नई दिल्ली (छत्तीसगढ़ दर्पण)। इन दिनों ब्रिटेन की सरकार संकट के दौर से गुजर रही है। बीती रात ही वहां के वित्त मंत्री ऋषि सुनक और स्वास्थ्य सचिव साजिद जाविद ने इस्तीफा दिया था। इस्तीफा देने से पहले ही सरकार के बीच में अंदरूनी संकट की खबरें सामने आती रही हैं। कल रात इस्तीफा देने वाले दोनों मंत्रियों ने भी जॉनसन की काबिलियत और सरकार के काम करने के तरीकों पर सवालिया निशान खड़े किए।
लगातार हो रहे इन इस्तीफों के बाद प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) पर भी कुर्सी छोड़ने का दबाव बढ़ गया है। बता दें कि कोरोना के दौर में पार्टी करने के आरोपों के बीच जॉनसन सरकार ने पिछले महीने ही अविश्वास प्रस्ताव का सामना किया. ऐसे में सवाल अब भी कई है। माना यह भी जा रहा है कि जॉनसन को खुद भी इस्तीफा देना पड़ सकता है।
गौरतलब है कि सुनक ही नहीं पिछले 24 घंटों में करीब 6 लोग इस्तीफा दे चुके हैं। बाल विकास मंत्री विल क्विंस, शिक्षा मंत्री रॉबिन वॉकर, गृह कार्यालय मंत्री विक्की एटकिंस और ट्रेजरी मंत्री जॉन ग्लेन भी इस लिस्ट में शामिल हैं।
हालांकि इस बीच यह सवाल भी बहुत जरूरी है कि अगर जॉनसन खुद कुर्सी छोड़ते हैं तो उनकी कंजर्वेटिव पार्टी की ओर से अगला प्रधानमंत्री कौन होगा। इस बीच 6 नामों पर सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है. यहां खास बात ये है कि भारतीय मूल के ऋषि सुनक इस दौड़ में सबसे आगे हैं।
भारतीय मूल के ऋषि सुनक पीएम जॉनसन के करीबी माने जाते थे। चुनाव प्रचार के समय भी ऋषि सुनक ने अहम भूमिका निभाई। अक्सर वह सरकार की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए नजर आते थे।
बता दें कि सुनक का भारत से रिश्ता है। उनकी पत्नी इंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता हैं। साल 2015 में वो पहली बार सांसद बने। ब्रेक्जिट का पुरजोर समर्थन कर अपनी पार्टी में ताकतवर बने। यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के बाहर होने की बोरिस जॉनसन की पॉलिसी का समर्थन किया।
अगला पीएम बनने की इस लिस्ट में दूसरा नाम है 46 वर्षीय एलिजाबेथ मैरी ट्रस का. वो साउथ वेस्ट नॉर्थफोक की सांसद हैं। उन्हें लिज ट्रस के नाम से भी जाना जाता है। वो 2 साल इंटरनेशनल ट्रेड सेक्रेटरी भी रह चुकी हैं। पिछले साल उन्होंने EU से बातचीत का मुख्य काम संभाला था। वर्तमान में वो फॉरेन कॉमन वेल्थ एंड डेवलपमेंट अफेयर्स सेक्रेटरी हैं और काफी चर्चित हैं।
साल 2019 के चुनावों के दौरान बोरिस के बाद अगर कोई दूसरा सबसे ज्यादा चर्चित नेता था तो वो थे, 55 वर्षीय जेरेमी हंट। उनकी बेदाग छवि के चलते पार्टी के लोगों को विश्वास है कि जेरेमी बिना किसी कॉन्ट्रोवर्सी पैदा किए गंभीरता के साथ सरकार चलाएंगे।
सुनक के इस्तीफे के बाद जॉनसन सरकार में नादिम जाहवी वित्त मंत्री का काम संभाल रहे हैं। वो भी पीएम पद के अहम दावेदार हैं। दरअसल, नदीम बचपन में ईराक से बतौर शरणार्थी ब्रिटेन आए थे।
पूर्व डिफेंस मिनिस्टर पेनी को पिछले चुनावों में हंट का समर्थन करने के लिए जॉनसन ने सरकार से हटा दिया था, लेकिन अब वो इस दौड़ में अपना नाम कायम रखे हुए हैं। जब ब्रिटेन में यूरोप यूनियन छोड़ने का मुद्दा गर्माया हुआ था, तो पेनी ने एक ईवनिंग टीवी शो में भाग लिया था। इससे उन्होंने खूब सुर्खियां बटोरीं थीं।
रूस-यूक्रेन जंग में ब्रिटेन के रुख को लेकर चर्चा में आए बेन वॉलेस डिफेंस मिनिस्टर हैं। ब्रिटिश रॉयल आर्मी में रह चुके हैं। यूक्रेन को सैन्य मदद पहुंचाने में उनका अहम रोल है। साल 1999 में उनका राजनीतिक सफर शुरू हुआ। अफगानिस्तान से ब्रिटिश नागरिकों को बाहर निकालने में उनका अहम योगदान था।