छत्तीसगढ़

महाशिवरात्रि पर चंद्रशेखर स्वरूप में होगा बाबा बुढ़ेश्वर नाथ का विवाह

रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के सबसे प्राचीन और विशाल शिवालय बुढ़ेश्वर महादेव मंदिर में बाबा बुढ़ेश्वरनाथ  चंद्रशेखर स्वरूप धारण कर विवाह रचाएंगे। इसे हेतु पूरे मंदिर को भव्य वैवाहिक स्थल के रूप में मंडप का स्वरूप दिया जा रहा है। इसके लिए तैयारियां जोर-जोर से प्रारंभ हो गई है।

रायपुर पुष्टिकर समाज के मुख्य ट्रस्टी चंद्र प्रकाश व्यास ने बताया कि बुढ़ेश्वर महादेव मंदिर लगभग 400 वर्ष प्राचीन है और यहां पर स्वयंभू शिवलिंग है जिसके दर्शन मात्र से ही भक्तों की मनोकामना पूर्ण हो जाती है। इसका संचालन प्राचीन काल से रायपुर पुष्टिकर समाज द्वारा किया जा रहा है । उन्होंने बताया कि महाशिवरात्रि पर्व के लिए तैयारी मंदिर परिसर में जोरों से चल रही है पूरे शिवालय को एक वैवाहिक मंडप का स्वरूप दिया जा रहा है जिसमें भगवान भोलेनाथ की बारात का दृश्य मंदिर के बाहर स्थल में देखने को मिलेगा वहीं मंदिर के गर्भ गृह को वैवाहिक वेदी का स्वरूप दिया जा रहा है जहां पर भगवान शिव पार्वती फेरे  लेते हुए नजर आएंगे और सभी देवता गण उन पर पुष्प वर्षा करते हुए दिखेंगे।

प्रबंधक ट्रस्टी श्रीमती विजयलक्ष्मी बोहरा ने बताया कि महाशिवरात्रि के आयोजन के लिए समाज के युवाओं की पूरी टीम पिछले 10 दिनों से सक्रिय है । 8 मार्च महाशिवरात्रि के दिन प्रातः 4:45 बजे भस्म आरती पंचामृत अभिषेक किया जाएगा तत्पश्चात प्रातः 7:00 बजे से आम भक्तगण जलाभिषेक कर सकेंगे उसके बाद दोपहर 12:00 बजे भगवान भोलेनाथ को राजभोग अर्पित किया जाएगा उसके बाद शाम 4:00 बजे से भगवान भोलेनाथ के चंद्रशेखर स्वरूप के दर्शन प्रारंभ होंगे जो देर रात्रि तक चलेंगे उसके पश्चात रात्रि 12:00 बजे से महानिशा पूजा का आयोजन भी किया गया है।

क्या है भगवान भोलेनाथ का चंद्रशेखर स्वरूप

भगवान शिव के विवाह का प्रसंग है। पार्वती की माता मैना के भीतर अहंकार था। भगवान शिव इस अहंकार को नष्ट करना चाहते हैं इसलिए उन्होंने भगवान विष्णु और ब्रह्माजी से कहा- आप दोनों मेरी आज्ञा से अलग-अलग गिरिराज के द्वार पर पहुंचिए। शिवजी की आज्ञा मानकर भगवान विष्णु सबसे पहले हिमवान के द्वार पर पधारे। मैना (पार्वतीजी की माता) ने शुभ आरती सजाई और उनके साथ की स्त्रियां उत्तम मंगलगीत गाने लगीं। सुंदर हाथों में सोने की थाल शोभित है, इस प्रकार मैना हर्ष के साथ शिवजी का परछन करने चलीं। जब मैना ने विष्णु के अलौकिक रूप को देखा तो प्रसन्न होकर नारद जी से पूछा है- क्या ये ही मेरी शिवा के शिव हैं? 

तब नारद जी बोले, ‘‘नहीं, ये तो भगवान श्री हरि हैं। पार्वती के पति तो और भी अलौकिक हैं। उनकी शोभा का वर्णन नहीं हो सकता।’’

इस प्रकार एक-एक देवता आ रहे हैं, मैना उनका परिचय पूछती हैं और नारद जी उनको शिव का सेवक बताते हैं। फिर उसी समय भगवान शिव अपने शिवगणों के साथ पधारे हैं। सभी विचित्र वेश-भूषा धारण किए हुए हैं। कुछ के मुख ही नहीं हैं और कुछ के मुख ही मुख हैं। उनके बीच में भगवान शिव अपने नाग के साथ पधारे हैं। शिवजी से द्वार पर शगुन मांगा गया है। बाबा ने पूछा कि शगुन क्या होता है? 

किसी ने कहा कि आप अपनी कोई प्रिय वस्तु दान में दीजिए। बाबा ने अपने गले से सर्प उतारा और उस स्त्री के हाथ में रख दिया जो शगुन मांग रही थी। वहीं मूर्छित हो गई। इसके बाद जब महादेवजी को भयानक भेस में देखा तब तो स्त्रियों के मन में भारी भय उत्पन्न हो गया। डर के मारे भागकर वे घर में घुस गईं और शिवजी जहां जनवासा था, वहां चले गए। कुछ डर के मारे कन्या पक्ष (मैना जी) वाले मूर्छित हो गए। जब मैना जी को होश आया तो रोते हुए कहा- चाहे कुछ भी हो जाए मैं इस भेस में अपनी बेटी का विवाह शिव से नहीं कर सकती हूं। 

उन्होंने पार्वती से कहा- मैं तुम्हें लेकर पहाड़ से गिर पड़ूंगी, आग में जल जाऊंगी या समुद्र में कूद पड़ूगी। चाहे घर उजड़ जाए और संसार भर में अपकीर्ति फैल जाए, पर जीते जी मैं इससे तुम्हारा विवाह नहीं करूंगी। 

नारद जी को भी बहुत सुनाया। मैंने नारद का क्या बिगाड़ा था जिन्होंने पार्वती को ऐसा उपदेश दिया कि उसने बावले वर के लिए तप किया। सचमुच उनको न किसी का मोह है, न माया, न उनके धन है, न घर है। यह सब सुनकर पार्वती अपनी मां से बोली- हे माता! कलंक मत लो, रोना छोड़ो, यह अवसर विषाद करने का नहीं है। मेरे भाग्य में जो दुख-सुख लिखा है, उसे मैं जहां जाऊंगी, वहीं पाऊंगी। 

ऐसा कह कर पार्वती शिव के पास गई और उन्होंने निवेदन किया हे भोले नाथ! मुझे सभी रूप और सभी वेश में स्वीकार हो। लेकिन प्रत्येक माता-पिता की इच्छा होती है कि उनका दामाद सुंदर हो। 

तभी वहां विष्णु जी आ जाते हैं और कहते हैं पार्वती जी! आप चिंता मत कीजिए। आज जो शिव का रूप बनेगा उसे देखकर सभी दंग रह जाएंगे। आप यह जिम्मेदारी मुझ पर छोड़िए। भगवान विष्णु ने भगवान शिव का सुंदर शृंगार किया और सुंदर वस्त्र पहनाए। करोड़ों कामदेव को लज्जित करने वाला रूप बनाया शिव का। शिव के इस रूप को भगवान विष्णु ने चंद्रशेखर नाम दिया।

 

 

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संगीत विश्व विद्यालय के स्टूडेंस् ने सांस्कृतिक विधा पर प्रस्तुति देकर सबका मन मोह लिया

सरस मेला में लोक संगीत, सुगम संगीत , कत्थक, सुफी गायन और योग नृत्य का हुआ अद्भूत संगम

कवर्धा: कवर्धा के पीजी कॉलेज मैदान में आयोजित सरस मेले के नौवें दिन इंदिरा कला एवं संगीत विश्व विद्यालय खैरागढ़ के छात्र-छात्राओं ने छत्तीसगढ़ की कला-संस्कृति और रीति-रिवाजों पर आधारित अलग-अलग विधाओं पर शानदार प्रस्तुति देकर सबका मन मोह लिया। सधे हुए बड़े कलाकारों की तरह संगीत विश्व विद्यालय के स्टूडेस् ने बिना झिछक के गीत-संगीत धून के साथ छत्तीसगढ़ की अलग-अलग विधाओं से दर्शकों को खूब मनोरंजन किया। दर्शकों ने तालियों की गढ़गढ़ाहटों से सरस मेले में आए सभी कलाकारों का उत्साह बढ़ाया। 

सरस मेला के नौवें दिन के साँस्कृतिक मंच पर छत्तीसगढ़ की लोक पारम्परिक, लोक संगीत,सुगम संगीत, कत्थक, सुफी गायन और योग नृत्य का अद्भूत संगम देखने को मिला। वही विश्व विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने छत्तीसढ़ की नाचा संस्कृति पर आधारित सीता राम ले भैया..... जाए के बेरा होगे हे सीता राम ले ले... की  संगीत-गीतों के साथ सरस मेले का नौवे दिन की सांस्कृतिक आयोजन का विधिवत समापन किया।


सरस मेला का यह आयोजन छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के अथक प्रयासों और छत्तीसगढ़ शासन के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्रलाय के तत्वावधान में आयोजित हो रहा है। सरस मेला का मुख्य उद्देश्य छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिले तथा देश के अलग-अलग राज्यों में काम करने वाले स्वसहायता समूहों को एक स्थान पर उनके द्वारा उत्पाद की गई सभी समाग्रियों को विक्रय के लिए एक आदर्श और सम्मान के साथ एक मंच प्रदान करना है। छत्तीसग़़ढ़ शासन द्वारा आयोजित इस सरस मेले में लगभग दौ सौ स्टॉल लगाए गए है। यह आयोजन दस दिन का था। 6 मार्च को इस सरस मेला का विविधव समापन होगा। सरस मेले में आठवें दिन तक अब तक 47 लाख रूपए से अधिक का व्यवसाय इस मेले में होनी की जानकारी दी गई है,समूहों का यह व्यवसाय अर्धशतक लाख का आकड़ा पार होने की पूरी उम्मीद जताई गई है।

कलेक्टर जनमेजय महोबे, पुलिस अधीक्षक डॉ अभिषेक पल्लव, जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल द्वारा सरस मेले में आने वाले सभी अतिथियों और कलाकारों को स्वागत और अभिनंदन किया जा रहा है। सरस मेले के नौवें दिन इंदिरा कला एवं संगीत विश्वविद्यालय की कुलपति तथा पद्श्री ममता चन्द्राकर विशेष रूप से शामिल हुई। उन्होंने सरस मेले का अवलोकन किया और नौ दिन के सभी सांस्कृतिक आयोजन को दर्शक दीर्घा में समापन तक बैठकर लोक-कलाकारों, स्कूली विद्यार्थियों और इंदिरा कला एवं संगीत विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं को मनोबल बढ़ाया। 

जिला प्रशासन की ओर से नौ दिन के आयोजन के मुख्य अतिथि के रूप में चिकित्सा जगत से जुड़े डॉ शशि कपूर परिहार, डॉ अतूल जैन, डॉ दिलिप सिंह, डॉ अजय बागड़े सहित दानेश्वर परिहार, रवि वर्मा, श्रीकांत उपाध्याय, कैलाश शर्मा, सुरेश चन्द्रवंशी, नंदलाल चंन्द्राकर, डोमन चन्द्रवंशी, राजकुमार वर्मा, कमलकांत नाबिक, नवदीप सिंह चांवला विशेष रूप से उपस्थित थे। मुख्य अतिथियों ने दीप प्रज्जवलित कर सांस्कृतिक कार्यक्रम का विविधिव शुभारंभ किया। सरल मेले के नौवे दिन स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय के छात्र-छात्रओं ने शानदार प्रस्तुति दी। साथ ही चैतन्य साहू, शरीफ खान, मानस साहू एवं वर्षा साहू ने केरोके में गजल और हिन्दी फिल्म गानों की प्रस्तुति दी। कवर्धा के राम खिलावन लांझेकर ने सुफी गायन कर सबकों को तलिया बजाने पर मजबूर कर दिया। मुख्य अतिथियों के साथ जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल ने सभी कलाकारों को स्मृति चिंन्ह भेंट कर सम्मानित किया।

 
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सीएम साय की अध्यक्षता में शुरू हुई कैबिनेट की बैठक

 रायपुर: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में बुधवार शाम महानदी भवन, मंत्रालय, नवा रायपुर, अटल नगर में मंत्रिपरिषद की बैठक शुरू हो गई है।

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मोदी की गारंटी को पूरा करते हुए साकार करेंगे विकसित छत्तीसगढ़ का सपना : मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री ने चेट्रीचंड्र महोत्सव पर शासकीय अवकाश की घोषणा की

रायपुर:  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि मोदी की गारंटी को पूरा करते हुए विकसित छत्तीसगढ़ का सपना साकार करेंगे। मुख्यमंत्री आज शाम यहां राजधानी रायपुर के श्री अटल बिहारी बाजपेयी ऑडिटोरियम मेडिकल कॉलेज में चेट्रीचंड्र महोत्सव समिति, रायपुर और संपूर्ण सिंधी समाज, छत्तीसगढ़ द्वारा आयोजित अभिनंदन समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने चेट्रीचंड्र महोत्सव पर शासकीय अवकाश की घोषणा की ।

अभिनंदन समारोह में प्रदेश भर से आए सिंधी समाज के सदस्यों को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि भारत-पाकिस्तान के विभाजन का सबसे ज्यादा दंश सिंधी समाज ने ही झेला है। देश को आगे बढाने में सिंधी समाज का बहुमूल्य योगदान है। चाहे व्यापार का क्षेत्र हो या राष्ट्र भक्ति की बात हो। सिंधी समाज हमेशा अग्रणी रहा है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी की सोच है कि भारत को फिर से विश्व गुरु बनाना है। भारत फिर से सोने की चिड़िया बने। एक विकसित भारत का निर्माण हो। दस वर्षों के मोदी जी के प्रयास से हमारा देश आर्थिक सेक्टर में 11वें स्थान से पांचवे स्थान आ गया है। आने वाले 5 साल में देश को आर्थिक क्षेत्र में तीसरे स्थान पर लाना है। इसके लिए सभी का सहयोग जरूरी है। विकसित भारत के लिए विकसित छत्तीसगढ़ बनाना जरूरी है। विकसित छत्तीसगढ़ के लिए आप सभी के व्यापार को भी विकसित व्यापार बनाना जरूरी है। सभी के सहयोग से विकसित छत्तीसगढ़ बनेगा, इसमें सिंधी समाज की बड़ी भूमिका होगी।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमारी सरकार बने अभी ढाई महीने हुए हैं। मोदी की गारंटी को पूरा करने की दिशा में सरकार कदम बढ़ा चुकी है। 18 लाख प्रधानमंत्री आवास का निर्णय पहली कैबिनेट में लिया गया। बहुत जल्द गरीबों का पक्का मकान बनना शुरू हो जाएगा। 2 साल का बकाया बोनस 12 लाख से ज्यादा किसानों को 3716 करोड़ रुपये 25 दिसंबर को हम दे चुके हैं। 21 क्विंटल प्रति एकड़ के हिसाब से धान की खरीदी की गई है। इस साल बंपर धान की खरीदी हुई है। एक लाख 47 हज़ार मेट्रिक टन धान की खरीदी हुई है ।  24 लाख 72 हजार किसानों ने धान बेचा है। महतारी वंदन योजना के तहत 70 लाख 14 हजार बहनों का फॉर्म वैध पाया गया है। जल्द ही एक हज़ार रुपये की पहली किश्त उनके खाते में हस्तांतरित कर दी जाएगी। इसी प्रकार छत्तीसगढ़ के विकास के लिए जो भी आवश्यक कदम होंगे वो हम उठाएंगे।

इस अवसर पर विधायक पुरन्दर मिश्रा, पूर्व विधायक श्रीचंद सुंदरानी, राजू जगदीश, अमर परवानी,  अमित चिमनानी सहित प्रदेश भर से आए सिंधी समाज के सदस्य उपस्थित रहे।

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हमारी कृषि आधारित अर्थव्यवस्था में पशुधन आज भी महत्व : टंकराम वर्मा

 घुलघुल में जिला स्तरीय पशुधन प्रदर्शनी और मेला आयोजित

रायपुर: राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा ने कहा है कि छत्तीसगढ़ की कृषि आधारित अर्थव्यवस्था में आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में पशुधन का महत्व है। पशुधन का उपयोग कृषि कार्यों के साथ-साथ अन्य आर्थिक गतिविधियों में भी है। इस महत्ता के कारण हमारी संस्कृति में पशुधन को पूजनीय माना गया है। श्री वर्मा रायपुर जिले के ग्राम घुलघुल में जिला स्तरीय पशुप्रदर्शनी और पशु मेला में पशु मालिकों को सम्बोधित कर रहे थे। 

पशु चिकित्सा विभाग के द्वारा आयोजित इस मेले में उन्नत नस्ल के पशु प्रदर्शित किए गए थे। साथ ही यहां स्वस्थ्य पशु प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस आयोजन में 230 कृषक और पशुपालकों ने हिस्सा लिया। मेले में बीमार पशुओं का उपचार कर दवाईयां वितरित की गई। प्रतियोगिता में दुधारू गाय वर्ग में संजय शर्मा नेवरा, आकाश अग्रवाल नेवरा, तथा शत्रुहन यादव रजिया के गाय को क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त हुआ।  इसी प्रकार फेरहा यदु,  हितेन्द्र मिर्झा एवं  गंगा यदु के भैंस को क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान (दुधारू भैंस वर्ग)तथा बकरा-बकरी वर्ग में राकेश साहू कुम्हारी, परस निषाद खपरीकला एवं  देवेश वर्मा के बकरा-बकरी को क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान, बैल जोड़ी वर्ग में  ईश्वर साहू,  रूपेन्द्र यादव, रामजी साहू के बैल को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान एवं उन्नत वत्स पालन में यशकुमार यदु मोहगांव,  हेमंत यदु खपरीकला,  अशोक यदु आलेसुर को क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान तथा कुक्कुट वर्ग में बिसरू निषाद, महाराज टण्डन एवं बिसरू निषाद को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। 

इस अवसर पर जिला पंचायत सभापति राजू शर्मा, तिल्दा जनपद अध्यक्ष सुमन देवव्रत नायक, जनपद सदस्य स्वाति वर्मा, सभापति जनपद पंचायत तिल्दा शिवशंकर वर्मा, ग्राम कोहका के सरपंच सहदेव कुर्रे,  भगवती साहू, विजय ठाकुर, तेजराम वर्मा, पशुधन विकास विभाग के संयुक्त संचालक डॉ. शंकरलाल उइके तथा विभाग के जिला स्तर के अधिकारी एवं कर्मचारी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।

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फॉरेस्ट ऑफ लाईफ महोत्सव में शामिल हुये विद्यार्थी

धमतरी: कलेक्टर सुश्री नम्रता गांधी के निर्देशानुसार आज जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट), नगरी में अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन के सहयोग से फॉरेस्ट ऑफ लाइफ महोत्सव का आयोजन किया गया।

इस महोत्सव में पैनल में बच्चो को चित्रों के माध्यम से एक कहानी, जंगलों की उत्पत्ति कैसे हुई, पेड़ पौधे कैसे बने, जंगलों से हमें क्या क्या प्राप्त होता है, जंगल के आसपास रहने वाली प्रजाति किस प्रकार  जंगलों पर निर्भर है, जंगलों के बिना हमारा भविष्य कैसा होगा, और भविष्य में हम जंगलों को कैसा बचा सकते हैं जैसे कई प्रकार के विषय शामिल थे। वही वर्क शॉप में मिट्टी से खिलौने बनाने एवं बर्ड वाचिंग में पक्षियों को उनकी आवाज, उनके रंग, आकार से पहचानना सिखाया गया। वहीं मूवी हॉल में उदंती सीतानदी अभारण्य, कांगेर वैली जैसे  जंगलों की खूबियों को भी बताया गया। फॉरेस्ट डायरी में रिसोर्स पर्सन के रूप में देवदत्त तारम, रेंजर आरसीकन्हार एवं पुरुषोत्तम जी अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन से उपस्थित थे। जिन्होंने बच्चों से बात करके हमारे आसपास के जंगलों को समझने एवं उनके रख रखाव कैसे किया जाए इसकी जानकारी दी। फॉरेस्ट ऑफ लाइफ में वालेंटियर द्वारा रिसेप्शन पर सभी विद्यालय के छात्रों एवं शिक्षको का पंजीयन किया गया, उसके पश्चात बच्चो को 25-25 के समूह में बाटकर वालेंटियर द्वारा आईडी दी गई फिर स्टूडेंट वालेंटियर अपने अपने समूह के बच्चो को अलग अलग जगह ले गए। जिसमें पैनल एग्जिबिशन, वर्क शॉप, फॉरेस्ट डायरी, फॉरेस्ट मूवी शामिल थी। अंत में बच्चों एवं शिक्षको से इस आयोजन पर उनकी क्या प्रतिक्रिया हैं लिखवाई गई। जिसे बोर्ड में लगाकर रखा गया हैं।

गौरतलब है कि फ़ॉरेस्ट ऑफ़ लाइफ़ महोत्सव, अजीम प्रेमजी विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित किया जाने वाला एक जलवायु उत्सव है।  यह महोत्सव प्रकृति की खुशी का जश्न मनाता है तथा कला प्रतिष्ठानों का एक समूह, युवा प्रशिक्षुओं द्वारा ली गई जंगलों की तस्वीरें, संगीत, फ़िल्में, कलाकृतियां आदि चीज़ों को शामिल करता है। कार्यक्रम में विद्यार्थियों को वन्य प्राणी, वनांचल के रहन-सहन, हरे-भरे जंगल, झाड़ियों का मनोरम दृश्यों को विस्तारपूर्वक समझाया गया। इस कार्यक्रम में कुल 14 विद्यालय से 504 छात्र एवं 32 शिक्षक उपस्थित थे। दो पालियों में आयोजित इस कार्यक्रम में पहली पाली के प्रथम बैच में 07 विद्यालय 235 छात्र एवं 10 शिक्षक तथा दूसरी पाली के द्वितीय बैच में 07 विद्यालय, 269 छात्र, एवं 22 शिक्षक सम्मिलित हुये।

 

 

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मुख्यमंत्री साय ने किया ट्राइब्स ऑफ बस्तर कॉफी टेबल बुक का विमोचन

जगदलपुर: चित्रकोट महोत्सव में कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान द्वारा तैयार की गई “ट्राइब्स ऑफ बस्तर “ कॉफी टेबल बुक का विमोचन माननीय मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, वन मंत्री केदार कश्यप, विधायक जगदलपुर किरण सिंह देव, विधायक चित्रकोट विनायक गोयल और अन्य अतिथियों के उपस्थिति में हुआ।

इस किताब में कांगेर घाटी  के आस पास निवासरत धुरवा जनजातीय समुदाय के  रीति रिवाज, त्यौहार , स्थानीय मेला मंडई, जंगल और आदिवासी संस्कृति का संबंध , वन उपज पर निर्भरता , समुदाय में सह अस्तित्व की भावना इत्यादि का फोटोग्राफी के माध्यम से वर्णन किया गया है। राष्ट्रीय उद्यान के निदेशक धम्मशील गणवीर ने बताया की इस किताब के माध्यम बस्तर के आदिवासी संस्कृती  और उनका जंगलों से कैसा अनोखा संबद्ध है, उनकी प्राचीन ज्ञान प्रणाली, पारंपरिक चिकित्सा, अद्वितीय कला,  जंगलों के प्रती आस्था की संस्कृति, स्थानीय संगीत और नृत्य आदि की सांस्कृतिक अभिव्यक्ति की झलक दर्शाई गई है। बस्तर के पर्यटन के प्रचार प्रसार के लिए यह किताब सहायक साबित होगी जिससे देश और विदेश के लोगों को बस्तर के आदिवासी संस्कृति और उनके जंगलों से गहरे संबंधों के बारे में जानने को अवसर मिलेगा।

इस कार्यक्रम में आर सी दुग्गा, मुख्य वन संरक्षक जगदलपुर वृत्त , राजेश पाण्डेय मुख्य वन संरक्षक वाइल्डलाइफ , कलेक्टर विजय दयाराम, पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा, डीएफओ बस्तर उत्तम गुप्ता, कमल तिवारी उप वनमण्डल अधिकारी, योगेश कुमार रात्रे उप वनमण्डल अधिकारी और समस्त अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।

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चेकिंग के दौरान कार से बरामद हुई 35 किलो चांदी

रायपुर: लोकसभा चुनाव को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह के निर्देशानुसार 4 मार्च को एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट, थाना मंदिर हसौद एवं थाना आरंग पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा थाना मंदिर हसौद क्षेत्रांतर्गत स्थित टोल नाका पास वाहनों की आकस्मिक चेकिंग की गई।

चेकिंग के दौरान अर्टिगा वाहन क्रमांक सी जी/07/बी यू/8984 को चेक करने पर बैग में चांदी के जेवरात रखा होना पाया गया। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा वाहन में सवार व्यक्ति से पूछताछ करने पर व्यक्ति ने अपना नाम राजेश सोनी निवासी सदर बाजार दुर्ग का होना बताया। चांदी के जेवरातों के संबंध में पूछताछ करने एवं वैध दस्तावेज की मांग करने पर उसके द्वारा चांदी के जेवरातों के संबंध में किसी प्रकार का कोई दस्तावेज प्रस्तुत न कर टीम के सदस्यों को लगातार गुमराह किया जा रहा था।

जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा राजेश सोनी के कब्जे से कुल 35 किलो 743 ग्राम चांदी के जेवरात कीमती लगभग 27,52,000/- (सत्ताईस लाख बावन हजार रूपये) को धारा 102 जा.फौ. के तहत थाना मंदिर हसौद में जप्त कर अग्रिम कार्यवाही की जा रही है l

व्यक्ति का नाम
राजेश सोनी पिता चिरंजी सोनी उम्र 49 साल निवासी सदर बाजार दुर्ग।

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सीएम साय करेंगे चित्रकोट महोत्सव का उद्घाटन, नव दंपत्तियों को देंगे आशीर्वाद

बस्तर संभाग के लिए 208.32 करोड़ के 643 विकास कार्यों का करेंगे लोकार्पण-भूमिपूजन

रायपुर: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय 5 मार्च को चित्रकोट महोत्सव-2024 का उद्घाटन करेंगे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री साय मुख्यमंत्री कन्या विवाह कार्यक्रम के तहत 340 नव दंपत्तियों को आशीर्वाद भी प्रदान करेंगे। साथ ही इस मौके पर वे बस्तर संभाग के लिए 208.32 करोड़ रूपए से अधिक लागत के 643 विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन करेंगे।

मुख्यमंत्री 104 करोड़ 20 लाख रूपए की लागत से 177 विकास कार्यों का लोकार्पण और 104 करोड़ 11 लाख रूपए की लागत से 466 विकास कार्यों का भूमिपूजन-शिलान्यास करेंगे।

मुख्यमंत्री द्वारा लोकार्पण किए जाने वाले कार्यों में बस्तर जिले के 12 करोड़ 40 लाख 69 हजार की लागत से 31 विकास कार्य, सुकमा जिले के 10 करोड़ 27 लाख की लागत के 08 विकास कार्य, नारायणपुर जिले के 35 लाख 24 हजार की लागत के तीन विकास कार्य, बीजापुर जिले के 25 करोड़ 83 लाख 18 हजार की लागत के 104 विकास कार्य, कोण्डागांव जिले के एक करोड़ 08 लाख 46 हजार की लागत के 15 विकास कार्य, कांकेर जिले के 47 करोड़ 10 लाख 70 हजार की लागत के 14 विकास कार्य और दंतेवाड़ा जिले के 07 करोड़ 15 लाख 28 हजार की लागत के 02 विकास कार्य का लोकार्पण करेंगे।

इसी तरह भूमिपूजन-शिलान्यास के कार्यों में बस्तर जिले में 10 करोड़ 45 लाख रूपए की लागत के 108 विकास कार्य, सुकमा जिले में 08 करोड़ 50 लाख रूपए की लागत के 06 विकास कार्य, नारायणपुर जिले में 08 करोड़ 73 लाख रूपए की लागत के 14 विकास कार्य, बीजापुर जिले में 10 करोड़ 43 लाख रूपए की लागत के 70 विकास कार्य, कोण्डागांव जिले में 04 करोड़ 28 लाख रूपए की लागत के 07 विकास कार्य, कांकेर जिले में 23 करोड़ 47 लाख रूपए की लागत के 29 विकास कार्य और दंतेवाड़ा जिले में 38 करोड़ 22 लाख रूपए की लागत के 232 विकास कार्य शामिल हैं।

इस कार्यक्रम में वन एवं सहकारिता मंत्री केदार कश्यप, उच्च शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, सांसद दीपक बैज, विधायक जगदलपुर किरण देव, विधायक बस्तर लखेश्वर बघेल, चित्रकोट विधायक विनायक गोयल, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती वेदवती कश्यप, जिला पंचायत उपाध्यक्ष मनीराम कश्यप, महापौर श्रीमती सफीरा साहू, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती पदमा कश्यप, जनपद पंचायत लोहण्डीगुडा अध्यक्ष महेश कश्यप, सरपंच चित्रकोट श्रीमती बुटकी कश्यप विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। उद्घाटन समारोह में कवि सम्मेलन, स्कूली छात्र-छात्राओं की प्रस्तुति, लोक नर्तकदलों की प्रस्तुति और ब्लिस डांस ट्रुप की सांस्कृतिक प्रस्तुति होगी।

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आशीर्वाद लेने बोरियाकला स्थित शंकराचार्य आश्रम पहुंचे मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य जगद्गुरु स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी तथा शारदा पीठ के शंकराचार्य जगद्गुरु स्वामी सदानंद सरस्वती जी के किए दर्शन

रायपुर, 4 मार्च, 2024/ मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज सुबह राजधानी रायपुर के बोरियाकला स्थित शंकराचार्य आश्रम पहुंचकर ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य जगदगुरु स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी तथा शारदा पीठ के शंकराचार्य जगद्गुरु स्वामी सदानंद सरस्वती जी के दर्शन कर उनका आशीर्वाद लिया। स्वामी जी  राजिम कुंभ के संत समागम में भाग लेने छत्तीसगढ़ पहुंचे हुए हैं। इसके अलावा वे प्रदेश में होने वाले अन्य धार्मिक कार्यक्रमों में भी शामिल होंगे।

    मुख्यमंत्री श्री साय ने स्वामी जी को राजिम कुंभ आयोजन के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि इस बार राजिम कुंभ कल्प का आयोजन बहुत भव्य तरीके से किया जा रहा है। देश भर से यहां संत समागम हुआ है। छत्तीसगढ़ के लोग बड़े भाग्यशाली हैं कि उन्हें आपका आशीर्वाद इस मौके पर मिला है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने स्वामी जी से कहा कि राजिम कुंभ के माध्यम से संत समागम का उद्देश्य पूरा हो रहा है जिससे सनातन परंपरा के प्रति लोगों की जागरूकता बढ़ेगी।

 शंकराचार्य जी ने इस मौके पर मुख्यमंत्री को आशीर्वाद दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि सनातन परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए जिस तरह से राजिम कुंभ में तैयारी की गई है और संत समागम हुआ है उससे निश्चित रूप से छत्तीसगढ़ में आध्यात्मिक वातावरण और उन्नत होगा। भगवान श्री राजीव लोचन जी और कुलेश्वर महादेव जी की पुण्य भूमि संगम नगरी राजिम में यह सुंदर आयोजन हो रहा है इससे निश्चित रूप से श्रद्धालुओं के लिए उत्साहपूर्ण वातावरण बना है।

इस मौके पर खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री टंकराम वर्मा भी मौजूद रहे।

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अब 8 नहीं, 7 मार्च को मिलेगी महतारी वंदन योजना की पहली किस्त...

 प्रधानमंत्री मोदी करेंगे योजना का वर्चुअल शुभारंभ, ट्रांसफर करेंगे राशि

रायपुर: महतारी वंदन योजना की पहली किस्त 8 मार्च की जगह अब 7 मार्च दी जाएगी। इस योजना के कार्यक्रम को पीएम नरेंद्र मोदी वर्चुअली संबोधित करेंगे। यह कार्यक्रम सभी विधानसभाओं में आयोजित किया जाएगा। सीएम विष्णु देव साय प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम में शामिल होंगे। पीएम मोदी के हाथों सभी पात्र महिलाओं को पहली किस्त दिलाने की तैयारी चल रही है।

बता दें, अब तक छत्तीसगढ़ में महतारी वंदन योजना के लिए 70.26 लाख आवेदन मिले हैं। कुल आवेदनों में 11 हजार 771 आवेदन रिजेक्ट हुए। रायपुर में सबसे ज्यादा 5 लाख 35 हजार 835 आवेदन मिले। दावा आपत्ति के बाद 5 लाख 35 हजार 405 आवेदन एप्रुव हुए। नारायणपुर जिले में सबसे कम 27934 आवेदन मिले। 27 हजार 811 आवेदन एप्रुव हुए और 123 आवेदन रिजेक्ट हुए हैं।

अंतिम सूची 1 मार्च को जारी की थी

महतारी वंदन योजना के लिए पात्र महिलाओं की अंतिम सूची 1 मार्च को जारी कर दी गई थी। इस योजना के तहत पलारी से 63, 284 महिलाओं ने आवेदन किया है। वहीं कुछ महिलाओं को दस्तावेज को लेकर बैंक में समस्या आ रही है। पलारी ब्लाक की हजारों महिलाओं का बैंक खाता आधार कार्ड से लिंक नहीं होने की वजह से उनका बैंक अकाउंट एक्टिव नहीं है। ऐसे में वे बैंक और पोस्ट ऑफिस के चक्कर काट रही हैं। ऐसी महिलाओं की भीड़ हमे विभिन्न बैंकों में देखने को मिल रही है। आस-पास के गांवों की सैकड़ों महिलाएं रोज अपना बैंक खाता आधार से लिंक करवाने के लिए बैंक शाखा में पहुंच रही हैं।

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घुमंतु भिक्षकों को भेजा गया पुनर्वास केंद्र

रायपुर: कलेक्टर डॉ गौरव सिंह के मार्गदर्शन में शुक्रवार को समाज कल्याण विभाग और संगी मितान सेवा संस्थान द्वारा घुमंतु भिक्षकों के लिए रेस्क्यू अभियान चलाया गया। रायपुर रेलवे स्टेशन में तीन भिक्षकों को रेस्क्यू किया गया और उन्हें भिक्षुक पुनर्वास केंद्र मोवा में पुनर्वासित किया गया। रेसक्यू अभियान के दौरान समाज कल्याण विभाग के संयुक्त संचालक नदीम काजी, उप पुलिस अधीक्षक चंचल तिवारी, संगी मितान सेवा संस्थान भिक्षुक पुनर्वास केंद्र मोवा की श्रीमती ममता शर्मा मौजूद रही।

 

 

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मंत्री केदार कश्यप ने की जिला खनिज संस्थान न्यास निधि से स्वीकृत कार्यों की समीक्षा

सभी स्वीकृत एवं अपूर्ण कार्योें को शीघ्र पूर्ण करने के दिये निर्देश

नारायणपुर: आज प्रदेश के वन एवं जलवायु परिवर्तन, जल संसाधन, कौशल विकास एवं सहकारिता मंत्री केदार कश्यप ने जिला खनिज संस्थान न्यास निधि के शासी परिषद की बैठक लेकर जिला खनिज संस्थान न्यास निधि से स्वीकृत कार्यों की विस्तार से जानकारी ली तथा वर्ष 2024-25 की नवीन कार्ययोजना हेतु चर्चा एवं अनुमोदन किया। बैठक में जिला खनिज संस्थान न्यास निधि से स्वीकृत कार्यों की भौतिक एवं वित्तीय समीक्षा, वर्ष 2016-17 से 2023-24 तक स्वीकृत कार्य में से प्रगतिरत, अप्रारंभ एवं निरस्त कार्यों, वर्ष 2023-24 में स्वीकृत कार्यों की एजेंसीवार, वर्ष 2024-25 की नवीन कार्ययोजना एवं अनुमोदन एवं अन्य आवश्यक विषयों पर समीक्षा एवं चर्चा की गई। बैठक में कलेक्टर श्री बिपिन मांझी ने डीएमएफ के तहत् पूर्व वर्षों के स्वीकृत कार्यो एवं पूर्ण कार्यो की जानकारी लेते हुए बताया कि वर्ष 2024-25 के कार्यों के प्रस्ताव अनुमोदन के लिए तैयार किये गये है। यें कार्य विशेष रूप से उच्च प्राथमिकता के क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल आपूर्ति, कृषि एवं महिला बाल विकास, पर्यावरण संरक्षण, कौशल विकास, रोजगार, स्वच्छता तथा अन्य प्राथमिकता के क्षेत्र में भौतिक अधोसंरचना, सिंचाई, उर्जा एवं जल विभाजक, सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था, संस्कृतिक मूल्यों का संरक्षण, पर्यटन विकास, युवा गतिविधियों को प्रोत्साहन, खनन प्रभावित व्यक्तियों हेतु मूलभूत सुविधाएं एवं सतत् आजिविकापर्जन के लिए है। उन्होंने इसकी विस्तार से कार्य योजना की जानकारी देते हुए बताया कि जिला खनिज संस्थान न्यास निधि द्वारा वर्ष 2024-25 में जिले हेतु में कुल 188 करोड़ 57 लाख 43 हजार रुपए की राशि अनुमोदित किया गया है, जिसमें उच्च प्राथमिक क्षेत्र के कार्यों हेतु 68 करोड़ 46 लाख 4 हजार रुपए तथा अन्य प्राथमिक क्षेत्र के कार्यों हेतु 120 करोड़ 11 लाख 39 हजार रुपए की राशि शामिल है।

समीक्षा बैठक के दौरान मंत्री श्री कश्यप ने निर्माण एजेंसियों तथा संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी नवीन स्वीकृत कार्यों को शीघ्र प्रारंभ करें तथा अपूर्ण कर्यों को शीघ्र पूर्ण करें। उन्होंने स्वास्थ्य के क्षेत्र में उपकरणों एवं संसाधनों की आपूर्ती की जानकारी ली एवं स्वास्थ्य सुविधाएं पुख्ता करने के निर्देश दिये। बैठक में श्री कश्यप ने जिले के युवाओं के रोजगार हेतु विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षण प्रदान कर रोजगार प्रदान करने की व्यवस्था करने के निर्देश दिये। इस दौरान उन्होंने जिलें में संचालित स्कूलों मे शिक्षकों की आपूर्ति एवं अन्य छात्रों हेतु उपलब्ध अन्य सुविधाओं की जानकारी ली साथ ही महतारी वंदन योजना के तहत् प्राप्त आवेदनों, स्वीकृत तथा हितग्राहियों के बैंक खाता को शीघ्र आधार सीडींग करने के निर्देश दिये। उन्होंने खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में की गई धान उर्पाजन की जानकारी ली तथा उसके शीघ्र उठाव हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये। बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष श्यामबत्ती नेताम, उपाध्यक्ष देवनाथ उसेण्डी, सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष  रूपसाय सलाम सहित अन्य जनप्रतिनिधि तथा कलेक्टर बिपिन मांझी, पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार, जिला पंचायत सीईओ डॉ. आकांक्षा शिक्षा खलखो, डीएफओ दीपक पटेल सहित जिला स्तरीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।

 

 

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राजिम कुंभ कल्प में त्रिवेणी संगम के एक-एक कण से उकेरी श्रीराम की आकृति

गरियाबंद: रामोत्सव के थीम पर मनाया जा रहा राजिम कुंभ कल्प मेला में चारों ओर श्रीराम श्रीराम नजर आ रहा है। इसी कड़ी में त्रिवेणी संगम के मध्य में स्थित कुलेश्वर महादेव के समीप रेत से भगवान श्रीराम की आकृति उकेरी गई है। यह आकृति तामासिवनी निवासी हेमचंद साहू और गौतम साहू ने मात्र चार घंटे की मेहनत से रेत से भव्य एवं दिव्य रामलला की आकृति बनाई है, जो मेलार्थियों के लिए आकर्षण का केन्द्र बन गया है। कई ऐसे भी दर्शनार्थी है जो भी दर्शनार्थी वहां से गुजरते है थोड़ी देर रूककर भगवान राम के इस रूप का एकटक अवलोकन कर रहे है और बड़ी श्रद्धा भाव से अपनी श्रद्धा अर्पित करते हुए पुष्प, रोली, चंदन, चांवल के दाने और सिक्के भेंट स्वरूप चढ़ा रहें है। कलाकार हेमचंद साहू ने बताया कि वे अपनी इस कला का प्रदर्शन धमतरी, गरियाबंद और रायपुर जिले के अलावा उड़ीसा के जगन्नाथ पुरी में भी प्रतिवर्ष रेत से भगवान जगन्नाथ को अपनी कलाकृति में उकेरते है। उनके टीम में लगभग 10 सहयोगी है जो इस परंपरा को जीवित रखने के लिए समर्पित होकर रेत से विभिन्न आकृतियां बनाना सीख रहें है। हेमचंद साहू एवं उनकी टीम ने इस कलाकृति के लिए उचित जगह और आर्थिक सहयोग के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल एवं मेला समिति का आभार जताया है।

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बाइक में लेकर आ रहा था गांजा, पुलिस ने भेजा जेल...

रायपुर: नशा और इसके सौदागरों के खिलाफ रायपुर पुलिस का अभियान जारी है। इसी अभियान के तहत तिल्दानेवरा थाना पुलिस ने 4.5 किलो गांजा के साथ ओडिशा के तस्कर को गिरफ्तार किया है।

दरअसल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह के दिशा निर्देश पर एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) नीरज चन्द्राकर के मार्गदर्शन में तथा नगर पुलिस अधीक्षक (विधानसभा) रायपुर के पर्यवेक्षण में थाना प्रभारी तिल्दानेवरा के नेतृत्व में मादक पदार्थ तस्करी में अंकुश लगाने अवैध नशे के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है।

28 फरवरी को मुखबीर से सूचना मिली कि पर रेल्वे फाटक के पास जोता रोड तिल्दा में एक व्यक्ति गांजा लाकर बेचने के फिराक में घूम रहा था। सूचना पर कार्रवाई करते हुए एक पल्सर मोटर सायकल क्र.OD 03 Y 1891 कीमती करीब 1,00,000/ रू. एवं नगदी 2,000/ रू. सहित मादक पदार्थ गांजा कुल वजनी 4 किलो 500 ग्राम कीमती करीबन 22,500/ रू. बरामद कर आरोपी के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की गई।

आरोपी ईश्वर सराफ पिता उदे सराफ उम्र 37 वर्ष साकिन वार्ड क्र. 03 ग्राम पाढ़ेल थाना पटनागढ़, जिला बलांगीर, उड़ीसा को गिरफ्तार कर विशेष न्यायालय रायपुर के आदेश से 29 फरवरी को जेल दाखिल किया गया।

गिरफ्तार आरोपी
ईश्वर सराफ पिता उदे सराफ उम्र 37 वर्ष साकिन वार्ड क्र.03 ग्राम पाढ़ेल थाना पटनागढ़ जिला बलांगीर ओडिशा।

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रसायन प्रमुखों की बैठक' में एनटीपीसी स्टेशनों, संयुक्त उद्यमों के प्रमुखों ने भाग लिया

 रायपुर: एनटीपीसी नवा रायपुर कार्यालय में 27-28 फरवरी को दो दिवसीय 'रसायन प्रमुखों की बैठक' आयोजित की गई, जिसमें एनटीपीसी स्टेशनों और संयुक्त उद्यमों के रसायन प्रमुखों ने भाग लिया।


सभा को संबोधित करते हुए, क्षेत्रीय कार्यकारी निदेशक (डब्ल्यूआर-द्वितीय, यूएसएससी और ऐश-एनआई) सी शिवकुमार ने पावर प्लांट में रसायन कर्मियों के महत्व को रेखांकित किया और गुणवत्तापूर्ण रसायन कार्य सुनिश्चित करने तथा मशीनरी को सर्वोत्तम तरीके से कार्य करने में मदद करने में उनकी भूमिका की सराहना की।

इससे पहले, अपनी प्रारंभिक टिप्पणी में, कार्यकारी निदेशक - प्रचालन सेवाएँ, अरिंदम सिन्हा ने संयंत्र के सुचारू संचालन और संगठन के विकास में योगदान देने के प्रयासों के लिए रसायन पदाधिकारियों की सराहना की। सिन्हा ने सभी से सुरक्षा, विशेषकर रासायनिक सुरक्षा पर ध्यान देने के अलावा अपनी योग्यता बढ़ाने के लिए कहा।

बैठक के दौरान, रसायन प्रमुखों ने अपने-अपने स्टेशनों में अपनाई गई सर्वोत्तम प्रथाओं को प्रस्तुत किया और चर्चा की, जिनका अन्य स्टेशनों में प्रदर्शन में और सुधार के लिए अनुकरण किया जा सकता है।

श्री एस के घोष, ईडी-ओएस; सी एस श्रीनिवास, सीजीएम-सीओएस-सेनपीप; के चंद्रमौली, सीजीएम-सीओएस-सी&आई; इस अवसर पर वी. चन्द्रशेखरन, जीएम-सीओएस-रसायन और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

 

 

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‘श्रीरामलला दर्शन’ के इच्छुक भक्त कर रहे हैं आवेदन

अयोध्या धाम जाने के लिए निकाय एवं ग्राम पंचायतों में ले रहे हैं आवेदन

कोरिया: छत्तीसगढ़ सरकार के बहुप्रतिक्षित श्रीरामलला दर्शन (अयोध्या धाम) योजना का लाभ लेने के लिए नगर पालिका परिषद, बैकुण्ठपुर, शिवपुर-चरचा तथा जिले के ग्राम पंचायतों में आवेदन जमा करना शुरू हो गया है। गत दिनों कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने कलेक्ट्रेट सभागृह में अधिकारियों की बैठक लेकर छत्तीसगढ़ शासन के पर्यटन विभाग द्वारा योजना के बारे में दी गई दिशा-निर्देश के संबंध में जानकारी साझा की थी।

आवेदन के साथ आवश्यक दस्तावेज करना होगा जमा
जानकारी के मुताबिक श्रीरामलला दर्शन (अयोध्या धाम) जाने के इच्छुक भक्तगण नगर पालिका परिषद, बैकुण्ठपुर, शिवपुर-चरचा तथा जिले के ग्राम पंचायतों में पर्यटन विभाग द्वारा जारी पांच पृष्ठों के आवेदन को जमा करने पर पावती दी जाएगी। जनपद पंचायत, सोनहत के सीईओ ने बताया कि ग्राम पंचायतों में कोटवारों के माध्यम से इस संबंध में मुनादी कराई गई है। आवेदन स्पष्ट हिंदी भाषा में ही भरे जाएंगे। साथ ही 3.5 बाई 3.5 सेमी साइज की नवीनतम रंगीन फोटो प्रथम पृष्ठ पर लगाना होगा साथ ही राशन कार्ड, ड्रायविंग लाइसेंस, विद्युत देयक, मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड या फिर शासन द्वारा स्वीकार्य कोई अन्य साक्ष्य जमा करना होगा।

प्रथम चरण में इन भक्तों को मिलेगी प्राथमिकता
जिले के इच्छुक आवेदनकर्ता में प्रथम चरण में 55 वर्ष अथवा उससे अधिक उम्र के व्यक्तियों को प्राथमिकता के साथ चयन किया जाएगा। इस योजना में भाग लेने वाले की न्यूनतम उम्र 18 वर्ष व अधिकतम 75 वर्ष होगा। 75 प्रतिशत हितग्राही ग्रामीण क्षेत्रों से तथा 25 प्रतिशत शहरी क्षेत्र के होंगे।

चिकित्सक प्रमाण देना होगा

यात्रियों के मेडिकल सर्टिफिकेट के अभाव में कोई यात्रा हेतु यात्री रवाना नहीं हो सकेगा। ब्लड ग्रुप, ब्लड प्रेशर, अस्थमा, एलर्जी, मधुमेह आदि का भी उल्लेख करना होगा ताकि यात्रा के दौरान मेडिकल सहायता की आवश्यकता होने पर मदद की जा सके। यात्री अपने स्वास्थ्य संबंधी दवाइयां स्वयं रखेंगे। यात्रा हेतु चिकित्सक द्वारा शारीरिक व मानसिक रूप से सक्षम होने का प्रमाण देंगे। मेडिकल टेस्ट में अनफिट पाए जाने गए यात्रियों के स्थान पर प्रतीक्षा सूची में शामिल व्यक्तियों को भेजने की व्यवस्था की जाएगी। पर्यटन विभाग द्वारा जारी निर्देश में बताया गया है कि श्रीरामलला दर्शन (अयोध्या धाम) के तहत जाने वाले या़त्री अपने साथ महंगे आभूषण, गहने आदि ले जाने पर प्रतिबंध होगा। यात्रियों को ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े रखेंगे तथा सामान की सुरक्षा स्वयं करेंगे। तीर्थ स्थल पर जाने वाले यात्रियों को मर्यादा के अनुसार आचरण करेंगे तथा वेशभूषा शालीन एवं पारंपरिक रखेंगे।

रामलला दर्शन योजना के तहत यात्रा की तिथियां और जरूरी जानकारी समय से पहले यात्रियों को दी जाएगी। योजना के क्रियान्वयन हेतु अपर कलेक्टर अरूण मरकाम को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया तो डिप्टी कलेक्टर उमेश पटेल को सहायक नोडल अधिकारी बनाया गया है।

 

 

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विधायक-मंत्रियों के प्रदर्शन से सीएम साय गदगद, कहा : लगता नहीं कि ये नई विधानसभा है...

रायपुर: विधानसभा का बजट सत्र बुधवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया। सत्र के दौरान पहली बार चुनकर आए विधायकों और मंत्रियों के प्रदर्शन पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय प्रसन्नता जताई। उन्होंने कहा कि सभी ने अच्छा परफॉर्मेंस दिया। ऐसा लगा ही नहीं कि यह नई विधानसभा है।

विधानसभा के सत्रावसान के बाद मीडिया से चर्चा में धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्र से पहुंचे युवाओं से विधानसभा में मुलाकात पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि जो कभी गांव से नहीं निकले थे, आज वह जगदलपुर, रायपुर घूम रहे हैं। इसका सारा श्रेय गृहमंत्री विजय शर्मा को जाता है। इन युवाओं के अंदर नई सोच विकसित होगी।

उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने नियद नेल्लानार योजना लॉन्च की है। युवाओं ने मुझसे बिजली, स्कूल, अस्पताल, राशन, शौचालय की मांग की है। खेतों में पानी के लिए ट्यूबवेल की मांग की है। बीजेपी की डबल इंजन की सरकार सारी सुविधाएं वहां पहुंचाएगी। सरकार के प्रति विश्वास बनेगा।

हिमाचल में राज्यसभा चुनाव में हुए क्रॉस वोटिंग पर मुख्यमंत्री साय ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस की डूबती हुई नैया है। नैया में छेद हो गया है, पानी भर रहा है, लोग अपनी सुरक्षा तो देखेंगे ही।

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