दुनिया-जगत

जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे को नारा शहर में गोली मारी गई

नारा (छत्तीसगढ़ दर्पण)। जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे को नारा शहर में गोली मारी गई है। रिपोर्ट के अनुसार जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे पर शुक्रवार को नारा की एक सड़क पर भाषण देने के दौरान पीछे से एक शख्स ने हमला किया। पुलिस ने शिंजो आबे पर हमला करने वाले व्यक्ति को पकड़ लिया है।

जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे कार्डियोपल्मोनरी अरेस्ट का सामना कर रहे हैं। उन्हें मेडवैक द्वारा काशीहारा शहर के नारा मेडिकल यूनिवर्सिटी अस्पताल में स्थानांतरित किया जाना है। पुलिस के अनुसार ऐसा प्रतीत हो रहा है कि आबे को पीछे से एक बन्दूक से गोली मारी गई।
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भारत या पाकिस्तान! किस देश से होगा ब्रिटेन का नया प्रधानमंत्री?

लंदन (छत्तीसगढ़ दर्पण)। ब्रिटेन प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने आखिरकार इस्तीफा देने का एलान कर ही दिया। ब्रिटेन की राजनिति में सियासी उथल-पुथल के बीच उन्होंने पद छोड़ने का फैसला किया। हह फैसला कंजर्वेटिव पार्टी में लगातार बढ़ रहे विरोध और साथी मंत्रियों के इस्तीफे के बाद लिया। बीते दो दिनों में ही उनके मंत्रिमंडल से 50 से अधिक मंत्रियों का इस्तीफा हो चुका था। साथ ही जॉनसन के करीबी नेताओं ने भी उन्हें पद छोड़ने का संदेश पहुंचा दिया था। इसके बाद गुरुवार को उन्होंने पीएम पद छोड़ने पर सहमति जता दी।

कौन बनेगा प्रधानमंत्री ? 
जॉनसन के इस्तीफे के बाद कंजर्वेटिव पार्टी में कई नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं लेकिन भारतीय-पाकिस्तानी मूल के जिन नेताओं को उनके उत्तराधिकारी के तौर पर देखा जा रहा है, उनमें ऋषि सुनक, साजिद जाविद और सुएला ब्रेवरमैन का नाम सामने आ रहा है। इनमें ऋषि सुनक और सुएला ब्रेवरमैन भारतीय मूल के हैं तो वहीं, साजिद जाविद का संबंध पाकिस्तानी से है।
 
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सियासी संकट के बीच ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन ने छोड़ा पद, 48 घंटे में 45 मंत्रियों ने छोड़ा सरकार का साथ

लंदन (छत्तीसगढ़ दर्पण)। सियासी संकट के बीच ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन ने पद छोड़ दिया है। इस इस्तीफे की सबसे बड़ी वजह 30 जून को डिप्टी चीफ व्हिप की पोस्ट पर क्रिस पिंचर का अपॉइंटमेंट है। पिंचर सेक्स स्कैंडल में फंसे थे। इसके बाद ही ब्रिटिश कैबिनेट से इस्तीफे का सिलसिला जारी हो गया।

पिंचर की नियुक्ति और जॉनसन के काम करने के तरीके से नाराज 50 मंत्री और सांसद इस्तीफा दे चुके हैं। इन लोगों का कहना है कि ब्रिटिश पीएम सब जानते थे, इसके बावजूद अपॉइंटमेंट किया। सरकार के खिलाफ अविश्वास इस कदर बढ़ता जा रहा है कि 36 घंटे पहले ही मंत्री बनाए गए मिशेल डोनेलन ने भी इस्तीफा दे दिया।
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कुर्सी छोड़ सकते हैं बोरिस जॉनसन, प्रधानमंत्री के लिए ये है सबसे प्रचलित नाम

नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। इन दिनों ब्रिटेन की सरकार संकट के दौर से गुजर रही है। बीती रात ही वहां के वित्त मंत्री ऋषि सुनक और स्वास्थ्य सचिव साजिद जाविद ने इस्तीफा दिया था। इस्तीफा देने से पहले ही सरकार के बीच में अंदरूनी संकट की खबरें सामने आती रही हैं। कल रात इस्तीफा देने वाले दोनों मंत्रियों ने भी जॉनसन की काबिलियत और सरकार के काम करने के तरीकों पर सवालिया निशान खड़े किए।

लगातार हो रहे इन इस्तीफों के बाद प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) पर भी कुर्सी छोड़ने का दबाव बढ़ गया है। बता दें कि कोरोना के दौर में पार्टी करने के आरोपों के बीच जॉनसन सरकार ने पिछले महीने ही अविश्वास प्रस्ताव का सामना किया. ऐसे में सवाल अब भी कई है। माना यह भी जा रहा है कि जॉनसन को खुद भी इस्तीफा देना पड़ सकता है।
 
गौरतलब है कि सुनक ही नहीं पिछले 24 घंटों में करीब 6 लोग इस्तीफा दे चुके हैं। बाल विकास मंत्री विल क्विंस, शिक्षा मंत्री रॉबिन वॉकर, गृह कार्यालय मंत्री विक्की एटकिंस और ट्रेजरी मंत्री जॉन ग्लेन भी इस लिस्ट में शामिल हैं।

हालांकि इस बीच यह सवाल भी बहुत जरूरी है कि अगर जॉनसन खुद कुर्सी छोड़ते हैं तो उनकी कंजर्वेटिव पार्टी की ओर से अगला प्रधानमंत्री कौन होगा। इस बीच 6 नामों पर सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है. यहां खास बात ये है कि भारतीय मूल के ऋषि सुनक इस दौड़ में सबसे आगे हैं।
 
भारतीय मूल के ऋषि सुनक पीएम जॉनसन के करीबी माने जाते थे। चुनाव प्रचार के समय भी ऋषि सुनक ने अहम भूमिका निभाई। अक्सर वह सरकार की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए नजर आते थे।

बता दें कि सुनक का भारत से रिश्ता है। उनकी पत्नी इंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता हैं। साल 2015 में वो पहली बार सांसद बने। ब्रेक्जिट का पुरजोर समर्थन कर अपनी पार्टी में ताकतवर बने। यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के बाहर होने की बोरिस जॉनसन की पॉलिसी का समर्थन किया।
 
अगला पीएम बनने की इस लिस्ट में दूसरा नाम है 46 वर्षीय एलिजाबेथ मैरी ट्रस का. वो साउथ वेस्ट नॉर्थफोक की सांसद हैं। उन्हें लिज ट्रस के नाम से भी जाना जाता है। वो 2 साल इंटरनेशनल ट्रेड सेक्रेटरी भी रह चुकी हैं। पिछले साल उन्होंने EU से बातचीत का मुख्य काम संभाला था। वर्तमान में वो फॉरेन कॉमन वेल्थ एंड डेवलपमेंट अफेयर्स सेक्रेटरी हैं और काफी चर्चित हैं।

साल 2019 के चुनावों के दौरान बोरिस के बाद अगर कोई दूसरा सबसे ज्यादा चर्चित नेता था तो वो थे, 55 वर्षीय जेरेमी हंट। उनकी बेदाग छवि के चलते पार्टी के लोगों को विश्वास है कि जेरेमी बिना किसी कॉन्ट्रोवर्सी पैदा किए गंभीरता के साथ सरकार चलाएंगे।
 
सुनक के इस्तीफे के बाद जॉनसन सरकार में नादिम जाहवी वित्त मंत्री का काम संभाल रहे हैं। वो भी पीएम पद के अहम दावेदार हैं। दरअसल, नदीम बचपन में ईराक से बतौर शरणार्थी ब्रिटेन आए थे।

पूर्व डिफेंस मिनिस्टर पेनी को पिछले चुनावों में हंट का समर्थन करने के लिए जॉनसन ने सरकार से हटा दिया था, लेकिन अब वो इस दौड़ में अपना नाम कायम रखे हुए हैं। जब ब्रिटेन में यूरोप यूनियन छोड़ने का मुद्दा गर्माया हुआ था, तो पेनी ने एक ईवनिंग टीवी शो में भाग लिया था। इससे उन्होंने खूब सुर्खियां बटोरीं थीं।

रूस-यूक्रेन जंग में ब्रिटेन के रुख को लेकर चर्चा में आए बेन वॉलेस डिफेंस मिनिस्टर हैं। ब्रिटिश रॉयल आर्मी में रह चुके हैं। यूक्रेन को सैन्य मदद पहुंचाने में उनका अहम रोल है। साल 1999 में उनका राजनीतिक सफर शुरू हुआ। अफगानिस्तान से ब्रिटिश नागरिकों को बाहर निकालने में उनका अहम योगदान था।
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लेफ्टिनेंट जनरल मोहन सुब्रमण्यम को मिला दक्षिण सूडान में संयुक्त राष्ट्र के सैन्य कमांडर का जिम्मा

नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। भारत के लेफ्टिनेंट जनरल मोहन सुब्रमण्यम को दक्षिण सूडान में यूएन मिशन (UNMISS) का नया सैन्य कमांडर नियुक्त किया गया है। संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख एंटोनियो गुतेरस ने ले. जनरल सुब्रमण्यम की नियुक्ति का आदेश जारी किया। लेफ्टिनेंट जनरल सुब्रमण्यम ने भारतीय सेना से भी लेफ्टिनेंट जनरल शैलेश तिनेकर की जगह ली।

तिनेकर को मई 2019 में दक्षिण सूडान मिशन का फोर्स कमांडर बनाया गया था। सुब्रमण्यम का 36 वर्षों से अधिक समय तक भारतीय सेना में विशिष्ट सैन्य कैरियर है। हाल ही में उन्होंने मध्य भारत में जनरल ऑफिसर कमांडिंग, मिलिट्री रीजन (ऑपरेशनल एंड लॉजिस्टिक रेडीनेस जोन) के रूप में कार्य किया था। इससे पहले, उन्होंने रक्षा मंत्रालय (सेना) (2019-2021) के एकीकृत मुख्यालय में खरीद और उपकरण प्रबंधन के लिए अतिरिक्त महानिदेशक, स्ट्राइक इन्फैंट्री डिवीजन (2018-2019) के डिप्टी जनरल ऑफिसर कमांडिंग के रूप में कार्य किया। उन्होंने वियतनाम, लाओस और कंबोडिया (2008-2012) में भारत के रक्षा अधिकारी के रूप में और 2000 में सिएरा लियोन में संयुक्त राष्ट्र मिशन के साथ अधिकारी के रूप में कार्य किया था।
 
बता दें, भारत संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के सबसे बड़े सहयोगियों में से एक है। जुलाई 2011 में बने दक्षिण सूडान में वह दूसरा सबसे बड़ा सैन्य-सहयोगी है। वहां नवंबर 2021 तक 17,892 शांति सैनिक तैनात थे। इनमें 2,385 भारतीय शांति सैनिक हैं। रवांडा के बाद यहां दूसरे सबसे ज्यादा शांति सैनिक हैं। सूडान में भारत के 30 पुलिसकर्मी भी तैनात हैं।
 
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संकट में जॉनसन सरकार, ऋषि सुनक और साजिद जाविद ने दिया मंत्री पद से इस्तीफा

ब्रिटेन (छत्तीसगढ़ दर्पण)। हाल ही में अविश्वात प्रस्ताव की बाधा पार करने वाले ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की सरकार पर एक बार फिर से संकट के बादल छा गए हैं।जॉनसन की खिलाफत करते हुए सरकार के दो बड़े कैबिनेट मंत्रियों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इन मंत्रियों में वित्त मंत्री ऋषि सुनक और स्वास्थ्य मंत्री साजिद जाविद शामिल हैं।दोनों ने कहा है कि उन्हें अब जॉनसन के नेतृत्व पर भरोसा नहीं रहा है।

ऋषि सुनक ने मंगलवार रात को ट्वीट करते हुए अपने इस्तीफे की जानकारी दी।अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘लोग सरकार से उम्मीद करते हैं कि वह गंभीरता, सक्षमता और ठीक से काम करेगी। मैं मानता हूं कि ये मेरा आखिरी मंत्री पद हो सकता है, लेकिन मेरा विश्वास है कि ये स्टैंडर्ड लड़ने लायक हैं और इसलिए मैं इस्तीफा दे रहा हूं।’अपने इस्तीफे में उन्होंने अर्थव्यवस्था पर प्रधानमंत्री जॉनसन से अलग दृष्टिकोण को इस्तीफे का कारण बताया है।
 
साजिद जाविद ने भी ट्वीट कर अपने इस्तीफे की जानकारी दी। अपने इस्तीफे में उन्होंने लिखा कि कंजर्वेटिव पार्टी को मजबूत मूल्यों पर चलने वाली और कठोर निर्णय लेने वाली पार्टी के तौर पर देखा जाता है और पार्टी हमेशा राष्ट्र हित में काम करती रही है।उन्होंने कहा कि मौजूदा परिस्थिति में जनता को लगता है कि पार्टी इन दोनों में से कुछ नहीं है और पार्टी के उनके कुछ साथियों को भी ऐसा ही लगता है।
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शिकागो में स्वतंत्रता दिवस की परेड पर अंधाधुंध फायरिंग; छह की मौत, 24 घायल

शिकागो (छत्तीसगढ़ दर्पण)। अमेरिका के शिकागो में सोमवार को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर निकाली जा रही एक परेड पर एक बंदूकधारी ने गोलीबारी की। घटना में छह लोगों की मौत हो गई है, वहीं कम से कम 24 लोगों के घायल होने की बात कही जा रही है।गोलीबारी के आरोप में 22 साल के एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने उसके पास से हाई पॉवर की एक राइफल बरामद हुई है।

घटना शिकागो के पास स्थित हाइलैंड पार्क में हुई। सोमवार सुबह यहां स्वतंत्रता दिवस का जश्न मनाते हुए एक परिवार केंद्रित परेड निकाली जा रही थी।ये परेड अपना तीन-चौथाई रास्ता पूरा कर चुकी थी, तभी 10:14 बजे के आसपास पास की ही छत से हमलावर ने गोलियां बरसाना शुरू कर दिया।गोलीबारी शुरू होते ही परेड में शामिल लोग और दर्शक अपनी जान बचाने के लिए भागने लगे और अफरा-तफरी का माहौल बन गया। 

पुलिस के अनुसार, गोलीबारी में मारे गए छह में पांच लोगों की मौत मौके पर ही हो गई, जबकि एक ने अस्पताल आकर दम तोड़ा। वहीं अस्पताल में भर्ती कराए गए 24 घायलों में से कुछ की स्थिति नाजुक बनी हुई है। 16 घायलों को छुट्टी दी जा चुकी है।घायलों में आठ साल के बच्चों से लेकर 85 साल तक के बुजुर्ग शामिल हैं। इनमें कुल चार से पांच बच्चे बताए जा रहे हैं।
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अमेरिका में पहली अश्वेत महिला कनेक्टिकट की शीर्ष लोक अभियोजक नियुक्त

हार्टफोर्ड (छत्तीसगढ़ दर्पण)। अमेरिका में किसी अश्वेत महिला को पहली बार कनेक्टिकट का मुख्य लोक अभियोजक नियुक्त किया गया है।ताशुन बोडेन-लुइस ने आधिकारिक तौर पर अपना काम शुरू किया। उन्होंने कहा कि वह राज्य की आपराधिक न्याय प्रणाली में अल्पसंख्यक मुवक्किलों में और अधिक भरोसे की भावना पैदा करने की उम्मीद करती हैं।

उन्होंने द हार्टफोर्ड कोरेंट को बताया, मैं चाहती हूं कि हमारे ग्राहक और हमारे परिवार यह समझें कि हम मुश्किल वक्त में उनके साथ हैं। हम उनका समर्थन करते हैं। बोडेन-लुइस को मई के अंत में लोक रक्षक सेवा आयोग द्वारा नियुक्त किया गया था। यह प्रभाग आपराधिक, बाल संरक्षण, अपराध रक्षा और परिवार सहायता के सालाना 1,00,000 से अधिक मामलों में मुवक्किलों का प्रतिनिधित्व करता है।
 
बोडेन-लुइस ने कहा कि वह इस पद को संभालने वाली पहली अश्वेत महिला होने के महत्व को समझती हैं। उन्होंने कहा कि प्रतिनिधित्व मायने रखता है। बोडेन-लुइस नॉरवॉक में पली-बढ़ी हैं और उन्होंने क्विनिपियाक यूनिवर्सिटी से कानून की डिग्री हासिल की। लोक अभियोजक सेवा के कनेक्टिकट प्रभाग में शामिल होने से पहले उन्होंने न्यू हेवन में एक अस्थायी सहायक विधि लिपिक के रूप में अपना करियर शुरू किया था।
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कोपेनहेगन के बड़े शॉपिंग मॉल में हथियारबंद हमलावर ने 3 लोगों की गोली मारकर हत्‍या की

कोपेनहेगन(छत्तीसगढ़ दर्पण)। डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन के सबसे बड़े शॉपिंग मॉल में से एक में हथियारबंद हमलावर ने तीन लोगों की गोली मारकर हत्‍या कर दी। इस घटना में कई लोग घायल हो गए जिनमें से तीन की स्थिति गंभीर है। पुलिस ने 22 वर्ष के एक व्‍यक्ति को गिरफ्तार किया है।

उस पर लोगों पर हमला करने का आरोप है जिसके कारण दक्षिणी कोपेनहेगन के मॉल में खरीदारी कर रहे लोगों के बीच अफरा-तफरी मच गई। पुलिस प्रमुख सोएरेन थोमासेन ने कहा कि हमले के पीछे क्‍या उद्देश्‍य था यह स्‍पष्‍ट नहीं है। हालांकि उन्‍होंने इस घटना के पीछे आतंकवादी षडयंत्र के शक को खारिज नहीं किया है।
 
डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेट फ्रेडरिक्‍सन ने कहा कि यह बर्बर हमला है। मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा कि वे लोगों को एकजुट रहने और कठिन समय में एक-दूसरे का समर्थन करने के लिए प्रोत्‍साहित कर रही हैं।
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गहरी खाई में गिरी बस, 19 यात्रियों की मौत…

कराची/नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में रविवार को एक बस के पर्वतीय सड़क से फिसलकर खाई में गिर जाने से कम से कम 19 लोगों की मौत हो गई और 11 अन्य घायल हो गए। बस में 30 से अधिक लोग सवार थे। बस इस्लामाबाद से क्वेटा जा रही थी, तभी झोब में खाई में गिर गई।

सहायक आयुक्त सैयद मेहताब शाह ने कहा, ‘‘जैसे ही बस क्वेटा के पास पहुंची, चालक ने तीखे मोड़ पर वाहन पर नियंत्रण खो दिया और बस एक खाई में गिर गई। हमने अब तक 19 शव बरामद किए हैं, जबकि 11 घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।’ बारिश और वाहन के तेज रफ्तार के कारण यह घटना हुई। शाह ने कहा कि सूचना मिलने के तुरंत बाद बचाव दल घटनास्थल पर पहुंचा और शवों को अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी पहचान करने की प्रक्रिया चल रही है।

सिविल अस्पताल झोब के चिकित्सा अधीक्षक डॉ नूरुल हक ने कहा कि घायलों की हालत गंभीर है और मृतक संख्या बढ़ सकती है। बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री मीर अब्दुल कुदूस बिजेंजो ने हादसे पर दुख जताया। उन्होंने घायलों का इलाज सुनिश्चित करने के लिए सिविल अस्पताल झोब में आपात स्थिति घोषित करने का आदेश दिया। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भी दुखद हादसे पर दुख व्यक्त किया और मृतकों के शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना और सहानुभूति व्यक्त की। प्रधानमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को घायलों को तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया।
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जेलेंस्की ने अर्जेंटीना, चिली के राष्ट्रपतियों से बातचीत की

ब्यूनस आयर्स  (छत्तीसगढ़ दर्पण)।  रूसी युद्ध का सामना कर रहे यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने लातिन अमेरिका से समर्थन हासिल करने के अपने अभियान पर जोर देते हुए अर्जेंटीना और चिली के नेताओं से शुक्रवार को फोन पर बातचीत की। जेलेंस्की ने सोशल मीडिया पर लिखा, मैं एक महत्वपूर्ण क्षेत्र – लातिन अमेरिका के साथ संबंध निरंतर बनाए रखना चाहता हूं।

अर्जेंटीना के राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडीज और चिली के राष्ट्रपति गेब्रियल बोरिक के साथ जेलेंस्की की बातचीत इक्वाडोर के राष्ट्रपति गुइलेर्मो लासो और ग्वाटेमाला के राष्ट्रपति एलेजांद्रो जियामाटेई के साथ वार्ता के करीब दो सप्ताह बाद हुई है। उस वक्त, जेलेंस्की ने अपने संबोधन में कहा था कि लासो और जियामाटेई के साथ बातचीत ने लातिन अमेरिका के साथ संबंधों को बहाल करने की हमारी नयी नीति की शुरुआत को चिह्नित किया है।

अर्जेंटीना की सरकार ने एक समाचार विज्ञप्ति में कहा कि फर्नांडीज ने यूक्रेन के नेता के साथ 35 मिनट बात की, जिसमें उन्होंने रूस के साथ होने वाली किसी भी बातचीत में मदद की पेशकश की। विज्ञप्ति के अनुसार, लातिन अमेरिकी और कैरिबियाई राष्ट्रों के समुदाय के वर्तमान प्रमुख के रूप में, फर्नांडीज ने जेलेंस्की से कहा, लातिन अमेरिका शांतिप्रिय महाद्वीप है जो बलप्रयोग को खारिज करता है और संघर्षों को हल करने के लिए बातचीत पर जोर देता है।
 
युद्ध से पहले, फर्नांडीज रूस के साथ संबंध सुधारने की दिशा में अग्रसर थे। फरवरी की शुरुआत में मास्को में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बैठक में फर्नांडीज ने कहा था कि अर्जेंटीना को रूस के लिए ‘‘लातिन अमेरिका का प्रवेश द्वार’’ बनना चाहिए। फर्नांडीज ने बाद में रूस के आक्रमण की निंदा की।
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डच सांसद ने किया नूपुर शर्मा का समर्थन, कहा : वह एक हीरो हैं, माफी न मांगे

एम्सटर्डम/नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी करने वाली भाजपा की निलंबित नेता नुपुर शर्मा को सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को कड़ी फटकार लगाई। कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि नुपुर को पूरे देश के सामने माफी मांगनी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने भले ही नुपुर को कड़ी फटकार लगाई है, लेकिन भाजपा की पूर्व नेता को विदेशी सांसद का समर्थन मिला है। विदेशी सांसद नुपुर शर्मा के बयान के समर्थन में उतर आए हैं। उन्होंने नुपुर से माफी ना मांगने की अपील की है।

नीदरलैंड के सांसद और पार्टी फॉर फ्रीडम के अध्यक्ष गीर्ट वाइल्डर्स ने नुपुर शर्मा को हीरो करार दिया है। वाइल्डर्स ने कहा कि नुपुर को पैगंबर मुहम्मद के बारे में सच बोलने के लिए कभी माफी नहीं मांगनी चाहिए। उन्होंने एक ट्वीट कर नुपुर के बयान का पुरजोर समर्थन किया।

वाइल्डर्स ने ट्वीट कर लिखा, ‘मुझे लगा कि भारत में शरिया अदालतें नहीं हैं। नुपुर ने पैगंबर मुहम्मद के बारे में सच बोला है। उन्हें कभी माफी नहीं मांगनी चाहिए। वो उदयपुर में हुई घटना की जिम्मेदार भी नहीं हैं। इस घटना के लिए कट्टरपंथी असहिष्णु जिहादी मुसलमान जिम्मेदार हैं। नुपुर शर्मा एक हीरो हैं।’

बता दें कि इससे पहले भी डच सांसद नुपुर का समर्थन कर चुके हैं। उन्होंने कहा था कि तुष्टीकरण कभी काम नहीं करता है। ये स्थितियों को सिर्फ खराब ही करता है। भारत के मेरे प्यारे दोस्तों… इस्लामिक देशों के उकसावे में न आएं। अपनी आजादी के लिए खड़े हों और गर्व करें। नुपुर ने सच ही कहा है।

सुप्रीम कोर्ट की तल्ख टिप्पणी
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि नुपुर की विवादित टिप्पणी ने पूरे देश को आग में झोंक दिया है। सिर्फ नुपुर ही इसके लिए जिम्मेदार हैं। दरअसल, कोर्ट नुपुर के खिलाफ दर्ज एफआइआर को एकसाथ करने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई कर रहा था। कोर्ट ने कहा कि नुपुर ने गैरजिम्मेदाराना बयान दिए। उन्होंने इसके नतीजे के बारे में नहीं सोचा। अदालत ने कहा कि नुपुर को टीवी पर जाकर पूरे देश के सामने माफी मांगनी चाहिए।
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इज़राइल में संसद भंग, पहली नवंबर को चुनाव कराए जाएंगे

इज़राइल (छत्तीसगढ़ दर्पण)।  इज़राइल में  संसद भंग कर दी गई है और अब पहली नवंबर को चुनाव कराए जाएंगे। इज़राइल में चार वर्ष से भी कम समय में यह पांचवां चुनाव होगा। इज़राइल की संसद, नेसेट में  प्रधानमंत्री नेफ्ताली बेनेट को पर्याप्‍त मत न मिलने से प्रधानमंत्री के रूप में उनका कार्यकाल समाप्त हो गया है। इज़राइल के इतिहास में किसी प्रधानमंत्री का यह सबसे छोटा कार्यकाल है। विदेश मंत्री याएर लैपिड कार्यवाहक प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभालेंगे।

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भारतीय मूल के राजा कृष्णमूर्ति ने इलिनॉयस से डेमोक्रेटिक पार्टी के प्राइमरी चुनाव में जीत हासिल की

वाशिंगटन (छत्तीसगढ़ दर्पण)। अमेरिका में भारतीय मूल के सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने इलिनॉयस प्रांत से डेमोक्रेटिक पार्टी के प्राइमरी चुनाव में जीत हासिल की है। कृष्णमूर्ति ने अपने प्रतिद्वंद्वी जुनैद अहमद द्वारा व्यापक स्तर पर चलाए गए सांप्रदायिक अभियान के बावजूद निर्णायक जनादेश हासिल किया। इलिनॉयस प्रांत में बेहद लोकप्रिय कृष्णमूर्ति (48) ने जुनैद अहमद को 71 प्रतिशत से अधिक मतों के अंतर से हराया।

कृष्णमूर्ति ने इस जीत के बाद कहा,  मैं इस जीत से बेहद सम्मानित महसूस कर रहा हूं। इलिनॉयस प्रांत के आठवें जिले के डेमोक्रेटिक पार्टी के प्राइमरी मतदाताओं ने मुझे दोबारा अमेरिकी कांग्रेस का सदस्य बनाने के लिए बड़ी संख्या में मेरे पक्ष में मतदान किया। उन्होंने कहा,  इलिनॉयस प्रांत के लोग शांति, प्रगति और समृद्धि चाहते हैं। मैं कांग्रेस में मध्यम वर्ग के लोगों से जुड़े मुद्दों और महिलाओं के गर्भधारण संबंधी अधिकारों की बात करूंगा। इसके अलावा महंगाई और गैस की बढ़ती कीमतों के खिलाफ भी अपनी आवाज बुलंद करता रहूंगा। मैं आने वाले महीनों में इन मुद्दों को हल करने के लिए अथक प्रयास करना जारी रखूंगा।

वह इलिनॉयस के 8वें जिले के लिए अमेरिकी कांग्रेस के सदस्य के रूप में 2017 से काम कर रहे हैं। कृष्णमूर्ति के माता-पिता तमिलनाडु से हैं। अमेरिकी कांग्रेस के तीन बार सदस्य रह चुके कृष्णमूर्ति का जन्म नई दिल्ली में हुआ था। अमेरिका में आठ नवंबर को होने वाले आम चुनाव में उनका सामना रिपब्लिकन पार्टी के क्रिस डर्गिस से होगा।
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फिलीपीन में पूर्व तानाशाह के बेटे ने ली राष्ट्रपति पद की शपथ

मनीला (छत्तीसगढ़ दर्पण)। फिलीपीन में पूर्व तानाशाह के बेटे फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर ने देश के राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। राजधानी मनीला के राष्ट्रीय संग्रहालय में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया। फिलीपीन में इस घटना को हाल के इतिहास में सबसे बड़ी राजनीतिक वापसी में से एक माना जा रहा है। लेकिन, मार्कोस के विरोधियों का कहना है कि उनके परिवार की छवि सुधरने के बाद ही ऐसा हो सका है।

फिलीपीन के तानाशाह एवं फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर के पिता फर्डिनेंड मार्कोस को 36 साल पहले सेना के समर्थन से सत्ता से बेदखल कर दिया गया था। जनता के इस विद्रोह के परिणामस्वरूप मार्कोस जूनियर के पिता की वैश्विक स्तर पर काफी आलोचना हुई थी। इसके बाद फिलीपीन में लोकतांत्रिक राजनीति का स्तर ऊपर उठा। मार्कोस जूनियर के पिता के शासनकाल में अत्याचारों का सामना करने वाले कार्यकर्ताओं और कुछ अन्य लोगों ने मार्कोस जूनियर के राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने का विरोध किया है।
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केतनजी ब्राउन जैक्सन यूएस सुप्रीम कोर्ट की एसोसिएट जस्टिस बनी

वाशिंगटन (छत्तीसगढ़ दर्पण)। केतनजी ब्राउन जैक्सन यूएस सुप्रीम कोर्ट की एसोसिएट जस्टिस बनी है। केतनजी ब्राउन जैक्सन ने औपचारिक रूप से यूएस सुप्रीम कोर्ट के एसोसिएट जस्टिस बनने की शपथ ली। वह इस भूमिका में सेवा देने वाली देश की पहली अफ्रीकी-अमेरिकी महिला बन गई हैं।

 
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कनाडा के पर्यावरण मंत्री ने सीएफआर के प्रकाशन की घोषणा की

कनाडा (छत्तीसगढ़ दर्पण)। कनाडा  के पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्री स्टीवन गुइलबॉल्ट ने अंतिम क्लीन फ्यूल रेगुलेशन्स (सीएफआर) के प्रकाशन की घोषणा की है।  क्लीन फ्यूल रेगुलेशन्स ईंधन के पूरे जीवनचक्र में उत्सर्जन पर केंद्रित होता है।

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नाटो शिखर सम्मेलन में जेलेंस्की ने मांगी रक्षा और वित्तीय सहायता

कीव (छत्तीसगढ़ दर्पण)। यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने एक वीडियो लिंक के माध्यम से नाटो शिखर सम्मेलन को संबोधित किया। शिखर सम्मेलन में यूक्रेन के लिए और अधिक रक्षा और वित्तीय सहायता देने का आग्रह किया गया है।

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