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नए शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद को मंदिर के बाहर से ही दर्शन कर लौटेना पड़ा

 जोशीमठ (छत्तीसगढ़ दर्पण)। नए शंकराचार्य को लेकर विवाद गरमाता जा रहा है। सोमवार को यहां माता अन्नपूर्णा के दर्शन के लिए पहुंचे शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद स्वामी को बाहर ही से दर्शन कर लौटना पड़ा। ज्योर्तिमठ के शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती महाराज के मठ की सुरक्षा बढ़ाई गई है। जिसके बाद श्रद्धालुओं के लिए गेट भी बंद कर दिए गए हैं।

जोशीमठ में सोमवार को शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद महाराज का नागरिक अभिनंदन होना है। उससे पहले पौराणिक मठ की सुरक्षा बढ़ाई गई है। शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद स्वामी सुबह जैसे ही पुराने मठ में स्थित अन्नपूर्णा मंदिर में दर्शनों को गए तो यहां मंदिर के मंडप में ताला लगा हुआ था, जबकि मंदिर अंदर से खुला था। शंकराचार्य अविमुक्तेश्वर नंद मंदिर के बाहर से ही माता के दर्शन कर लौट आए. 

 
 
 
 
 

बता दें, कि सुप्रीम कोर्ट ने पट्टाभिषेक पर रोक लगाई है, लेकिन शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद का कहना है कि उनका पट्टाभिषेक हो चुका है। इसलिए अब वह नए शंकराचार्य हैं, लेकिन नए शंकराचार्य को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। ज्योतिर्मठ में आज सोमवार को स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज के ज्योतिष्पीठ के शंकराचार्य बनने पर महासम्मेलन का आयोजन होना है। महासम्मेलन को लेकर जोशीमठ नगर से लेकर ज्योतिर्मठ को भव्य रूप से सजाया गया है।

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कौन करेगा कांग्रेस का नेतृत्व, 19 को आएगा फैसला...

 नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए मतदान खत्म हो गया। इसके लिए पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर मैदान में हैं। 9000 से अधिक प्रदेश कांग्रेस कमिटी के डेलीगेट का इलेक्टोरल कालेज पार्टी के प्रमुख की किस्मत का फैसला करेगी। सोमवार  सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक AICC मुख्यालय समेत देश भर के पार्टी प्रदेश कार्यालयों में मतदान हुआ। कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के लिए देशभर  में 36 पोलिंग बूथ बनाए गए थे।

कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए अपना वोट डालने आईं सोनिया गांधी ने आज कहा कि वे इस दिन का लंबे समय से इंतजार कर रहीं थीं। सोनिया गांधी और कांग्रेस की जनरल सेक्रेटरी प्रियंका गांधी वाड्रा एक साथ अपना वोट डालने के लिए AICC मुख्यालय पहुंचीं। चुनाव के बारे में पत्रकारों से बातचीत के दौरान सोनिया ने कहा, 'इस दिन के लिए मैं लंबे समय से इंतजार कर रही हूं।'

 
 
 
 

इसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी अपना वोट डाला। इनके अलावा कांग्रेस के सीनियर नेता पी चिदंबरम ने भी अपना वोट डाला।

 
 
 
 

कांग्रेस पार्टी में नए अध्यक्ष का चुनाव होना है, जो 24 सालों में पहली बार गांधी परिवार से बाहर का होगा। सोमवार को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने जोर दिया कि गांधी परिवार के नेतृत्व की सख्त जरूरत होगी और यह आने वाले दिनों में पार्टी में अहम भूमिका निभाएगी। पार्टी का नया अध्यक्ष अब तक सबसे लंबे समय तक अध्यक्ष पद पर रहीं सोनिया गांधी की जगह लेंगे। 1998 से सोनिया के नेतृत्व में पार्टी का काम-काज हो रहा था। बीच में दो साल- 2017 और 2019 में राहुल गांधी पार्टी में बतौर अध्यक्ष रहे।

 

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देश के अगले सीजेआई होंगे डीवाई चंद्रचूड़, राष्ट्रपति ने लगाई मुहर

 नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। भारत के संविधान द्वारा प्रदत्त शक्ति का प्रयोग करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश डॉ. न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ को भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया है। भारत के सीजेआई के रूप में उनका कार्यकाल 9 नवंबर से प्रभावी होगा। केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद अब भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ का औपचारिक शपथ ग्रहण समारोह 9 नवंबर को होगा।

गौरतलब है कि वर्तमान सीजेआई जस्टिस यूयू ललित का कार्यकाल अगले महीने की आठ तारीख को खत्म होने जा रहा है। ऐसे में सरकार ने सात अक्तूबर को वर्तमान सीजेआई ललित को पत्र लिखकर अपने उत्तराधिकारी की सिफारिश करने का अनुरोध किया था। सीजेआई ललित ने इसके जवाब में जस्टिस चंद्रचूड़ का नाम अपने उत्तराधिकारी के तौर पर भेजा था। अब राष्ट्रपति ने इस पर अपनी  मुहर लगा दी है। वरिष्ठता सूची के अनुसार जस्टिस चंद्रचूड़ मौजूदा सीजेआई ललित के बाद सबसे वरिष्ठ हैं, इसलिए तय परंपरा के अनुसार उन्हीं के नाम की सिफारिश की गई थी। जस्टिस चंद्रचूड़ 9 नवंबर 2022 को पदभार संभालेंगे।

दिल्ली से एलएलबी हार्वर्ड से एलएलएम
11 नवंबर, 1959 को जन्मे जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की मां प्रभा चंद्रचूड़ शास्त्रीय संगीतकार थीं। उनकी स्कूली शिक्षा मुंबई और दिल्ली में हुई। उन्होंने दिल्ली के सेंट स्टीफन कॉलेज से ग्रेजुएशन किया। इसके बाद 1982 में दिल्ली यूनिवर्सिटी से एलएलबी की। यहां से वे अमेरिका की हार्वर्ड यूनिवर्सिटी पहुंचे, जहां पहले एलएलएम पूरी की और 1986 में जूरिडिकल साइंसेस में पीएचडी की उपाधि हासिल की।
 
पिता वाईवी चंद्रचूड़ 16 वें प्रधान न्यायाधीश थे, वे सबसे लंबे समय तक सीजेआई रहे थे

 
 


जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के पिता यशवंत विष्णु चंद्रचूड़ वाईवी चंद्रचूड़ देश के 16वें चीफ जस्टिस थे। वाईवी चंद्रचूड़ 22 फरवरी 1978 से 11 जुलाई 1985 तक करीब सात साल रहा। यह किसी सीजेआई को अब तक का सबसे लंबा कार्यकाल है। पिता के रिटायर होने के 37 साल बाद उनके बेटे जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ सीजेआई बनने जा रहे हैं। यह सुप्रीम कोर्ट के भी इतिहास का पहला उदाहरण है कि पिता के बाद बेटा भी सीजेआई बनेगा।

8 नवंबर को रिटायर होंगे सीजेआई ललित
सीजेआई ललित का कार्यकाल 8 नवंबर 2022 को समाप्त हो रहा है। वे मात्र 74 दिन इस पर पद रहेंगे। जस्टिस ललित 26 अगस्त 2022 को सीजेआई एनवी रमण का कार्यकाल पूरा होने के बाद देश के 49वें प्रधान न्यायाधीश नियुक्त किए गए थे। उनका कार्यकाल मात्र ढाई माह का है, जबकि उनके पूर्व प्रधान न्यायाधीशों का औसत कार्यकाल 1.5 साल का रहा है। जस्टिस चंद्रचूड़ 10 नवंबर 2024 को रिटायर होंगे। यानी वे दो साल तक देश के प्रधान न्यायाधीश रहेंगे। उन्हें 2016 में सुप्रीम कोर्ट का न्यायाधीश नियुक्त किया गया था।

मजबूत फैसले जस्टिस चंद्रचूड़ की पहचान
भारत के 50वें मुख्य न्यायाधीश बनने जा रहे धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ अपने मजबूत फैसलों की वजह से जाने जाते हैं। उनके फैसले जितने मजबूत और तार्किक होते हैं, उतनी ही बेबाकी के साथ वे असहमति भी जताते हैं। कई फैसलों में पूरी पीठ से अलग राय रखते हुए वे असहमति को लोकतंत्र का सेफ्टी वाल्व करार दे चुके हैं। निष्पक्षता और पारदर्शिता को न्यायिक प्रणाली के लिए अहम मानते हुए वे अपने पिता भूतपूर्व चीफ जस्टिस वाईवी चंद्रचूड़ के व्यभिचार व निजता पर दिए फैसलों को पलट चुके हैं। वहीं, हाल ही में अदालती कार्यवाही के बारे में जानने को नागरिकों का अधिकार बताते हुए अदालत की कार्यवाही का सीधा प्रसारण शुरू किया। व्यभिचार और समलैंगिक संबंधों को गैर-आपराधिक बनाने वाले फैसले देकर उन्होंने यौन व्यवहार को लेकर जारी सामाजिक व व्यवस्थागत रूढ़ीवाद को झकझोरा।

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मशहूर जादूगर ओपी शर्मा का निधन, इंद्रजाल की दुनिया गमगीन...

 कानपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। हैरतअंगेज जादुई करिश्मों से लोगों को अचंभित करने वाले देश के मशहूर जादूगर ओपी शर्मा का शनिवार रात निधन हो गया। 70 वर्षीय शर्मा कानपुर के बर्रा-2 में रहते थे। उन्होंने फॉर्च्यून हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली। उनके निधन की सूचना मिलते ही शहर में शोक की लहर दौड़ गई। रंगमंच और इंद्रजाल की दुनिया का हर शख्स गमगीन हो गया।

जादूगर शर्मा के निधन के साथ ही भारत में ‘जादूगरी’ के एक अध्याय के सफर का हमेशा के लिए अंत हो गया। दुखद खबर से प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई है। बता दें कि जादूगर ओपी शर्मा कोरोना को हरा कर जिंदगी की जंग जीतने के बाद घर लौट आए थे। लेकिन इस बार कुदरत को कुछ अलग ही मंजूर था और आज निधन की खबर सामने आ गई। उल्लेखनीय है कि जादूगर ओपी शर्मा अपने मैजिक से लोगों को हमेशा हैरान कर देते थे। उनके शो के टिकट हाथोंहाथ बिक जाते थे।

ओपी शर्मा के घर का नाम भूत बंगला है, जो शहर की एक पहचान बन चुका है। बर्रा से पहले वह शास्त्रीनगर इलाके में रहते थे। वह अपने शो में अक्सर कहते थे, एक झटके में कोई जादूगर तैयार नहीं होता। इसमें कितना परिश्रम और चुनौतियां हैं, इसका हर कोई अनुमान नहीं लगा सकता। उनकी लोकप्रियता को ध्यान में रखते हुए उन्हें समाजवाजी पार्टी ने विधानसभा चुनाव का टिकट भी दिया था। शर्मा के परिवार में तीन बेटों प्रेमप्रकाश शर्मा, सत्य प्रकाश शर्मा और पंकज प्रकाश शर्मा के अलावा बेटी रेनू और पत्नी मीनाक्षी शर्मा को छोड़ गए हैं।

डिप्टी सीएम ने जताया शोक
उत्तरप्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने निधन पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी है। उनके फैंस की ​लिस्ट काफी लंबी है। वहीं उनके जादू का क्रेज बच्चों से लेकर बड़ों के सिर पर चढ़कर बोलता था।

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संघ प्रमुख भागवत करेंगे कार्यविस्तार के लिए बनी योजनाओं की समीक्षा

 प्रयागराज (छत्तीसगढ़ दर्पण)। यूपी के प्रयागराज में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारी मण्डल की बैठक 16 अक्तूबर को आरम्भ हुई। बैठक का शुभारम्भ सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत और सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने भारत माता के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करके किया। यह बैठक 19 अक्तूबर सायंकाल तक चलेगी।



बैठक में संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी, संघ द्दृष्टि से सभी 11 क्षेत्रों व 45 प्रांतों के संघचालक, कार्यवाह व प्रचारक और उनके सह उपस्थित हैं। बैठक में अपेक्षित 377 में से अधिकतम कार्यकर्ता उपस्थित हैं । बैठक का प्रारम्भ करते हुए माननीय सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने बैठक में आए हुए सभी प्रतिनिधियों का स्वागत किया। उसके पश्चात् गत दिनों दिवंगत हुए समाज जीवन में सक्रिय प्रमुख व्यक्तियों को श्रद्धांजलि दी गई, उसमें प्रमुख द्वारका पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद, पंचपीठाधीश्वर आचार्य धर्मेंद्र, पूर्व न्यायाधीश आर. सी. लाहोटी, हास्य कलाकार राजू श्रीवास्तव, प्रसिद्ध उद्योगपति सायरस मिस्री, पुरातत्वविद बी. बी. लाल तथा समाजवादी नेता मुलायम सिंह यादव हैं।

बैठक में संघ शताब्दी की दृष्टि से कार्यविस्तार के लिए बनी योजना की समीक्षा, प्रवास की योजना, समसामयिक विषयों पर चर्चा होगी। इसके अतिरिक्त सरसंघचालक के विजयादशमी उद्बोधन में आए विषयों - जनसंख्या असंतुलन, मातृभाषा में शिक्षा, सामाजिक समरसता, महिला सहभाग आदि विषयों पर चर्चा होगी। पर्यावरण, कुटुम्ब प्रबोधन में चल रहे प्रयासों के बारे में भी जानकारी ली जाएगी।

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भारत जोड़ो पदयात्रा : 39वें दिन राहुल ने संगनाकल से शुरू की यात्रा

 संगनाकल (छत्तीसगढ़ दर्पण)। कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा निरंतर जारी है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार की पदयात्रा कर्नाटक के संगनाकल से शुरू की। पदयात्रा में पार्टी के वरिष्ठ नेता व  कार्यकर्ता साथ-साथ चल रहे है। 

भारत जोड़ो यात्रा 9 नवंबर को महाराष्ट्र में प्रवेश करेगी। सूत्रों के मुताबिक,  एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार व  उनकी बेटी लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले यात्रा का स्वागत कर सकते हैं। यह दूसरा मौका होगा जब कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में विपक्ष का कोई शीर्ष नेता नजर आएगा। इससे पहले 7 सितंबर को तमिलनाडु के सीएम व डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन को यात्रा शुरू होने पर कन्याकुमारी में राहुल गांधी को तिरंगा सौंपते हुए देखा गया था।

 

कांग्रेस की 3750 किमी की भारत जोड़ो यात्रा 12 राज्यों से गुजरेगी। यह दक्षिण में कन्याकुमारी से उत्तर में कश्मीर तक 3,750 किमी का सफर पूरा करेगी। इस यात्रा में राहुल गांधी बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर निशाना साधते रहे हैं। वायनाड के सांसद अपनी जनसभाओं के दौरान सांप्रदायिक सद्भाव की बात करते रहे हैं।

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देश के लोकतंत्र के लिए कांग्रेस जरूरी, पार्टी को भविष्य के लिए तैयार करेंगे : थरूर

 लखनऊ (छत्तीसगढ़ दर्पण)। कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार शशि थरूर ने कहा कि देश के लोकतंत्र के लिए कांग्रेस जरूरी है। यह चुनाव पार्टी के भविष्य के लिए बेहद जरूरी है। हम कांग्रेस को भविष्य के लिए तैयार करेंगे। शशि थरूर लखनऊ में मीडिया को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए 22 साल से चुनाव नहीं हुआ। राहुल गांधी ने जब तय किया कि वो चुनाव नहीं लड़ेंगे तो मैंने फैसला लिया। पार्टी मुश्किल में है। कई वरिष्ठ नेता पार्टी छोड़कर चले गए। वरिष्ठ नेताओं का भी भरोसा कुछ कमजोर हुआ है। देश के लिए मजबूत कांग्रेस जरूरी है। हम दिखाना चाहते हैं कि पार्टी भविष्य के लिए बदलाव आत्मसात कर सकती है। राजीव गांधी और इंदिरा गांधी की हत्या के बावजूद कांग्रेस ने दिखाया कि वह देश चला सकती है।

 
 

उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं की आवाज उठाना जरूरी है। मैं नामांकन से पहले पार्टी की वर्तमान अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने गया था। उन्होंने सहमति दी। उन्होंने मुझे लड़ने को कहा और ये बताया कि हमारा कोई आधिकारिक प्रत्याशी नहीं होगा। गांधी परिवार चाहता है कि लोग अपनी इच्छा से अपना अध्यक्ष चुनें। यह चुनाव कांग्रेस के लिए भी अच्छा है। अगर गांधी परिवार चाहता है कि लोग चुनें तो यह ठीक ही है।

 
 



शशि थरूर ने प्रतिद्वंदी उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खरगे के बारे में कहा कि वह हम एक दूसरे के विरोधी नहीं हैं। मैंने उनके साथ काम किया है। उन्हें संसदीय राजनीति का लंबा अनुभव है। हम दोनों के काम करने का तरीका अलग है।

 
 



पार्टी में करेंगे ये बदलाव: शशि थरूर ने कहा कि अगर मैं कांग्रेस अध्यक्ष बना तो पार्टी में विकेंद्रीकरण करूंगा। ये सुनिश्चित करूंगा कि सभी निर्णय दिल्ली से न हों। हर प्रदेश अध्यक्ष अपने हिसाब से फैसला लें। सप्ताह में दो दिन ऐसा होना चाहिए जब बिना अपॉइंटमेंट नेता अध्यक्ष से मिल सकें। शशि थरूर ने बताया कि अध्यक्ष पद के लिए गुप्त मतदान होगा। किसी को भी ये पता नहीं होगा कि किसने किसको वोट दिया है। जीत खरगे जी की हो या मेरी, जीतेगी कांग्रेस ही।

उन्होंने कहा कि लोगों ने मुझे कहा कि हम गुप्त मतदान के लिए तैयार हैं। लोग अगर खुश हैं तो गर्व से हार मानूंगा। अगर लोग नहीं खुश हैं तो वोट करें। उन्होंने कहा कि गांधी परिवार हमेशा से ही कांग्रेस से जुड़ा हुआ है पर उनका कोई आधिकारिक उम्मीदवार नहीं है।

 

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सुप्रीम कोर्ट ने लगाई स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद को ज्योतिष पीठ का नया शंकराचार्य बनाने पर रोक

 नयी दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। उच्चतम न्यायालय ने स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती को उत्तराखंड में ज्योतिष पीठ का नया शंकराचार्य बनाने की प्रक्रिया पर रोक लगा दी है। न्यायमूर्ति बी. आर. गवई और न्यायमूर्ति बी. वी. नागरत्ना की पीठ ने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता द्वारा पीठ को यह सूचित करने के बाद आदेश पारित किया कि पुरी में गोवर्धन मठ के शंकराचार्य ने एक हलफनामा दायर किया है कि अविमुक्तेश्वरानंद की ज्योतिष पीठ के नए शंकराचार्य के रूप में नियुक्ति का समर्थन नहीं किया गया है।



पीठ ने कहा, ‘‘अर्जी में किये गये अनुरोध के मद्देनजर इस आवेदन को मंजूर किया गया है।’’

उच्चतम न्यायालय एक याचिका पर सुनवाई कर रही थी जिसमें आरोप लगाया गया है कि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने दिवंगत शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती द्वारा ज्योतिष पीठ के उत्तराधिकारी के रूप में उन्हें नियुक्त किए जाने का झूठा दावा किया है।

 



यह मामला 2020 से उच्चतम न्यायालय में लंबित है। याचिका में कहा गया है कि यह सुनिश्चित करने का एक जानबूझकर प्रयास किया गया है कि इस अदालत के समक्ष कार्यवाही निष्फल हो जाये और एक व्यक्ति जो योग्य नहीं है और अपात्र है, अनधिकृत रूप से पद ग्रहण करता है।



इसमें कहा गया है, ‘‘इस तरह के प्रयासों को अदालत के अंतरिम आदेश से रोकने की जरूरत है और इसलिए इस आवेदन को स्वीकार किया जा सकता है।’’



याचिका में कहा गया है, ‘यह दिखाने के लिए आवश्यक दस्तावेज दाखिल किए जा रहे हैं कि नए शंकराचार्य की नियुक्ति पूरी तरह से झूठी है क्योंकि यह नियुक्ति की स्वीकृत प्रक्रिया का पूर्ण उल्लंघन है।’

 

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सीबीआई ने सिसोदिया को किया तलब, सोमवार को होगी पूछताछ...

 नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। दिल्ली की नई आबकारी नीति के मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो ने दिल्ली में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को तलब किया है। सीबीआई अधिकारियों के अनुसार, सिसोदिया को सोमवार सुबह 11 बजे जांच एजेंसी के मुख्यालय में पेश होने को कहा गया है। वहीं मनीष सिसोदिया ने सीबीआई की पूछताछ को लेकर ट्वीट भी किया है। उन्होंने लिखा है कि मेरे घर पर 14 घंटे CBI ने रेड कराई, कुछ नहीं निकला। मेरा बैंक लॉकर तलाशा, उसमें कुछ नहीं निकला। मेरे गांव में इन्हें कुछ नहीं मिला, अब इन्होंने कल 11 बजे मुझे CBI मुख्यालय बुलाया है। उन्होंने कहा कि मैं जाऊंगा और पूरा सहयोग करूंगा। सत्यमेव जयते।

वहीं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने सिसोदिया के ट्वीट को री-ट्वीट कर लिखा है कि जेल की सलाखें और फांसी का फंदा भगत सिंह के बुलंद इरादों को डिगा नहीं पाये ये आजादी की दूसरी लड़ाई है। मनीष और सत्येंद्र आज के भगत सिंह हैं। साथ ही कहा, 75 साल बाद देश को एक शिक्षा मंत्री मिला, जिसने गरीबों को अच्छी शिक्षा देकर सुनहरे भविष्य की उम्मीद दी। केजरीवाल ने आगे लिखा, करोड़ों गरीबों की दुआएं आपके साथ है।

 
 

बता दें कि सीबीआई ने इस मामले में इंडो स्पिरिट्स के मालिक समीर महेंद्रू, गुरुग्राम में बडी रिटेल प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक अमित अरोड़ा और इंडिया अहेड न्यूज के प्रबंध निदेशक मूथा गौतम सहित कई लोगों से पूछताछ की है।

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रेल मंत्री ने पहली स्वदेशी एल्युमीनियम रैक वाली मालगाड़ी को दिखाई हरी झंडी

 भुवनेश्वर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। रेलवे के इतिहास में रविवार को एक नया अध्याय जुड़ गया जब रेलमंत्री ने देश की पहली स्वदेशी एल्युमीनियम रैक वाली मालगाड़ी को ओडिशा के भुवनेश्वर में हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह मालगाड़ी हल्की होने के साथ ही अधिक माल ढुलाई में सक्षम है। इसे बेस्को लिमिटेड वैगन डिवीजन और एल्युनियम कंपनी हिंडाल्को के सहयोग से तैयार किया गया है। इसका कार्बन फुटप्रिंट भी कम है। प्रत्येक एल्युमीनियम रैक सेवाकाल में करीब 14,500 टन कम कार्बन उत्सर्जन करेगा।



बता दें रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने झंडी दिखाकर रेक को रवाना किया। राष्ट्रीय ट्रांसपोर्टर ने कहा, मौजूदा स्टील रेक की तुलना में यह रेक 180 टन हल्का है, जिसके परिणामस्वरूप समान दूरी के लिए गति में वृद्धि और कम बिजली की खपत होती है। यह पारंपरिक रेक पर प्रति ट्रिप 180 टन अतिरिक्त पेलोड ले जा सकता है और जंग ना लगने वाला होने के कारण रखरखाव की लागत को कम करेगा।

इन वैगनों के निर्माण के लिए पूरी तरह से लॉक बोल्ट निर्माण का उपयोग किया गया था, जिसके कारण इसके अधिरचना पर कोई वेल्डिंग नहीं है। रेलवे ने कहा कि नए रेक का पुनर्विक्रय मूल्य 80 प्रतिशत है और सामान्य रेक की तुलना में 10 साल अधिक लंबा है।

लेकिन विनिर्माण लागत 35 प्रतिशत अधिक है क्योंकि इसका निर्माण एल्यूमीनियम से हुआ है। लोहा और इस्पात उद्योग निकेल और कैडमियम की बहुत अधिक खपत करता है जिसका आयात किया जाता है। एक अधिकारी ने कहा कि इसलिए एल्युमीनियम वैगनों के प्रसार से आयात कम होगा और साथ ही यह घरेलू एल्युमीनियम उद्योग के लिए भी अच्छा साबित होगा।

 

 

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केमिकल फक्ट्री में लगी आग, लाखों का नुकसान...

 गुरुग्राम (छत्तीसगढ़ दर्पण)। हरियाणा के गुरुग्राम के बिनोला इंडस्ट्रियल एरिया में केमिकल फैक्टरी में आग लग गई। सूचना मिलते ही दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची। कई घंटे की मशक्कत के बाद आग बुझाई गई। आग लगने की वजह का खुलासा नहीं हो पाया है।

जानकारी के अनुसार, गुरुग्राम के पटौदी विकास खंड के गांव बिनोला में इंडस्ट्रियल एरिया में केमिकल फैक्टरी में आग लग गई। सुबह करीब 4:00 बजे फैक्टरी में भीषण आग लगी। आग बुझाने के लिए दमकल की दर्जनों गाड़ियां मौके पर पहुंची। सुबह करीब साढ़े 09:30 बजे आग बुझाई गई। आग से इलाके में धुआं फैल गया।

आग लगने की वजह का खुलासा नहीं हो पाया है। मौके पर मौजूद फायर ऑफिसर नरेंद्र यादव ने बताया कि लगभग 200 से ज्यादा केमिकल के ड्रम फट हैं। आग काफी ज्यादा थी। किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। आग से लाखों रुपये का नुकसान हुआ है।

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प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम को दी श्रद्धांजलि

 नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। देश के पूर्व राष्ट्रपति व मिसाइल मैन डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम की आज जयंती है। प्रधानमंत्री मोदी समेत दिग्गजों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है।

प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा, 'मैं पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम को श्रद्धांजलि देता हूं। एक वैज्ञानिक और एक राष्ट्रपति के रूप में हमारे देश में उनके योगदान के लिए उनकी बहुत प्रशंसा की जाती है। डॉक्टर कलाम ने अपने जीवन में समाज के हर वर्ग के साथ तालमेल बिठाया था।'

अमित शाह ने युवाओं से उनके विचारों को पढ़ने का किया आग्रह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम को श्रद्धांजलि देते हुए याद किया। अमित शाह ने कहा कि डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम जी ने राष्ट्रपति के रूप में देश का गौरव बढ़ाया। वैज्ञानिक के रूप में अपने ज्ञान व सामर्थ्य से देश को सशक्त बनाया और राष्ट्रवादी नागरिक के रूप में आदर्श स्थापित किये। उनकी जयंती पर उन्हें नमन करता हूं और युवाओं से उनके विचारों को पढ़ने का आग्रह करता हूं।

सैन्य मिसाइल के विकास कार्यों के लिए हमेशा याद किए जाएंगे कलाम : नड्डा

भारत के पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि अब्दुल कलाम की जयंति पर मैं उन्हें कोटि-कोटि नमन करता हूं। पूर्व राष्ट्रपति कलाम नागरिक अंतरिक्ष कार्यक्रम और सैन्य मिसाइल के विकास कार्यों के लिए हमेशा याद किए जाएंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि कलाम के विचार युवा पीढ़ी को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं।

रामेश्वरम के पास हुआ था कलाम का जन्म
बता दें कि पूर्व राष्ट्रपति का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम के पास धनुषकोडी गांव में हुआ था। उनका पूरा नाम अवुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम था। 2002 में उन्हें भारत के राष्ट्रपति के रूप में चुना गया था। 27 जुलाई 2015 को कलाम का निधन हुआ था।

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देश वैश्विक अर्थव्यवस्था और भू-राजनीतिक हालात को लेकर चिंतित : निर्मला सीतारामन

 नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। वित्तमंत्री निर्मला सीतारामन ने कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था की इस वर्ष सात प्रतिशत की प्रस्तावित विकास दर के बावजूद देश वैश्विक अर्थव्यवस्था और भू-राजनीतिक हालात को लेकर चिंतित हैं। अमरीका के वाशिंगटन में विश्व बैंक की विकास समिति की बैठक में उन्होंने कहा कि खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सबसे पहले फसल नुकसान और खाने की बर्बादी कम करना होगा। वित्तमंत्री ने विश्व बैंक से सब्सिडी के एक आयामी दृष्टिकोण से बचने का आग्रह किया।

वित्तमंत्री ने बैठक से अलग, विश्व बैंक के पहले उप-प्रबंध निदेशक गीता गोपीनाथ से मुलाकात में खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा मुद्दों, वैश्विक ऋण समस्‍याओं, जलवायु मामलों, डिजिटल संपत्ति और आगामी जी 20 इंडिया प्रेसीडेंसी सहित कई वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की।

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भारत ने बांग्लादेश के साथ मित्रता को हमेशा सर्वोच्च प्राथमिकता दी : मुर्मू

 नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा है कि भारत ने बांग्लादेश के साथ मित्रता को हमेशा सर्वोच्च प्राथमिकता दी है और इसे पूरी क्षमता के साथ साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक भारतीय के दिल में बांग्लादेश विशेष स्थान रखता है और दोनों देशों के बीच मजबूत सांस्‍कृतिक संबंध हैं।

राष्ट्रपति भवन में कल बांग्लादेश के युवा प्रतिनिधिमंडल से बातचीत में श्रीमती मुर्मू ने कहा कि भारत को मुक्ति संग्राम में एक मित्र और भागीदार होने पर गर्व है। 2012 में विदेश मंत्रालय और युवा मामले मंत्रालय की संयुक्त पहल पर बांग्लादेश युवा प्रतिनिधिमंडल कार्यक्रम शुरू किया गया था।

 

 

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हर घर बिजली पहुचाने के लिए केंद्र सरकार प्रतिबद्ध : आर के सिंह

 नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। हर घर बिजली पहुचाने के लिए केंद्र सरकार प्रतिबद्ध है। हमने हर घर तक बिजली पहुँचाने का प्रण लिया है और हम इसे पूरा कर के रहेंगे। विद्युत मंत्रालय एवं केन्द्रीय नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशो के ऊर्जा मंत्रियो का दो दिवसीय सम्मलेन के उद्घाटन समारोह में संबोधित करते हुए केन्द्रीय विद्युत और नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह, ने यह बात कही । उन्होने कहा की हमने सबने एक टीम के रूप में काम कर के बिजली के क्षेत्र में उपलब्धता हासिल की है।

पिछले 5 सालों में हमने आम लोगों को 2 लाख 60 हजार करोड़ की योजनायें समर्पित की थी। ऐसा पहली बार हुआ की कोई योजना लायी गयी और उसका क्लोज़र रिपोर्ट भी आया, परन्तु पहले ऐसा नहीं होता था, 89 प्रतिशत काम हो जाता था पर कन्क्लुसन नही निकलता था । श्री सिंह ने कहा की हमारा मुख्य उद्देशय यह है की जिस भी गाँव में आज भी बिजली नही पहुंची है वहां पर बिजली पहुँचाना है ।

पहले लोग जनरेटर को एक जरूरी चीज मानते थे परन्तु अब धीरे धीरे वो समाप्त हो रहा है । उन्होने कहा की अब जो हमारे सामने मुख्य चुनौती है वो है कोयला पिछले 6 महीने की स्थिति के अनुसार जितना कोयला हम प्रतिदिन इस्तमाल करते है उससे जितना हमें डोमेस्टिक कोयला प्राप्त हो रहा है वो 2 लाख से 2.5 लाख टन कम है।

ये चुनौती इसलिए है क्योंकि पिछले 6 महीने मे इसकी डिमांड है उसमे काफी इजाफा हुआ है । जो दुनिया के विकसित देश है वह बिजली के दाम 5 से 6 गुना बढ़े है परन्तु हमारे यहा ऐसा नहीं है आज हमने जो ऊर्जा के क्षेत्र में बदलाव लाया है वो हमारे देश के लिए मूलभूत परिवर्तन है ।

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बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार हादसे में बाल-बाल बचे

 पटना (छत्तीसगढ़ दर्पण)। बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार हादसे में बाल-बाल बच गए हैं। वह पटना में छठ घाटों का जायजा लेने के लिए तमाम अफसरों के साथ निकले थे। मुख्‍यमंत्री ने स्‍टीमर से गंगा के घाटों का जायजा लिया। गंगा में जलस्‍तर काफी बढ़ गया है और कई जगह नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। इस दौरान मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार के साथ जल संसाधन मंत्री संजय झा भी मौजूद थे। इनके अलावा वरिष्‍ठ अफसरों में प्रत्‍यय अमृत और आनंद किशोर भी साथ थे। मुख्‍यमंत्री की सुरक्षा के लिए उनकी स्‍टीमर के साथ ही कई छोटी बोट पर सुरक्षा बल भी लगातार साथ रहे।

शुरुआती खबरों में दावा किया गया था कि गंगा के घाटों का जायजा लेने के दौरान मुख्‍यमंत्री को लेकर जा रहा स्‍टीमर गंगा में बने पुल के खंभे से टकरा गया। हालांकि प्रशासन ने स्‍टीमर के खंभे से टकराने की खबर को गलत बताया है। बता दें कि मुख्‍यमंत्री गंगा का जायजा लेने के लिए दूसरी स्‍टीमर से निकले थे, लेकिन वापसी में उन्‍हें दूसरी स्‍टीमर से लाना पड़ा। 

बताया जा रहा है कि इस दौरान स्‍टीमर पर सवार सीएम समेत कई अफसर भी सवार थे। दावा किया जा रहा था कि गंगा में बने पुल के खंभ से टकराकर स्‍टीमर को भी इस हादसे में नुकसान पहुंचा है। हालांकि अफसरों का कहना है कि स्‍टीमर के साथ कोई हादसा नहीं हुआ है। गांधी घाट के पास स्‍टीमर किसी कारण से बंद हो गया था। इसके बाद उन्‍हें साथ चल रहे दूसरे स्‍टीमर से वापस लाया गया। 

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दिवाली से पहले अमूल ने दिया जोरदार झटका: 2 रुपये बढ़े दूध के दाम

 नई  दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। अमूल ने दिवाली से पहले ही आम लोगों को बढ़ा झटका दिया । एक बार फिर अमूल दूध की कीमत में 2 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है। अमूल मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड ने त्योहारी सीजन के बीच शनिवार को दूध के दाम 2 रुपये प्रति लीटर बढ़ा दिए। फुल क्रीम दूध की कीमत 61 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 63 रुपये प्रति लीटर हो चुकी है।

देश की फेमस दूध ब्रांड अमूल और मदर डेयरी दोनों ने खरीद लागत में वृद्धि की भरपाई के लिए अगस्त में दूध की कीमतों में 2 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की थी। इससे पहले मार्च में कीमतों में बढ़ोतरी की गई थी। ऐसे में वर्तमान में दूध की कीमतों में बढ़ोतरी, घरेलू बजट को प्रभावित कर सकती है। में बढ़ोतरी, घरेलू बजट को प्रभावित कर सकती है।

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डीयू के पूर्व प्रोफेसर जीएन साईबाबा को सुप्रीम कोर्ट से लगा बड़ा झटका

 नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। बंबई हाईकोर्ट से रिहाई मिलने के एक दिन बाद डीयू के पूर्व प्रोफेसर जीएन साईबाबा को सुप्रीम कोर्ट से आज बड़ा झटका लगा है। आठ साल पहले माओवादियों की मदद से देश के खिलाफ माहोल बनाने के आरोप में वह गिरफ्तार किए गए थे। बीते दिन बंबई उच्च न्यायालय ने उन्हें बरी कर दिया था।

अब सुप्रीम कोर्ट ने साईबाबा को बरी किए जाने के खिलाफ महाराष्ट्र सरकार की याचिका पर फैसला सुनाते हुए उनकी रिहाई पर रोक लगा दी है। सुप्रीम कोर्ट ने जीएन साईबाबा और अन्य की जेल से रिहाई पर भी रोक लगा दी है। सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट को चुनौती देने वाली महाराष्ट्र सरकार की याचिका पर मामले के आरोपियों को नोटिस जारी किया है। इस मामले पर एक बार फिर सुनवाई होगी। शीर्ष न्यायालय ने मामले को 8 दिसंबर को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया है।

सालिसिटर जनरल तुषार मेहता ने बीते दिन बाम्बे हाई कोर्ट द्वारा रिहाई देने के खिलाफ कई दलीलें दी। उन्होंने कहा कि नागपुर सेंट्रल जेल में बंद दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर द्वारा किया गया अपराध राष्ट्र के खिलाफ था। हालांकि, उनकी रिहाई को पहले जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और हेमा कोहली की सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने ठुकरा दिया था। पीठ ने महाराष्ट्र पुलिस की ओर से पेश हुए सॉलिसिटर जनरल को सलाह दी कि वे सुप्रीम कोर्ट में इसपर अपनी अर्जी डाल सकते हैं।

साईबाबा पर नक्सलियों के साथ कथित संबंधों व देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है। इसके चलते महाराष्ट्र की गढ़चिरौली अदालत ने 2017 में साईबाबा व पांच अन्य लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। सजा पाने वाले अन्य लोगों में महेश के.तिर्की, हेम केशवदत्त मिश्रा, प्रशांत राही, विजय नान तिर्की एवं पांडुर पोरा नरोटे शामिल थे। 

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