने भिलाई पहुंचे थे। उनसे 41 हजार रुपए कैश भी मिला है। पकड़े गए आरोपियों में सुनील पाल की जगह चंद्रशेखर, रॉबिन सिंह की जगह श्यामवीर, धरमपाल की जगह महेंद्र और उदयभान सिंह की जगह अजीत फिजिकल देने वाले थे।

यूपी, हरियाणा, एमपी के गिरोह भर्ती परीक्षा के फर्जीवाड़े में माहिर

अफसरों के मिली जानकारी के मुताबिक इस तरह के गिरोह यूपी, एमपी और हरियाणा में पकड़े जा चुके हैं। गिरोह रेलवे तथा एसएससी परीक्षा के फर्जीवाड़े में माहिर है। गिरोह ऐसे अभ्यार्थियों की तलाश करते हैं जो परीक्षा में शामिल हो रहे हैं।

इनसे लिखित पास करवाने के लिए लाखों रुपए की डील होती है। दूसरा गिरोह फिजिकल परीक्षा के लिए हट्‌टे-कट्‌टे युवक तलाश करता है। तीसरा गिरोह फर्जी दस्तावेज तैयार करवाता है। शुरुआती जांच के बाद अफसरों का दावा है कि गिरफ्तार किए गए दुर्गेश ने ही फर्जी दस्तावेज तैयार किए थे। उसके मोबाइल से कई दस्तावेज बरामद हुए हैं। फिर उसने फिजिकल टेस्ट के लिए अपने गांव के ही 4 युवकों को तैयार किया था। चारों को एडवांस के तौर पर 10-10 हजार रुपए दिए गए। फिजिकल निकालने के बाद 1-1 लाख रुपए देने की डील हुई थी।

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