शिक्षा

सावित्री बाई फुले किशोरी समृद्धि योजना से लाखों बेटियों को फायदा


रांची(छत्तीसगढ़ दर्पण)। झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार की ओर से किशोरियों को शिक्षा में सहायता देने के लिए सावित्री बाई फुले किशोरी समृद्धि योजना चलाई जा रही है, जिससे लाखों बच्चियों को फायदा मिलने की उम्मीद है। इस योजना के तहत किशोरियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए कुल 40,000 रुपए की वित्तीय सहायता दी जाती है। यह राशि उन्हें दी जाने वाली किसी भी तरह की छात्रवृत्ति के अतिरिक्त है। इस योजना के तहत आठवीं में पढ़ने वाली किशोरियों से लेकर 18 साल से ज्यादा उम्र की लड़कियों को भी शामिल किया जा रहा है। इस योजना के तहत छात्राओं को कैश सहायता उपलब्ध करवाए जाने का प्रावधान है।

आठवीं की छात्रा से सहायता राशि देने की शुरुआत
झारखंड सरकार की सावित्री बाई फुले किशोरी समृद्धि योजना के तहत अलग-अलग कक्षा की बच्चियों के लिए अलग-अलग सहायता राशि दिए जाने का प्रावधान है। इसके तहत 8वीं में पढ़ने वाली छात्रा को 2500 रुपए, 9वीं की छात्रा को भी 2500 रुपए, 10वीं और 12वीं की छात्रा को 5000-5000 रुपए की सहायता राशि दिए जाने की व्यवस्था है। जबकि, 18 साल से ऊपर की लड़कियों को शिक्षा के लिए एकमुश्त 20,000 रुपए का अनुदान दिया जाता है।

ड्रॉपआउट छात्राओं के लिए भी विशेष पहल
सावित्री बाई फुले किशोरी समृद्धि योजना में झारखंड की उन सभी किशोरियों को शामिल किया जाता है, जो किसी सरकारी, सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त या राइट टू एजुकेशन ऐक्ट के तहत चलने वाले किसी निजी स्कूल में पढ़ती हैं। इस योजना के तहत ड्रॉपआउट किशोरियों को स्कूल-कॉलेजों से जोड़ने की भी विशेष पहल की जा रही है।

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस योजना के बारे में कहा है,
आज हम पूरे गौरव के साथ कहते हैं कि झारखंड की बेटियां किसी से कम नहीं हैं। यहां की बच्चियां विभिन्न क्षेत्रों में चाहे, वह शिक्षा के क्षेत्र में हो, चाहे खेल के क्षेत्र में हो और चाहे स्वरोजगार के क्षेत्र में हो....उन लोगों को ध्यान में रखकर हमलोग सावित्री बाई फुले किशोरी समृद्धि योजना लाए। सावित्री बाई फुले पहली महिला शिक्षिका थीं और वो भी दलित महिला। पूरे देश में सावित्री बाई फुले का नाम सम्मान से लिया जाता है। आज उन्हीं के नाम पर इस योजना की शुरआत हमने की है

लाभार्थियों के लिए पात्रता की शर्तें

मां की पहली दो बेटियों को ही इसका लाभ मिलेगा।
माता-पिता आयकर दाता नहीं होने चाहिए।
माता-पिता केंद्र सरकार/राज्य सरकार/दोनों में किसी के सार्वजनिक क्षेत्र के स्थायी कर्मचारी या पेंशनभोगी नहीं होंगे।
18 वर्ष की उम्र होने पर लाभार्थी का नाम झारखंड राज्य की मतदादाता सूची में शामिल करना अनिवार्य होगा।
बच्ची का जन्म प्रमाण पत्र देगा होगा।
बच्ची और उनके माता-पिता का आधार प्रमाण पत्र।
बच्ची का बैंक या पोस्ट ऑफिस में खाता होना चाहिए।
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राज्यपाल ने 9 विश्वविद्यालय के कुलपतियों को दिया इस्तीफा देने का निर्देश...

 तिरुवनंतपुरम (छत्तीसगढ़ दर्पण)।सु्प्रीम कोर्ट के आदेश को बरकरार रखते हुए केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने राज्य के 9 विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को इस्तीफा देने का निर्देश दिया है। केरल राजभवन ने रविवार को यह जानकारी दी। जानकारी के मुताबिक इन सभी कुलपतियों को 24 अक्टूबर को सुबह 11:30 बजे तक अपना इस्तीफा देने का निर्देश पत्र जारी किया गया है। इसके लिए सभी संबंधित विश्वविद्यालयों के कुलपतियों और रजिस्ट्रारों को पत्र भेजा गया है।


केरल राजभवन ने कहा, 'सुप्रीम कोर्ट के फैसले को बरकरार रखते हुए, केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने केरल में 9 विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को इस्तीफा देने का निर्देश दिया है।' उन्होंने कहा कि केरल के 9 विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को 24 अक्टूबर तो सुबह 11:30 बजे तक अपना इस्तीफा देने का निर्देश पत्र जारी किया गया है। साथ ही संबंधित विश्वविद्यालयों के कुलपतियों और रजिस्ट्रारों को भी पत्र ईमेल किया गया है।

 

 

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कलेक्टर ने आश्रम छात्रावास व डीएवी स्कूल का किया आकस्मिक निरीक्षण

 दंतेवाड़ा (छत्तीसगढ़ दर्पण)। कलेक्टर नंदनवार ने शुक्रवार को कटेकल्याण मुख्यालय स्थित ग्राम परचेली के बालक छात्रावास व डीएवी स्कूल का आकस्मिक निरीक्षण किया। बालक छात्रावास परिसर का भ्रमण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। छात्रावास भवन के प्रत्येक कमरों का निरीक्षण किया। 

निरीक्षण के दौरान बीमार हुए बच्चों का हाल पूछते हुए डॉ. द्वारा दिये गए दवाइयों की भी जानकारी ली। और संबंधितों को समय पर आवश्यक रूप से डॉक्टर को दिखाने के निर्देश दिए। उन्होंने अन्य बच्चों से भी आश्रम छात्रवास में दी जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। भोजन व्यवस्था के बारे में भी पूछा। कलेक्टर ने बच्चों से पूछा कि आपको किसी प्रकार की समस्या तो नहीं है। इस पर बच्चों ने अपनी समस्याओं से अवगत कराया। निरीक्षण पश्चात कलेक्टर ने आश्रम भवन के मरम्मत के साथ ही छात्रावास के रंग रोगन के भी निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने बच्चों के स्वास्थ्य पर ध्यान देते हुए साफ-सफाई की व्यवस्था दुरुस्त रखने की बात कही।

तत्पश्चात् परचेली स्थित डीएवी स्कूल का जायजा लिया। कलेक्टर ने स्कूल की अध्यापन कार्यों की व्यवस्थाएं देखी। सभी कक्षाओं में पहुंचकर बच्चों से चर्चा की। 12वीं कक्षा के बच्चों से पाठ्यक्रम से संबंधित विषयों से जुड़े सवाल भी किए। साथ ही स्कूल में रंगोली प्रतियोगिता में भाग लिए हुए बच्चों की बनाई गई रंगोली की प्रशंसा भी की। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ ललित आदित्य नीलम, अपर कलेक्टर संजय कन्नौजे, एसडीएम कुमार बिश्वरंजन, स्कूल के प्रिंसिपल, संबंधित अधिकारीगण मौजूद रहे।

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व्यापम ने जारी किए शिक्षक पात्रता परीक्षा के रिजल्ट...

 रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)।छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल ने छत्तीसगढ़ शिक्षक पात्रता परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया है। परीक्षार्थी अपना परिणाम व्यापम की वेबसाइट vyapam.cgstate.gov.in पर देख सकते हैं। परीक्षा परिणाम में पात्र एवं अपात्र दर्शाया गया है। परीक्षार्थी अपना रोल नंबर डालकर वेबसाइट से परीक्षा परिणाम देख सकते हैं।


छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल नियंत्रक ने बताया, छत्तीसगढ़ व्यवसायिक परीक्षा मंडल ने टीईटी की परीक्षा आयोजित की थी। 18 सितंबर को दो पालियों में यह परीक्षा आयोजित की गई थी। इसका परिणाम जारी कर दिया गया है।

 

 

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एकलव्य आदर्श विद्यालय पथर्रीडीह के 11 विद्यार्थियों का चयन

 धमतरी (छत्तीसगढ़ दर्पण)। एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय पथर्रीडीह जिला धमतरी के विद्यार्थियों ने मध्य क्षेत्र संभाग स्तरीय क्रीड़ा प्रतियोगिता-2022 गौरेला पेंड्रा मरवाही में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए विभिन्न खेलों में राज्य स्पर्धा के लिए स्थान बनाया। संस्था से 11 विद्यार्थी चयनित हुए। राज्य स्तर के लिये चयनित होने पर सहायक आयुक्त व पदेन सचिव आदिवासी विकास विभाग जिला धमतरी, संस्था के प्राचार्य व स्टाफ ने बधाई तथा शुभकामनाएं दी है।

 
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डीएलएड पूरक-अवसर परीक्षा की समय-सारणी जारी

 रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा पूरक एवं अवसर परीक्षा डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (डीएलएड) प्रथम वर्ष और द्वितीय वर्ष की समय-सारणी वर्ष 2022 जारी कर दी गई है। परीक्षावधि 5 दिसम्बर से 22 दिसम्बर तक और परीक्षा का समय सुबह 8 बजे से 11.30 बजे तक रहेगा। विस्तृत समय-सारणी मण्डल की वेबसाईट पर उपलब्ध है।

डीएलएड प्रथम वर्ष की परीक्षा में 5 दिसम्बर को पहला प्रश्न पत्र बाल विकास और सीखना, दूसरा प्रश्न पत्र 8 दिसम्बर को ज्ञान पाठ्चर्या व शिक्षण शास्त्र, तीसरा प्रश्न पत्र 12 दिसम्बर को शैक्षिक तकनीकी, चौथ प्रश्न पत्र 14 दिसम्बर को हिन्दी भाषा शिक्षण स्तर-एक का होगा। पांचवा प्रश्न पत्र अंग्र्रेजी भाषा प्रोफिसिऐंसी का 16 दिसम्बर को, छठवां प्रश्न पत्र गणित व गणित शिक्षण का 19 दिसम्बर को, सातवां पर्यावरण व पर्यावरण शिक्षण 21 दिसम्बर को और आठवां प्रश्न पत्र शालेय संस्कृति, प्रबंधन एवं विकास का 22 दिसम्बर को होगा।

इसी प्रकार डीएलएड द्वितीय वर्ष में नौवां प्रश्न पत्र आधुनिक विश्व के संदर्भ में भारतीय शिक्षा का 6 दिसम्बर को, दसवां प्रश्न पत्र सामाजिक, सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य में संज्ञान एवं अधिगम का 9 दिसम्बर को, ग्यारहवां प्रश्न पत्र विविधता, समावेशी शिक्षा और जेंडर का 13 दिसम्बर को, बारहवां प्रश्न पत्र हिन्दी भाषा शिक्षण का 15 दिसम्बर को होगा। प्रश्न पत्र  तेरहवां भाग-1 अंग्रेजी भाषा प्रोफिसिऐंसी शिक्षण प्रथम ढेड घंटे और तेरहवां भाग-2 संस्कृत शिक्षण का 17 दिसम्बर को द्वितीय ढेड घंटे का होगा। चौदहवां प्रश्न पत्र 20 दिसम्बर को गणित व गणित शिक्षण अथवा विज्ञान शिक्षण अथवा सामाजिक विज्ञान शिक्षण का होगा।

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अग्रसेन महाविद्यालय में छात्र संघ के पदाधिकारियों ने ली शपथ

 रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। अग्रसेन महाविद्यालय, पुरानी बस्ती में शुक्रवार  छात्रसंघ के मनोनीत पदाधिकारियों का शपथ ग्रहण समारोह संपन्न हुआ । इस अवसर पर  मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल के अध्यक्ष सुशील सन्नी अग्रवाल ने कहा कि राज्य शासन द्वारा श्रमिकों के बच्चों की शिक्षा के लिए अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं । इनका अधिकतम लाभ उठाकर सामान्य तथा साधनविहीन श्रमिक परिवारों के बच्चे अपनी उच्च शिक्षा और व्यावसायिक पाठ्यक्रमों की कोचिंग के लिए आर्थिक मदद प्राप्त कर सकते हैं।

उन्होंने मेधावी छात्र योजना, नोनी सशक्तीकरण योजना,  विशेष शिक्षा सहायता योजना, उत्कृष्ट खेल प्रोत्साहन त्तथा दिव्यांग सहायता योजना सहित अन्य योजनाओं की चर्चा करते हुए कहा कि शासन की मंशा सभी के लिए समान अवसर उपलब्ध कराने की है । उन्होंने नवगठित छात्रसंघ के पदाधिकारियों से कहा कि वे अपने आस-पास के श्रमिक परिवारों की मदद के लिए उन्हें इन सभी योजनाओं की जानकारी दें, ताकि साधनविहीन मजदूरों के बच्चों की शिक्षा भी सामान्य रूप से पूरी हो सके । कार्रयक्रम में छत्तीसगढ़ी अग्रवाल  समाज के केन्द्रीय अध्यक्ष तथा महाराजाधिराज अग्रसेन शिक्षण समिति के कोषाध्यक्ष अजय दानी. समाज के वरिष्ठ सदस्य सुनील अग्रवाल तथा समाजसेवी सचिन शर्मा भी विशेष रूप से उपस्थित थे ।       

इस मौके पर श्रम विभाग के कल्याण अधिकारी आशीष मिश्र ने केंद्र और राज्य सरकार की  विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि अब विभाग की सभी योजनाएं “श्रमेवजयते” मोबाइल एप पर भी उपलब्ध हैं, और कोई भी पात्र व्यक्ति इनका लाभ ले सकता है. इस अवसर पर महाविद्यालय के डायरेक्टर डॉ. वी.के. अग्रवाल ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि छात्रसंघ गठन का उद्देश्य यही है कि वे अपने सहपाठी छात्रों की जरूरतों और समस्याओं के समाधान के लिए सामूहिक रूप से प्रयास कर सकें. साथ ही देश की लोकतान्त्रिक प्रक्रिया से परिचित हो सकें।

आभार प्रदर्शन करते हुए प्राचार्य डॉ युलेन्द्र कुमार राजपूत ने कहा कि छात्रसंघ के गठन से महाविद्यालय की गतिविधियों में विद्यार्थियों को सहभागिता का अवसर मिलता है. यह उनके अनुशासन के लिए भी एक रचनात्मक मंच का कार्य करता है. कार्यक्रम में उपस्थित महाविद्यालय के एडमिनिस्ट्रेटर प्रो. अमित अग्रवाल ने सभी मनोनीत पदाधिकारियों को शुभकामनाएँ देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की. कार्यक्रम का संचालन छात्रसंघ प्रभारी प्रो. विकास शर्मा ने किया. इसमें महाविद्यालय के विभिन्न संकायों के प्राध्यापकों और विद्यार्थियों ने पूरी सक्रियता से अपनी भागीदारी सुनिश्चित की।

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एनएमडीसी के उप महाप्रबंधक ने दी महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज की छात्राओं को इस्पात सयंत्र से संबधित रोजगार की जानकारी

 जगदलपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। धरमू महारा शासकीय कन्या पॉलिटेक्निक जगदलपुर में एनएम डीसी के उप महाप्रबंधक निवास नायडू ने डिप्लोमा पूर्ण करने के बाद एनएमडीसी में जॉब की संभावनाओं के बारे में जानकारी प्रदान की। गुरूवार को आयोजित कार्यक्रम में सुषमा देवांगन, प्रीति बर्मन, कनिषा अंसारी,  ज्योति भौतेकर उपस्थित थे।

 

 

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जगतू माहरा के नाम पर बस्तर हाईस्कूल और धरमू माहरा के नाम पर हुआ गल्र्स पॉलिटेक्निक का नामकरण

 जगदलपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। जगतुगुड़ा को जगदलपुर बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वाले जगतू माहरा के नाम पर आज बस्तर हाईस्कूल का नामकरण किया गया। वहीं इसके साथ ही बस्तर संभाग के शिक्षा के महत्वपूर्ण केन्द्र धरमपुरा के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वाले धरमू माहरा के नाम पर शासकीय महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज का नामकरण किया गया। प्रभारी मंत्री कवासी लखमा, सांसद  दीपक बैज, संसदीय सचिव रेखचंद जैन, हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष चंदन कश्यप, चित्रकोट विधायक राजमन बेंजाम, महापौर सफीरा साहू, नगर निगम सभापति कविता साहू, जगतू माहरा और धरमू माहरा के वंशज सहित जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।

प्रभारी मंत्री कवासी लखमा ने इस अवसर पर कहा कि जगदलपुर में बस्तर रियासत की राजधानी बसाने में जगतू माहरा का महत्वपूर्ण योगदान था। अब यह शहर प्रशासनिक और व्यावसायिक केन्द्र होने के कारण पूरे संभाग के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देता है। उन्होंने कहा कि इसी तरह उनके भाई धरमू माहरा के नाम पर आज धरमपुरा बसा है, जो संभाग में शिक्षा का सबसे बड़ा केन्द्र है।

उल्लेखनीय है कि चैराहों के शहर के नाम से जाना जाने वाला जगदलपुर शहर आज से लगभग ढाई सौ साल पहले जगतुगुड़ा नाम की एक छोटी बस्ती थी और यह घने जंगलों से घिरी हुई थी। उस समय हिंसक वन्य जानवरों से मानव और पालतू पशुओं की सुरक्षा की गुहार बस्तर राजा दलपत देव से की गई थी, जो एक कुशल शिकारी भी थे। बताया जाता है कि इस गुहार पर दलपत देव जब बस्तर से इंद्रावती नदी पार कर जगतुगुड़ा पहुंचे, तब उनके साथ शिकारी कुत्ते भी शामिल थे। इंद्रावती नदी को पार करने के बाद दलपत देव ने एक बड़ी अजीब घटना देखी, जब उनके शिकारी कुत्ते के आगे खरगोशों ने डरने के बजाए शिकारी कुत्तों को ही डरा दिया। जब उन्होंने इस घटना की चर्चा जगतू माहरा के समक्ष की, तब उन्होंने इसे काछन देवी का प्रताप बताया। दलपत देव ने अभय प्रदान करने वाली इस भूमि को राजधानी बनाने का विचार कर जगतू माहरा के समक्ष रखा, तब जगतू माहरा ने इसे सहर्ष स्वीकार करते हुए इसे राजधानी बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। इसी कारण जगतू माहरा के नाम से जग और दलपत देव के नाम से दल मिलाकर जगदलपुर शहर का नामकरण किया गया।

जगतू माहरा के छोटे भाई धरमू माहरा के नाम पर धरमपुरा है। बताया जाता है कि यहां चार तालाब थे, जिन्हें एक किया गया, जो वर्तमान में दलपत सागर के नाम से जाना जाता है। स्थानीय लोग इसे समुंद कहते हैं, जो समुद्र का अपभ्रंश है। यह भी उल्लेखनीय है कि दलपत देव की पत्नी का नाम समुंद देवी था। वर्तमान में धरमपुरा पूरे बस्तर संभाग में शिक्षा का सबसे बड़ा केन्द्र है। यहां शहीद महेन्द्र कर्मा विश्वविद्यालय स्थापित है। इसके साथ ही यहां इंजीनियरिंग कॉलेज, उद्यानिकी महाविद्यालय, पॉलिटेक्निक कॉलेज, क्रीड़ा परिसर भी स्थापित हैं।

 
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राजीव युवा उत्थान योजना अंतर्गत सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए आवेदन 07 नवंबर तक आमंत्रित

 गरियाबंद (छत्तीसगढ़ दर्पण)।  संघ लोक सेवा आयोग द्वारा वर्ष 2022-23 में आयोजित सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने के लिए अभ्यर्थियों से ऑनलाईन आवेदन मंगाई गई है। राजीव युवा उत्थान योजना नियमावली वर्ष 2019 अंतर्गत जिले के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग के 50 अभ्यर्थी, जिसमें अनुसूचित जनजाति 50 प्रतिशत, अनुसूचित जाति 30 प्रतिशत, अन्य पिछड़ा वर्ग 20 प्रतिशत, प्रत्येक में 33 प्रतिशत महिलाओं के लिए आरक्षित है, जो संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी नई दिल्ली में करना चाहते है। ऐसे इच्छुक पात्र अभ्यर्थियों से ऑनलाईन ओवदन पत्र आमंत्रित किया गया है। सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग से मिली जानकारी अनुसार ऑनलाईन आवेदन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि 07 नवम्बर 2022 शाम 5 बजे तक है तथा ऑनलाईन आवेदन वेबसाईट डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डॉट ट्राइबल डॉट सीजी डॉट जीओवी डॉट इन अथवा एचएमट्राइबल डॉट सीजी डॉट जीओवी डॉट इन पर कर सकते है। परीक्षा से संबंधित समस्त जानकारी जैसे पात्र अभ्यर्थी, परीक्षा केन्द्र, परीक्षा परिणाम आदि की सूचना विभागीय वेबसाईट से प्राप्त कर सकते हैं।

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स्कूलों के छात्र,छात्राओं के जाति, निवास एवं आमदनी प्रमाण पत्र बनाए जाने हेतु नोडल और सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त

 मुंगेली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। कलेक्टर श्री राहुल देव ने आदेश जारी कर जिले में सभी स्कूलों छात्र, छात्राओं के जाति, निवास एवं आमदनी प्रमाण-पत्र बनाए जाने हेतु संयुक्त कलेक्टर श्रीमती मेनका प्रधान को नोडल अधिकारी और जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती सविता राजपूत को सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। उन्होंने इन अधिकारियों को जाति, निवास एवं आमदनी प्रमाण पत्र बनाए जाने के कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देने और कार्य की प्रगति से समय-समय पर जिला कलेक्टोरेट को अवगत कराने के निर्देश दिए हैं। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है।

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यूनिसेफ से प्राप्त सामग्री का उपयोग कर, कम उम्र में हो रही शादी को रोकने की दी गई जानकारी

 सूरजपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। विगत दिनों यूनिसेफ  की ओर से प्रदत प्रचार-प्रसार सामग्री के माध्यम से डिस्ट्रिक्ट मोबिलाइजेशन कोऑर्डिनेटर संतोष साकत की ओर से सूरजपुर जिले के अंतर्गत संचालित रेवती रमन महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना छात्र-छात्राओं को आधा फूल फिल्म भाग एक, जिसमे कम उम्र में हो रही शादी को रोकने के लिए संघर्ष किया जिसे दिखाया गया। इस कहानी को वीडियो के माध्यम से प्रदर्शित किया गया और फिल्म समापन के पश्चात निष्कर्ष क्या निकला फीडबैक भी लिया गया। उपस्थित छात्र छात्राओं की ओर से बहुत अच्छी प्रतिक्रिया दी गई।

इसके अलावा छात्रों से ग्रामीण क्षेत्रों में उक्त फिल्म में दिखाई गई कहानी की जानकारी देकर उन्हें जागरूक करने का अनुरोध किया गया तथा पर प्राध्यापक से अनुरोध किया कि छुट्टी के बाद छात्रों को शिक्षा, स्वच्छता, स्वास्थ्य, टीकाकरण, पोषण, लैंगिक भेदभाव से संबंधित जैसे फिल्म दिखाकर जागरूक करने का आग्रह किया गया।

 
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बेसलाईन टेस्ट परीक्षा केंद्रों का किया गया निरीक्षण

 परीक्षा शांतिपूर्वक व व्यवस्थित ढंग से हो रहा संचालित

सूरजपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। कलेक्टर आरा के निर्देशन में जिले में उपचारात्मक शिक्षण अंतर्गत बेसलाईन टेस्ट का जिला शिक्षा अधिकारी की ओर से गठित निरीक्षण दल द्वारा परीक्षा केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण दल की ओर से विकासखंड सूरजपुर के शा. उमा. वि. केतका शा. पूर्व माध्यमिक शाला केतका, शा. पूर्व माध्यमिक शाला बालक आश्रम केतका व विकासखंड रामानुजनगर के शा. उमा. वि. साल्ही, पस्ता, देवनगर, शा. पूर्व माध्यमिक शाला साल्ही, पस्ता, नारायणपुर केन्द्रों का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। सभी केन्द्रों पर परीक्षा शांतिपूर्वक व व्यवस्थित ढंग से संचालित की जा रही है। 

जिले में यह कार्यक्रम मिशन एलओसी के नाम से राज्य कार्यालय के निर्देशानुसार 166 हाई स्कूल , हायर सेकेण्डरी स्कूल, 553 पूर्व माध्यमिक शालाओं में संचालित की जा रही है। यह कार्यक्रम कोरोना से हुए नुकसान की भरपाई के लिए लर्निंग रिकव्हरी कार्यक्रम के अंतर्गत प्रत्येक कक्षा के लिए निर्धारित लर्निंग आउटकम को उसी कक्षा में रहते हुए अगली कक्षा में जाने से पहले प्रत्येक बच्चे में प्राप्त करने की अभिनव पहल है।

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स्कूल, आंगनबाड़ी का कलेक्टर ने किया औचक निरीक्षण

 व्यवस्थाओं को सुधारने एसडीएम, सीईओ को दिए आवश्यक निर्देश

बीजापुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। कलेक्टर ने भोपालपटनम प्रवास के दौरान केसईगुड़ा, गुल्लापेंटा के स्कूल व आंगनबाड़ी का औचक निरीक्षण किया स्कूल व आंगनबाड़ी के अव्यवस्था से नाराजगी व्यक्त करते हुए एसडीएम, सीईओ व संबंधित अधिकारियों की आवश्यक निर्देश दिए एक ओर आंगनबाड़ी में बच्चों की उपस्थिति कम थी, तो विगत दो माह से स्कूलों में मध्यान्ह भोजन का संचालन नहीं होना पाया स्कूल के शिक्षक-शिक्षिकाओं ने रसोईयों का हड़ताल होने की वजह से मध्यान्ह भोजन बच्चों को नहीं मिल पा रहा है बताया, कलेक्टर कटारा ने एसडीएम व सीईओ को रसोईयों की व्यवस्था कर मध्यान्ह भोजन को सुचारू रूप से नियमित संचालित करने को कहा, वहीं ब्लाक स्तरीय अधिकारियों को नियमित रूप से निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को सुधारने के निर्देश दिए।

भोपालपटनम जनपद पंचायत में आयोजित बैठक में रोजगार सहायक व सचिवों को भी गांव की व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए। वहीं मनरेगा के कार्यों को प्राथमिकता के साथ प्रारंभ करने मजदूरों की संख्या बढ़ाने गौठानों में नियमित गोबर खरीदी, वर्मी खाद का उत्पादन सहित विकास मूलक कार्यों को करने के निर्देश दिए व अनियमितता पाए जाने पर संबंधित कर्मचारी के खिलाफ  त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। इस दौरान एसडीएम नारायण गवेल, सीईओ एसबी गौतम, तहसीलदार  सूर्यकांत सहित अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।

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तारलागुड़ा के विद्यालय में हर घर आयुर्वेद हर दिन आयुर्वेद का संदेश कार्यक्रम

 बीजापुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। आयुष मंत्रालय भारत सरकार की ओर से आयोजित संचालनालय आयुष रायपुर व जिला आयुर्वेद अधिकारी की ओर से निर्देशित शासकीय आयुर्वेद औषधालय-तारलागुड़ा के प्रभारी डॉ. लक्ष्मीनारायण पटेल की ओर से शासकीय  उच्चतर माध्यमिक शाला तारलागुड़ा में जाकर छात्र-छात्राओं को एकत्र कर प्राचार्य शेखर वासम की उपस्थिति में व बालिका पोटाकेबीन के अधीक्षिका सुमन व  कोटरंगी के उपस्थिती में आयुर्वेद के प्रति जन जागरूकता के बारे मे बताया गया, हमारे रसोई घरों में आयुर्वेद की उपलब्धता दिनचर्या व ऋतुचर्या के बारे में बताया गया तथा पाम्पलेट तथा दवा वितरण किया गया। साथ में छात्राओं की ओर से रैली का आयोजन कर आयुर्वेद के नारे लगवाये गये।

 
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कलेक्टर ने शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का किया आकस्मिक निरीक्षण

 दंतेवाड़ा (छत्तीसगढ़ दर्पण)। कलेक्टर नंदनवार ने शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय दंतेवाड़ा का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने 10वीं कक्षा में पहुंच सभी छात्राओं से गणित विषय से संबंधित सवाल पूछे। उन्होंने बच्चों से नि:संकोच दिए सवालों को हल करने की बात कही। बच्चों ने अपने प्रयास से कलेक्टर की ओर से दिये सवालों को तत्परता से हल कर दिखाया। 

कलेक्टर नंदनवार ने सही जवाब देने पर बच्चों की प्रशंसा की। उन्होंने बच्चों को आने वाले परीक्षाओं के लिए शुभकामनाएं भी दी। उन्होंने बाकी विषयों की भी जानकारी लेते हुए बच्चों से उन्हें कठिन लगने वाले विषयों के बारे में पूछा। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने प्रति दिवस लगने वाले स्पोकन इंग्लिश की कक्षा में पहुंच बच्चो का उत्साहवर्धन किया। कलेक्टर द्वारा पूछे जाने पर संबंधित स्कूल के संकुल समन्वयक  धनराज भास्कर की ओर से उचित जवाब नहीं दिए जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ ललित आदित्य नीलम, एसडीएम कुमार विश्वरंजन, जिला शिक्षा अधिकारी राजेश कर्मा, प्रिंसिपल ज्योति स्वर्णकार व शिक्षकगण मौजूद रहे।

 
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बीएससी (कृषि एवं उद्यानिकी) ऑनर्स पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्रक्रिया स्थगित

 रायपुर (छत्तीसगढ़ दर्पण)। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के अंतर्गत बी.एस.सी. (कृषि एवं उद्यानिकी) ऑनर्स पाठ्यक्रमों में पी.ए.टी. एवं 10+2 परीक्षा परिणामों के आधार पर होने वाली प्रवेश प्रक्रिया आगामी सूचना तक स्थगित कर दी गई है। काउंसलिंग प्रक्रिया के तहत कल 19 अक्टूबर, 2022 को अभ्यर्थियों के दस्तावेजों का सत्यापन कृषि महाविद्यालय रायपुर में किया जाना था, यह प्रक्रिया आगामी आदेश तक स्थगित कर दी गई है।

 

 

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कलेक्टर ने जिले में किया रीड एलॉन्ग एप्प का शुभारम्भ

 सुकमा (छत्तीसगढ़ दर्पण)। कलेक्टर ने सुकमा जिले में शिक्षा विभाग की ओर से चलाए जा रहे बुनियादी शिक्षा अभियान को आगे बढ़ाते हुए नीति आयोग की सहयोगी संस्था पिरामल फाउंडेशन के सहयोग से गूगल के मोबाइल एप्लिकेशन रीड एलॉन्ग के द्वारा ब्लेंडेड लर्निंग तकनीक के कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी नितिन डंडसेना, डीएमसी एसएस चौहान खंड शिक्षा अधिकारी सुकमा रीना सिंह सहित शिक्षक और स्कूली बच्चे मुख्य रूप से मौजूद थे।

कार्यक्रम का संयोजन जिला शिक्षा अधिकारी नितिन डड़सेना व पिरामल फाउंडेशन के कार्यक्रम प्रबंधक अमित गोरे ने किया व रीड एलॉन्ग ऐप्लिकेशन की जानकारी कार्यक्रम प्रबंधक स्वप्नेश चौहान ने दी। संस्था से उपस्थित लोगों में कार्यक्रम लीडर स्टीफन मस्कनल्ली और गांधी फेलो योगिता, काजल, सूरज व सचिन उपस्थित थे। कलेक्टर हरिस एस ने इस अवसर पर खंड स्तरीय कार्यशाला के माध्यम से एप्प के उपयोग को लेकर बच्चों सहित उनके पालकों व शिक्षकों को प्रशिक्षण प्रदान करने की कार्ययोजना तैयार करने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी को कहा। जिससे कक्षा के साथ ही घर पर भी बच्चे पालकों की निगरानी में अपने पठन कौशल को विकसित करने में सक्षम हो।

वॉइस एसिस्टेंट दिया करेगी बच्चों को पढ़ाई में सहयोग :

ऐप्लिकेशन में दिया नाम की वॉइस एसिस्टेंट है, जो कि बच्चों को मित्र की भाँति पढऩे में सहायता करती है। दिया के निरंतर संवाद के कारण ये ऐप्लिकेशन बच्चों के लिए बहुत ही रुचिकर हो जाती है। इसमें 1000 से ज्यादा कहानियां व कई स्तर हैं, जो कि बच्चों को निरंतर नए शब्द सीखने में सहायक हैं। ज्यादा देर तक बच्चे एक ही चीज से बोर ना हो जाएं इसलिए बीच-बीच में शब्दों के खेल भी आते रहते हैं, जो कि ऐप्लिकेशन को जीवंत बनाते हैं। शिक्षक भी अपनी कक्षा के बच्चों के लिए एक रीडिंग ग्रुप बना सकते हैं, जिसके माध्यम से वो घर बैठे बच्चों की ओर से पढ़ी गई कहानियां व उनके स्तर पर नजर रख सकते हैं और बच्चों को और अच्छा करने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं। सुकमा जिले के लिए ऐप्लिकेशन में पार्टनर कोड 1234ेनाउ डालना होगा, ताकि जिला प्रशासन बच्चों की प्रगति को देख सके व प्रोत्साहित कर सके। इसके माध्यम से शिक्षक भी अपने बच्चों की प्रगति को देख सकते हैं। यह ऐप्लिकेशन 5 से 11 वर्ष के बच्चों के लिए खासतौर पर डिजाइन किया गया है, किन्तु इसका उपयोग प्रौढ़ शिक्षा व किसी भी उम्र के लोगों की ओर से भी किया जा सकता है।

 
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